बुधवार, 22 जनवरी 2020

22 बच्चों को राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार प्रदान

नई दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह में बुधवार को देश भर के 22 बच्चों को राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार प्रदान किए गए। इनमें हिमाचल प्रदेश के पालमपुर की 13 वर्षीय अलाइका भी शामिल है। कार हादसे में चालक और परिजनों की जान बचाने के लिए हिमाचल की बेटी को राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार के लिए चुना गया था। वीरता पुरस्कार प्राप्त किए 22 बच्चों में 10 लड़कियां व 12 लड़के शामिल हैं। एक बच्चे को मरणोपरांत यह पुरस्कार दिया गया। बता दें  की मारंडा की रहने वाली अलाइका पहली सितंबर, 2018 को कार में माता सविता व दादा सेवानिवृत्त कैप्टन केके अवस्थी के साथ खैरा जा रही थी। इस दौरान रास्ते में चालक नियंत्रण खो बैठा और कार पहाड़ी से 50 मीटर नीचे लुढ़क गई।कार पेड़ के साथ फंस गई, इसमें सवार सभी लोगों के साथ अलाइका को भी चोट आई थी। अलाइका ने मां और दादा को निकालने का प्रयास किया था, लेकिन वह इसमें कामयाब नहीं हो पाई। उसने सूझबूझ से काम लेते हुए सड़क तक पहुंचकर वहां से गुजर वाहन चालकों से मदद मांगी।


सूली वाला बाग में ही रखी जाए मीटिंग

तोत को सूली वाला बाग़ में ही रखा जाये-  व्यापार मंडल पुरकाजी


नई दिल्ली। व्यापार मंडल पुरकाजी की अहम मीटिंग नगर अध्यक्ष निर्दोष जैन के यहां हुई मीटिंग में पुरकाजी के व्यापारियों ने एक राय होकर सरकार और प्रशासन से मांग की है कि हरिनगर गांव में मिली तोप पुरकाजी के सूली वाला बाग़ के शहीदों की निशानी है इस तोप को सूली वाला बाग़ पर ही शौर्य के प्रतीक के रूप में रखा जाये व्यापार मंडल सुलीवाला बाग़ को शहीद स्थल बनाने और यहीं पर तोप रखे जाने की मांग करता है इस मौके पर संदीप गोयल,  सुशील वर्मा, कपिल मित्तल, सचिन गोयल, तनवीर आलम, मनीष गोयल,  आदि व्यापारी मौजूद रहे।


योग-शिक्षा को अनिवार्य करने का किया फैसला

काठमांडो। नेपाल सरकार ने छात्रों के बीच स्वास्थ्य जीवन, शैली को बढ़ावा देने के लिए, स्कूली बच्चों के लिए योग शिक्षा को अनिवार्य करने का फैसला, किया है। शिक्षा विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने 9वीं 10वी
 11वीं और 12वीं कक्षा के लिए योग पाठ्यक्रम तैयार कर लिया हैं। हिमालयन टाइम्स के अनुसार शिक्षा के लिए अंग्रेजी और नेपाल जैसे कुछ अनिवार्य में विषय में योग को भी शामिल किया जाएगा।


गुलाबी झांकी में झलकेगी 'राजस्थानी' झांकियां

नई दिल्ली। इस बार गणतंत्र दिवस पर चार साल बाद राजस्थान को झांकी निकालने का अवसर मिल रहा है। लंबे अंतराल बाद ही सही, मगर गुलाबी झांकी में इस बार दुनिया को जयपुर की विश्व प्रसिद्ध विरासत का दीदार होना तय है।


राजस्थान ललित कला अकादमी के सहायक सचिव विनय शर्मा ने बुद्धवार को कहा कि, “बीते चार साल से राजस्थान की झांकी को गणतंत्र दिवस परेड में शामिल होने का मौका नहीं मिल पा रहा था। इतने लंबे समय बाद जब मौका मिला तो राजस्थानी धरोहर का दीदार कराने के वास्ते राज्य ने इसमें पूरी ताकत झोंक दी है। राजस्थानी परंपरा को नजरों से ही देख-पहचान लेने के लिए झांकी का रंग गुलाबी दिया गया है।” उन्होंने कहा, “झांकी को भीड़ से अलग रखने की उम्मीद में ही उसके डिजाइन की जिम्मेदारी हरशिव शर्मा को सौंपी गई है। हरशिव राजस्थान के जाने-माने कलाकार हैं। दिल्ली छाबनी स्थित राष्ट्रीय रंगशाला परिसर में झांकी की खूबसूरती को निखारा जा रहा है। गणतंत्र दिवस की परेड से पहले झांकी गुरुवार, 23 जनवरी को होने वाली फुल ड्रेस रिहर्सल परेड में हिस्सा लेगी।” इस मनमोहक गुलाबी झांकी को बुधवार को दिल्ली में आयोजित प्रेस-प्रिव्यू में भी दर्शनार्थ लाया गया। झांकी में जयपुर के प्राचीन वैभव का भी दीदार कराने की सफल कोशिश की गई है। झांकी में झरोखों से सुसज्जित बाजारों, स्मारकों के प्रवेशद्वार बेहद मनमोहक बन पड़े हैं। झांकी में त्रिपोलिया दरवाजा, स्टैच्यू सर्किल और सिटी पैलेस द्वार को भी दर्शाया गया है। झांकी के ट्रैक्टर पार्ट पर कंगूरेदार परकोटा पर जयपुर के संस्थापक सवाई जय सिंह की प्रतिमा आलंकारिक संगमरमर पत्थर में छतरी सहित दिखाई देती है, जो झांकी को और भी ज्यादा आकर्षक बना देती है। झांकी के पृष्ठभाग में जयपुर के सिटी पैलेस में स्थित चंद्रमहल का रंगीन डिजाइन युक्त द्वार, झरोखे व खूबसूरत गुंबद को भी दिखाया गया है। झांकी के ट्रेलर पार्ट में जयपुर शहर की खूबसूरत दीवारों की झलक दिखाने के लिए गुलाबी रंग की छतरियों, जालियों, महराब इत्यादि से सजाया गया है, जो कलाकारी के नजरिये से जितने ज्यादा परिश्रम वाला काम है, देखने के नजरिये से उतना ही खूबसूरत है। इस गुलाबी झांकी में तीनों तरफ के दरवाजों में लोक-कलाकारों को ग्यारह प्रकार के सुप्रसिद्ध कठपुतली नाच पेश करते भी देखा जा सकता है। झांकी के ऊपर लोक वाद्य-वादकों को सारंगी, मंजीरा, ढोलक आदि बजाते हुए दर्शाया गया है। राजस्थानी संगीत की सुमधुर धुनों के साथ सिर पर मटके लेकर चरी एवं भवई नृत्य प्रस्तुत करती नृत्यांगनाओं का दीदार भी इस अद्भुत गुलाबी झांकी में दिखाई देता है। झांकी के दोनों तरफ राजस्थान के प्रसिद्ध लोक-देवता रामदेव जी पीर के गीत ‘रुण झुण बाजे घूंघरा’ लोकगीत पर नृत्यांगनाओं द्वारा पेश किया जा रहा नृत्य गुलाबी झांकी को उसके नामानुरूप बेहद मन-भावन बना देता है।,


'गूगल' पर नंबर तलाशना, पड़ा महंगा

गूगल' पर नंबर तलाशना पड़ा महंगा, क्लिक करते ही खाते से सात हजार साफ, एक कॉल आई थी


अमित शर्मा


चंडीगढ़। चंडीगढ़ सेक्टर-8 में घायल कुत्ते की मदद करना एक युवती को उस वक्त मंहगा पड़ गया, जब उसने गूगल से एक लिंक पर क्लिक कर दिया। इसके तुरंत बाद युवती के मोबाइल नंबर पर कॉलर ने कहा कि एंबुलेंस की सेवा लेने के लिए 10 रुपये का रजिस्ट्रेशन करवाना पड़ेगा। जैसे ही युवती ने पैसे देने के लिए फार्म में बैंक डिटेल भरा तो उसके खाते से सात हजार रुपये उड़ गए। गनीमत रही कि जिस खाते से रुपये कटे, उसमें कुल सात हजार की राशि थी। दरअसल हुआ यूं कि पंचकूला निवासी रूचिरा चंडीगढ़ में किसी काम से आई हुई थी। सेक्टर-8 पहुंची तो उन्हें एक शॉप कीपर ने बताया कि मैडम एक कुत्ते को अज्ञात कार चालक टक्कर मारकर भाग गया है। उन्होंने देखा कि कुत्ता बुरी तरह जख्मी होकर सड़क के पास पड़ा है। रुचिरा ने बताया कि कुत्ता दर्द के मारे चीख रहा था। उसका दर्द देखा न गया। उन्होंने फौरन गूगल पर अपने मोबाइल से सोसाइटी फॉर द प्रिवेंशन ऑफ क्रूएलिटी टू एनीमल्स (एसपीसीए) पर मदद मांगनी चाही। पहला पेज खुलते ही लिंक पर क्लिक कर दिया। इसके कुछ ही सेकेंड में उनके पास फोन आ गया। फोन पर व्यक्ति ने कहा कि एंबुलेंस की मदद के लिए लिंक में दिए फार्म में 10 रुपये का रजिस्ट्रेशन करवाना होगा। जैसे ही उन्होंने बैंक डिटेल भरी खाते से सात हजार रुपये निकलने का मैसेज आ गया। इसके बाद उन्होंने एसपीसीए की लैंड लाइन नंबर पर फोन कर मदद मांगी तो थोड़ी देर बाद कुत्ते को अस्पताल पहुंचाया गया। कुत्ते की हालत काफी गंभीर होने के कारण उसकी मौत हो गई। वारदात के बाद शिकायतकर्ता रुचिरा ने मामले की शिकायत साइबर सेल को दी। साइबर सेल की टीम मामले की छानबीन में जुट गई है।पहले भी सामने आ चुके हैं ऐसे मामले
साइबर सेल के अनुसार इससे पहले भी ऐसे मामले सामने आ चुके हैं। हाल ही में एक घायल पक्षी की मदद करने का झांसा देकर हजारों की ठगी हुई थी। साइबर सेल का कहना है कि मामले की छानबीन की जा रही है जल्द ही आरोपियों को दबोच लिया जाएगा।


कुंडू के आरोपों पर, सीएम खट्टर का प्रहार

राणा ओबराय

कुंडू के आरोपों पर सीएम खट्टर का प्रहार, हम न दबाव डालते और न ही झेलते, सरकार खतरे से बाहर


अमित शर्मा


चंडीगढ़। हरियाणा की चर्चित विधानसभा महम के विधायक बलराज कुंडू द्वारा पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर के खिलाफ आरोपों के बाद अब उनके खिलाफ केस दर्ज के मामले को लेकर वो लगातार आरोप लगा रहे है। उन्होंने इसे उनके खिलाफ राजनीतिक साजिश बताया है। जिसको लेकर आज सीएम मनोहर लाल खट्टर ने प्रतिक्रिया दी। सीएम मनोहर लाल ने आज विधानसभा के बाहर पत्रकारों से बातचीत के दौरान कुंडू का नाम लिए बिना दो टूक कहा कि हम न तो दबाव डालते हैं, न झेलते हैं। कुंडू द्वारा समर्थन वापसी की चेतावनी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार सेफ जोन में है। वह उनका व्यक्तिगत फैसला है। उन्होंने किसी तरह की राजनीतिक साजिश से इनकार करते हुए कहा कि यह दो व्यक्तियों का आपसी लेनदेन का मामला है। पुलिस अपनी कार्रवाई कर रही है। इसमें कोई राजनीतिक साजिश नहीं है।


जम्मू-कश्मीर के बच्चे धर्म-निरपेक्षः सिंह

नई दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को कहा कि भारतीय मूल्यों में सभी धर्मों को बराबर माना जाता है और यही वजह है कि हमारा देश धर्म-निरपेक्ष है। यह पाकिस्तान की तरह धर्म-शासित देश कभी नहीं बना। साथ ही उन्होंने कहा कि 'जम्मू-कश्मीर' के बच्चे राष्ट्रवादी हैं, उन्हें किसी और तरीके से नहीं देखा जाना चाहिए। हां, कभी-कभी वे गलत दिशा में चले जाते हैं, लेकिन वे हमारे अपने हैं। दिल्ली में एनसीसी के गणतंत्र-दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित शिविर में रक्षा-मंत्री ने कहा कि हम (भारत) कहते हैं कि हम धर्मों के बीच भेदभाव नहीं करेंगे। तो हम ऐसा क्यों करेंगे? हमारा पड़ोसी देश तो यह ऐलान कर चुका है कि उनका एक धर्म है। उन्होंने खुद को धर्मशासित देश घोषित किया है। हमने ऐसी घोषणा नहीं की है। सिंह ने कहा, ‘‘यहां तक कि अमेरिका भी धर्मशासित देश है। भारत एक धर्मशासित देश नहीं है। क्यों? क्योंकि हमारे साधु-संतों ने न केवल हमारी सीमाओं के भीतर रहने वाले लोगों को अपने परिवार का हिस्सा माना बल्कि पूरी दुनिया में रहने वाले लोगों को उन्होंने एक परिवार बताया। सिंह ने रेखांकित किया कि भारत ने कभी भी यह घोषणा नहीं की कि उसका धर्म हिंदू, सिख या बौद्ध होगा। उन्होंने कहा कि सभी धर्मों के लोग यहां रह सकते हैं। रक्षा मंत्री ने कहा कि उन्होंने ‘वसुधैव कुटुंबकम’ की उक्ति दी जिसका मतलब है कि पूरा विश्व एक परिवार है। पूरे विश्व में यह संदेश यहां से ही गया।


पंजाब किंग्स ने जीता टॉस, गेंदबाजी का फैसला

पंजाब किंग्स ने जीता टॉस, गेंदबाजी का फैसला  इकबाल अंसारी  चेन्नई। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2024 सीजन में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) और पं...