शुक्रवार, 27 सितंबर 2019

आय के नए स्रोत प्राप्त होंगे-मकर

राशिफल


मेष-किसी भी कार्य में जल्दबाजी व लापरवाही न करें। शारीरिक कष्ट की आशंका है। भावना में बहकर कोई निर्णय न लें। कुसंगति से हानि होगी। आवश्यक वस्तु समय पर नहीं मिलेगी। तनाव रहेगा। आय में निश्चितता रहेगी। व्यापार-व्यवसाय से लाभ होगा।


वृष-व्यापार-व्यवसाय मनमाफिक चलेगा। राजकीय सहयोग समय पर प्राप्त होगा। जीवनसाथी से सहयोग प्राप्त होगा। दांपत्य जीवन सुखमय रहेगा। भाइयों का साथ रहेगा। सभी कार्य पूर्ण सफल होंगे। प्रसन्नता रहेगी। धन प्र‍ाप्ति सुगम होगी। प्रमाद न करें।


मिथुन-कारोबार में वृद्धि के योग हैं। संपत्ति के कार्य बड़ा लाभ दे सकते हैं। प्रमाद न कर समय का लाभ लें। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। शेयर मार्केट व म्युचुअल फंड इत्यादि से मनोनुकूल लाभ होगा। जल्दबाजी में कोई निर्णय न लें। घर-बाहर प्रसन्नता बनी रहेगी।



कर्क-बौद्धिक कार्य सफल रहेंगे। किसी प्रबुद्ध व्यक्ति का सहयोग व मार्गदर्शन प्राप्त होगा। पार्टी व पिकनिक का कार्यक्रम बन सकता है। लगन व उत्साह से कार्य कर पाएंगे। मनपसंद भोजन का आनंद प्राप्त होगा। निवेश शुभ रहेगा। आय में वृद्धि होगी। जीवन सुखमय व्यतीत होगा।


सिंह-किसी के उकसाने में न आएं। धनहानि की आशंका है। भावना में न बहकर विवेक का प्रयोग करें। लाभ होगा। कोई शोक समाचार मिल सकता है, धैर्य रखें। थकान व कमजोरी रह सकती है। भागदौड़ रहेगी। आय में निश्चितता बनी रहेगी।


कन्या-मेहनत का फल प्राप्त होगा। असहाय लोगों की मदद करने की इच्छा रहेगी। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। ईर्ष्यालु व्यक्तियों से सावधान रहें। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। आय के नए स्रोत प्राप्त हो सकते हैं। जीवन सुखमय व्यतीत होगा।


तुला-दूर से अच्छे समाचार प्राप्त होंगे। प्रसन्नता रहेगी। पुराने मित्रों से मुलाकात होगी। किसी प्रभावशाली व्यक्ति से परिचय हो सकता है। व्यापार-व्यवसाय अच्छा चलेगा। विवाद से बचें। कोई बड़ा काम करने का मन बनेगा। धन प्राप्ति सुगम होगी।


वृश्चिक-काफी समय से कोई बड़ा रुका हुआ कार्य पूर्ण हो सकता है। सफलता प्राप्त होगी। प्रसन्नता का माहौल रहेगा। आय में वृद्धि नए कार्य के साथ हो सकती है। निवेशादि में जल्दबाजी न करें। भाग्य की अनुकूलता का लाभ लें। प्रमाद न करें।


धनु-कोई बड़ा खर्च सामने आ सकता है। आर्थिक स्थिति बिगड़ सकती है। कुसंगति से हानि होगी। विवेक का प्रयोग करें। व्यस्तता के चलते स्वास्थ्य खराब हो सकता है। नौकरी में किसी से विवाद हो सकता है। क्रोध न करें। व्यापार, निवेश व यात्रा लाभदायक रहेंगे।


मकर-आय के नए स्रोत प्राप्त हो सकते हैं। रुका हुआ धन प्राप्त हो सकता है। यात्रा लंबी हो सकती है। पार्टनरों से मतभेद दूर होंगे। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। व्यापार-व्यवसाय अच्छा चलेगा। नौकरी में नए काम मिल सकते हैं। प्रसन्नता रहेगी।


कुंभ-योजना फलीभूत होगी। आय में वृद्धि होगी। कार्यकारी नए अनुबंध हो सकते हैं। प्रभावशाली व्यक्ति का सहयोग व मार्गदर्शन प्राप्त होगा। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। घर-बाहर प्रसन्नता का वातावरण निर्मित होगा। जल्दबाजी न करें।


मीन-तंत्र-मंत्र में रुचि जागृत हो सकती है। किसी विद्वान व्यक्ति का मार्गदर्शन प्राप्त होगा। क्रोध व उत्तेजना पर नियंत्रण रखें। धन प्राप्ति के प्रयास भरपूर करें। अधिक लाभ की संभावना है। चारों तरफ से सहयोग प्राप्त होगा। प्रसन्नता रहेगी।


प्याज का निर्यातक भारत

प्याज़ एक वनस्पति है जिसका कन्द सब्ज़ी के रूप में प्रयोग किया जाता है। भारत के महाराष्ट्र में प्याज़ की खेती सबसे ज्यादा होती है। यहाँ साल मे दो बार प्याज़ की फ़सल होती है। एक नवम्बर में और दूसरी मई के महीने के क़रीब होती है। प्याज़ भारत से कई देशों में निर्यात होता है, जैसे कि नेपाल, पाकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश, इत्यादि। प्याज़ की फ़सल कर्नाटक, गुजरात, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल मध्य प्रदेश जैसी जगहों पर अलग-अलग समय पर तैयार होती है। विश्व में प्याज 1,789 हजार हेक्टर क्षेत्रफल में उगाई जाती हैं, जिससे 25,387 हजार मी. टन उत्पादन होता है। भारत में इसे कुल 287 हजार हेक्टर क्षेत्रफल में उगाये जाने पर 2450 हजार टन उत्पादन प्राप्त होता है। महाराष्ट्र, उड़ीसा, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु तथा गुजरात आदि प्रदेशों में अधिकता से उगाया जाता है। यह शल्ककंदीय सब्जी है, जिसके कन्द सब्जी के रूप में उपयोग किए जाते हैं। कन्द तीखा होता है। यह तीखापन एक वाष्पशील तेल एलाइल प्रोपाइल डाय सल्फाइड कारण होता है। प्याज का उपयोग सब्जी, मसाले, सलाद तथा अचार तैयार करने के लिए किया जाता है। कन्द में आयरन, कैल्शियम, तथा विटामिन 'सी' पाया जाता है। कन्द तीखा, तेज, बलवर्धक, कामोत्तेजक, स्वादवर्धक, क्षुधावर्धक तथा महिलाओं में रक्त वर्धक होता है। पित्तरोग, शरीर दर्द, फोड़ा, खूनी बवासीर, तिल्ली रोग, रतौंधी, नेत्रदाह, मलेरिया, कान दर्द तथा पुल्टिस के रूप में लाभदायक है। अनिद्रा निवारक (बच्चों में), फिट (चक्कर) में सुंघाने के लिए उपयोगी। कीड़ों के काटने से उत्पन्न जलन को शान्त करता है (आयुर्वेद)। प्याज, एक तना जो कि छोटी-सी तस्तरी के रूप में होता है, अत्यन्त ही मुलायम शाखाओं वाली फसल है, जो कि पोले तथा गूदेदार होते हैं। रोपण के 2) से 3 माह पश्चात् तैयार हो जाती है। इसकी फसल अवधि 120-130 दिन है। औसत उपज 300 से 375 क्विंटल प्रति हेक्टर होती है। फसल मार्च-अप्रेल में तैयार हो जाती है।


विश्व की पांचवीं अर्थव्यवस्था

अर्थव्यवस्था विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है।क्षेत्रफल की दृष्टि से विश्व में सातवें स्थान पर है, जनसंख्या में इसका दूसरा स्थान है और केवल 2.4% क्षेत्रफल के साथ भारत विश्व की जनसंख्या के 17% भाग को शरण प्रदान करता है।


1991 से भारत में बहुत तेज आर्थिक प्रगति हुई है जब से उदारीकरण और आर्थिक सुधार की नीति लागू की गयी है और भारत विश्व की एक आर्थिक महाशक्ति के रूप में उभरकर आया है। सुधारों से पूर्व मुख्य रूप से भारतीय उद्योगों और व्यापार पर सरकारी नियंत्रण का बोलबाला था और सुधार लागू करने से पूर्व इसका जोरदार विरोध भी हुआ परंतु आर्थिक सुधारों के अच्छे परिणाम सामने आने से विरोध काफी हद तक कम हुआ है। हंलाकि मूलभूत ढाँचे में तेज प्रगति न होने से एक बड़ा तबका अब भी नाखुश है और एक बड़ा हिस्सा इन सुधारों से अभी भी लाभान्वित नहीं हुये हैं।


पाँचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था संपादित करें
2017 में भारतीय अर्थव्यवस्था मानक मूल्यों (सांकेतिक) के आधार पर विश्व का पाँचवा सबसे बड़ा अर्थव्यवस्था है। अप्रैल 2014 में जारी रिपोर्ट में वर्ष 2011 के विश्लेषण में विश्व बैंक ने "क्रयशक्ति समानता" (परचेज़िंग पावर पैरिटी) के आधार पर भारत को विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था घोषित किया। बैंक के इंटरनैशनल कंपेरिजन प्रोग्राम (आईसीपी) के 2011 राउंड में अमेरिका और चीन के बाद भारत को स्थान दिया गया है। 2005 में यह 10वें स्थान पर थी।2003-2004 में भारत विश्व में 12वीं सबसे बडी अर्थव्यवस्था थी। संयुक्त राष्ट्र सांख्यिकी प्रभाग (यूएनएसडी) के राष्ट्रीय लेखों के प्रमुख समाहार डाटाबेस, दिसम्बर 2013 के आधार पर की गई देशों की रैंकिंग के अनुसार वर्तमान मूल्यों पर सकल घरेलू उत्पाद के अनुसार भारत की रैंकिंग 10 और प्रति व्यक्ति सकल आय के अनुसार भारत विश्व में 161वें स्थान पर है। सन 2013 में प्रति व्यक्ति आय के लिहाज से विश्व बैंक के अनुसार भारत का 143 वाँ स्थान था।


कागभुसडं-लोमस मुनि क्रियाकलाप

गतांक से...


मैं बेटा चिकित्सा के संबंध में कोई विशेष चर्चा प्रकट करने नहीं आया हूं। मेरे प्यारे, महानंद जी नाना प्रकार की मुझे प्रेरणा देते रहते हैं। आज मैं इस प्रेरणा के ऊपर अपना कोई विचार देना नहीं चाहता हूं। विचार-विनिमय यह है कि काग भूषडं जी महर्षि लोमश मुनि महाराज जी की यह चर्चा हो रही थी कि हमें अपने को कैसे महान बनाना है और ब्रह्म जगत में आंतरिक जगत में जो यज्ञ हो रहा है। इस यज्ञ का संसार में क्या प्रतिफल है। मैंने बहुत पुरातन काल मैं तुम्हें निर्णय देते हुए कहा था कि हमारे यहां प्राण को जान करके ही वैज्ञानिक जन लोक-लोकातंरो के सूत्र को जानते हैं। मुझे एक समय स्मरण है कागभूषडं जी और लोमस मुनि महाराज अपनी स्थली पर विद्यमान हो करके यह अध्ययन कर रहे थे। उन्होंने सूर्य किरणों से सूक्ष्म-सा एक यंत्र का निर्माण किया। सभा में उनके विद्यालय में राजा संपाती महाराज, गरुड़ यह दोनों विद्यमान उनके शिष्य कहलाते थे और दोनों ने सूर्य विज्ञान के ऊपर बहुत अध्ययन किया है। प्राण सूत्र के ऊपर अध्ययन किया है। जब अध्‍यन करने लगे तो ऐसा मुझे स्मरण है कि उन्‍होने एक यंत्र का निर्माण किया और यंत्र में यह दृष्टिपात करते थे कि जो शब्द विज्ञान है। जो पृथ्वी की परिक्रमा कर रहा है जो लोक लोकातंरो की परिक्रमा करने वाला है। जो शब्द लोक में रमण करने वाला है। उस शब्द की प्रतिभा में मानव अपने में परिणित करता रहा है तो विचार विनिमय क्या है? यंत्रों में सूर्य विज्ञान में, सूर्य की किरणों को एकत्रित करने में लगे रहे और मुनि देखो वही सूर्य की किरण जो पृथ्वी के गर्भ में परिणित हो करके परमाणुओं का आदान प्रदान कर दिए थे। उन परमाणुओं को साकार रूप बनाने में सदैव सहयोगी सिद्ध हुए। तो मुझे कुछ ऐसा स्मरण है कि उन दोनों का कागभूषडं जी और लोमस मुनि महाराज जहां आध्यात्मिक विज्ञानवेता जहां आत्मा के ऊपर विवेचना करते रहते थे। वहां वह कई विज्ञान में भौतिक विज्ञान में भी रत रहते थे। एक समय अपने यंत्रों में विद्यमान हो करके एक और आकाशगंगा में गणना लगे। एक आकाशगंगा में चंद्र लोको की गणना करने लगे चंद्रमाओं की गणना करते करते ऐसा मुझे स्मरण है कि उन्होंने एक ही आकाशगंगा में अरबों चंद्रमा को दृष्टिपात किया। चंद्र मंडलों का दृष्टिपात करते हुए शांत हो गए और अंत में यह कहा कि यह तो विशाल विज्ञान है। विशाल विज्ञान में हम जाना नहीं चाहते हैं परमात्मा का विज्ञान इतना नितांत है। किसके ऊपर मानव अनुसंधान करने लगता है और अंत में मौन हो जाता है। अंत में मौन हो करके यह कहता है मैं तो बालक बन गया हूं। मैं तो प्रभु का पुत्र बन गया हूं। विज्ञान को जान नहीं पाता, जैसे माता की लोरीयो का पान करता हुआ बालक रहता है मैं अपने में मोह करके शिशु परवर्ती में परिणत हो जाता है तो देखो यह विशाल जगत है प्रभु का। इसके ऊपर प्रत्येक मानव परंपरागतो से ही अनुसंधानकर्ता रहा है। प्राण सूत्र में अपने को पिरोता रहा है। प्राण सूत्र में लोक-लोकातंरो जो एक सूत्र में पिरोए हुए हैं। उनको निहारता रहा है क्रिया रूप बनाता रहा है। परंतु देखो अंत में मौन हो गया है। आज का वेद मंत्र कह रहा था मातम्‌ ब्रह्म वाचा: देवम वृह।  कागभूषडं जी वेद मंत्रों के ऊपर चिंतन करते थे। चिंतन क्या है? माता एक प्रकार का रथ है माता एक प्रकार का रथ कहलाता है। रथन्‌ ब्रह्मा वाचा वह कैसे हैं। उसमें सब देवता विद्वान रहते हैं सब देवताओं की उसमें एक आत्मा है। वह एक अणु और परमाणु में सर्वत्र देवता विद्यमान रहते हैं। अणु भी परमाणु भी एक प्रकार का रथ बना हुआ है। रथ कैसे बना हुआ है?


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण


september 28, 2019 RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-56 (साल-01)
2. शनिवार,28 सितबंर 2019
3. शक-1941,अश्‍विन, कृष्‍णपक्ष,तिथि अमावस्‍या,विक्रमी संवत 2076


4. सूर्योदय प्रातः 6:15,सूर्यास्त 6:10
5. न्‍यूनतम तापमान -24 डी.सै.,अधिकतम-34+ डी.सै., हवा की गति धीमी रहेगी।
6. समाचार पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है! सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा।
7. स्वामी, प्रकाशक, मुद्रक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102


9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.201102


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गुरुवार, 26 सितंबर 2019

मामूली कहासुनी में चले ईट-पत्थर, डंडे

प्रयागराज। जनपद प्रयागराज के सोरांव थाना अंतर्गत फाफामऊ चौकी क्षेत्र के मलाक हरिहर गांव में बच्चे वॉलीबॉल खेल रहे थे। किसी बात को लेकर खिलाड़ी आपस में भिड़ गए और हाथापाई करने लगे ।जब यह बात दोनों खिलाड़ियों के घरवालों को मालूम हुई तो दोनों पक्ष आमने-सामने हो गए तथा दोनों तरफ से ईटा पत्थर वह लाठी-डंडे चलने लगे। जिससे एक पक्ष के मकबूल हुसैन पुत्र वाजिद अली उम्र 45 वर्ष अरशद पुत्र इकबाल हुसैन उम्र 28 वर्ष अरशद खान पुत्र मकबूल हुसैन उम्र 22 वर्ष को गंभीर चोटें आई हैं। जिसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सोरांव में इलाज के लिए भर्ती कराया गया स्थिति गंभीर होने पर सीएससी प्रभारी ने तीनों घायलों को बेली प्रयागराज रेफर कर दिया। सूत्रों से जानकारी प्राप्त हुई की पुरानी रंजिश को लेकर दोनों पक्षों में मारपीट हुई है। जिसमें दूसरे पक्ष के लोग दिलशाद गोलू सलमान सहान कल्लू राम के खिलाफ मुकदमा लिखा गया। थाना प्रभारी सोरांव अरुण कुमार चतुर्वेदी मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच पड़ताल शुरू कर दी।


रिपोर्ट -बृजेश केसरवानी


रेप पीड़िता को एम्स से मिली छुट्टी

एम्स से छुट्टी, डर से दिल्ली में ही रहेगी


उन्नाव। रेप केस की पीड़िता को मंगलवार देर रात एम्स अस्पताल से छुट्टी मिल गई। तीस हजारी 
कोर्ट के आदेश के अनुसार पीड़िता के रहने का इंतजाम अगले 7 दिनों के लिए एम्स के ट्रामा सेंटर हॉस्टल मे किया गया है। दरअसल, पीड़िता के परिवार वालो ने कोर्ट से कहा था कि उनकी जान को उनके गांव में खतरा है, लिहाजा अपनी सुरक्षा के मद्देनजर वह दिल्ली में रहना चाहते हैं। जिसके बाद कोर्ट ने मंगलवार को ये आदेश दिया था। मामले की अगली सुनवाई 28 सितम्बर को होगी।
रिपोर्ट -बृजेश केसरवानी


दिल्ली में 2.0 तीव्रता का भूकंप, महसूस नहीं हुआ

दिल्ली में 2.0 तीव्रता का भूकंप, महसूस नहीं हुआ अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। दबे पांव पहुंचे भूकंप ने धरती को हिलाते हुए पब्लिक को दहशत में ड...