गुरुवार, 20 फ़रवरी 2020

धरने में 40 वें दिन शरबत की सबील

भारत एक धर्म निर्पेक्ष मुल्क है इसे गोडसेवादियों के हाँथ गिरवीं नहीं होने देंगे। (विनय कुमार सिन्हा)


एनपीआर,एनआरसी,सीएए पे वक्ताओं ने हल्ला बोला, इन्केलाबी नारा लगा कर लोगों में भरा जाता रहा जोश, लोहिया विचार मंच के राष्ट्रीय संयोजक विनय कुमार सिन्हा पहोँचे मंसूर पार्क
धरने के चालिसवें दिन हज़रत इमाम हुसैन की याद में लगाई गई शरबत की सबील


प्रयागराज। मंसूर अली पार्क में एनपीआर, एनआरसी और सीएए के खिलाफ चल रहे धरने के ४० वें दिन भी महिलाओं का हुजूम उमड़ा।लोहिया मंच के राष्ट्रीय संयोजक विनय कुमार सिन्हा ने मोदी सरकार पर जम कर हमला बोला।कहा एनआरसी,सीएए और एनपीआर हमारे देश की संस्कृति के खिलाफ है।यह देश बाबा साहब के संविधान पर चलता आया है और जो भी लोकतंत्र और संविधान मे विश्वास रखते हैं वह इस काले का़नून का विरोध कर रहे हैं जो गाँधी और बाबा साहब के संविधान को नहीं मानते वह मुठ्ठी भर लोग इस काले क़ानून के समर्थन में है।यह देश सेकुलर है और रहेगा।हम लोग अपने जीते जी गोडसेवादीयों के मंसूबे को सफल नहीं होने देंगे।वहीं अल्पसंख्यक सभा के मो०शारिक़ ने महिलाओं के जज़बे को सलाम करते हुए एनपीआर एनआरसी और सीएए से देश भर के मुस्लिमों के साथ दलित,पिछड़े और बेघर हो चूके लोगों के लिए इस काले क़ानून को अभिषाप बताया।इफ्तेखार अहमद ने अपने जोशीले भाषण से केन्द्र सरकार पर जमकर तीखे तीर छोड़े।कहा सरकार में तेरे दम है कितना देखा है और देखेंगे। सायरा अहमद,सबीहा मोहानी,खुशनूमा बानो ने इन्क़ेलाबी नारों से जुलूस में आई महिलाओं का जोश भरे अन्दाज़ मे इन्क़ेलाब ज़िन्दाबाद नारी शक्ति ज़िन्दाबाद हिन्दुस्तान ज़िन्दाबाद का नारा लगा कर इस्तेक़बाल किया।वहीं वक्ताओं व नुक्कड़ नाटक में शामिल गीता विश्वकर्मा, शालिनी,ज्योती यादव,शिवानी,अजय कुमार गुप्ता,शैलेन्द्र पासवान,नबीला उसमानी,नौशाबा खान,नाज़नीन बेगम,अलफिशाँ  ने एनपीआर एनआरसी और सीएए के खिलाफ जमकर हमला बोला और काले क़ानून की वापसी तक आन्दोलन जारी रखने की मंशा भी ज़ाहिर कर दी।आज भी मंसूर अली पार्क मे करैली,गौसनगर,अटाला,बैदन टोला,बख्शी बाज़ार,दायरा शाह अजमल,रानी मण्डी आदि क्षेत्रों से सैकड़ों महिलाओं ने तिरंगा लेकर जुलूस निकाला और विभिन्न मोहल्लों मे गश्त करते हुए मंसूर अली पार्क का रुख किया।मंसूर पार्क में चल रहे आन्दोलन के ४०वें दिन भी ज़ीशान रहमानी,अब्दुल्ला तेहामी,सै०मो०अस्करी,उमर खालिद,इरशाद उल्ला,अफसर महमूद,तारीक़ खान,पार्षद फज़ल खान,पार्षद रमीज़ अहसन,पार्षद अक़िलुर्रहमान,शोऐब अन्सारी,शाहिद अली राजू ,सै०मो०शहाब आदि ने भी जोशीले अन्दाज़ में काले क़ानून पर जमकर भढ़ास निकालते हुए आन्दोलन को जारी रखने के साथ शान्तिपूर्वक आन्दोलन जारी रखने की बात कही।


 हज़रत इमाम हुसैन की हक़ और इन्सानियत की खातिर दी गई क़ुरबानी और करबला के मैदान में तीन दिन की भूख और प्यास की शिद्दत के बाद भी हक़ पर रह कर जामे शहादत नोश फरमाने और दूनिया के लोगों को यह संदेश देने के लिए की अगर हम हक़ पर हैं तो दूनिया की कोई ताक़त हमे परास्त नहीं कर सकती ।इसी जज़बे को लेकर रौशन बाग़ मे शबे जुमा शरबत की सबील लगा कर लोगों को शरबत पिलाया गया।मंसूर पार्क के पीछे बने टेन्ट नूमा स्टाल के आस पास.काले झण्डे और इमाम हुसैन के संदेश वाले तरहा तरहा बैनर लगाए गए थे।सबील का इन्तेज़ाम करने वालों में खुशनूद रिज़वी,अली रिज़वी,शाही,आसिफ आदि थे।


बृजेश केसरवानी


राज्य स्थापना पर पीएम की बधाई

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मिज़ोरम और अरुणाचल प्रदेश के स्पापना दिवस पर वहां के लोगों को बधाई दी है। प्रधानमंत्री ने मिजोरम के लोगों को प्रेषित संदेश में कहा मिजोरम के स्थापना दिवस पर राज्य के नायाब लोगों को बधाई। हमें इस राज्य की समृद्ध संस्कृति पर गर्व है। मिजोरम के लोगों ने कई क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है और देश के विकास में योगदान दिया है। मैं आने वाले वर्षों में मिजोरम के विकास की कामना करता हूं। 
अरुणाचल प्रदेश के नाम अपने संदेश में प्रधानमंत्री ने कहा ‘अरुणाचल प्रदेश के स्थापना दिवस पर राज्य के लोगों को बधाई। यह राज्य देशभक्ति और राष्ट्र के विकास के प्रति अटूट प्रतिबद्धता का पर्याय है। मैं अरुणाचल प्रदेश की निरंतर प्रगति की कामना करता हूं।


आंगनवाड़ी केंद्रों पर अन्नप्राशन दिवस

 जिलाधिकारी बीएन सिंह के नेतृत्व में आंगनबाड़ी केन्द्रों पर मना अन्नप्राशन दिवस


‘मां के दूध के संग अर्ध ठोस आहार, बने चुस्ती, फुर्ती और मजबूती का आधार’


गौतम बुध नगर। जनपद के सभी 1108 आंगनबाड़ी केन्द्रों पर गुरूवार को अन्नप्राशन कार्यक्रम का आयोजन किया गया । इस कार्यक्रम में छह  माह पूर्ण कर चुके बच्चों के परिवार के सदस्यों  को आंगनबाड़ी केंद्रों पर बुलाकर उन्हें बच्चों को ऊपरी आहार देने के संबंध में पूर्ण जानकारी दी गयी। छह माह के पश्चात मां का दूध बच्चे के शारीरिक एवं मानसिक विकास हेतु पर्याप्त नहीं रह जाता । छह से आठ माह तक की आयु तक बच्चों को 200 ग्राम की कटोरी की माप से आधा कटोरी दिन में दो बार मसला हुआ एवं नरम भोजन अलग कटोरी में खिलाना अत्यंत आवश्यक है, इसके साथ स्तनपान जारी रखा जाना है। बच्चे को गाढ़ी दाल, मसली नरम खिचड़ी,दलिया,मसले फल खिलाए जा सकते हैं। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा छह माह के बच्चों को केंद्र पर आमंत्रित करने के लिए आकर्षक आमंत्रण पत्र तैयार कर उनके परिवारों को दिए गये। गुरूवार को 1100 बच्चों का अन्नप्राशन किया गया।


आकर्षक आमंत्रण पत्र ने किया प्रभावित


जिला कार्यक्रम अधिकारी पूनम तिवारी ने बताया कि जनपद में इस बार अन्नप्राशन दिवस पर माताओं को बुलाने के लिए विशेष रूप से आमंत्रण पत्र तैयार किये गये। यह आमंत्रण पत्र आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने अपने हाथों से तैयार किये। आमंत्रण पत्रों पर अलग-अलग स्लोगन भी लिखे गये थे, जैसे ‘ कोई बहाना नहीं होगा, अन्नप्राशन दिवस जरूर मनाना होगा’, ‘छह माह के बाद मां के दूध के संग अर्ध ठोस आहार, बने चुस्ती, फुर्ती और मजबूती का आधार’ । स्लोगन के अलावा कुछ आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने आकर्षक चित्रकारी भी थी। कुछ ने आमंत्रण पत्र पर लिख दिया कि बच्चे को क्या खिलाएं। आमंत्रण पत्र हर उन माताओं को व्यक्तिगत रूप से दिये गये, जिनके बच्चे छह माह के हो गये हैं। सभी को सपरिवार बुलावा दिया गया। उन्होंने बताया सभी का आह्वान किया गया कि बच्चों को स्वस्थ एवं पुष्ट बनाने के इस जनांदोलन में अपनी महत्वपूर्ण सहभागिता देकर बच्चों के शारीरिक एवं मानसिक विकास के साथ ही एक स्वस्थ एवं सुदृढ राष्ट्र निर्माण में भागीदार बनें। जेवर की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता राजबाला ने बताया व्यक्तिगत आमंत्रण पत्र देने से महिलाओं की उपस्थिति बढ़ी।


जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि बच्चों को स्तनपान के साथ-साथ ऊपरी आहार की भी अत्यंत आवश्यकता होती है, इसलिए उनको उचित मात्रा में ऊपरी आहार देना जरूरी है। इससे शारीरिक, मानसिक व बौद्धिक विकास तेजी से होता है। अलग-अलग केन्द्रों पर मनाये गये कार्यक्रम में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने कटोरी चम्मच बच्चे की माताओं को देकर समझाया कि माप के अनुसार बच्चों को आहार देते रहना चाहिये। सभी को यह भी बताया गया कि यदि बच्चों को ऊपरी आहार नहीं दिया जाएगा तो वह कुपोषण का शिकार हो जाएगा।


गेझा आंगनबाड़ी केन्द्र पर अपने बच्चे को लेकर पहुंची सुमित्रा देवी ने कहा कि इस कार्यक्रम से हमें बच्चे के आहार के संबंध में काफी जानकारी मिली, यहां हमें पता चला कि बच्चे को क्या फायदा करता है क्या नुकसान। उन्होंने कहा कि हम अपने बच्चे को बिस्कुट ज्यादा देते थे, यहां पता चला कि ज्यादा बिस्कुट नुकसान करता है, ताजा बना और पौष्टिक आहार या ताजा फल देना चाहिए। जिला सूचना अधिकारी गौतम बुद्ध नगर


फाइबर के मंदिर में विराजेगे रामलला

नई दिल्ली। राम मंदिर निर्माण का काम शुरू होने से पहले ही रामलला विराजमान को गर्भगृह से हटाकर अस्थायी मंदिर में ले जाया जाएगा। यह मंदिर फाइबर का होगा। इसके लिये अधिगृहीत परिसर में मानस भवन के पास के हिस्से में अयोध्या प्रशासन की तरफ नाप-जोख करवाई गई है।


15 दिन बाद अयोध्या में ट्रस्ट की होने वाली बैठक में राम मंदिर निर्माण की तिथि तय होने के साथ अस्थायी मंदिर के स्वरूप को भी स्वीकृति मिलेगी। इसके बाद बतौर अयोध्या के जिलाधिकारी अस्थायी मंदिर की व्यवस्था को अंतिम रूप देंगे। यहां श्रद्धालुओं के लिए दर्शन-पूजन का विशेष इंतजाम भी किया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक, रामलला के दर्शन व निकासी का मार्ग अलग-अलग बनाया जाएगा, जिससे भीड़ को नियंत्रित किया जा सके।


गौरतलब है कि 6 दिसंबर, 1992 की घटना के बाद से ही रामलला अस्थायी टेंट में विराजमान हैं। जब तक मंदिर का निर्माण पूरा नहीं हो जाता, रामलला वर्तमान स्थल से शिफ्ट होकर फाइबर के मंदिर में विराजेंगे। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की ट्रस्ट की बैठक में इसका पूरा मसौदा रखकर स्वीकृति ली जाएगी। प्रस्ताव में रामलला के लिए भव्य फाइबर का मंदिर बनाने का उल्लेख है। उन्हें मानस भवन के दक्षिण में शिफ्ट किया जाएगा। यहां रामलला चारों भाइयों, हनुमानजी व सालिग्राम भगवान के साथ विराजेंगे।


रामजन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने बताया, “रामलला के भव्य मंदिर निर्माण कार्य प्रारंभ होने में अब देर नहीं है। इसलिए उससे पहले उन्हें टेंट से बाहर निकालने की भी तैयारी पूरी की जा चुकी है। इंजीनियरों की टीम ने इसके लिए अधिगृहीत परिसर में नाप-जोख की है। रामलला को शिफ्ट करने की जगह को चिह्न्ति किया जा चुका है।”


रामलला विराजमान, राजस्व गांव और सरकार के 67 एकड़ जमीन और उससे जुड़ी भूमि को मिलाकर नया राजस्व ग्राम श्रीरामलला विराजमान बनाने की तैयारी कर रही है। आसपास की कुछ और जमीनों के अधिग्रहण के बाद इसका पूरा क्षेत्र करीब 100 एकड़ तक हो सकता है। विहिप के सूत्रों का दावा है कि श्रीरामलला राजस्व ग्राम अयोध्या नगर निगम में दर्ज होकर श्रीरामलला शहर हो जाएगा, इसकी कवायद शुरू हो चुकी है।


पाक ने सरकारी ब्रीफिंग की खारिज

इस्लामाबाद। चीन में कोरोनावायरस का कहर जारी है, ऐसे में वहां फंसे पाकिस्तानी छात्रों के परिजनों ने छात्रों को वापस लाने की मांग के साथ ही सरकार की ब्रीफिंग को खारिज कर दिया। मीडिया ने गुरुवार को इस बात की जानकारी दी। डॉन न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, इस्लामाबाद हाईकोर्ट के आदेश पर बुधवार को सरकार की ओर से एक ब्रीफिंग की व्यवस्था की गई थी, ताकि परिवार के सदस्यों को इस बाबत विश्वास में लिया जा सके कि क्यों पाकिस्तान सरकार ने नागरिकों को चीन से वापस नहीं लाने का फैसला किया है। प्रवासी पाकिस्तानियों पर प्रधानमंत्री के विशेष सहायक सैयद जुल्फिकार बुखारी ने प्रतिभागियों को ब्रीफिंग में कहा कि चीन में कोरोनावायरस की स्थिति जटिल हो गई है। एनएचएस पर प्रधानमंत्री के विशेष सहायक जफर मिर्जा ने कहा कि सरकार परिजनों की परेशानियों को समझती है और इसी को ध्यान में रखते हुए ब्रीफिंग की जा रही है। लेकिन वहां आए प्रतिभागियों ने तर्क देते हुए कहा कि जब अफगानिस्तान और बांग्लादेश जैसे मुल्क भी अपने नागरिकों को चीन से वापस ले आए हैं, तो ऐसे में सिर्फ पाकिस्तान ही क्यों अपने नागरिकों को वहां पर छोड़े हुए है।एक अभिभावक ने कहा, “आप युवाओं की बात करते हैं लेकिन आपको उनकी चिंता नहीं है। यदि हमारे बच्चों को तीन दिनों के भीतर वापस स्वदेश नहीं लाया जाता तो हम चीनी दूतावास के सामने धरने पर बैठेंगे। हम आपका कार्यालय भी बंद कर देंगे। हमारे बच्चों को पाकिस्तान वापस लाया जाए और उन्हें सुरक्षित स्थान पर रखा जाए।” कुछ अभिभावकों ने कहा कि उनके बच्चे वापस आ सकें, इसके लिए वे पैसे दान करने को भी तैयार हैं। उन्होंने कहा, “हमारे बच्चे बस वापस आ जाए और हम कुछ भी अन्य तर्क सुनने को तैयार हैं।” वुहान के अलग-अलग विश्वविद्यालयों में कम से कम 500 पाकिस्तानी छात्र पढ़ाई करते हैं। 1.1 करोड़ की आबादी वाला चीन के हुबेई प्रांत का वुहान शहर कोरोनावायरस का मुख्य केंद्र बना हुआ है।


'जीएसआई' ने खोजा, 3 हजार टन सोना

सोनभद्र। उत्तर-प्रदेश के सोनभद्र जनपद में तीन हजार टन सोना (Gold) मिला है | यह सोना जमीन के अंदर दबा हुआ है | राज्य के खानिज विभाग ने सोने का पता लगाया है | जल्द ही इस सोने को निकालने का काम शुरू कर दिया जाएगा | जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (GSI) की टीम पिछले 15 साल से यहां काम कर रही थी | टीम ने आठ साल पहले ही जमीन के अंदर सोना होने की पुष्टि कर दी थी | यूपी सरकार ने अब तेजी दिखाते हुए सोने को बेचने के लिए ई-नीलामी प्रक्रिया शुरू कर दी है | बता दें कि वर्ष 2005 से जीएसआई की टीम सोने की तलाश के लिए काम कर रही थी | टीम ने गहन अध्ययन करने के बाद सोनभद्र में सोना होने के बारे में बताया था और वर्ष 2012 में इस बात की पुष्टि भी कर दी थी | टीम ने बताया था कि सोनभद्र की पहाड़ियों में सोना मौजूद है |
जीएसआई के अनुसार हरदी क्षेत्र में 646.15 किलोग्राम सोने का भंडार है वही सोन पहाड़ी में 2943.25 टन सोने का भंडार है | यूपी सरकार ने तेजी दिखाते हुए सोने के ब्लॉक के आवंटन के संबंध में प्रक्रिया शुरू कर दी है | बता दें कि सोनभद्र के कोन क्षेत्र के हरदी गांव में और महुली क्षेत्र के सोन पहाड़ी में सोने का एक बड़ा भंडार मिलने की पुष्टि हो चुकी है | ई-टेंडरिंग के माध्यम से ब्लॉकों के नीलामी के लिए शासन ने सात सदस्यीय टीम भी गठित कर दी है | यह टीम पूरे क्षेत्र की जिओ टैगिंग करेगी और 22 फरवरी, 2020 तक अपनी रिपोर्ट भूतत्व एवं खनिकर्म निदेशालय लखनऊ को सौंप देगी | सोने के साथ-साथ सोनभद्र के फुलवार क्षेत्र में दो स्थानों- सलैयाडीह क्षेत्र में एडालुसाइट, पटवध क्षेत्र में पोटाश, भरहरी में लौह अयस्क और छपिया ब्लाक में सिलीमैनाइट के भंडार की भी खोज की गई है | जिले के खनिज अधिकारी के.के राय ने बताया कि सोनभद्र जिले में यूरेनियम के भी भंडार होने की संभावना है जिसकी तलाश में केंद्रीय और अन्य टीम लगी हुई हैं।


शिवरात्रि पर 5 राशियां होगी प्रभावित

हिंदू धर्म में महाशिवरात्रि का पर्व उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाया जाता है। फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाता है। इस साल महाशिवरात्रि 21 फरवरी को यानि कल मनाई जाएगी। इस साल की शिवरात्रि बेहद खास है क्योंकि इस बार शिवरात्रि पर 117 साल बाद शुक्र और शनि का दुर्लभ योग बन रहा है। भगवान शिव की पूजा-अर्चना से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। इस महाशिवरात्रि पांच राशि वाले जातकों पर भगवान शिव की खास कृपा रहेगी। इन राशि वाले जातकों के सारे रुके काम पूरे हो जाएंगे।


1.मेष- इस शिवरात्रि मेष राशि वाले जातकों को भगवान शिव की पूजा-अर्चना करने से विशेष फल मिलेगा। इसके साथ ही उनका भाग्य इस समय उनका पूरा साथ देगा। पद और प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी. स्वास्थ्य लाभ भी बना रहेगा। 
2. वृषभ- महाशिवरात्रि के मौके पर वृषभ राशि वालों जातकों पर भगवान शिव की पूरी कृपा रहेगी। धन-धान्य में वृद्धि होगी। करोबार करने वाले लोगों का करोबार खुब फलेगा। पद-प्रतिष्ठा के साथ-साथ समाजिक सम्मान में भी वृद्धि होगी। जो भी जातक नौकरी का इंतजार कर रहे हैं उनको भी शुभ समाचार मिल सकता है। हालांकि इस राशि वाले जातकों को नकारात्मक लोगों से बचकर रहने का सलाह दिया जा रहा है। महामृत्युंजय का जाप करें।


3. सिंह- इस राशि वाले जातकों पर भगवान शंकर की खूब कृपा बरसेगी। अपने कार्यक्षेत्र में आगे बढ़ेगें। आत्मबल प्रबल रहेगा। पारिवारिक सुख की पूरी प्राप्ति है। जो भी नया काम आप शुरू करेंगे उसमें लाभ मिलेगा। 
4. तुला- तुला राशि के जातकों को इस महाशिवरात्रि अच्छे परिणाम मिलेंगे। खुशखबरी भी मिल सकती है। सारे रुके काम बन जाएंगे। मकान खरीदने का संयोग बन रहा है। भगवान शिव की पूजा के दौरान दही चढ़ाएं।
5. मीन- इस राशि वाले जातकों को यात्राओं के साथ-साथ धन के  योग बन रहे हैं। वाहन, जमीन खरीदने का संयोग बन रहा है। आपके जो भी शत्रु हैं उनका दमन होगा। कानूनी पचड़े में आपको विजय मिलेगा। किसी भी दिशा में आप जाएंगे तो आपको सफलता मिलेगी।


अनामिका


आईपीएस ऑफिसरो से भरी नाव पलटी

भोपाल। आईपीएस ऑफिसरों से भरी नाव झील में पलट गई, इस नाव पर ही मध्य प्रदेश के डीजीपी विजय कुमार सिंह की पत्नी सवार थी। आसपास के मौजूद सुरक्षा कर्मियों ने सभी को बचा लिया। जिससे बड़ा हादसा टल गया। यह घटना भोपाल शहर की है।


सभी की बच गई जानः घटना के बारे में बताया जा रहा है कि आईपीएस सर्विस मीट के दौरान कई अधिकारी नाव पर सवार होकर झील घुमने निकले। इस दौरान ही यह हादसा हो गया। एडीजी विजय कटारिया ने बताया कि नाव में मौजूद सभी लोगों ने लाइफ जैकेट्स पहनी थी, इसलिए कोई हताहत नहीं हुआ।


सेफ्टी बोट थी तैनातः बताया जा रहा है कि हर साल भोपाल में आईपीएस मीट का आयोजन किया जाता है। इस दौरान अधिकारी जुटते हैं। जिसमें से कुछ वाटर स्पोर्ट्स में हिस्सा लेते हैं। हिस्सा लेने से पहले सुरक्षा को लेकर सभी को लाइफ जैकेट्स पहनने के लिए दिया जाता है. जिससे बड़ा हादसा टल गया। जिससे अधिकारियों ने राहत की सांस ली है। कुछ देर के लिए यहां पर अफरातफरी का माहौल हो गया था।


मनीष कुमार


 


25 करोड़ का सांपों का जहर बरामद

अररिया। तस्करों के पास से एसएसबी ने 25 करोड़ रुपए का सांप का जहर बरामद किया है। तस्करों ने जहर को 2 जार में रखा हुआ था। जिस जार में तस्करों ने जहर रखा था वह बुलेटप्रूफ है। यह कार्रवाई अररिया में एसएसबी की टीम ने की है।


नेपाल सीमा पर हुई कार्रवाईः एसएसबी जवानों को सूचना मिली थी कि कुछ तस्कर बॉर्डर पार करने वाले हैं इनके पास सांप का जहर है। सूचना मिलने के बाद जवानों ने जांच तेज कर दी। इस दौरान बाइक सवार तस्करों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार तस्करों में सरफिल यादव,जितेंद्र यादव सिकटी थाना क्षेत्र के दहिपोरा मजरख गांव के रहने वाले हैं। एक तस्कर पश्चिम बंगाल का रहने वाला है।


जार पर लिखा है मेड इन फ्रांसः एसएसबी ने बरामद सांप का जहर और तस्करों को वन विभाग के हवाले कर दिया है। जिस जार में जहर था उस पर मेड इन फ्रांस लिखा हुआ है। अंतराष्ट्रीय बाजार में इस जहर की कीमत लगभग 25 करोड़ रुपए है। गिरफ्तारी के बाद पूछताछ के दौरान तस्करों ने बताया कि पश्चिम बंगाल के मालदह के नारायण साह उर्फ गोपाल दा ने उनलोगों को सांप का जहर दिया था। इसको देश के किसी शहर में देना था।


मनीष कुमार


प्रदर्शनकारियों से वार्ता, नहीं निकला हल

रवि चौहान


नई दिल्ली। दिल्ली के शाहीन बाग इलाके में बीते 15 दिसंबर से संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन जारी है। इस बीच सुप्रीम कोर्ट के वार्ताकार बुधवार को प्रदर्शनकारियों से बातचीत के लिए प्रदर्शन स्थल पर पहुंचे। इस दौरान वार्ताकार संजय हेगड़े और साधना रामचंद्रन ने प्रदर्शनकारियों से करीब 2 घंटे तक बातचीत की लेकिन मसले को कोई हल नहीं निकला।


दोनों वार्ताकारों ने मंच से प्रदर्शनकारियों को सुप्रीम कोर्ट का आदेश पढ़कर सुनाया और समझाने की कोशिश की। इस दौरान साधना रामचंद्रन ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने यह कतई नहीं कहा कि आपके विरोध के अधिकार को छीना जाए। हम इस मसले का एक ऐसा हल निकालने पर विचार कर रहे हैं जो दुनिया में मिसाल पेश करे।


बातचीत से पहले वार्ताकारों ने कहा कि दोनों के बीच चर्चा मीडिया के सामने नहीं होगी। वार्ताकारों की इस सुझाव पर प्रदर्शनकारी बंटे हुए नजर आएं। किसी ने इस पर सहमति जताई तो कोई नाराज नजर आया। हालांकि वार्ताकारों की तरफ से कहा गया कि जो भी बातचीत होगी उसे मीडिया को भी बता दिया जाएगा। वहीं एक तरफ वार्ताकार प्रदर्शनकारियों को सुन रहे थे तो दूसरी तरफ दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। हाल ही में दिल्ली के मुख्यमंत्री के रूप में केजरीवाल के कामकाज संभालने के बाद यह उनकी शाह के साथ पहली बैठक है। यह बैठक करीब 20 मिनट तक शाह के आवास पर चली। पहले यह बैठक गृह मंत्रालय में होनी थी।


केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘माननीय गृह मंत्री श्री अमित शाह जी से मुलाकात की। काफी सार्थक और अच्छी बैठक रही। दिल्ली से जुड़े कई मुद्दों पर चर्चा हुई। हम दोनों ही इस बात पर सहमत हुए कि दिल्ली के विकास के लिए हम साथ काम करेंगे।’ हालांकि इस दौरान दोनों के बीच शाहीन बाग विरोध प्रदर्शन को लेकर कोई बातचीत नहीं हुई। मालूम हो कि सुप्रीम कोर्ट ने प्रदर्शनकारियों को दूसरे स्थल पर जाने के लिए मनाने के लिए दो वार्ताकारों की नियुक्ति की है।


जो मरना चाहता है उसे कौन बचाएगा

CAA हिंसा पर बोले योगी आदित्यनाथ- कोई मरने के लिए आ ही रहा है तो जिंदा कहां से हो जाएगा


लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के एक बयान पर विवाद खड़ा हो गया है। सीएम का बयान संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ दिसंबर में विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसा में हुई मौतों पर है। उन्होंने कहा है कि अगर कोई मरने के लिए आ ही रहा है तो वो जिंदा कहां से हो जाएगा।
 इसके साथ ही उन्होंने दावा किया कि सीएए विरोधी हिंसा में पुलिस की गोली से उत्तर प्रदेश में किसी की मौत नहीं हुई। उन्होंने कहा सीएए विरोधी हिंसा के दौरान राज्य में कुल 20 लोगों की मौत हुई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य विधानसभा को संबोधित करते हुए यह बातें कही।
इस दौरान आदित्यनाथ ने उन लोगों पर भी निशाना साधा, जो पिछले एक महीने में राज्य में नागरिकता (संशोधन) अधिनियम (सीएए) का विरोध कर रहे हैं। लखनऊ, कानपुर और प्रयागराज में इस कानून के खिलाफ लगातार विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। उन्होंने आगे कहा ‘आजादी के नारे लगाए जा रहे हैं। कौनसी आजादी’? क्या हमें जिन्ना (मोहम्मद अली जिन्ना) के सपने के लिए काम करना है या क्या हमें गांधी के सपनों की दिशा में काम करना है?
पुलिस को दिसंबर की हिंसा के बाद उनके काम की प्रशंसा की जानी चाहिए। क्योंकि राज्य में कोई दंगे नहीं हुए। हम लोकतांत्रित तरीके के जरिए किए जाने वाले प्रदर्शनों का समर्थन करते हैं लेकिन जहां हिंसा होगी वहां पर जो जिस भाषा में समझेगा उसी में समझाएंगे।’


'दिल्ली पुलिस वीक' बच्चों को दिया सम्मान

दिल्ली पुलिस वीक 2020" के अवसर पर पेंटिंग प्रतियोगिता और सड़क सुरक्षा अभियान पर कमिश्नर,ने बच्चों को प्रमाण पत्र और पुरस्कार देकर सम्मानित किया


नरेन्द्र कुमार


नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस वीक 2020 समारोहों के रूप में "दिल्ली ट्रैफिक पुलिस" ने इंडिया गेट C-HEXAGON,लॉन में सड़क सुरक्षा क्लब की एक 'ऑन-द-स्पॉट' पेंटिंग प्रतियोगिता और स्मारक समारोह का आयोजन किया।
 
दिल्ली पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक, ने इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की  और वरिष्ट पुलिस अधिकारी ताज हसन, स्पेशल सीपी, ट्रैफिक और आर एस  कृष्णिया, स्पेशल CP/L & O (दक्षिण) इस अवसर पर सम्मानित अतिथि थे। पुलिस वीक समारोहों के इस अवसर पर बोलते हुए दिल्ली पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक ने युवाओं और बच्चों के दिमाग में सही सड़क उपयोगकर्ता व्यवहार को विकसित करने के महत्व पर जोर दिया ताकि जब वे बड़े हो जाएं तो वे अच्छे सड़क सुरक्षा मूल्यों को आत्मसार करें उन्होंने दिल्ली ट्रैफिक पुलिस विशेषकर सड़क सुरक्षा सेफ्टी की ओर से आम जनता के साथ-साथ स्कूली बच्चों में सड़क सुरक्षा जागरूकता फैलाने के प्रयासों की बहुत बहुत सराहना की गई। जो कि वर्ष 2019 में दिल्ली की सड़कों पर होने वाले जानलेवा हादसों को कम करने में एक लंबा रास्ता तय किया है।
 
पुलिस आयुक्त ने कहा कि पिछले वर्ष (2018) 1690 और वर्ष 2019 में घातक दुर्घटनाओं की संख्या में 1463 की गिरावट आई है, यह इस तथ्य की ओर इशारा करता है कि 224 मौतों में भारी कमी आई है अर्थात सड़क में 14 प्रतिशत कमी आई है। दुर्घटनाओं और दिल्ली ट्रैफिक पुलिस 30 साल की अवधि के बाद इस उपलब्धि को हासिल करने में सफल रही है। इसी प्रकार, वर्ष 2019 में दिल्ली में दुर्घटनाओं की संख्या में 905 (-14%) की कमी दर्ज की गई है। वर्ष 2019 में दुर्घटना का आंकड़ा 5610 था, जबकि 2018 में दिल्ली में दुर्घटनाओं की कुल संख्या 6515 थी।


दिल्ली में प्राथमिक, मध्य और वरिष्ठ वर्ग के 20 से अधिक स्कूलों के लगभग 800 छात्रों ने सड़क सुरक्षा से संबंधित विषयों पर आधारित "ऑन-द-स्पॉट पेंटिंग प्रतियोगिता" में भाग लिया।  दिल्ली कॉलेज ऑफ़ आर्ट्स, तिलक मार्ग के संकाय सदस्यों की एक टीम;  विभाग। आर्ट्स, जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी और कैपिटल कॉलेज ऑफ़ फाइन आर्ट्स, रोहिणी ने प्रत्येक श्रेणी के लिए चित्रों का आकलन किया और प्रत्येक श्रेणी में प्रथम, द्वितीय और तृतीय पुरस्कार विजेताओं को सम्मानित किया। प्रत्येक श्रेणी में विजेताओं को मुख्य अतिथि द्वारा पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
 
मौके पर प्रथम, द्वितीय और तृतीय पुरस्कार के लिए भी पुरस्कार दिए गए अक्टूबर 2019 में योग्य सीपी दिल्ली द्वारा शुरू की गई स्कूल रोड सेफ्टी अवेयरनेस कैंपेन 2019-20 के संबंध में आयोजित सड़क सुरक्षा से संबंधित विषयों पर अंतिम प्रतियोगिताओं के निबंधों, निबंध लेखन, एक्सपेम्पोर भाषण और पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिताओं के विजेता।
 
इसके अलावा, सड़क सुरक्षा रोलिंग ट्रॉफी के साथ 15,000 रुपये को ज्ञान मंदिर पब्लिक स्कूल, नारायण विहार से सम्मानित किया गया, जिसे सर्वश्रेष्ठ स्कूल घोषित किया गया था जिसने छात्रों और स्कूलों को शामिल करते हुए अभिनव जागरूकता अभियान आयोजित करके आम जनता के बीच सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए अधिकतम योगदान दिया था।  टीनू पब्लिक स्कूल, संगम विहार को रनर अप स्कूल घोषित किया गया और इस अवसर पर दस हजार रुपये के साथ सम्मानित किया गया। और एक प्रशंसा प्रमाण पत्र। सभी पुरस्कार और नकद पुरस्कार सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (सियाम) द्वारा प्रायोजित किए गए थे।


शिक्षिका ने मुंडवाया सिर, राहुल को भेजे बाल

 भोपाल। बीते 72 दिनों से अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे अतिथि विद्वानों के लिए बुधवार का दिन बेहद भावुक करने वाला रहा। बुधवार दोपहर को धरना दे रही एक महिला अतिथि विद्वान ने अपने केश त्यागते हुए सार्वजनिक रूप से खुद का मुंडन करवा लिया. मुंडन करवाने वाली महिला अतिथि विद्वान का नाम डॉक्टर शाहीन खान है।


मुंडन करवाने के बाद भावुक हो गईं और कहा कि चुनाव के बाद अतिथि विद्वानों से कांग्रेस ने वादा किया था कि सरकार बनने पर हमारी मांगों को पूरा किया जाएगा। हमने साल भर तक इंतजार किया और उसके बाद ही हमने जब आंदोलन शुरू किया तो अतिथि विद्वानों को फालेन आउट नोटिस मिलना शुरू हो गए। हम यहां दो महीने से ठंड में धरना दे रहे हैं, लेकिन सरकार ने हमारी कोई सुध नहीं ली. हमने बच्चों को पढ़ाकर उनका भविष्य बनाया लेकिन अब खुद हमारा भविष्य अंधकारमय है इसलिए यहां से लिखित आर्डर मिलने तक हम नहीं उठेंगे।



वहीं, अतिथि विद्वान नियमतिकरण संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष देवराज सिंह ने कहा कि इससे दुखदाई दिन अतिथि विद्वानों के लिए नहीं हो सकता, क्योंकि एक महिला ने अपने केश त्याग दिए। डॉक्टर शाहीन ने जो बाल मुंडवाए हैं उसे हम राहुल गांधी के पास भेजेंगे ताकि उन्हें पता चल सके कि उनके दिए गए वचन का यहां पालन नहीं हो रहा है।  


वहीं, महिला अतिथि विद्वान के मुंडन करवाने के बाद मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री कमलनाथ पर ट्वीट कर निशाना साधा है। शिवराज सिंह चौहान ने कमलनाथ का फरवरी 2018 का एक पुराना ट्वीट शेयर करते हुए लिखा है कि मुख्यमंत्री जी, आज भी केश नारी के सम्मान का प्रतीक है। अतिथि विद्वान बहनों ने आपकी सोती हुई सरकार को नींद से जगाने के लिए अपने केश त्यागे, क्या आज आपको उनकी पीड़ा का अंदाज़ा है? क्या आपकी नज़र में आज प्रदेश शर्मसार हुआ? क्या उनकी भलाई के लिए आप कोई कदम उठाएंगे?


दरअसल, जब शिवराज सिंह चौहान मुख्यमंत्री थे तब कमलनाथ ने महिला अतिथि विद्वान के मुंडन कराने पर शिवराज को घेरते हुए इसे दिल को झकझोरने वाली घटना कहा था। बता दें कि अपने नियमतिकरण की मांग को लेकर मध्य प्रदेश के अतिथि विद्वान 2 दिसंबर 2019 से आंदोलन कर रहे हैं जो अबतक जारी है।


देहरादून, प्रयागराज, भोपाल के लिए विमान

प्रयागराज। प्रयागराज से अगले महीने पुणे की सीधी फ्लाइट शुरू होने के बाद देहरादून और भोपाल की भी सीधी फ्लाइट शुरू होगी। नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने प्रयागराज से उत्तराखंड की राजधानी देहरादून और मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के सीधी फ्लाइट संचालन की मंजूरी दे दी है। इन दोनों ही शहरों के लिए निजी विमानन कंपनी इंडिगो द्वारा फ्लाइट शुरू की जाएगी। इसके लिए डीजीसीए ने 29 मार्च 2020 से लागू हो रहे समर शेड्यूल में भी इसका स्लॉट आवंटित कर दिया है।वर्तमान समय प्रयागराज से दिल्ली के लिए दो और मुंबई, कोलकाता, रायपुर, बंगलूरू एवं गोरखपुर के लिए सीधी हवाई सेवा है। पांच मार्च से विमानन कंपनी इंडिगो पुणे के लिए भी सीधी फ्लाइट शुरू कर रहा है। इस सेवा के शुरू होने के बाद इंडिगो को देहरादून और भोपाल का भी 29 मार्च से डीजीसीए ने स्लॉट आवंटित किया है। हालांकि इंडिगो की ओर से अभी देहरादून और भोपाल की बुकिंग शुरू नहीं की गई है। बताया जा रहा है कि इन दोनों शहरों के लिए इंडिगो 72 सीट वाला एटीआर श्रेणी का विमान चलाएगा।पाल से यह विमान प्रयागराज के लिए सुबह के वक्त उड़ान भरेगा। प्रयागराज आने के बाद यही विमान यहां से देहरादून रवाना होगा। वहां 30 मिनट रुकने के बाद वापस यही विमान प्रयागराज आएगा और भोपाल के लिए उड़ान भरेगा। बृजेश केसरवानी


मातम में बदली खुशी, तीन की मौत

बलरामपुर।  बलरामपुर के चांदो मोड़ में शादी  खुशी का माहौल उस समय गम में बदल गया जब एक बाराती गाड़ी एक्सीडेंट हो गई। इस वाहन में सवार तीन लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। जानकारी के अनुसार मृतकों में राहुल रजक, विष्णु संबल और सूरज प्रजापति हैं। इस घटना में संजीप सिंह चालाक बुरी तरह जख्मी हो गया है। बारात ओबरी से अमडंडा जा रही थी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और हादसे में जख्मी एक व्यक्ति को अस्पताल एडमिट करवाया है।


जानकारी के अनुसार बारात की कई गाड़ियां थी जिनमें से दुर्घटनाग्रस्त हुई स्कार्पियो काफी पीछे चल रही थी, इसी दौरान हादसा हुआ। लोगों के अनुसार वाहन तेज रफ्तार में थी हादसे की वजह यहीं बताई जा रही है। घटना की सूचना के बाद शादी की खुशियां गम में बदल गई। बेहद ही सादे समारोह में किसी तरह से आयोजन कर लड़की को विदा किया गया।


भारत ने दूसरा गोल्ड मेडल जीता

नई दिल्ली। एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप का गुरुवार को तीसरा दिन है। भारत ने तीसरे दिन में स्वर्णिम शुरुआत की है। भारत की महिला पहलवान दिव्या काकरान ने 68 किग्रा भार वर्ग में जापानी खिलाड़ी नारुहा मत्सुयुकी को हराकर गोल्ड अपने नाम कर ली है। नई दिल्ली के केडी जाधव स्टेडियम में खेले गए मुकाबले में दिव्या ने शानदार प्रदर्शन किया और भारत के लिए टूर्नामेंट का दूसरा गोल्ड मेडल जीता। इसी के साथ भारत के नाम में अब दो गोल्ड सहित कुल छह पदक हो चुके हैं।


काशी महाकाल एक्सप्रेस का सफर शुरू

नई दिल्ली। काशी महाकाल एक्सप्रेस का आधिकारिक सफर गुरुवार से शुरू हो गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 16 फरवरी को चंदौली के पड़ाव से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था। ये ट्रेन वाराणसी से इंदौर के बीच चलेगी, जो तीन ज्योतिर्लिंगों (श्री ओम्कारेश्वर, श्री महाकालेश्वर और काशी विश्वनाथ) को आपस में जोड़ेगी। आईआरसीटीसी काशी महाकाल एक्सप्रेस का शुभारंभ महाशिवरात्रि के एक दिन पहले यानी 20 फरवरी से शुरू हो रहा है। देश की तीसरी कॉरपोरेट ट्रेन कैंट रेलवे स्टेशन से दोपहर 2.45 बजे इंदौर के लिए रवाना होगी और दूसरे दिन सुबह 9.40 बजे इंदौर पहुंच जाएगी। महाकाल के पहले यात्रियों को आईआरसीटीसी की ओर से आकर्षक उपहार भी दिए जाएंगे।


कैरियर को लेकर कोई प्लानिंग नहीं

मनोज सिंह ठाकुर


मुंबई। ड्रामा से लेकर ऐक्शन फिल्मों में अपनी ऐक्टिंग से लोगों का ध्यान आकर्षित करने वाले ऐक्टर विकी कौशल इस साल की शुरुआत हॉरर फिल्म ‘भूत- द हॉन्टेड शिप’ से करने जा रहे हैं। 2018 में विकी कौशल ने ‘राजी’,’संजू’ और ‘मनमर्जियां’ जैसी फेमस फिल्मों में काम किया था और 2019 में आई फिल्म ‘उरी: द सर्जिकल स्ट्राइक’ के लिए उन्हें नैशनल अवॉर्ड भी मिला। विकी कौशल कहा कि मैं अपने करियर के लिए कोई योजना नहीं बनाता। मैं अगर ऐसा करूंगा तो अपने काम के साथ न्याय नहीं कर पाउंगा।


वह मुझे एक ऐक्टर के तौर पर जटिल बना देगा। मेरे लिए अच्छे फिल्मकारों द्वारा बनाई बेहतरीन फिल्मों का हिस्सा होना जरूरी है क्योंकि लोग अच्छी कहानियां देखना चाहते हैं। विकी कौशल का मानना है कि वह जब तक अलग-अलग तरह की फिल्में करते रहेंगे ऐक्टर के तौर पर उनका विकास होता रहेगा। उन्होंने कहा कि मैंने फिल्म ‘उरी: द सर्जिकल स्ट्राइक’ से पहले कोई ऐक्शन फिल्म नहीं की थी इसलिए मुझमें वह करने की ललक थी। फिल्म ‘भूत- द हॉन्टेड शिप’ मेरी पहली हॉरर फिल्म है, इसलिए मुझे काफी मेहनत करनी पड़ी। मैं संतुष्ट होना चाहता था कि अब में इसमें रम गया हूं। फिल्म ‘भूत- द हॉन्टेड शिप’ का निर्देशन भानू प्रताप सिंह ने किया है। फिल्म 21 फरवरी को बड़े पर्दे पर रिलीज होगी। इस फिल्म के अलावा विकी कौशल डायरेक्टर शूजीत सरकार की क्रांतिकारी उधम सिंह की बायॉपिक में नजर आएंगे। वह करण जौहर की फिल्म ‘तख्त’ में भी हैं।


फर्स्ट ड्रिंक में दूध या जूस बेहतर

यह बात न सिर्फ हमारे बड़े बुजुर्ग कहते आ रहे हैं बल्कि अब तो यह बात पूरी तरह से साबित भी हो चुकी है कि ब्रेकफस्ट हमारे दिन का सबसे अहम मील है और किसी भी हाल में ब्रेकफस्ट को स्किप नहीं करना चाहिए। इतना ही नहीं, आप ब्रेकफस्ट में क्या खाते हैं इस पर ध्यान देना बेहद जरूरी है। रात के डिनर के बाद जब हम सोते हैं तो कम से कम 8-9 घंटे की फास्टिंग हो जाती है और ऐसे में सुबह-सुबह शरीर को फिर से एनर्जी पाने के लिए ब्रेकफस्ट की जरूरत होती है। लिहाजा पोषक तत्वों से भरपूर चीजों को ब्रेकफस्ट में शामिल करना चाहिए। 
ब्रेकफस्ट में दूध या जूस?
लेकिन एक सवाल जो अक्सर लोगों के मन में आता है कि- ब्रेकफस्ट में दूध पीना चाहिए या जूस? बहुत से लोग ब्रेकफस्ट में कैल्शियम से भरपूर 1 गिलास दूध पीना पसंद करते हैं तो वहीं कुछ लोगों को सुबह-सुबह नाश्ते में ब्रेड-टोस्ट या ऑमलेट के साथ विटमिन सी से भरपूर 1 गिलास ऑरेंज जूस पीना पसंद होता है। लेकिन सुबह की पहली ड्रिंक के लिहाज से दूध या जूस क्या है बेहतर, यहां जानें दोनों के फायदे और नुकसान। 
दूध पीने के हैं इतने फायदे
दूध कैल्शियम का तो बेस्ट सोर्स है ही, साथ ही दूध में प्रोटीन, विटमिन बी 12, हेल्दी फैट्स आदि भी भरपूर मात्रा में होते हैं। सदियों से दूध को एक कम्प्लीट मील के तौर पर देखा जाता रहा है। दूध के तमाम फायदों की वजह से ही शरीर को हेल्दी और ऐक्टिव रखने के लिए बड़ी संख्या में लोग दूध का सेवन करते हैं। ऐसे में देखा जाए तो सुबह ब्रेकफस्ट में दूध पीना फायदेमंद हो सकता है। 
दूध के कुछ नुकसान भी हैं
दूध में सैच्युरेटेड फैट होता है जिससे मोटापा और दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा हो सकता है। साथ ही इन दिनों दूध देने वाले जानवरों को इंजेक्शन भी लगाया जाता है ताकि वे ज्यादा दूध दे सकें और इस इंजेक्शन का भी हमारी सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है। ऐसे में जब तक आप दूध की क्वॉलिटी को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त न हों सुबह-सुबह दूध पीने से बचें। बहुत से लोगों में लैक्टोज इनटॉलरेंस की भी दिक्कत होती है और ऐसे लोगों को भी दूध से बचना चाहिए। कई बार ज्यादा दूध पीने से डाइजेशन से जुड़ी दिक्कतें भी हो जाती हैं। हालांकि आप चाहें तो डेयरी मिल्क की जगह सोया मिल्क का सेवन कर सकते हैं। 
विटमिन सी से भरपूर ऑरेंज जूस के फायदे
विटमिन सी और ऐंटिऑक्सिडेंट्स से भरपूर ऑरेंज जूस हमारी शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाकर हमें बीमारियों से दूर, फिट और हेल्दी रहने में मदद करता है। विटमिन सी शरीर को वातावरण से जुड़ी दिक्कतें जैसे- पलूशन, सूर्य की हानिकारक यूवी किरणें आदि से भी बचाता है। सुबह ब्रेकफस्ट में अगर आप 1 गिलास ऑरेंज जूस पी लें तो आपके दिनभर की विटमिन सी की जरूरत पूरी हो जाती है। 
ऑरेंज जूस के नुकसान
हालांकि अगर आप घर में खुद ऑरेंज का जूस निकालकर फ्रेश जूस पी रहे हैं तभी वो फायदेमंद होगा। डिब्बाबंद या पैकेज्ड ऑरेंज जूस में चीनी की मात्रा बहुत अधिक होती है और वो फ्रेश नहीं होता, काफी पुराना होता है, उसमें जूस का टेस्ट बढ़ाने के लिए केमिकल्स भी मिले होते हैं। फ्रेश ऑरेंज जूस के साथ भी एक दिक्कत ये है कि जब आप फल का जूस निकालते हैं तो उसके ज्यादातर पोषक तत्व बाहर निकल जाते हैं और जूस में सिर्फ पानी ही रह जाता है। 
ऑरेंज जूस नहीं दूध है बेहतर
जूस और दूध की इस जंग में दूध बाजी मारता नजर आ रहा है क्योंकि दूध में कैल्शियम होता है जो हमारी हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाता है जबकी ऑरेंज जूस दांतों के इनैमल को नुकसान पहुंचा सकता है। दूसरी बात ये है कि 1 गिलास दूध पीने से आपका पेट भरा हुआ महसूस होता है और आपको देर तक भूख नहीं लगती जबकी 1 गिलास जूस पीने के बाद आपको पेट भरने वाली फीलिंग नहीं आती। दूध में हेल्दी प्रोटीन होता है जिससे आप दिनभर अनहेल्दी स्नैकिंग करने से बच सकते हैं। लिहाजा डिनर और ब्रेकफस्ट के बीच के 8-9 घंटे की फास्टिंग को तोडऩे के लिए जूस से बेहतर ऑप्शन है दूध।


हंसना-रोना स्वास्थ्य के लिए लाभदायक

बहुत से लोगों को ऐसा लगता है कि रोना कमजोरी की निशानी है और शायद यही वजह है कि पुरुष तकलीफ होने पर भी आंसू बहाने और रोने से परहेज करते हैं। लेकिन साइंस की मानें तो रोने के ढेर सारे फायदे हैं। जिस तरह खुलकर हंसना सेहत के लिए फायदेमंद है, ठीक उसी तरह फूट फूट कर रोना भी बेहद जरूरी है। रोना भी आपकी सेहत को उतना ही फायदा देता है, जितना हंसना। लेकिन आखिर आप और हम रोते क्यों है? रोने और आंसू आने के पीछे की वजह क्या है? रोने के क्या-क्या फायदे हैं, यहां जानें।
शरीर और दिमाग दोनों के लिए फायदेमंद
रोना एक सामान्य ह्यूमन ऐक्शन है जो हमारे अलग-अलग इमोशन्स की वजह से ट्रिगर होता है। जब हम दुखी होते हैं, उदास होते हैं, किसी बात को लेकर टेंशन या स्ट्रेस में होते हैं तो इन अलग-अलग भावनाओं की वजह से रोना आ जाता है। अनुसंधानकर्ताओं की मानें तों रोना आपके तन के साथ-साथ मन के लिए भी फायदेमंद है और इसकी शुरुआत तभी से हो जाती है जब बच्चा जन्म लेते वक्त पहली बार रोता है। 
आंसूओं के जरिए टॉक्सिन्स निकलते हैं बाहर
एक स्टडी के मुताबिक, जिस तरह से पसीना और यूरिन जब शरीर के बाहर निकलते हैं तो शरीर से विषाक्त पदार्थ बाहर निकलते हैं, वैसे ही आंसू आने पर भी आंखों की सफाई हो जाती है। आपको बता दें कि आंसू 3 तरह के होते हैं। 
अनैच्छिक आंसू तब निकलता है जब आंखों में कोई कचरा, धूल के कण या धुंआ चला जाए तो आंखों से पानी आने लगता है। 
बुनियादी आंसू जिसमें 98 प्रतिशत पानी होता है, यह आंखों को लुब्रिकेट रखता है और इंफेक्शन से बचाता है।
भावनात्मक आंसू जिसमें स्ट्रेस हॉर्मोन्स और टॉक्सिन्स की मात्रा सबसे अधिक होती है और इनका बह जाना फायेदमंद होता है।
रोने से खुद को शांत करने में मिलती है मदद
खुद को सांत्वना देने और शांत करने का बेस्ट तरीका है रोना। 2014 में हुई एक स्टडी से जुड़े अनुसंधानकर्ताओं की मानें तो रोने से हमारे शरीर में पैरासिम्प्थेटिक नर्वस सिस्टम (पीएनएस) उत्तेजित हो जाता है और इसी पीएनएस की वजह से शरीर को आराम करने और डाइजेशन में मदद मिलती है। रोने के फायदे आपको तुरंत नजर नहीं आएंगे। लेकिन अगर आप कुछ देर तक आंसू बहाएं तो आपको खुद में रोने के फायदे नजर आएंगे। 
रोने से दर्द होता है कम
लंबे वक्त तक रोने से ऑक्सिटोसिन और इन्डॉर्फिन जैसे केमिकल्स रिलीज होते हैं। ये फील गुड केमिकल हैं जिससे शारीरिक और भावनात्मक दोनों ही तरह के दर्द को कम करने में मदद मिलती है। एक बार जब ये केमिकल्स रिलीज हो जाते हैं तो ऐसा लगता है मानो शरीर सुन्न की अवस्था में पहुंच जाता है। ऑक्सिटोसिन हमें राहत का अहसास कराता है और इसी वजह से रोने के बाद हमारा मन शांत हो जाता है। 
मूड होता है बेहतर
दर्द दूर करने के साथ-साथ रोने से आपका मूड भी बेहतर होता है और आपको बेहतर महसूस होता है। जब आप रोते हैं या सिसकियां लेते हैं तो ठंडी हवा के कुछ झोंके शरीर के अंदर जाते हैं जिससे ब्रेन का तापमान कम होता है और शरीर का तापमान भी रेग्युलेट होने लगता है। जब आपका दिमाग ठंडा हो जाता है तो आपका मूड भी बेहतर हो जाता है। 
रोने से स्ट्रेस कम होता है
जैसा कि हमने आपको पहले ही बताया जब आप किसी इमोशनल वजह से रोते हैं तो आपके आंसूओं में स्ट्रेस हॉर्मोन्स और दूसरे केमिकल्स की मात्रा सबसे अधिक होती है। ऐसे में रोने से शरीर में इन केमिकल्स की मात्रा कम होती है क्योंकि ये केमिकल्स आंसूओं के जरिए आंखों से बह जाते हैं जिससे आपका स्ट्रेस कम होता है। 
आंखों की रोशनी बनी रहती है
आंसू आंखों में मेमब्रेन को सूखने नहीं देते। इसके सूखने की वजह से आंखों की रोशनी में फर्क पड़ता है, जिस वजह से लोगों को कम दिखना शुरू हो जाता है। मेमब्रेन सही बना रहता है, तो आंखों की रोशनी लंबे समय तक ठीक बनी रहती है।


शूटिंग के दौरान गिरी क्रेन, तीन की मौत

मनीष शर्मा
मुम्बई। फ़िल्म कमल हासन की फिल्म ‘इंडियन-2’ की शूटिंग के दौरान जहां क्रेन गिरने से 3 लोगों की मौत हुई वहीं 10 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं। घायलों को इलाज चल रहा है। कमल हासन हादसे के दौरान सेट पर ही मौजूद थे। वह घायलों के साथ अस्पताल में मौजूद हैं।


जानकारी के अनुसार ये शूटिंग चेन्नई के ईवीपी स्टूडियो में चल रही थी।इस हादसे में मधु (29), चंद्रन (60) और कृष्णा (34) की मौत हुई है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार- ये हादसा रात करीब 9.30 बजे हुआ। इस फिल्म की बात करें तो इसे एस शंकर डायरेक्ट कर रहे हैं। कुछ ही समय पहले इसका पहला पोस्टर रिलीज हुआ, जिसमें कमल अपनी पिछली फिल्म ‘हिन्दुस्तानी’ वाले बुजुर्ग की तरह ही दिखाई दिए थे। ये फिल्म 1996 में आई हिन्दुस्तानी का ही सीक्वल है। इसमें सिद्धार्थ और काजल अग्रवाल भी अहम भूमिका निभा रहे हैं।


'संविधान' का रक्षक इंडिया समूह, भक्षक भाजपा

'संविधान' का रक्षक इंडिया समूह, भक्षक भाजपा  संदीप मिश्र  शाहजहांपुर। समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को कहा कि मौजूदा...