बुधवार, 13 नवंबर 2019

यामी के किरदार 'परी' ने फैंस को चौंकाया

मुंबई। फिल्म बाला को क्रिटिक्स और फैंस का भरपूर प्यार मिल रहा है। फिल्म के हर किरदार से फैंस खुद को रिलेट कर पा रहे हैं। आपको बता दें, फिल्म में यामी गौतम के किरदार परी ने फैंस को बहुत चौंका दिया है। फिल्म में टिकटॉक सुपरस्टार बनीं यामी की ऐक्टिंग को देखकर ऐसा बिलकुल नहीं लगता है कि उन्हें असल जिंदगी में टिकटॉक चलाना नहीं आता था। 
आपको शायद यकीन न हो, लेकिन यामी असल जिंदगी में टिकटॉक की दुनिया से कोसों दूर हैं। बकौल यामी, फिल्म में मेरा किरदार टिकटॉक को बहुत पसंद करता है और दिन भर विडियोज बनाता रहता है। असल जिंदगी में मुझे टिकटॉक का ट भी नहीं पता है। मुझे तो टिकटॉप ऑपरेट भी करना नहीं आता था। जब मैंने पहली बार अपना अकाउंट बनाया, तो देखकर हैरान हो गई। टिकटॉक तो एक अलग ही दुनिया है। यह बहुत ही फनी और एंटरटेनिंग है, हालांकि वहां लोग विडियोज को बहुत ही सीरियसली और प्रफेशनल तरीके से बनाते हैं। दस सेकंड के विडियो में उन्हें अपनी क्रिएटिविटी भी दिखानी है।
मैंने विडियोज देखकर यही सोचा कि यह तो मैं हूं ही नहीं। मैं खुद को इस तरह से नहीं देख पा रही थी। चूंकि किरदार के लिए यह सब करना था, तो मैंने अलग अकाउंट से खुद के विडियोज बनाए हैं, हालांकि उसे पोस्ट आजतक नहीं किया है। शूटिंग के बाद मैंने अब टिकटॉक खोला ही नहीं है, क्योंकि यह मुझसे नहीं हो पाएगा।


'निकम्मा' से अभिनय में 'शिल्पा' की वापसी

मुंबई। ऐक्ट्रेस शिल्पा शेट्टी का कहना है कि 13 साल तक फिल्मों से दूरी बनाने का फैसला उनका खुद का था और ऐसा उन्होंने सोच-समझकर ही किया था। शिल्पा शब्बीर खान की ऐक्शन फिल्म निकम्मा से ऐक्टिंग की दुनिया में वापसी करने जा रही हैं। इस 13 साल लंबे ब्रेक के बारे में बात करते हुए शिल्पा ने कहा, मैं इस इंडस्ट्री का हिस्सा पहले भी रही हूं और अभी भी कहीं न कहीं मैं इसका हिस्सा बनी रही हूं। 


जब आप लाइमलाइट में नहीं रहते हैं तो आप इस चीज को मिस करते हैं, आपको लगने लगता है कि आप फेम से दूर होते जा रहे हैं, लोग आपको भूलते जा रहे हैं। मैंने इसे कभी मिस नहीं किया, क्योंकि मैं तभी भी टेलिविजन में काम कर रही थी।
ब्रेक लेने का फैसला मेरा खुद का और यह सोचा-समझा था। साल 2007 में आई फिल्म लाइफ इन ए मेट्रो और अपने में शिल्पा आखिरी बार बड़े पर्दे पर नजर आई थीं। ऐक्टिंग में अपने अब तक के सफर को पीछे मुड़कर देखते हुए शिल्पा कहती हैं, ऐक्टर बनना किस्मत में था।
15 साल की थी तब एक इवेंट में गई हुई थी वहां एक आदमी ने मुझे देखा और मुझे अपनी तस्वीरें खिंचवाने को कहा। अगले दिन, एक शो के सेट पर उन तस्वीरों को बांट दिया गया और तब मुझे काम मिलना शुरू हुआ। शिल्पा ने लव, लाफ, लाइव शो के एक एपिसोड में अपने करियर और अपनी निजी जिंदगी का खुलासा किया है।


'वाणी' ने बटोरी नकारात्मक वाह-वाही

मुंबई। ऋतिक रोशन और टाइगर श्रॉफ स्टारर फिल्म वॉर में अपने स्टाइल और अंदाज को लेकर सुर्खियों में आईं बॉलीवुड एक्ट्रेस वाणी कपूर एक बार फिर चर्चा में हैं। चर्चा इस बार पॉजिटिव नहीं बल्कि निगेटिव रूप से हो रही है। दरअसल वाणी ने अपने सोशल अकाउंट इंस्टाग्राम पर एक तस्वीर शेयर की है जिसपर विवाद हो गया है। फैंस इस तस्वीर को देख एक्ट्रेस की काफी लानत-मलानत कर रहे हैं। तस्वीर में वाणी कपूर बिकनी में दिख रही हैं। अब आप कहेंगे बिकनी पहनना किसी एक्ट्रेस के लिए आम बात है इसमें बखेड़ा खड़ा करने जैसी क्या बात है। लेकिन वाणी ने जो बिकनी पहनी है उस पर हरे राम लिखा हुआ है। बस इसी बात पर उनके फैंस नाराज हो गए हैं। कई तरह की नसीहतें दे रहे हैं।



एक यूजर ने लिखा- 'कुछ तो शर्म करो भगवान राम का नाम लिखे हुए कपड़े पहन रखे हैं।' एक अन्य यूजर ने कमेंट में लिखा- मैंने आज तक किसी भी पिक पर कमेंट नहीं किया है। ना ही मैं आपको ट्रोल कर रहा हूं। लेकिन मैम प्लीज हमारे धर्म का इस तरह मजाक ना बनाएंं।


एक यूजर लिखता है-राम नाम का काम रावण का। वहीं एक और यूजर ने लिखा- राम नाम को मत पहनों मैम अच्छा नहीं।


इसके साथ ही एक फॉलोवर ने वाणी को लिहाज करने की बात कही। ये कुछ कमेंट्स हैं लेकिन और भी कई सारे कमेंट्स हैं जिनमें एक्ट्रेस को ट्रोल किया गया है। हालांकि कुछ ने उनकी तस्वीर की तारीफ भी कर रहे हैं लेकिन बहुत से कमेंट्स नाकारात्मक हैं। वाणी ने तस्वीर के साथ लिखा है- 'जीवन को ज्यादा गंभीरता से ना लें। जीते जी इससे कोई बाहर नहीं आ पाया है।'
वाणी कपूर ने अपने करियर की शुरुआत छोटे पर्दे के शो राजुबेन से की थी। इसके बाद वह सुशांत सिंह राजपूत के साथ शुद्ध देसी रोमांस में नजर आईं थीं। इस फिल्म में उनकी एक्टिंग की लोगों ने काफी तारीफेंं की थीं। बेहतरीन अभिनय के लिए वाणी को फिल्मफेयर अवार्ड के बेस्ट डेब्यू इन फीमेल से भी नवाजा गया था। वाणी इसके बाद बेफिक्रे और हाल में वॉर में नजर आईं थीं।


बोलिविया: चुनाव-धांधली हिंसा में 7 की मौत

सूक्रे । बोलिविया में चुनाव में हुई धांधली के विरोध में जारी प्रदर्शन और हिंसा में अब तक सात लोग की मौत हो चुकी है, जबकि 12 लोग घायल हैं। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यह जानकारी मंगलवार को स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स में दी गई। पहले दो लोगों के मारे जाने की सूुचना आई थी।


मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक तीन लोग कोचबम्बा, दो लोग ला पाज, औरदो लोग संता क्रूज में मारे गए हैं। राहत सेवा के प्रवक्ता ने बताया कि इस विरोध प्रदर्शन में 12 लोग घायल भी हुए हैं। स्थानीय पुलिस के मुताबिक 169 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया है।


स्नान के दौरान 22 की मौत, 6 लापता

पटना । राज्य में कार्तिक पूर्णिमा के स्नान के दौरान 22 लोगों की मौत डूबने से हो गई। छपरा, नवादा, सीतामढ़ी और नालंदा में तीन-तीन लोगों की मौत होने की खबर है जबकि पटना के बाढ़, पटना सिटी, मुजफ्फरपुर और मोतिहारी में दो-दो लोगों की मौत हुई है। इसके साथ ही औरंगाबाद और अरवल में एक-एक व्यक्ति की मौत की खबर है। इन हादसों में विभिन्न जगहों से छह लोग लापता हैं।
नालंदा से मिली खबर के अनुसार स्नान करने गईं तीन बच्चियों की मौत हो गई है। यह हादसा जिले के गिरियक थाना क्षेत्र के घोसरावा गांव के करीब से गुजरने वाली सकरी नदी में हुई है। ग्रामीणों के सहयोग से एसडीआरएफ की टीम ने तीनों के शव बरामद कर लिये हैंं। मरने वालों में दो सगी बहनें हैं। मृतक बच्चियों की पहचान घोसरवा गांव के ही अजय सिंह की पुत्री सोनम और अंशु कुमारी तथा दीपू सिंह की पुत्री प्रीति कुमारी के रूप में की गई है।
नवादा में सेखोदेवरा स्थित सूर्य मंदिर तालाब में कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर स्नान करने गई दो युवतियों की डूबने से मौत हो गई। इन युवतियों को बचाने के प्रयास में सोखोदेवरा जेपीएन स्पोर्टिंग क्लब के अध्यक्ष अविनाश कुमार उर्फ राकेश सिंह की डूबकर मौत हो गई है। मोतिहारी में स्नान करने के दौरान डूबने से दो लोगों की मौत हो गई है। पहली घटना चकिया में हुई। यहां पर स्नान करने गए एक बच्चे की डूबने से मौत हो गई है। जबकि दूसरी घटना में मोतिहारी के पकड़ी दयाल के डूमड़ीघाट पर एक 18 वर्षीय युवक की मौत डूबने से हो गई है।
सीतामढ़ी से मिली खबर के अनुसार कार्तिक पूर्णिमा पर स्नान करने के दौरान बैरगनिया के बागमती नदी में चार लोग डूब गये, जिनमें तीन का शव बरामद कर लिया गया है। एक व्यक्ति को बचा लिया गया है। यहां डूबने वालों की पहचान सीतामढ़ी के बैरगनिया के रहने वाले राहूल झा, पंकज मिश्रा, सुधांशु मिश्रा और प्रकाश झा नहाने के लिए बागमती नदी के पार चले गए थे। हालांकि पहले से वहां भीड़ थी, लेकिन गहरे पानी मे जाने की वजह से चारों तेज धार में बह गए। इसमें तीन की मौत हो गई लेकिन एक को बचा लिया गया।
मुजफ्फरपुर के अहियापुर थाना क्षेत्र स्थित बड़ी गंडक नदी के संगम घाट पर स्नान करने के दौरान दो बच्चे डूब गए। घटना की सूचना मिलने के बाद स्थानीय प्रशासन ने एसडीआरएफ व स्थानीय गोताखोरों को दोनों की खोज में लगाया है। लेकिन घंटों बाद भी दोनों नहीं मिलेेे। इससे नाराज लोगों ने सड़क जाम कर दिया। बताया गया है कि अहियापुर थाना क्षेत्र के संगमघाट पर कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर गंगा स्नान के लिए लोग गए थे। इसी दौरान दो बच्चे गहरे पानी में चले जाने के कारण डूब गए। डूबे बच्चों में एक लड़का और एक लड़की शामिल है। बच्चों की पहचान दादर गाव निवासी 10 वर्षीय राहुल कुमार और 12 वर्षीय संजना कुमारी के रूप में हुई है। मौके पर कांटी सीओ और बीडीओ मौजूदगी में बच्चों की खोज की कोशिश की गई।


धूल और धुएं का कहर लगातार जारी

नई दिल्ली। प्रदूषण की शिकार दिल्ली को बुधवार को भी राहत नहीं मिली है, उल्टा आज यहां पर धूल, धुएं और कोहरे का तिहरा वार हुआ है। इसने लोगों को और भी तंग कर दिया है और सबसे परेशानी की बात ये है कि दिल्ली-एनसीआर के लोगों को आने वाले दिनों में भी राहत नहीं मिलने वाली है। बुधवार सुबह दिल्ली में ओवरऑल ऐक्यूआई का स्तर 457 पहुंचा, जो स्वास्थ्य के लिहाज से बेहद हानिकारक है। दिल्ली के साथ ही नोएडा और ग्रेटर नोएडा में भी हाल काफी खराब हो गई है। नोएडा के सेक्टर 62 में एक्यूआई 472 के स्तर पर पहुंच गया है तो वहीं ग्रेटर नोएडा में यह स्तर 458 रिकॉर्ड किया गया।


'वायु गुणवत्ता और मौसम पूर्वानुमान एवं अनुसंधान प्रणाली (सफर) ने कहा कि दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण का स्तर बुधवार को बेहद गंभीर या आपातकालीन श्रेणी में पहुंचने की आशंका है। इस बारे में पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के सचिव माधवन राजीवन ने ट्वीट किया था कि पूर्वानुमान के मुताबिक हवा की गुणवत्ता 14 नवंबर तक बेहद गंभीर श्रेणी में पहुंचने की आशंका है, जिसमें दिल्ली वालों की चिंता और बढ़ा दी है। मौसम विज्ञान विभाग ने बताया कि सर्दियों के आगाज के साथ ही, न्यूनतम तापमान में गिरावट से हवा में ठंडक बढ़ गई है और भारीपन आ गया है, जिससे प्रदूषक तत्व जमीन के निकट जमा हो रहे हैं।
दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण काफी खतरनाक स्तर पर है, ऐसे में आपको अपना ख्याल खुद ही रखना होगा। घर से बाहर निकलते समय मास्क जरूर पहनें। हरियाली बढ़ाएं, इम्युनिटी बढ़ाने वाली चीजें खाएं घर से आसपास कचरा न जलाएं। छोटे बच्चों को ऐसे पार्क में खेलने न भेजें, जिसके आसपास से बहुत ज्यादा ट्रैफिक गुजरता है। इसके बजाए इनडोर एक्टिविटीज पर ही जोर दें। खानपान में ओमेगा-3 फैटी एसिड का सेवन बढ़ाएं। संतुलित भोजन करें और पर्याप्त नींद लें। नियमित एक्सरसाइज करें। खासतौर पर फेंफड़ों के लिए फायदेमंद प्राणायाम करें।


3 दिन में केवल एक हजार श्रद्धालु पहुंचे

नई दिल्ली। करतारपुर गलियारा शुरू होने के बाद पहले तीन दिन में गुरुद्वारा दरबार साहिब तक केवल एक हजार लोग गए हैं। लोगों का मानना है कि ऑनलाइन पंजीयन की प्रक्रिया के बारे में जानकारी का अभाव, पासपोर्ट की जरूरत और पाकिस्तान की ओर से करीब 1600 रुपये (20 डॉलर) का सेवा शुल्क वसूला जाना इसके लिए जिम्मेदार है। लोगों ने यह भी बताया कि पाकिस्तान जाने के बाद अमेरिका और अन्य देशों का वीजा नहीं मिलने के डर के कारण भी लोग और विशेष कर युवा वहां बड़ी तादाद में नहीं जा रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा नौ नवंबर को किए गए इस गलियारे के भव्य उद्घाटन के बाद शुरुआती तीन दिन में केवल 897 श्रद्धालु करतारपुर गलियारे के माध्यम से करतारपुर साहिब गए हैं। इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट पर एक आव्रजन अधिकारी ने यहां बताया कि 10, 11 और 12 नवंबर को क्रमश: 229, 122 और 546 श्रद्धालु करतारपुर गए हैं। ये उन संख्याओं से काफी कम हैं, जिन पर भारत और पाकिस्तान सहमत हुए थे। दोनों देशों के बीच समझौता हुआ था कि रोज पांच हजार श्रद्धालु ऐतिहासिक गुरुद्वारे में मत्था टेकने के लिए सीमा पार कर सकते हैं।


इंडोनेशिया में 6.0 तीव्रता का भूकंप, झटके

इंडोनेशिया में 6.0 तीव्रता का भूकंप, झटके  अखिलेश पांडेय  जकार्ता। इंडोनेशिया के पूर्वी प्रांत मालुकु में सोमवार के तेज झटके महसूस किए गए। इ...