शुक्रवार, 26 जुलाई 2019

समस्याओं के प्रति नेता-अधिकारियों की उदारता

गाजियाबाद,लोनी! नगर पालिका में अधिकारी व कर्मचारी नहीं मानते उपजिलाधिकारी लोनी के आदेश!


मामला इस प्रकार है कि वार्ड नंबर 50 में कुछ लोग अपनी गलियों को बनाने हेतु तहसील लोनी पर आए और अपने सभासद की काली करतूतों को बताते हुए अपनी गलियों को बनाने की मांग की उपजिलाधिकारी लोनी ने प्रार्थना पत्र लेकर लोनी ईओ को आवश्यक कार्रवाई करने के आदेश जारी किए! प्रार्थना पत्र लेकर फरियाद कर्ता नगर पालिका के अधिकारियों से मिलने गये, तो पंकज गुप्ता नामक व्यक्ति मिला और उक्त व्यक्ति को उपजिलाधिकारी के आदेश का प्रार्थना पत्र दिया! उक्त व्यक्ति ने फरियादियों से कहा कि ऐसे आदेश रोज सैकड़ो आते है! जाओ आपका काम नही होगा! अब काम क्या था? काम था गली के निर्माण को लेकर वार्ड 50 के लोग उपजिलाधिकारी लोनी से मिले थे! सभासद ने निर्माण आदि के नाम पर 25000 हजार भी डकार लिये थे! न तो 25000 हजार ही मिले ओर न ही गली बनी ! उक्त गली में पानी भरा खड़ा है निकलने को कोई रास्ता नही है! गली वालो का जीवन पूरी तरह से तहस नहस हो चुका है! लोनी में चेयरमैन तो है नही जो किसी की कोई समस्या सुने! उसे तो बस केवल अखबार में अपनी छपाई चाहिये! ये फरियादी उपजिलाधिकारी ,ईओ लोनी ,चैयरमैन लोनी ,विधायक लोनी सब से अपनी फ़रयाद को लेकर मिले! लेकिन कुछ नही मिला ,मिला तो बस आश्वासन ओर लताड़! आपको ये भी बता दे कि ये फरयादी 2017 से अपनी फ़रयाद लगतार करते चले आ रहे है! लेकिन आज तक कुछ नही हुआ! लोनी में 600 करोड़ के कार्य  भी हो गए !इन फरियादियों का कार्य फिर भी नही हुआ ! एक विकास पुरुष है जिन्होंने विकास की नदियों बहा रखी है!लेकिन वो नदी इन फरियादियों की गली से हो कर आज तक नही बही है! आज भी फरियादियों को उस विकास की बहती नदी का इंतजार है! !उक्त फरियादियों ने ये बताया कि नगर पालिका के कर्मचारियों व सभासद ने उनके वार्ड में बनी 5 गलियों में हमारी एक छोड़, ओर हमारी गली को कागजो में बनी हुई दिखा कर हमारी गली का पैसा हड़प कर गए! क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों द्वारा सोशल मीडिया पर  बड़े बड़े दावे करते है लेकिन हकीकत कुछ और है!


राष्ट्र भक्तों का जवाब (संपादकीय)


अब अवार्ड वापसी गैंग को राष्ट्रभक्त फिल्मी हस्तियों का करार जवाब। 
पूछा कश्मीर और पश्चिम बंगाल में जब हिन्दुओं की हत्या और जेएनयू में भारत तेरे टुकड़े होंगे के नारे लगे तब आवाज क्यों नहीं उठाई।

राष्ट्रभक्त माने जाने वाली 61 फिल्मी हस्तियों का एक पत्र सार्वजनिक हुआ है यह पत्र उन 49 फिल्मी हस्तियों के नाम है जिन्होंने दो दिन पहले देश में मॉब लिंचिंग की बढ़ती घटनाओं पर चिंता प्रकट की और देश में असहिष्णुता का माहौल बताया। फिल्म जगत से जुड़े राष्ट्र भक्त प्रसून्न जोशी, मधुर भंडारकार, कंगना राणावत, सोनल मानसी, पंडित विश्वमोहन भट्ट, विवेक अग्निहौत्री आदि ने सवाल उठाया कि जब कश्मीर घाटी में हिन्दुओं को पीट पीट कर भगाया जा रहा था? जब पश्चिम बंगाल में चुन चुन कर हिन्दुओं की हत्या की जा रही थी, जब दिल्ली के जेएनयू में भारत तेरे टुकड़े होंगे, इंशा अल्लाह इंशा अल्लाह के नारे लग रहे थे तब देश में असहिष्णुता का माहौल नजर क्यों नहीं आया? पत्र में कहा गया कि कुछ लोग राजनीतिक स्वार्थ की वजह से देश को बदनाम कर रहे हैं। जबकि अंतर्राष्ट्रीय मंच पर भारत का सम्मान बढ़ा है। पत्र में कहा गया कि फिल्मी हस्तियों और बुद्धिजीवियों को नजरिया एक साथ होना चाहिए। उन्हें किसी राजनीतिक दल का हथियार नहीं बनना चाहिए। पत्र में ऐसे अनेक मुद्दे उठाए गए हैं जिनका जवाब 49 फिल्मी हस्तियों से मांगा गया है।
एस.पी.मित्तल


बांध में कब आएगा बरसात का पानी


हे भगवान!
बीसलपुर बांध में कब आएगा बरसात का पानी?
बांध को भरने वाली बनास, खारी और डाई नदियां अभी भी सूखी। 


 जयपुर! राजस्थान के अधिकांश जिलों में वर्षा का दौर जारी रहा है। राजधानी जयपुर में तो भारी वर्षा से जलभराव और यातायात जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई, लेकिन जयपुर सहित तीन जिलों की प्यास बुझाने वाले बीसलपुर बांध में अभी भी पानी नहीं आया है। जयपुर, अजमेर, टोंक और दौसा जिलों के लोगों को बीसलपुर बांध से पेयजल की सप्लाई होती है। बीसलपुर बांध में बनास, डाई और खारी नदियों का पानी आता है। हालांकि ये नदियां वर्ष भर बहने वाली नहीं है, लेकिन जब चित्तौड़ और भीलवाड़ा जिलों में बरसात होती हैं तो इन तीनों ही नदियों में पानी बहने लगता है। खारी और डाई नदी बनास नदी में आकर मिलती हैं, इसलिए टोंक जिले में बनास नदी को पहाड़ों के बीच रोक बीसलपुर में बांध बनाया गया है। बरसात के जानकार लोगों का कहना है कि पिछले दो दिन में जितनी बरसात जयपुर में हुई है, उतनी बरसात यदि बीसलपुर बांध के भराव क्षेत्रों में हो जाती है तो बांध में एक वर्ष का पानी आ जाता और पेयजल की किल्लत समाप्त हो जाती। इसे इन्द्र देवता का मूड ही कहा जाएगा कि जयपुर में तो झमाझम हो रही है, लेकिन जयपुर के लोगों की प्यास बुझाने वाला बीसलपुर बांध सूखा पड़ा है। जहां तक अजमेर जिले के लोगों का सवाल है तो किसी को भी चिंता नहीं है। इसे दुर्भाग्यपूर्ण ही कहा जाएगा कि बरसात के मौसम में तीन चार दिन में एक बार पेयजल की सप्लाई हो रही है। इन्द्र देवता तो जयपुर की तरह अजमेर पर मेहरबान भी नहीं है। अजमेर में अभी तक अच्छी बरसात नहीं हुई है, इसलिए लोगों को गर्मी और उमस का सामना करना पड़ रहा है। सरकार को उम्मीद है कि बीसलपुर बांध के भराव क्षेत्र में अच्छी बरसात होगी और जल्द ही पेयजल की समस्या समाप्त हो जाएगी। इसलिए चार जिलों के लोगों के लिए सरकार ने अभी तक भी आपात योजना नहीं बनाई है। असल में गत वर्ष भी बरसात में बीसलपुर बांध पूरा नहीं भर पाया था। बांध की भराव क्षमता 315.50 मीटर है, लेकिन बांध में 312 मीटर तक ही पानी आया है, इसलिए इस वर्ष अजमेर में सबसे ज्यादा पेयजल किल्लत हुई। यदि इस बार बांध में पानी कम आता है तो भारी संकट खड़ा होगा।
एस.पी.मित्तल


आजम के खिलाफ सदन,की निंदा


आजम खान की दिलेरी से देश के हालातों का अंदाजा लगाया जा सकता है। 
असहिष्णुता होने का दावा करने वाली फिल्मी हस्तियां अब क्या कहेंगी?
लोकसभा में हंगामा। महिला सांसदों ने की निंदा। 
कांग्रेस और ओबैसी ने नहीं की निंदा।

नई दिल्ली ! समाजवादी पार्टी के सांसद और यूपी में अखिलेश सरकार में सबसे ताकतवर मंत्री रहे आजम खान की दिलेरी से देश के हालातों का अंदाजा लगाया जा सकता है। एक ओर 49 फिल्मी हस्तियां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर देश में असहिष्णुता होने पर चिंता जता रही है तो वहीं 25 जुलाई को भरी संसद में आजम खान एक महिला सांसद के लिए अभद्र भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं। वह भी तब जब महिला सांसद रमादेवी लोकसभा अध्यक्ष की कुर्सी पर बैंठी थीं। यानि आजम खान ने इस बात की परवाह ही नहीं की कि रमादेवी अध्यक्ष की कुर्सी पर बैंठी हैं। जब रमादेवी ने माफी मांगने के निर्देश दिए तो आजम खान गुस्से में संसद का बहिष्कार कर चले गए। देखा जाए तो आजम ने संसद का भी सम्मान नहीं किया। आजम खान यह दिलेरी तब दिखा रहे हैं जब यूपी के रामपुर में जौहर यूनिवर्सिटी की जमीन का मुद्दा सुर्खियों में है। मुस्लिम किसानों ने ही आजम पर खेती की जमीन हड़पने के गंभीर आरोप लगे हैं। अब आजम खान पर 27 एफआईआर दर्ज हो चुकी है और यूपी सरकार ने आजम को भू-माफिया घोषित कर दिया है। एसडीएम कोर्ट ने भी आजम पर 3 करोड़ 27 लाख रुपए का जुर्माना लगाया है। आजम पर यूपी के नगरीय विकास मंत्री थे तब यूनिवर्सिटी परिसर में सरकार का गेस्ट हाउस बनवा लिया। अब इस गेस्ट हाउस पर आजम का कब्जा है। चारों तरफ से घिरे होने के बाद भी संसद में आजम खान सभापति की कुर्सी पर बैंठी रमादेवी के लिए अभद्र भाषा बोल रहे हैं और फिर भी फिल्मी हस्तियों को देश में असहिष्णुता नजर आ रही है। देश में कोई डर और भय होता तो आजम खान इस तरह की दिलेरी नहीं दिखा पाते। देश के लिए गंभीर और चिंता की बात तो यह है कि आजम खान और उनके परिवार के सदस्य जनप्रतिनिधि हैं। आजम स्वयं रामपुर से सांसद हैं तथा बेटा विधायक है और पत्नी राज्यसभा की सदस्य। असल में आजम को भी पता है कि इन्हीं तौर तरीकों से चुनाव में जीत मिलती है। लोकसभा के चुनाव में आजम ने अपनी प्रतिद्वंदी और भाजपा की उम्मीदवार जया प्रदा को लेकर अश्लील टिप्पणी की थी। लेकिन फिर भी रामपुर के लोगों ने आजम को सांसद बना दिया। अब आजम का कहना है कि जौहर यूनिवर्सिटी तो ट्रस्ट की है। जबकि आजम इस ट्रस्ट के आजीवन अध्यक्ष हैं और परिवार के चार सदस्य ट्रस्टी हैं। यानि अरबों की जौहर यूनिवर्सिटी आजम  के परिवार की निजी सम्पत्ति है। जो लोग देश का माहौल खराब करने के लिए असहिष्णुता होने की बात करते हैं, असल में वे आजम खान जैसों की हौंसला अफजाई करते हैं। आजम खान के ताजा बयानों की फिल्मी हस्तियों ने कोई निंदा नहीं की है। 
लोकसभा में हंगामा:
आजम खान के बयान पर 26 जुलाई को लोकसभा में जोरदार हंगामा हुआ। भाजपा और अन्य राजनीतिक दलों के सांसद चाहते थे कि आजम खान को सदन से निलंबित किया जाए। भाजपा की महिला सांसदों के साथ साथ एनसीपी की सुप्रिया सूले, टीएमसी की नुसरत जहां, डीएमके की कनीमोझी, अपना दल की अनुप्रिया पटेल, अमरावती की निर्दलीय सांसद नवनीत रवि राणा आदि ने भी आजम खान के बयान की निंदा की। केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि यह एक महिला सांसद का विषय नहीं है, बल्कि पूरे सदन की गरिमा का सवाल है। यदि हम सब ऐसी घटनाओं पर चुप रहे तो देश हमें कभी भी माफ नहीं करेगा। आजम खान की टिप्पणी से पूरा देश शर्मसार हुआ है। विधि एवं कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने मांग की कि आजम खान को निलंबित किया जावे। सभी सांसदों के विचार सुनने के बाद लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि वे इस संबंध में राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से विचार करने के बाद कोई निर्णय देंगे। उन्होंने सदन की भावनाओं को समझ लिया है। 
कांग्रेस और ओबैसी:
लोकसभा में कांग्रेस संसदीय दल के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि कांग्रेस भी महिलाओं के सम्मान की पक्षधर है, लेकिन इस मामले में कोई निर्णय लेने से पहले आजम खान का पक्ष भी सुनना चाहिए। इस पर सदन की महिला सांसदों ने कड़ा एतराज किया। थोड़ी देर बाद चौधरी ने कांग्रेस का फिर से पक्ष रखा और कहा कि पूर्व में श्रीमती सोनिया गांधी के लिए भी टिप्पणियां हुई है। सदन को सभी महिलाओं के हितों का ध्यान रखना चाहिए। लेकिन कांग्रेस ने आजम खान के बयान की निंदा नहीं की। इसी प्रकार एआईएमआईएम के असदुद्दीन ओबैसी ने कहा कि पूर्व केन्द्रीय मंत्री एमजे अकबर को लेकर जो कमेटी गठित हुई थी, उसकी रिपोर्ट सदन में रखी जानी चाहिए। कांग्रेस और औबेसी की तरह ही आम आदमी पार्टी की ओर से कहा गया कि आजम खान ने तो भाजपा सांसद रमादेवी को अपनी बहन कहा था।
एस.पी.मित्तल


कार-बस की टक्कर 7 लोगों की मौत

पीलीभीत में कार-बस की टक्कर, 7 लोगों की मौत


पीलीभीत ! उत्तर प्रदेश मेें पीलीभीत जिले के जहानाबाद क्षेत्र में तेज रफ्तार उत्तराखण्ड रोड़वेज की बस और कार के बीच हुई टक्कर में सात लोगों की मृत्यु हो गई और एक बच्चा घायल है।


पुलिस सूत्रों ने यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बरेली-पीलीभीत राष्ट्रीय राजमार्ग पर खगड़िया पुल के पास आज करीब दो बजे कार और टकरपुर डिपो की बस की आमने-सामने टक्कर हो गई। हादसा इतना भीषण था कि छह लोगों की मौके पर ही मृत्यु हो गई। हादसे में घायल दो बच्चों में से एक ने कुछ देर बाद दम तोड़ दिया। मृतकों में दो बच्चे, दो महिलाएं एवं तीन पुरुष हैं।उन्होंने बताया शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। कार सवार सभी लोग अलीगढ़ के छर्रा इलाके के रहने वाले हैं और बालक का मुडंन कराकर वापस लौट रहे थे। उन्होंने बताया कि हादसे के बाद वाहनों की लम्बी कतार लग गई। बारिश के कारण जाम हटाने में परेशानी हो रही है।


5 को आजीवन कारावास,50 हजार जुर्माना

अदालत ने पांच आरोपियों को सुनाई आजीवन कारावास और 50-50 हजार के जुर्माने की सजा


बागपत !  उत्तर प्रदेश के बागपत जनपद में चार साल पहले हुई प्रियंका की हत्या में पांच अभियुक्तों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई। प्रियंका के पति और ससुर को दोष मुक्त कर दिया गया। एडीजे स्पेशल एससी,एसटी एक्ट आबिद शमीम की कोर्ट में फैसला सुनाया गया।


एडीजीसी अनुज ढाका ने बताया कि बड़ौत के कमला नगर मोहल्ले में 26 नवंबर 2015 को प्रियंका पत्नी संजीव निवासी तितरौदा की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उसका पति से विवाद चल रहा था। वह अपने मायके कमला नगर मोहल्ले में भाई के पास रह रही थी। महिला की भाभी मीनू पत्नी राजीव निवासी कमला नगर बड़ौत ने प्रियंका के पति संजय, ससुर होराम, देवर सुनील, बंटी उर्फ दीपक, गौरव, अमित निवासी तितरौदा, पति के बहनोई रोहित और मोहित के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था।वहीं पुलिस ने विवेचना में बहनोई रोहित का नाम मुकदमे से निकाल दिया था। शेष सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। यह मुकदमा एडीजे स्पेशल एससी,एसटी एक्ट आबिद समीम की कोर्ट में चल रहा था।


पीली साड़ी वाली अफसर ने मचाया धमाल

पीली साड़ी' वाली पोलिंग अफसर ने अब टीक-टाक पर नीली साड़ी में मचाया धमाल,


लखनऊ ! लोकसभा चुनाव के दौरान सोशल मीडिया पर एक 'पीली साड़ी' वाली महिला अधिकारी की तस्वीरें वायरल हुई थीं!रातों-रात यह महिला पोलिंग अफसर फेसबुक से लेकर वाट्सएप पर हर जगह छा गई थी! एक बार फिर इस महिला का एक डांस वीडियो सोशल मीडिया पर धमाल मचाए हुए है!चुनाव ड्यूटी के दौरान 'पिली साड़ी' वाली महिला अफसर के नाम से मशहूर हुई लखनऊ की रीना द्विवेदी का यह टिक टोक वीडियो इन दिनों फेसबुक पर खूब शेयर हो रहा है! रीना द्विवेदी ने इस बात कि पुष्टि की है कि यह वीडियो उन्हीं का है!


'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन   मतदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए स्कूली बच्चों ने निकाला रैली कौशाम्बी। एन डी कान...