सोमवार, 7 अक्तूबर 2019

एटीएम में नहीं मिलेगा 2000 का नोट

नई दिल्‍ली। आठ नवंबर 2016 नोटबन्दी का ऐलान और 500 और 1000 रुपये के नोटों का विमुद्रीकरण (नोटबंदी) लेकिन बैंक नहीं थे पूरी तरह तैयार। ऐलान के बाद सरकारी और गैर-सरकारी बैंकों ने अपने-अपने एटीएम अपग्रेड किए थे, नए नोटों के रंग और आकार को देखते हुए बड़े नोट के कैसेट को बदला गया था उधर सरकार ने नये जारी 100, 200, 500,  रुपये के नोटों का रंग और आकार भी बदल दिया । सभी बैंकों को उस वक्त अपने एटीएम को अपग्रेड करना पडा था। 
अब फिर से बैंकों द्वारा अपने एटीएम को अपग्रेड किया जा रहा है । दो हजार रुपये के नोट बैकों द्वारा लेन देन में कम किये जा रहे हैं। कुछ बैंक एटीएम में ही यह नोट ग्राहकों को मिल रहे हैं जो आने वाले दिनों में शायद नहीं मिलेंगे। क्योंकि बड़े नोट के स्थान पर छोटे नोट को ज्यादा महत्व देने की योजना पर बैंकों ने काम शुरू किया है और एटीएम से 2000 के नोटों की कैसेट को हटाया जा रहा है। उन्नाव की बात करें तो बैंक अधिकारियों के अनुसार एसबीआई के आवास विकास, सिविल लाइंस और शुक्लागंज एटीएम में सिर्फ 2000 रुपये के नोट की कैसेट है बाकी एटीएम से 2000 के नोटों की कैसेट हटा दी गई है। एसबीआई के मुख्य शाखा प्रबंधक सुनील कुमार के अनुसार जिले में 24 एटीएम में से 21 एटीएम से 2000 रुपये की कैसेट निकाली जा चुकी है। तीन एटीएम भी जल्द अपडेट होंगे। उधर,  पीएनबी चेस्ट ब्रांच और इलाहाबाद बैंक के अधिकारियों ने बताया कि छोटे नोट को ज्यादा बढ़ावा दिया जा रहा है।
इस तरह बड़े नोट धीरे-धीरे बैंक के साथ एटीएम में भी कम होंगे। इसकी शुरुआत 2000 रुपये के नोट से हो चुकी है। आरबीआई से मिले संकेत के बाद भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने अपने एटीएम से बड़े नोट की कैसेट हटाना शुरू किया है। जिले में 24 में 21 एटीएम से कैसेट निकाली जा चुकी हैं। अब  500 रुपये के नोटों की कैसेट का नम्बर है। फिर सिर्फ 100 व 200 रुपये के नोट ही एटीएम में रह जाएंगे और इसके साथ ही 'डेबिट-क्रेडिट' कार्ड व्यवस्था को बढ़ाया जाएगा।
एटीएम या ऑनलाइन होने वाली धोखाधड़ी को रोकने के लिए 'योनो एप' से एटीएम जुड़ रहे हैं । इसके तहत बिना डेबिट और क्रेडिट कार्ड के ओटीपी के जरिये खाते से रुपये का लेन—देन किया जा सकता है। 
ज्ञात रहे कि आरबीआई द्वारा 2000 के नोटों की छपाई बंद किए जाने के बाद अब बैंकों के द्वारा ने इस तरह से एटीएम में परिवर्तन किया जा रहा है एटीएम से 2000 के नोट नहीं निकल पाऐगे अगर किसी ग्राहक को 2000 रुपये का नोट चाहिए होगा, तो उसे वह बैंक शाखाओं में से ले सकेगा। 
बन्द नहीं होगें 2000 के नोट रहेंगे चलन में। 
2000 रुपये के नोट को एटीएम से हटाने पर यह अफवाह फैल सकती है तो ऐसी अफवाहों पर ध्यान न दे ऐसी अफवाह ना तो फैलाए और ना फैलने दे , कि बैंक आने वाले दिनों में इसका प्रचलन भी बंद कर देगा, ऐसा कुछ भी नहीं है। एक निजी बैंक से जुड़े वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि आरबीआई ने बैंकों से एटीएम में 2000 रुपये का कैसेट हटाने पर चरणबद्ध तरीके से काम करने के लिए कहा है। बैंकों से कहा गया है कि वो एटीएम में ज्यादा से ज्यादा 500, 200 और 100 रुपये के नोट रखें, जिससे लोगों को किसी तरह की परेशानी न हो क्योंकि एटीएम में 2000 रुपये का नोट निकलने पर कई ग्राहकों को परेशानी होती है । ऐसा इसलिए क्योंकि इस नोट का छुट्टा मिलने में बड़ी दिक्कत होती है। हालांकि बड़े भुगतान करने के लिए 2000 रुपये का नोट काफी काम आता है।


 


साड़ी ज्यादा ही फैशन ट्रेंड्स

साड़ी हमेशा से इंडियन वॉरड्रोब का हिस्सा रही है। महिलाएं सबसे पुराने वक्त से साड़ी पहनती आई हैं। माना जाता है करीब 5000 साल पहले इसकी खोज हुई। भारत की महिलाओं का यह सबसे पसंदीदा परिधान है। और अगर हम साड़ी पहनने की बात करें तो इसे पहनने के 50 तरीके हैं। 
बीते कुछ सालों में साड़ी कुछ ज्यादा ही फैशन ट्रेंड्स में है। नई स्टाइल्स, बॉलिवुड का असर और फैशनशोज में भी इसे जगह मिली है।


साड़ी पहनने में काफी कंफर्टेबल है और इससे पहनना भी काफी आसान है, इसे देखते हुए महिलाएं इसमें तरह-तरह के एक्सपेरिमेंट्स कर रही हैं। अगर आप वर्किंग वुमन है जिसे फॉर्मल तरीके से साड़ी पहननी है, तो आपके लिए यहां हैं कुछ बेहतरीन स्टाइल्स। गर्मी हो या सर्दी आप हर सीजन में साड़ी पहन सकती हैं। साड़ी पहनने का सबसे अच्छा तरीका है इसे बेल्ट के साथ पहनें। ऐसा करने से आपका पल्लू पूरे दिन एक ही जगह पर रहेगा।


जिन लोगों को प्लीट्स बनाने में दिक्कत आती है वे स्टिच्ड साड़ी पहन सकते हैं। इस तरह से आपको साड़ी की फिक्र की जरूरत नहीं पड़ेगी। साड़ी को और फॉर्मल लुक देने के लिए आप इस पर रेग्युलर ब्लैजर पहन सकते हैं। इसके साथ कॉन्ट्रास्टिंग शेड चुनें। आप पल्लू ब्लैजर के ऊपर या अंदर पहन सकते हैं, आपको जैसा भी पसंद हो।


डिप्रेशन बढ़ाती है गर्भ निरोधक गोलियां

एक नई स्टडी में सामने आया है कि गर्भनिरोधक गोली लेने वाली किशोरियों में अवसाद से जुड़े लक्षणों का खतरा अधिक रहता है। बता दें कि जब से 1962 में ब्रिटेन में यह गोली उपलब्ध हुई है, तब से शोधकर्ता ओरल बर्थ कंट्रोल और मूड के बीच संबंध समझने की कोशिश कर रहे हैं। 
यह स्टडी ब्रिघम और महिला अस्पताल, यूनिवर्सिटी मेडिकल सेंटर ग्रोनिंगन और लीडेन यूनिवर्सिटी मेडिकल सेंटर द्वारा की गई। इससे पहले इन संस्थानों द्वारा ब्रेस्ट कैंसर, ब्लड क्लॉट्स, वेट गेन को लेकर शोध हो चुके हैं।
जेएएमए मनोरोग मैग्जीन में पब्लिश स्टडी के अनुसार, शोधकर्ताओं ने स्टडी में 16 से 25 साल के बीच की उम्र लड़कियों का शामिल किया। इसके बाद शोधकर्ताओं का कहना था कि गर्भनिरोधक गोली लेने वाली किशोरियों में अन्य की तुलना में अधिक अवसाद से जुड़े लक्षणों का पता चला।
शोध में यह भी पता चला कि 16 साल की लड़कियों में अवसाद के लक्षण अधिक पाए गए। अवसाद के लक्षणों को लेकर किए गए सर्वे में अधिक रोने, सोने, खाने, आत्महत्या करने, उदासी आदि की समस्या सामने आई।


अजय के अपोजिट दिखेगी दीपिका

मुबंई। कुछ समय पहले खबर आई थी कि लव रंजन की अगली फिल्म में रणबीर कपूर और अजय देवगन साथ नजर आनेवाले हैं। कहा जा रहा था कि फिल्म में दीपिका पादुकोण भी नजर आएंगी और अजय देवदन रणबीर के पापा के किरदार में दिखेंगे। हालांकि , कुछ समय बाद यह भी सुनने को मिला कि दीपिका ने इस फिल्म से इनकार कर दिया है, लेकिन अब कुछ खबरें सुनने को मिल रही हैं, जो वाकई इंट्रेस्टिंग है।
कहा जा रहा था कि मीटू में लव रंजन का नाम सामने आने के दीपिका ने इस फिल्म को ना कर दिया है। हालांकि फैन्स दीपिका और रणबीर को साथ देखने के लिए बेसब्री से इंतज़ार कर रहे हैं, वहीं लेटेस्ट रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि फिल्म में दीपिका होंगी तो जरूर लेकिन वह रणबीर की लव-लाइफ नहीं बल्कि अजय देवगन की प्रेमिका के रूप में दिखेंगी।
वर्कफ्रंट की बात करें तो फिलहाल दीपिका अपनी अगली फिल्म छपाक में व्यस्त हैं जो एसिड अटैक सर्वाइवर लक्ष्मी अग्रवाल पर बनी है। इसके अलावा वह अपने पति रणवीर सिंह के साथ उनकी अगली फिल्म 83 में ऑनस्क्रीन वाइफ का किरदार भी निभाती दिखेंगी, जिसमें उनका किरदार कपिल देव की पत्नी रूमी देव का है। रणबीर की बात करें तो आलिया भट्ट के साथ फिल्म ब्रह्मास्त्र में नजर आनेवाले हैं। अजय देवगन की भी कई फिल्में पाइपलाइन में हैं, जिनमें तानाजी: द अनसंग वॉरियर, सूर्यवंशी, भुज: द प्राइड, मैदान जैसी फिल्में शामिल हैं।


कैट और विक्की एक-दूसरे को डेट ?

मुबंई। विकी कौशल ने फिल्म संजू के साथ ही तेजी से फेम पाई है। इस वजह से उनकी प्रफेशनल के साथ ही पर्सनल लाइफ भी सुर्खियों में बनी रहती है। विकी ने कुछ समय पहले माना था कि वह हरलीन सेठी के साथ रिलेशनशिप में हैं लेकिन इस बात के सामने आने के कुछ दिनों बाद ही दोनों के ब्रेकअप की खबर आ गई थी। उस समय से ही ऐसी रिपोर्ट्स भी सामने आईं कि विकी की कटरीना कैफ से बढ़ती नजदीकी रिश्ते के टूटने की वजह बनी। अभी भी कई रिपोर्ट्स आती हैं जिसमें इन दोनों स्टार्स के सीक्रेट रिलेशन में होने की बात कही जाती है। 
कैट और विकी के एक-दूसरे को डेट करने के दावों के पीछे कितनी सच्चाई है, उसका सच शायद अब सामने आ गया है। ऐक्टर के एक क्लोज फ्रेंड ने बताया कि, कटरीना और विकी पूरी तरह से सिंगल हैं और एक-दूसरे को डेट नहीं कर रहे हैं। दोनों जब मिलते हैं तो कभी-कभी फ्लर्ट जरूर करते हैं लेकिन इनके बीच कुछ भी सीरियस नहीं है। कटरीना और विकी के रिश्ते में होने का दावा करने वाली रिपोर्ट्स सही नहीं हैं।


वैसे बता दें कि ऐसी भी खबरें हैं कि विकी कौशल और कटरीना कैफ एक साथ फिल्म प्रॉजेक्ट में काम करते दिखाई दे सकते हैं। हालांकि, इसकी पुष्टि अभी तक किसी ने नहीं की है। वहीं इन दोनों के वर्क फ्रंट की बात करें तो विकी फिलहाल फिल्म सरदार उधम सिंह की शूटिंग कर रहे हैं। इसके साथ उनके पास तीन और मूवी प्रॉजेक्ट्स हैं। वहीं कटरीना कैफ जल्द ही एक बार फिर अक्षय कुमार के साथ फिल्म सूर्यवंशी में जोड़ी जमाती दिखाई देने वाली हैं।


पटाखा फैक्ट्री में धमाका, पांच लोग घायल

जाजपुर। ओडिसा के जाजपुर जिले में पटाखों की एक अवैध इकाई में विस्फोट हो जाने से दो महिलाओं समेत कम से कम पांच लोग घायल हो गये। पुलिस ने रविवार को बताया कि बिंझारपुर थाना क्षेत्र के बछाला गांव में शनिवार देर रात जब कारीगर पटाखे बना रहे थे, तब यह घटना घटी। विस्फोट के बाद कंक्रीट की छत का एक हिस्सा उड़ गया। पुलिस के अनुसार ग्रामीणों ने घायलों को घर से निकाला और जाजपुर के जिला मुख्यालय अस्पताल में भर्ती कराया।


पुलिस के मुताबिक बाद में तीन की हालत बिगड़ने पर उन्हें कटक के एससीबी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल ले जाया गया। बिंझारपुर थाने के प्रभारी इंसपेक्टर शिव चरण बेहरा ने कहा, '' विस्फोट में पांच लोग घायल हो गये। उनका अस्पताल में इलाज चल रहा है।'' उन्होंने कहा कि इस घटना की सटीक वजह का पता जांच के बाद ही पता चल पाएगी।


ऑनलाइन खरीददारी पर हैकरो की नजर

त्योहारों के मौसम में ऑनलाइन सेल में सतर्कता से खरीदारी करें। कहीं ऐसा न हो कि आपका बैंक खाता ही खाली हो जाए। ऑनलाइन लेनदेन पर साइबर हैकरों की नजर है जो उपभोक्ताओं के क्रेडिट और डेबिट कार्ड का डाटा चुराकर बैंक खाता खाली कर देते हैं। आपकी एक छोटी लापरवाही भारी पड़ सकती है।


अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया के बाद भारत में हैकिंग के मामले सबसे ज्यादा बढ़ रहे हैं। सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र की कंपनी सिमेंटिक की रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2018 में हर माह 4,800 वेबसाइट पर साइबर अपराधियों ने डाटा चुराने के लिए हमला किया। सिमेंटिक का कहना है कि उसने 37 लाख हमलों को नाकाम किया। इसमें 33 फीसदी हमले नवंबर-दिसंबर में हुए।


त्योहारों पर नजर : अक्तूबर-नवंबर त्योहारों का समय होता है। लोग नए साल की छुट्टियों के लिए यात्रा टिकट और होटल की बुकिंग भी कराते हैं। इस दौरान कंपनियां आकर्षक पेशकश करती हैं। इसलिए हैकर त्योहारों के मौसम में ज्यादा हमले करते हैं।


बड़ी साइटों पर भी खतरा : फॉर्म जैकिंग तकनीक से बड़ी ई कामर्स वेबसाइटों से कार्ड के सीवीवी नंबर चुराए जा रहे हैं।


ऐसे करते हैं हमला


– नामी वेबसाइट से मिलती-जुलती वेबसाइट बनाकर ठगी
– क्रेडिट-कार्ड का डाटा साझा करते ही खाता खाली कर देते हैं
– ई-कॉमर्स साइट पर भुगतान के दौरान कार्ड का डाटा चुराते हैं,फार्म जैकिंग तकनीक से सीवीवी नंबर चुरा लेते हैं


छोटी कंपनियां शिकार


साइबर विशेषज्ञों का कहना है कि हैकर छोटी ई-कॉमर्स कंपनियों की वेबसाइट को ज्यादा शिकार बनाते हैं। ये कंपनियां उपभोक्ताओं का डाटा सहेज कर रखती हैं, जबकि बड़ी ई-कॉमर्स कंपनियां उपभोक्ताओं के कार्ड की जानकारी नहीं सहेजतीं।


ऐसे करें बचाव


– देखें कि यूआरएल में सिक्योर मोड (https) में है या नहीं
– एंटीवायरस सॉफ्टवेयर वाले मोबाइल से ही खरीदारी करें
– खरीदारी में सार्वजनिक वाईफाई के इस्तेमाल से बचें
– साइट की स्पेलिंग जांच करें
– कैश ऑन डिलिवरी चुनें


थोड़े प्रयास से कार्य पूर्ण होंगे:मकर

राशिफल


मेष-व्ययवृद्धि पर नियंत्रण नहीं रहेगा। दूसरों से अपेक्षा न करें। आशा व निराशा के बीच तनाव व चिंता रहेंगे। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। जल्दबाजी तथा भावनाओं में बहकर कोई निर्णय न लें। आय होगी। कारोबारी लाभ बना रहेगा। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें।


मंत्र : ॐ नम: शिवाय या ॐ शिवाय नम:।


वृष-रुका हुआ पैसा तथा पैसा वसूली में सफलता मिलेगी। मनोरंजक यात्रा का कार्यक्रम बन सकता है। व्यापार-व्यवसाय में लाभ वृद्धि होगी। घर-बाहर सभी तरफ से सहयोग प्राप्त होगा। प्रसन्नता बनी रहेगी। आलस्य हावी रह सकता है। दूसरों के झगड़ों में न पड़ें। लाभ होगा।


मंत्र : ॐ मातंगी नम: या सर्वमंगलमांगल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके। शरण्ये त्र्यंबके गौरि नारायणि नमोऽस्तुते।


मिथुन-तंत्र-मंत्र में रुचि जागृत हो सकती है। किसी तीर्थ यात्रा का आयोजन हो सकता है। आर्थिक उन्नति हेतु विचार-विमर्श लाभकारी रहेगा। सामाजिक सेवा व दान-पुण्य के कार्य करने की प्रेरणा मिलेगी। मित्रों तथा परिवार के सदस्यों का सहयोग मिलेगा। घर-बाहर प्रसन्नता बनी रहेगी।


मंत्र : ॐ शिव शक्त्यै नम: मंत्र जाप करें।


कर्क-किसी धर्मस्थल की यात्रा-दर्शन आदि के सुयोग बनेंगे। किसी प्रभावशाली व्यक्ति का सहयोग व मार्गदर्शन प्राप्त होगा। राजकीय व्यक्ति से परिचय बढ़ सकता है। व्यस्तता रहेगी। थकान व कमजोरी रह सकती है। धन प्राप्ति सुगम होगी। घर-बाहर प्रसन्नता का वातावरण रहेगा।


मंत्र : ॐ आनंदांनायकायै नम: मंत्र जाप करें।


सिंह-सेहत के बारे में लापरवाही भारी पड़ सकती है। काम करते समय किसी भी तरह की जल्दबाजी व लापरवाही न करें। वाहनादि के प्रयोग में सावधानी रखें। कुसंगति से बचें। हंसी-मजाक में हल्कापन न हो तथा दूसरे के कार्य में हस्तक्षेप न करें। व्यापार ठीक चलेगा!


मंत्र : ॐ दीप लक्ष्म्यै नम: मंत्र जाप करें।


कन्या-घर-बाहर सब तरफ हर कार्य में सहयोग प्राप्त होगा। किसी बड़ी समस्या का समाधान होगा। विवाह के इच्छुक व्यक्तियों को वैवाहिक प्रस्ताव प्राप्त हो सकता है। भाइयों का सहयोग प्राप्त होगा। धन प्राप्ति सुगम होगी। उत्साह व प्रसन्नता बने रहें!


मंत्र : ॐ सर्वमंत्रमयी नम: मंत्र जाप करें।


तुला-किसी संपत्ति का सौदा बड़ा लाभ दे सकता है। किसी कार्य की बाधा दूर होकर लाभ के अवसर प्राप्त होंगे। घर-बाहर वातावरण अनुकूल बनेगा। मित्रों व संबंधियों के साथ समय सुखमय व्यतीत होगा। उत्साह व प्रसन्नता में वृद्धि होगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे।


मंत्र : ॐ अंबे नम: मंत्र जाप करें।


वृश्चिक-किसी मांगलिक कार्यक्रम का आयोजन हो सकता है। स्वादिष्ट भोजन का आनंद प्राप्त होगा। किसी पार्टी व पिकनिक का आयोजन हो सकता है। रचनात्मक तथा बौद्धिक कार्य सफल रहेंगे। वरिष्ठ व्यक्तियों की शुभ सलाह प्राप्त होगी। रुके कार्यों में गति आएगी। धनार्जन होगा।


मंत्र : ॐ ब्रह्मांड नायिकायै नम: मंत्र जाप करें।


धनु-बुरी खबर प्राप्त हो सकती है। मेहनत अधिक और लाभ कम होगा। कार्यों की सफलता में शंका रहेगी। विवाद को बढ़ावा न दें। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। धनहानि की आशंका है। चिंता तथा तनाव रहेंगे। व्यापार-व्यवसाय सामान्य रहेगा। प्रियजनों के साथ रिश्तों में खटास आ सकती है।


मंत्र : ॐ विद्या लक्ष्म्यै नम: मंत्र जाप करें।


मकर-थोड़े प्रयास से कार्य पूर्ण होंगे। मित्रों व रिश्तेदारों का सहयोग प्राप्त होगा। किसी बड़े कार्य को करने की योजना बनेगी। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। परमार्थ करने का अवसर प्राप्त हो सकता है। घर-बाहर प्रतिष्ठा बढ़ेगी। धन प्राप्ति सुगम होगी। प्रसन्नता रहेगी।


मंत्र : ॐ आद्य नायकायै नम: मंत्र जाप करें।


कुंभ-मित्र व संबंधियों से मुलाकात होगी। अच्‍छी खबरें मिलेंगी। आय बनी रहेगी। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। किसी मनोरंजक यात्रा का आयोजन हो सकता है। दूसरों के झगड़ों में न पड़ें। विवेक का प्रयोग समस्या से मुक्ति दिलाएगा। प्रसन्नता बनी रहेगी।


मंत्र : ॐ शांभवी नम


मीन-अप्रत्याशित लाभ के अवसर प्राप्त हो सकते हैं। आर्थिक उन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। भाग्य की अनुकूलता रहेगी। किसी बड़े काम के लंबित प्रयास अब सफल रहेंगे। अपेक्षित कार्य पूर्ण होने से उत्साह व प्रसन्नता में वृद्धि होगी। आलस्य न करें।


मंत्र : ॐ कात्यायनी नम: मंत्र जाप करें।


महत्वपूर्ण फल आलूबुखारा

अलूचा या आलू बुखारा (अंग्रेजी नाम : प्लम ; वानस्पतिक नाम : प्रूनस डोमेस्टिका) एक पर्णपाती वृक्ष है। इसके फल को भी अलूचा या प्लम कहते हैं। फल, लीची के बराबर या कुछ बड़ा होता है और छिलका नरम तथा साधरणत: गाढ़े बैंगनी रंग का होता है। गूदा पीला और खटमिट्ठे स्वाद का होता है। भारत में इसकी खेती बहुत कम होती है; परंतु अमरीका आदि देशों में यह महत्वपूर्ण फल है। आलूबुखारा (प्रूनस बुखारेंसिस) भी एक प्रकार का अलूचा है, जिसकी खेती बहुधा अफगानिस्तान में होती है। अलूचा का उत्पत्तिस्थान दक्षिण-पूर्व यूरोप अथवा पश्चिमी एशिया में काकेशिया तथा कैस्पियन सागरीय प्रांत है। इसकी एक जाति प्रूनस सैल्सिना की उत्पत्ति चीन से हुई है। इसका जैम बनता है।


आलू बुख़ारा एक गुठलीदार फल है। आलू बुख़ारे लाल, काले, पीले और कभी-कभी हरे रंग के होते हैं। आलू बुख़ारों का ज़ायका मीठा या खट्टा होता है और अक्सर इनका पतला छिलका अधिक खट्टा होता है। इनका गूदा रसदार होता है और इन्हें या तो सीधा खाया जा सकता है या इनके मुरब्बे बनाए जा सकते हैं। इनके रस पर खमीर उठने पर आलू बुख़ारे की शराब भी बनाई जाती है। सुखाए गए आलू बुख़ारों को बहुत जगहों पर खाया जाता है और उनमें ऑक्सीकरण रोधी (ऐन्टीआक्सडन्ट) पदार्थ होते हैं जो कुछ रोगों से शरीर को सुरक्षित रखने में मददगार हो सकते हैं। आलू बुख़ारों की कई क़िस्मों में कब्ज़ का इलाज करने वाले (यानि जुलाब के) पदार्थ भी होते हैं।


यह खटमिट्ठा फल भारत के पहाड़ी प्रदेशों में होता है। अलूचा के सफल उत्पादन के लिए ठंडी जलवायु आवश्यक है। देखा गया है कि उत्तरी भारत की पर्वतीय जलवायु में इसकी उपज अच्छी हो सकती है। मटियार, दोमट मिट्टी अत्यंत उपयुक्त है, परंतु इस मिट्टी का जलोत्सारण (ड्रेनेज) उच्च कोटि का होना चाहिए। इसकी सिंचाई आड़ू की भांति करनी चाहिए।


अलूचा का वर्गीकरण फल पकने के समयानुसार होता है :


(१) शीघ्र पकनेवाला, जैसे अलूचा लाल, अलूचा पीला, अलूचा काला तथा अलूचा ड्वार्फ;
(२) मध्यम समय में पकनेवाला, जैसे अलूचा लाल बड़ा, अलूचा जर्द तथा आलूबुखारा;
(३) विलंब से पकनेवाला, जैसे अलूचा ऐल्फा, अलूचा लेट, अलूचा एक्सेल्सियर तथा केल्सीज जापान।
अलूचा का प्रसारण आँख बाँधकर (बडिंग द्वारा) किया जाता है। आड़ू या अलूचा के मूल वृंत पर आंख बांधी जाती है। दिसंबर या जनवरी में १५-१५ फुट की दूरी पर इसके पौधे लगाए जाते हैं। आरंभ के कुछ वर्षों तक इसकी काट-छांट विशेष सावधानी से करनी पड़ती है। फरवरी के आरंभ में फूल लगते हैं। शीघ्र पकनेवाली किस्मों के फल मई में मिलने लगते हैं। अधिकांश फल जून-जुलाई में मिलते हैं। लगभग एक मन फल प्रति वृक्ष पैदा होता है।


समुदाय का विकसित जंतु घोंघा

उदरपाद (गैस्ट्रोपोडा) मोलस्का समुदाय में सबसे अधिक विकसित जंतु हैं। इनके शरीर सममित नहीं होते। प्रावार (मैंटल) दो टुकड़ों में विभाजित नहीं रहता, इसलिए खोल भी दो पार्श्वीय कपाटिकाओं का नहीं वरन् एक ही असममित कपाटिका का बना हुआ रहता है। यह कपाटिका साधारणत: सर्पिल आकृति में कुंडलीकृत होती है। इसके भीतर स्थित जंतु के शरीर का पृष्ठीय भाग भी, जिसमें आंतरंग (विसरा) का अधिकांश भाग रहता है और जिसे आंतरंग कुब्ब कहते हैं, सर्पिल आकृति में कुडलीकृत रहता है। शरीर ऊपर से नीची दिशा में चपटा रहता है। प्रावारीय गुहा में दो गलफड़ स्थित रहते हैं। बहुतों में केवल एक ही गलफड़ होता है। अधिकांश में एक शिर भी होता है जिसमें आकर्षणांग स्थित रहते हैं। शिर के पीछे अच्छी प्रकार से उन्नत एक औदरिक पैर रहता है। पैर का औदरिक तल चपटा, चौड़ा और बहुत फैला रहता है। वक्त्रगुहा में एक विशेष अवयव रहता है जिसको दंतवाही (ओडोंटोफ़ोर) कहते हैं। यह नन्हें नन्हें दाँतों के सदृश अवयव का आधार होता है। वृक्क केवल एक होता है। चेतासंहति में छह जोड़ी चेतागुच्छ पाए जाते हैं। उदरपाद एकलिंगों या उभयलिंगी हो सकते हैं। कृमिवर्धन में रूपांतरण का दृश्य भी देखने में आता है।


उदरपाद अधिकतर पानी में रहते हैं। इनकी आदिम जातियाँ समुद्रों में रहती हैं। ये समुद्र के पृष्ठ पर रेंगती हैं, कुछ कीचड़ या बालू में घर बनाती हैं या चट्टानों में छेद करती हैं। कुछ ऐसे भी उदरपाद हैं जो समुद्र के पृष्ठ पर उलटे रहकर तैरते हैं; विशेषकर टेरोपॉड और हेटेरोपॉड, जिनके पैर मछली के पक्षों (फ़िन्स) के समान होते हैं, खुले समुद्र के पृष्ठ पर तैरते देखे जाते हैं।


उदरपाद समुद्र में १८,०० फुट की गहराई तक पाए जाते हैं। बहुतेरे उदरपाद मीठे जल में भी रहते हैं। पलमोनेट नामक उदरपाद स्थल और ऊँचे ऊँचे पहाड़ों पर भी पाए जाते हैं। निम्न केंब्रियन युग के बहुतेरे जीवाश्मभूत उदरपादों का भी पता चला है।


घोंघा (स्नेल), मंथर (स्लग), पैरैला, एपलीशिया तथा ट्राइटन उदरपादों के मुख्य उदाहरण हैं। घोंघा और मंथर मनुष्य के भोजन के लिए उपयुक्त होते हैं। कुछ जंतु उद्यानों में पौधों को हानि पहुँचाते हैं। अनेक उदरपादों के खोलों से अलंकार, यंत्र तथा बरतन बनते हैं। कौड़ियों का पहले मुद्रा या सिक्के के रूप में प्रयोग होता था। शंख, जो मंदिरों में बजाया जाता है, एक विशेष उदरपाद की खोल है।


कनेर की जानलेवा सुंदरता

कनेर पीली का दूध शरीर की जलन को नष्ट करने वाला और विषैला होता है। इसकी छाल कड़वी भेदन व बुखार नाशक होती है। छाल की क्रिया बहुत ही तेज होती है, इसलिए इसे कम मात्रा में सेवन करते है। नहीं तो पानी जैसे पतले दस्त होने लगते हैं। कनेर का मुख्य विषैला परिणाम हृदय की मांसपेशियों पर होता है। इसे अधिकतर औषधि के लिये उपयोग में लाया जाता है।


विषाक्त:-कनेर का बीज विषाक्त होता है। एक बीज का सेवन भी जान लेने के लिये काफी है। कनेर का जहर डाइगाक्सीन ड्रग की तरह है। डाइगाक्सीन दिल की धड़कन की रफ्तार कम करता है। कनेर का एक बीज डाइगाक्सीन के सौ टैबलेट के बराबर होता है। पहले तो यह दिल की धड़कन को धीमा करता है और आखिरकार एकदम रोक दोता है। क्या यह सच है। अभी इसका कोई पक्का प्रमाण नही मिला है। कृपया इसका पक्का प्रमाण दे अगर आपके आस पास कनेर के बीजों से कुछ हुआ है तो कृपया जरूर बताएं


अभिमान रूपी बुराई का अंत

लंकाकाण्ड वाल्मीकि कृत रामायण और गोस्वामी तुलसीदास कृत श्री राम चरित मानस का एक भाग (काण्ड या सोपान) है।


जाम्बवन्त के आदेश से नल-नील दोनों भाइयों ने वानर सेना की सहायता से समुद्र पर पुल बांध दिया। श्री राम ने श्री रामेश्वर की स्थापना करके भगवान शंकर की पूजा की और सेना सहित समुद्र के पार उतर गये। समुद्र के पार जाकर राम ने डेरा डाला। पुल बंध जाने और राम के समुद्र के पार उतर जाने के समाचार से रावण मन में अत्यंत व्याकुल हुआ। मन्दोदरी के राम से बैर न लेने के लिये समझाने पर भी रावण का अहंकार नहीं गया। इधर राम अपनी वानरसेना के साथ सुबेल पर्वत पर निवास करने लगे। अंगद राम के दूत बन कर लंका में रावण के पास गये और उसे राम के शरण में आने का संदेश दिया किन्तु रावण ने नहीं माना।


शांति के सारे प्रयास असफल हो जाने पर युद्ध आरम्भ हो गया। लक्ष्मण और मेघनाद के मध्य घोर युद्ध हुआ। शक्तिबाण के वार से लक्ष्मण मूर्छित हो गये। उनके उपचार के लिये हनुमान सुषेण वैद्य को ले आये और संजीवनी लाने के लिये चले गये। गुप्तचर से समाचार मिलने पर रावण ने हनुमान के कार्य में बाधा के लिये कालनेमि को भेजा जिसका हनुमान ने वध कर दिया। औषधि की पहचान न होने के कारण हनुमान पूरे पर्वत को ही उठा कर वापस चले। मार्ग में हनुमान को राक्षस होने के सन्देह में भरत ने बाण मार कर मूर्छित कर दिया परन्तु यथार्थ जानने पर अपने बाण पर बिठा कर वापस लंका भेज दिया। इधर औषधि आने में विलम्ब देख कर राम प्रलाप करने लगे। सही समय पर हनुमान औषधि लेकर आ गये और सुषेण के उपचार से लक्ष्मण स्वस्थ हो गये।


रावण ने युद्ध के लिये कुम्भकर्ण को जगाया। कुम्भकर्ण ने भी राम के शरण में जाने की असफल मन्त्रणा दी। युद्ध में कुम्भकर्ण ने राम के हाथों परमगति प्राप्त की। लक्ष्मण ने मेघनाद से युद्ध करके उसका वध कर दिया। राम और रावण के मध्य अनेकों घोर युद्ध हुये और अन्त में रावण राम के हाथों मारा गया। विभीषण को लंका का राज्य सौंप कर राम सीता और लक्ष्मण के साथ पुष्पकविमान पर चढ़ कर अयोध्या के लिये प्रस्थान किया।


श्रीराम का जीवनकाल,पराक्रम

श्रीराम का जीवनकाल एवं पराक्रम महर्षि वाल्मीकि द्वारा रचित संस्कृत महाकाव्य रामायण के रूप में वर्णित हुआ है। रामायण में सीता के खोज में श्रीलंका जाने के लिए 25 किलोमीटर पत्थर के सेतु का निर्माण करने का उल्लेख प्राप्त होता है, जिसको रामसेतु कहते हैं, वह आज भी स्थित है, जिसकी कार्बन डेंटिंग में पांच हजार वर्ष पूर्व का अनुमान लगा गया है।


राम ( रामचंद्र )
निवासस्थान-अयोध्या, वैकुण्ठलोक (परमधाम)
अस्त्र-धनुष (कोदंड)
जीवनसाथी-सीता
माता-पिता-दशरथ (पिता),कौशल्या (माता)
एक माँ की संताने-भरत, लक्ष्मण, शत्रुघ्न
बच्चे-कुश, लव
मान्यता अनुसार गोस्वामी तुलसीदास ने भी उनके जीवन पर केन्द्रित भक्तिभावपूर्ण सुप्रसिद्ध महाकाव्य रामचरितमानस की रचना की है। इन दोनों के अतिरिक्त अन्य भारतीय भाषाओं में भी रामायण की रचनाएं हुई हैं, जो काफी प्रसिद्ध भी हैं। खास तौर पर उत्तर भारत में राम अत्यंत पूज्यनीय हैं और आदर्श पुरुष हैं। इन्हें पुरुषोत्तम शब्द से भी अलंकृत किया जाता है। मर्यादा-पुरुषोत्तम राम, अयोध्या के राजा दशरथ और रानी कौशल्या के सबसे बड़े पुत्र थे। राम की पत्नी का नाम सीता था इनके तीन भाई थे- लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न। हनुमान, राम के, सबसे बड़े भक्त माने जाते हैं। राम ने लंका के राजा रावण (जिसने अधर्म का पथ अपना लिया था) का वध किया। राम की प्रतिष्ठा मर्यादा पुरुषोत्तम के रूप में है। राम ने मर्यादा के पालन के लिए राज्य, मित्र, माता-पिता, यहाँ तक कि पत्नी का भी साथ छोड़ा। इनका परिवार आदर्श भारतीय परिवार का प्रतिनिधित्व करता है। राम रघुकुल में जन्मे थे, जिसकी परम्परा प्रान जाहुँ बरु बचनु न जाई[1] की थी। राम के पिता दशरथ ने उनकी सौतेली माता कैकेयी को उनकी किन्हीं दो इच्छाओं को पूरा करने का वचन (वर) दिया था। कैकेयी ने दासी मन्थरा के बहकावे में आकर इन वरों के रूप में राजा दशरथ से अपने पुत्र भरत के लिए अयोध्या का राजसिंहासन और राम के लिए चौदह वर्ष का वनवास माँगा। पिता के वचन की रक्षा के लिए राम ने खुशी से चौदह वर्ष का वनवास स्वीकार किया। पत्नी सीता ने आदर्श पत्नी का उदाहरण देते हुए पति के साथ वन जाना उचित समझा। भाई लक्ष्मण ने भी राम के साथ चौदह वर्ष वन में बिताए। भरत ने न्याय के लिए माता का आदेश ठुकराया और बड़े भाई राम के पास वन जाकर उनकी चरणपादुका (खड़ाऊँ) ले आए। फिर इसे ही राज गद्दी पर रख कर राजकाज किया। जब राम वनवासी थे तभी उनकी पत्नी सीता को रावण हरण (चुरा) कर ले गया। जंगल में राम को हनुमान जैसा मित्र और भक्त मिला जिसने राम के सारे कार्य पूरे कराये। राम ने हनुमान,सुग्रीव आदि वानर जाति के महापुरुषो की मदद से सीता को ढूँढ़ा। समुद्र में पुल बना कर लंका पहुँचे तथा रावण के साथ युद्ध किया। उसे मार कर सीता को वापस लाये। राम के अयोध्या लौटने पर भरत ने राज्य उनको ही सौंप दिया। राम न्यायप्रिय थे। उन्होंने बहुत अच्छा शासन किया इसलिए लोग आज भी अच्छे शासन को रामराज्य की उपमा देते हैं। इनके दो पुत्रों कुश व लव ने इनके राज्यों को सँभाला। वैदिक धर्म के कई त्योहार, जैसे दशहरा, राम नवमी और दीपावली, राम की वन-कथा से जुड़े हुए हैं।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस


हिंदी दैनिक


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण


October 08, 2019 RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-65 (साल-01)
2. मंगलवार, 08 अक्टूबर 2019
3. शक-1941,अश्‍विन,शुक्‍लपक्ष,तिथि-विजयदशमी,विक्रमी संवत 2076


4. सूर्योदय प्रातः 06:16,सूर्यास्त 06:05
5. न्‍यूनतम तापमान -22 डी.सै.,अधिकतम-32+ डी.सै., हवा की गति धीमी रहेगी, आद्रता बनी रहेगी।
6. समाचार पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है! सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा।
7. स्वामी, प्रकाशक, मुद्रक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102


9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.201102


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रविवार, 6 अक्तूबर 2019

मां सिद्धिदात्री रूपेण संस्थिता

माँ दुर्गाजी की नौवीं शक्ति का नाम सिद्धिदात्री हैं। ये सभी प्रकार की सिद्धियों को देने वाली हैं। नवरात्र-पूजन के नौवें दिन इनकी उपासना की जाती है। इस दिन शास्त्रीय विधि-विधान और पूर्ण निष्ठा के साथ साधना करने वाले साधक को सभी सिद्धियों की प्राप्ति हो जाती है। सृष्टि में कुछ भी उसके लिए अगम्य नहीं रह जाता है। ब्रह्मांड पर पूर्ण विजय प्राप्त करने की सामर्थ्य उसमें आ जाती है।


सिद्धिदात्री- नवदुर्गाओं में नवम
देवनागरी-सिद्धिदात्री
संबंध-हिन्दू देवी
अस्त्र-कमल
जीवनसाथी-शिव
सवारी-सिंह
श्लोक:-सिद्धगन्धर्वयक्षाद्यैरसुरैरमरैरपि । सेव्यमाना सदा भूयात् सिद्धिदा सिद्धिदायिनी।।


सिद्धियां:- मार्कण्डेय पुराण के अनुसार अणिमा, महिमा, गरिमा, लघिमा, प्राप्ति, प्राकाम्य, ईशित्व और वशित्व- ये आठ सिद्धियाँ होती हैं। ब्रह्मवैवर्त पुराण के श्रीकृष्ण जन्म खंड में यह संख्या अठारह बताई गई है। इनके नाम इस प्रकार हैं-


माँ सिद्धिदात्री भक्तों और साधकों को ये सभी सिद्धियाँ प्रदान करने में समर्थ हैं। देवीपुराण के अनुसार भगवान शिव ने इनकी कृपा से ही इन सिद्धियों को प्राप्त किया था। इनकी अनुकम्पा से ही भगवान शिव का आधा शरीर देवी का हुआ था। इसी कारण वे लोक में 'अर्द्धनारीश्वर' नाम से प्रसिद्ध हुए।


माँ सिद्धिदात्री चार भुजाओं वाली हैं। इनका वाहन सिंह है। ये कमल पुष्प पर भी आसीन होती हैं। इनकी दाहिनी तरफ के नीचे वाले हाथ में कमलपुष्प है। प्रत्येक मनुष्य का यह कर्तव्य है कि वह माँ सिद्धिदात्री की कृपा प्राप्त करने का निरंतर प्रयत्न करे। उनकी आराधना की ओर अग्रसर हो। इनकी कृपा से अनंत दुख रूप संसार से निर्लिप्त रहकर सारे सुखों का भोग करता हुआ वह मोक्ष को प्राप्त कर सकता है।


स्तुति:-या देवी सर्वभू‍तेषु माँ सिद्धिदात्री रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।


अर्थ:- हे माँ! सर्वत्र विराजमान और माँ सिद्धिदात्री के रूप में प्रसिद्ध अम्बे, आपको मेरा बार-बार प्रणाम है। या मैं आपको बारंबार प्रणाम करता हूँ। हे माँ, मुझे अपनी कृपा का पात्र बनाओ।


सिद्धार्थ ने सैफाली को किस किया

बिग बॉस 13: सिद्धार्थ डे ने सलमान खान के सामने किया इस कंटेस्टेंट को 'किस


मुबंई। सलमान खान के शो बिग बॉस 13 में शनिवार को पहला वीकेंड का वार हुआ। इस दौरान सलमान खान ने घर के सदस्यों के साथ मस्ती करने के अलावा उनकी क्लास भी ली। 'बीबी हॉस्पिटल टास्क' के दौरान आरती और शेफाली के बीच हुए विवाद को सलमान खान ने खत्म किया। कंटेस्टेंट से पूरे हफ्ते का हालचाल लेते समय सलमान खान उस समय असहज हो गए जबकि उनकी एक्स गर्लफ्रेंड ऐश्वर्या राय बच्चन का जिक्र हुआ।


बिग बॉस के घर में पिछले दिन हुए टास्क बीबी हॉस्पिटल में शेफाली बग्गा ने देबोलीना भट्टाचार्य को क्वीन बनने नहीं दिया। इसमें बाद से घर के सभी सदस्य दो हिस्सो में बंट गए। इसमें सिद्धार्थ डे और शहनाज गिल को छोड़कर घर के सभी सदस्य शेफाली के खिलाफ हो गया। लेकिन 'वीकेंड का वॉर' में सलमान खान में शेफाली के इस कदम को स्पोर्ट किया। इसके साथ ही शेफाली को इस हफ्ते सेफ कर दिया। इसी खुशी में शेफाली के साथ बैठे सिद्धार्थ डे ने शेफाली बग्गा को किस किया।


सलमान खान ने शो में सभी कंटेस्टेंट्स से पूछा था कि उन्हें घर में सबसे स्ट्रॉन्ग कनेक्शन किसका लगता है तो इसके जवाब में ज्यादातर ने शहनाज गिल और पारस छाबड़ा का नाम लिया। इसके बाद सलमान ने सिद्धार्थ डे की खिचाई करते हुए कहा कि तुम इन दोनों के बीच में क्यों आ रहे हो? सिद्धार्थ डे ने कहा कि सर आपकी फिल्म थी हम दिल दे चुके सनम, उसमें अजय देवगन आखिर में ऐश्वर्या राय को ले गए थे। क्या आप अजय देवगन, पारस सलमान खान और शहनाज पंजाब की कटरीना कैफ नहीं ऐश्वर्या राय है। सिद्धार्थ की ये बात सुनकर सलमान थोड़ा सा असहज हो गए। इस पर सलमान खान ने सिद्धार्थ डे का जमकर मजाक बनाया। सलमान ने कहा कि बस मौके मिला नहीं की किस कर के कैलोरी बर्न करने लगे। इस पर घर के बांकी सदस्य हंसने लग जाते हैं।


गौरतलब है कि बिग बॉस का 13वां सीजन अपने ग्रैंड प्रीमियर से ही विवादों में बना हुआ है। इसमें दो अलग-अलग समुदाय के लड़के-लड़की के बेड शेयर करने को लेकर बिग बॉस के खिलाफ लोगों में नाराजगी है। इसके बाद ट्विटर पर इसे लेकर कई हैशटैग ट्रेंड करने लगे।


'औरतें' भी करेगी आमरण-अनशन'

गौतमबुध नगर,दादरी। शाहबेरी, जिला गौतम बुध नगर में पिछले 1 साल से प्राधिकरण द्वारा बड़े बिल्डरों के इशारे पर किए जा रहे दमनकारी नीतियों के तहत कार्रवाई के विरोध में और प्राधिकरण सरकार  के खिलाफ 11 अक्टूबर से भूख हड़ताल के संबंध में पंचायत का आयोजन  किया गया। जिसमें हजारों की संख्या में निर्दोष बायर्स और आम जनता व भारतीय किसान संगठन के प्रदेश अध्यक्ष जितेंद्र यादव वह गौतम बुधनगर आम आदमी पार्टी के अध्यक्ष गाजियाबाद के जिला अध्यक्ष चेतन त्यागी जी ने भाग लिया, और शाहबेरी संघर्ष समिति ने फैसला लिया गया कि 11 अक्टूबर से अनिश्चितकालीन आमरण अनशन पर जाएंगे और इस दौरान आसपास के गांवों के किसानों का पूरा समर्थन मिलेगा। सुपर टेट एवं अन्य हाई राइज बिल्डिंग में पैसा फसा चुके निर्दोष बायर्स का भी पूरा समर्थन मिलेगा। अनिश्चितकालीन आमरण अनशन के दौरान शाहबेरी क्षेत्र के तमाम 25000 परिवार के सवा लाख लोग अपना पूरा समर्थन दे रहे हैं। साथ ही आमरण अनशन शुरू होने के 3 दिन के अंदर अगर प्रशासन या प्राधिकरण ने हमारी समस्या का समाधान नहीं किया तो हम सभी शाहबेरी निवासी अपना बोरिया बिस्तर बर्तन बिछावन लेकर प्राधिकरण के दफ्तर के बाहर जाकर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन पर बैठ जाएंगे और तब तक वहां से नहीं हटेंगे जब तक कि हमारी समस्या का समाधान न निकाला जाए। इस दौरान शाहबेरी की महिलाओं ने भी शाहबेरी संघर्ष समिति को समर्थन दिया और बोला कि हम लोग अपना चूल्हा चौका बंद करके भी इस अनशन को समर्थन देंगे।


'संगम' पर नहीं होगा मूर्ति विसर्जन

नहीं होगा इस बार संगम में मूर्तियों का विसर्जन। 


गंगा नदी के बाढ़ की स्थिति के कारण संगम तट पर काली रोड पर प्रतिवर्ष होने वाले दुर्गा पूजा में पूजित मूर्तियों का विसर्जन इस वर्ष नहीं हो पाएगा। 


प्रयागराज। जिलाधिकारी के अनुपस्थिति के कारण अपर जिलाधिकारी नगर के आदेश अनुसार नवीन विसर्जन स्थल महेंद्र प्रताप सिंह डिग्री कॉलेज अंदावा झूँसी थाना सराय इनायत के सामने बने बड़े तालाब पर कराया जाएगा एवं शहर की तमाम कमेटियों  को सूचित करने का कार्य शुरू कर दिया गया है तथा सभी विभागों को उपरोक्त स्थल पर विसर्जन हेतु तमाम व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करने का आदेश भी दे दिया गया है। 


पूरे शहर में लगभग 70 से ज्यादा कमेटियां और लगभग 130 घरेलू दुर्गा पूजा होती है एवं कई कई मूर्तियां काफी बड़ी और भारी होती है जिसकी वजह से इन मूर्तियों को लाने ले जाने के लिए एवं विसर्जित करने के लिए बड़ी बड़ी गाड़ियों और काफी ज्यादा लोगों की जरूरत होती है,  इस पर शहर से लगभग 15 किलोमीटर दूर इस नए विसर्जन स्थल पर कितनी मूर्तियां पहुंच पाएंगी और इन मूर्तियों को वहां तक पहुंचाने के लिए जो व्यवस्थाएं जैसे ट्रैफिक सुरक्षा एवं घाटों की परिस्थितियां आवश्यक है उनका इंतजाम मात्र 2 दिनों में कैसे हो पाएगा यह तो प्रशासन ही बता सकता है लेकिन कई ऐसी कमेटियां हैं जो लगभग 30 से 35 किलोमीटर दूर से नवीन विसर्जन स्थल पर पहुंचेंगे
 रिपोर्ट-बृजेश केसरवानी


घुसपैठियों के खिलाफ सर्च ऑपरेशन

लखनऊ। लखनऊ में अवैध बांग्लादेशी और विदेशी नागरिकों को लेकर अभियान पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) के आदेश के बाद लखनऊ पुलिस ने अवैध रूप से रह रहे नागरिकों के खिलाफ सर्च ऑपरेशन चलाया। यह अभियान लखनऊ के गोमती नगर इलाके में विभूतिखंड पुलिस ने कठौता इलाके में चलाया गया।
झुग्गी-झोपड़ियों में रह रहे लोगों से पूछताछ
इस अभियान के तहत पुलिस ने बस्तियों में छापेमारी की और झुग्गी-झोपड़ियों में रह रहे लोगों से पूछताछ की। साथ ही उनके डॉक्युमेंट्स चेक किए। वोटर आईडी, पैनकार्ड, आधार कार्ड सहित तमाम दस्तावेजों के जरिए जांच और पूछताछ की गई। इससे पहले लखनऊ एसएसपी कलानिधि नैथानी ने अवैध बंगलादेशी और विदेशी नागरिकों के लिए टीम गठित की।
एंटी हेल्पलाइन नंबर जारी
एसएसपी कलानिधि नैथानी ने एसपी नॉर्थ को नोडल अफसर बनाया गया और एक एंटी हेल्पलाइन नंबर जारी कर ऐसे लोगों के खिलाफ सूचना देने को भी कहा गया है। एसएसपी ने कहा कि डीजीपी के आदेश के मुताबिक अवैध बांग्लादेशी और विदेशी नागरिकों को सर्च किया जाएगा।
डीजीपी ने कहा कि इस अभियान के तहत गठित की गई टीम को आदेश दिया गया है कि मकान मालिकों से कहा जाए जो विदेशी नागरिक उनके घरों में किराए पर रह रहे हैं, वह अपना सत्यापन करवा लें। अवैध रूप से रह रहे विदेशी नागरिकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।


स्पा सेंटर पर छापा, 19 लोग गिरफ्तार

नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटे गाजियाबाद में 3 स्पा सेंटर्स पर पुलिस ने छापा मारा। छापेमारी में पुलिस ने 19 लोगों को गिरफ्तार किया है। शनिवार देर रात इंदिरापुरम थाना पुलिस को मुखबिरों से खबर मिली कि इलाके में चल रहे कुछ स्पा सेंटर्स अवैध तरीके से चलाए जा रहे हैं। इतना ही नहीं इन स्पा सेंटरों में सेक्स रैकेट भी चलाए जा रहे थे।


जानकारी मिलते ही इंदिरापुरम के एसओ ने एक टीम गठित की और इलाके में चल रहे 3 स्पा सेंटरों पर छापा मारा। छापे में मुखबिरों की खबर सही निकली। इसके बाद 3 अलग- अलग स्पा से 10 लड़कों और 9 लड़कियों को रात में गिरफ्तार किया गया। पुलिस के मुताबिक स्पा सेंटर में छापे के दौरान कई मोबाइल फोन और दवाइयां भी बरामद की गईं। पुलिस ने स्पा सेंटर से एक रजिस्टर भी जब्त किया है, जिसकी पड़ताल जारी है। देर रात हिरासत में लिए गए 10 लड़कों और 9 लड़कियों को पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया और तीनों स्पा सेंटरों को सील कर दिया गया। गिरफ्तार किए गए सभी आरोपियों को अदालत में पेश किया जाएगा।


इंद्रप्रस्थ धार्मिक रामलीला रहेगी नंबर वन

सचिन विसौरिया


गाजियाबाद। लोनी की इंद्रप्रस्थ धार्मिक रामलीला ने तोड़े सारे रिकॉर्ड 30 से 40,000 लोगों ने लिया भाग। इतनी बड़ी संख्या के बीच लोगों ने पहुंच कर लिया रामलीला मंचन का आनंद। राम के नाम की सार्थकता और क्षेत्रीय जनता का दुलार इस कदर उमड़ा की रामलीला मैदान में जनता ही जनता नजर आती थी। कमेटी के संयोजक पवन मावी ने बताया कि दिन-प्रतिदिन लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है। हमारा मकसद धार्मिक श्रीराम लीला इंद्रप्रस्थ को जिले की नंबर वन रामलीला बनाना है।


इंडोनेशिया में 6.0 तीव्रता का भूकंप, झटके

इंडोनेशिया में 6.0 तीव्रता का भूकंप, झटके  अखिलेश पांडेय  जकार्ता। इंडोनेशिया के पूर्वी प्रांत मालुकु में सोमवार के तेज झटके महसूस किए गए। इ...