गुरुवार, 1 अगस्त 2019

एसएसपी इटावा को न्यायालय की चेतावनी

एसएसपी इटावा को गवाह हाजिर न करने पर चेतावनी


इटावा ! अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश फास्ट ट्रैक द्वितीय महेश चंद्र वर्मा की अदालत ने 16 साल पुराने एक मामले में अभियोजन साक्षी हेड कांस्टेबल (हेड पेशी एसपी) के गवाही पर उपस्थित न होने पर नाराजगी जाहिर की। इस पर उन्होंने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक इटावा के विरुद्ध आपराधिक अवमानना की कार्रवाई, उच्च न्यायालय को संदर्भित करने की चेतावनी दी है।
इस न्यायालय में वर्ष 2003 का एक पुराना मुकदमा राज्य बनाम सुभाष चंद्र चल रहा है। जिसमें अभियोजन की ओर से तत्कालीन हेड कांस्टेबल व वर्तमान समय में एसपी इटावा के हेड पेशी लक्ष्मी शंकर अवस्थी को साक्ष्य के लिए न आने पर मामला निस्तारित नहीं हो पा रहा है। इसके पूर्व कोर्ट की ओर से एसएसपी इटावा को कई बार लिखा जा चुका है। बुधवार को इस मामले की सुनवाई के दौरान गवाह लक्ष्मी शंकर अवस्थी के न आने पर कोर्ट ने नाराजगी व्यक्त की तथा न्यायालय ने माना कि एसएसपी इटावा उक्त गवाह को उपस्थित होने के लिए अनुमति नहीं दे रहे हैं! जिससे कोर्ट की कार्रवाई बाधित हो रही है। एडीजे ने बुधवार को एक आदेश जारी कर एसएसपी इटावा को चेतावनी दी कि इस लापरवाही पर उनके विरुद्ध आपराधिक अवमानना की कार्रवाई के लिए मामला उच्च न्यायालय को संदर्भित किया जा सकता है। उन्होंने गवाह हेड कांस्टेबल लक्ष्मी शंकर अवस्थी को सात अगस्त को उपस्थित करने के निर्देश दिए है।


दुष्कर्म के आरोप से आहत ने खाया जहर

दुष्कर्म का आरोप लगने से आहत बुजुर्ग ने खाया जहर


शरत यादव
औरैया,दिबियापुर ! दुष्कर्म का आरोप लगने से आहत बुजुर्ग ने जहर खाकर जान देने की कोशिश की। मंगलवार देर शाम पुलिस जब उसे पकड़ने के लिए घर पहुंची तो वह कमरे में बेहोशी की हालत में मिले। पुलिस ने वृद्ध को सीएचसी में भर्ती कराया, जहां से गंभीर हालत में सैफई मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। परिजनों ने आरोप लगाया कि एक दबंग के इशारे पर कार्रवाई की गई। पुलिस ने न रिपोर्ट दर्ज की और न ही पीड़िता का मेडिकल कराया। बावजूद इसके घर में दबिश दे दी।
गांव मानधवन निवासी 60 वर्षीय राजेश पांडेय के खिलाफ एक दबंग ने अपनी नाबालिग पुत्री के साथ दुष्कर्म की तहरीर दी थी। मंगलवार को देर शाम जब पुलिस दबिश देने घर गई तो बुजुर्ग बेहोशी की हालत में कमरे में मिले। जहर खाने की बात बताने पर पुलिस आनन-फानन उन्हें सीएचसी सहार ले गई, जहां से सैफई रेफर कर दिया गया। पुत्र भूरे व संदीप ने बताया कि कुछ दिन पूर्व गांव के एक दबंग ने शराब लाने के लिए कहा तो पिता ने मना कर दिया। इसके बाद दबंग ने साथियों के साथ मिलकर पिता की पिटाई की थी। पुलिस से शिकायत करने पर दुष्कर्म की फर्जी तहरीर दे दी। थाना प्रभारी निरीक्षक सोमेंद्र सिंह का कहना है कि बुजुर्ग के खिलाफ दुष्कर्म की तहरीर मिली थी। पुलिस पूछताछ करने के लिए आरोपित के घर गई थी।


घर पर लगा ताला, घटना को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश: मानधवन में हुई घटना को लेकर ग्रामीण आक्रोशित हैं। ग्रामीणों का कहना है कि दबंगों के कारण कोई खुल कर विरोध नहीं कर पाता। बुजुर्ग का परिवार मेहनत मजदूरी करके जीवन यापन करता है। घटना के बाद घर पर ताला लटक गया है। बेटे व रिश्तेदार भी सैफई चले गए हैं। मानधवन निवासी राजेश पांडेय के जहर खाने के बाद गांव वालों में आक्रोश है। कुछ ग्रामीणों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया जिसने बुजुर्ग के खिलाफ तहरीर दी है। यह एक शिक्षक के खिलाफ भी इसी तरह से दुष्कर्म की तहरीर दे चुके हैं। बाद में लेनदेन कर मामला रफा दफा हो गया था। राजेश पांडेय की पत्नी की पहले ही मौत हो चुकी थी। वह अपने तीन बेटों के साथ मजदूरी करके जीवन यापन करता है। दबंगो का कोई विरोध नहीं कर पाता। बुजुर्ग के बेटे भूरे ने बताया कि उनके पिता कि कोई गलती ही नही है।


बालिका सुरक्षा जागरूकता अभियान पूर्ण

लखीमपुर खीरी ! गोला गोकर्ण नाथ में मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश शासन लखनऊ के आदेश के अनुपालन में गोला गोकर्ण नाथ मे बालिका सुरक्षा जागरूकता के लिये अभियान चलाया गया! इस अभियान के तहत सभी विद्यालयों में सुरक्षा संबंधित जानकारी देने के लिए पुलिस क्षेत्राधिकारी गोला व प्रभारी निरीक्षक गोला तथा सब इंस्पेक्टर शंखधर व पुलिस टीम द्वारा जाकर विद्यालयों में छात्राओं को आत्म सुरक्षित करने के उपाय बताते हुए कहा जब कभी इस प्रकार की समस्या आप लोगों के सामने आ जाए तो सर्वप्रथम आपको तेजी के साथ आवाज लगाना है! कोई न कोई राहगीर आप लोगों को बचाने के लिए आ सकता है! परंतु किन्ही कारणों से कोई न आ पाए तो आप लोग आत्म सुरक्षा के लिए बल व बालों में लगाने वाली चिमटी तथा पिन का भी इस्तेमाल कर सकती हो! परंतु आप लोगों को अगर आभास हो रहा है कि यह व्यक्ति हमारे ऊपर हमला करने वाला है! तो आप लोग सर्वप्रथम 1090 हेल्पलाइन का भी इस्तेमाल कर सकती हो! इसमें आप लोगों की पहचान तथा मोबाइल नंबर गोपनीय रखा जाएगा! उत्तर प्रदेश शासन द्वारा यह अभियान 1 जुलाई से 31 जुलाई तक चलाया गया प्रत्येक दिन यह अभियान लगातार चलाया जा रहा था! सिर्फ रविवार को छोड़कर बालिका सुरक्षा जागरूकता अभियान के समापन दिवस 31जुलाई को सभी थाना क्षेत्र संबंधित विद्यालयों में जागरूकता रैली निकाली गयी तथा पहले से उन विद्यालयों के प्रधानाचार्य से मिलकर इस अभियान के संबंधित जानकारी देकर रैली निकालकर समाज में महिला व लड़कियों के लिए अराजकता फैलाने बालों के लिए सुरक्षा संबंधी जानकारी दी गयी! इस अभियान में महिलाओं और लड़कियों को सुरक्षित करने हेतु योगी सरकार ने यह निर्णय लेकर समाज में अराजकता फैलाने वालों तथा समाज को दूषित करने वालों के ऊपर कड़ी से कड़ी कार्यवाही करने का ऐलान किया है!


अभिलेखों में हेराफेरी कर कब्‍जाई जमीन

अभिलेखों में हेर फेर कर सरकारी जमीनों को खरीदने वाली कम्पनी ने उस पर लिया करोड़ो का लोन, बियॉन्ड कम्पनी के एम डी प्रभाकर गुप्ता विदेश भागने की फिराक में  


एस जे नियाजी


कानपुर ! प्रदेस सरकार द्वारा चलाये जा रहे भूमाफियाओं में सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जे को लेकर प्रसासन अपनी मुस्तैदी दिखा रहा है ! लेकिन उसके बावजूद भी बड़े माफियाओ के खिलाफ कोई कार्यवाही नही की जा रही है! बता दे कि बिधनू ब्लाक के कई गांवो रमईपुर व आसपास की सरकारी करोड़ो की जमीनों को बियॉन्ड कम्पनी व भूमाफियाओं ने सरकारी अभिलेखों में हेरा फेरी कर कौड़ियो के भाव अपने नाम करा ली है! जिस पर गांव वासियो ने सभी प्रसासनिक अधिकारियों से इसकी शिकायत भी की है! ग्राम वासियो के अनुसार बियॉन्ड कम्पनी ने उक्त जमीनों को खरीद कर उस पर करोड़ो रुपये का लोन भी करा रखा है! बियॉन्ड कम्पनी के प्रभाकर गुप्ता करोड़ो रूपये लोन लेकर भागने की फिराक में है! यही वजह की ग्राहक को किस्तो पर जमीन देने के नाम पर रुपये लेने वाली बियॉन्ड रिसर्ज एण्ड डेवलपमेंट लिमिटेड ने ना तो रजिस्ट्री की अपने ग्राहकों की और ना ही अब वह पैसा ही वापस कर रही है! जिस्से ग्राहकों को उसके भागने का प्रबल शक हो गया !अब तो उस कम्पनी ने अपने एजेंटो  का भी पैसा मारना शुरू कर दिया है इसकी शिकायत एक संस्था ने डीएम,कमिशनर,मुख्यमंत्री व आरबीआई के गवर्नर से करने की बात कही है! संस्था के पूर्व अध्यछ ने कहा कि यह कम्पनी अन्य कंपनियों और नीरव मोदी और विजय माल्या की तरह विदेश भागने की फिराक में है!
उन्होंने यह भी बताया कि तत्कालीन डी, एम,डॉ0 रोशन जैकब ने भी अपनी रिपोर्ट में यह पाया कि सरकारी जमीन पर कब्जा कर दस्ता वेजो में हेर फेर कर उसे खरीदा गया है !जिसका मामला भी काफी तूल पकड़ा था सन 2015 में एसडीएम तहसीलदार कानूनगो की रिपोर्ट ने यह तो साबित कर दिया कि सरकारी जमीनों पर कब्जे तो हुवे है !लेकिन तब से आजतक मामला जस का तस पड़ा हुआ है !नजीर बाद पुलिस सूत्रों की माने तो इस पर कार्यवाही की गई थी लेकिन कुछ प्रशाशनिक अधिकायियो के हस्तछेप से मामला दबा दिया गया था !संस्था के पूर्व अध्यछ ने मांग की है! उक्त प्रकरण की जांच कराकर सरकार की मंशा के अनुरूप कार्यवाही की जाये सरकारी जमीन पर कब्जा कर,फर्जी दस्तावेजों से हड़ने वालो के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर बैंको से लोन लेने वाली इस फर्म से त्वारित रिकवरी कराई जाए और ग्राहकों व एजेण्टों को उनका पैसा दिलाकर राहत पहुचाई जाए! क्योकि इसमे अरबो रुपये का हेर फेर किया गया! इस कार्य मे लिप्त सरकारी अधिकारियों एवं कर्मचारियों पर भी कार्यवाही की जाए!


किसान की दुर्गति (संपादकीय)


तीन वर्गों में विभाजित दैवीय आपदा से जूझता और सरकारी सहायता के बावजूद बेमौत मरते किसान


सम्पादकीय
भोलानाथ मिश्र


भारत जैसे देश में किसान को भगवान कहा जाता है और यहां पर समय समय ऐसी फिल्में भी बनी है जिसमें भगवान को भक्त किसान के घर आकर उसकी चाकरी भी करनी पड़ती है और लक्ष्मी जी को भी विवश होकर अपने पति परमेश्वर के साथ किसान के घर रूप बदलकर रहना पड़ा है। किसान को भगवान इसलिए  कहा जाता है क्योंकि वह जीव जंतु पशु पक्षियों से लेकर हर मनुष्यों तक का पेट भरता है और खुद नंगा भूखा सो जाता है। वह जिस कड़ी मेहनत से अपनी जान हथेली पर लेकर भगवान के सहारे खेती करता है यह जगजाहिर है। आज भले ही सरकार किसानों के खाद बीज दवा पानी और उसके विकास के नाम पर तमाम योजनाएं चलाती हो लेकिन दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि आज भी देश के विभिन्न कोनों में हमारे किसानों को कर्ज के तले दबकर आत्महत्या करनी पड़ रही है।किसान और उसकी किसानी निम्न, मध्यम एवं उच्च तीन श्रेणी में विभाजित है। निम्न श्रेणी के किसान वह होते हैं जिनके पास एक हेक्टेयर  या उससे कम खेती होती है जिन्हें  खेतिहर किसान मजदूर कहा जाता है। ऐसे किसानों के यहां अगर बाहर से कोई कमाई करने वाला नहीं है तो वह खेती नहीं कर सकता है क्योंकि आजकल के जमाने में खेती करने में भी पर्याप्त धन की आवश्यकता होती है। एक एकड़ से कम जमीन वाले किसानों के पास साल भर खाने तक का अनाज कभी कभी नहीं पैदा हो पाता है।बीमारी आजारी शादी ब्याह जैसे  घर गृहस्थी के कार्य चलाने के लिए अन्ततः एक कर्ज़ ही सहारा होता है और उसे न चाहते हुए भी मजबूरी में  लेना पड़ता है। आज भले ही हमारी सरकार किसानों के लिए तमाम बैंकिंग सेवाएं उपलब्ध करवा रही हो उसके बावजूद आज भी लोगों को प्राइवेट यानी साहूकारों का सहारा लेना पड़ता है कभी- कभी तो घर गृहस्थी चलाने में घर के सारे जेवर और खेती तक गिरवी रख देना या बेच देना पड़ता है। मध्यम वर्ग का किसान वह होता है जिसके पास 2 से ढाई एकड़ भूमि होती है। इनमें वह लोग आते हैं जिनके घर में बाहर से आमदनी का थोड़ा बहुत जरिया होता है। वह बाहरी कमाई को खेती में लगाकर खेती से पैदा होने वाले अनाज से अपना पेट भर लेता हैं और किसी तरह घर गृहस्थी चला लेते हैं। तीसरा उच्च किसान वह होता है जिसके पास दो से 4-5 एकड़ या उससे अधिक भूमि होती है।खेती में सबसे छोटे किसान को जहां अपनी लागत पूंजी बचाना मुश्किल हो जाता है वही मध्यमवर्ग के किसानों  का हानि लाभ बराबर रहता है बशर्ते उसकी फसल देवी प्रकोप एवं अन्य किसी प्रकार से बच जाए। कहने का मतलब है कि खेती से लाभ 2 एकड़  से अधिक भूमि वाले किसानों को ही औसत मिल सकता है और वहीं व्यवसायिक खेती भी कर सकते हैं।यही कारण है कि  छोटे एवं मध्यम वर्ग के किसानों की हालत आज भी दयनीय बनी हुई है क्योंकि खेती की लागत दिनोंदिन बढ़ती जा रही है और दैवी प्रकोप ही नहीं जंगली एवं आवारा पशुओं से बरबादी का खतरा बढ़ता जा रहा है।जलवायु परिवर्तन के चलते करीब-करीब हर साल किसान को बाढ़ तूफान सूखा बीमारी का सामना करना पड़ता है ऐसी हालत में महंगी पूंजी लगाकर  उसे वापस करने में उसे लाले लग जाते हैं। आज छोटे एवं मध्यम वर्ग के जो किसान मजदूर के सहारे खेती करते हैं उन्हें तेजी से बढ़ती मजदूरी के साथ ही साथ महंगी दवाइयों बीजों जुताई खाद पानी का भी सामना करना पड़ रहा है। धान की एक दो बीघा खेती करने के लिए आज की तारीख में कम से डेढ़ से दो हजार रुपए लग जाते हैं इसके बाद खाद दवा पानी के नाम पर भी डेढ़ से दो हजार रुपए लग जाते हैं। इस तरह कुल मिलाकर पांच हजार रुपए के आसपास लग जाते हैं जबकि 3 से 5 कुंटल ज्यादा पैदावार नहीं हो पाती है जबकि साधन संपन्न बड़े किसानों को कम लागत में अच्छी पैदावार मिल जाती है जिससे उनकी हालत सुधर जाती है। छोटे किसानों को लागत अधिक लगानी पड़ती है लेकिन फायदा उन्हें नहीं होता है क्योंकि वह साधन के अभाव में न तो समय पर जुताई बुवाई करा पाते हैं और न ही निकाई  दवाई बीज सिंचाई ही कर पाते हैं। समय पर जुताई बुआई सिंचाई निकाई दवाई खाद पानी उपलब्ध न हो पाने के कारण उसकी हालत पतली रहती है। हमारी सरकार द्वारा किसानों की आमदनी दूनी करने का बीड़ा उठाया गया है साथ ही किसान सम्मान योजना की शुरुआत भी की गई है जिसका लाभ चुनाव के पहले ही तमाम भाग्यशाली किसानों को बिना किसी दौड़भाग के एक नहीं दो दो किस्त के रूप में मिल चुका है लेकिन जो किसान प्रधानमंत्री की सम्मान योजना से वंचित रह गए हैं अब उन्हें अपना पंजीकरण कराने के लिए इधर उधर नामित अधिकारियों कर्मचारियों के पास दौड़ना पड़ा रहा है। किसान को देश की रीढ़ माना जाता है इसलिए छोटे किसानों के वजूद को बचाए रखना राष्ट्रहित में जरूरी है क्योंकि उसी बेवश बेचारे  किसान के त्याग बलिदान के बल पर देश हरा भरा सोन चिर्रैया जैसा बना हुआ है और जय जवान जय किसान कहा जाता है।


गैस सिलेंडर पर ₹100 की कटौती:चंडीगढ़

चंडीगढ़ ! गैस उपभोक्ताओं को बड़ी राहत देते हुए इंडियन ऑइल कॉरपोरेशन ने बिना सब्सिडी वाले रसोई गैस सिलेंडर के दामों में कटौती की है। एलपीजी सिलेंडर की कीमत में बुधवार को 62.50 रुपये की कटौती की गई। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमतें कम होने से दाम कम किए गए हैं। इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन ने कहा कि बिना सब्सिडी या बाजार कीमत वाले एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमत 574.50 रुपये प्रति सिलेंडर होगी। ग्राहकों को बिना सब्सिडी वाले सिलेंडर का उपयोग सब्सिडी वाले 12 सिलेंडर का कोटा खत्म होने के बाद करना होता है। कंपनी के अनुसार इससे पहले जुलाई की शुरुआत में बिना सब्सिडी वाले एलपीजी की कीमत में 100.50 रुपये प्रति सिलेंडर की कटौती की गई थी।


बता दें कि जुलाई में बिना सब्सिडी वाले एलपीजी सिलेंडर की कीमत 163 रुपये कम हुई है। बिना सब्सिडी वाले घरेलू गैस सिलेंडर का दाम घटने का असर सब्सिडी वाला गैस सिलेंडर लेते समय किए जाने वाले भुगतान पर भी पड़ेगा। उपभोक्ता को अगस्त में 14.2 किलो का सब्सिडी वाला गैस सिलेंडर लेते समय अब 574.50 रुपये का भुगतान करना होगा। जुलाई में इसके लिये 637 रुपये चुकाने पड़ते थे।


40 हजार में किया नवजात शिशु का सौदा

सहारनपुर ! शहर के नंद विहार कॉलोनी में सोमवार रात पैदा हुए नवजात शिशु का सौदा मोहल्ले की ही एक महिला ने चालीस हजार रुपये में कर दिया। इतना ही नहीं मंगलवार शाम बच्चा गायब कर अफवाह फैला दी। कहा कि बच्चे को बंदर उठाकर ले गए। जब मामला पुलिस के पास पहुंचा तो पुलिस की टीम भी जांच पड़ताल में जुट गई। पुलिस ने दस घंटे की मशक्‍कत के बाद बच्‍चे को मोहल्‍ले की एक महिला के पास से बरामद कर लिया। यह महिला नवजात को हरियाणा में रहने वाली अपनी बहन को देने वाली थी। पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।कोतवाली नगर की नंद विहार कॉलोनी निवासी रविंद्र कुमार जो कि चाय की दुकान पर काम करता है। सोमवार रात उनकी पत्नी बॉबी ने स्वस्थ पुत्र को जन्म दिया। परिवार में खुशी का माहौल था, लेकिन यह खुशी मंगलवार शाम 5:00 बजे उस समय काफूर हो गई, जब घर से नवजात शिशु गायब हो गया। पूरा परिवार सदमे में आ गया। असल में शहर के ही नुमाइश कैंप की रहने वाली एक महिला रेनू धीमान ने बच्चे को नंद विहार की रहने वाली एक अन्‍य महिला रितु को चालीस हजार रुपये की सौदेबाजी के बाद सौंप दिया था।एसओ कोतवाली नगर वीरेश पाल गिरी ने बताया कि जांच पड़ताल में पता चला कि बचचे को चुराने वाली महिला रेनू ने चालीस हजार रुपये में नवजात का सौदा किया था। रुपये देकर बच्‍चे को लेने वाली महिला रितु नवजात को हरियाणा के करनाल में रह रही अपनी बहन पूजा को देने वाली थी। पूजा चार बेटियों की मां है। बुधवार सुबह बच्चा लेने के लिए पूजा का पति कुलदीप सहारनपुर पहुंचा ही था कि तभी पुलिस ने रितु की गोद से बच्चे को बरामद कर लिया। पुलिस ने इस मामले में कुलदीप, रितु और रेनू को गिरफ्तार कर लिया गया है। बच्चा स्वस्थ है और उसकी मां को सौंप दिया गया!


सलाह के अनुसार ही कार्य करें:कुंभ

राशिफल


1मेषराशि(Aries)-आज का दिन अच्छा रहेगा। आय में वृद्धि होगी। अपरिचित व्यक्ति पर अधिक भरोसा ना करे।नये कारोबार बारे सोच-विचार करेंगे।मेहनत करेगें तो सफलता मिलेगी।आज कोई पुरानी घरेलू समस्याओ का समाधान निकलेगा।अपने परिवार की सहमति से कार्य करे।माता पिता की सेवा करके अच्छा फल प्राप्त करें।


2वृषराशि(tauras)- परिवार के साथ समय अच्छा गुजरेंगा।बच्चो के भविष्य बारे उचित सोचे।आज आपका कोई नजदीकी रिश्तेदार आपकी मदद करेगेंअचानक धन लाभ का योग है।आज परेशानी से निजात पाने के लिये कोशिश करेंगे।किसी भी व्यक्ति पर अधिक विश्वास नही करे।कारोबारी यात्रा का योग बन रहा हैं।सफलता मिलेगी।योगा व सुबह की सैर अवश्य करें ।
3 मिथुन राशि (gemini)-आपके विचार स्करातमक हो।किसी बारे नकारात्मक ना सोचे।आज गरीबों की मदद करके परमार्थ कमाइए।आपकी बेटी का रिश्ता अच्छे परिवार में होगा।वर उच्च सरकारी पद पर आसीन होगा।आज यात्रा का योग सुभ होगा।सच्चाई का मार्ग अपनाए।लड़ाई झगडे से बचने की कोशिश करे।माता पिता की सेवा करे।रक्तदान का मौका मिले तो अवश्य करें।


4कर्क राशि ( cancer)-आज अचानक धनलाभ का योग है।कोई पुराना मित्र आपके कारोबार मे आपकी मदद करेगा।लड़ाई झगड़े से बचे।रिश्तेदारों को नाराज नहीं करे।आपकी पुत्री के लिये अच्छा रिश्ता आएगा।माता का की सेवा करना आपका धर्म है।इसे पूरी तरह से निभाए।स्वास्थ्य के लिए सुबह की सैर अवश्य करें ।
5सिंह राशि(leo)- आज कुछ ऐसा होगा जिससे आपको सफलता प्राप्त होगी।धनलाभ का योग है।परेशानी से छुटकारा पाने की कोशिश करें।अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें।वरिष्ठ अधिकारी की नाराजगी से निजात पाये।अच्छी सेहत के लिये सुबह योगा या व्यायाम अवश्य करे।बुजुर्गो की सेवा करना आपका कर्तव्य है।दायित्व निभाए।
6कन्या राशि( virgo)-आज का दिन भाग्यशाली होगा।मनचाहा कार्य सफल होगा।धनलक्ष्मी का योग है।आपके पुत्र को सरकारी नौकरी मिलने का योग है।आज परेशानी से निजात पाने की कोशिश करें।रोजाना अच्छे स्वास्थ्य के लिये व्यायाम करें या सुबह की सैर करे।अपने दैनिक जीवन में नियमितताअपनाए।


7-तुला राशि (libra)- किसी अनजान व्यक्ति से दुरी बनाएँ रखना उचित होगा।आज किसी से लड़ाई झगड़ा ना करे।अपने व्यवसाय की सफलता के राज अपने निजी व्यक्ति को ही बताए।धन लाभ का योग है।अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें।रोजाना कसरत या व्यायाम करना जरुरी है।
8-वृश्चिक राशि(scorpion)-आपका व्यवहार अन्य लोगों के लिये आदर्श साबित होगा।दूर स्थान की यात्रा लाभदायक सिद्ध होगी।आज पुराने मित्रों से मुलाकत अच्छी-खासी लाभकारी होगी।अच्छा सोचे।बुरे विचार त्यागे।गरीब रिश्तेदारों की मदद अवश्य करें।
9धनु राशि(Sagittarius)- अधूरे कार्य पूरे करे।रिश्तेदारों से अच्छा व्यवहार करे।कोशिश करें कि आप उन्हें नाराज ना करे।माता पिता की सेवा करके अपना फर्ज निभाए।अचानक उधार मिलने के योग है।आज यात्रा टालना आपके लिए हितकारी होगा।
10-मकर राशि(capricon)-आपका व्यवहार सबके साथ मीठा और सौहार्दपूर्ण होना चाहिये।अहंकार व क्रोध से बचने की कोशिश करें।आज अटका हुआ धन प्राप्त होगा।रेगुलर स्वास्थ्य की जांच अति आवश्यक है।डाक्टर की सलाह अवश्य माने।सबको साथ लेकर चलने की आदत बनाये।
11कुम्भ राशि(Aquarius)-सबसे मीठा और अच्छा व्यवहार करे।क्रोध व ईर्ष्या से निजात पाये।धनलाभ का योग है।नया कार्य शुरू करने से पहले विचार विमर्श करे।अनुभवी व्यक्तियों की सलाह अनुसार कार्य करे।सेहत के लिए सावधानी बरतनी चाहिए।अपने बच्चों की शिक्षा पर ध्यान दें।
12-मीन राशि ( pisces)-अपने माता-पिता की सेवा करना अपका दायित्व है।किसी भी व्यक्ति पर अधिक भरोसा नहीँ करे।अपने ब्च्चॉ के भविष्य बारे कदम उठायें।लड़ाई झगड़े से बचने की कोशिश करें।। आपकी बेटी के लिये अच्छा वर योग है विवाह की तैयारियाँ शीघ्र करे।धनलाभ का योग है।


न्यायपालिकाओ में अंग्रेजी का हव्वा क्यों?

ये है हमारे देश की कथित न्यायपालिका उच्च न्यायालय इलाहाबाद


संजय आजाद 


हमारे देश की कथित न्यायपालिकाओं में अंग्रेजी का हव्वा आखिर क्यों?


मातृभाषा हिंदी का आवेदन पत्र गायब कर अंग्रेजी का फरमान भेज दिया गया, आखिर कोई खास वजह है क्या भाई? जी हाँ, जहां के उप-निबंधक  द्वारा भेजा गया पंजीकृत लिफाफा जिसमें मेरे द्वारा पूर्व में अपनी मातृभाषा हिंदी में भेजे गए जन सूचना अधिकार अधिनियम 2005 की धारा 6 (1 )  के आवेदन पत्र को गायब करते हुए मात्र एक पेज का अंग्रेजियत से परिपूर्ण अनाप-शनाप चिड़ीमार भाषा भरकर भेज दिया गया जिसे अभी अभी देखा। घरवालों ने बताया लिफाफा ऐसे ही डाकिया बाबू दे गए हैं। लिफाफे के भीतर संलग्नक के रूप में कुछ भी नहीं मिला तो मैंने अपने प्रिय डाकिया बाबू जी बात की तब उन्होंने बताया कि लिफाफा फटा ही था। इसपर मैंने हिदायत देते हुए कहा कि फटा या खुला लिफाफा कतई न दिया करें बल्कि अपनी प्यारी सी नोटिंग लिखकर  उसे संबंधित को वापस कर दिया करें। इसपर डाकिया बाबू ने सहमति जताते हुए आगे से ऐसा ही करने का आश्वासन दिया है। 


वैसे विदित कराना है कि मेरे  इसी आवेदन पत्र को पूर्व में भी हाईकोर्ट प्रशासन ने दो नामों का फर्जी का हवाला देकर बड़ी सफाई से खोलकर बाकायदा देखकर वापस कर दिया था। यानि इलाहाबाद हाईकोर्ट में खुलेआम फर्जीवाड़ा चल रहा है। मामला यहीं पर खत्म नहीं होने वाला है बल्कि यहां पर यह भी बताना अति आवश्यक हो गया है कि संपूर्ण भारतवर्ष के कार्यालयों में जन सूचना से संबंधित आवेदन पत्र का निर्धारित शुल्क रूपये 10/- ही लेने का प्रावधान है, परंतु हमारे देश की कथित न्यायपालिका यानि हाईकोर्ट इलाहाबाद में रूपये 10/- के नोट को इस निर्देश के साथ वापस कर दिया गया है कि उनके कार्यालय में 10/- के बजाय रूपये 250/- का शुल्क जमा करायें। अजीबोगरीब विडम्बना है इस देश की जहां कथित न्यायपालिका में ही  खुलेआम 10/- रूपये की जगह आम आदमी से 250/- रूपये की धनराशि वसूली जा रही है! 


मुझे तो ऐसा प्रतीत हो रहा है कि हमारे देश की कथित न्यायपालिकाएं ही आम उत्पीड़ित जनता को ठगने में जरा भी कोर कसर नहीं छोड़ रही हैं। एक तरफ देश खासकर उत्तर प्रदेश सूचना आयोग द्वारा सरकारी भ्रष्टाचारी लुटेरों पर  अपनी भरपूर कृपादृष्टि बरसाई जा रही है तो वहीं दूसरी तरफ कथित न्याय के मंदिरों में बड़ी खूबसूरती के साथ आम उत्पीड़ित आदमी को अंग्रेजी की आंड़ में बुरी तरह से पागल बनाकर लूटा जा रहा है। ऐसे में यह कहना भी गलत नहीं लगता है कि कहीं ऐसा तो नहीं अंग्रेजियत के भीतर भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियों का बहुत बड़ा कुनबा छिपा बैठा हो? या फिर कहीं ऐसा तो नहीं इसी डर से हमारी मातृभाषा को सन् 1947 से लेकर आज की तारीख में भी पूरी तरह से हम भारतवासियों से दूर रखा जा रहा हो? फिलहाल यह तो बहुत बड़ा सवालिया निशान लगता नजर आ रहा है कि अपने देश की कथित न्यायपालिका के ऊपर, जिसका जवाब दिया जाना देश और खासकर उत्तर प्रदेश की संवैधानिक संस्थाओं में कामिल-काबिज शख्सियतों का नैतिक कर्तव्य भी बनता दिखाई पड़ रहा है।


भारतीय होने का गर्व

जिस प्रकार हिंदू समाज की धार्मिक पुस्तकों में कुछ कुरीतियों को कानून द्वारा ठीक किया गया है! उसी प्रकार मुस्लिम समाज में भी बहुत ऐसी कुरीतियां है! जिसके कारण मुस्लिम समाज में बहुत लोग चाहे वह पुरुषों या महिला, वह अपने आप को स्वतंत्र नहीं मान सकते हैं! क्योंकि जब तक देश के हर नागरिक को समान रूप से हर प्रकार से जीने की स्वतंत्रता नहीं मिलेगी,जब तक हमारे देश के संविधान का मूल उद्देश्य पूरा नहीं होगा और समय की मांग भी है! चाहे वह हिंदू समाज हो या मुस्लिम समाज या अन्य समाज, या धर्म हो जो भी कुरीतियां रह गई है! उनको कानून द्वारा ठीक किया जाए! इसके लिए देश में समान नागरिक संहिता कानून लागू होना चाहिए! जिससे हमारे देश में हर नागरिक को चाहे वे किसी भी धर्म का हो उसे  अपना जीवन जीने की स्वतंत्रता हो और जब भी हम सनातन धर्म की सच्ची परिकल्पना कर सकते हैं! क्योंकि सनातन धर्म जियो और जीने दो के सिद्धांत पर चलता है! सनातन धर्म में मानवता या इंसानियत को चलने की सीख दी जाती है! जिस प्रकार सूर्य और चंद्रमा प्रकृतिक नियमों से चलती है! इंसान को भी नियमों से ही चलना होगा और जो अच्छे  नियम है! जो इंसान को अच्छी मार्ग पर ले जाते हैं! उनको लेकर हमारे भारत के हर नागरिक को चलना होगा! जभी हमे एक सच्चे हिंदुस्तानी और भारतीय होने का गर्व होगा, कि हम भारतीय हैं!


संदीप गुप्ता


परम गति को प्रदान करने वाला

सूत जी ने पूछा, महाज्ञानी शौनक जी आप संपूर्ण सिद्धांतों के ज्ञाता है! प्रभु मुझसे पुराणों की कथाओं के सार तत्व का विशेष रूप से वर्णन कीजिए! ज्ञान और वैराग्य सहित भक्ति से प्राप्त होने वाले विवेक की वृद्धि कैसे होती है? तथा साधु पुरुष किस प्रकार अपने काम क्रोध आदि मानसिक विकारों का निवारण करते हैं ?इस घोर कलीकाल में जीव पर आए असुर स्वभाव के जो प्रभाव हो गए हैं !उस जीव समुदाय को शुद्ध बनाने के लिए सर्वश्रेष्ठ उपाय क्या है? आप इस समय मुझे ऐसा कोई शाश्वत साधन बताइए जो कल्याणकारी वस्तुओं में भी सबसे उत्कृष्ट एवं परम मंगलकारी हो तथा पवित्र करने वाले उपायों में भी सर्वोत्तम पवित्रकारक उपाय हो! तो वह समाधान ऐसा हो जिसके अनुष्ठान से शीघ्र ही अंत: करण की विशेष शुद्धि हो जाए तथा उससे निर्मल चित् वाले पुरुषों को सदा के लिए शिव की प्राप्ति हो जाए! सूत जी कहते हैं, मुनि श्रेष्ठ शौनक तुम धन्य हो! क्योंकि तुम्हारे हृदय में पुराण कथा सुनने का विशेष प्रेम एवं लालसा है! इसलिए मैं शुद्ध-बुद्धि से विचार कर तुमसे परम उत्तम शास्त्र का वर्णन करता हूं !वह संपूर्ण शास्त्रों के सिद्धांत से संपन्न भक्ति आदि को बढ़ाने वाला तथा भगवान शिव को संतुष्ट करने वाला है! कानों के लिए रसायन अमृत समरूप तथा दिव्य है !तुम उसे श्रवण करो, परम उत्तम शास्त्र है! शिवपुराण जिसका पूर्व काल में भगवान शिव ने ही प्रवचन किया था! यह काल से प्राप्त होने वाले महान त्राश का विनाश करने वाला उत्तम साधन है! गुरुदेव व्यास ने सनतकुमार मुनि का उपदेश पाकर बड़े आदर से ही इस पुराण का प्रतिपादन किया है! कलयुग में उत्पन्न होने वाले मनुष्य को शिवपुराण शास्त्र को भगवान शिव का रूप समझना चाहिए और सब प्रकार से इसका सेवन करना चाहिए! इसका पठन और श्रवण अमृत स्वरूप है !इससे शिव भक्ति पाकर श्रेष्ठतम स्थिति में पहुंचा हुआ मनुष्य शीघ्र ही शिव पद को प्राप्त कर लेता है! इसलिए संपूर्ण कल्‍याण हेतु मनुष्य ने इस पुराण को पढ़ने की इच्छा की है! अथवा इसके अध्ययन को अभिष्‍ट साधन माना है! इसी तरह इसका प्रेम पूर्वक पठन-पाठन संपूर्ण मनोवांछित फल देने वाला है! भगवान शिव के इस पुराण को सुनने से मनुष्य सब पापों से मुक्त हो जाता है तथा इस जीवन में बड़े-बड़े उत्कृष्ट भोगों का उपभोग कर के अंत में शिवलोक को प्राप्त कर लेता है! यह शिव पुराण नामक ग्रंथ 24000 श्लोकों से युक्त है! इसकी सात सहितांए हैं! मनुष्य को चाहिए कि वह भक्ति, ज्ञान और वैराग्य से संपन्न हो बड़े आदर से इसका श्रवण करें! सात सहिताओं युक्त यह दिव्य शिवपुराण परब्रह्म परमात्मा के समान विराजमान है और सबसे उत्कृष्ट गति प्रदान करने वाला है!


बुधवार, 31 जुलाई 2019

साधारण पत्र:सुप्रीम कोर्ट (संपादकीय)


तो देश के प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई साधारण पत्र पर भी संज्ञान लेते हैं। 
उन्नाव केस में एक अगस्त को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई। 

31 जुलाई को देश के प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई ने इस बात पर नाराजगी जताई है कि यूपी के बहुचर्चित उन्नाव बलात्कार कांड की पीडि़ता ने 12 जुलाई को जो पत्र लिखा उसकी जानकारी सुप्रीम कोर्ट के रजिस्ट्रार ने नहीं दी। जस्टिस गोगोई ने पत्र को विलम्ब से प्रस्तुत करने की जांच के निर्देश भी दिए हैं। गोगोई का कहना रहा कि 30 जुलाई को अखबारों से पता चला कि पीडि़ता ने मुझे भी पत्र लिखा था। जब मैंने अपने कार्यालय से पूछा तो मुझे 30 जुलाई को ही पत्र की जानकारी दी गई। अब जस्टिस गोगोई ने संबंधित पक्षों को नोटिस जारी कर एक अगस्त को सुनवाई मुकर्रर की है। पीडि़ता ने यह पत्र 28 जुलाई को सड़क हादसे से पहले ही लिख दिया था। इस पत्र में भाजपा विधायक और बलात्कार के आरोपी कुलदीप सिंह सेंगर से सुरक्षा की मांग की गई थी। 12 जुलाई को लिखे पत्र में पीडि़ता ने उसकी हत्या की आशंका जताई थी। आशंका के अनुरूप ही 28 जुलाई को पीडि़ता की कार दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इसमें पीडि़ता की चाची और मौसी की तो मृत्यु हो गई, जबकि स्वयं पीडि़ता और उसका वकील गंभीर रूप से जख्मी है। अब इस मामले में सीबीआई भी जांच कर रही है, लेकिन देश के परेशान लोगों के लिए यह अच्छा संदेश है कि प्रधान न्यायाधीश गोगोई साधारण पत्र पर भी संज्ञान लेते हैं। यानि कोई पीडि़त व्यक्ति जस्टिस गोगोई को पत्र लिखेगा तो उस पर कार्यवाही होगी। यह तो सुप्रीम कोर्ट की रजिस्ट्री विभाग की लापरवाही है जो उन्नाव पीडि़ता का पत्र जस्टिस गोगोई के सामने पेश नहीं किया, यदि 12 जुलाई के बाद ही पत्र को पेश कर दिया जाता तो सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर पीडि़ता की सुरक्षा बढ़ाई जा सकती थी। तब 28 जुलाई वाला हादसा भी नहीं होता। उम्मीद की जानी चाहिए कि अब एक अगस्त को सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट सख्त आदेश दे, ताकि सेंगर जैसे अपराधियों को कड़ा सबक मिल सके। हालांकि सेंगर अभी भी जेल में बंद हैं। लेकिन आरोप है कि जेल के अंदर ही रणनीति बना कर 28 जुलाई को पीडि़ता की कार को ट्रक से कुचलवा दिया। इससे आरोपी की गुंडाई का अंदाजा लगाया जा सकता है। हालांकि भाजपा ने सेंगर को निलंबित कर दिया है, लेकिन इस घटनाक्रम से यूपी की भाजपा सरकार की भी बदनामी हो रही है। 
एस.पी.मित्तल


तीन तलाक पर बिफरा विपक्ष,सकारात्मक


तीन तलाक पर बिखर गया विपक्ष। 
यह देश के लिए सकारात्मक संदेश है। 
किसी की हार और जीत नहीं देखी जानी चाहिए।

30 जुलाई को तीन तलाक बिल राज्यसभा में भी पास हो गया और अब राष्ट्रपति के आदेश के बाद बिल कानून बन जाएगा। जिस किसी मुस्लिम पुरुष ने एक साथ तीन बार तलाक कह कर अपनी पत्नी को घर से निकाला उसे अब जेल जाना होगा। यह तभी होगा जब उसकी पत्नी या रिश्तेदार पुलिस में मुकदमा दर्ज करवाए। अनेक मुस्ल्मि महिलाएं इस कानून की लम्बे अर्से से मांग कर रही थीं, लेकिन जो राजनीतिक मुसलमानों के वोट पर जीत कर आते हैं वे लगातार विरोध करते रहे। भाजपा एक मात्र राजनीतिक दल रहा जो तीन तलाक बिल के पक्ष में था। इसे भाजपा की रणनीति ही कहा जाएगा कि राज्यसभा में बहुमत नहीं होते हुए भी बिल को 84 के मुकाबले 99 मतों से पारिज करवा लिया। बिल को स्वीकृत करवाने में अखिलेश यादव की सपा, मायावती की बसपा, शरद पवार की एनसीपी, राहुल गांधी की कांग्रेस, ममता बनर्जी की टीएमसी, लालू प्रसाद की आरजेडी आदि पार्टियों के सांसदों का सहयोग मिला। यदि ये नेता अपने सांसदों को छूट नहीं देते तो 22 सांसद वोटिंग के समय अनुपस्थित नहीं रहते। भाजपा की सहयोगी अन्ना द्रमुक और जेडीयू ने बहिष्कार कर बिल को पास करवाने में मदद की। अब जब तीन तलाक बिल पर कांग्रेस से लेकर एनसीपी तक की पोल खुल गई तो यह माना जाना चाहिए कि यह देश के लिए एक सकारात्मक संदेश है। हर राजनीतिक चाहता है कि मुस्लिम महिलाओं को अधिकार मिले। अब इस मामले में किसी की हार और जीत नहीं तलाशी जानी चाहिए। भले ही भाजपा की रणनीति रही हो, लेकिन बिल को स्वीकृत करवाने में सभी दलों के सांसदों का सहयोग रहा है। इसलिए बिल को पास करवाने के लिए कांग्रेस सहित सभी विपक्षी दलों का धन्यवाद किया जाना चाहिए। कुछ मुसलमानों को खुश करने के लिए कांग्रेस के गुलामनबी आजाद जैसे नेताओं ने राज्यसभा में विरोध का दिखावा किया हो, लेकिन ऐसे नेता भी बिल को पास करवाना चाहते थे। आजाद इस समय राज्यसभा में प्रतिपक्ष के नेता है। यदि आजाद का सहयोग नहीं होता तो विपक्ष के 22 सांसद अनुपस्थित नहीं रहते। इसमें कोई दो राय नहीं कि इस बिल से तीन तलाक की पीडि़त महिलाओं को राहत मिलेगी। अब किसी मुल्ला-मौलवी के फतवे से आरोपी बच नहीं पाएगा। मुस्लिम महिला भी आरोपी पति के खिलाफ थाने में रिपोर्ट दर्ज करवा सकेगी। 
एस.पी.मित्तल


ईमानदारी का इससे बड़ा क्या सर्टिफिकेट


मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विधानसभा में आईएएस समित शर्मा की प्रशंसा की। 
शर्मा को ईमानदारी का इससे बड़ा सर्टीफिकेट नहीं मिल सकता। 
दबंग मंत्री के दबाव में किया था तबादला।  


एस पी मित्‍तल

जयपुर ! राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 29 जुलाई को विधानसभा में आईएएस अफसर समित शर्मा की जयपुर में प्रशंसा की। बजट पर विपक्षी नेताओं के आरोपों का जवाब देते हुए गहलोत ने कहा कि 2013 में भाजपा की सरकार बनने पर तब के चिकित्सा मंत्री ने नि:शुल्क दवा योजना के प्रभारी आईएएस को बुलाया और कहा कि इस योजना में 150 करोड़ रुपए का घोटाला हुआ है। इस अफसर ने कहा कि मैं तो होली-दीवाली मिठाई का डिब्बा भी नहीं लेता हंू। गहलोत ने कहा कि जिस नि:शुल्क दवा योजना की प्रशंसा विश्व स्वास्थ्य संगठन और भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने की उस योजना में भाजपा के मंत्री घोटाला तलाश रहे थे। यहां यह उल्लेखनीय है कि गहलोत ने अपने 2009 से 2013 तक के कार्यकाल में प्रदेशभर में नि:शुल्क दवा योजना लागू की थी और इसका प्रभारी आईएएस समित शर्मा को बनाया गया था। शर्मा ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के एमडी और स्वास्थ्य सचिव के पद पर रहते हुए जैनेरिक दवाओं का चलन भी बढ़ाया। गहलोत को भी पता है कि समित शर्मा की मेहनत से ही प्रदेश में नि:शुल्क दवा योजना सफल हुई। यही वजह रही कि गहलोत ने अपनी योजना के साथ साथ समित शर्मा की भी प्रशंसा की। शर्मा की यह प्रशंसा इसलिए भी मायने रखती है कि पिछले दिनों ही एक दबंग मंत्री के दबाव की वजह से शर्मा का चिकित्सा सचिव और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के एमडी के पद से हटाया गया था। इस समय शर्मा श्रम आयुक्त और कौशल एवं आजीविका विकास निगम के एमडी के पद पर नियुक्त हैं। जिन हालातों में शर्मा को हटाया उससे वे भी मायूस रहे, लेकिन अब मुख्यमंत्री ने शर्मा की जोरदार हौंसला अफजाई कर दी है। दबंग मंत्री कुछ भी कहें, लेकिन मुख्यमंत्री ने दर्शा दिया है कि समित शर्मा आज भी उनकी नजर में बेहद ईमानदार आईएएस हैं। शर्मा के लिए ईमानदारी और मेहनत का इससे बड़ा सर्टीफिकेट नहीं हो सकता। एक तरह से मुख्यमंत्री ने अपने मंत्री को भी संकेत दे दिए हैं। गहलोत उन मुख्यमंत्रियों में से है जो समय आने पर सबका हिसाब चुकता करते हैं। यदि शर्मा को राजनीतिक दबाव से हटाया भी तो अब विधानसभा में भरपाई कर दी।


मुर्गी अंडे देती है (शिक्षाप्रद)

मुर्गी अंडे दे रही थी और मालिक बेंच रहा था। 
मुर्गी देशहित में अंडे दे रही थी।
उसके मालिक ने कहा था-
'' आज राष्ट्र को तुम्हारे अंडों की जरूरत है। 
यदि तुम चाहती हो कि तुम्हारा घर सोने का बन जाये तो जम के अंडे दिया करो। आज तक तुमसे अंडे तो लिये गये लेकिन तुम्हारा घर किसी ने सोने का नही बनवाया। हम करेंगे। तुम्हारा विकास करके छोड़ेंगे।''
मुर्गी खुशी से नाचने लगी। 
उसने सोचा देश को मेरी भी जरूरत पड़ती है। 
वाह मैं एक क्या कल से दो अंडे दूंगी। 
देश है तो मैं हूं। 
वह दो अंडे देने लगी।
मालिक खुश था। 
अंडे बेचकर खूब पैसे कमा रहा था। 
मालिक निहायत लालची सेठ था।
उसने मुर्गी की खुराक कम कर दी। 
मुर्गी चौंकी। -'' आज मुझे पर्याप्त खुराक नहीं दी गई। कोई समस्या है क्या ?'' 
-'' देश आज संकट में है। किसी भी मुर्गी को पूरा अन्न खाने का हक नहीं। जब तक एक भी मुर्गी भूखी है मैं खुद पूरा आहार नहीं लूंगी। हम देश के लिए संकट सहेंगे।'' 
मुर्गी आधा पेट खाकर अंडे देने लगी। मालिक अंडे बेचकर अपना घर भर रहा था। 
बरसात में मुर्गी का घर नहीं बन पाया। 
मुर्गी बोली- आप मेरे सारे अंडे ले रहे हैं। मुझे आधा पेट खाने को दे रहे है। कहा था कि घर सोने का बनेगा। नहीं बना। मेरे घर की मरम्मत तो करवा दो। 
मालिक भावुक हो गया। 
बोला "तुमने कभी सोचा है इस देश में कितनी मुर्गियां हैं जिनके सर पर छत नहीं हैं। रात-रात भर रोती रहती हैं। तुम्हें अपनी पड़ी है। तुम्हें देश के बारे में सोचना चाहिए। अपने लिए सोचना तो स्वार्थ है।''
मुर्गी चुप हो गई। देशहित में मौन रहने में ही उसने भलाई समझी।
अब वह अंडे नहीं दे पा रही थी।
कमजोर हो गई थी। 
न खाने का ठिकाना न रहने का।
वह बोलना चाहती थी लेकिन भयभीत थी। 
वह पूछना चाहती थी-
"इतने पैसे जो जमा कर रहे हो- वह क्यों और किसके लिए?
देशहित में कितना लगाया है?"
लेकिन पूछ नहीं पाई।
एक दिन मालिक आया और बोला- '' मेरी प्यारी मुर्गी तुझे देशहित में मरना पड़ेगा। देश तुमसे बलिदान मांग रहा है। तुम्हारी मौत हजारों मुर्गियों को जीवन देगा।'' 
 मुर्गी बोली "लेकिन मालिक मैने तो देश के लिय बहुत कुछ किया है,"
मालिक ने कहा अब तुम्हे शहीद होने पड़ेगा। 
बेचारी मुर्गी को अब सब कुछ समझ आ गया था
लेकिन अब वक्त जा चुका था और मुर्गी कमज़ोर हो चुकी थी, मालिक ने मुर्गी को बेच दिया।
मुर्गी किसी बड़े भूखे सेठ के पेट का भोजन बन चुकी थी।
मुर्गी देशहित में शहीद हो गई.


(नोट-जो आप सोच रहे हैं ऐसा बिल्कुल भी नही है। 
ये सिर्फ एक मुर्गी की कहानी है।
युवा बेरोजगारों, किसानों ,मध्यवर्गीय नागरिकों, मजदूरों,गरीबों , कर्मचारियों को और अधिक उन्मादी होकर राष्ट्रभक्ति में बिना चू चप्पड़ किये देशी नेताओ और कॉरपोरेट्स की तिजोरी भरना महान राष्ट्रभक्ति और युगधर्म की कसौटी है। इसपर चलते रहें


प्रशासनिक आश्वासन के बाद तोड़ा अनशन

संवाददाता-विवेक चौबे


गढ़वा ! जिले के कांडी अंचल कार्यालय के समक्ष पिछले तीन दिनों से अपनी मांगों के समर्थन में अनसन पर बैठे चोका निवासी- कृष्ण मोहन दुबे व निर्मला कुंवर ने अनसन समाप्त किया।प्रशासनिक अधिकारी अपर समाहर्ता-प्रवीण कुमार गगरई ने दोनों अनसनकारीयों को अपने हाथों से जूस पिलाकर, अनसन समाप्त कराया।वहीँ एसी व सीओ ने अनसन कारी को लिखित आश्वासन भी दिया कि एक सप्ताह के अंदर आपकी समस्या को दूर कर दिया जाएगा। वहीँ प्रखण्ड विकास पदाधिकारी-गुलाम समदानी ने अनसनकारी को आश्वासन दिया कि आपकी माँ के नाम पर एक यूनिट बाबा भीमराव आवास  की स्वीकृति दी जाएगी ।दस दिनों के अंदर बैंक खाते में पहली किस्त भेज दी जाएगी।अनसनकारी कृष्ण मोहन दुबे ने पदाधिकारियों से यह भी जानना चाहा कि यह एक सप्ताह का दिया गया भरोशा टूट तो नही जाएगा,न ।पदाधिकारियों ने पूर्ण विश्वाश देते हुए कहा कि सरकारी काम मे थोड़ा समय लगता ही हैं।आप प्रशासन व पदाधिकारी पर भरोशा करें।बिदित हो कि पिछले तीन दिनों से चोका निवासी-कृष्ण मोहन दुबे ने अपनी रैयती जमीन से अवैध अतिक्रमण को हटाने के लिए आमरण अनसन पर थे।
बताते चलें की आख़िरकार कांडी प्रखंड के लोगो को न्याय पाने के लिए विवश होकर अनसन पर क्यों बैठना पड़ रहा है।पत्रकारों के पूछे जाने पर एसी-प्रवीण कुमार गगरई ने कहा कि यह सब प्रशासन की कमी है।मौके पर-प्रखण्ड प्रमुख प्रतिनिधि-सत्येंद्र कुमार पाण्डेय उर्फ़ पिंकू पाण्डेय, प्रखण्ड विकास पदाधिकारी-गुलाम समदानी,अंचलाधिकारी-राकेश सहाय,बीस सुत्री अध्यक्ष -रामलाला दुबे,राम लखन प्रसाद ,मुखिया-विनोद प्रसाद सहित काफी संख्या में लोग उपास्थित थे।


नशे से बचाने के लिए अभियान:गौतमबुध नगर

स्कूली बच्चों को नशे की लत से बचाने के लिए संबंधित अधिकारियों द्वारा चलाया जाए विशेष जागरूकता अभियान


शिक्षण संस्थाओं के आसपास तंबाकू की बिक्री पर अंकुश लगाने की विभागीय अधिकारियों के द्वारा की जाए कार्यवाही


डीएम बीएन सिंह ने अपने कैंप ऑफिस नोएडा के सभागार में तंबाकू नियंत्रण अभियान के अंतर्गत की महत्वपूर्ण बैठक, अधिकारियों को दिए आवश्यक दिशा निर्देश !


गौतमबुध नगर ! जिलाधिकारी बीएन सिंह ने कहा कि शिक्षण संस्थाओं में पढ़ने वाले बच्चे देश का भविष्य हैं। अतः सभी शिक्षण संस्थाओं में स्कूली बच्चों को नशे की लत से बचाने के उद्देश्य से संबंधित विभागीय अधिकारियों द्वारा बड़े स्तर पर जागरूकता अभियान संचालित किए जाएं ताकि शासन की मंशा के अनुरूप जनपद में तंबाकू नियंत्रण अभियान क्रियान्वित हो सके। जिलाधिकारी अपने कैंप ऑफिस नोएडा के सभागार में जिला स्तरीय समिति की बैठक में अध्यक्षता करते हुए संबंधित विभागीय अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान कर रहे थे। उन्होंने कहा कि स्कूल कॉलेज एवं यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले छात्र छात्राओं को नशे की लत से बचाने में तमाकू नियंत्रण अभियान की अहम भूमिका है। अतः सभी संबंधित अधिकारी गणों के माध्यम से जनपद के शिक्षण संस्थाओं में व्यापक स्तर पर जागरूकता अभियान संचालित किया जाए ताकि स्कूली बच्चों को नशे की लत से बचाया जा सके। इस संबंध में जिलाधिकारी ने झुग्गी झोपड़ियों में जागरूकता अभियान संचालित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि संबंधित विभागीय अधिकारियों द्वारा यह सुनिश्चित किया जाए जनपद के सभी शिक्षण संस्थानों के आसपास तमाकू बिक्री पर पूर्ण रूप से अंकुश लगाने की कार्रवाई सुनिश्चित की जाए और यदि कोई भी व्यक्ति शिक्षण संस्थाओं के आसपास तंबाकू की बिक्री करते हुए पाए जाएं तो उनके विरुद्ध तमाकू अधिनियम के अंतर्गत जुर्माना आदि कार्रवाई संबंधित अधिकारियों पुलिस के अधिकारियों द्वारा सुनिश्चित की जाए। जिलाधिकारी ने नगर मजिस्ट्रेट एवं क्षेत्राधिकारी पुलिस का भी मीटिंग में आह्वान करते हुए कहा कि उनके द्वारा हुक्का बार एवं ई सिगरेट के संदर्भ में निरंतर रूप से कार्रवाई सुनिश्चित की जाए ताकि युवा पीढ़ी को नशे की लत से बचाया जा सके और शासन के तंबाकू नियंत्रण अभियान का लाभ जनसामान्य को प्राप्त हो सके। आयोजित महत्वपूर्ण बैठक में नगर मजिस्ट्रेट नोएडा शैलेंद्र कुमार मिश्र क्षेत्राधिकारी पुलिस स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी गण तथा अन्य अधिकारियों के द्वारा भाग लिया गया। राकेश चौहान जिला सूचना अधिकारी गौतम बुद्ध नगर।


एसीबी ने रिश्वत लेते एएसआई किया गिरफ्तार

एसीबी ने एएसआई 35 सौ रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया


नीमकाथाना। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) मुख्यालय स्पेशल यूनिट में बुधवार को कार्यवाही करते हुए सीकर जिले के पाटन पुलिस थाने में कार्यरत एएसआई अशोक कुमार रेगर को 35 सौ रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया।


भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो अतिरिक्त महानिदेशक श्री सौरव श्रीवास्तव ने बताया कि परिवादी ने पाटन पुलिस थाने में 18 जुलाई को मारपीट का मुकदमा दर्ज करवाया था जिस पर सामने वाली पार्टी ने भी क्रॉस मुकदमा दर्ज करवा दिया।उक्त मुकदमें में से परिवादी की लड़की का नाम हटाने की एवज में एएसआई अशोक कुमार रैगर परिवादी से 5 हजार रुपए की रिश्वत की राशि की मांग कर रहा था। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो अतिरिक्त अधीक्षक पुलिस स्पेशल यूनिट जयपुर श्री हेमाराम चौधरी के नेतृत्व में उक्त मांग का सत्यापन करवाया गया ।सत्यापन के दौरान एएसआई ने 15 सौ रुपए की रिश्वत ली। एवं आज ट्रैप कार्रवाई के दौरान एएसआई अशोक कुमार रेगर को 35 सौ रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया रिश्वत की यह राशि आरोपी की पहनी हुई पेंट की जेब  से बरामद की गई एवं अग्रिम कार्रवाई जारी।


हेपेटाइटिस-बी एक संक्रमित रोग

समय पर हस्तक्षेप भारत में हेपेटाइटिस को महामारी बनने से रोक सकता है



नई दिल्ली ! 28 जुलाई को विश्व हेपेटाइटिस दिवस के तौर पर मनाया जाता है। हर साल इस अवसर पर हेपेटाइटिस की बीमारी और बचाव के उपायों के बारे में लोगों को जागरुक किया जाता है। इस वर्ष विश्व हेपेटाइटिस दिवस सभी देशों से आग्रह कर रहा है कि वे इस साल की थीम (हेपेटाइटिस को कम करें) को बढ़ावा दें।


हेपेटाइटिस बी और सी के उपचार में प्रगति और विकास के बावजूद, जनता में जागरूकता की कमी के कारण इन दोनों ही बीमारियों को कम करना मुश्किल है। विश्व स्तर पर,लगभग 350 मिलियन लोग क्रोनिक हेपेटाइटिस बी से जूझ रहे हैं और यह लिवर की विफलता और कैंसर का प्रमुख कारण बन रहा है। केवल 10% से 15% आबादी इसके कारणों से अनजान है जिसके कारण वे इस बीमारी की पहचान नहीं कर पाते हैं। सभी देशों में, भारत चौथे स्थान पर है, जो पुरानी हेपेटाइटिस के वैश्विक प्रतिशत का लगभग 50% वहन करता है।


सरोज सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में गेस्ट्रोएंट्रोलॉजी के एचओडी, डॉक्टर रमेश गर्ग ने बताया कि, “लिवर का काम प्रोटीन, एंजाइम और अन्य पदार्थों का उत्पादन करके पाचन में मदद करना है। यह शरीर से विषाक्त पदार्थों को साफ करता है और भोजन से ऊर्जा उत्पन्न करता है। इस प्रक्रिया में असामान्यता एक बीमारी का गंभीर संकेत है कि लिवर अच्छी तरह से काम नहीं कर रहा है। लिवर की इस असामान्यता पर लिवर फंक्शन टेस्ट (एलएफटी) किया जा सकता है, जिसमें विश्लेषण के लिए रक्त का नमूना लिया जाता है।”  


इस बीमारी में व्यक्ति के लिवर में सूजन आ जाती है। इसके होने का प्रमुख कारण वायरस या संक्रमण है। इसके सभी लक्षण एक दूसरे से काफी मिलते जुलते हैं इसलिए बिना निदान के इनके बीच के फर्क को पहचाना नहीं जा सकता है। हेपेटाइटिस पूरे भारत को अपनी चपेट में ले चुका है। नियमित रुप से जांच और निदान न करवाने के कारण ही बीमारी की पहचान नहीं हो पाती है जो समय के साथ गंभीर होती चली जाती है। इसके अन्य कारणों में टैटू करवाना, फूड सप्लीमेंट का सेवन, ड्रग्स इंजेक्ट करना आदि शामिल हैं।


हेपेटाइटिस वायरस 5 प्रकार के होते हैं- हेपेटाइटिस ए, बी, सी, डी और ई जिसमें ए और ई संक्रमित भोजन और पानी से फैलते हैं। हेपेटाइटिस बी, सी और डी रक्त से जन्म लेते हैं और हेपेटाइटिस डी केवल उन लोगों में ही होता है जो पहले से ही हेपेटाइटिस बी से संक्रमित होते हैं। हेपेटाइटिस बी को लेकर ध्यान देने वाली बात यह है कि एक मिहला जो इस वायरस से संक्रमित है, वह अपने होने वाले बच्चे को भी हेपेटाइटिस बी से संक्रमित कर देती है। हेपेटाइटिस के 90% मामले मां का संक्रमण बच्चे में फैलने से होते हैं। इसलिए प्रेग्नेंसी के वक्त होने वाली मां की जांच करके यह पता लगाना जरूरी है कि कहीं वह हेपेटाइटिस बी से संक्रमित तो नहीं है। यदि वह संक्रमित है तो वैक्सीन और उपचार से समय पर बचाव किया जा सकता है। हेपेटाइटिस सी का अब पूरा इलाज उपलब्ध है इसलिए अब इससे छुटकारा पाना मुश्किल नहीं है।


ट्रक ने बाइक को मारी टक्कर,मौत:बस्ती

रिपोर्ट-जितेंद्र कुमार


बस्ती ! राम जानकी मार्ग दुबौलिया थाना क्षेत्र के अंतर्गत दो पहिया वाहन सवार को ट्रक ने मारी टक्कर 24 वर्षीय युवक की हुई मौके पर मौत! दुबौलिया थाना क्षेत्र के अंतर्गत दो पहिया वाहन सवार को ट्रक ने मारी जोरदार टक्कर मौके पर हुई मौत!


राम जानकी मार्ग कूदरही गांव के पास में दो पहिया वाहन सवार (बजाज सिटी 100 )एटवा से आ रहा था छावनी जा रहा था कि ट्रक संख्या-U P 78 CN 3623 ठोकर मार दी युवक की मौके पर ही मृत्यु हो गई! आस-पड़ोस के लोग दौड़े किसी ने स्थानीय पुलिस को सूचना दी पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और गाड़ी को थाने ले आए डेड बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया! मृतक की पहचान महेश गुप्ता पुत्र जगलाल निवासी नांदे कुआं उम्र करीब 24 वर्ष बताई जा रही है!


स्थानीय पुलिस द्वारा परिजनों को सूचना दे दी गई थी ट्रक के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत करते हुए पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी!


दिनदहाड़े अधेड़ से रुपया लूटे:फतेहपुर

बैंक से रुपया निकालकर जा रहे अधेड़ से दिनदहाड़े लूट 


विवेक मिश्र 


फतेहपुर ! जिले की पुलिस पर इन दिनों चोर-लुटेरे भारी पड़ रहे हैं !चोरियों की तो जिले में सिलसिलेवार घटनाएं हो ही रही हैं !उन पर रोक लगाने में पुलिस नाकाम है वहीं आज जहानाबाद कस्बे में दिनदहाड़े लूट से हड़कम्प मच गया। 
बता दें कि बैंक से रुपये निकालकर घर वापस जा रहे अधेड़ से बाइक सवार दो लोगों ने 50 हजार की लूट कर ली। भुक्तभोगी ने इसकी तहरीर थाने में दी है। थाना बकेवर के गांव बेता कंजरन डेरा निवासी जयकरन गिहार मंगलवार को अपने 15 वर्षीय पुत्र के साथ जहानाबाद कस्बे की शाखा भारतीय स्टेट बैंक में आकर ₹50000 निकाले तथा वह रुपयों को एक पॉलीथीन में लेकर एक ई रिक्शे में बैठकर अपने गांव वापस जा रहे थे रिक्शा चालक कस्बे के लालूगंज तिराहे के समीप रिक्शा रोककर एक दुकान मेंं पानी पीने चला गया तभी पीछे से एक अपाचे गाड़ी में सवार दो युवक आए और जयकरण से रुपयों की थैली छीन कर बकेवर की ओर रफूचक्कर हो गए। अधेड़ की चीख-पुकार पर कस्बे के एक युवक ने बाइक से काफी दूर तक उनका पीछा किया लेकिन वह हाथ न लग सके। भुक्तभोगी ने इसकी तहरीर थाने में दी है समाचार लिखे जाने तक पुलिस ने मुकदमा पंजीकृत नहीं किया था। बिंदकी सीओ अभिषेक तिवारी ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। अभी ईरिक्शा चालक की भूमिका संदिग्ध नज़र आ रही है उससे पूछताछ जारी है। जल्द ही लुटेरों को पकड़कर घटना का अनावरण किया जाएगा।


रजिस्ट्रेशन का आंकड़ा 16.37 लाख के पार हुआ

रजिस्ट्रेशन का आंकड़ा 16.37 लाख के पार हुआ  पंकज कपूर  देहरादून। उत्तराखंड में चारधाम यात्रा 2024 को लेकर यात्रियों में गजब का उत्साह देखा जा...