सोमवार, 29 जुलाई 2019

पीआरवी स्टाफ ने किया कांवड़ियों का उपचार

पीआरवी 2193 के स्टाफ़ बने डॉक्टर,5 घायलों कांवड़ियों किया उपचार


कई बाईके भिड़ी,करीब आधा दर्जन भोले हुए घायल,पीआरवी स्टाफ ने उपचार कर गतंव्य की ओर किया रवाना


मुज़फ्फरनगर ! अब तक आपने यूपी 100 को लोगों के काम आते व एंबुलेंस का काम करते देखा होगा! लेकिन अब यूपी 100 के स्टाफ डॉक्टर बन गए हैं! दरअसल बाईपास पर बागोवाली-भोपा मार्ग पर भोपा पुल के पास कावड़ियों की कई बाईके आपस में भिड़ गई! तभी पास से गुजर रही मुजफ्फरनगर जनपद की पीआरवी 2193 ने घायलों को देखकर पीआरवी को रोक लिया और घायल कावड़ियों का उपचार शुरू कर दिया !पीआरवी  के स्टाफ दिनेश कुमार,नवीन कुमार तथा चालक कपिल कुमार ने पांच घायल का कांवड़ियों का उपचार करते हुए उनकी मरहम पट्टी की कथा उन्हें गंतव्य की ओर रवाना किया! घायल दो कांवड़ियों श्रीराम व रामशन्स निवासी ग्राम महामाद थाना परदा बिहार ने बताया कि यूपी 100 स्टाफ ने हमारा डॉक्टर बनकर उपचार किया! हम इसका अपने राज्य में गुणगान करेगे सच्चाई यह है कि यूपी पुलिस खासकर मुज़फ्फरनगर पुलिस अच्छा काम कर रही है!  तस्लीम बेनकाब


राक्षस पति को उतारा मौत के घाट

यूपी में पिता ने बेटियों को हवस का शिकार बनाना चाहा, मां ने पति को माैत के घाट उतारा


बिजनौर ! एक नशेड़ी पिता ने जब अपनी ही बेटियों को हवस का शिकार बनाने की कोशिश की तो मां ने पति की हरकतों से तंग आकर उसे मौत के घाट उतार दिया। 20 दिन पहले धामपुर में हुए मुख्तार अहमद हत्याकांड का पुलिस ने शनिवार को खुलासा कर दिया।एसपी के मुताबिक शराब के साथ नशीली गोली खिलाकर पत्नी ने ही मुख्तार की गला घोंटकर हत्या की थी। पुलिस ने आरोपी महिला को गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही हत्या में प्रयुक्त की गई प्लास्टिक की रस्सी भी बरामद कर ली है।


एसपी संजीव त्यागी के मुताबिक धामपुर के मोहल्ला पुराना धामपुर निवासी मुख्तार अहमद की आठ जुलाई को सोते समय गला घोंटकर हत्या कर दी गई थी। उसके भाई इरफान अहमद ने मुख्तार की पत्नी फिरदौस पर हत्या का शक जताते हुए पुलिस में तहरीर दी थी। इस पर पुलिस ने फिरदौस को घर से ही दबोच लिया। पूछताछ की तो उसने पति की हत्या का सारा राज उगल डाला।


गैंगरेप पीड़िता के साथ हादसा या साजिश

उन्नाव गैंगरेप: पीड़िता के साथ हादसा या साजिश


लखनऊ ! यूपी के चर्चित उन्नाव गैंगरेप केस की पीड़िता की गाड़ी के साथ ट्रक की भयावह टक्कर वाकई हादसा था या फिर इसे साजिशन अंजाम दिया गया था, यूपी पुलिस हर ऐंगल से जांच कर रही है। लखनऊ रेज के एडीजी राजीव कृष्ण ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि रायबरेली की जेल में बंद पीड़िता के चाचा की ओर से तहरीर दी गई है, जिसके आधार पर केस दर्ज कर लिया गया है।इधर ट्रक के ड्राइवर, मालिक और क्लीनर की सारी कॉल्स डीटेल खंगाली जा रही है। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि हादसे से पहले बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर या उनके समर्थकों की ट्रक से जुड़े तीनों आरोपियों से कोई संपर्क तो नहीं हुआ था। बहरहाल, फरेंसिक टीम घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की जांच शुरू कर चुकी है। एडीजी लखनऊ राजीव कृष्ण ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि पुलिस इसकी जांच में यह पता करने की कोशिश कर रही है कि यह वाकई हादसा था या कोई साजिश।


उन्होंने कहा कि मृतकों का पोस्टमॉर्टम हो गया है जबकि घायलों का इलाज लखनऊ में चल रहा है। एडीजी ने बताया कि पीड़ितों के इलाज का खर्च पूरी तरह से सरकार उठाएगी। उन्होंने कहा कि मौके पर पहुंची फरेंसिक टीम चश्मदीदों के बयान और टायरों के निशान एकत्र करेगी। इस बीच सीबीआई टीम लखनऊ स्थित केजीएमयू पहुंची, जहां पीड़िता का इलाज चल रहा है। लड़की के साथ गैंगरेप मामले की जांच पहले से ही सीबीआई कर रही है।


चौथी पत्नी को मार,कर ली आत्महत्या

पहले चौथी पत्नी को पेट फाड़कर मारा, दूसरे दिन खुद फांसी पर लटका


वाराणसी ! लोहता इलाके में शनिवार को एक पति ने पत्नी की हत्या इसलिए कर दी थी कि क्योंकि उसने पति से खाना मांगा था। पति ने चाकू से अपनी पत्नी का बेरहमी से पेट फाड़ दिया था। इसके बाद वह मौके से फरार हो गया। हत्या की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। वहीं अब रविवार सुबह हत्यारे पति ने खुद को फांसी लगाकर जान दे दी।मृतक गुफरान की मां आबिदा खातून और बहन रेहाना खातून की तहरीर पर पुलिस ने दहेज और हत्या का मुकदमा दर्ज किया। उसके बाद पुलिस हत्यारे पति गुलजार की तलाश कर रही थी। वहीं रविवार सुबह लोहता पुलिस को सूचना मिली कि लोहता छितौनी नदी के किनारे एक युवक ने फांसी लगाई है।


सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची तो एक युवक लोहे के गेट के एंगल में गमछे के फंदे के सहारे मृत अवस्था में लटका पड़ा था। पुलिस ने लाश को नीचे उतारा। शव की शिनाख्त कोटवा डिहवा निवासी गुरफान बानो के पति गुलजार उर्फ कल्लू के रूप में हुई। पुलिस ने शव को कब्जे मे लेकर पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया।


भय के साये में जीने को विवश ग्रामीण

श्रावस्ती ! श्रावस्ती में सिरसिया थाना क्षेत्र के जंगल से सटे गांवों में तेंदुए का आतंक कम होने का नाम नही ले रहा है।
बीती रात एक बार फिर तेंदुए ने एक वृद्ध महिला को अपना शिकार बनाया।


घोलिया बालू गांव की रहने 65 वर्षीय उर्मिला देवी का शव सुबह घर से 100 मीटर की दूरी पर मिला वृद्धा की मौत के बाद से जहां परिवार में मातम पसरा है, वहीं गांव में भय का माहौल है। फिलहाल मृतका के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। विदित हो कि तेंदुआ बीते 13 जुलाई को विभूतिनाथ मंदिर से एक किशोरी को उठा ले गया था।जबकि 27 जुलाई को एक गौवंस को निवाला बनाया था।एक के बाद एक हो रहे तेंदुए के हमले से जंगल किनारे बसे लगभग आधा दर्जन गांवों के लोग खौफजदा हैं।


मिर्जापुर पालिका में 26 करोड़ की हेराफेरी

भाजपा शासित: नगर पालिका मिर्जापुर लगातार विवादों में घिरी हुई है!


मिर्जापुर ! नगर पालिका मिर्जापुर से 26 करोड़ रुपए के हिसाब किताब गायब होने और उस के बाद में ही चुपके से रद्दी के नाम पर फाइलें जलाए जाने तक का मामला चल ही रहा था! नगर अभियंता रामजी उपाध्याय के मामले ने सभी को चौका दिया है? नगर पालिका परिषद के विभागों में किस कदर आम आदमी को लूटा जा रहा है! और यह सब काम किस की सरपरस्ती में हो रहा है मिर्ज़ापुर नगर वासी त्राहिमाम कर रहे हैं! इस समय नगरपालिका परिषद में जलकर एवं गृह  कर के अलावा जल मूल्य के नाम पर प्रति भवन स्वामियों से 7200सौ वसूल किया जा रहा है! भ्रष्टाचार का यह खेल ऊपर से नीचे तक जारी है! हाल में राष्ट्रीय उद्यान लाल दिग्गी में भी भ्रष्टाचार का खेल खेला गया पुरानी को खरोच कर नई दीवार बना दी गई उद्यान में लगी सामग्री जर्जर अवस्था में होती चली जा रही है! हालांकि शासन के मानक के मुताबिक जो भी काम हो वह पीडब्ल्यूडी के रेट के बराबर होना चाहिए! भाजपा शासित नगर पालिका की दबंगई इसलिए जारी है की केंद्र और प्रदेश में भाजपा की सरकार है! जिलाधिकारी को दबाव बनाने के लिए उन्हें विकास विरोधी कहते हुए उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया जाता है, 11 फरवरी को सभासदों के साथ जिला मुख्यालय पर धरना दिया जाता है? नगर पालिका के कई कामों में अनियमितता और काम की रेट को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं! सूत्रों की मानें तो पूरा विवाद अधिकारियों पर धौस जमा कर गलत काम करवाने तक है! भ्रष्टाचार करने में जब कमी नजर आई तो डूडा से रामजी उपाध्याय नामक एक लुटेरे को फर्जी तौर पर नगर में उतार दिया जाता है! इंटरलॉकिंग आरआरसीसी की घटिया सड़क नाली खड़ंजा मनचाहे ठेकेदारों से ठेका देकर करवाया जा रहा है! प्रकाशन विभाग कहने के लिए प्रकाशन विभाग है वहां तो भ्रष्टाचार का प्रकाश उमड़ रहा है! जय और वीरू नामक सभासद मंत्री आवास के नाम पर भी जमकर वसूली कर रहे हैं और ठाकुर तक सारा हिसाब जा रहा है! चलिए जनता है! सिद्धांत और अनुशासन की जर्जर स्तंभ पर भारतीय राजनीति में भारतीय जनता पार्टी का उद्भव हुआ है और उसी की सरकार केंद्र और प्रदेश में है और भाजपा शासित नगर पालिका मिर्जापुर ?


पुलिस टीम को दिया गया इनाम:शामली

 


शामली पुलिस (थाना थानाभवन) को मिली बड़ी कामयाबी 


शामली ! 04 संदिग्ध विदेशियों व तीन मदरसों के संचालकों समेत कुल 07 संदिग्धों को पुलिस की तत्परता के चलते दबोच लिया गया। गंभीर सूचना पर पुलिस अधीक्षक अजय कुमार ने स्पेशल टीम लगाकर, ख़ुद नेतृत्व करते हुए थानाभवन व जलालाबाद स्थित मदरसों पर कराई थी ताबड़तोड़ छापेमारी ! मुख्य अभियुक्त अब्दुल मजीद (रोहिंग्या) समेत  रिज़वान, फुरकान, नोमान, हफी उल्लाह, क़ारी अशरफ़ और वासिफ अमीन को पुलिस ने किया गिरफ़्तार ! चारों संदिग्ध विदेशी म्यानमार (वर्मा) के रहने वाले हैं, जो छिपकर बाँग्लादेश व कोलकाता के रास्ते भारत आए थे; और नाम बदलकर मदरसों में रह रहे थे।इनके क़ब्ज़े से फ़र्ज़ी आधार कार्ड, फ़र्ज़ी पैनकार्ड, भारतीय और विदेशी मुद्रा व बैंक खातों समेत 04 संदिग्ध मोबाइल फ़ोन हुए हैं बरामद ! मदरसा संचालकों ने नहीं दी थी पुलिस प्रशासन को कोई सूचना। नाम बदलकर छिप कर रह रहे थे सभी संदिग्ध। कभी भी हो सकता था सुरक्षा को बड़ा ख़तरा। पुलिस की मुस्तैदी से दबोचे गए सभी 07 संदिग्ध।शानदार गुड वर्क पर एस पी शामली अजय कुमार ने पुलिस टीम को दिया ₹ 25,000 का ईनाम। शामिल पुलिस टीम को मिली उच्चाधिकारियों से प्रशंसा!


भाकिसं लड़ेगा अधिकार की लड़ाई

मेरठ ! भारत एक कृषि प्रधान देश है किसान कृषि एवं कृषि पर आधारित उद्योग अपने देश की अर्थव्यवस्था का मेरुदंड है।बावजूद इसके भारत में किसान स्वयं को असहाय महसूस कर रहे हैं और अन्नदाता से बेचारा बन गया। स्वाधीनता के बाद आधुनिक विज्ञान के नाम पर कृषि ने नई-नई तकनीकों व पद्धतियों  से आज पर्यावरण परिस्थिति व जन स्वास्थ्य के लिए गंभीर संकट उत्पन्न हो गए हैं।कृषि में जैविक आदानों के स्थान पर रसायनों सेउपयोग व्यापक स्तर पर भूमि बंजर हो गई और प्रकृति में स्वसंचालित जैविक उर्वरता संवर्धन व किट नियंत्रण में सहयोगी कीट व सूक्ष्मजीव कम होते चले गए हैं। कृषि उपज के लिए मुख्यतः मिट्टी,बीज,पानी और सूर्य रोशनी की आवश्यकता होती है। सारे के सारे प्राकृतिक संसाधन है और इन सभी का उपयोग करते हुए किसान मनुष्य एवं जीवो का उपकार करता रहता है। आधुनिक खेती का हरित क्रांति (1970 के दशक) के पहले किसान ने बीज का विकास उत्पादन,वितरण,भंडारण और क्रय-विक्रय करते थे लेकिन आधुनिक खेती के नाम पर यह अधिकार किसानों से षड्यंत्र के तहत सरकारी संस्थाएं विश्वविद्यालय और अनेक राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय कंपनियों ने अपने हाथों में ले लिया।हाइब्रिड बीजों से अधिक पैदावार का भकावा देकर किसानों के साथ बीज की कीमत में अनियंत्रित बढ़ोतरी व शोषण एक सोची-समझी मानसिकता के साथ करते रहे हैं।जिसके कारण खेती घाटे का सौदा बन गई। अस्थिरता के साथ किसान खेती छोड़ने या अति गरीबी वाली जिंदगी जीने को मजबूर हुआ।


किसानों के पास सभी संस्थानों के अभाव के बाद भी,सभीनकारात्मक स्थिति के बाद भी,इतनी विशाल जनसंख्या को खाना खिलाना,मानव जीवन में उपयोग आने वाले उत्पादकों का उत्पादन करना ही अपना दायित्व समझा। यहां तक कि लागत मूल्य न मिलने के बाद भी देश को आवश्यकता से अधिक उत्पादन करता रहा। इन सब के बावजूद बीज कंपनियों ने और अधिक पैदावार के नाम पर जीएम बीजों को विकसित किया,जीएम बीजों को बनाने में जंतु के वांछित गुण का डी.एन.ए को अप्राकृतिक तरीके से प्रत्यारोपित किया गया,जैसे टमाटर को पाले से बचाने के टमाटर के बीज में बर्फीले समुद्र में पाई जाने वाली मछली में विद्दमान,उसे बर्फ की ठंडक से बचाने वाली उस जीन या वंशाणु को अनेक रसायनिक घटकों के साथ प्रत्यारोपित कर पाला रोधी टमाटर विकसित किया गया। अब हाल ही में ऐसी कीट रोधी खरपतवार नाशक विशेषताओं से युक्त सैकड़ों जीव रूपांतरित फसल प्रजातियां जैसे मक्का सरसों,बैंगन,सोयाबीन,अरंडी,चावल,गेहूं, भिंडी,तोरई आदि अनेक बीज HTBT और GM बीजों को किसानों तक पहुंचाया जा रहा है जो कि किसान व उपभोक्ताओं के लिए अभिशाप बन जाएगा।क्योंकि HTBTऔर GM बीजों के प्रसंस्करण करने पर जिन रसायनिक घटको का प्रयोग किया जाता है और उन पर छिड़काव हेतु उनसे भी अधिक ताकतवर रसायनों का उपयोग होता है।उन बीजों के उत्पादन से उस उत्पाद में भी  वही जीन स्थापित हो जाती है जिनके उपयोग से देश की 85% मानवजाति को कैंसर मुक्त में मिलेगा।आज की वर्तमान स्थिति में हाइब्रिड बीजों व रासायनिक छिड़काव के प्रभाव से दुधारू पशु के दूध भी कैंसर उत्त्पन्न करने वाले जीन विद्धमान है जिस कारण नौनिहालों को भी कैंसर का शिकार होते जा रहे हैं।जैसे नाइट्रोबेंजीन,मोनोक्रोटोफॉस,ग्लाइफोसेटआदि अनेक रसायन द्वारा बीजो को प्रसंस्करण किया जाता है जिनके कारण से कैंसर पैदा होता है जो पूर्णतः प्रतिबंधित है लेकिन कंपनियां मनमानी ढंग से खुलेआम किसानों तक पहुंचाने में सक्षम हो रही है।
अगर हम जानते हैं हमारा देश सुरक्षित है वह सुरक्षित हाथों में है तो ये सारी कंपनियां हमें कैसे चुनौती दे रही हैं? इसलिए भारतीय किसान संघ पूरे देश में भारत सरकार से किसान व मानव जाती के हितों के लिए निम्नलिखित मांगों के लिए एक दिन 9 अगस्त 2019 को समय 10:00 बजे से हर तहसील पर धरना प्रदर्शन करेगी! जिसमें आप सभी से अपेक्षा है कि इस यज्ञ में अपनी आहुति देने की कृपा करें।
1:-इन सारे घटनाक्रम की सही जांच करते हुए दोषियों को दंडित किया जाए।
2:- जिन कम्पनियों ने यह गलत बीज अनाधिकृत रूप से किसानों तक पहुंचाया उसको प्रतिबंधित किया जाए या भारत छोड़ने का निर्देश दिया जाए। क्योंकि ग्लाइफोसेट रसायन कैंसर पैदा करता है, जितने भी तकनीक इसके साथ संलग्न हैं उसे सारी तकनीकों को प्रतिबंधित किया जाए।
3:-कोई भी अगर इस रसायनो को आयात  करते हैं तो उसे आजीवन सजा का कठोर प्रावधान हो।
4:- जो GEAC इस कंपनी की निगरानी हेतु अधिकृत है वह अभी तक चुप क्यों हैं? इसलिए इसको बंद करते हुए नई संस्था का गठन किया जाए।
5:- यदि सरकार चाहती है कि किसानों की आय दोगुना हो तो सरकार को बीज किसानों का अधिकार बिल लाना पड़ेगा, बीज कानून का नाम *बीज किसानों का अधिकार* ऐसा हो।
6:-बीज बनाना,भंडारण करना,वितरण, क्रय-विक्रय किसानों के अधिकार में ही रहे ऐसा कानून का आधार वाक्य हो
7:-देशी बीज का परिष्करण,वृद्धिकरण की जाए।
8:-मौसम के विपरीत परिस्थितियों में सफल होने हेतु इन बीजों का विकास किया जाए।
 9:-हमारे देश में सभी विश्वविद्यालय शोध केंद्र,कृषि विज्ञान केंद्र,आदि को इस दिशा में कार्य करने की क्षमता विकसित की जाए।
10:-इन संस्थानों के माध्यम से किसानों को सीधे विकसित फाउंडेशन सीड को  उपलब्ध कराया जाए।
11:-बीज बनाने की प्रक्रिया का प्रशिक्षण किसानों को दिया जाए।
12:-घोषित बीजों का एम.आर.पी निश्चित किया जाए और उनकी गुणवत्ता के साथ किसानों को उपलब्ध कराया जाए।
13:-अधिकृत घोषित बीजों के बाहर कम्पनियां कोई बीज न बेंचे।
अत्यन्त महत्वपूर्ण विषय पर आँखें मूंद लेना सरकार एवं किसानों व समस्त मानव समाज के लिये एक बहुत बड़े खतरे को नजरअंदाज करने के ओर इंगित करेगा जो बिल्कुल स्वीकार्य नही है।अतः सभी भाइयो से पुनः निवेदन करते है कि अपने हक के लिये सरकार को अपनी ताकत दिखाने के लिये तहसील केंद्र 9 अगस्त 2019 समय 10 बजे अवश्य पहुचने का आग्रह करते हैं।


तेज रफ्तार हाईवा ने दो युवकों को कुचला

 बिलासपुर ! रतनपुर-बिलासपुर मुख्य मार्ग पर अभी-अभी भीषण सड़क हादसा हो गया। हादसे में दो युवकों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। हादसा इतना भीषण था कि युवकों की लाशों के लौथड़े सड़क पर बिखर गए। यहां से निकलने वाले लोगों ने अपनी आंखे बंद कर लीं। बताया गया कि रतनपुर केंदा मार्ग में स्थित ग्राम पंचायत मझवानी में तेज रफ्तार हाइवा ने दो बाइक सवार युवकों को कुचला। जिससे दोनों की मौके पर ही मौत हो गई है।दोनों बाइक सवार युवक बेलगहना चौकी अंतर्गत पडरापथरा निवासी है। क्षेत्र में सड़क पर लगातार हो रही वारदातों से ग्रामीणों में आक्रोश है।


डिस्कवरी चैनल पर दिखेंगे प्रधानमंत्री मोदी

नई दिल्‍ली ! प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चर्चित शो 'Man Vs Wild' में नजर आएंगे! यह शो डिस्कवरी चैनल पर प्रसारित किया जाएगा! शो में पीएम मोदी के साथ चर्चित होस्ट बेयर ग्रेल्स भी मौजूद रहेंगें! बेयर ग्रिल्स ने ट्विटर पर एक विडियो ट्वीट कर बताया कि 12 अगस्त को रात 9 बजे डिस्कबरी चैनल एक शो प्रसारित किया जाएगा! इस शो में पीएम मोदी पशु संरक्षण और पर्यावरण परिवर्तन को लेकर जागरूकता पर बात करेंगे! यह शो एक साथ 180 देशों में देखा जाएगा!


ट्विटर पर बेयर ग्रिल्स ने लिखा, ”180 देशों के लोगों को पीएम नरेंद्र मोदी का दूसरा पक्ष देखने को मिलेगा! उन्होंने पशु संरक्षण और पर्यावरण परिवर्तन के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए भारतीय जंगलों में जाकर जोखिम का काम किया है.”इस वीडियो में पीएम मोदी अलग अंदाज में नजर आ रहा है! शो के होस्ट के साथ वह हंसते हुए चर्चा करते नजर आ रहे हैं! पीएम शो ग्रिल्स के साथ छोटी नाव में नदी पार करते, जंगल की चढ़ाई करते दिख रहे हैं!


फर्जी वेतन निर्धारण आदेश:पूर्वोत्तर रेलवे

जबकि भंगेड़ी लेखाधिकारी ने ही दिया था फर्जी वेतन निर्धारण का आदेश


DPC तैयार, मेजर पेनाल्टी के बजाय दी जा रही पदोन्नति


पूर्वोत्तर रेलवे ! कार्यरत सहायक लेखाधिकारी को बचाने के लिए नीचे के कर्मचारियों  को बली का बकरा बनाए जाने का मामला "रेल समाचार" में प्रकाशित हुआ था। "रेल समाचार" ने लेखा विभाग में फर्जी वेतन निर्धारण  का पर्दाफाश किया था। लगातार ऐसे कारनामों को अंजाम देने वाले इस सहायक लेखाधिकारी के सिर पर विभाग प्रमुख (PFANER) का वरदहस्त होने के कारण उसके विरूद्ध कोई कार्यवाही नहीं हो रही थी।यह मामला महाप्रबंधक के  संज्ञान में आने का बाद उनके कठोर निर्देशों के बाद इस भांगेडी लेखाधिकारी का स्थानांतरण  लेखाधिकारी/प्रशासन के पद से किया गया था।इसके तत्काल बाद सतर्कता संगठन द्वारा सभी संबंधित फाइलें जप्त कर इस मामले की जांच की जा रही थी और समझा जा रहा था कि इस लेखाधिकारी को अवश्य ही मेजर पेनाल्टी दी जाएगी। परंतु लोगों को घोर आश्चर्य तब हुआ जब इस मामले में मात्र एक तृतीय श्रेणी के पर्यवेक्षक, जो 31जुलाई को सेवानिवृत्त हो रहा है, को मेजर पेनाल्टी चार्जशीट जारी कर दी गई। अब पता चला है कि इस लेखाधिकारी को पदोन्नति देने की प्रक्रिया जोर-शोर से चल रही है, DPC हो चुकी है, PFA का प्रयास यह है कि चार्जशीट जारी होने से पहले उसे पदोन्नति दे दी जाए।


उल्लेखनीय है कि यह भांगेडी लेखाधिकारी पूर्व में सतर्कता विभाग में काम कर चुका है, इसलिए सतर्कता विभाग द्वारा भी इसके प्रमाणित कदाचार को या तो नजरअंदाज किया जा रहा है, या फिर जानबूझकर निष्कर्ष में इसलिए देरी की जा रही है कि जिससे उसकी पदोन्नति हो जाए।"रेल समाचार" को अपने सूत्रों से कुछ अभिलेख प्राप्त हुए हैं, जिनके अवलोकन से यह भंगेड़ी लेखाधिकारी पूरी तरह से दोषी दिखाई देता है।"संलग्न नोटिंग" जिससे जाहिर है कि इसी के आधार पर गलत वेतन निर्धारण की प्रक्रिया प्रारंभ हुई थी, यह इसी लेखाधिकारी के हस्ताक्षर से अनुमोदित की गई थी। पुनः "संलग्न वेतन निर्धारण" के लिए जारी ज्ञापन, जिसके आधार पर वेतन निर्धारण  का प्राधिकार जारी किया गया था, वह भी इसी लेखाधिकारी के हस्ताक्षर से जारी हुआ है।


इसी ज्ञापन में दिए गए निर्देशों के आधार पर किए गए वेतन निर्धारण को वेट करने वाले नीचे के लेखा पर्यवेक्षक को मेजर पेनाल्टी जारी हुई है।कर्मचारियों का कहना है कि नीचे का कोई लेखा कर्मचारी एवं पर्यवेक्षक अपने अधिकारी के आदेशों की अवहेलना करने का साहस नहीं कर सकता है। उनका कहना है कि जब नीचे के कर्मचारियों के विरूद्ध ऐक्शन हो सकता है, तो इस कदाचार का मूल आधार और इसका आदेश जारी करने वाले अधिकारी को प्रशासन क्यों बचा रहा है? यह समझ के परे है। इससे कर्मचारियों में घोर आक्रोश व्याप्त है। महाप्रबंधक को चाहिए कि वह अपने PFA और PCCM जैसे विभाग प्रमुखों के कदाचारों को अविलंब संज्ञान में लेकर उचित कदम उठाएं।


उमेश शर्मा


जम्मू-कश्मीर,पश्चिम-बंगाल में भूकंप के झटके

जम्मू-कश्मीर और पश्चिम बंगाल में बीती रात भूकंप के झटके


नई दिल्ली ! जम्मू कश्मीर और पश्चिम बंगाल में बीती रात भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप की तीव्रता कम होने की वजह से किसी भी तरह के नुकसान की खबर नहीं है। यह भूकंप के झटके रात तकरीबन 12.54 बजे जम्मू कश्मीर में महसूस किए गए, ये झटके कुछ देर तक के लिए महसूस किए गए।


वहीं पश्चिम बंगाल में भूकंप के झटके रात 2.55 बजे महसूस किए गए। भूकंप के झटके के बाद लोग अपने घर से बाहर आ गए।जानकारी के अनुसार जम्मू कश्मीर में भूकंप के झटके की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 3.2 दर्ज की गई। वहीं पश्चिम बंगाल में इसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.0 दर्ज की गई है।भूकंप का केंद्र पुरुलिया था। बता दें कि इससे पहले हिमाचल प्रदेश में भी बुधवार को भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। यह भूकंप के झटके हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले में महसूस किए गए थे। मौसम विभाग के अनुसार भूकंप देर रात 12.47 बजे महसूस किए गए।


इंडोनेशिया में 6.0 तीव्रता का भूकंप, झटके

इंडोनेशिया में 6.0 तीव्रता का भूकंप, झटके  अखिलेश पांडेय  जकार्ता। इंडोनेशिया के पूर्वी प्रांत मालुकु में सोमवार के तेज झटके महसूस किए गए। इ...