सोमवार, 5 अगस्त 2019

प्रेम-प्रसंग में सफलता प्राप्त होगी:मेष

राशिफल


मेष – प्रेम-प्रसंग में सफलता प्राप्त होगी। प्रसन्नता में वृद्धि होगी। भागदौड़ अधिक रहेगी। स्वास्थ्‍य का पाया कमजोर रहेगा। जल्दबाजी में कोई निर्णय न लें। कोई दु:खद समाचार प्राप्त हो सकता है। विवाद से बचें। व्यापार-व्यवसाय अच्छा चलेगा।


वृष —–भूमि व भवन संबंधी कार्य लाभदायक रहेंगे। रोजगार प्राप्ति के लिए किसी प्रभावशाली व्यक्ति का सहयोग प्राप्त होगा। व्यापार-व्यवसाय से संतुष्टि होगी। जीवन सुखमय व्यतीत होगा। भाग्य का साथ मिलेगा। दूसरों के काम में दखल न दें। शत्रु नतमस्तक होंगे।


मिथुन—- किसी बात के बारे में अनहोनी की आशंका रहेगी। विवाद से क्लेश हो सकता है। शारीरिक कष्ट की आशंका है। प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। कोर्ट व कचहरी के कार्यों में सफलता प्राप्त होगी। घर-बाहर प्रसन्नता का वातावरण रहेगा। कारोबार अच्‍छा चलेगा। प्रमाद न करें।


कर्क —–कोई बड़ा व्यय अचानक सामने आ सकता है। आर्थिक स्थिति बिगड़ सकती है। भावना में बहकर कोई निर्णय न लें। किसी व्यक्ति से अकारण विवाद हो सकता है। व्यापार ठीक चलेगा। शारीरिक कष्ट का कारण किसी तरह की लापरवाही हो सकती है। समय ठीक नहीं है।


सिंह —-सुख के साधन प्राप्त होंगे। बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। किसी लंबी यात्रा की योजना बन सकती है। नए काम मिलेंगे। कारोबार में वृद्धि होगी। भाग्य का साथ मिलेगा। स्वास्थ्‍य अच्‍छा रहेगा। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। चोट लगने से बचें। प्रमाद न करें।


कन्या —-स्वास्थ्य का ध्यान रखें। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। किसी बड़ी समस्या का निराकरण सहज ही होगा। सुख के साधनों पर व्यय होगा। नौकरी में उच्चाधिकारी प्रसन्न रहेंगे। प्रमाद न करें।


तुला ——किसी सही बात का भी विरोध हो सकता है। अच्छी खबर प्राप्त होगी। आर्थिक उन्नति के लिए नई योजना बनेगी। समाजसेवा की प्रेरणा प्राप्त होगी। मान-सम्मान मिलेगा। आय में वृद्धि होगी। समय की अनुकूलता रहेगी। नए अनुबंध होंगे।


वृश्चिक—– थोड़े प्रयास से ही कार्यसिद्धि होगी। कार्य की प्रशंसा होगी। मित्रों का सहयोग कर पाएंगे। आत्मसंतुष्टि रहेगी। धन प्राप्ति के नए स्रोत प्राप्त हो सकते हैं। भाग्य का साथ रहेगा। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। व्यापार-व्यवसाय अच्‍छा चलेगा।


धनु ——व्यापार-व्यवसाय अच्छा चलेगा। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। फालतू खर्च होगा। शारीरिक कष्ट की आशंका है। चिंता तथा तनाव रहेंगे। घर में अतिथियों का आगमन होगा। उत्साहवर्धक सूचना प्राप्त होगी। लेन-देन में जल्दबाजी न करें।


मकर —-जीवनसाथी के बारे में चिंता रहेगी। किसी लंबी यात्रा की योजना बनेगी। आर्थिक उन्नति होगी। पूजा-पाठ में मन लगेगा। कानूनी अड़चन दूर होकर स्थिति अनुकूल होगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। विवेक से कार्य करें। कार्य में सफलता मिलेगी। विवाद से बचें।


कुंभ —-कुसंगति से बचें। वाहन व मशीनरी के प्रयोग में विशेष सावधानी रखें। किसी भी तरह की बहस में हिस्सा न लें। भावना में बहकर महत्वपूर्ण निर्णय न लें। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। व्यापार-व्यवसाय अच्छा चलेगा। शत्रु शांत रहेंगे। नौकरी में कार्यभार रहेगा।


मीन —-स्वादिष्ट भोजन का आनंद प्राप्त होगा। यात्रा मनोरंजक रहेगी। विद्यार्थी वर्ग अध्ययन आदि में सफलता प्राप्त करेगा। संगीत आदि में रुचि रहेगी। नौकरी में कोई नया कार्य करने से प्रभाव बढ़ेगा। कोई गलत निर्णय ले सकते हैं, सावधान रहें।


भारतीय शिक्षा प्रणाली,शैक्षिक प्रशासन

किसी भी देश का शैक्षिक प्रशासन बहुधा उसके राष्ट्रीय हितों के अनुरूप सुनिर्देशित प्रयोजनों से संबद्ध होता है। ब्रिटिश शासन काल में भारत की शैक्षिक नीति एवं प्रशासन विदेशी सत्ता द्वारा संचालित होने के कारण राष्ट्रीय परंपराओं संस्कृति तथा देशवासियों की आवश्यकताओं के अनुकूल न था।


भारत सरकार का शैक्षिक प्रशासन, १९१९ के अधिनियम से पूर्व पूर्णत: केंद्रीकृत था। इस अधिनियम से आंशिक प्रादेशिक स्वायता प्रदान की गई और तदुपरांत शिक्षा प्रादेशिक मंत्रालयों के अधीन एक अंतरित विषय बन गई। समुचित समन्वय के अभाव में वित्तीय कठिनाइयों के साथ ही इससे प्रादेशिकता की भावना जाग्रत हुई। महत्वपूर्ण विषयों पर सलाह देने के लिये एक केंद्रीय शिक्षा सलाहकार मंडल की स्थापना १९२१ में की गई, पर दो वर्ष उपरांत इसे भंग कर दिया गया। किंतु १९३५ में इसकी पुन: स्थापना हुई। भारतीय शैक्षिक सेवा में भर्ती १८९६ में प्रारंभ की गई थी किंतु १९२४ में इसे स्थगित कर दिया गया। भारत सरकार के १९३५ के अधिनियम ने राज्यों को अधिक स्वायत्तता प्रदान की और इसके फलस्वरूप भारतीय शिक्षा मंत्री अधिक अधिकार-संपन्न हो गए। १९४५ से भारत सरकार में शिक्षा के लिए पृथक् विभाग की स्थापना की गई और १९४७ में स्वतंत्रता प्राप्ति के उपरांत मौलाना अबुल कलाम अजाद के मंत्रित्व में केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की स्थापना हुई।


भारतीय संविधान के निर्माण के समय सन् १९४४ से शिक्षा तथा विश्वविद्यालय राज्य सूची के अंतर्गत रखे गए। केंद्र की गतिविधियों का केंद्रीय विश्वविद्यालयों तथा राष्ट्रीय महत्व की वैज्ञानिक और प्राविधिक शिक्षण संस्थाओं के परस्पर समन्वय तथा उच्च शिक्षा अथवा अनुसंधान एवं वैज्ञानिक और प्राविधिक संस्थाओं के मानकों के संकल्प तक सीमित कर दिया गया। व्यावसायिक तथा श्रमिकों को प्राविधिक शिक्षण केंद्र तथा राज्यों की समवर्ती सूची में रखा गया।यह अनुभव किया जाता है कि इस नवीन प्रजातंत्र में शैक्षिक प्रशासन का मुख्य कार्य शिक्षा को मानवीय रूप देना एवं जनता को प्रजातांत्रिक विधियों एवं स्थितियों में प्रशिक्षित करना है। नए शिक्षकों तथा निरीक्षण अधिकारियों को ऐसी विशिष्ट दृष्टि से संपन्न करना है, जिससे कि वे सत्ता की धाक जमाए बिना ही शिक्षार्थियों को प्रेरित कर सकें। स्वतंत्रता प्राप्ति के उपरांत देश की परिवर्तित परिस्थतियों के अनुकूल शैक्षिक प्रशासन के सुधार की ओर अपेक्षित ध्यान नहीं दिया जा सका।वर्तमान काल में राज्यों में शिक्षा की व्यवस्था राज्य के शिक्षा निदेशक की अध्यक्षता में की जाती है, जिसके अधीन अनेक उपनिदेशक एवं सहायक होते हैं। राज्य अनेक मंडलों अथवा अंचलों में विभक्त होता है, प्रत्येक मंडल के अंतर्गत अनेक जिले होते हैं। प्रत्येक मंडल एक निरीक्षक के अधीन तथा हर जिला स्कूल निरीक्षक के अधीन होता है।इससे निम्न स्तर पर नागरिक तथा ग्रामीण क्षेत्रों में प्राय: प्राथमिक शिक्षा की व्यवस्था स्थानीय निकायों द्वारा की जाती है। पंचायती राज्य के प्रादुर्भाव तथा प्रजातांत्रिक विकेंद्रीकरण के कारण इन निकायों का विशेष महत्व है।विविध स्तरों पर शिक्षण संस्थाओं के नियंत्रण तथा प्रशासन में प्रवृत स्वैच्छिक अभिकरण भी इस प्रसंग में उल्लेखनीय हैं। सरकारी प्रशासन इन अभिकरणों को मान्यता प्रदान कर अथवा वित्तीय सहायता देकर इन पर नियंत्रण रखता है।केंद्रीय शिक्षामंत्री राज्यों के शैक्षिक प्रशासन पर परोक्ष रूप से नियंत्रण रखता है। वह समन्वय स्थपना तथा स्तरों में सुधार के अतिरिक्त अन्य विषयों से संबंधित निर्देश नहीं देता। किंतु केंद्रीय शिक्षा सलाहकार बोर्ड तथा भारतीय प्राविधिक शिक्षा परिषद् तथा अन्य समानांतर निकायों के अध्यक्ष के नाते वह इन निकायों के राज्यप्रतिनिधि शिक्षा मंत्रियों को रष्ट्रीय शिक्षानीति में एकरूपता की स्थापना के लिये अवश्य प्रभावित करता है।


काल भैरव जन्म (शिव-महापुराण)

नंदीश्वर ने कहा, महामुनि,परमेश्वर शिव उत्तम-उत्तम लीलाएं रचने वाले तथा सत पुरुषों के प्रेमी हैं।उन्होंने मार्गशीर्ष मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को भैरव स्वरूप से अवतार लिया था। इसलिए जो मनुष्य मार्गशीर्ष मास की कृष्ण अष्टमी को काल भैरव के संघट उपवास करके रात्रि में जागरण करता है। वह समस्त पापों से मुक्त हो जाता है। जो मनुष्य अन्यत्र भी भक्ति पूर्वक जागरण सहित इस व्रत का अनुष्ठान करेगा। वह भी महापापो से मुक्त होकर सद्गति को प्राप्त हो जाएगा। प्राणियों के लाखो जन्म में किए हुए जो पाप है वे सब के सब काल भैरव के दर्शन से निर्मल हो जाते हैं। जो मूर्ख काल भैरव के भक्तों का अनिष्ट करता है। वह इस जन्म में दुर्गति को प्राप्त होता है, जो लोग विश्वनाथ के भक्त है परंतु काल भैरव की भक्ति नहीं करते हैं। उन्हें कष्‍ठ की प्राप्ति होती है। काशी में तो इसका विशेष प्रभाव पड़ता है।जो मनुष्य वाराणसी में निवास कर के काल भैरव का भजन नहीं करता उसके पाप शुक्ल पक्ष के चंद्रमा की भांति बढ़ते रहते हैं। जो काशी में प्रत्येक सोमवार की कृष्ण अष्टमी के दिन कॉल राज का भजन पूजन नहीं करता। उसका पुण्य कृष्ण पक्ष के चंद्रमा के समान क्षीण हो जाता है।


उसके पश्चात नंदीश्वर ने वीरभद्र तथा साराबअवतार का वृत्तांत सुनाया। ब्रह्मपुत्र, भगवान शिव जिस प्रकार प्रसन्न होकर विश्वानर मुनि के घर अवतरण हुए थे शशि मौलिक के उस चरित्र को तुम प्रेम पूर्वक श्रवण करोउ।उस समय वे तेज की निधि अग्नि रूप से सर्वात्मक परम प्रभु शिव अग्नि लोक के अधिपति, रूप से ग्रह पति नाम से अवतरित हुए थे। पूर्व काल की बात है। नर्मदा के रमणीय तट पर नरम पुर नाम का एक नगर था। उसी नगर में विश्वानर नाम के एक मुनि निवास करते थे ।उनका जन्म शांडिल्य गोत्र में हुआ थाा। वह परम पावन पुण्यात्मा शिवभक्त के निधि और जितेंद्र थे। ब्रह्मचर्य आश्रम में उनकी बड़ी निष्ठा थी ।वह सदा तप में तत्पर रहते थे। फिर उन्होंने सूची स्मृति नाम की सदगुणवती कन्या से विवाह कर लिया और वे उचित कर्म करते हुए देवता तथा पितरों को प्रिय लगने वाला जीवन बिताने लगे । इस प्रकार बहुत समय व्यतीत हो गया। तब उनकी सूची स्मृति को उत्तम व्रत का पालन करने वाली थी ।अपने पति से बोली प्राणनाथ स्त्रियों के योग्य जितने आपकी कृपा से आपके साथ रहकर परंतु मेरे हृदय में एक लालसा चिरकाल से वर्तमान है। औरतों के लिए उचित भी है उसे आप करने की कृपा करें। यदि मैं वर पाने के योग्य और आप मुझे वर देना चाहते हैंं। तो मुझे महेश्वर सरीखा पुत्र प्रदान कीजिए। इसके अतिरिक्त मुझे कुछ नहीं चाहिए नंदीश्वर जी कहते हैंं। मुनि पत्नी की बात सुनकर पवित्र व्रत परायण ब्राह्मण विश्वानंद क्षण भर के लिए समाधिस्थ हो गए और हृदय में यह विचार करने लगेे। अह ,मेरी इस पत्नी ने उचित नियम के साथ चलते दुर्लभ कामना की है। यह तो मेरे मनोरथ पद से बहुत दूर है। शिवजी तो सब कुछ करने में समर्थ  ऐसा प्रतीत होता है मानो उन्होंने ही इसके मुख्य में बैठकर वाणी रूप से ऐसी बात कही है। विश्वासनर ने कहा,भगवन आप ही एकमात्र ऐसे ब्रह्मा हैै। यह सारा जगत आप का ही स्वरूप है ।यहां अनेक कुछ भी नहीं है। यह बिल्कुल सत्य है कि एकमात्र रूद्र के अतिरिक्त दूसरे किसी की सत्ता नहीं है। इसलिए मैं आप महेश की शरण ग्रहण करता हूं। शंभू, आप ही सबके करता-हरता है तथा जैसे धर्म एक होते हुए भी अनेक रूप से दिखता है। उसी प्रकार आप भी एक रूप होकर नाना रूपों में व्याप्त है। फिर भी आप रुप रहीत है रूप सहित है इसलिए आप ईश्वर के अतिरिक्त में किसी दूसरे की शरण नहीं ले सकता। जैसे रज्जू सरसिटी में चांदी और मृग मरीचिका में जल प्रवाह  है उसी प्रकार जिसे जान लेने पर विश्व प्रपंच मीथ्‍या साबित होता है मै उन ईश्वर की शरण लेता हूं। संभल में जो शीतलता अग्नि में दहक का, सूर्य में गर्मी, चंद्रमा में आह्लाद, कारिता पुष्प में दूध में घी विधमान है वह आपका ही स्वरूप है। आपके चरणों की शरण,आप कान रहित होकर शब्द सुनते हैं ।नासिका रहिित सूघंते हैं पैर न होने पर भी दूर तक चले जाते हैं नेत्र हीन होकर सब कुछ देखते हैं ।और यही समझता है। भला आपको सरूप से कौन जान सकता है इसलिए मैं आपकी शरण में रहता हूंं। ईश्वर,न आपका कोई  जन्म है ना नाम है ना रूप है और ना देश है। ऐसा होने पर भी आप त्रिलोकी के अधिितिप तथा संपूर्ण कामनाओं को पूर्ण करने वाले हैं। इसलिए मैं आपका भजन करता हूं परमेश्वर आप सर्व स्वरूप है ।यह सारा विश्व प्रपंच आपसे ही प्रकट हुआ हैै। आप गोरीनाथ दिगंबर और परम शांति,बाल युवा और वृद्ध रूप में आप ही वर्तमान है।ऐसी कौन सी वस्तु है जिसमें आप व्याप्त ना हो अतः मैं आपके चरणो में नतमस्तक हूँ ।


अधिकृत प्रकाशन विवरण

1.अंक-03(साल-01)
2.मगंलवार,6अगस्‍त 2019
3.शक-1941,श्रावन शुक्‍लपक्ष षष्‍ठी,विक्रमी संवत 2076
4. सूर्योदय प्रातः 5:46,सूर्यास्त 7:07
5.न्‍यूनतम तापमान 27 डी.सै.,अधिकतम-33 डी.सै.,हवा में आद्रता रहेगी!


6. समाचार पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है! सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा!


7.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार लोनी गाजियाबाद 201102


8.स्वामी,संपादक,प्रकाशक एवं मुद्रक राधेश्याम के द्वारा  प्रकाशित।


9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी गाजियाबाद 201102
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रविवार, 4 अगस्त 2019

गृह मंत्री ने कश्मीर का लिया जायजा

अमित शाह ने कश्मीर के ताजा हालात का लिया जायज़ा


श्रीनगर ! जम्मू-कश्मीर में बढ़ी हलचल के बीच अब संसद में गृह मंत्रालय की उच्चस्तरीय बैठक हुई है। गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और गृह सचिव राजीव गाबा भी मौजूद रहे।


प्रधानमंत्री मोदी की कैबिनेट की सोमवार को अचानक बैठक होने वाली है। इसे लेकर खास बात ये है कि मोदी कैबिनेट की बैठक आमतौर पर बुधवार को होती है। लेकिन इस बार सोमवार को बैठक होने जा रही है। ये बैठक सुबह साढ़े नौ बजे बुलाई गई है, इसमें क्या फैसला होगा इस बात का सभी को इंतजार है। मीडिया रिपोर्टस में हालांकि ये बात कही जा रही है कि कल होने वाली बैठक में संसद सत्र को दो दिनों के लिए और बढ़ाने पर विचार हो सकता है। इस बैठक से पहले रविवार शाम सात बजे भाजपा के महासचिवों की बैठक भी बुलाई गई है।गृह मंत्री अमित शाह के कश्मीर दौरे की खबर भी आ रही है। कहा जा रहा है कि वह संसद सत्र के खत्म होते ही तीन दिन के कश्मीर दौरे पर जाएंगे। संसद का सत्र सात अगस्त तक चलेगा। यानी उनका दौरा आठ से दस अगस्त तक हो सकता है। सूत्रों का कहना है कि उनका ये दौरा जम्मू-कश्मीर में भाजपा के सदस्यता अभियान और राज्य में विधानसभा चुनाव की तैयारियों के मद्देनजर हो रहा है। शाह सोमवार को राज्यसभा में जम्मू कश्मीर (दूसरा संशोधन) आरक्षण बिल, 2019 पेश करेंगे।


भारतीय कार्रवाई से सीमा पर मचा हड़कंप

पाक की शातिर चाल, कश्मीर को अफगान से जोड़ा, भारतीय सैन्य कार्रवाई से सीमा पार मचा हड़कंप


नई दिल्ली। कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ भारत की सख्त कार्रवाई और वहां चल रही भावी तैयारियों को देखते हुए पाकिस्तान में हड़कंप मचा हुआ है। सिर्फ पाकिस्तान की सेना ही नहीं बल्कि वहां के विदेश मंत्री भी भारत के खिलाफ अनर्गल आरोप लगाने में जुट गये हैं।पिछले दिनों नियंत्रण रेखा के आस-पास छिपे आतंकियों के अड्डों पर भारत की कार्रवाई को लेकर भी पड़ोसी देश में जबरदस्त बेचैनी है। विदेश मंत्री शाह मेहमूद कुरैशी ने तो शातिर चाल चलते हुए कश्मीर में भारत की कार्रवाई को अफगानिस्तान को लेकर चल रही शांति वार्ता से जोड़ दिया है। उन्होंने कहा है कि अगर कश्मीर के हालात बिगड़ते हैं तो इसका सीधा असर अफगानिस्तान को लेकर चल रहे शांति प्रयासों पर पड़ेगा।कश्मीर को लेकर भारत की तैयारियों को लेकर पाकिस्तान की मीडिया पहले से ही कई तरह की बिना सिर पैर की खबरें दे रही थी, लेकिन शनिवार को उनकी सरकार का भी संयम जवाब दे गया।सबसे पहले कुरैशी ने यह ट्वीट किया कि भारतीय सेना नियंत्रण रेखा पर निर्दोष नागरिकों की हत्या कर रही है। यह सीधे तौर पर जेनेवा संधि और अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन है।इसके तुरंत बाद पाकिस्तान सेना के प्रवक्ता ने बेहद भड़काऊ बयान जारी किया कि अंतरराष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन करते हुए भारत कलस्टर बम का प्रयोग कर रहा है। कोई भी हथियार कश्मीरियों के आत्मनिर्णय के अधिकार को नहीं छीन सकता। कश्मीर हर पाकिस्तानी के लहू में बहता है।


सेलिब्रिटी को घाटी छोड़ने का आदेश

श्रीनगर। कश्मीर घाटी में सुरक्षा को देखते हुए पर्यटकों के बाद अब क्रिकेटरों को भी कश्मीर घाटी छोडऩे का निर्देश दिया गया है। जम्मू कश्मीर क्रिकेट संघ ने जम्मू कश्मीर क्रिकेट टीम के मेंटॉर और पूर्व हरफनमौला खिलाड़ी इरफान पठान सहित कई क्रिकेटरों को कश्मीर छोडऩे को कहा है। जेकेसीए के एक सीनियर अधिकारी ने कहा कि ऐसा सुरक्षा कारणों से किया गया है। अधिकारी ने कहा कि हम इरफान और अन्य सहयोगी स्टाफ की देखरेख में प्री-सीजन ट्रेनिंग कर रहे थे। ये मैच घरेलू सत्र के लिए टीम में खिलाडिय़ों के चयन में मदद करेंगे लेकिन शनिवार को यह फैसला किया गया कि कश्मीर छोड़ देनी चाहिए और सुरक्षा के हालात ठीक होने के बाद ही वापस लौटना चाहिए। इससे पहले, सेना ने एक आदेश जारी करके पर्यटकों और अमरनाथ यात्रियों को घाटी छोडऩे को कहा था। अमरनाथ यात्रा को लेकर इंटेलिजेंस इनपुट के हवाले से आतंकवादी खतरे की बात कहते हुए जम्मू कश्मीर सरकार ने शुक्रवार को एक एडवाइजरी जारी की। इसमें तीर्थयात्रियों को घाटी से जल्द से जल्द लौटने की सलाह दी गई है। जम्मू कश्मीर के गृह विभाग ने यह एडवाइजरी जारी की है।


नरसंहार के खिलाफ सख्त कार्रवाई:सोनभद्र

दो पूर्व आईएएस अफसरों की पत्नियों के खिलाफ भी दर्ज होगी एफआईआर: 8 अफसरों के खिलाफ की गई कार्रवाई।


विजय आनंद वर्मा


लखनऊ। सोनभद्र में 17 जुलाई को हुए नरसंहार पर जांच के लिए गठित कमेटी की रिपोर्ट रिपोर्ट मिलने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज सोनभद्र के जिलाधिकारी अंकित कुमार एवं पुलिस अधीक्षक सलमान ताज पाटिल को हटा दिया है। इन दोनों अधिकारियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी की जाएगी।
तीन सदस्यीय जांच कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर ये कार्रवाई की गई।कल देर रात मुख्यमंत्री को अपर मुख्य सचिव (राजस्व) रेणुका कुमार ने करीब एक हजार पेज की ये रिपोर्ट सौंपी। जांच कमेटी में प्रमुख सचिव (श्रम) सुरेश चंद्रा और कमिश्नर मिर्जापुर एके सिंह शामिल थे।एसराम लिंगम सोनभद्र के नये डीएम एवं प्रभाकर चौधरी नये एसपी बनाये गये हैं। हटाए गए डीएम व एसपी के ख़िलाफ़ विभागीय कार्रवाई भी शुरू की गई है वहीं 1989 में राबर्ट्सगंज के तहसीलदार, एसडीएम के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज होगा। मौजूदा एसडीएम, सीओ, सहायक परगना अधिकारी, एसओ, एसआई, सहायक निबंधक को भी सस्पेंड किया गया है तथा जितने भी जिम्मेदार जीवित हैं सब पर मुकदमा दर्ज होगा।सोनभद्र कांड में गलत ढंग से जमीन अपने नाम कराने वाले दो पूर्व आईएएस अफसरों की पत्नियों के खिलाफ भी मुकदमा होगा। पूरे मामले की जांच डीआईजी (एसआईटी) जे रविंद्र गौड़ के नेतृत्व में होगी, 3 महीने में इस पूरे मामले में दर्ज किए गए सभी मुकदमों की जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत की जाएगी। तेरह सौ बीघा की जमीन आदर्श सेवा समिति ने अपने नाम की है जिसके ऊपर कारवाई कर कर या पुणे सरकारी दस्तावेज में कार्रवाई पर जमीन दर्ज की जाएगी।
इस पूरे मामले में 8 अफसरों को हटाया गया है डीएम, एसएसपी, एक एडिशनल एसपी, 3 सीओ समेत 8 अफसरों को हटाया गया है। इसके अलावा तीन इंस्पेक्टर, एक सब इंस्पेक्टर, दो सिपाहियों पर भी कार्यवाही! मुख्यमंत्री ने कहा कि सोनभद्र और मिर्जापुर में एक लाख हेक्टेयर से अधिक की भूमि फर्जी सोसाइटी गठित करके हड़पने का अधिकांश काम कांग्रेस के समय हुआ है। जांच समिति 3 महीने में अपनी रिपोर्ट देगी जिसके आधार पर आगे कार्यवाही की जाएगी। जांच के लिए नई गठित की गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कब्जाई गई जमीन वापस ग्राम पंचायत के नाम दर्ज होगी फिर भूमिहीनों को दी जाएगी। फर्जी सोसायटी बनाकर जहां भी जमीनों को हड़पने का कार्य हुआ है उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही होगी।मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस के तत्कालीन एमएलसी ने फर्जी सोसाइटी बनवाई, जिसमे उनके 12 रिश्तेदार थे। उसी फर्जी सोसाइटी के नाम गलत तरीके से जमीन दर्ज कराई गई। बिहार के रहने वाले थे कांग्रेस के ये एमएलसी। सोसाइटी के जो भी जीवित सदस्य हैं उनके नाम भी एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।


सरिया लूट का किया खुलासा:गाजियाबाद

गाजियाबाद ! मसूरी थाना पुलिस व क्राइम ब्रांच की टीम ने 24 जुलाई को सरियों से भरे ट्रक की लूट में शामिल बदमाशों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है।


मसूरी पुलिस ने शनिवार सुबह मुखबिर की सूचना पर सरिया लूटने वाले बदमाशों व खरीदारों सहित पेरीफेरल रोड के पास जल निगम रोड पर मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया है गिरफ्तार बदमाशों से घटना में प्रयुक्त कार वह लूटा गया करीब 25 टन सरिया दो तमंचा 315 बोर मय कारतूस बरामद किए गए हैं।गिरफ्तार बदमाशों ने पूछताछ में बताया 24 जुलाई की रात में इन्होंने रेकी के बाद ट्रक को लूटा था जिसे पेरिफरल हाईवे के पास जल निगम रोड  पर खाली कर दिया था और ट्रक को ग्रेटर नोएडा में छोड़कर आ गए थे।बदमाशों ने सरिया का सौदा गिरफ्तार संदीप व जरीफ को 8 लाख में बेचने में कर दिया था ! गिरफ्तार बदमाशों के नाम रियाजउद्दीन पुत्र मुस्ताक निवासी कैला भट्टा गाजियाबाद, आफताब पुत्र दीन मोहम्मद निवासी डासना, संदीप पुत्र देशराज निवासी वसुंधरा गाजियाबाद, जरीफ पुत्र अजमेरी निवासी दयालपुर दिल्ली है।प्रेस वार्ता में एसएसपी सुधीर कुमार सिंह ने बताया 24 जुलाई को गाजियाबाद से सरियों से भरा एक ट्रक हरियाणा के रोहतक के लिए चला था ट्रक जैसे ही पेरिफेरल हाईवे पर चला पीछे से आए कार सवार बदमाशों ने ट्रक को ओवरटेक कर रोक लिया और चालक को बंधक बनाकर कार की डिग्गी में बांधकर डाल दिया जिसे बाद में गौतम बुध नगर क्षेत्र में बांध कर फेंक दिया और ट्रक लेकर फरार हो गए बाद में खाली ट्रक ईकोटेक थाना क्षेत्र के भाटी गोल चक्कर के पास खड़ा मिला था।


पुलिस अपराधियो पर कहर बनकर टूटी

गाजियाबाद ! पुलिस अपराधियों पर कहर बनकर टूट रही है ।एसएसपी सुधीर कुमार सिंह का ऑपरेशन क्लीन बदमाशों के लिए लगातार चलता आ रहा है। जिसके चलते गाजियाबाद के थाना सिहानी गेट इलाके के राजनगर एक्सटेंशन के मोरटी गांव के पास पुलिस और बदमाशों के बीच हुई मुठभेड़ के दौरान एक बदमाश को गोली लगी! जिसे धर दबोचा गया जबकि दूसरा बदमाश भागने में कामयाब हो गया! गिरफ्तार किए गए बदमाश के कब्जे से अवैध हथियार और एक मोटरसाइकिल भी बरामद की गई है! जबकि फरार बदमाश के लिए कॉम्बिंग ऑपरेशन जारी है।इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए क्षेत्राधिकारी आतिश कुमार ने बताया कि मोरटी गांव के पास वाहन चेकिंग के दौरान पुलिस ने दो संदिग्ध व्यक्तियों को रुकने का इशारा किया। तो दोनों यह वहां से भागने लगे पुलिस ने उनका पीछा किया तो उन्होंने पुलिस पर फायरिंग कर दीं । जवाबी पुलिस फायरिंग में एक बदमाश को गोली लगी एक बदमाश फरार हो गया! घर बदमाश को अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया है । सीओ आतिश कुमार बताया कि घायल बदमाश का नाम चांद पुत्र यूसुफ निवासी दादरी ग्रेटर नोएडा का रहने वाला है ।और इसके खिलाफ गाजियाबाद सहित आसपास के विभिन्न थानों में लगभग 10 अपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। और चांद ने 2016 में एक केस में इन्वेस्टिगेशन कर रहे सब इंस्पेक्टर को गोली मारकर हत्या कर दी थी ।और इस का अपराधिक इतिहास अभी पुलिस खंगाल रही है। तथा फरार अभियुक्त की तलाश की जा रही है।


 


पत्थर फेंकबाज (संपादकीय)


महबूबा और उमर अब्दुल्ला जैसे नेताओं के अब समझ आ गया होगा, सरकार का कश्मीर एक्शन। पहले बता देते तो सेना और सुरक्षा बलों पर पत्थर फिकवाते। क्रिकेटर इरफान पठान को भी कश्मीर छोडऩे के आदेश।

2 और 3 अगस्त को जब महबूबा मुफ्ती, उमर अब्दुल्ला जैसे पूर्व मुख्यमंत्री कश्मीर एक्शन को जानने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से लेकर गवर्नर सत्यपाल मलिक तक से मिल रहे थे, तब सीमा पर हमारी सेना पाक सेना के भाड़े के टटटू पाकिस्तानी बॉर्डर एक्शन टीम (बैट) के सदस्यों को मौत के घाट उतार रहे थे। ये पाकिस्तानी सेना के वे ही टटू हैं जो भारतीय सीमा में घुस कर हमला करते हैं। पाकिस्तान की सेना ने ही इन टटुओं के प्रशिक्षण शिविर अपने कब्जे वाले कश्मीर में बना रखे हैं। अब पाक सेना का कहना है कि भारतीय सेना पीओके पर कलस्टर बम बरसा रही है। भारतीय सेना ने 2 व 3 अगस्त को जिस तरह पाकिस्तान की कमर तोड़ी है, उससे महबूबा और उमर को पता चला गया होगा कि कश्मीर में क्या हो रहा है? यदि अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात कर इंतजाम नहीं किए जाते तो पाकिस्तानी सेना के टटू कश्मीर में तबाही मचाते। इसलिए अमरनाथ यात्रा को बंद किया और पर्यटकों को भी कश्मीर छोडऩे के लिए कहा गया। यदि सरकार और सेना के इस एक्शन के बारे में महबूबा और उमर जैसे नेताओं को पहले बता दिया जाता तो ये नेता सीमा पर हमारे सुरक्षा बलों पर पत्थर फिकवाते। तब पाक सेना के टटू नहीं मारे जाते। अब तक महबूबा और उमर आतंकियों और पत्थरबाजों के साथ खड़े रहे हैं। देश की आजादी के बाद पहला मौका रहा जब महबूबा और जैसे नेताओं को कश्मीर एक्शन की खबर नहीं लगी। असल में महबूबा और उमर जैसे नेताओं के चेहरे पर से नकाब उतर गया है। अब इन नेताओं का असली चेहरा सामने आ गया है। इन नेताओं को अपने देश की नहीं बल्कि पाकिस्तान की ज्यादा चिंता है। अब महबूबा और उमर जैसे नेताओं को कश्मीर के लोगों के बजाए स्वयं के राजनीतिक भविष्य की चिंता करनी चाहिए। कश्मीर में आतंक का डर दिखा कर इन नेताओं ने बहुत मजे कर लिए है। 70 वर्ष में सर्वाधिक शासन अब्दुल्ला परिवार ने किया है, जबकि महबूबा का खानदान दूसरे नम्बर पर है। 
35 ए के नियम घातक:
इन दिनों मीडिया में 35ए के नियमों की विस्तृत जानकारी दी जा रही है। इस नियम की वजह से सफाई कर्मी का परिवार जिन्दगी भर सफाई कर्मी ही रहेगा और अब्दुल्ला का परिवार जिन्दगी भर मुख्यमंत्री रहेगा। शेख अब्दुल्ला के बाद पुत्र फारुख अब्दुल्ला और पोता उमर अब्दुल्ला सीएम पद पर विराजमान हुए। यही स्थिति मुफ्ती मोहम्मद सईद और उनकी पुत्री महबूबा मुफ्ती की है। सवाल उठता है कि सत्ता का सुख भोगने वाले इन नेताओं ने कश्मीर के सफाई कर्मी की चिंता क्यों नहीं की? उसे जिन्दगी भर सफाई कर्मी ही क्यों रहने दिया जा रहा है। कश्मीर का लड़का बाहर शादी करेगा तो उसके बच्चों को कश्मीर में अधिकार मिल जाएंगे, लेकिन यदि कश्मीर की लड़की राजस्थान के लड़के से निकाह करेगी तो उसके बच्चों को कश्मीर में अधिकार नहीं मिलेंगे। उमर और महबूबा जैसे नेता बताएं कि कश्मीर के लड़के-लड़कियों में यह भेदभाव क्यों किया जा रहा है? क्या ऐसा भेदभाव करने वाला नियम 35ए हटना नहीं चाहिए?
पठान को कश्मीर छोडऩे के आदेश:
भारतीय क्रिकेटर इरफान पठान को भी अब कश्मीर छोडऩे के आदेश दिए गए हैं। पठान जम्मू कश्मीर क्रिकेट टीम के मेंटर की भूमिका निभा रहे हैं और इन दिनों उनका निवास कश्मीर में ही बना हुआ है, लेकिन ताजा हालातों को देखते हुए जम्मू कश्मीर सरकार ने पठान को कश्मीर से चले जाने के आदेश दिए हैं।
एस.पी.मित्तल


एक करोड़ लोगों की प्यास कैसे बुझेगी?

एक करोड़ लोगों की प्यास बुझाने वाले बीसलपुर बांध को अभी भी बरसात के पानी की दरकार। 315 मीटर की क्षमता वाले बांध में अभी 307 मीटर पानी ही आ पाया है। गत वर्ष पांच मीटर पानी कम रहा। 

अजमेर ! 4 अगस्त को दोपहर तीन बजे तक बीसलपुर बांध का जल स्तर 307.33 मीटर मापा गया। बांध की भराव क्षमता 315.50 मीटर है। बांध से 300 मीटर तक के जल स्तर तक ही पानी लिया जा सकता है। बीसलपुर बांध में गत वर्ष बरसात सामाप्ति पर 310.24 मीटर का जल स्तर था। इसी वजह से अजमेर, जयपुर, टोंक और दौसा की कोई एक करोड़ आबादी को पीने के पानी की समस्या का सामना करना पड़ा। अजमेर जिले में तो अभी भी तीन दिन में एक बार पेयजल की सप्लाई हो रही है। यूं तो राजस्थान और देशभर में बाढ़ जैसे हालात हैं, लेकिन एक करोड़ लोगों की प्यास बुझाने वाले बीसलपुर बांध को बरसात के पानी की दरकार है। बांध के पानी पर नजर रखने वाले सहायक अभियंता मनीष बंसल ने बताया कि बांध में पानी की आवक का मुख्य स्त्रोत बनास नदी है। बनास नदी में पानी तभी आता है, जब चित्तौड़ जिले में पर्याप्त वर्षा हो। चित्तौड़ में बहने वाले मेढच, कोठारी जैसी नदियों से ही बनास नदी में पानी आता है। हालांकि भीलवाड़ा जिले में होने वाली बरसात का पानी भी बनास नदी में आता है, लेकिन चित्तौड़ के मुकाबले मात्रा कम है। अभी भी चित्तौड़ क्षेत्र में अच्छी वर्षा नहीं हुई है। भीलवाड़ा और चित्तौड़ में एक साथ तेज वर्षा होने पर बीसलपुर बांध में पानी आएगा। वर्ष 2016 में बीसलपुर बांध पूरा भर गया था, तब तीन नदियों के संगम कहे जाने वाले त्रिवेणी पर गेज दस मीटर का था, जबकि अभी त्रिवेणी का गेज मात्र डेढ़ मीटर का है। इससे पानी की आवक का अंदाजा लगाया जा सकता है। गत वर्ष भी वर्षा की स्थिति कमजोर रही थी, इसलिए बांध में 310.24 मीटर ही पानी आ पाया। मौसम विज्ञानियों ने पूर्व में जो घोषणा की थी, उसके मुताबिक भीलवाड़ा और चित्तौड़ में बरसात नहीं हुई। एक बार फिर 5 व 6 अगस्त के लिए घोषणा की गई है। देखना है कि कितनी बरसात हो पाती है।  यदि बांध में पर्याप्त पानी नहीं आ पाया तो वर्ष भर एक करोड़ लोगों को पेशानी का सामना करना पड़ेगा। जयपुर जिले में तो रामगढ़ बांध जैसे स्थानीय स्त्रोत है, लेकिन अजमेर जिले में पेयजल का एक भी स्थानीय स्त्रोत नहीं है। पूरा जिला 132 किलोमीटर दूर बने बीसलपुर बांध पर ही निर्भर है। इसलिए बांध को अजमेर की लाइफ लाइन कहा जाता है। इसे अजमेर के राजनेताओं की कमजोरी ही कहा जाएगा कि बांध से जयपुर के मुकाबले अजमेर को बहुत कम सप्लाई की जाती है। इस भेदभाव पर अजमेर के भजपा और कांग्रेस के किसी भी नेता में बोलने की हिम्मत नहीं है। अजमेर की जनता तो इतनी धैर्यवान है कि बरसात में भी तीन दिन की सप्लाई पर चुप है। जब भरी गर्मी में ही चुप रही तो अब तो बरसात का मौसम है।
एस.पी.मित्तल


भ्रष्ट नेताओ-अधिकारियों ने की नदियों की दुर्दशा


बजरी माफिया की करतूतों के कारण अजमेर के आनासागर का पानी गोविंदगढ़ के बांध में नहीं पहुंच रहा। 

अजमेर ! सिंचाई विभाग के इंजीनियरों ने यह दावा किया था कि अजमेर के आना सागर का पानी तीन अगस्त की शाम तक 40 किलोमीटर दूर गोविंदगढ़ के बांध में पहुंच जाएगा। पिछले तीस वर्षों में यह पहला अवसर होगा, जब अजमेर का पानी गोविंदगढ़ के बांध में पहुंचेगा। लेकिन इंजीनियरों का यह दावा धरा रह गया, क्योंकि अब आनासागर के पानी के गोविंदगढ़ बांध में पहुंचने की संभावना बहुत कम है। हालांकि आनासागर से अभी भी पानी की निकासी जारी है। जानकारों के अनुसार पानी अभी नूरियावास तालाब तक ही पहुंचा है। नूरियावास के बाद रामपुरा डाबला, पीसांगन होता हुआ गोविंदगढ़ जाएगा। असल में बजरी माफिया ने पीसांगन क्षेत्र में बरसाती साबरमती नदी से इतनी बजरी निकाल ली है कि जगह जगह सौ-सौ फीट के खड्डे हो गए हैं। पहले इन खड्डों का ध्यान ही नहीं रहा। हालांकि अवैध रूप से बजरी निकालने वाले सिंचाई विभाग के इंजीनियरों से लेकर खान और पुलिस अधिकारियों तक ध्यान रखते हैं। सबको पता था कि बरसाती नदियों और तालाबों से बजरी चोरी हो रही है, लेकिन चांदी के जूते के सामने सबने आंखे बंद रखी। यही वजह है कि अब पर्यावरण को दुष्परणिाम भोगने पड़े रहे हैं। आनासागर का पानी जोधपुर तक जाता है, लेकिन अभी चालीस किलोमीटर दूर गोविंदगढ़ तक ही नहीं पहुंच पा रहा है। जब बरसाती नदियों में पानी बहता है तो हजारों लाखों लोगों को रोजगार मिलता है। लेकिन बजरी माफिया की वजह से लोगों को रोजगार से भी वंचित होना पड़ रहा है। सब जानते हैं कि बजरी माफिया राजनेताओं के संरक्षण में पनपता है। गत भाजपा के शासन में अजमेर के भाजपा विधायकों पर ही बजरी माफिया को संरक्षण देने के आरोप लगे थे। भाजपा विधायकों ने अपने अपने क्षेत्र पसंदीदा डीएसपी और सीआई नियुक्त करवाए। ऐसे अधिकारियों को बजरी की आय का एक हिस्सा प्रतिमाह विधायकों को भी दिया। जिन भ्रष्ट अधिकारियों और नेताओं ने बजरी का पैसा खाया, उन्हें अब बरसाती नदियों की दुर्दशा देखनी चाहिए। ऐसे भ्रष्टा अफसरों और नेताओ को प्रकृति का संरक्षण करने वाले भगवन कभी भी माफ नहीं करेंगे। उल्लेखनीय है कि आनासागर का पानी खानपुरा तालाब, भांवता, बुधवाड़ा, नूरियावास, रामपुरा डाबला, पीसांगन, गोविंदगढ़ बांध से नागौर के डेगाना क्षेत्र से होता हुआ जोधपुर तक जाता है।
एस.पी.मित्तल


युवा उद्यमी धरातल पर उतारेंगे आइडिया

स्‍मार्ट सिटी के साथ मिलकर शहर के प्रतिभावन युवा उद्यमी अपने आईडिया को लाएंगे धरातल पर


ग्वालियर ! शहर के ऐसे प्रगतिशील युवा जिनके पास बेहतर आईडियाज तो हैं लेकिन आर्थिक एवं अन्य अभावों के कारण वह स्वयं को खडा नहीं कर पा रहे हैं उनके लिए ग्वालियर स्मार्ट सिटी काॅपोरेशन द्वारा एक अनूठी पहल की जा रही है जिसमें प्रतिभावान युवा अपना कैरियर बनाने के लिए स्वयं का बिजनिस प्रारंभ करने के लिए अपने आइडियाज एवं सुझाव यहां शेयर कर सकते हैं। उनके बेहतर सुझावों को स्मार्ट सिटी द्वारा धरातल पर उतारने के लिए हर संभव मदद की जाएगी। इसी उददेश्य को लेकर शनिवार को सिटी सेंटर स्थित बाल भवन सभागार में अटल इंक्युबेशन सेंटर, भोपाल और ड्रीम हैचर इंक्युबेशन सेंटर ग्वालियर द्वारा स्मार्ट सिटी के संयुक्त तत्वाधान में एक दिवसीय आई 4 समिट का आयोजन किया गया।
ग्वालियर स्मार्ट सिटी के सीईओ श्री महीप तेजस्वी ने एक दिवसीय आई 4 समिट को संबोधित करते हुए युवाओं को बताया कि केन्द्र सरकार के नीति आयोग से संबद्व अटल इंक्युबेशन मिशन के अंतर्गत ग्वालियर शहर में युवा एवं प्रतिभावान उद्यमियों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से ग्वालियर स्मार्ट सिटी इंक्युबेशन परियोजना “ड्रीम हैचर” योजना के माध्यम से अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अपनायेगी। जिससे युवा अपने खुद के आइडियाज को धरातल पर उतार सकंे और अपने कैरियर स्टार्टअप कर सकें, युवाओं के इस सपने को साकार करने में ग्वालियर स्मार्ट सिटी द्वारा हरसंभव मदद की जायेगी।
सीईओ श्री तेजस्वी ने युवा उद्यमियों को संबोधित करते हुये कहा कि उनके द्वारा जो उत्पाद या आईडियाज पर काम किया जा रहा है, वह न केवल उच्च मापदंड का होना चाहिये बल्कि उसे मार्केट में बेहतर तरीके से पेश भी किया जाना चाहिये, तभी मार्केट में उसे लोगों द्वारा पसंद किया जायेगा।
इस समिट में 150 से अधिक लोगों ने अपनी सहभागिता की। समिट में स्मार्ट सिटी अधिकारियों व उद्यमिता जगत में पहचान बना चुके व्यक्तियों द्वारा स्टार्टअप के बारे में परिचर्चा की गई और युवा उद्यमियों की जिज्ञासाओं का भी समाधान किया गया। समिट में अपने अपने क्षेत्र में स्थापित उद्यमी मुस्कान ड्रीम के सीईओ श्री अभिषेक दूबे और रिकूटी डाट काँम के को फाउंडर श्री अवधेश सोलंकी विशेष रुप से उपस्थित थे। जिन्होने युवा किस प्रकार अपने उद्यम को स्थापित कर सकते हैं, उसके बारे में विस्तार से बताया और समिट में भाग लेने वाले प्रतिभागियों के सवालों का जबाब दिया।


गूढ़ रहस्यों से उठेगा पर्दा:चंद्रयान 2

नईदिल्ली ! 22 अक्टूबर, 2008 वो दिन था जब भारतीय अंतरिक्ष मिशन में एक लंबी छलांग लगाई थी! 11 साल बाद 2019 में चंद्रयान 1 ने जिस सफर को शुरू किया था, उस सफर कोआगे बढ़ाने जा रहा है चंद्रयान 2! लेकिन ये सफर ऐतिहासिक भी है और चुनौतियों और जोखिमो से भरा हुआ भी है क्योंकि चंद्रयान को चांद के उस अंधेरे और बहुत ज़्यादा ठंडेइलाके में उतरना है जहां आज तक कोई जाने की हिम्मत नहीं जुटा पाया है।
 रिपोर्ट के मुताबिक इस मिशन के साथ ही भारत उन देशों की कतार में खड़ा हो जाएगा जो चांद की सतह पर उतरने का कारनामा कर चुके हैंऔर शायद उन रहस्यों से भी परदा उठा सके जो आज तक मूनवॉक की थ्योरी से जुड़े रहे हैं।मुमकिन है कि चंद्रयान 2 का सफर उन सवालों के जवाब भी दे सके जो जुलाई1969 में मिशन अपोलो के बाद दुनिया ने उठाए थे!
 धरती की कक्षा से निकल कर चंद्रयान 2 चांद की सतह पर 7 सितंबर को उतरेगा जिसे अंतरिक्ष विज्ञान की भाषा में सॉफ्ट टच कहा जाता है।चांद के दक्षिणी ध्रुव पर पहली बारकोई देश लैंडर उतार रहा है।इसके बाद भारत का प्रज्ञान नाम कारोवर चांद की सतह पर रिसर्च करेगा! चांद के दक्षिणी ध्रुव पर रिसर्च करना बहुत बड़ी चुनौती साबित होगाक्योंकि चांद का दक्षिणी ध्रुव अंधेरे डूबा हुआ इलाका है जहाँ सूरज की रोशनी नहीं पहुंचती! इसकी वजह से दक्षिणी ध्रुव का तापमान-248 डिग्री सेल्सियस रहता है! वहाँ पर बनेबड़े गड्ढों में बर्फ होने की भी बहुत संभावना है! अनुमान है कि दक्षिणी ध्रुव पर पानी का भंडार हो सकता है! यहां पर कई बड़े क्रेटर हैं जिनमें सबसे बड़ा क्रेटर 20 किलोमीटरतक हो सकता है ! चंद्रयान 2 का लैंडर विक्रम जब चांद पर उतरेगा तो दक्षिणी ध्रुव के बहुत बड़े इलाके को सेंसर से स्कैन करेगा।सही जगह मिलने पर लैंडर विक्रम खुद तय करेगा कि उसे किसजगह पर उतरना है।चांद के अंधेरे इलाके में जब रोवर प्रज्ञान रिसर्च करेगा तो कई रहस्यों से परदे उठेंगे, लेकिन चांद पर जाने वाले वैज्ञानिकों ने भी चांद के कई रहस्मयीकिस्से कहे सुनाए हैं।नासा ने चांद पर रिसर्च करने के लिए अपोलो 1 से लेकर अपोलो 17 तक मिशन चलाया।इसमें तीन मिशन फेल भी रहे।लेकिन मानव को चांद पर पहुंचाने के बाद अमेरिका नेएकाएक मिशन अपोलो बंद कर दिया और उसकी बहुत सारी तस्वीरों जारी करने पर रोक लगा दी।इसके पीछे दावा किया जाता है कि मिशन पर गए कुछ अंतरिक्ष यात्रियों नेये महसूस किया था चांद पर उनसे पहले भी कोई मौजूद था। अंतरिक्ष यात्रियों की इस कहानी की शुरुआत होती है 16 जुलाई 1969 से। उस दिन अमेरिका के फ्लोरिडा राज्यमेंमेरिट द्वीप से अपोलो 11 उड़ान भर रहा था।मानव पहली बार चांद पर उतरने वाला था और ये इतिहास रचने वाले थे नील आर्मस्ट्रॉन्ग और उनके साथी  बज ऐल्ड्रिन। पहले तो इस थ्योरी पर ही सवाल उठाए गए कि अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री चांद पर उतरे ही नहीं।दावा किया गया कि शीत युद्ध के दौरान अमेरिका ने रूस पर दबाव बनाने केलिए स्टूडियो में शूटिंग करके ये साबित करने की कोशिश की है वो चांद पर इन्सान भेजने वाला पहला देश  बन गया है।लेकिन क्रू में मौजूद बज ऐल्ड्रिन ने 30 साल बाद एकइंटरव्यू में दावा किया कि चांद पर एक अन्जानी रोशनी ने उनका पीछा किया था। ऐल्ड्रिन ने इस बात की जानकारी नासा के अधिकारियों को भी दी थी। लेकिन नासा ने चांदपर उतरने वाले अंतरिक्ष यात्रियों से मिली इसतरह की जानकारी को बरसों बरस छुपाए रखा।
नासा ने 2017 में 800 से ज़्यादा गोपनीय तस्वीरें जारी की थीं।इन तस्वीरों को देखकर ऐसा अहसास होता है कि इन्सान से पहले भी कोई चांद पर मौजूद है या रहा होगा।अपोलो मिशन के तहत 24 अंतरिक्ष यात्री चांद पर गए थे। इनके साथ गए ऑरबिटर ने चांद की सतह की तस्वीरें उतारीं और इन्हें देखने के बाद उनके दावे सही लगने लगतेहैं। ये तस्वीरें अपोलो मिशन पर गए अंतरिक्ष यात्रियों ने खुद उतारी थीं।जिन्हें पहली बार जारी किया गया है। क्या ये एलियन्स की बस्ती है? या फिर कोई परमाणु रिएक्टर है !दुनियाभर के एक्सपर्ट्स ने ये तस्वीरें देखीं, जांचने परखने की कोशिश की, लेकिन सही सही अंदाजा कोई नहीं लगा सका है। अपोलो मिशन के दौरान चांद पर ली गई येतस्वीरें आज भी रहस्यमयी पहेली बनी हुई हैं।दावा है कि इन्हीं तस्वीरों के मिलने के बाद ही नासा ने मिशन मून अचानक बंद कर दिया।इन रहस्यों से परदा उठाने में इंसानतो नाकाम ही रहा है लेकिन अब चंद्रयान 2 की मेगा मशीनरी चांद के दक्षिण ध्रुव पर उतरने की तैयारी में है।मुमकिन है कि धरती के सब से करीबी और इकलौते उपग्रह के कई राज़ से परदा उठ जाए।


पेरीफेरल:फिसली बाइक एक की मौत,एक घायल

आशीष त्यागी


बागपत ! ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे पर सिंगोली तगा गांव के समीप बाइक फिसलन से बाइक सवार एक युवक की मौत हो गयी और एक घायल हो गया। सूचना पर पहुची पुलिस ने घायल को बागपत जिला अस्पताल के लिए रेफर किया और शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भेजा दिया।मुजफ्फरनगर के ढींनडावाली गांव निवासी अंकित(20) पुत्र मांगेराम अपने दोस्त अमित उर्फ राजा पुत्र वेदपाल निवासी देव कालोनी रोहतक हरियाणा के साथ बाइक पर सवार होकर इस्टर्न पेरीफेरल के रास्ते से ग़ाज़ियाबाद से अपने घर लौट रहे थे।जैसे ही वे सिंगोली तगा गांव के समीप पहुचे तभी अचानक उनकी बाइक फिसलकर गिर गयी जिसमे अंकित की मौके पर ही मौत हो गयी और अमित उर्फ राजा गंभीर रूप से घायल हो गया। सूचना पर पहुची पुलिस ने घायल को बागपत जिला अस्पताल में भर्ती कराया और अंकित के शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।


करंट लगने से दो युवकों की मौत:मथुरा

रिपोर्ट दिनेश अग्रवाल


मथुरा। जनपद में दो अलग-अलग स्थानों पर दो युवकों की विद्युत करंट लगने से मौत।


विद्युत विभाग की इस लापरवाही से मृतक युवकों के गांव में विद्युत विभाग के खिलाफ काफी आक्रोश है। मृतकों के परिजनों एवं ग्रामीणों ने विद्युत विभाग एवं प्रशासन से मुआवजा दिलाए जाने की मांग की है।
कोसीकलां के गांव भीकागढ़ी में बिजली के खंभे में करंट आने से 35 वर्षीय नवल पुत्र करन सिंह की दर्दनाक मौत हो गई। वह सुबह 5 बजे अपने घर के बाहर टहल रहा था। इसी दौरान पास के ही विद्युत खंभे पर लटक रहे नंगे तारां से उसका हाथ किसी तरह छू गया। इससे उसे एकदम करंट का झटका लगा और वह गंभीर रुप से झुलस गया। उसे उपचार के लिए कोसीकलां के स्थानीय अस्पताल ले गए। वहां उसे चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया। मृतक के भाई लखपत ने थाना कोसीकलां में विद्युत विभाग के खिलाफ तहरीर दी है।
वहीं दूसरी घटना में विकासखंड नौहझील के गांव कोलाना में घर के सामने खड़ी बुग्गी से चारा उतार रहे 40 वर्षीय किसान दिगंबर सिंह पुत्र लालमन के ऊपर विद्युत तार गिर पड़ा। इससे वह बुरी तरह झुलस गया। उसकी मौके पर ही मौत हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। उसके दो मासूम बच्चे हैं। जिनका रो-रो कर बुरा हाल था। परिजनों एवं ग्रामीणों ने प्रशासन से इसे मुआवजा दिलाए जाने की मांग की है।


अज्ञात व्यक्ति की रेल दुर्घटना में मौत

रवि चौहान


गाजियाबाद,लोनी ! टीला गांव निवासी सन्नी गुप्ता को शराब माफियाओं ने विरोध करने के कारण मारी गोली बताया जा रहा है कि शराब माफियाओं को बोर्डर थाना पुलिस का संरक्षण प्राप्त है कई बार शिकायत करने पर भी नहीं हुई कोई कार्रवाई प्रशासन माफियाओं के आगे नतमस्तक!


संतोष मेडिकल के ट्रस्टी पर धोखाधड़ी का केस दर्ज


राजनगर ! एसएसपी के आदेश पर विजय नगर थाने में दर्ज हुआ मुकदमा! यूपी तमिलनाडु के पूर्व पीएम का नजदीकी बता कर 8 पॉइंट 6 करोड रूपए हड़पने का आरोप!संतोष मेडिकल कॉलेज के ट्रस्टी महा लिंगम पर केस दर्ज! धोखाधड़ी आपराधिक षडयंत्र रचना और धमकी देने के समेत आठ धाराओं में थाना विजय नगर में हुआ केस दर्ज।


 डासना जेल से विपरीत दिशा में आ रही कैदियों की गाड़ी


डासना ! गाड़ी चालक ने मोटरसाइकिल सवार को मारी टक्कर! मोटरसाइकिल चालक पत्नी और बच्चों को लगी चोटम !सूरी पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घायलों को डालना अस्पताल में कराया भर्ती टक्कर मार कर भाग रहे पुलिस चालक से पब्लिक की हुई कहासुनी,गुस्साई भीड़ ने कैदियों की गाड़ी पर की तोड़फोड़!


साहिबाबाद ! रेलवे लाइन चौकी क्षेत्र हिंडन पुल थाना साहिबाबाद पर एक अज्ञात व्यक्ति की रेल दुर्घटना से मृत्यु हो गई है जिसकी दाहिनी बाजू पर अशोक व अंग्रेजी में A R लिखा है कोई जानकारी मिले तो थाना साहिबाबाद को सूचित करने की कृपा करें !


युवक की गोली मारकर हत्या:जौनपुर

जौनपुर ! महराजगंज थाना थाना क्षेत्र के गौरा कला निवासी सचिन उर्फ कल्लू सिंह (26) की बदमाशों ने शनिवार रात 11 बजे गोली मारकर हत्या कर दी। घटना के वक्त सचिन ढ़ाबे पर खाना खाने जा रहा था। कलिजरा रेलवे फाटक के समीप पहले से ही घात लगाए बैठे स्कार्पियो सवार बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। ग्रामीण इलाज के लिए घायल को अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे बीएचयू ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया। यहां इलाज के दौरान सचिन की मौत हो गई।पुलिस हत्या की वजहों को टटोलने में जुटी है। उधर युवक के इलाज के दौरान मौत की सूचना मिलने के बाद रविवार सुबह आक्रोशित गांव वालों ने सुभाष चौक पर जाम लगा दिया। तनाव की स्थिति को देखते हुए भारी पुलिस बल को मौके पर तैनात कर दी गई है। एसओ अरुण कुमार मिश्र ने आक्रोशित लोगों को समझाने का काफी प्रयास किया, लेकिन वह नहीं माने। ग्रामीणों का कहना है कि जबतक जिलाधिकारी अथवा पुलिस अधीक्षक मौके पर नहीं आएंगे, वह रास्ता नहीं खोलेंगे।


खेत में मिला टीचर का शव:अयोध्या

विक्रम सिंह यादव
अयोध्या ! जिले के एक गांव में रविवार सुबह खेत में शव मिलने से हड़कंप मच गया। खेत में काम करने आए लोगों ने शव को देखकर पुलिस को सूचना दी। काफी देर बाद शव की शिनाख्‍त एक स्‍कूल टीचर के रूप में हुई।मामला थाना पटरंगा के बाबूपुर पूरे काजी गांव का है। यहां रविवार सुबह खेत में एक शव मिला। सुबह खेत से गुजरने वाले लोगों की शव पर नजर पड़ते ही सनसनी फैल गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव की छानबीन की। जेब से मिले डाक्यूमेंट्स के आधार पर शव की पहचान हुई। मृतक अध्यापक बिहार के सुपौल जिले का रहने वाला था।मृतक इंददेव कुमार (48)पुत्र भुवनेश्वर ग्राम चैन सिंह पट्टी थाना सिपौल जिला बिहार के रूप में हुई।मृतक एलटी ग्रेड में अध्यापक था। घटनास्थल पर फोन मिला जो कि स्विच ऑफ था। मृतक के दो बेटे व एक बेटी है जिन्‍हें सूचना दी जा चुकी है।


शराब ना पिलाने पर चाकू मारकर हत्या

सलाउद्दीन
वाराणसी।।आदम पुर थाना अंतर्गत गोलगड्डा स्तिथ पुराने मॉल गोदाम में देर रात नशे में धुत अभियुक्त पीर मोहम्मद ने संजय राम पुत्र बहादुर राम उम्र 25 को शराब न पिलाने पर चाक़ू से मारकर हत्या कर दिया।आपको बता दे की संजय राम मंडुवाडीह डोम बस्ती में रहता है जो पेशे से सफाई कर्मी है।बीती रात संजय ने अपने साले को छोड़ने गोलगड्डा मालगोदाम आया हुआ था,वहीं उसकी मुलाकात अपने ही मित्र रवि से हो गयी।जिसके बाद दोनों साथ में बैठकर शराब पिया,पिने के बाद रवि वहां से चला गया।उसके बाद पीर मोहम्मद नामक व्यक्ति संजय के पास आया और बोला की मुझे शराब पिलाओ संजय का शराब पिलाने से इंकार करने पर नशे में धुत पीर मोहम्मद ने चाक़ू निकाल संजय राम पर कई वार किए जिससे संजय राम वही लहूलुहान होकर गिर पड़ा।मौके पर पहुंची आदमपुर फैंटम ने संजय राम को लेकर वाराणसी मंडलीय अस्पताल पहुंचे  जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।इसकी सुचना जब संजय राम के घर वालों को मिली तो घर में कोहराम मच गया।संजय के तीन बच्चे शाहीदा तीन वर्ष,बादल ढाई वर्ष व प्रीती 9 माह की है।


'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन   मतदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए स्कूली बच्चों ने निकाला रैली कौशाम्बी। एन डी कान...