मंगलवार, 27 अगस्त 2019

पत्नी की हत्या कर,खुद खाया जहर

अलीगढ। महानगर के भुजपुरा ठाकुर वाली गली इलाके में रविवार की रात नि:संतान दंपती में संतान को लेकर उपजी कलह के बीच पति ने पत्नी को चाकुओं से गोदकर हत्या कर, जान देने के इरादे से खुद जहर खा लिया। सोमवार सुबह जब मकान मालकिन को घटना की जानकारी हुई तो मोहल्ले में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। खबर पर पहुंची पुलिस ने कमरे में अचेत पड़े पति को जिला अस्पताल भेजा। जहां देर रात समाचार लिखे जाने तक उसकी हालत में सुधार नहीं था। इधर, हत्या को लेकर महिला के मायके पक्ष ने पति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है, जिसमें पत्नी के बच्चे न होने और मायका पक्ष द्वारा मकान की मांग पूरी न किए जाने को लेकर हत्या किए जाने का आरोप है। मूल रूप से सराय रहमान बन्नादेवी निवासी ताजउद्दीन पुत्र अलाउद्दीन निवासी सराय रहमान बन्नादेवी अपनी पत्नी रेशमा के साथ पिछले पांच माह से कोतवाली क्षेत्र के ठाकुर गली, भुजपुरा निवासी चांद खां के मकान की दूसरी मंजिल पर किराए पर रह रहा था। दोनों की आठ वर्ष पूर्व शादी हुई थी। मायके पक्ष का आरोप है कि दंपती के बीच संतान न होने के लेकर कलह बनी रहती थी। रविवार रात वह शराब के नशे में घर आया था। अंदेशा है कि नशे में ही दंपती में रात फिर विवाद हुआ और इसी बीच ताजउद्दीन ने बेड पर लेटी पत्नी के मुंह में कपड़ा ठूंसकर सब्जी काटने वाले चाकू से पत्नी की गर्दन रेत दी। इसके बाद उसके पेट पर भी कई वार किए। इस हमले में महिला की मौत हो गई। इसके बाद ताजउद्दीन ने जहर खा लिया और बेड के नीचे बेहोश होकर गिर पड़ा। मकान स्वामी चांद खां की पत्नी सुबह उठकर दूसरी मंजिल पर गई। कमरे का दरवाजा बंद देख तो उसने रेशमा को आवाज लगाईं। अंदर से कोई प्रतिक्रिया न आने पर उसने खिड़की से झांककर देखा तो अंदर शव देख होश उड़ गए। उसने तुरंत पुलिस बुला ली। पुलिस ने दरवाजा तोड़कर कमरे के भीतर से शव कब्जे में लिया। वहीं अचेत पड़े ताजउद्दीन को जिला अस्पताल भिजवाया। यहां वह दो घंटे बाद होश में आ गया। मगर ज्यादा बता पाने की स्थिति में नहीं था। देर रात तक उसकी हालत नाजुक थी। इधर, रेशमा के भाई रियाज निवासी सासनी गेट की ओर से जीजा के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया गया है। पोस्टमार्टम के बाद शव मायके वालों के सुपुर्द कर दिया है। एफएसएल और पुलिस की टीम ने मौके से कई साक्ष्य जुटाए हैं। घटनास्थल की वीडियोग्राफी करने के बाद कमरे को सील कर दिया गया है। चाकू और मृतका के मुंह से मिले कपड़े को सील कर दिया है। इधर, हत्या से घबराए मकान में रहने वाले अन्य किराएदार भी कहीं चले गए हैं।


 


इंडिया टुडे:एंकर को सिर काटने की धमकी

'इंडिया टुडे ग्रुप' में एसोसिएट सीनियर प्रड्यूसर और न्यूज एंकर निदा अहमद को एक बार फिर धमकी मिली है। इस बार निदा अहमद को उनका सिर काटने की धमकी दी गई है। निदा अहमद ने इस मामले में नोएडा की कोतवाली सेक्टर-20 में रिपोर्ट दर्ज कराई है। निदा की रिपोर्ट के बारे में एसएचओ राजबीर सिंह चौहान का कहना है कि साइबर सेल मामले की जांच कर रही है। धमकी देने वालों को ट्रेस कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।


'इंडिया टुडे' ग्रुप के न्यूज चैनल 'तेज' से बतौर एंकर जुड़ीं निदा अहमद ने पुलिस में दर्ज कराई रिपोर्ट में बताया कि उन्होंने पाकिस्तान के बालाकोट में भारत द्वारा की गई एयर स्ट्राइक के बाद तौबा-तौबा नाम से कार्यक्रम और अब कश्मीर में अनुच्छेद 370 को हटाए जाने से जुड़ी खबर की एंकरिंग की थी। तब से उन्हें सोशल मीडिया पर लगातार धमकियां मिल रही हैं। निदा अहमद के अनुसार, काफी समय से मिल रहीं धमकियों को वे नजरअंदाज करती रहीं, लेकिन अब किसी शख्स ने उनकी गर्दन काटने की धमकी दी है। निदा के अनुसार, उस शख्स ने कहा है कि वह इंडिया में है और उनका सिर काटकर दिखाएगा। निदा अहमद ने अपने ट्विटर हैंडल पर भी इस बारे में एक पोस्ट शेयर की है। इस पोस्ट में उन्होंने धमकी देने वाले शख्स को जवाब देते हुए लिखा है, 'तो आइये जनाब स्वागत है आपका मेरे देश में अतिथी देवो भवः।'


मेरा सर काटने की नई धमकी मिली है मुझे.मेरा सर काटने के लिए ये जनाब इंडिया आ चुके हैं.फरमा रहे हैं (इंशाअल्लाह तेरा सर काट कर दिखाऊंगा मैं इंडिया के अंदर हूं..) तो आइये जनाब स्वागत है आपका मेरे देश में अतिथी देवो भवः
गौरतलब है कि कुछ समय पूर्व जब इस्लाम का हवाला देकर 'दंगल गर्ल' जायरा वसीम के बॉलिवुड से नाता तोड़ने की खबरें आई थीं, उस दौरान निदा अहमद को लगातार मीडिया छोड़ने के लिए धमकियां मिल रहीं थीं। निदा ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर इसका जिक्र भी किया था। हालांकि, उन्होंने यह भी साफ कर दिया था कि वो ऐसी धमकियों से डरने वालीं नहीं हैं


तार में फंस कर चार्टर्ड प्लेन हुआ क्रैश

तार में फस कर एक चार्टर प्लेन हुआ क्रैश


अलीगढ़। यूपी के अलीगढ़ में एक चार्टर प्लेन हादसे का शिकार हो गया। ये प्लेन बिजली के तारों में उलझ कर जमीन पर आ गिरा। गनीमत इस बात की रही कि इस प्लेन में सवार सभी छह लोग सुरक्षित हैं। क्रैश होते ही प्लेन में आग भी लग गई, जिसे काफी मशक्कत से बुझाया गया। मंगलवार की सुबह में लैंडिंग करते वक्त ये प्लेन हादसे का शिकार हो गया। विमान में दो पायलट समेत छह लोग सवार थे। जिस वक्त प्लेन लैंड कर रहा था, बिजली के तारों से उलझ गया और रनवे के पास ये हादसा हो गया। गिरने के बाद विमान में आग लग गई। जैसे-तैसे प्लेन में सवार लोग बाहर निकले। इसके तुरंत बाद मौके पर फायर ब्रिगेड पहुंची और आग बुझाने में जुट गई। पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों के जैसे ही ये सूचना मिली, सभी मौके की ओर दौड़ पड़े। बताया जा रहा है कि निजी एविएशन कंपनी के जहाजों की मरम्मत के लिए ये क्रू यहां पहुंचा था।


ट्रक मैजिक की टक्कर पंद्रह की मौत

यूपीः बेकाबू ट्रक ने टेंपो और मैजिक को मारी टक्कर, 15 की मौत


शाहजहांपुर। उत्तर प्रदेश से मंलगवार सुबह दर्दनाक खबर सामने आई है। सड़क हादसे में 15 लोगों की मौत हो गई है। जबकि 6 लोग घायल बताए जा रहे हैं। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।घटना शाहजहांपुर जिले की है। रोजा थाना इलाके में लखनऊ-दिल्ली हाईवे पर बेकाबू ट्रक ने टेंपो और मैजिक को टक्कर मार दी। हादसे में करीब 15 लोगों की मौत हो गई है। टक्कर लगते ही सड़क पर चीख पुकार मच गई।हादसे में घायल लोगों को आनन-फानन में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां कई लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है। हादसे के बाद मौके पर जाम की स्थिति पैदा हो गई। फिलहाल पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर शवगृह में रखवा दिया है।


एनआरईपी ने टिप्पणियां-सुझाव का समय बढ़ाया

नई दिल्ली- राष्‍ट्रीय संसाधन दक्षता नीति (एनआरईपी), 2019 को लागू करने की गति को देखते हुए पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने जनता की टिप्‍पणियां आमंत्रित करने की समय सीमा एक महीने के लिए बढ़ाकर 24 सितंबर 2019 कर दी है।


मंत्रालय ने जनता के हितों को ध्‍यान में रखते हुए मसौदा नीति के आसान और व्‍यवस्थित कार्यान्‍वयन के लिए इस समय सीमा को बढ़ाने पर सहमति व्‍यक्‍त की। इससे पहले मंत्रालय ने 25 जुलाई 2019 को रक्षा संसाधन दक्षता नीति, 2019 का मसौदा जारी कर सार्वजनिक-निजी संगठनों, विशेषज्ञों और संबद्ध नागरिकों सहित साझेदारों से मसौदा नीति के बारे में टिप्‍पणियां और सुझाव आमंत्रित किए थे।


राष्‍ट्रीय संसाधन दक्षता नीति (एनआरईपी) के मसौदे में पर्यावरण की दृष्टि से अनुकूल निरंतर और उचित आर्थिक विकास, संसाधन सुरक्षा, स्‍वस्‍थ वातावरण (वायु, जल और भूमि) और समृद्ध पारिस्थितिकी तथा जैव विविधता के साथ पुन: स्‍थापित पारिस्थितिकी तंत्र के भविष्‍य की कल्‍पना की गई है। राष्‍ट्रीय संसाधन दक्षता नीति का मसौदा (i) दीर्घकालिक विकास लक्ष्‍य को हासिल करने और भूमंडलीय सीमाओं के भीतर रहने की बात को ध्‍यान में रखकर प्राथमिक संसाधनों के उपभोग में 'वहनीय' स्‍तरों तक कटौती, (ii) संसाधन दक्षता और संसाधनों के निरंतर उपयोग के जरिए कम वस्‍तुओं के साथ उच्‍च मूल्‍य तैयार करना (iii) कचरे को न्‍यूनतम करने (iv) वस्‍तुओं की सुरक्षा, और रोजगार के अवसर तथा पर्यावरण संरक्षण और उसे बहाल करने के लिए लाभकारी बिजनेस मॉडल से निर्देशित है।


वामपंथ और उग्रवाद को मिटाना है:शाह

नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज यहाँ वामपंथी उग्रवाद पर केंद्र सरकार के कई मंत्रियों, प्रभावित राज्य के मुख्य मंत्रियों, मुख्य सचिवों तथा केंद्र व राज्यों के आलाअधिकारियों के साथ बैठक की और कहा कि वामपंथी उग्रवाद पिछले कुछ दशकों से देश के सामने बड़ी चुनौती है। उनका कहना था कि वामपंथी उग्रवाद लोकतांत्रिक व्यवस्था में विश्वास नहीं करता और वामपंथी उग्रवादीसत्ता हथियाने एवं अपने लाभ के लिए सबसे कम विकसित क्षेत्रों में निर्दोष लोगों को गुमराह करते हैं।


शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिस नए भारत के निर्माण की बात करते हैं। उसमें वामपंथी उग्रवाद की कोई जगह नहीं है।उनका कहना था कि बंदूक के बल पर विकास और लोकतंत्र को झुकाने में वामपंथी उग्रवाद को सफलता नहीं मिलेगी। अमित शाह ने कहा कि वामपंथी उग्रवाद में पहले से काफी गिरावट आई है। उनका कहना था कि जहाँ 2009 में वामपंथ उग्रवाद की 2258 घटनायें हुईं वहीं 2018 में घटकर 833 हुई हैं। उन्होंने बताया कि पिछले  साल केवल 60 जिलों में वामपंथी उग्रवाद की घटना नोट की गई है और इस कमी में राज्य सरकार, राज्य के सुरक्षा बल तथा केंद्रीय बलों के संयुक्त प्रयासों से सफलता प्राप्त हुई है। उन्होँने कहा कि हमें समन्वय के साथ काम करना होगा तभी वामपंथी उग्रवाद को निर्मूल किया जा सकता है।


श्री शाह ने कहा कि वामपंथी उग्रवाद को समाप्त करने के लिए उन्हे उपलब्ध होने वाले धन को रोकना आधारभूत मंत्र है और इसके द्वारा उनके रहने, खाने-पीने, घूमने, हथियारों की खरीद, ट्रेनिंग आदि व्यवस्थाओ को रोका जा सकता है। केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि मेरा यह मानना है कि वामपंथी उग्रवाद की घटनाएँ निरंतर कम हो रही हैं। इसे खत्म करने  का प्रयास उसी तरह से जारी रहना चाहिये। अमित  शाह ने कहा कि वामपंथी उग्रवाद से निपटने के लिए वर्ष 2015 में एक राष्ट्रीय नीति और कार्य योजना बनाई गई थी। इसमें सुरक्षा से संबंधित उपायों के साथ-साथ विकास के कार्यों, स्थानीय समुदायों के लोगो की मूल आवश्‍यकता,अधिकारों और हकधारियों को सुनिश्चित करना इत्यादि शामिल है। उनका कहना था कि 2015 की  राष्ट्रीय नीति के अंतर्गत स्थानीय नागरिकों के अधिकारों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है। उन्होंने  बताया कि पुलिस बलों का आधुनिकीकरण भी  किया जा रहा है। श्री शाह का कहना था कि उग्रवाद प्रभावित राज्यों में स्थानीय पुलिस की सतर्कता और दक्षता के बिना वामपंथी उग्रवाद समाप्त नहीं किया  जा सकता इसलिये उनकी भूमिका महत्वपूर्ण है।श्री शाह ने विशेष रूप से कहा कि केंद्र सरकार द्वारा विभिन्न मंत्रालयों की प्रमुखयोजनाओं के अलावा वामपंथी उग्रवाद से प्रभावित क्षेत्रों के लिए विशिष्ट पहल की गईहैं जिनमें प्रमुख तौर पर सड़क एवं टेलीकॉम कनेक्टिविटी में सुधार, वित्तीयसमावेशन, कौशल विकास तथा शिक्षा शामिल है। उन्होंने एकलव्य मॉडल  के अंतर्गत खोले जाने वाले स्कूलों की गति तेज  करने, साथ ही सभी नागरिकों को 5 किलोमीटर के भीतर बैंकिंग सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराने की बात कही |केंद्रीय गृह मंत्री ने राज्य सरकारों को विश्वास दिलायाकी वामपंथी उग्रवाद को निर्मूल करने में केंद्र सरकार पूरा सहयोग करेगी। उन्होंने कहा कि सुरक्षाबलों को माओवादियों से निपटने के लिये सक्रिय रणनीति बनाने का समय आ गया है और आतंक की घटनाओं को हर कीमत पर टालना जरूरी है। श्री शाह का कहना  था कि विगत वर्षों में आईडी की घटनाओं से काफी  नुकसान हुआ है जिन्हें रोकने के लिए सभी उपायों  को लागू करना होगा।श्री शाह ने कहा कि वामपंथी उग्रवाद के अंतर्गत जो निर्दोष फंसे हैं उन्हें उग्रवाद की धारा से मुख्यधारा  में वापस लाना जरूरी है और उनके आत्मसमर्पण को बढ़ावा देना चाहिये। उनका कहना था कि इस  प्रकार हम।।सबको मिलकर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नये भारत की परिकल्पना को साकार करना है। बैठक के अंत में केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार एक तय समय सीमा में वामपंथी उग्रवाद  के  समूल निवारण तथा क्षेत्रों के सर्वांगीण विकास को सुनिश्चित करने के लिये कृत संकल्प है। बैठक में केन्द्र सरकार के वित्त, सड़क परिवहन और राजमार्ग, कृषि, ग्रामीण विकास, पंचायती राज, कौशल विकास और उद्यमिता, जनजातीय मामले, गृह राज्य मंत्री, के साथ आंध्र प्रदेश, बिहार,छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, झारखंड, ओडिशा और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं केंद्र और राज्य सरकारों के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।


45 एकड़ भूमि पर,19 लोगों का अवैध कब्जा

बिलासपुर। ग्राम पंचायत जाली रतनपुर में लगभग 15 वर्षों से भी ज्यादा समय से खसरा नम्बर 18 के करीब 45 एकड़ भूमि पर 19 लोगों द्वारा ढाबा, बाड़ी व खेत बनाकर कब्जा किया गया था। इसे लेकर ग्राम कर्रा के लोगो के द्वारा लगातार शिकायत किया गया था।  राजस्व विभाग द्वारा इस मामले की सुनवाई करते हुए उन्हें खाली करने का नोटिस कई बार जारी किया, परंतु अतिक्रमण नहीं हटाने पर राजस्व विभाग ने शुक्रवार को कार्रवाई की जहाँ कब्जा भूमि में बन रहे मकान को जेसीबी से तोड़वाया गया वही कब्जा भूमि के बने खेतो के फिनिसिंग तार को तोड़ा गया। कब्जा भूमि से फिनिसिंग तार टूटते ही गाँव के लोगो के द्वारा मवेशियों को खेतों में चरने के लिए छोड़ दिया गया था। सोमवार को कलेक्ट्रेड पहुँचे ग्रामीणों ने बताया कि उन लोगो को 2006 में ग्राम पंचायत के द्वारा प्रस्ताव पास कर नवा अंजोर के तहत दो महिला समूह को जमीन दिया गया था। जिसमे महिला समूह के द्वारा खेती बाड़ी की जाती थी, जिसकी जानकारी हम लोगो के द्वारा दी गई थी। लेकिन हम लोगो की बातों को नजरअंदाज कर दिया गया और उन्हें बेदखल कर फसलों को बर्बाद कर दिया गया। वही उन्होंने कार्रवाई में पक्षपात का भी आरोप लगाया है केवल उन दोनों महिला समूह को ही बेदखल किया गया बाकी लोगो पर कार्रवाई नही की गई है।


दिल्ली में 2.0 तीव्रता का भूकंप, महसूस नहीं हुआ

दिल्ली में 2.0 तीव्रता का भूकंप, महसूस नहीं हुआ अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। दबे पांव पहुंचे भूकंप ने धरती को हिलाते हुए पब्लिक को दहशत में ड...