शुक्रवार, 25 अक्तूबर 2019

निर्दलीय विधायकों का भाजपा को समर्थन

नई दिल्ली! बीजेपी के लिए हरियाणा में सरकार बनना लगभग तय हो गया है! हरियाणा बीजेपी के प्रभारी अनिल जैन ने बड़ा दावा करते हुए कहा है कि आठ निर्दलीय विधायकों ने हमें समर्थन दे दिया है! उन्होंने यह भी दावा किया कि शपथ ग्रहण समारोह दिवाली के बाद होगा!


इससे पहले हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा है कि हम सरकार बनाने जा रहे हैं. दरअसल खट्टर का यह बयान बीजेपी को पांच निर्दलीय विधायकों के समर्थन देने के घोषणा के बाद आया. खट्टर शुक्रवार को  दिल्ली के हरियाणा भवन पहुंचे उनके साथ तीन निर्दलीय विधायक भी मौजूद थे!


इससे पहले 5 निर्दलीय विधायकों- पुंडरी से रणधीर गोलन, रानियां से रणजीत सिंह, महम से बलराज कुंडू, बादशाहपुर से राकेश दौलताबाद और सिरसा से गोपाल कांडा ने बीजेपी को अपना समर्थन देने की घोषणा कर दी थी!


बता दें खट्टर दिल्ली में बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा और पार्टी के हरियाणा प्रभारी अमित शाह के साथ बैठक करेंगे! गौरतलब है कि बीजेपी को इस बार विधानसभा चुनावों में 40 सीटें मिली हैं और सरकार बनाने के लिए 6 विधायकों की ज़रूरत हैं!


हरियाणा के निर्वतमान मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर आज शाम तक या शनिवार को सीएम पद की शपथ ले सकते हैं! सूत्रों के मुताबिक वह आज शाम ही राज्यपाल से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे! बता दें हरियाणा विधानसभा चुनाव में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है हालांकि वह बहुमत से कुछ दूर रह गई है!


सूत्रों के मुताबिक शुक्रवार को बीजेपी विधायक दल की बैठक होगी जिसमें खट्टर को विधायक दल का नेता चुना जाएगा! इसके बाद वह राज्यपाल से मुलाकात करेंगे और सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे! सूत्रों का यह भी कहना है कि दिवाली के बाद मंत्रिमंडल का गठन हो सकता है!


उपचुनाव में सपा को मिला दिवाली गिफ्ट

लखनऊ! उपचुनाव के नतीजों ने समाजवादी पार्टी की दीपावली को 'हैपी' कर दिया है। बिना बड़े नेता के जमीन पर उतरे एसपी ने न केवल अपनी सीट बचाई, बल्कि बीजेपी-बीएसपी की भी एक-एक सीट छीन ली। 'हाथी' के उतरते ही साइकल को मिली रफ्तार और बीजेपी को दी गई कड़ी चुनौती ने पार्टी के लिए 2022 में एकला चलने की और मजबूत वजह दे दी है।
उपचुनाव के नतीजों में बीएसपी के उतरने के बाद भी एसपी को मिले बेहतर परिणाम ने साफ कर दिया है कि दोनों का साथ आना गलत प्रयोग था। दोनों ही पार्टियों के कोर वोटर जो किसी भी कीमत पर एक-दूसरे को वोट नहीं देना चाहते थे उन्होंने बीजेपी को विकल्प चुना या घर बैठ गए। इस बार यह धर्मसंकट नहीं था। इसका फायदा एसपी को हुआ। यह बात एसपी मुखिया अखिलेश यादव को भी समझ में आ चुकी है, इसलिए वह अब 2022 का चुनाव अकेले लड़ने का ऐलान कर रहे हैं।


मुख्य विपक्ष के ओहदे पर फिर कब्जा
लोकसभा चुनाव में बीएसपी से गठबंधन के बाद भी नतीजों में एसपी पिछड़ गई थी। एसपी से दोगुनी सीटें जीत बीएसपी ने न केवल मुख्य विपक्ष पर दावा ठोंक दिया था, बल्कि एसपी के वोट ट्रांसफर होने के आरोप लगाया था। लेकिन, बीएसपी की मौजूदगी में हुए उपचुनाव में एसपी ने अपने प्रदर्शन से मुख्य विपक्ष की सीट फिर कब्जा ली है। पार्टी जिन 9 सीटों पर चुनाव लड़ी उसमें उसे 22.50% से अधिक वोट मिले हैं। इसमें 3 पर जीत मिली है जबकि 4 सीटों पर वह दूसरे नंबर पर रही है। बीएसपी की जिस जलालपुर सीट को एसपी ने कब्जाया है, 2017 में वह वहां तीसरे नंबर पर थी। घोसी में एसपी समर्थित प्रत्याशी को भी पार्टी कोटे में मान लें तो एसपी का वोट शेयर करीब 24% हो जाता है और हारी हुई 7 सीटों में 5 पर वह दूसरे नंबर पर रही। खास बात यह है कि मध्य प्रदेश के बाद महाराष्ट्र में भी एसपी ने खाता खोला है। पार्टी ने वहां दो सीटें जीती हैं।


माइनॉरिटी वोटरों की एसपी ही पहली पसंद!
एसपी के एक वरिष्ठ नेता का कहना है कि लगातार हार व बीएसपी के गठबंधन से उपजी परिस्थितियों में पार्टी का कोर वोट भी खिसक रहा था। इन नतीजों से वोटरों व कार्यकर्ताओं दोनों का ही भरोसा लौटेगा। खास बात यह है कि अल्पसंख्यक बहुल सीटों में रामपुर में पार्टी को लगभग 50% वोट मिला है। बीएसपी व कांग्रेस मुस्लिम उम्मीदवार उतारने के बाद भी दोनों मिलाकर 5% भी वोट नहीं पा सके। बीएसपी को 2% वोट मिले हैं। आजम खां के खिलाफ राजनीतिक मुकदमों की बाढ़ ने भी वहां अल्पसंख्यकों को एकजुट किया। जीत के साथ ही रामपुर में एसपी का वोट प्रतिशत भी बढ़ा है। घोसी, बलहा में भी एसपी दूसरे नंबर पर रही। गंगोह में भी शानदार टक्कर दी। इसके बाद जैदपुर और जलालपुर में मिली जीत ने साबित कर दिया कि अल्पसंख्यक वोटरों की पहली पसंद आज भी एसपी है। गठबंधन के नाते ही इसका फायदा बीएसपी को मिला था, जिसने उनकी सीट की टैली बेहतर की थी।


नेतृत्व जमीन पर उतरता तो और बेहतर होते नतीजे
पार्टी सूत्रों का कहना है कि अगर नेतृत्व ने जमीन पर पसीना बहाया होता तो पार्टी के हिस्से में कुछ और सीटें आ सकती थीं। घोसी से जिस प्रत्याशी का सिंबल के चलते पर्चा खारिज हुआ वह मात्र 1700 वोटों से ही चुनाव हारा। अगर, यह लापरवाही नहीं होती तो यह नजदीकी लड़ाई एसपी के पक्ष में आ सकती थी। गंगोह में एसपी प्रत्याशी को 57 हजार से अधिक वोट मिले। अगर वहां अखिलेश यादव की रैली हुई होती तो एसपी अपने वोटरों में जिताऊ होने का अधिक भरोसा पैदा कर सकती थी।


एसपी की बढ़ेगी आक्रमकता, दिखेगी सक्रियता
बिना किसी अहम के प्रयास के स्थानीय समीकरण जलालपुर से लेकर जैदपुर तक जिस तरह से एसपी के पक्ष में गए हैं इससे पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं का आत्मविश्वास और मजबूत करेगा। एसपी अधिक आक्रामक व सक्रिय दिखेगी। अखिलेश यादव ने नतीजों के तुरंत बाद मुलायम सिंह यादव का आशीर्वाद लिया। सूत्रों के अनुसार दीपावली बाद अखिलेश पूर्व सांसद भालचंद यादव के निधन पर शोक जताने संतकबीर नगर उनके घर जाएंगे। यह कवायद अपने कोर वोटरों को एकजुट कर फिर से पार्टी का पुराना तेवर लौटाने की है।


नतीजों के बाद निर्णय की तस्वीर साफ

नई दिल्ली! महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजे आ गए हैं। हालांकि, अब तक सभी सीटों पर विजेताओं की घोषणा पूरी नहीं हो सकी है, लेकिन चुनावी नतीजों की तस्वीर लगभग साफ हो चुकी है।
बता दें कि बीजेपी कार्यालय में संसदीय बोर्ड की बैठक खत्म हो गई है। बैठक में महाराष्ट्र और हरियाणा के चुनाव नतीजे पर चर्चा हुई। दोनों राज्यों में सरकार गठन को लेकर जो भी फैसले हो उसके लिए अध्यक्ष अमित शाह को पार्लियामेंट्री बोर्ड ने अधिकृत किया। महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस और हरियाणा में मनोहर लाल खट्टर मुख्यमंत्री होंगे। चर्चा में पीएम मोदी और शाह समेत कई लोग शामिल थे।
महाराष्ट्र की सभी 288 सीटों के रुझान आ गए हैं, जिनमें से 160 बीजेपी गठबंधन आगे चल रहा है, जबकि 104 पर कांग्रेस गठबंधन को बढ़त मिली हुई है। वहीं, हरियाणा की बात की जाए तो बीजेपी 40 सीट और कांग्रेस 31 सीटों पर आगे है। यानी महाराष्ट्र में बीजेपी-शिवसेना की सरकार बनना बिल्कुल तय लग रहा है, लेकिन हरियाणा में अभी सस्पेंस बरकरार है।
सूत्रों के मुताबिक, जानकारी आ रही है बीजेपी यहां जेजेपी के समर्थन से सरकार बना सकती है। इस बीच बीजेपी संसदीय बोर्ड की बैठक में फैसला लिया गया है कि मनोहर लाल खट्टर और देवेंद्र फडणवीस ही सीएम होंगे।


पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट,3 मरे 5 घायल

ग्वालियर। देर रात्रि ग्वालियर में एक घर मे बना रखी अवैध पटाखा फेक्ट्री में विस्फोट हो गया। वारूद में विस्फोट के कारण घर में रखा गैस सिलेंडर भी फट गया। विस्फोट होने की बजह से घर की छत उड़ गई और उसके मलबे में दबकर तीन लोगों की मौत हो गई और पांच लोग गंभीर रूप से घायल हो गए जिन्हें जयारोग्य अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
ग्वालियर जिले के चीनौर में नोन की सराय में नबी खान ने बारूद का अवैध भण्डारण कर रखा था। वो दीपावली पर पटाखों का कारोबार करते हैं इसलिए परिवार के साथ चोरी छिपे इअक निर्माण कर  रहे थे। एसपी नवनीत भसीन के मुताबिक नबी खान के घर में बारूद भरी थी रात को करीब 11 बजे नबी की साली रब्बो और बेटी रजिया पटाखे बना रहे थे । तभी अचानक बारूद में चिंगारी निकली और विस्फोट हो गया विस्फोट के कारण झोपड़े में रखा गैस सिलेंडर फट गया। विस्फोट इतना तेज था कि घर की छत उड़ गई और आसपास के घरों में दरार आ गई। तेज आवाज के दर से पड़ोसी बाहर निकल आये। उन्होंने मलबे में दबे लोगों को बाहर निकाला और पुलिस को सूचना दी। हादसे में नबी खान , बेटी रजिया और नबी खान का साढू अबरिन की मौत हो गई जबकि  नबी की पत्नी रानी, बेटी निशा, बेटा साहिल, फरिहान और साली रब्बो गंभीर रूप से घायल हो गए जिन्हें जयारोग्य  अस्पताल की बर्न यूनिट में भर्ती कराया गया है।


जिंदा जलाने के मामले में 16 को फांसी

ढाका! बांग्लादेश की एक अदालत ने बीते बुधवार को 19 वर्षीय एक छात्रा को जिंदा जलाकर उसकी हत्या करने के मामले में 16 लोगों को मौत की सजा सुनाई। बता दें कि इस घटना के विरोध में देशभर में व्यापक प्रदर्शन हुए थे। नुसरत जहां रफी ने एक मदरसे के मौलाना के खिलाफ यौन उत्पीड़न की शिकायत वापस लेने से इनकार कर दिया था।
जब जज ने कहा, 'कानून से ऊपर कोई नहीं'
मौलाना के खिलाफ शिकायत वापस नहीं लेने पर केरोसिन छिड़ककर नुसरत जहां रफी को जिंदा जला दिया गया था। बतै दें कि 15 लोगों की भीड़ ने किशोरी को बेरहमी से जलाया जिसमें वह 80% से भी ज्यादा जल गई थीं। बाद में इलाज के दौरान छात्रा ने दम तोड़ दिया। खबरों के अनुसार, किशोरी की हत्या का आदेश आरोपी मौलाना ने जेल से ही दिया था। उधर, अभियोजक हाफिज अहमद ने अदालत में फैसला सुनाए जाने के बाद संवाददाताओं से कहा कि, 'यह फैसला साबित करता है कि बांग्लादेश में कोई हत्यारा कानून से नहीं बचेगा। हमारे यहां कानून का शासन है।'
शिकायत के बाद जिंदा जलाया था:-
19 साल की नुसरत जहां रफी को उनके स्कूल की छत पर ही जिंदा जलाया गया था। बता दें कि उन्होंने स्कूल के मौलाना पर यौन शोषण की शिकायत की थी। शिकायत वापस नहीं लेने के कारण उन्हें स्कूल की छत पर मिट्टी का तेल डालकर आग लगाकर हत्या कर दी थी।


लोकवाणी पर होगी नए दौर की बात

रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मासिक रेडियोवार्ता लोकवाणी की चौथी कड़ी का प्रसारण आगामी 10 नवम्बर को होगा। लोकवाणी का प्रसारण छत्तीसगढ़ स्थित आकाशवाणी के सभी केन्द्रों, एफ.एम. रेडियो और क्षेत्रीय न्यूज चैनलों से सुबह 10.30 से 10.55 बजे तक होगा। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने समाज के हर वर्ग की भावनाओं, सवालों और सुझावों से अवगत होने तथा अपने विचार साझा करने के लिए लोकवाणी रेडियोवार्ता प्रारंभ की है। लोकवाणी में इस बार का विषय 'नगरीय विकास का नया दौर' रखा गया है। इस संबंध में कोई भी व्यक्ति आकाशवाणी रायपुर के दूरभाष नम्बर 0771-2430501, 2430502, 2430503 पर आगामी 28, 29 एवं 30 अक्टूबर को अपरान्ह 3 से 4 बजे के बीच फोन करके अपने सवाल रिकार्ड करा सकते हैं।


रेलवे का इतंजाम, वेटिंग होगी कंफर्म

रायपुर। रेलवे यात्रियों की हर परेशानी को दूर करने में लगा हुआ है! ताकि यात्रियों की यात्रा को आसान किया जा सके। इसको ध्यान में रखते हुए रेलवे यात्री को सीट व ट्रेन नंबर उपलब्ध कराने के लिए त्योहारी सीजन में एक्स्ट्रा डिब्बे लगाये जा रहे है ताकि सफर करने वाले यात्रियों को सीट कंफ़र्म को लेकर कोई परेशानी न हो। रेलवे प्रशासन द्वारा इसी क्रम में यात्रियों की सुविधा हेतु विभिन्न गाडियों में स्थायी रूप से अतिरिक्त कोच लगाये जा रहे हैं जिससे अधिकाधिक यात्रियों को कंफर्म सीट की सुविधा प्राप्त होगी। जिसका विवरण इसप्रकार है-


1 गाडी संख्या 18247/18248 बिलासपुर-रींवा-बिलासपुर एक्सप्रेस में 01 अतिरिक्त स्थायी एसी-3 कोच की सुविधा यात्रियों को बिलासपुर से 31 दिसम्बर 2019 से तथा रींवा से 01 जनवरी 2020 से प्राप्त होगी।
2 गाडी संख्या 12853/12854 दुर्ग-भोपाल-दुर्ग अमरकंटक एक्सप्रेस में 01 अतिरिक्त स्थायी एसी-1 सह एसी-2 कोच की सुविधा यात्रियों को दुर्ग से 31 दिसम्बर 2019 से तथा भोपाल से 01 जनवरी 2020 से प्राप्त होगी।
3 गाडी संख्या 18241/18242 दुर्ग-अम्बिकापुर-दुर्ग एक्सप्रेस में 01 अतिरिक्त स्थायी एसी-1 सह एसी-2 कोच की सुविधा यात्रियों को दुर्ग से 31 दिसम्बर 2019 से तथा भोपाल से 01 जनवरी 2020 से प्राप्त होगी।


'संविधान' का रक्षक इंडिया समूह, भक्षक भाजपा

'संविधान' का रक्षक इंडिया समूह, भक्षक भाजपा  संदीप मिश्र  शाहजहांपुर। समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को कहा कि मौजूदा...