बुधवार, 15 जनवरी 2020

महिला जागृति के लिए किए जा रहे हैं प्रयास

नंगल में लड़कियो को खेलों के प्रति जागरूक करने के मकसद से पहली बार में कराए जा रहे हैं बॉडीबिल्डिंग कंपटीशन। मिस्टर इंडिया विनीत मरवाहा विशेष रूप से होंगे शामिल।


अमित शर्मा


नंगल। पंजाब में लगातार खेलों का ग्राफ गिरता जा रहा है जिसको लेकर युवा काफी चिंतित दिखाई दे रहे हैं। खासकर अगर हम बात लड़कियों की करे तो नंगल में लड़कियों को खेलों के प्रति जागरूक करने के लिए कोई भी संसाधन नहीं है। इसके लिए पहल करते हुए नंगल में पहली बार लड़कियों के लिए बॉडीबिल्डिंग कंपटीशन करवाए जा रहे हैं। जिसकी जानकारी देते हुए आयोजक सोनू ने बताया कि 18 जनवरी दिन शनिवार को साईं 4:00 बजे यह मुकाबले शुरू करवाए जाएंगे जिसमें लड़कों के साथ साथ लड़कियों को भी  बॉडीबिल्डिंग कंपटीशन करवा कर उनको हरियाणा की लड़कियों की तरह खेलों में रुझान डालने की कोशिश की जाएगी ताकि आगे चलकर ये पंजाब का नाम रोशन कर सकें। आयोजकों की मानें तो इस मुकाबले के बाद जिला लेबल के मुकाबले उसके बाद स्टेट लेवल और उसके बाद नेशनल और उसके बाद  नेशनल मुकाबलो तक लड़कियों को तैयार किया जाएगा और देश का नाम रोशन किया जाएगा। आयोजकों ने कहा कि नंगल शहर में पहली बार इस तरह के मुकाबले करवाए जा रहे हैं जिसको लेकर युवाओं में काफी जोश देखने को मिल रहा है।
इन मुकाबलों में विशेष तौर से मिस्टर पंजाब रहे विनीत मरवाहा आएंगे और युवाओं का मार्गदर्शन करेंगे । बॉडीबिल्डिंग मुकाबलों में विनीत मिस्टर वर्ल्ड में दसवें नंबर पर रहकर देश का नाम रोशन कर चुके हैं।


श्रद्धालुओं ने लगाई 'आस्था की डुबकी'

बृजेश केसरवानी
मकर संक्रांति के द्वितीय स्नान पर्व पर 60 लाख श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी
जिलाधिकारी एवं प्रशासनिक अधिकारियों ने मेला क्षेत्र स्नान घाटों का किया भ्रम


प्रयागराज। माघ मेला 2019-20 का द्वितीय मुख्य स्नान पर्व मकर संक्रांति सकुशल एवं निर्विघ्न सम्पन्न हुआ। प्रयागराज मेला प्राधिकरण द्वारा की गई व्यवस्थाओं के कारण भोर से ही स्नान प्रारम्भ हो गया था। 60 लाख स्नानार्थियों/श्रद्धालुओं ने गंगा/यमुना एवं अदृश्य सरस्वती के पवित्र संगम तट तथा गंगा जी के विभिन्न तटों पर स्नान कर पुण्य लाभ अर्जित किया। प्रभारी मेलाधिकारी ने बताया कि सुबह 05ः00 बजे से ही श्रद्धालुओं की काफी भीड़ थी। श्रद्धालुओं को मेले में भटकना न पड़े, इसके लिए मार्ग प्रदर्शित करते हुए बोर्ड रास्तों पर लगाये गये है। किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना प्रकाश में नहीं आयी। माघ मेला में सुरक्षा के दृष्टिगत आर0ए0एफ0, पी0ए0सी, एनडीआरएफ एवं जल पुलिस भी बराबर चैकसी करते रहे। जिलाधिकारी भानुचंद्र गोस्वामी एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रयागराज द्वारा स्नान घाटों का भ्रमण कर साधु-संतों एवं तीर्थयात्रियों/स्नानार्थियों से व्यक्तिगत रूप से मिलकर मेला व्यवस्था के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त करने पर सभी के द्वारा मेला प्राधिकरण की व्यवस्था जैसे संगम स्नान घाट, गंगा जल की शुद्धता एवं मात्रा तथा सुरक्षा व्यवस्था और मेले में की गई अन्य व्यवस्थाओं पर संतोष व्यक्त किया। अपर जिलाधिकारी अशोक कुमार कनौजिया, श्री रजनीश कुमार मिश्र, पुलिस अधीक्षक माघ मेला व अन्य मजिस्टेªट तथा पुलिस अधिकारीगण मेला क्षेत्र का भ्रमण कर शान्ति एवं सुरक्षा व्यवस्था बनाये रखने हेतु स्नान घाटों पर सतत् निगाह रखे रहे। आज मकर संक्रांति स्नान पर्व को सकुशल एवं निर्विघ्न सम्पन्न कराने में सभी का धन्यवाद दिया। मेला क्षेत्र में 45 महिला-पुरूष व 04 भूले-भटके बच्चों को उनके स्वजनों से मिलाया गया। द्वितीय स्नान पर्व के सकुशल आयोजन पर जिलाधिकारी/मेलाधिकारी ने मेला क्षेत्र में ड्यूटी पर लगे पूरी टीम को बधाई दी।


विकसित सुरक्षा एप्लीकेशन किया लांच

अमित शर्मा


डीजीपी ने सीआईडी द्वारा विकसित सुरक्षा एप्लिकेशन की लॉन्च


चंडीगढ़। हरियाणा गुप्तचर विभाग (सीआईडी) द्वारा टेक-सेवी पुलिसिंग की तरफ एक और कदम बढाते हुए राज्य मे पोजीशनल और नोन-पोजीशनल सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों की प्रभावी ऑडिट सुनिश्चित करने के लिए “एचएपीएसएपी” (हरियाणा पुलिस सिक्यिोरिटी एप्लीकेशन) विकसित की गई है। पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) मनोज यादव द्वारा पुलिस मुख्यालय में इस एप्लीकेशन को लांच किया गया। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक सीआईडी,  अनिल कुमार राव के कुशल मार्गदर्शन में सीआईडी द्वारा विकसित की गई इस एप्लीकेशन की लांचिग अवसर पर डीजीपी अपराध, पी.के. अग्रवाल, एडीजीपी आईटी श्री ए.एस. चावला, एडीजीपी सीएडब्ल्यू  अजय सिंघल, एडीजीपी आधुनिकीकरण एवं कल्याण श्रीकांत जाधव, आईजी सुरक्षा सौरभ सिंह, आईजी सीएमएफएस  राजिंदर कुमार, डीआईजी राकेश कुमार आर्य,  सतेन्द्र गुप्ता,  मनीष चाौधरी और अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी उपस्थित थे।
एप्लीकेशन बारे जानकारी देते हुए, आईजी सुरक्षा,  सौरभ सिंह ने बताया कि इस प्रणाली से पोजीशनल और नोन-पोजीशनल सुरक्षा में तैनात कर्मियों का डेटाबेस व अन्य विवरण प्राप्त करने में आसानी होगी। यह एप्लीकेशन सुरक्षा अधिकारियों के साथ-साथ प्रोटक्टीज़ के डेटाबेस डिजिटलीकरण के लिए एक प्रभावी निगरानी उपकरण के रूप में भी कार्य करेगा। इसके अतिरिक्त, इसका उद्देश्य प्रोटक्टीज़ के साथ सुरक्षाकर्मियों की तैनाती का प्रभावी ढंग से पता लगाने के लिए एक व्यापक और एकीकृत प्रणाली को विकसित करना है। इससे राज्य पुलिस लाभान्वित होगी क्योंकि एक क्लिक के माध्यम से पुलिसकर्मियों की तैनाती से संबंधित जानकारी उपलब्ध हो सकेगी। सीआईडी वेल्फेयर कमेटी की बैठक का आयोजन
इससे पहले सीआईडी वेल्फेयर कमेटी की एक बैठक आयोजित की गई थी जिसकी अध्यक्षता सीआईडी प्रमुख अनिल कुमार राव ने की। विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के अलावा, सभी सीआईडी इकाइयों और जिलों के प्रतिनिधियों ने बैठक में भाग लिया और विभिन्न कल्याण उपायों की शुरूआत और मजबूती के लिए अपने विचार और सुझाव रखे। सीआईडी प्रमुख  अनिल कुमार राव ने कहा कि बैठक में लिए गए निर्णय पुलिस कर्मियों को और अधिक सहायता प्रदान करने में सहायक हो सकेगें। सीआईडी में तैनात पुलिस कर्मियों के तीन मेधावी छात्रों को सम्मानित करने का निर्णय लिया गया। इनमें 2018 में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान परीक्षा में 110वां रैंक हासिल करने वाली ईएएसआई जयपाल (सीआईडी रेवाड़ी) की पु़त्री आरती, 2018 में एम्स परीक्षा में 8 वां रैंक प्राप्त करने वाली ईएएसआई सुरेंद्र सिंह (सीआईडी नारनौल) की पुत्री उषा और 2018-19 में सीबीएसई द्वारा आयोजित 10 वीं की परीक्षा में 97.6 प्रतिशत अंक हासिल करने वाली सिपाही संजयपाल की पुत्री तमन्ना जडवाल शामिल हैं। यह भी निर्णय लिया गया कि पुलिस कर्मियों को रोडवेज बसों में राज्य से बाहर मुफ्त यात्रा की सुविधा प्रदान करने के संबंध में परिवहन विभाग के उच्च अधिकारियों के साथ बातचीत की जाएगी। वेल्फेयर कमेटी ने कैंटीन स्टोर डिपार्टमेंट (सीएसडी) की तर्ज पर पुलिसकर्मियों को पुलिस कैंटीन में सुविधा प्रदान करने के लिए सिद्धांत रूप में सहमति व्यक्त की। इस आशय बारे राज्य सरकार से अनुरोध किया जाएगा। इस अवसर पर एसपी लॉ एंड ऑर्डर दीपक गहलावत, एसपी सुरक्षा, हामिद अख्तर और  पंकज नैन, एआईजी वेलफेयर विनोद कुमार, एसपी धीरज सेतिया और डीएसपी सीआईडी मुख्यालय श्रीमती पूर्णिमा सिंह भी उपस्थित थे।


मंच पर सीएम ने किया असहज महसूस

बेंगलुरु। बीच सभा में ही मंच पर कर्नाटक के सीएम बीएस येदियुरप्‍पा को असहज स्थिती का सामना करना पड़ा और सीएम ने कहा कि अगर मेरी बात नहीं मानी गई तो मैं इस्तीफा दे दूंगा।दरअसल मंगलवार को हावेरी में येदियुरप्‍पा की सभा थी। इसी वक्त जब वे मंच पर उपस्थित थे तभी पंचमसाली मठ के पीठाधीश्‍वर वचानंद स्‍वामी ने मुरुगेश निरानी को मंत्री बनाये जाने की मांग कर दी। उन्होंने कहा कि अगर मुरुगेश निरानी मंत्री नहीं बनाए गए तो सीएम पंचमसाली लिंगायत समुदाय का समर्थन खो देंगे। तभी इस पर बीएस येदियुरप्‍पा ने कहा कि '17 विधायकों ने मुझे मुख्‍यमंत्री बनाने के लिए अपनी विधायकी से इस्‍तीफा दे दिया। यह उनके त्‍याग और पंचमसाली मठ का आशीर्वाद है, जिसकी बदौलत मैं मुख्‍यमंत्री बना। आप मुझे यह सलाह दे सकते हैं, कि अगले तीन वर्षों तक मुझे किस तरह सरकार चलानी है, लेकिन यदि आप मेरा यह आग्रह स्‍वीकार नहीं कर सकते हैं, तो मैं पद छोड़कर घर जाने को तैयार हूं।' इसके बाद सीएम ने मीडिया से कहा कि अभी  मंत्रिमंडल में शामिल करने के बारे में अभी कोई बात नहीं हुई है।


ठेकेदार पर लगाया '6 लाख का हर्जाना'

दुर्ग। उपभोक्ता से मकान निर्माण की रकम लेने के बाद आधा अधूरा निर्माण करके काम बंद करने को व्यवसायिक कदाचरण एवं सेवा में निम्नता की श्रेणी में आने वाला कृत्य करार देते हुए जिला उपभोक्ता फोरम ने ठेकेदार पर रुपए 6 लाख रुपए हर्जाना लगाया। न्यू आदर्श नगर दुर्ग निवासी संतोष प्रसाद शर्मा ने अपने मकान में प्रथम तल पर 1665 वर्गफुट में निर्माण कार्य करने हेतु चौबे कॉलोनी रायपुर निवासी ठेकेदार प्रतीक शर्मा को सामग्री सहित 800 रुपये प्रति वर्गफुट की दर से दिनांक 25.03.2016 को ठेका दिया था. जिसके लिए ठेकेदार ने अलग-अलग तिथियों में परिवादी से कुल 1469000 रुपये प्राप्त किए किंतु दीपावली 2017 के समय काम बंद कर दिया। परिवादी द्वारा निवेदन करने पर भी कार्य प्रारंभ नहीं किया। आर्किटेक्ट से मूल्यांकन कराने पर पता चला कि अनावेदक ठेकेदार ने केवल 900000 रुपये का ही काम किया था, जिसके बाद परिवादी ने अन्य दूसरे ठेकेदार से अपने मकान के प्रथम तल का निर्माण कार्य पूरा कराया। अनावेदक ठेकेदार प्रतीक शर्मा ने प्रकरण में कोई जवाब पेश नहीं किया।


दोषियों की 'क्यूरेटिव पिटिशन' की खारिज

नई दिल्ली। निर्भया गैंगरेप और हत्या मामले में दोषियों को मिली मौत की सजा के खिलाफ दो क्यूरेटिव पेटिशन पर सुनवाई करते हुुए सुप्रीम कोर्ट ने उसकी याचिका खारिज कर दी। यह सुनवाई 2012 गैंगरेप और हत्या के दोषी विनय और मुकश की याचिका पर जस्टिस एनवी रमन्ना की अगुवाई वाली पांच सदस्यीय सुप्रीम कोर्ट की बेंच ने की। इस बेंच में जस्टिस एनवी रमना, जस्टिस अरुण मिश्रा, जस्टिस आरएफ नरीमन, जस्टिस आर भानुमती और जस्टिस अशोक भूषण शामिल थे। गौरतलब है कि, पिछले मंगलवार को दिल्ली की एक अदालत ने मुकेश (32), पवन गुप्ता (25), विनय कुमार शर्मा (26) और अक्षय कुमार सिंह (31) के खिलाफ डेथ वारंट जारी किया और कहा कि, उन्हें 22 जनवरी को सुबह 7 बजे तिहाड़ जेल में फांसी दी जाएगी। दोषी मुकेश और विनय की क्यूरेटिव याचिका पर 14 जनवरी को दोपहर एक बजकर 45 मिनट पर सुप्रीम कोर्ट में इन-चैम्बर सुनवाई।आज की सुनवाई पर निर्भया की मां आशा देवी ने कहा है कि, यह बस मामले को लटकाने की कोशिश है। मुझे पूरी उम्मीद है कि, उनकी याचिका खारिज कर दी जाएगी। निर्भया के दोषियों को 22 जनवरी को फांसी दी जाएगी और मेरी बेटी को नौकरी मिलेगी। निर्भया की मां ने पटियाला हाउस कोर्ट में एक याचिका दायर कर दोषियों के डेथ वारंट की मांग की थी, जिस पर कोर्ट ने निर्भया की मां के हक में फैसला सुनाया और 22 जनवरी फांसी की तारीख के तौर पर मुकर्रर कर दी। गौरतलब है कि, दिल्ली में सात साल पहले 16 दिसंबर की रात को एक नाबालिग समेत छह लोगों ने एक चलती बस में 23 वर्षीय निर्भया का सामूहिक बलात्कार किया था और उसे बस से बाहर सड़क के किनारे फेंक दिया था। इस घटना की निर्ममता के बारे में जिसने भी पढ़ा-सुना उसके रोंगटे खड़े हो गए। इस घटना के बाद पूरे देश में व्यापक प्रदर्शन हुए और महिला सुरक्षा सुनिश्चित करने को लेकर आंदोलन शुरू हो गया था। इस मामले के चार दोषियों विनय शर्मा, मुकेश सिंह, पवन गुप्ता और अक्षय कुमार सिंह को मृत्युदंड सुनाया गया। एक अन्य दोषी राम सिंह ने 2015 में तिहाड़ जेल में कथित रूप से आत्महत्या कर ली थी और नाबालिग दोषी को सुधार गृह में तीन साल की सजा काटने के बाद 2015 में रिहा कर दिया गया था। क्यूरेटिव पिटिशन (क्यूरेटिव याचिका) तब दायर किया जाता है। जब किसी मामले के दोषी की राष्ट्रपति के पास भेजी गई दया याचिका और सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका खारिज कर दी जाती है। ऐसे में क्यूरेटिव पिटिशन ही उस दोषी के पास मौजूद अंतिम मौका होता है। जिसके जरिए वह अपने लिए पहले से तय की गई सजा में नरमी की गुहार लगा सकता है। खास बात है कि, क्यूरेटिव पिटिशन किसी भी मामले में अभियोग की अंतिम कड़ी होता है। क्यूरेटिव पिटिशन पर सुनवाई होने के बाद दोषी के लिए कानून के सारे रास्ते बंद हो जाते हैं।


पीएसीएल के भविष्य के बारे में जवाब दें।

पी.ए.सी.एल. के भविष्य के बारे में राणा के.पी. सिंह अपना जवाब दें :- डॉक्टर परमिंदर शर्मा


नंगल। पी.ए.सी.एल. की यूनिट नंबर 1 को बंद करने की चर्चाओं के बारे में सरकार व मैनेजमेंट अपना स्टैंड स्पष्ट करें। स्पीकर राणा के.पी. सिंह व पी.ए.सी.एल. के डी.जी.एम. रविंद्र जसवाल के बयानों में अंतर है। इन शब्दों का प्रगटावा भाजपा प्रदेश सचिव डॉक्टर परमिंदर शर्मा ने जारी किए गए बयान में किया।
उन्होंने कहाकि डी.जी.एम. रविंद्र जसवाल के मुताबिक यूनिट नंबर एक पर प्रतिमाह एक करोड़ का घाटा है और उसपर मैनेजमेंट हर प्रावधान पर गौर कर रही है जोकि एक तरह से यूनिट 1 के बंद होने की ओर संकेत करता है और दूसरी तरफ राणा के.पी. सिंह बोल रहे हैं कि कोई यूनिट बंद नहीं होगा। उन्होंने कहा पी.ए.सी.एल. के निजीकरण की चर्चा सरकार द्वारा छेड़ कर कर्मचारियों को भयभीत किया जा रहा है। उन्होंने कहाकि यदि सरकार या मैनेजमेंट ने यूनिट नंबर 1 को बंद करने का फैसला किया तो भाजपा इसके विरुद्ध जन आंदोलन शुरू करेगी। उन्होंने कहा पी.ए.सी.एल. से संबंधित कर्मचारी और ट्रांसपोर्टर लगातार हमारे संपर्क में है और भाजपा कर्मचारियों व ट्रांसपोर्टर भाइयों के हितों की रक्षा के लिए हमेशा खड़ी है और आगे भी खड़ी रहेगी।
उन्होंने राणा के.पी. सिंह से मांग करते हुए कहाकि वह पी.ए.सी.एल. की वर्तमान स्थिति स्पष्ट करें कि इसमें मैनेजमेंट सही है या वह आप सही हैं। उन्होंने कहाकि गोलमोल जवाब से बात नहीं बनेगी नंगल की जागरूक जनता को पी.ए.सी.एल. के भविष्य के बारे में राणा के.पी. सिंह अपना जवाब दें।


रजिस्ट्रेशन का आंकड़ा 16.37 लाख के पार हुआ

रजिस्ट्रेशन का आंकड़ा 16.37 लाख के पार हुआ  पंकज कपूर  देहरादून। उत्तराखंड में चारधाम यात्रा 2024 को लेकर यात्रियों में गजब का उत्साह देखा जा...