सोमवार, 17 जून 2019

मुफ्त कनेक्शन के बाद, बड़े झटके की तैयारी

उत्तर प्रदेश: गरीबों को मुफ्त बिजली कनेक्शन के बाद अब बड़े झटके की तैयारी


प्रदेश के गरीब परिवारों को सौभाग्य योजना के तहत मुफ्त में बिजली कनेक्शन देने के बाद उप्र पॉवर कारपोरेशन प्रबंधन अब उन्हें बिजली दर में बड़ा झटका देने की तैयारी में है।
कारपोरेशन की ओर से दो दिन पहले उप्र विद्युत नियामक आयोग में वर्ष 2019-20 के लिए घरेलू उपभोक्ताओं के लिए बिजली दर में बढ़ोतरी के लिए जो प्रस्ताव दाखिल किया गया है, उसमें सबसे अधिक बढ़ोतरी बीपीएल उपभोक्ताओं के बिल में ही की गई है।
प्रस्ताव के मुताबिक, बीपीएल की बिजली दर में करीब 53 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी करने का प्रस्ताव है। राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद ने प्रस्तावित बिजली दर पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि गरीब बीपीएल परिवार को एक बार फिर से लालटेन युग में धकेलने की साजिश है।
बता दें कि वर्ष 2018-19 में जब ग्रामीण अनमीटर्ड घरेलू विद्युत उपभोक्ताओं की दरों में बढ़ोतरी की गई थी, तो पॉवर कारपोरेशन प्रबंधन ने दलील दी थी कि अक्तूबर-2018 से ग्रामीण उपभोक्ताओं को भी 24 घंटे तक बिजली उपलब्ध कराई जाएगी।


इसलिए 1 अप्रैल 2019 से ग्रामीणों की अनमीटर्ड दरों को 300 से बढ़ाकर 400 रुपये प्रतिमाह किया गया है। लेकिन वास्तविकता यह है कि ग्रामीणों को 24 घंटे बिजली तो मिली नहीं, पर बढ़ा हुआ दर देना पड़ रहा है। अब एक बार फिर से उनके बिजली दर को 400 से बढ़ाकर 500 रुपये प्रतिमाह किए जाने का प्रस्ताव देकर गांव के गरीब उपभोक्ताओं को बिजली दर का बोझ बढ़ाने की तैयारी है।
प्रस्तावित बिजली दर पर आपत्ति जताते हुए विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा का कहना है कि यह ग्रामीण और बीपीएल उपभोक्ताओं व किसानों के साथ बड़ा धोखा है।
उन्होंने कहा कि 1 किलोवाट से लेकर 5 किलोवाट तक के घरेलू उपभोक्ताओं के बिजली दरों का आकलन करने से पता चला है कि फिक्स चार्ज व यूनिट चार्ज के नाम पर बिजली कंपनियां उपभोक्ताओं के साथ लगातार अन्याय कर रही हैं। उन्होंने बताया कि प्रस्तावित बिजली दर के मुद्दे पर जल्द ही प्रदेश भर में आंदोलन शुरू किया जाएगा।
इसके लिए उनकी किसान यूनियन के अध्यक्ष राकेश सिंह टिकैत से भी वार्ता हुई है। दोनों संगठन साझा मंच बनाकर आंदोलन शुरू करेंगे। वहीं ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने उपभोक्ता परिषद केप्रतिनिधियों को सोमवार को इस मुद्दे पर चर्चा के लिए बुलाया है।


ट्रैफिक सिस्टम पर आज से होगा काम

 


ट्रैफ़िक सिस्टम सुधारने के लिए आज से होगा काम।


 


 मुरादाबाद! वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अमित पाठक ने रविवार को कायंभर ग्रहण कर लिया है। वह आगरा से तबादला होकर मुरादाबाद आए है।
नवागत एसएसपी ने बताया कि मुरादाबाद मे ट्रैफ़िक सिस्टम को सुधारने के लिए सोमवार से ही काम शुरू हो जाएगा। इसमें शहर के लोगों को भी सहयोग करना पड़ेगा। अपराध के पुराने मामले का ख़ुलासा करने के लिए टीमों को लगाया जाएगा। महिला अपराध पर अंकुश लगाने पर पुलिस काम करेगी। अगले महीने स्कूल खुलने है। अत। स्कूल के आसपास छुट्टी और खुलने के समय पुलिस की उपलब्धता हर रहेगी ताकि किसी शौहदे की छात्राओं से अभद्रता करने की हिम्मत न हो सके।


मजदूरों के भुगतान में कटौती, डीएम से शिकायत

तेंदूपत्ता मजदूरों के भुगतान में बड़ी कटौती, सीएम हेल्पलाइन में शिकायत दर्ज, कलेक्टर का कराया ध्यान आकृष्ट
सतना। सहायक वन परिक्षेत्राधिकारी बरौंधा एवं फड़मुंशी द्वारा वन परिक्षेत्र बरौंधा अंतर्गत पाथरकछार समिति के खोही फड़ में मजदूरों के भुगतान पर भारी कटौती किए जाने का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। सूत्रों के हवाले से मिली खबरों में बताया गया है कि खोही फड़ के तेंदूपत्ता तोड़ान में प्रति मजदूर को किए गए भुगतान में 200 से 300 रुपए तक की कटौती की गई है। पीड़ितों ने इस ओर सतना कलेक्टर डॉ. सत्येंद्र सिंह का ध्यान आकृष्ट कराते हुए सीएम हेल्पलाइन पर भी अपनी शिकायत दर्ज कराई है। जो भी हो फिलहाल मजदूरी में इतनी बड़ी कटौती मजदूरों की समझ के परे है। एक मजदूर का दो से लेकर तीन सौ रुपए काटकर भुगतान करने का मतलब अकेले खोही फड़ मे करीब चालीस हजार की हेराफेरी होने का खुला संकेत करता है, वो भी एक सक्षम अधिकारी के सामने। अब देखना यह है कि सीएम हेल्पलाइन पर दर्ज शिकायत का क्या असर पड़ता है ? कलेक्टर साहब इस मामले पर विभागीय अधिकारी व फड़ मुंशी के खिलाफ कार्यवाही कर मजदूरों को उनकी वाजिब मजदूरी दिलवा पायेंगे ?


रविवार, 16 जून 2019

पाकिस्तान के सामने रनों का पहाड़ खड़ा

मैनचेस्टर! मौजूदा वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के खिलाफ महामुकाबले में भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए रनों का पहाड़ खड़ा किया!टीम इंडिया ने मैनचेस्टर में पाकिस्तान के खिलाफ 336/5 रन बनाए. वर्ल्ड कप में यह न सिर्फ भारत का पाकिस्तान के खिलाफ सबसे बड़ा स्कोर है, बल्कि इस टूर्नामेंट (वर्ल्ड कप) में किसी देश का पाकिस्तान के खिलाफ सर्वाधिक स्कोर है. इससे पहले पाकिस्तान के खिलाफ इसी वर्ल्ड कप में इंग्लैंड ने 334/9 रन बनाए थे!


इस महामुकाबले में विराट कोहली ने 77 रनों की पारी खेली! लेकिन पारी के 48वें ओवर की चौथी गेंद पर ऐसा हुआ, जिसे देख हर कोई हैरान रह गया! कप्तान कोहली बिना आउट हुए पवेलियन लौट गए! विराट को लगा कि वह आउट हो चुके हैं और इसके बाद उनके कदम आगे बढ़ गए और भारत के पांचवें विकेट के पतन का ऐलान हो गया!


दरअसल, मो. आमिर के बाउंसर को उन्होंने हुक करने की कोशिश की थी. इसके बाद विकेट के पीछे कप्तान सरफराज अहमद ने गेंद लपक ली! फिर क्या था कोहली खुद ही पवेलियन की ओर बढ़ गए! मजे की बात यह है कि इस गेंद पर न तो सरफराज ने कोई अपील की और न ही अंपायर एम. इरासमस ने अपनी उंगली उठाई थी! विराट के लौट जाने के बाद अल्ट्राएज में साफ दिखा कि बल्ले और गेंद में कोई संपर्क ही नहीं हुआ था. इससे स्पष्ट हो गया कि विराट कॉट बिहाइंड नहीं थे!


गृहमंत्री इसी महीने करेंगे कश्मीर दौरा

नई दिल्ली ! केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आगामी 30 जून को जम्मू-कश्मीर के दौरे पर जाएंगे. गृहमंत्री बनने के बाद अमित शाह का पहला कश्मीर दौरा होगा इस दौरान वे घाटी में सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करेंगे. अमित शाह पवित्र अमरनाथ गुफा में बाबा बर्फानी के दर्शन भी करेंगे. बीजेपी की ओर से गृहमंत्री के इस दौरे की पुष्टि की गई है. गौरतलब है कि चुनाव के दौरान अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाने की वकालत की थी जिसका वहां के क्षेत्रीय दलों ने पुरजोर विरोध किया था. अब जब अमित शाह गृह मंत्री हैं तो इस बात की प्रबल संभावना है कि वे कश्मीर पर कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं.


मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अमित शाह 30 जून को श्रीनगर पहुंचेंगे और यहां आर्मी, सीआरपीएफ, सीमा सुरक्षा बल और जम्मू-कश्मीर पुलिस के शीर्ष अधिकारियों के साथ हाई लेवल मीटिंग करेंगे. शाह जम्मू-कश्मीर में अधिकारियों के साथ सीमा, एलओसी और आंतरिक सुरक्षा के इंतजामों की समीक्षा कर सकते हैं. बताया जा रहा है कि इस बैठक में जम्मू -कश्मीर के डीजीपी और सेना की उत्तरी कमान के कई अफसर भी मौजूद होंगे. इसी दिन शाह पवित्र अमरनाथ गुफा के दर्शन करेंगे और पारंपरिक तौर-तरीके से पूजा भी करेंगे. अमित शाह के यहां दर्शन करने के एक दिन बाद अमरनाथ यात्रा की शुरुआत होगी.


रोहित शर्मा के नाम हुआ खास रिकॉर्ड

मैनचेस्‍टर ! टीम इंडिया के ओपनर रोहित शर्मा ने पाकिस्‍तान के खिलाफ हाईवोल्‍टेज मैच में बेहतरीन पारी खेलते हुए! दो दिग्‍गजों महेंद्र सिंह धोनी और सौरव गांगुली के रिकॉर्ड तोड़ दिए। मैनचेस्‍टर के ओल्‍ड ट्रेफर्ड में खेले जा रहे मुकाबले में 'हिटमैन' अपने रंग में नजर आए और पाकिस्‍तानी गेंदबाजों की जमकर धुनाई करते हुए 113 गेंदों में 14 चौके और तीन छक्‍के की मदद से 140 रन की आक्रामक पारी खेली। विश्‍व कप 2019 के 22वें मैच में रोहित शर्मा ने एक खास रिकॉर्ड अपने नाम किया। रोहित ने भारत को शानदार शुरुआत दिलाई और नए ओपनिंग पार्टनर केएल राहुल (57) के साथ 136 रन की साझेदारी


बहरहाल, रोहित शर्मा ने अपनी पारी के दौरान जैसे ही पहला छक्‍का जमाया, तो एक खास रिकॉर्ड कायम किया। वह अंतरराष्‍ट्रीय क्रिकेट में सबसे ज्‍यादा छक्‍के लगाने वाले भारतीय बल्‍लेबाज बन गए हैं। रोहित ने क्रिकेट के तीनों प्रारूपों (अंतरराष्‍ट्रीय क्रिकेट) में सबसे ज्‍यादा छक्‍के लगाने के मामले में पूर्व कप्‍तान महेंद्र सिंह धोनी को पीछे छोड़ा। धोनी के 355 छक्‍के हैं जबकि रोहित के 358 छक्‍के हो चुके हैं।
बता दें कि रोहित शर्मा ने वनडे में 224, टेस्‍ट में 31 और टी20 अंतरराष्‍ट्रीय में 102 छक्‍के जड़े हैं। वहीं एमएस धोनी ने वनडे में अब तक 225, टेस्‍ट में 78 और टी20 अंतरराष्‍ट्रीय में 52 छक्‍के जमाए हैं। धोनी के छक्‍के की संख्‍या में इजाफा हो सकता है क्‍योंकि उनका बल्‍लेबाजी करना अभी शेष है।


धोनी का 341वा अंतरराष्ट्रीय वनडे

मैनचेस्टर ! भारत के विकेटकीपर बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी ने रविवार को अपने नाम एक और उपलब्धि दर्ज कर ली। भारत के लिए सबसे ज्यादा एकदिवसीय मुकाबले खेलने के मामले में वह राहुल द्रविड़ से आगे निकल गए। यह उनका भारत के लिए उनका 341वां ODI था। रविवार (16 जून) को पाकिस्तान के खिलाफ मैनचेस्टर, ओल्ड ट्रेफर्ड में उन्होंने द्रविड़ को पीछे छोड़ा। वह अब सिर्फ सचिन तेंडुलकर से पीछे हैं।


यह धोनी का भारतीय जर्सी में 341वां मैच था वहीं द्रविड़ ने 340 मुकाबले खेले हैं। सचिन इस लिस्ट में टॉप पर हैं उन्होंने 463 एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में भारत का प्रतिनिधित्व किया है।


कुल मिलाकर देखें तो यह धोनी का 344वां वनडे इंटरनैशनल मैच था। और इस सूची में वह दुनिया में द्रविड़ के साथ संयुक्त रूप से 10वें स्थान पर हैं। भारत के लिए खेलने के साथ ही धोनी ने तीन मैच एशिया एकदाश के लिए खेले हैं।


भारत के लिए सबसे ज्यादा एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाले खिलाड़ियों मे मोहम्मद अजहरुद्दीन चौथे पायदान पर हैं। उन्होंने भारत के लिए 334 वनडे खेले हैं। वहीं पूर्व कप्तान सौरभ गांगुली ने 308 ODI खेले हैं। हाल ही में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने वाले युवराज सिंह ने 301 एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व किया है।


मैच की बात करें तो धोनी का पाकिस्तान के खिलाफ प्रदर्शन बहुत अच्छा रहा है। पूर्व भारतीय कप्तान ने 30 पारियों में 55.90 के औसत से 1230 रन बनाए हैं।


भारत के लिए सबसे ज्यादा ODI मैच खेलने वाले खिलाड़ी


सचिन तेंडुलकर 463
महेंद्र सिंह धोनी 341
राहुल द्रविड़ 340
मोहम्मद अजहरुद्दीन 334
सौरभ गांगुली 308
युवराज सिंह 301


डॉक्टर्स-ममता के बीच सुलह होना जरूरी


रस्सी जल गई, पर बल नहीं गया की कहावत को चरितार्थ कर रही है ममता बनर्जी।

 कोलकाता ! उम्मीद की जानी चाहिए कि पश्चिम बंगाल के हड़ताली डॉक्टरों और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बीच सुलह हो जाए। यदि सुलह नहीं होती है तो 17 जून से देशभर के एम्स अस्पतालों के डॉक्टर हड़ताल पर चले जाएंगे। इससे देश के मरीजों को भारी परेशानी होगी। एम्स में डॉक्टरों को दिखाने के लिए मरीजों को 6 माह से लेकर 12 माह तक का इंतजार करना पड़ता है। एक सप्ताह पहले कोलकाता के अस्पताल में जिस तरीके से जूनियर डॉक्टरों की पिटाई की उससे बंगाल के साथ-साथ देश के प्रमुख शहरों की चिकित्सा व्यवस्था चरमरा गई। लोकतांत्रिक व्यवस्था में मुख्यमंत्री का काम हालात को सुधारना होता है, लेकिन ममता के बयानों से हालात और बिगाड़ गए। हड़ताल में जो ममता डॉक्टरों पर मुस्लिम मरीजों के इलाज नहीं करने का इल्जाम लगा रही थीं, वहीं ममता अब हड़ताली डॉक्टरों की मांग पर माफी मांगने को तैयार नहीं है। ममता का कहना है कि जब डॉक्टरों की मांगे मान ली गई है तो माफी किस बात की? डॉक्टरों को भी ममता के व्यवहार के बारे में पता है इसलिए माफी को मुद्दा नहीं बनाया जा रहा है। असल में ममता बनर्जी रस्सी जल गई, लेकिन बल नहीं गया की कहावत को चरितार्थ कर रही है। लोकसभा चुनाव में बंगाल में मात्र 22 सीटें मिलने के बाद भी ममता राजनीतिक सबक नहीं ले रही हैं। 2014 में जिस भाजपा के पास दो सीटें थीं वहां 2019 में भाजपा को बगाल में 18 सीटें मिली हैं। असल में बंगाल के मूल बंगाली भी समझ गए हैं कि ममता बनर्जी मोह की खातिर पश्चिम बंगाल को किस दिशा में ले जा रही है। लेकिन ममता बनर्जी अभी स्वयं को बंगाल का सबसे बड़ा नेता समझ रही हैं। जबकि मौजूदा हालातों में ममता की पकड़ ढीली होती जा रही है। यदि मूल बंगालियों पर पकड़ होती तो बंगाल के डॉक्टर हड़ताल पर नहीं जाते। ममता बार बार कह रही है कि भाजपा के इशारे पर हड़ताल हो रही है। यानि बंगाल के डॉक्टर ममता का नहीं बल्कि भाजपा का कहना मानते हैं। देखा जाए तो ममता स्वयं भाजपा का राजनीतिक कद बढ़ा रही है। आठ वर्ष पहले बंंगाल में वामपंथी सरकार को उखाडऩे पर ममता को परिपक्व नेता माना गया, लेकिन लोकसभा चुनाव में हार के बाद तो ममता बनर्जी बचकानी हरकतें कर रही हैं।
एस.पी.मित्तल


भाजपा को मिले 80 लाख वोट ज्यादा


राजस्थान में लोकसभा चुनाव में भाजपा को कांग्रेस से 80 लाख वोट ज्यादा मिले। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को डेढ़ लाख वोट ज्यादा मिले थे। प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में पूर्व सीएम वसुंधरा राजे की दर्शनीय उपस्थिति।



 जयपुर! राजस्थान भाजपा की प्रदेश कार्य समिति की बैठक जयपुर में तोतुका भवन में सम्पन्न हुई। इस बैठक में भाजपा के नवनिर्वाचित सांसद भी उपस्थित रहे। केन्द्रीय संसदीय राज्यमंत्री अर्जुन मेघवाल दिल्ली में व्यस्त रहने की वजह से नहीं आए, लेकिन केबिनेट मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत और राज्यमंत्री कैलाश चौधरी पूरे उत्साह और उमंग के साथ उपस्थित रहे। बैठक की कमान प्रदेश संगठन मंत्री चन्द्रशेखर के हाथों में थी। लोकसभा चुनाव में सभी 25 सीटों पर जीत से चन्द्रशेखर भी उत्साहित थे। बैठक में प्रतिपक्ष के नेता गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि लोकसभा का यह चुनाव इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि आजादी के बाद यह पहला अवसर रहा जब राजस्थान में भाजपा को कांग्रेस के मुकाबले में 80 लाख वोट ज्याद मिले हैं। इसका श्रेय कार्यकर्ताओं की मेहनत और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का चेहरा है। 80 लाख वोटों की जीत बताती है कि राजस्थान में भाजपा कितनी मजबूती के साथ खड़ी है। आंकड़े बताते हैं कि भाजपा को 200 में से 150 विधानसभा क्षेत्रों में जीत मिली है। कटारिया जब पूरे उत्साह के साथ लोकसभा चुनाव के आंकड़े बता रहे थे, तब बैठक में पूर्व सीएम वसुंधरा राजे भी उपस्थित थीं, लेकिन उनके चेहरे पर खुशी का कोईभाव नहीं था। सब जानते हैं कि पांच माह पहले विधानसभा का चुनाव भाजपा ने राजे के नेतृत्व में ही लड़ा था और भाजपा को हार का समना करना पड़ा। विधानसभा चुनाव में भाजपा के मुकाबले कांगे्रस को मात्र डेढ़ लाख मत ज्यादा मिले थे। विधानसभा चुनाव में डेढ़ लाख मतों की हार और लोकसभा चुनाव में 80 लाख मतों की जीत राजस्थान की राजनीति को बयां करती है। सवाल उठता है कि पांच माह में ऐसा क्या हो गया जो हार और जीत का इतना बड़ा अंतर रहा। असल में विधानसभा चुनाव में भाजपा ने वसुंधरा राजे का और लोकसभा चुनाव में नरेन्द्र मोदी का चेहरा सामने रखा। यदि विधानसभा चुनाव में भी नरेन्द्र मोदी का चेहरा सामने रखा। यदि विधानसभा चुनाव में भी नरेन्द्र मोदी का चेहरा सामने रखा जाता वो आज राजस्थान में भाजपा की सरकार होती। भाजपा के नेता माने या नहीं लेकिन विधानसभा चुनाव में सिर्फ वसुंधरा राजे की वजह से भाजपा को हार का सामना करना पड़ा। प्रदेश की जनता ने तो जनवरी 2018 में हुए अजमेर और अलवर में हुए लोकसभा के उपचुनाव में ही इशारा कर दिया था, लेकिन वसुंधरा राजे और भाजपा के नेताओं के बुरी तरह हारने के बाद भी मतदाताओं का इशारा नहीं समझा। उल्लेखनीय है कि लोकसभा के उपचुनाव में भाजपा को दोनों संसदीय क्षेत्रों के सभी 16 विधानसभा क्षेत्रों में हार का सामना करना पड़ा था।
राजे की दर्शनीय उपस्थिति:
इसे राजनीति और समय का चक्र ही कहा जाएगा कि जिन वसुंधरा राजे के बगैर राजस्थान में सरकार और संगठन में पत्ता भी नहीं हिलता था, उन्हीं वसुंधरा राजे की 16 जून को भाजपा को प्रदेश कार्य समिति की बैठक में दर्शनीय उपस्थिति रही। हालांकि विधानसभा चुनाव में हार के बाद राजे को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बना दिया था, लेकिन राजे को मोह अभी भी प्रदेश की राजनीति से कम नहीं हुआ है। यह बात अलग है कि लोकसभा चुनाव में राजे की कोई प्रभावी भूमिका नहीं थी। कुछ स्थानों को छोड़ कर राजे ने प्रदेशव्यापी दौरा भी नहीं किया। यदि 16 जून जैसे ही हालात रहे तो भाजपा की बैठकों में भी राजे की कोई प्रांसगिता नहीं रहेगी। जोधपुर से गजेन्द्र सिंह शेखावत, बाड़मेर से कैलाश चौधरी, बीकानेर से अर्जुन मेघवाल, राजसमंद से दीयाकुमारी आदि भाजपा उम्मीदवारों ने राजे की भूमिका के बारे में भाजपा के बड़े नेताओं को कई महत्वपूर्ण जानकारी दी है।
एस.पी.मित्तल


बसपा की बैठक संपन्न, करेंगे मंडल सम्मेलन

संवाददाता-विवेक चौबे


कांडी, गढ़वा ! प्रखंड के ढबरिया गांव में बहुजन समाज पार्टी की एक बैठक संपन्न हुई। जिसमें आगामी 1 जुलाई को डालटनगंज में आयोजित बसपा के जोनल स्तरीय सम्मेलन अधिक से अधिक संख्या में भाग लेने की रणनीति बनाई गई। बैठक को संबोधित करते हुए बसपा नेता राजन मेहता ने कहा कि पलामू व चतरा लोकसभा क्षेत्र को मिलाकर बसपा द्वारा एक जोनल स्तरीय सम्मेलन किया जा रहा है , सभी कार्यकर्ता अपनी जिम्मेवारी समझते हुए कार्यक्रम को सफल बनाने की तैयारी करें। बैठक में लिए गये निर्णयों पर प्रकाश डालते हुए बसपा नेता ने बताया कि पलामू व चतरा लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत जितने भी विधानसभा क्षेत्र है सभी पर बसपा चुनाव लड़ेगी व जीत दर्ज करेगी। बताया कि क्षेत्र में व्याप्त बिजली की समस्या और नीलगाय की समस्या सहित अन्य समस्याओं के लिए चरणबद्ध आंदोलन करने का निर्णय लिया गया। बताया कि बसपा का प्रखंड स्तर पर पुनर्गठन किया जा रहा है, उसी के तहत कांडी में नये कमीटी का चुनाव किया गया ,जिसमें सर्वसहमति से कांडी प्रखंड के लिए अध्यक्ष के रूप में श्रवण पासवान , महासचिव नन्द कुमार मेहता , उपाध्यक्ष राजन राम , सचिव बबलू खलिफा , उप सचिव संतोष कुमार राम , कोषाध्यक्ष कुंदन पासवान व मीडिया प्रभारी हनी सिंह को चुना गया। मौके पर रामनरेश मेहता, नागेंद्र मेहता , रामप्यारे मेहता , रामचंद्र मेहता, नंदु राम , लक्ष्मण मेहता सहित कई कार्यकर्ता उपस्थित थे।


सामाजिक स्वतंत्रता के विपरीत

हमीरपुर ! राकेश त्रिपाठी । प्यार , मोहब्बत और इश्क़ के ज्यादातर मामले अब रेप या शारीरिक शोषण के आरोपों में तब्दील होने लगे हैं । यह तब्दीली पुलिस प्रशासन के लिए परेशानी का कारण बन रही है और शासन के प्रति प्रश्न चिन्ह खड़ा कर रही है ।उम्र के तक़ाज़े के साथ भावनाओं में वह उठाया गया क़दम,  आशिकों को आरोपी के रूप में कानून के कठघरे में खड़ा कर रहा है ।
आज़ कल नगर क्षेत्र , आस पास और दूर दराज़ के क्षेत्रों से रेप की घटनाओं की बाढ़-सी आ गई है । ऐसी खबरों से न केवल पुलिस प्रशासन की थू-थू हो रही है ! बल्कि शासन सत्ता के ऊपर भी प्रश्न चिन्ह लग रहे हैं । इन खबरों से चारों ओर हाय-दईया मचा है । जब कि अंदरूनी सच कुछ और है । मीडिया भी अन्दर का सच न बताकर कौवा-कान ले गया की तर्ज पर नमक-मिर्च मिला कर इन खबरों के माध्यम से पुलिस और सत्ता की किरकिरी कर, वाह-वाही हासिल कर रहा है ।
पुलिस भी ऐसी घटनाओं का सच जानते हुए पीड़िता के बयान पर निर्दोष आरोपी के विरुद्द कार्यवाही करने को विवश है । कानून से यह पुलिस की लाचारी है ।
पुलिस में ऐसी घटनाओं की तहरीर देने के बाद मामले में सुलह हो जाने रिपोर्ट दर्ज न होना या कानूनी कार्रवाई के बाद पीड़िता का अदालत में बयान बदल देना सब कुछ स्पष्ट कर देता है । यौवन के जोश में इश्क़ से शुरुवात हुई संबंधों की कहानी उस समय मोड़ ले लेती है जब लालच या स्वार्थ की भावना युवक युवती में से किसी भी एक में आ जाती है । प्यार के खेल में भावनाओ में आकर बनाये गये फ़ोटो या वीडिओ ब्लैक मेलिंग का आधार बनते हैं । अथवा जब युगल में अनबन हो जाती है तो यह कार्रवाई बदले की भावना से होने लगती है । फ़िर पुलिस की मुसीबत और आशिक की आफत शुरू होती है । दो दिलों में उपजा प्यार या नादानी में उठाया गया क़दम किसी भी युवक को बलात्कारी बनाने के लिए पर्याप्त होता है ।
कहते हैं कि गेहूं के साथ घुन भी पिसता है । सो ऐसे मामलों में युवक के सहयोगी जब लपेट में आते हैं तो मामला गैंग रेप का हो जाता है । ऐसी कुछ घटनाओं में ऐसा भी प्रकाश में आया है कि प्रेमी प्रेमिका की भावनाओ में बेईमानी नहीँ थी लेकिन जब लड़की के परिजनों की संज्ञान में मामला आया तो उनकी नियत खराब हो गयी । लड़के ने मुंह मांगी मुराद पूरी कर दी तो ठीक , नहीँ तो कटघरे में । लड़की बेचारी बेबस होकर वफ़ा नहीँ कर पाती ।


मैनहोल में उतरे दो मजदूरों की मौत

 मैनहोल में उतरे दो मजदूरों की जहरीली गैस से मौत, ठेकेदार फरार


 बरपेटा !फैजाबाद रोड स्थित डीपी बोरा पेट्रोल पंप के पास शनिवार को प्राइवेट सीवर लाइन में सफाई करने उतरे दो मजदूरों की मैनहोल में जहरीली गैस से दम घुटने से मौत हो गई। असोम के बरपेटा जिला, गांव बक्सा गोवर्धन निवासी रैबुल खान (17) और शहाबुद्दीन (34) डालीगंज में गोमती नदी के किनारे झुग्गी बस्ती में रहते थे। दोनों ठेकेदार तुमेज खान के साथ फैजाबाद रोड पर शनिवार सुबह 11 बजे से सीवर लाइन की सफाई कर रहे थे। दोनों अन्य मजदूरों के साथ सफाई करते हुए दोपहर 12 बजे के करीब डीपी बोरा पेट्रोल पंप के सामने पहुंचे। पहले रैबुल खान सफाई के लिए मैनहोल में उतरा और जहरीली गैस से बेहोश हो गया। उसे बचाने के लिए शहाबुद्दीन भी मैनहोल में उतरा। वह भी जहरीली गैस की चपेट में आ गया। घटना के बाद ठेकेदार भाग निकला।मौके पर पहुंचे दमकल और पुलिसकर्मी चार घंटे की मशक्कत के बावजूद दोनों मजदूरों को मैनहोल से बाहर नहीं निकाल सके। इसी दौरान उधर से गुजर रहे डालीगंज निवासी गोताखोर मोनू कश्यप की नजर पड़ी और उसने जान की परवाह किए बगैर शाम चार बजे के करीब रस्सी के सहारे सीवर लाइन में उतरकर दोनों को बाहर निकाला। इसके बाद दोनों को लोहिया अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।मजदूरों के घरवालों ने आरोपित ठेकेदार समेत लापरवाही बरतने वाले अन्य लोगों के खिलाफ चिनहट कोतवाली में तहरीर दी है। इंस्पेक्टर चिनहट के मुताबिक मुकदमा दर्ज करके पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। रैबुल खान अपने भाई गुलाल खान के साथ रहता था। उसकी शादी नहीं हुई थी। शहाबुद्दीन के परिवार में पत्नी रोमिशा व दो बेटे जलालुद्दीन, कमालुद्दीन तथा एक बेटी शाहिदा है।


भारत और वर्मा ने किया संयुक्त सर्जिकल स्ट्राइक

भारत और म्यांमार की आर्मी ने मिलकर की 'सर्जिकल स्ट्राइक', ध्वस्त किए कई आतंकी ठिकाने


 नई दिल्ली !भारत और म्यांमार की सेनाओं ने मणिपुर, नगालैण्ड और असम में सक्रिय विभिन्न उग्रवादी समूहों को निशाना बनाते हुए अपने-अपने सीमावर्ती क्षेत्रों में 16 मई से तीन सप्ताह तक समन्वित अभियान चलाया। रक्षा सूत्रों ने रविवार को बताया कि 'ऑपरेशन सनराइज' का पहला चरण भारत-म्यामां सीमा पर तीन महीने पहले चलाया गया था। इस दौरान पूर्वोत्तर स्थित उग्रवादी समूहों के कई ठिकानों को नष्ट कर दिया गया था।


म्यांमार भारत के रणनीतिक पड़ोसियों में से एक है और उग्रवाद प्रभावित मणिपुर तथा नगालैण्ड सहित पूर्वोत्तर राज्यों से इसकी 1,640 किलोमीटर लंबी सीमा लगती है। भारत सीमा रक्षा के लिए दोनों देशों की सेनाओं के बीच गहरे समन्वय पर जोर देता रहा है।


सूत्रों ने बताया कि 'ऑपरेशन सनराइज-2' के दौरान उग्रवादी समूहों के शिविरों को नष्ट करने के लिए दोनों देशों की सेनाओं ने एक-दूसरे का सहयोग किया। जिन उग्रवादी संगठनों को निशाना बनाया गया, उनमें कामतापुर लिबरेशन ऑर्गेनाइजेशन (केएलओ), एनएससीएन (खापलांग), उल्फा (1) और नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट ऑफ बोडोलैंड (एनडीएफबी) शामिल हैं।


उन्होंने जानकारी दी कि अभियान के दौरान कम से कम छह दर्जन उग्रवादियों को दबोच लिया गया और उनके कई ठिकाने तबाह कर दिए गए। सूत्रों ने बताया कि दोनों देश खुफिया सूचनाओं और जमीनी स्थिति के आधार पर अभियान का तीसरा चरण भी शुरू कर सकते हैं। अभियान में भारतीय सेना के साथ ही असम राइफल्स के जवान भी शामिल थे।


जीत के लिए की गई विशेष पूजा

पाकिस्‍तान पर भारत की जीत के लिए वाराणसी और गोरखपुर में की गई विशेष पूजा


 गोरखपुर-वाराणसी !भारत और पाकिस्‍तान के बीच रविवार को मैनचेस्‍टर के ओल्‍ड ट्रेफर्ड में हाई प्रोफाइल मैच होना है। भारतीय फैंस आस लगाए हुए हैं कि विराट के धुरंधर विश्‍व कप 2019 के 22वें मैच में पाकिस्‍तान को पटखनी दे ताकि विश्‍व कप इतिहास में भारत की बढ़त 7-0 हो जाए। भारत में क्रिकेट को धर्म की तरह माना जाता है। इसी के चलते भारतीय क्रिकेट टीम की जीत के लिए वाराणसी, गोरखपुर में विशेष 'आरती' व 'हवन' किया जा रहा है।


बनारस और गोरखपुर में यह आरती व हवन भारतीय टीम की जीत के लिए की गई। भारतीय क्रिकेट टीम की जीत के लिए लोग सुबह से ही पूजा-हवन कर रहे हैं। वाराणसी में विशेष आरती के लिए भव्य आयोजन किया गया। हालांकि, क्रिकेट फैंस चाहेंगे कि आज का मैच पूरा हो ताकि वह इसका भरपूर आनंद उठा सकें क्‍योंकि मुकाबले में बारिश का खतरा मंडरा रहा है।


डीलर ने दो महीने से राशन वितरित नहीं किया

डीलर पर दो महीने का राशन नहीं दिए जाने का आरोप


संवाददाता-विवेक चौबे



कांडी, गढ़वा ! प्रखंड में जनवितरण प्रणाली के दुकानदारों की मनमानी बढ़ता ही जा रहा है।रविवार को लमारी कला पंचायत के हरिगावां गांव के लाभुकों ने जन वितरण प्रणाली के दुकानदार-राम नारायण साह पर ससमय व प्रत्येक महीने राशन व किरोसिन तेल नहीं दिए जाने को लेकर गोलबन्द हो कई आरोप लगाया।ग्रामीणों ने बताया कि डीलर राम नारायण साह के द्वारा मई व जून दो महीने का राशन नहीं दिया गया है। जब लाभुकों ने गोदाम से जानकारी प्राप्त किया तो पता चला कि डीलर द्वारा 4 मई को राशन का उठाव कर लिया गया है।डीलर द्वारा राशन उठाव करने के बावजूद भी लाभुकों के बीच वितरण नहीं किया गया। जिससे साफ तौर पर स्पष्ट होता है कि उक्त डीलर ने राशन ब्लैक कर दिया। साथ ही ग्रामीणों ने बताया कि डीलर आठ मई से मेडिकल छुट्टी पर है।हालांकि मशीन में किसी लाभुकों का अंगूठा का निशान नहीं लगाया गया है।ग्रामीणों ने बताया कि मनमानी का आलम है कि डीलर द्वारा साल में दो या तीन माह का राशन ब्लैक कर दिया जाता है ।साथ ही ग्रामीणों ने जानकारी देते हुए बताया कि तीन लीटर केरोसिन तेल के जगह पर दो लिटर ही 55 रुपए प्रति लीटर के हिसाब से दिया जाता है।आक्रोशित ग्रामीणों ने उक्त जन वितरण प्रणाली के दुकानदार राम नारायण साह पर कार्रवाई की मांग किया है।साथ ही कहा कि 2 माह का राशन मई व जून का बकाया है।राशन हम लोगों को शीघ्र दिलवाया जाए। उक्त समस्या के संदर्भ में आक्रोशित ग्रामीणों ने डीलर पर मनमानी का आरोप लगाते हुए उपायुक्त को लिखित आवेदन देकर शिकायत करने का निर्णय लिया। साथ ही एक-एक प्रतिलिपि प्रखंड विकास पदाधिकारी कांडी, प्रखंड बीस सूत्री अध्यक्ष,विधायक प्रतिनिधि व प्रखंड प्रमुख को भेजने का निर्णय लिया। कहा कि पदाधिकारियों व जनप्रतिनिधियों से आग्रह है कि हम लोगों को दो महीने का राशन व केरोसिन तेल दिलवाया जाए और जन वितरण प्रणाली के दुकानदार-राम नारायण साह पर कार्रवाई का मांग किया।मौके पर-गोपाल ठाकुर,शिव शंकर राम, विजय मिश्रा,सतीश कुमार मिश्रा,दिनेश मिस्त्री,प्रवेश मिश्रा,पारसनाथ राम, प्रदीप मिश्रा,सरयू साह,मीना देवी,दुर्गा देवी,पानकली देवी,पार्वती देवी,उमा कुवंर, धनौती देवी,माना देवी, शकुंतला देवी,प्रमिला देवी,पानपति देवी, सरिता देवी सहित काफी संख्या में आक्रोशित लाभुक उपस्थित थे।


मंदिर निर्माण के लिए संत भरेंगे हुंकार

राम मंदिर निर्माण के लिए संत धर्माचार्य आज भरेंगे हुंकार


रामदास की छावनी के महंत नृत्य गोपाल दास के 81 वें जन्मोत्सव समारोह में शनिवार को देशभर के संत-धर्माचार्य राममंदिर निर्माण की हुंकार भरेंगे।आज के संत सम्मेलन में हिंदुत्व व राममंदिर निर्माण का मुद्दा एक बार फिर गरमाने वाला है। रामनगरी में शीर्ष संतों का जमावड़ा राममंदिर निर्माण पर सरगर्मी बढ़ा रहा है।
संत सम्मेलन का उद्घाटन दोपहर तीन बजे शनिवार को उप मुख्यमंत्री केशव मौर्या करेंगे।इसके लिए ज.गु.शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती, ज.गु.रामानंदाचार्य स्वामी रामभद्राचार्य, साध्वी ऋतंभरा, स्वामी चिन्मयानंद, आचार्य धर्मेंद्र, आचार्य महासभा के महामंत्री स्वामी परमात्मानंद, स्वामी अविचल दास, डॉ.रामेश्वर दास, संघ के सह सर कार्यवाह डॉ. कृष्ण गोपाल, विहिप के अंतरराष्ट्रीय उपाध्यक्ष चंपत राय, केंद्रीय मंत्री राजेंद्र सिंह पंकज समेत पूर्व उच्च शिक्षा मंत्री दिल्ली भाजपा प्रभारी कुंवर जयभानु सिंह पवैया जैसे दिग्गज अयोध्या पहुंच चुके हैं।
विहिप के प्रांतीय मीडिया प्रभारी शरद शर्मा ने हिन्दुस्थान समाचार से बातचीत में संत सम्मेलन में गौरक्षा, धर्मांतरण, वर्तमान सामाजिक परिस्थिति, आतंकवाद सहित मठ-मंदिरों की सुरक्षा एवं विकास पर तो चर्चा होगी ही वहीं जब देशभर के संत-धर्माचार्य एक मंच पर जुट रहे हों तो राममंदिर का विषय उठना लाजिमी है। संत सम्मेलन में राममंदिर निर्माण को लेकर आगे की रणनीति पर भी विचार किया जाएगा। मणिरामदास की छावनी में गत तीन जून को हुई बैठक में विहिप के पदाधिकारियों की मौजूदगी में रामनगरी के संत-धर्माचार्यों ने राममंदिर निर्माण में हो रही देरी पर नाराजगी जाहिर करते हुए अविलंब राममंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त करने की हुंकार भरी थी। आज के संत सम्मेलन में भी संत धर्माचार्य मंदिर निर्माण पर मोदी सरकार पर दबाव बनाएंगे।


पीवी रामाशास्त्री को एडीजी कानून बनाया


अपने सरल स्वभाव के लिए और अपने द्वारा किये गए कार्यों के लिए हमेसा लोगो के दिलो मे रहेंगे ADG 



वाराणसी। प्रदेश के नए एडीजी कानून व्यवस्था पद पर नियुक्त हुए एडीजी जोन वाराणसी पीवी रामा शास्त्री बीती रात लखनऊ रवाना हो गए। इसके पूर्व पुलिस लाइन में समारोह आयोजित कर वरिष्ठ अधिकारियों ने उन्हें विदाई दी। स्वागत समारोह में अधिकारियों कहा कि एडीजी द्वारा वाराणसी समेत 10 जिलों में किए गए पुलिस सुधार के कार्य हमेशा याद किए जाएंगे। इस दौरान आईजी रेंज विजय सिंह मीणा , एसएसपी आनंद कुलकर्णी , जिलाधिकारी सुरेंद्र सिंह, एसपी सिटी दिनेश कुमार सिंह समेत तमाम अधिकारी मौजूद रहे। यहां मौजूद अन्य पुलिस अधिकारियों ने एडीजी की कर्मठता और कार्य के प्रति समर्पण भाव को याद किया। एडीजी ने भी पुलिस अधिकारियों की सराहना की काशी की तमाम यादों को समेटे एडीजी पी वी रामा शास्त्री ने समारोह से विदाई ली।


प्रथम श्रीमद् भागवत कथा का प्रारंभ

रवि चौहान


गाजियाबाद ! जवाहर पार्क बी ब्लॉक शालीमार गार्डन साहिबाबाद मे प्रथम श्रीमद भागवत कथा चल रही है! जिसमे मुख्य अतिथि पार्षद सरदार सिंह भाटी, प्रदेश मंत्री रवि भाटी, कालीचरण पहलवान रहे इन्होने भगवान श्री कृष्ण की आरती के साथ कथा प्रभारम्भ करवाई !भागवत कथा आयोजक कालीचरण जी ने मुख्य अतिथियों को श्रीकृष्ण की पुस्तिका भेट कर सम्मानित किया और कथा वाचक श्री महावीर जी ने भागवत मे सुदामा चरित्र कथा का वर्णन किया उन्होंने कथा सुनाते हुए कहा कि गुरु के साथ कपट और मित्र के संग चोरी करने वाला दरिद्र हो जाता है और उसे कुष्ठ रोग हो जाता है। आश्रम में शिक्षा ग्रहण करने के दौरान सुदामा ने अपने मित्र कृष्ण की नजर बचाकर गुरु के दिए चने अकेले ही खा लिए जिस कारण वह दरिद्रता को प्राप्त हुए। सुदामा ने एक दिन पत्नी को अपनी और भगवान कृष्ण की दोस्ती के बारे में बताया तो सुदामा की पत्नी ने उन्हें कृष्ण जी के पास जाकर जीवन निर्वाह के लिए कुछ धन लाने को कहा। द्वारिकापुरी में भगवान कृष्ण ने बचपन के मित्र सुदामा की खूब खातिरदारी की और सुदामा के प्रेम में मगन होकर आंसुओं से उनके पैर धो डाले। इसके बाद भगवान ने सुदामा को अलौकिक वरदान देकर घर भेजा। कथा के आयोजन कालीचरण जी मुख्य यज्ञमान रहे, भक्तजनो मे सोमनाथ चौहान, कैलाश यादव, रवि, बबलू, रानी, महेंद्र, लत्ता, रेखा, राधा, अल्का, शकुंतला, राजेश्वरी, सुशीला, प्रदीप आदि सेकड़ो भक्तजनो ने श्रीमद भागवत कथा का आनंद लिया l


जनता की खुशी के लिए दिन-रात एक:विधायक

नंदकिशोर गुर्जर ने जनता को किए लाखों के विकास कार्य समर्पित, कहा जनता के चेहरे पर खुशहाली के लिए जागता हूं, रातभर


 गाजियाबाद ! लोनी के आनंद विहार कॉलोनी पहुंचे क्षेत्र के विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने लाखों रूपये के इंटलॉकिंग व नाली निर्माण के विकास कार्यो को जनता को समर्पित करते हुए क्षेत्र की उपलब्धि गिनाई। इस दौरान कॉलोनीवासियों ने ढोल-नगाड़ों से अपने प्रिय विधायक का स्वागत किया। इससे पहले विधायक प्रतिनिधि पंडित ललित शर्मा ने क्षेत्र के विभिन्न विभागों में विधायक द्वारा करवाए गए कार्यो को गिनवाते हुए कहा कि लोनी के विकास की यात्रा 2017 के बाद से शुरू हुई है और आज तीव्र गति से जारी है।

विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने विकास कार्यो को जनता को समर्पित करते हुए कहा कि जब हमें लोनी की जिम्मेदारी मिली थी! तब लोनी विकास कार्यो के मामलें में सबसे अंतिम छोर पर खड़ी थी !लेकिन आप लोगों के आशीर्वाद का ही नतीजा है कि आज लोनी विधानसभा हजारों करोड़ों रूपये के विकास कार्यो के केंद्र बिंदु बन गई है। आज लोनी की चर्चा पूरे प्रदेश भर में हो रही है। चाहे वह शिक्षा, चिकित्सा, बिजली, सड़क और पानी की हो हर क्षेत्र में हमने आपके दिए गए आशीर्वाद के बलबूते स्वंय को साबित किया है। आने वाले कुछ महीनों में आपको लोनी की सूरत एनसीआर में सबसे तेज विकसित, सुंदर और सुरक्षित विधानसभा के रूप में आप सभी के सामने आने वाली है। शिक्षा के क्षेत्र में एक भी डिग्री कॉलेज नहीं था हमने इसकी लड़ाई लड़ी और आज 2 डिग्री कॉलेज हमारे क्षेत्र में है। ठंड में हमारे बच्चें फर्श पर बैठते थे आज स्कूलों के आधारभूत ढांचों में हमने परिवर्तन किया आज हमारे नौनिहाल डेस्क पर बैठते है। चिकित्सा के क्षेत्र में लोनीवासियों को दिल्ली का रूख करना पढ़ता था और केजरीवाल जैसा मुख्यमंत्री जब दिल्ली के अस्पतालों में लोनीवासियों का ईलाज करने से मना करता है तो मन को बहुत पीढ़ा हुई और इसका समाधान हमने खोजते हुए 100 बेड का अत्याधुनिक अस्पताल निर्माणाधीन है। हम स्वास्थ्य केंद्र के भी आधुनिकीकरण व विस्तारीकरण पर कार्य कर रहे है। बिजली के ढांचे को सुधारते हुए हमने अभी तक 200 करोड़ से अधिक खर्च कर 8 बिजली घरों का निर्माण किया है जिससे आप लोगों को निर्बाध रूप से बिजली प्राप्त हो रही है। आज लोनी की सड़कों पर आमजनता फर्राटे भर रही है, चाहे बंथला फ्लाईओवर, लोनी तिराहे से भोपड़ा का 6 लाइन का रोड, बॉर्डर पर आधुनिक बस अड्डे का निर्माण कार्य हो या दशकों से हमारे माथे का कलंक पुस्ता रोड, आज हमारो पुस्ता रोड किसी स्वर्ग से कम नहीं है। लोनी को बहुत जल्द उसका पहला एलिवेटेड रोड मिलने जा रहा है। यह सब इतने कम समय में हो पाया है तो प्रदेश सरकार की साफ नियत सही विकास के कारण। एक समय में लोनी भ्रष्ट अधिकारियों के लिए ऐशगाह होती थी! लेकिन आज कालापानी है हर विभाग से हम भ्रष्ट अधिकारियों को उखाड़ रहे है। दर्जनों अधिकारी भ्रष्टचार में संलिप्त होने पर उनको संस्पेंड करवाया है। मेरी लोनी की हवा को प्रदूषित करने वाले लोगों के खिलाफ हम रातभर लड़ते है। क्षेत्र के नागरिकों को साफ हवा मिलें इसके लिए मैं रातभर घूमता हूं। क्षेत्र की जनता ने मुझे इतना आशीर्वाद और स्नेह दिया है !अगर लोनी के चहुंमुखी विकास के लिए मुझे अपने प्राण भी त्यागने पड़े तो मैं तैयार हूं। इस मौके पर प्रमुख रूप से किसान मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष प्रकाश चौधरी, विधायक प्रतिनिधि पंडित ललित शर्मा,  सभासद विजय भाटी, सभासद जीतू,  केके तिवारी,  रविंदर शर्मा,  विपिन गुर्जर,  राहुल ठाकुर , सत्येंद्र गुर्जर आदि सैकड़ों की तादात में कॉलोनी वासी उपस्थित रहे!


रेलवे अधिकारी करवा रहे अवैध कब्जा

 गोंदवारा ! फाटक गेट नं 424 रेल बाईपास लाइन से लगी रेलवे जमीन पर अवैध रूप से कब्जा कर मकान बनाकर बेचे जाने की खबर को प्रमुखता से प्रकाशित होने पर रेल विभाग द्वारा दिनांक 10 जून को रेल विभाग ने कब्जाधारियों को नोटिस जारी कर कुछ अतिक्रमण हटाने गए ! जो अवैध रूप से मकान बनायी गई है, उसे अब तक नहीं हटाया गया है !सवाल यह है कि क्या रेल विभाग खानापूर्ति कर कार्यवाही की गई शेष अवैध कब्जा मकानों पर कार्रवाई क्यों नहीं की गई?  शायद अब भी परिस्थिति उसी प्रकार दिखाई दे रही है !अवैध कब्जाधारियों को रेल विभाग द्वारा संरक्षण प्राप्त है !साथ ही ख़ास बात यह कि अंडरब्रिज (श्रीनगर से गुढियारी जाने वाली मार्ग के बायी ओर) अंडरब्रिज की बाऊंडीवाल से लगकर रेलवे की जमीन पर कब्जा कर मकान बनाकर बेचा गया है! पर यहां भी रेल विभाग द्वारा किसी भी प्रकार की नोटिस जारी नहीं किया गया !और ना ही इस ओर संज्ञान लिया गया! रेल विभाग इस अवैध कब्जा पर कार्रवाई ना करके संरक्षण प्रदान कर रही है ! रेल विभाग किस आदेश के इंतजार में बैठी है या फिर रेल विभाग द्वारा इस मामले को दबाने की कोशिश की जा रही है?


दिनेश चंद्र कुमार 


नीतिगत पदों पर बिना परीक्षा भर्ती

देश आरक्षण ख़त्म करने की दिशा में मोदी सरकार का पहला क़दम: नीतिगत पदों पर बिना परीक्षा भर्ती 

अब न जगे तो अंधेरा होगा!


आज के दिन को भारत के सामाजिक लोकतंत्र के इतिहास के कलंकित दिन के तौर पर याद किया जाएगा!


आज पहली बार भारत सरकार ने एक विज्ञापन जारी करके कहा है कि सरकारी नीति बनाने के लिए वह अफसरों की बगैर किसी परीक्षा के नियुक्ति करेगी!


विज्ञापन में साफ लिखा है कि ये अफसर निजी क्षेत्र या विदेशी कंपनियों से भी हो सकते हैं! इन नियुक्तियों में SC, ST, OBC, PH आरक्षण समेत किसी संवैधानिक नियमों का पालन नहीं होगा!


यह विज्ञापन कई अखबारों में आज छपा है. टाइम्स ऑफ इंडिया के दिल्ली एडिशन में आप इसे पेज 11 पर देख सकते हैं!


इसे आप सरकारी नौकरियों में आरक्षण की समाप्ति की दिशा में अब तक का सबसे बड़ा कदम मान सकते हैं.


यह जो हो रहा है, वह आज तक कभी नहीं हुआ!


विज्ञापन में क्या है?


विज्ञापन बता रहा है कि केंद्र सरकार नीतियां बनाने वाले पद यानी ज्वांट सेक्रेटरी के 10 पोस्ट सीधे भरेगी! इसके लिए कोई परीक्षा नहीं होगी! ये पद 10 मंत्रालयों को चलाएंगे!


ऐसा करके सरकार संविधान के कई अनुच्छेदों का सीधा उल्लंघन कर रही है! "अनुच्छेद 15 (4) का यह सीधा उल्लंघन है,* जिसमें प्रावधान है कि सरकार वंचितों के लिए विशेष प्रावधान करेगी! "अनुच्छेद 16 (4) में लिखा है कि सरकार के किसी भी स्तर पर अगर वंचित समुदायों के लोग पर्याप्त संख्या में नहीं हैं, तो उन्हें आरक्षण दिया जाएगा! ज्वांयट सेक्रेटरी लेबल पर चूंकि SC,ST, OBC के लोग पर्याप्त संख्या में नहीं हैं! इसलिए उनकी नियुक्ति में आरक्षण न देने का आज का विज्ञापन 16(4) का स्पष्ट उल्लंघन है!


अनुच्छेद 15 और 16 मूल अधिकार हैं. यानी भारत सरकार नागरिकों के मूल अधिकारों के हनन की अपराधी है!इसके अलावा संविधान के "अनुच्छेद 315 से 323 में यह बताया गया कि केंद्रीय लोक सेवा आयोग यानी UPSC होगा, जो केंद्र और राज्य सरकार के अधिकारियों को नियुक्त करेगा!


अनुच्छेद 320 पढ़िए – Article-320. Functions of Public Service Commissions.
It shall be the duty of the Union and the State Public Service Commissions to conduct examinations for appointments to the services of the Union and the services of the State respectively.


ऐसे में सरकार UPSC को बाइपास करके और बगैर किसी परीक्षा और आरक्षण के अफसरों को सीधे नीतिगत पदों पर नियुक्त कैसे कर सकती है?


मेरा निवेदन है कि यह मामला जटिल है! लेकिन बहुत बड़ा है! आम जनता को इसे समझाने के लिए बहुत मेहनत लगेगी, तभी वह सरकार पर दबाव डालने के लिए आगे आएगी!


यह काम समाज के प्रबुद्ध यानी पढ़े-लिखे लोगों का है!


कृपया संविधान को बचाइए,  आरक्षण अपने आप बच जाएगा!अगर आज सरकार ज्वायंट सेक्रेटरी की नियुक्ति बिना परीक्षा और बिना आरक्षण के कर ले गई! तो आगे चलकर क्या हो सकता है, आप इसकी कल्पना कर सकते हैं!


बीजेपी-आरएसएस आरक्षण खत्म करने की घोषणा कभी नहीं करेगी! वह ऐसे ही शातिर तरीके से आरक्षण को बेअसर कर देगी! फिर आपको भी लगेगा कि आरक्षण से कुछ होता तो है नहीं!


पंजाब किंग्स ने जीता टॉस, गेंदबाजी का फैसला

पंजाब किंग्स ने जीता टॉस, गेंदबाजी का फैसला  इकबाल अंसारी  चेन्नई। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2024 सीजन में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) और पं...