बुधवार, 19 फ़रवरी 2020

अंतरिक्ष स्टेशन ले जाएगा 'स्पेसएक्स'

प्रियंका गौतम


स्पेसएक्स पहली ऐसी निजी कंपनी होगी, जो अपने क्रू ड्रैगन यान के जरिये अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन लेकर जाएगी। नासा ने खुद ट्वीट कर यह जानकारी दी है। स्पेसएक्स इलेक्ट्रिक वाहन बनाने वाली सबसे बड़ी कंपनी टेस्ला के सीईओ एलन मस्क की कंपनी है। पहले अंतरिक्ष यात्री वाले क्रू ड्रैगन कैप्सूल के परीक्षण पूरा करते ही नासा ने स्पेसएक्स के यान भेजने पर मुहर लगाई। जनवरी में फ्लोरिडा स्थित जॉन एफ कैनेडी स्पेस सेंटर पर किए गए परीक्षण में सफल रहे। इस मिशन में जानूबझकर खराब रॉकेट से क्रू ड्रैगन को सफलतापूर्वक बचाया गया। इसमें क्रू ड्रैगन को फॉल्कन-9 रॉकेट से लॉन्च किया गया था। करीब 16 किमी की ऊंचाई पर जाने के बाद फॉल्कन-9 रॉकेट के इंजन बंद कर दिए गए थे। इतनी ऊंचाई से गिरने में उसे महज नौ मिनट लगे। क्रू ड्रैगन चार पैराशूट की मदद से अटलांटिक महासागर में उतरा।


स्पेसएक्स के कई परीक्षण पूरे
हाल में स्पेसएक्स के कई परीक्षण पूरे हुए. इसमें स्पेसएक्स के डेमो-2 अंतरिक्षयात्री के लिए फाल्कन 9 बूस्टर बी1058, एक फॉल्कन ऊपरी चरण, क्रू ड्रैगन कैप्सूल सी 206 और एक क्रू ड्रैगन को ले जाने वाला ट्रंक के परीक्षणों पूरा किया गया। अब यह केप केनवरल से उड़ान भरने की तैयारी कर रहा है।


10 लाख लोगों को भेजने की तैयारी
एलन मस्क ने जनवरी में ही एलान कर दिया था कि उन्होंने 2050 तक 10 लाख लोगों को मंगल पर भेजने का लक्ष्य बनाया है। उनका रॉकेट हर साल कई मेगाटन कार्गो ले जाएगा, इससे कुछ साल में इंसानों की मौजूदगी के लिए मंगल ग्रह पूरी तरह से तैयार हो जाएगा। दरअसल, बोइंग को तीन अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर आईएसएस जाना था। दिसंबर में भी बोइंग को अपने अंतरिक्ष यान का कक्षा में उड़ान का परीक्षण रोकना पड़ा था। रॉकेट के साथ द स्टारलाइनर नाम के कैप्सूल को लगाया गया था।


संक्रमण से रक्षा करती है तुलसी

तुलसी एक ऐसा पौधा है जो हर घर में सरलता से उपलब्ध हो जाता है। हाल में हुए रिसर्च से पता चला है कि तुलसी स्ट्रेस से भी बचाती है। तुलसी बॉडी में कोर्टिसोल यानि स्ट्रेस हार्मोन के लेवल को सामान्य बनाकर स्ट्रेस से राहत देने में हेल्प करती है।


इसके अतिरिक्त यह स्ट्रेस के कारण ब्रेन पर होने वाले नेगेटिव असर का मुकाबला करने में हेल्प होती है। इस खुशबूदार पौधे की पत्तियां एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होने के कारण मानसिक स्पष्टता को बढ़ावा देने के साथ-साथ फ्री रेडिकल्स को निष्क्रिय करके स्ट्रेस कम करने में जरूरी किरदार निभाती हैं इसकी सिर्फ 5 पत्तियों के सेवन से स्वास्थ्य में कई फायदा मिलते है। आइये जानते है इसके फायदों के बारे में


स्ट्रेस कम करें : तुलसी केतों में भरपूर मात्रा में पाया जाने वाला ताकतवर एडाप्टोजेनिक गुण इसे बहुत अच्छा एंटी-स्ट्रेस एजेंट बनाते हैं। जो नर्वस को शांत करने व ब्लड सर्कुलेशन को विनियमित करने में मदद करता है. यह अत्यंत जरूरी पोषक तत्व ऑक्सीकरण प्रक्रिया (स्ट्रेस के कारण होता है) को धीमा करने व स्ट्रेस के हानिकारक प्रभावों से बॉडी की रक्षा करता है।


अन्य बीमारियां के लिए टिप्स : 0स्ट्रेस दूर करनेके अतिरिक्त तुलसी अन्य कई प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं में भी उपयोगी होती है। तुलसी ब्लड में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा कंट्रोल करने की क्षमता रखती है। शरीर के वजन को कंट्रोल रखने हेतु भी तुलसी अत्यंत गुणकारी है। चाय बनाते समय तुलसी के कुछ पत्तों को डालने से सर्दी, बुखार एवं मसल्स पेन से राहत मिलती है। तुलसी के काढ़े में थोड़ा-सा सेंधा नमक एवं पीसी सौंठ मिलाकर सेवन करने से कब्ज दूर होती है। दूषित पानी में तुलसी की कुछ ताजी पत्तियां डालने से पानी का शुद्ध किया जा सकता है। नियमित रूप से प्रातः काल के समय पानी के साथ तुलसी के 5 पत्ते निगलने से कई प्रकार की संक्रामक बीमारियों एवं दिमाग की कमजोरी से बचा जा सकता है।


लहसुन खाने के होते है कई फायदे

हम अपने खाने में ज्यादा नमक, मिर्च, गरम मसाला, डालकर अपनी सेहत खराब कर बैठते हैं और ज्यादा मसालेदार खाने से हमारे शरीर में कई बीमारियां उत्पन्न होने लग जाती हैं, लेकिन अगर हम डॉक्टरों की सहमति से दिन में दो-तीन कली लहसुन खाएं तो हमारे शरीर को यह फायदे मिलेंगे:-
लहसुन में बहुत ही ज्यादा मात्रा में एंटी ऑक्सीडेंट मौजूद होते हैं, जिसकी वजह से हमारे शरीर से कई दिन बीमारी रफा-दफा हो जाती हैं, अगर हमें लंबा जीवन जीना है, तो रोज दो से तीन कली लहसुन अपने खाने में डालकर खाना चाहिए, इसे खाना स्वादिष्ट बनता है और हमारा शरीर स्वस्थ बन जाता है।
बुढ़ापे में अक्सर हमें हार्ट अटैक, स्ट्रोक्स और ब्लड प्रेशर हाई लो की बीमारी होती है, अगर हम दिन में दो से तीन कली लहसुन खाएंगे तो लहसुन के एंटी ऑक्सीडेंट हमारे शरीर को स्वस्थ बना देंगे, जिसकी वजह से हमें हार्ट अटैक, स्ट्रोक और ब्लड प्रेशर जैसी बीमारी नहीं होंगी।
आप खाने में अगर ज्यादा तेल खाते हैं तो आपकी नालियों में कोलेस्ट्रॉल जम जाता है, इसकी वजह से हमें ब्लड प्रेशर, हार्ट अटैक और स्ट्रोक जैसी बीमारियां होती हैं, अगर हम दिन में दो से तीन कली लहसुन खाएंगे, तो हमारी कोलेस्ट्रोल की बीमारी भी दूर हो जाएगी।
अल्जाइमर और डिमेंशिया दोनों दिमाग से जुड़ी बीमारियां हैं, यह बीमारियां आदमी के 50 साल के होने के बाद सक्रिय होने लग जाती हैं, क्योंकि हमारे शरीर में बूढ़े होते-होते दिमाग की नसें ब्लॉक होती रहती हैं, जिसकी वजह से हम कई चीजें भूलने लग जाते हैं, अगर हम दिन में दो से तीन कली प्याज खाएंगे, तो हमारा मस्तिष्क स्वस्थ बना रहेगा और नालियों की ब्लॉकेज बंद हो जाएंगी।
अगर हम लंबा जीवन व्यतीत करना चाहते हैं और अपने शरीर को स्वस्थ रखना चाहते हैं तो हमें दिन में दो से तीन कली लहसुन का सेवन करना ही चाहिए, लहसुन हमारे शरीर में एंटीऑक्सीडेंट की मात्रा बढ़ाता है और शरीर से बीमारियों को दूर रखता है।
इसके अलावा लहसुन हमारे शरीर की गंदगी को भी साफ करता है, हमारे अंदर तरह-तरह के जर्म्स मौजूद होते हैं, इसकी वजह से हमारे पेट में बीमारियां बन जाती हैं, और अक्सर हमें दस्त, बदहजमी जैसी बीमारियां रहती हैं, दो-तीन कली लहसुन खाने से पेट की बीमारियां भी दूर हो जाती हैं, और हमारे शरीर साफ हो जाता है।


भाजपा पर तंजः 'याद रहेगा सबक'

जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के परिणामों की ओर इशारा करते हुए मंगलवार को कहा कि दिल्ली की जनता ने भारतीय जनता पार्टी को जो सबक सिखाया है वह उसे लंबे समय तक याद रहेगा। पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में संवाददाताओं से बातचीत में गहलोत ने देश के हालात व संविधान पर चोट की बात की। उन्होंने कहा, ”क्या-क्या अल्फाज़ बोले जा रहे हैं देश में, दिल्ली चुनाव उसका नमूना है। पूरी दुनिया ने देखा, पूरे देश ने देखा, एक के बाद एक … कोई गोली मार रहा है गद्दारों को, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री कह रहे हैं ये ऐसे नहीं मानेंगे गोली से मानेंगे। क्या-क्या अल्फाज नहीं बोले गए।


गहलोत ने कहा, ”सत्तापक्ष के लोग खुद ही गृहयुद्ध की स्थिति पैदा करने का प्रयास करते हैं। ऐसा पहली बार सुना हम लोगों ने और ये दुःखद है … पर सबक जो सिखाया दिल्ली की जनता ने, मैं समझता हूं कि वह सबक लंबे समय तक भाजपा को याद रहेगा। राज्य सरकार के काम पर गहलोत ने कहा, ”हम चाहेंगे कि जनता की सुनवाई सर्वोपरि हो और जो कर्मचारी, अधिकारी उसमें कोताही बरतेगा, सरकार की नज़र उसपर रहेगी। सुनवाई बहुत आवश्यक है। गहलोत ने इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री जयनारायण व्यास को उनकी जयंती पर पुष्पांजलि अर्पित की।


कांग्रेस का समर्थन, शरद की खिलाफत

मुंबई। महाराष्ट्र में शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के बीच नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) पर मतभेद खुलकर सामने आ गए हैं। सीएम उद्धव ठाकरे ने सीएए का समर्थन किया तो एनसीपी चीफ शरद पवार ने कहा कि सीएए पर हम अपने रुख पर कायम हैं। इससे पहले दोनों के बीच एल्गार परिषद केस में मतभेद सामने आया था।


महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मंगलवार को कहा सीएए और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) दोनों अलग हैं और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) अलग है। सीएए लागू होने पर किसी को चिंता करने की जरूरत नहीं है। राज्य में एनआरसी नहीं है और इसे लागू नहीं किया जाएगा। इस पर एनसीपी चीफ शरद पवार ने कहा कि सीएए पर महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे का अपना नजरिया है, लेकिन जहां तक एनसीपी का सवाल है, हमने उसके खिलाफ मतदान किया है। हर चीज के बारे में हमारी (शिवसेना और एनसीपी) एक जैसी राय नहीं हो सकती, हम कोशिश करेंगे और उन्हें समझा लेंगे। महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा कि अगर एनआरसी को लागू किया जाता है तो यह न केवल हिंदू या मुस्लिम बल्कि आदिवासियों को भी प्रभावित करेगा।


केंद्र ने एनआरसी पर अभी चर्चा नहीं की है। एनपीआर एक जनगणना है, और मुझे नहीं लगता कि कोई भी प्रभावित होगा क्योंकि यह हर दस साल में होता है। महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा कि एलगार परिषद का मामला और भीमा कोरेगांव का मामला अलग-अलग है। भीमा कोरेगांव मामला मेरे दलित लोगों से संबंधित है और मामले से संबंधित जांच अभी तक केंद्र को नहीं दी गई है और इसे केंद्र को नहीं सौंपा जाएगा। केंद्र ने एल्गार परिषद मामले की जांच कर रही है।


दिल्लीः क्रियान्वयन के लिए मीटिंग बुलाई

सुमित शाक्य


नई दिल्ली। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने ‘दस गारंटियों’ के अमलीकरण (क्रियान्वयन) के लिए चर्चा करने के लिए बुधवार को वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक बुलाई है। इन गारंटियों में निर्बाध बिजली आपूर्ति, कूड़ा रहित दिल्ली तथा अनधिकृत कॉलोनियों के लिए मूलभूत सुविधाएं देना शामिल हैं। सूत्रों ने बताया कि बुधवार दोपहर को होने वाली बैठक के एजेंडा में पेयजल की पाइप द्वारा आपूर्ति, सभी बच्चों के लिए शिक्षा, समाज के विभिन्न तबकों के लिए नि:शुल्क बस सेवा, स्वास्थ्य सेवाएं, महिला सुरक्षा, यमुना की सफाई आदि शामिल हैं।


केजरीवाल ने रविवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। इसके बाद दिल्ली सरकार के विभिन्न विभागों के शीर्ष अधिकारियों के साथ यह उनकी पहली बैठक है। सूत्रों ने बताया कि सभी सचिवों और प्रधान सचिवों को बैठक में शामिल होने को कहा गया है। बुधवार को होने वाली बैठक की अध्यक्षता मुख्यमंत्री करेंगे। बुधवार को ही मंत्रिमंडल की बैठक भी होनी है। दिल्ली मंत्रिमंडल के सदस्यों ने अपने-अपने प्रभार संभालने के बाद कहा था कि वे ‘गारंटी कार्ड’ में किए गए वादों को पूरा करने के लिए काम करेंगे। गारंटी कार्ड में प्रदूषण घटाना और मेट्रो नेवटर्क का विस्तार करना शामिल है।


जामिया का एचआरडी को 2.66 करोड़ का बिल

जामिया यूनिवर्सिटी ने HRD मिनिस्ट्री के नाम 2.66 करोड़ का बिल क्यों फाड़ दिया?
 
सुमित
जामिया यूनिवर्सिटी ने HRD मिनिस्ट्री के नाम 2.66 करोड़ का बिल क्यों फाड़ दिया?
जामिया प्रशासन ने दिल्ली पुलिस के नाम बिल फाड़ दिया है कि तोड़ा है तो अब भरो सारा मुआवज़ा (तस्वीर सीसीटीवी वीडियो)
नई दिल्ली। जामिया मिल्लिया इस्लामिया ने मानव संसाधन विकास मंत्रालय (MHRD) को तगड़ा बिल भेजा है। मंत्रालय को जामिया यूनिवर्सिटी की तरफ़ से दो करोड़, 66 लाख का बिल भेजा गया है। जामिया प्रशासन ने बिल भेजते हुए कहा है कि 15 दिसंबर, 2019 को यूनिवर्सिटी कैंपस के अंदर दिल्ली पुलिस की कार्रवाई के दौरान संपत्ति का बड़ा नुकसान हुआ है। इनमें 25 सीसीटीवी कैमरों का नुकसान भी शामिल है। जामिया ने सीसीटीवी कैमरों की क़ीमत चार लाख, 75 हज़ार बताई है।


बिल की वजह सीसीटीवी क्लिप
बीते कुछ दिनों में जामिया हिंसा की कई वीडियो क्लिप जारी हुई हैं। हालांकि इन्हें जामिया को-ऑर्डिनेशन कमेटी ने जारी किया है, जो जामिया प्रशासन का आधिकारिक हिस्सा नहीं है, फिर भी जामिया प्रशासन ने इन वीडियो क्लिप के सही होने की बात कही है। इन वीडियो क्लिप में जामिया परिसर के भीतर घुसकर छात्रों पर पुलिस की लाठीचार्ज और तोड़-फोड़ को देखा जा सकता है। इन्हीं क्लिप के आधार पर जामिया प्रशासन का मानना है कि कैम्पस में जो नुकसान हुआ, वो दिल्ली पुलिस की वजह से हुआ। हालांकि दिल्ली पुलिस ने इन वीडियो क्लिप के ‘संदेहास्पद’ होने की बात कही है। पुलिस इन वीडियो की जांच कर रही है।


जामिया प्रशासन का कहना है कि कैंपस में पुलिस ने जो तोड़-फोड़ की, उससे सार्वजनिक संपत्ति का नुकसान हुआ। उसकी भरपाई मानव संसाधन विकास मंत्रालय को ही करनी होगी। यूनिवर्सिटी का ये भी कहना है कि कैंपस के भीतर घुसने से पहले दिल्ली पुलिस या किसी भी फ़ोर्स को कॉलेज अधिकारियों से इजाज़त लेनी चाहिए थी। लेकिन न तो दिल्ली पुलिस ने भीतर घुसने का कोई कारण तब बताया, न ही प्रशासन से कोई संपर्क रखा।


और बिल फटेगा अभी?
जामिया प्रशासन अभी और बिल भेज सकता है, क्योंकि कॉलेज कैंपस में हुए नुकसान का आकलन अभी पूरा किया जाना बाक़ी है। लाइब्रेरी समेत पूरे कैंपस में कांच के शीशे, दरवाज़े, कुर्सियां, मेज, ट्यूबलाइट जैसी चीज़ों के नुकसान का आकलन अभी नहीं किया गया है।


जामिया प्रशासन के हिसाब से दिल्ली पुलिस के लाइब्रेरी में घुसने से ही कम से कम 55 लाख का नुकसान हुआ है। दरवाज़े, खिड़की, शीशे, एसी, क़िताबों के रैक और अन्य सामान का नुकसान लाइब्रेरी में हुआ है। यूनिवर्सिटी के अधिकारियों का मानना है कि मुआवज़ा मिलने के बाद ही मरम्मत का काम शुरू किया जाएगा। अगर मंत्रालय चाहता है, तो आकर क्षतिग्रस्त सामान की जांच कर सकता है। जामिया प्रशासन को मंत्रालय के जवाब का इंतज़ार है।


कलेक्ट्रेट कंपाउंड नें निरीक्षण किया

जिलाधिकारी ने कलेक्ट्रेट का किया निरीक्षण


कानपुर। जिलाधिकारी डॉ ब्रह्मदेव राम तिवारी ने कलेक्ट्रेट का निरीक्षण किया निरीक्षण के दौरान उन्होंने यहां बनी लिफ्ट जिसे सीएनडीएस द्वारा बनाया जा चुका है जो अभी तक प्रारंभ नहीं हुई है जिसको 10 दिनों  के अंदर प्रत्येक दशा में प्रारंभ करने के निर्देश दिए साथ ही उन्होंने दिव्यांगों के लिए असुविधा ना हो उनके लिए बनाए गए रैंप को भी देखा तथा उसको सुव्यवस्थित कराते हुए चालू कराने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कलेक्ट्रेट में बन रहे क्रैच तथा आगंतुक कक्ष  का निर्माण कार्य का जायजा भी लिया। जिसे युद्ध स्तर पर पूर्ण करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि कलेक्ट्रेट में बेहतर लाइटिंग व्यवस्था की जाए। इसके लिए कार्य योजना बनाकर बेहतरीन लाइटिंग कराई जाये।


गिरफ्तार होगी रवीना टंडन, फराह खान

मुंबई। जानी मानी अभिनेत्री रवीना टंडन, फिल्म निर्देशक फराह खान और कामेडी किंग भारती सिंह के खिलाफ पिछले साल कथित रूप से ईसाइयों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिये शिकायत दर्ज कराने वाले व्यक्ति ने महाराष्ट्र पुलिस को पत्र लिखकर तीनों को गिरफ्तार करने की मांग की है।


 शिकायतकर्ता आशीष शिंदे ने अपनी मांग को लेकर मंगलवार को राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) को अर्जी दी। स्थानीय एनजीओ के प्रमुख शिंदे ने पिछले साल बीड शहर के शिवाजी नगर पुलिस थाने में तीनों फिल्मी हस्तियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 295 (धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाना) के तहत शिकायत दर्ज कराई थी। उनका आरोप है कि रवीना टंडन और अन्य ने क्रिसमस की पूर्व संध्या पर प्रसारित हुए प्रशनोत्तरी कार्यक्रम ‘बैकबैंचर्स’ में आक्रामक अंदाज में बाइबिल संबंधी भाव ‘हल्लेलुजाह’ प्रकट किया था। वहीं मुंबई पुलिस ने ये मामला मलाड थाने में भेज दिया गया, जिसके अंतर्गत आरोपी रहते हैं।


अभिषेक की 'बिग बुल' का पोस्टर जारी

मुबंई। अभिषेक बच्चन आखिरी बार अनुराग कश्यप की फिल्म मनमर्जियां में नजर आए थे। इस फिल्म में उनके साथ तापसी पन्नू ओर विकी कौशल भी थे। सभी ने अपनी ऐक्टिंग से दिल जीत लिया था। वहीं, अब अभिषेक बच्चन फिल्म द बिग बुल में नजर आएंगे। उन्होंने सोशल मीडिया पर अपनी फिल्म का पोस्टर शेयर किया है। इसके साथ ही फिल्म की रिलीज डेट सामने आ चुकी है। बता दें कि इस फिल्म के अलावा ऐक्टर के पास कई प्रॉजेक्ट्स हैं।
अभिषेक बच्चन ने अपने ट्विटर हैंडल पर अपनी फिल्म द बिग बुल का पोस्टर शेयर किया है। पोस्टर में जिक्र है कि फिल्म 23 अक्टूबर को रिलीज होगी। पोस्टर में अभिषेक बच्चन ब्लैक पैंटसूट में नजर आ रहे हैं। उन्होंने चश्मा पहना हुआ है और मूछों को रखा है। उनके लुक को देखकर लग रहा है कि वह फिल्म में बिजनसमैन का रोल प्ले कर रहे हैं। फिल्म 1990 से 2000 के बीच हुई सच्ची घटनाओं और भारत के फाइनैंशल फील्ड में हुए बदलाव पर आधारित है। द बिग बुल स्टॉक ब्रोकर हर्षद मेहता की जिंदगी पर बेस्ड होगी। हर्षद मेहता को फाइनैंशल क्राइम करने के कारण अरेस्ट किया गया था।
फिल्म द बिग बुल में अभिषेक बच्चन के अलावा इलियाना डीक्रूज, निकिता दत्ता और सोहम शाह भी अहम किरदार निभाएंगे। वहीं, फिल्म का पहला पोस्टर पिछले महीने जनवरी की शुरुआत में आया है। पोस्टर में अभिषेक के चेहरे पर अंधेरा दिख रहा है। साथ ही वह अपनी अंगुलियों में कई अंगूठियां पहने नजर आ रहे हैं और होंठ पर अपनी अंगुली रखे हुए हैं।
फिल्म को अजय देवगन और आनंद पंडित प्रड्यूस कर रहे हैं। इसका डायरेक्शन कुकी गुलाटी कर रहे हैं। बताते चलें कि इस फिल्म के अलावा अभिषेक बच्चन फिल्म लूडो और फिल्म बॉब बिस्वास में नजर आएंगे।


कसरत दिमाग,याददाश्त को रखती है दुरुस्त

हाल ही मे हुई कई स्टडीज में सामने आया है कि तेज गति से की जानेवाले एक्सर्साइज दिमाग की सेहत और यादाश्त को दुरुस्त रखने में मददगार हैं। खास बात यह है कि केवल युवाओं में ही नहीं इन फास्ट एक्सर्साइज का सकारात्मक प्रभाव 60 साल से अधिक उम्र के लोगों में भी देखने को मिलता है। साथ ही धीमी गति से की जानेवाली एक्सर्साइज की जगह सेफ्टी का ध्यान रखते हुए तेज गति से यदि एक्सर्साइज की जाए तो उसका असर शरीर और दिमाग पर कहीं अधिक देखने को मिलता है। 


हैमिल्टन की मैकमास्टर यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने 12 सप्ताह तक 60 से 88 वर्ष की आयु के बीच के 64 सेडेंटरी (ज्यादातर समय बैठे रहनेवाले लोग) लोगों पर शोध किया। इस दौरान इन लोगों के ग्रुप को तीन भागों में बांटा, जिन्हें अलग-अलग तरह की एक्सर्साइज कराई गईं। इन लोगों के यह शोध शुरू करने से पहले और शोध के बाद लिए गए डेटा विश्लेषण में सामने आया कि जो एडल्ट तीव्र गति वाली अक्सर्साइज करते हैं उनमें अल्जाइमर होने का रिस्क कम होता है। साथ ही उनकी यादाश्त पहले के मुकाबले कहीं बेहतर हो जाती है।


इनको कराई गई तीव्र गति वाली एक्सर्साइज में 4 मिनट तक ट्रेड मिल वॉक के चार सेट और मीडियम तीव्रता वाली एरोबिक्स एक्सर्साइज शामिल थीं, जो इन्हें हर रोज करीब 50 मिनट तक कराई जाती थीं। शोध में यह भी सामने आया कि धीमी गति से लंबे समय तक की जानेवाली एक्सर्साइज की तुलना में अधिक प्रभाव डालने वाली तीव्र गति की एक्सर्साइज कम समय तक करना ब्रेन के लिए अधिक प्रभावी रहता है। हालांकि शोधकर्ताओं ने यह बात भी साफ कर दी कि इस तरह का व्यायाम लोगों को डिमेंशिया और अल्जाइमर जैसी बीमारियों से बचाने में मददगार है अगर ये ऐक्टिविटीज किसी एक्सपर्ट की देखरेख में की जाएं। लेकिन बीमारी हो जाने पर उन्हें ठीक करने में इनके रोल के बारे में अभी कुछ स्पष्ट तौर पर नहीं कहा जा सकता।


चॉकलेट से टांगो को मिलती है ताकत

चॉकलेट खाना भला किसे पसंद नहीं होता है लेकिन क्या आप जानते हैं कि गर्म पिघली हुई चॉकलेट पीने से 60 साल की उम्र में अपने पैरों पर खड़े रहने और चलने में मदद मिलती है। हाल ही में हुए एक अध्ययन के अनुसार कोको जिससे चॉकलेट बनता है, पैरों में रक्त के प्रवाह को सुचारू बनाए रखने में मदद करता है।


शोध में सामने आई ये बात : शोध के दौरान शोधकर्ताओं ने पाया कि अध्ययन के तहत जिन प्रतिभागियों ने हर दिन तीन कप गर्म चॉकलेट का सेवन छह महीनों तक किया उनके चलने की गति और तरीके में सुधार पाया गया।
पैड से पीडि़त लोगों पर किया अध्ययन : दरअसल, कोको में इपिकैटेचिन नामक एक पदार्थ होता है जो डार्क चॉकलेट में भी पाया जाता है। शोधकर्ताओं का मानना है कि इपिकैटेचिन लोगों के पैरों के पीछे की मांसपेशियों में रक्त के प्रवाह को बढ़ाता है जिससे उन्हें ज्यादा चलने में मदद मिलती है. बता दें कि शोध को ऐसे लोगों पर किया गया था जो कॉमन पेरीफेरल आर्टरी डिजीज (पैड) से पीडि़त थे।
पैरों की मांसपेशियों में रक्त प्रवाह नहीं होता : अमेरिकी शोधकर्ता प्रोफेसर मेरी मैकडरमोट ने कहा, पैड से जूझ रहे लोगों के चलने की क्षमता में सुधार करने के लिए ज्यादा थेरेपी मौजूद नहीं है। शोधकर्ता नेओमी हैमबर्ग ने कहा, पैड से पीडि़त लोगों को चलने में उतनी ही परेशानी होती है जितना दिल की धड़कन रुकने वाले मरीजों को होती है।
क्या है पैड: पेरीफेरल आर्टरी डिजीज एक ऐसी बीमारी है जिसमें आर्टरी (धमनियां) संकरी हो जाती हैं। पैड की वजह से चलने के दौरान पैरों की मांसपेशियों में दर्द, कड़ापन और जकडऩ महसूस होती है।


हैदराबाद ने जीता टॉस, बल्लेबाजी का फैसला किया

हैदराबाद ने जीता टॉस, बल्लेबाजी का फैसला किया  इकबाल अंसारी  हैदराबाद। इंड‍ियन प्रीम‍ियर लीग (IPL) 2024 सीजन में सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) और...