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मंगलवार, 28 दिसंबर 2021

कोरोना से निपटने के लिए नियम लागू, घोषणा

कोरोना से निपटने के लिए नियम लागू, घोषणा     

अखिलेश पांडेय        पेरिस। फ्रांस सरकार ने कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप से निपटने के लिए सोमवार को कुछ नए नियम लागू करने की घोषणा की। हालांकि नव वर्ष से पहले कड़े प्रतिबंध नहीं लगाए गए। फ्रांस के प्रधानमंत्री ज्यां कास्टेक्स ने बताया कि अगले सप्ताह से बंद केन्द्रों में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में दो हजार और खुले में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में पांच हजार लोग ही शामिल हो पाएंगे। संगीत समारोहों के दौरान लोगों से अपनी जगह पर बैठे रहने की अपील की गई है। बार में लोगों के खड़े होने की भी अनुमति नहीं होगी। उन्होंने बताया कि सिनेमाघरों, खेल केन्द्रों और सार्वजनिक परिवहनों में खाने और पीने की सुविधाओं पर प्रतिबंध होगा। अगर संभव हो तो सप्ताह में तीन दिन घर से कार्य करने की सलाह दी गई है।

ये नए नियम कम से कम तीन सप्ताह तक लागू रहेंगे। फ्रांस में एक दिन में सर्वाधिक 1,00,000 से अधिक संक्रमण के मामले सामने आने के बाद यह कदम उठाया गया है। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने फ्रेंच रिवेरा पर फोर्ट डी ब्रेगनकॉन में अपने अवकाश निवास से इस संबंध में सरकार के महत्वपूर्ण सदस्यों के साथ एक वीडियो कॉन्फ्रेंस भी की। नए उपाय पिछले दिसंबर में लागू किए गए उपायों की तुलना में कम सख्त हैं, जब पूरे देश में रात में कर्फ्यू लगा दिया गया था। कास्टेक्स ने पुष्टि की कि स्कूलों को निर्धारित समय तीन जनवरी से एक बार फिर खोला जाएगा।

आइसोलेशन की अवधि 5 दिन दर्ज की: अमेरिका

सुनील श्रीवास्तव           न्यूयॉर्क। अमेरिका ने कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने वाले मरीजों के लिए आइसोलेशन की अवधि 10 दिन से घटाकर पांच दिन कर दी है और साथ ही उनके करीबी संपर्क में रहे लोगों के लिए भी पृथक रहने की अवधि को कम कर दिया है। देश के रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र के अधिकारियों ने बताया कि ये दिशा-निर्देश इस बात के बढ़ते सबूतों को ध्यान में रखते हुए जारी किए गए हैं कि कोरोना वायरस लक्षण दिखने के दो दिन पहले और तीन दिन बाद अधिक संक्रामक होता है। यह निर्णय वायरस के ओमीक्रोन स्वरूप के बढ़ते मामलों को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। विशेषज्ञों का कहना है कि शुरुआती अनुसंधान से पता चलता है कि ओमीक्रोन से कोरोना वायरस के पहले के स्वरूपों के मुकाबले हल्के लक्षण हो सकते हैं लेकिन बड़ी संख्या में लोग संक्रमित हो रहे हैं और आइसोलेशन केंद्रों, एयरलाइन तथा अन्य व्यवसायों के खुले रहने संबंधी चुनौती पैदा हो रही है।

रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र के निदेशक रोचेल वालेन्स्की ने कहा कि देश में ओमीक्रोन के अनेक मामले देखे जा सकते हैं। उन्होंने कहा, ”ये सभी मामले गंभीर नहीं हैं और कई मरीजों में लक्षण नहीं दिख रहे। हम ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित करना चाहते हैं जिससे हम विज्ञान का अनुसरण करते हुए समाज के कामकाज को सुरक्षित रूप से जारी रख सकें।’ ‘ नए निर्देशों के अनुसार, संक्रमित पाए जाने के बाद अब लोगों को पांच दिन तक पृथक-वास में रहना होगा और पांच दिन की अवधि समाप्त होने पर अगर कोई लक्षण नहीं है तो वे काम पर लौट सकते हैं लेकिन कम से कम अन्य पांच दिनों के लिए हर जगह मास्क पहनना होगा, यहां तक कि घर में भी। अगर पांच दिन के पृथक-वास के बाद भी बीमारी के लक्षण रहते हैं तो स्वस्थ होने तक घर पर रहना होगा।

रक्षा मदों पर खर्च 768.2 अरब डॉलर अधिकृत 

अखिलेश पाडेंय      वाशिंगटन डीसी। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने राष्ट्रीय रक्षा प्राधिकरण अधिनियम (एनडीएए) पर सोमवार को हस्ताक्षर कर उसे कानून की शक्ल दे दी। इस कानून के तहत रक्षा मदों पर खर्च के लिए 768.2 अरब डॉलर अधिकृत किए गए हैं। जिसमें 2022 के लिए रक्षा सेवाओं के सदस्यों के वेतन में 2.7 प्रतिशत बढ़ोतरी भी शामिल है। एनडीएए सैन्य खर्च में पांच प्रतिशत की वृद्धि को अधिकृत करता है और यह सैन्य न्याय प्रणाली में सुधार से लेकर सैनिकों के लिए कोविड-19 टीकाकरण संबंधी आवश्यकताओं तक के मुद्दों पर डेमोक्रेट और रिपब्लिकन के बीच गहन बातचीत का नतीजा है। बाइडन ने एक बयान में कहा, “यह अधिनियम सैन्य कर्मियों और उनके परिवारों को महत्वपूर्ण लाभ प्रदान करता है और न्याय तक पहुंच बढ़ाता है, तथा हमारे देश की राष्ट्रीय रक्षा का समर्थन करने के लिए महत्वपूर्ण प्राधिकारियों को शामिल करता है। 768.2 अरब डॉलर की अधिकृत राशि उस रकम से 25 अरब डॉलर अधिक है। जिसके लिए बाइडन ने शुरू में संसद से अनुरोध किया था। पूर्व के प्रस्ताव को दोनों दलों के सदस्यों ने इन चिंताओं को लेकर खारिज कर दिया था कि यह सैन्य मामले में चीन और रूस के समान क्षमता बनाए रखने के अमेरिकी प्रयासों को कमजोर करेगा। नया विधेयक इस महीने की शुरुआत में द्विदलीय समर्थन के साथ पारित हुआ।

डेमोक्रेटिक पार्टी के सदस्यों ने विधेयक के जरिए सैन्य न्याय प्रणाली में सुधार की सराहना की, जो यौन हमलों समेत अन्य अपराधों में सैन्य कमांडरों के हाथों से प्रभावी ढंग से अभियोजन अधिकार क्षेत्र ले लेगा। वहीं, रिपब्लिकन सदस्यों ने महिलाओं को मसौदे में जोड़ने के प्रयास को अवरुद्ध करने के साथ-साथ उस प्रावधान को शामिल कर सकने में सफलता पा ली, जो कोविड-19 टीका लगवाने से इनकार करने वाले सैन्य कर्मियों को अपमानजनक तरीके से बर्खास्त करने से रोकता है।

ए-320 एनईओ विमानों की आपूर्ति, शुरुआत की

सुनील श्रीवास्तव      सिंगापुर। सिंगापुर स्थित ‘बीओसी एविएशन लिमिटेड’ ने इस साल की शुरुआत में किए गए खरीद एवं लीज़बैक समझौते के तहत ‘इंटरग्लोब एविएशन लिमिटेड’ (इंडिगो) को आठ एयरबस ए-320एनईओ विमानों की आपूर्ति की। एक बयान में बताया गया कि ये विमान ‘सीएफएम लीप’ इंजन चालित हैं। बीओसी एविएशन के उप प्रबंध निदेशक एवं मुख्य वित्तीय अधिकारी स्टीवन टाउनएंड ने कहा कि आठ विमानों की यह आपूर्ति भारत की सबसे बड़ी यात्री विमानन कंपनी इंडिगो के साथ स्थापित हमारे मजबूत सहयोग को प्रतिबिंबित करती है।

घरेलू उड़ानों के यात्रियों के लिए टीकाकरण जरूरी

अखिलेश पांडेय       वाशिंगटन डीसी। अमेरिका में संक्रामक रोग के शीर्ष विशेषज्ञ डॉक्टर एंथनी फाउची ने सोमवार को कहा कि अमेरिका को घरेलू उड़ानों के यात्रियों के लिए भी टीकाकरण अनिवार्य करने पर विचार करना चाहिए। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के शीर्ष चिकित्सा सलाहकार फाउची ने कहा कि ऐसा जनादेश देश की पिछड़ी टीकाकरण दर बढ़ा सकता है, साथ ही इससे विमान यात्रा के दौरान सुरक्षा भी बढ़ेगी।

अभी संघीय नियमों के तहत दो वर्ष और उससे अधिक उम्र के सभी लोगों के लिए मास्क पहनना आवश्यक है। फाउची ने ‘एमएसएनबीसी’ से कहा कि जब आप टीकाकरण को अनिवार्य बनाते हैं, तो इससे अधिक लोगों को टीका लगवाने के लिए प्रोत्साहन मिलता है। बाइडन प्रशासन अब तक घरेलू हवाई यात्रा के लिए टीकाकरण अनिवार्य करने से कतरा रहा है।

अहम राजनीतिक सम्मेलन की शुरुआत, चर्चा की

सुनील श्रीवास्तव         सियोल। उत्तर कोरिया ने कोरोना वायरस महामारी और अमेरिका के साथ कूटनीतिक गतिरोध के बीच पिछली परियोजनाओं की समीक्षा करने और नयी नीतियों पर चर्चा करने के लिए सोमवार को एक अहम राजनीतिक सम्मेलन की शुरुआत की। आधिकारिक न्यूज एजेंसी ने मंगलवार को बताया कि किम जोंग उन ने सत्तारूढ़ वर्कर्स पार्टी की केंद्रीय समिति की पूर्ण बैठक की अध्यक्षता की।

खबर में बताया गया है कि बैठक में इस साल प्रमुख नीतियों की समीक्षा की जाएगी और समाजवादी निर्माण के विकास के नए दौर में जीत के अगले चरण की शुरुआत के लिए रणनीतिक और सामरिक नीतियों पर फैसला लिया जाएगा। पूर्ण बैठक उत्तर कोरिया में सर्वोच्च स्तर की निर्णय निर्धारण ईकाई होती है।

अमेरिका में हुईं गोलाबारी, 3 की मौत, 1 घायल

अखिलेश पांंडेय       वाशिंगटन डीसी। अमेरिका के डलास क्षेत्र में एक दुकान में हुई गोलीबारी में तीन लोगों की मौत हो गई और एक अन्य गंभीर रूप से घायल हो गया। गारलैंड पुलिस विभाग ने बताया कि घटना डलास के गारलैंड उपनगर में रविवार रात हुई। एक सफेद ट्रक में एक व्यक्ति आया और उसने दुकान के अंदर जाकर गोलियां चलानी शुरू कर दीं।

घटना को अंजाम देने के बाद वह ट्रक में बैठकर वहां से फरार हा गया। पुलिस ने बताया कि गोलियां चार लोगों को लगीं, जिसमें से तीन लोगों की मौत हो गई है। एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हुआ है, जिसका अस्पताल में इलाज चल रहा है। हताहत हुए लोगों के नाम अभी जारी नहीं किए गए हैं। पुलिस हमलावर की तलाश कर रही है।

11 सप्ताह से जारी गतिरोध समाप्त, अपील की

सुनील श्रीवास्तव      बेरूत। लेबनान के राष्ट्रपति माइकल औन ने 11 सप्ताह से जारी उस गतिरोध को समाप्त किए जाने की सोमवार को अपील की। जिसके कारण देश में सरकारी संस्थाएं बैठक नहीं कर पा रहीं और इससे उत्पन्न आर्थिक मंदी के बीच ये संस्थाएं और कमजोर हो रही हैं। राष्ट्रपति औन ने सरकार की बैठक बुलाने में रुकावट पैदा करने के लिए शक्तिशाली सहयोगी हिज्बुल्ला को परोक्ष रूप में जिम्मेदार ठहराया, लेकिन उन्होंने शिया समूह का नाम नहीं लिया। औन ने सोमवार शाम टेलीविजन पर प्रसारित अपने भाषण में कई अन्य अवरोधों को भी सूचीबद्ध किया, जिसके कारण आवश्यक कानून प्रभावित हुए और सुधार कार्य पटरी से उतर गए। उन्होंने अपने पुराने प्रतिद्वंद्वी संसद के स्पीकर नाबिन बेरी की भी आलोचना की, लेकिन उनका नाम नहीं लिया।

हिज्बुल्ला और उसके सहयोगियों ने पिछले साल बेरूत बंदरगाह पर हुए विस्फोट की जांच कर रहे न्यायाधीश को हटाने की मांग की है। 12 अक्टूबर से लेबनान के प्रधानमंत्री नजीब मिकाती की सरकार बैठक नहीं कर पाई है। हिज्बुल्ला ने न्यायाधीश पर भेदभाव करने का आरोप लगाया है। वहीं, सरकार में उसके सहयोगियों ने कहा है कि जब तक सरकार न्यायाधीश को हटाने का तरीका नहीं ढूंढ लेती, तब तक वे कैबिनेट की बैठक में भाग नहीं लेंगे। औन ने कहा कि उनकी अनुचित तरीके से आलोचना की जा रही है और उनका प्राधिकार कमजोर हुआ है, जबकि वह कैबिनेट की बैठक बुलाने के लिए दबाव भी नहीं बना सकते। उन्होंने कहा, ” सरकारी संस्थाओं को कमजारे बनाना आम बात हो गई है और इसके कारण देश को नुकसान पहुंच रहा है।” औन ने कहा कि लंबित समस्याओं से निपटने के लिए सरकार को जल्द से जल्द बैठक करनी चाहिए।

सोमवार, 27 दिसंबर 2021

10 अफ्रीकी देशों पर लगें प्रतिबंध हटें, सीमा संबंध

10 अफ्रीकी देशों पर लगें प्रतिबंध हटें, सीमा संबंध

अखिलेश पांडेय      सिंगापुर। सिंगापुर ने कोरोना वायरस के नए स्वरूप ओमीक्रोन के कारण 10 अफ्रीकी देशों पर लगाए प्रतिबंध हटा दिए हैं। जबकि प्राधिकारियों को आने वाले दिनों में संक्रमण के मामलों के तेजी से दोगुना होने की आशंका है। अब, जो यात्री पिछले 14 दिन में बोत्सवाना, इस्वातिनी, घाना, लेसोथो, मलावी, मोजाम्बिक, नामीबिया, नाइजीरिया, दक्षिण अफ्रीका और जिम्बाब्वे होते हुए सिंगापुर लौटेंगे, वे रविवार रात 11 बजकर 59 मिनट से देश के ‘श्रेणी चार’ सीमा संबंधी नियमों के दायरे में आएंगे। इन देशों से आने वाले यात्रियों को सिंगापुर के लिए रवाना होने से दो दिन पहले पीसीआर जांच करानी होगी और उनके यहां पहुंचने के बाद भी उनकी पीसीआर जांच की जाएगी। उन्हें 10 दिन पृथक-वास में रहना होगा। पृथक-वास की अवधि पूरी होने के बाद एक बार फिर पीसीआर जांच की जाएगी।

इससे पहले, इन देशों से आने वाले दीर्घावधि के पासधारकों और कम अवधि के लिए आने वाले लोगों को प्रवेश की अनुमति नहीं थी। वहीं, इन देशों से आने वाले सिंगापुर के नागरिकों और स्थायी निवासियों के लिए 10 दिन तक निर्धारित केंद्रों में पृथक रहना अनिवार्य था। इस बीच, स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि ओमीक्रोन स्वरूप की अधिक संक्रामकता को देखते हुए स्थानीय मामलों के फिर से बढ़ने की आशंका है। मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘आगामी दिनों और सप्ताहों में, हमें सामुदायिक स्तर पर (स्थानीय) मामले बढ़ने और इनके दोगुने होने की आशंका है।’’

इस बीच, समाचार पत्र ‘द स्ट्रेट्स टाइम्स’ ने कोविड-19 संबंधी कई मंत्रालयों के कार्य बल (एमएमटीएफ) के हवाले से बताया कि सिंगापुर ने कार्य पास, दीर्घकालीन पास और स्थायी निवास के आवेदनों की मंजूरी के लिए टीकाकरण को अगले साल एक फरवरी से अनिवार्य बना दिया है। ‘चैनल न्यूज एशिया’ ने मंत्रालय के हवाले से बताया कि यदि हर व्यक्ति टीकाकरण कराए, ‘बूस्टर’ खुराक ले, नियमित रूप से अपनी जांच कराए और संक्रमित पाए जाने पर स्वयं पृथक-वास में रहे, तो संक्रमण को फैलने से रोका जा सकता है।सिंगापुर में शनिवार तक ओमीक्रोन स्वरूप के 546 मामलों की पुष्टि हुई, जिनमें से 443 लोग विदेशों से आए हैं। सिंगापुर में रविवार को कोविड-19 के 209 नए मामले सामने आए। देश में संक्रमण से अभी तक 822 लोगों की मौत हो चुकी है और कुल 2,77,764 लोग संक्रमित पाए गए हैं।

पाकिस्तानी सियासत में बदलाव, स्क्रिप्ट तैयारी हुईं

सुनील श्रीवास्तव      इस्लामाबाद। पाकिस्तान की सियासत में एक बार फिर बड़े बदलाव की स्क्रिप्ट तैयार हो चुकी है। खबरों के मुताबिक, नवंबर 2019 से लंदन में रह रहे पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ नए साल 2022 के पहले महीने में मुल्क लौट रहे हैं। पाकिस्तान में फौज के समर्थन के बिना किसी सरकार का सत्ता में रहना नामुमकिन है। फौज ही तब्दीली के नाम पर इमरान को सत्ता में लाई, लेकिन वो पूरी तरह नाकाम रहे। मुल्क में उनके खिलाफ नफरत पैदा हो चुकी है। इमरान की कारगुजारियों की वजह से फौज की भी फजीहत हो रही थी। लिहाजा, बीच का रास्ता खोजा गया है। तीन साल से चुप पाकिस्तान का मेन मीडिया भी अब खुलकर नवाज की वापसी और इमरान के दिन लदने की खबरें देने लगा है। आइए इस पूरे मामले की तह तक चलते हैं।

सबसे पहले ये जान लेते हैं कि नवाज का जिक्र अचानक क्यों होने लगा? 3 दिन पहले पाकिस्तान के बड़े और गंभीर पत्रकार सलीम साफी ने एक ट्वीट किया। कहा- नवाज जनवरी 2022 में पाकिस्तान लौट रहे हैं। मुल्क की सियासत में बदलाव का वक्त है। इस ट्वीट को हर किसी ने गंभीरता से लिया, क्योंकि हालात भी कुछ इसी तरफ इशारा कर रहे थे। बाद में एक और सीनियर जर्नलिस्ट नजम सेठी ने कहा- सलीम साफी बिल्कुल सही कह रहे हैं। नवाज के मुल्क लौटने की स्क्रिप्ट पर काम 3 महीने से चल रहा हैं। दुनिया के ज्यादातर मुल्कों में फौज चुनी हुई सरकार के मातहत काम करती है। पाकिस्तान में बिल्कुल उल्टी गंगा बहती है। यहां फौज और आईएसआई सरकार बनाने और गिराने में सबसे अहम रोल प्ले करते हैं। नवाज को फौज के विरोध की वजह से कुर्सी गंवानी पड़ी थी। बदलाव के तौर पर इमरान को लाया गया। उन्हें यूटर्न और सिलेक्टेड प्राइम मिनिस्टर कहा जाता है। थक-हारकर फौज को फिर नवाज की तरफ ही देखना पड़ा।

अब इशारे समझें। सिर्फ तीन महीने पहले तक नवाज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अवाम से बात करते थे। इस दौरान फौज-ISI के अफसरों का नाम लेकर उनकी कारगुजारियां उजागर करते थे। फौज के सामने दोहरी मुसीबत आ गई। पहली- इमरान हर मोर्चे पर नाकाम हो गए। दूसरा- नवाज सीधा नाम ले-लेकर फौज पर हमले कर रहे थे। मुल्क में आर्मी और आईएसआई विलेन के तौर पर देखे जाने लगे। पाकिस्तान में दो ही बड़ी सियासी पार्टियां हैं। पाकिस्तान मुस्लिम लीग- नवाज और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी। अब इस फेहरिस्त में आप इमरान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ को भी गिन सकते हैं। लेकिन, सच्चाई ये है कि इमरान की पार्टी में 80% नेता वही हैं, जो पहले पीपीपी या पीएमएल-एन में रह चुके हैं। पीपीपी को सिर्फ सिंध प्रांत की पार्टी माना जाता है। बाकी सूबों में उसका असर-ओ-रसूख या फिर कहें जनाधार बेहद कम है। बेनजीर भुट्टो जैसा करिश्मा न तो आसिफ अली जरदारी में है और न उनके बेटे बिलावल भुट्टो जरदारी में। आसिफ अली जरदारी 66 साल के हैं, लेकिन काफी बीमार रहते हैं। बिलावल को मुल्क की सियासत में नौसिखिया समझा जाता है। लिहाजा, मुल्क हैंडल करने के लिहाज से मिसफिट माने जाते हैं।

पीएमएलएन के मुखिया नवाज हैं। भाई शहबाज शरीफ और बेटी मरियम नवाज दोनों पॉलिटिकली मैच्योर और एक्टिव हैं। इमरान और फौज के सामने उन्होंने घुटने नहीं टेके। दोनों के कई केसों में फंसाया भी गया। पाकिस्तान की फौज हो या सियासत, दोनों के बारे में एक बात मशहूर है कि इनमें 80 से 90% लोग पंजाब प्रांत के होते हैं सिर्फ पंजाब ही नहीं, मुल्क के दूसरे हिस्सों में ताकतवर है। नवाज तो आज भी पाकिस्तान के सबसे मशहूर नेता हैं। नजम सेठी के मुताबिक- पाकिस्तान में सत्ता परिवर्तन दो हिस्सों में होगा। मुमकिन है कि इमरान को फरवरी या मार्च तक कुर्सी छोड़ने पर मजबूर किया जाए। बचा हुए कार्यकाल के लिए पीटीआई का ही कोई और चेहरा लाया जाए। ये विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी हो सकते हैं। वो फौज के भी लाड़ले हैं। अगले साल वैसे भी जनरल इलेक्शन होने हैं। इसके बाद नवाज, शहबाज या मरियम में से किसी को पीएम बनाया जाए। नवाज का नाम यहां भी सबसे आगे है। इसके लिए वो मुल्क लौटकर कुछ वक्त जेल में गुजारेंगे। फौज और अदालत मिलकर उनके केस खत्म कराएंगे और फिर सत्ता में वापसी का रास्ता साफ हो जाएगा। इमरान को खतरे का अंदाजा है। पिछले हफ्ते के आखिर में इमरान ने कैबिनेट मीटिंग की। इसकी खबरें लीक हो गईं। इनके मुताबिक, मीटिंग में इमरान ने साफ कहा था कि एक करप्ट लीडर को चौथी बार मुल्क का वजीर-ए-आजम बनाने की तैयारियां हो रही हैं।

एक बात और हुई और उसका जिक्र बेहद जरूरी है। दरअसल, पिछले दिनों इमरान और पीटीआई के गढ़ खैबर-पख्तूनख्वा में लोकल बॉडी इलेक्शन हुए। पूरे राज्य में पीटीआई एक मेयर की सीट भी नहीं जीत सकी। हार से गुस्साए इमरान ने कहा- अगली बार मैं खुद कैम्पेन करने जाऊंगा। बहरहाल, सियासी जानकारों ने कहा- मुल्क के हालात इतने खराब हैं कि पीटीआई के वर्कर्स को गांव और गलियों में घुसने तक नहीं दिया जा रहा।

'ओमिक्रोन' के केस में बढ़ोतरी, भय का माहौल: यूएसए

अखिलेश पांडेय         वाशिंगटन डीसी। जब से कोरोना के नये वेरिएंट  का पता चला है। तब से लोगों के मन में इसे लेकर लगातार भय का माहौल बना ही हुआ है। अमेरिका में लगातार कोरोना के ओमिक्रोन वेरिएंट के केस में बढ़ोत्तरी देखी जा रही है। ओमिक्रोन वेरिएंट पर बात करते हुए व्हाइट हाउस ने बताया कि ओमिक्रोन बड़ी संख्या में बच्चों को संक्रमित कर रहा है। इसके कारण बड़ी संख्या में बच्चों को अस्पताल में भर्ती करना पड़ रहा है। पिछले कुछ दिनों में न्यूयॉर्क में 18 साल से कम उम्र के बच्चों के अस्पताल में भर्ती होने की संख्या 4 गुना तक बढ़ी है।

इसके साथ ही अमेरिका के हेल्थ विभाग ने बताया कि इन भर्ती होने वाले बच्चों में 5 साल से कम उम्र के 50 प्रतिशत से ज्यादा बच्चे हैं जिन्हें फिलहाल अमेरिका (America) में वैक्सीन नहीं लगाई जा रहा है। के द्वारा जारी किए गए डेटा के अनुसार अमेरिका में करीब 1,90,000 तक रोज नये कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि क्रिसमस और न्यू ईयर के इस फेस्टिव सीजन में संक्रमण का दर और तेजी से बढ़ सकता है। अमेरिका के महामारी एक्सपर्ट डॉ. एंथनी फाउचीने कहा कि अमेरिका में टेस्टिंग की रफ्तार कम है जिसे कुछ ही दिनों में कई गुना तक बढ़ा दिया जाएगा। डॉ. एंथनी फाउची ने ओमिक्रोन वेरिएंट पर बात करते हुए कहा कि हमें इस समय बहुत ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है। इसके लिए हर जरूरी कदम उठाने की आवश्यकता है। कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए अमेरिका में कई फ्लाइट्स को कैंसल किया जा रहा है क्योंकि बहुत से फलाइट अटेंडेंट अभी संक्रमित हैं। उन्होंने यह भी कहा कि ओमिक्रोन वेरिएंट को डेल्टा के मुकाबले कम खतरनाक माना जा रहा है। लेकिन इसके फैलने की रफ्तार डेल्टा से कहीं ज्यादा है। अगर मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ती है तो यह हेल्थ सिस्टम पर बहुत ज्यादा दबाव बढ़ाएगा जिससे यह बड़ी परेशानी का कारण बन सकता है।



रविवार, 26 दिसंबर 2021

चीन का कई देशों से गतिरोध, युद्ध का दौर जारी

चीन का कई देशों से गतिरोध, युद्ध का दौर जारी
अखिलेश पांंडेय      वाशिंगटन डीसी। वर्ष 2021 समाप्‍त होने में थोड़े दिन शेष हैं। पूरे वर्ष अमेरिका और चीन के बीच एक नया शीत युद्ध का दौर चलता रहा। इस वर्ष भारत समेत चीन का कई देशों के साथ सीमा गतिरोध जोरों पर रहा है। ऐसे में सवाल उठता है क‍ि क्‍या नए वर्ष में चीन और अमेरिका के बीच संबंधों में नरमी आएगी या चीन अमेरिका के बीच गतिरोध और बढ़ेगा ? आखिर किस दिशा में अमेरिका और चीन के संबंध जाएंगे ? क्‍या टी-2 को लेकर दोनों देशों के बीच जंग के आसार बनेंगे? बाइडन का चीन के प्रति क्‍या रवैया होगा? क्‍या नए वर्ष में भी बाइडन प्रशासन का तिब्‍बत और ताइवान एजेंडा बना रहेगा? तिब्‍बत और ताइवान को लेकर चीन का क्‍या स्‍टैंड होगा? ऐसे कई सवाल हैं जो आपके मन में भी कौंध रहे होंगे। आइए जानते हैं कि आखिर विशेषज्ञों की इस पर क्‍या राय है। प्रो. हर्ष वी पंत का कहना है कि नए वर्ष में चीन और अमेरिका के संबंधों में कोई नया बदलाव आने वाला नहीं है। हालांकि, ओमिक्रोन वायरस के प्रकोप को देखते हुए दोनों देशों का जोर अपनी आंतरिक व्‍यवस्‍था को ठीक करने पर होगा। खासकर आर्थिक मोर्चे पर चुनौतियों से निपटने की व्‍यस्‍तता होगी। उन्‍होंने कहा कि जहां तक सवाल अमेरिका और चीन के संबंधों का है तो बाइडन प्रशासन ने तिब्‍बत का राग छेड़कर यह संकेत दे दिया है कि उनके पास ड्रैगन के खिलाफ मोर्चा खोलने के और भी कई मुद्दे हैं।
प्रो. पंत का कहना है कि बाइडन प्रशासन ने बहुत चतुराई से तिब्‍बत का मुद्दा छेड़कर चीन का ध्‍यान ताइवान की और से हटाना चाहा है। बाइडन प्रशासन ऐसे कई मोर्चों पर चीन का ध्‍यान बांटना चाहता है। इसमें तिब्‍बत के साथ उइगर मुस्लिमों की समस्‍या भी शामिल है। बाइडन प्रशासन इस जुगत में हैं कि चीनी राष्‍ट्रपति चिनफ‍िंग का ध्‍यान ताइवान से ज्‍यादा तिब्‍बत और चीन में उइगर मुस्लिमों की ओर खींचा जाए। इन मसलों को लेकर दोनों देशों के बीच एक नए तरह का शीत युद्ध शुरू हो सकता है।
उन्‍होंने कहा कि बाइडन प्रशासन अपने इसी टी-2 प्लान के तहत तिब्बत के लिए उजरा जेया को नया वार्ताकार नियुक्त किया है। उजरा को यह जिम्‍मेदारी सौंपी गई है कि वह तिब्बत की धार्मिक नेता दलाई लामा या उनके प्रितिनिधियों और चीन सरकार के बीच वार्ता करवाएं, ताकि तिब्बत की धार्मिक और जातीय पहचान व अधिकारों को बचाने वाला समाधान निकाला जा सके। बता दें कि दलाई लामा के प्रतिनिधियों और चीनी सरकार के बीच वर्ष 2010 के बाद कोई औपचारिक वार्ता भी नहीं हुई है। यानी वर्ष 2013 से चीन की सत्ता में मौजूद वर्तमान राष्ट्रपति शी चिनफ‍िंग के कार्यकाल में दोनों पक्ष बातचीत की टेबल पर नहीं मिले हैं।
प्रो. पंत का कहना है कि अमेरिका कभी भी चीन के साथ किसी तरह का सैन्‍य मुठभेड़ नहीं चाहेगा। हां, कूटनीतिक मोर्चे पर चीन के खिलाफ बाइडन प्रशासन अपनी एक ठोस रणनीति जरूर बनाएगा। इस वर्ष भी दोनों देशों के बीच कूटनीतिक जंग के तेज होने के आसार हैं। कूटनीतिक मोर्चे पर बाइडन प्रशासन ने अपना एजेंडा सेट कर लिया है। इसलिए चाहे ताइवान का मसला हो या तिब्‍बत का दोनों मोर्चे पर कूटनीतिक जंग के ज्‍यादा आसार हैं। बाइडन का लोकतांत्रिक देशों का सम्‍मेलन इसी कड़ी के रूप में देखा जाना चाहिए। ऐसा करके बाइडन प्रशासन ने संकेत दिया है कि भविष्‍य में दोनों देशों के बीच वैचारिक जंग और तेज होगी।
अमेरिकी प्लान का दूसरा अहम मोर्चा ताइवान।
 हिंद-प्रशांत के क्षेत्र में अपनी सैन्य मौजूदगी और रणनीतिक सक्रियता बढ़ा चुका अमेरिका ताइवान के बहाने चीन पर तीर तानने का अवसर नहीं गंवाना चाहता। प्रो. पंत का कहना है कि ताइवान, अमेरिका और चीन के बीच टकराव का बड़ा कारण बन सकता है। यदि ऐसा होता है कि क्वाड की चौकड़ी में अमेरिका का अहम साझेदार और हिंद महासागर में बड़ी ताकत रखने वाले भारत की भूमिका को नजरअंदाज करना मुमकिन नहीं होगा। यही वजह है कि अमेरिका इन दिनों ताइवान के हितों की हिफाजत का हवाला देते हुए बीजिंग पर निशाना साध रहा है। अमेरिकी योजना का दूसरा अहम मोर्चा ताइवान।
चीन की नाकेबंदी में अमेरिकी योजना का दूसरा अहम मोर्चा ताइवान है। अमेरिका यह पहले ही साफ कर चुका है कि वो ताइवान के खिलाफ चीन की किसी भी कार्रवाई का जवाब देगा। इतना ही नहीं जापान, दक्षिण कोरिया जैसे अहम पूर्वी एशियाई देश भी ताइवान के हितों की हिफाजत की तरफदारी जता चुके हैं। उधर, चीन अपनी वन-चाइना पालिसी की दुहाई देते हुए ताइवान में किसी भी विदेशी दखल का विरोध करता है। चीन के लड़ाकू विमान ताइवान के आसमान में उड़ान भरते नजर आते हैं।
2022 में चुनावी लकीर को बड़ा करने की कोशिश
हिंद-प्रशांत के इलाके से लेकर हिमालय तक टी-2 के दोनों मोर्चे ऐसे वक्त गर्मा रहे हैं, जब चिनफ‍िंग 2022 में अपनी चुनावी लकीर को बड़ा करने की कोशिश में जुटे हैं। वर्ष 2018 में राष्ट्रपति के कार्यकाल की समय सीमा का प्रावधान खत्म किए जाने के बाद उनका प्रयास 20वीं पार्टी कांग्रेस बैठक में अगला कार्यकाल हासिल करने का होगा। मगर, तिब्बत से लेकर ताइवान के मोर्चे पर टकराव और हांगकांग से लेकर आर्थिक स्तर पर मौजूद चुनौतियां राष्ट्रपति शी के जीवन प्रयत्न राष्ट्रपति के सपने को तोड़ भी सकते हैं।
5 मिलियन खुराक भेजने की घोषणा की: अमेरिका

सुनील श्रीवास्तव      वाशिंगटन डीसी। दुनिया भर में कोरोना वायरस के खिलाफ जंग लड़ी जा रही है। वायरस के खिलाफ टीकाकरण एक बड़ी सुरक्षा है। संयुक्त राज्य अमेरिका ने पाकिस्तान को  एक बड़ी राहत दी है। यूएस ने कौवेक्स सुविधा के माध्यम से पाकिस्तान को फाइजर के कोरोना वायरस वैक्सीन की अतिरिक्त पांच मिलियन खुराक भेजने की घोषणा की है।

द एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने अमेरिकी दूतावास के बयान के हवाले से कहा, 'संयुक्त राज्य अमेरिका ने सांता को जीवन रक्षक फाइजर कोविड -19 टीकों की अतिरिक्त 5 मिलियन खुराक पाकिस्तान में लाने के लिए कहा, जो कि छुट्टियों के समय में पाकिस्तान में है।' क्रिसमस के तोहफे के रूप यह सौगात से कम नहीं है। दूतावास ने कहा कि दान '25 दिसंबर को क्रिसमस के दिन या उसके तुरंत बाद आना चाहिए, जिससे अमेरिकी सरकार द्वारा पाकिस्तानी लोगों को दान किए गए टीकों की कुल संख्या 37 मिलियन से अधिक हो जाएगी।

भारत सरकार के खिलाफ मुकदमें वापस लियें: बिट्रेन

अखिलेश पांडेय      ब्रासिलिया। ब्रिटेन की केयर्न एनर्जी पीएलसी ने अमेरिका और अन्य जगहों पर रेट्रो कर मामले में भारत सरकार और उसकी संस्थाओं के खिलाफ मुकदमे वापस ले लिए हैं। कंपनी पेरिस और नीदरलैंड में मुकदमे वापस लेने के अंतिम चरण में है। ये मुकदमे रेट्रो कर यानी पिछली तिथि से लागू कर के खिलाफ किए गए थे। कंपनी ने सरकार के साथ रेट्रो कर लगाने के सात साल पुराने विवाद का निपटारा करते हुए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई न्यायालयों में दायर मुकदमों को वापस लेने के लिए कार्यवाही शुरू की है। भारत सरकार केयर्न को करीब 7,900 करोड़ रुपये लौटाएगी। इससे पहले एक अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता अदालत ने पिछली तिथि से कर के फैसले को उलट दिया था और भारत को आदेश दिया था कि वह वसूले गए कर को वापस करे। मामले की जानकारी रखने वाले दो सूत्रों ने कहा कि 26 नवंबर को केयर्न ने मॉरीशस में किए गए मुकदमे को वापस ले लिया और सिंगापुर, ब्रिटेन और कनाडा की अदालतों में मुकदमे वापस लिए गए।

केयर्न ने 15 दिसंबर को भारत सरकार से बकाया धन की वसूली के लिए एयर इंडिया की संपत्ति को जब्त करने के लिए न्यूयार्क की एक अदालत में किए गए मुकदमे को वासप ले लिया। इसी दिन ऐसा ही कदम वाशिंगटन की एक अदालत में उठाया गया। सूत्रों ने कहा कि फ्रांस की एक अदालत में ऐसा ही एक महत्वपूर्ण मुकदमा वापसी के अंतिम चरण में है, जिसमें केयर्न की याचिका पर भारतीय संपत्तियों को कुर्क करने का आदेश जारी किया गया था। इस संबंध में अगले दो दिनों में कागजी कार्रवाई पूरी होने की उम्मीद है।

सूत्रों ने कहा कि नीदरलैंड में भी एक मुकदमे को वापस लेने की कागजी कार्रवाई अंतिम चरण में है। केयर्न एनर्जी पीएलसी ने पिछले महीने कहा था कि पिछली तिथि से कर लगाने से पैदा हुए विवाद के निपटारे के लिए भारत सरकार की पेशकश को उसने स्वीकार कर लिया है, जिसके बाद मुकदमे वापस लेने पर सहमति बनी।


शनिवार, 25 दिसंबर 2021

मलेशिया: बाढ़ से मरने वालों की संख्या-41 हुईं

मलेशिया: बाढ़ से मरने वालों की संख्या-41 हुईं
अखिलेश पांडेय     
कुआलालंपुर। मलेशिया में बाढ़ से मरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 41 हो गई है। जबकि आठ लोग अभी भी लापता हैं। पुलिस ने बताया कि इससे पहले यह रिपोर्ट आई थी कि बाढ़ में 27 लोगों की मौत हो गई है। वर्तमान में बाढ़ में 26 पुरुषों, 13 महिलाओं और दो बच्चों की मौत हो गई है। 
द स्टार अखबार ने पुलिस महानिरीक्षक तेन एक्रिल सानी अब्दुल्लाह सानी के हवाले से बताया कि मरने वाले 41 लोगों में 25 सेलांगर, 15 पहांग के रहने वाले और एक व्यक्ति केलांतन का रहने वाला है।

राष्ट्रपति की जांच रिपोर्ट में संक्रमण की पुष्टि: यूएसए

सुनील श्रीवास्तव      वाशिंगटन डीसी। अमेरिका की उप राष्ट्रपति कमला हैरिस की कोरोना वायरस जांच रिपोर्ट में संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई है। दरअसल हैरिस इस सप्ताह की शुरुआत में अपने एक सहयोगी के संपर्क में आई थीं, जो बाद में संक्रमित पाए गए। उप राष्ट्रपति के कार्यालय ने यह जानकारी दी। हैरिस फिलहाल लॉस एंजिलिस में छुट्टियां बिता रही हैं।

उन्हें बताया गया था कि जो सहयोगी मंगलवार को उनके साथ काफी देर तक था, वह संक्रमित पाया गया है, इसके बाद हैरिस ने बुधवार को अपनी जांच कराई थी। उनके कार्यालय ने कहा कि हैरिस की शुक्रवार को दोबारा जांच की जाएगी। हालांकि उनकी दो जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई हैं। हैरिस का पूर्ण टीकाकरण हो चुका है और उन्होंने बूस्टर खुराक भी ली है और व्हाइट हाउस कोविड-19 प्रोटोकॉल के तहत उनकी नियमित जांच होती है।

सऊदी: विद्रोहियों के हमलें में 2 की मौंत, 7 घायल हुए

अखिलेश पांडेय      रियाद। सऊदी अरब के दक्षिणी सीमावर्ती शहर जिजान में शुक्रवार देर रात यमन के विद्रोहियों के हमले में दो लोगों की मौत हो गयी और सात अन्य घायल हो गए। सऊदी अरब की सरकारी मीडिया ने यह जानकारी दी। आधिकारिक सऊदी प्रेस एजेंसी द्वारा प्रकाशित बयान के अनुसार, यमन के हूती विद्रोहियों ने एक प्रक्षेपास्त्र दागा। जिसमें सऊदी अरब और यमन के एक-एक व्यक्ति की मौत हो गयी। घायलों में से छह सऊदी अरब के हैं और एक बांग्लादेशी नागरिक है।

हमले में आसपास की कारों और दुकानों को भी नुकसान पहुंचा। यमन में शिया हूती विद्रोहियों के लंबे समय से चल रहे गृह युद्ध में यह ताजा सीमा पार हमला है। इससे पहले सऊदी अरब की अगुवाई वाली गठबंधन सेना ने यमन में विद्रोहियों के कब्जे वाले राजधानी सना पर कई हवाई हमले किए थे। इससे पहले शुक्रवार को सऊदी अरब ने सना में हवाई हमले किए थे और शहर के केंद्र के समीप सेना के एक शिविर को निशाना बनाया था।

एजियन सागर में पलटीं नौका, 13 लोगों की मौंत

सुनील श्रीवास्तव       एथेन्स एजियन सागर में शुक्रवार देर रात शरणार्थियों की एक नौका के पलट जाने से कम से कम 13 लोगों की मौत हो गई और इसी के साथ यूनानी जल क्षेत्र में शरणार्थियों को ले जा रही नौकाओं संबंधी हालिया तीन हादसों में कम से कम 27 लोगों की मौत हो गई। यूनान में पूर्वी एजियन द्वीप पर भारी गश्त की जाती है, क्योंकि यह द्वीप वर्षों तक शरणार्थी संकट से जूझता रहा है। ऐसे में तस्कर इसके बजाए तुर्की से इटली का मार्ग चुन रहे हैं, जो अत्यधिक खतरनाक है और इसी कारण हाल में ये हादसे हुए।

तटरक्षक बल ने बताया कि मध्य एजियन में पारोस द्वीप से करीब आठ किलोमीटर दूर शुक्रवार देर रात नौका पलट जाने के बाद 62 लोगों को बचाया गया। हादसे में जीवित बचे लोगों ने तटरक्षक बल को बताया कि पोत पर करीब 80 लोग सवार थे। प्राधिकारियों ने बताया कि तटरक्षक बल की पांच नौकाओं, नौ निजी पोतों, एक हेलीकॉप्टर, एक सैन्य विमान और तटरक्षक बल के गोताखोरों ने रात भर बचाव अभियान में भाग लिया। इससे पहले, एंटीकिथेरा द्वीप के पास एथेंस से करीब 235 किलोमीटर (145 मील) दक्षिण में एक चट्टानी टापू से एक नौका के बृहस्पतिवार को टकरा जाने से 11 लोगों की मौत होने की पुष्टि हुई। इसके अलावा, शुक्रवार को यूनानी पुलिस ने दक्षिणी पेलोपोनेसे द्वीप में एक नौका के दिखने के बाद तीन लोगों को तस्करी के आरोपों में गिरफ्तार किया और 92 शरणार्थियों को हिरासत में लिया।

यूनान में फोलेगैंड्रोस के साइक्लेडिक द्वीप के दक्षिण में बुधवार को एक नौका के डूब जाने के बाद कई शरणार्थियों के लापता हो जाने की आशंका के मद्देनजर तलाश एवं बचाव अभियान तीसरे दिन भी जारी है। इस हादसे में कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई। इस हादसे में 13 लोगों को बचा लिया गया है। हादसे में बचे लोगों का कहना है कि 17 लोग लापता हैं।

अमेरिका: 100 से अधिक गाड़ियों की टक्कर, मौंत

अखिलेश पांडेय       वाशिंगटन डीसी। संयुक्त राज्य अमेरिका के विस्कॉन्सिन में स्टेटहाईवे-94 पर बर्फीली बारिश के कारण खतरनाक स्थिति बन गई। बर्फीली बारिश की वजह से स्टेट हाईवे इतनी ज्यादा पिसलन भरी हो गई, कि एक के बाद एक गाड़ियों की टक्कर होने लगी और देखते ही देखते सौ से ज्यादा गाड़ियों की भीषण टक्कर हो गई। विस्कॉन्सिन पुलिस के मुताबिक, बर्फीली सड़क की स्थिति के कारण पश्चिम-मध्य विस्कॉन्सिन में कई वाहन दुर्घटना का शिकार हुई हैं और गाड़ियों की टक्कर हुई हैं। विस्कॉन्सिन स्टेट पेट्रोल पुलिस ने कहा कि, "बर्फ़ीली बारिश ने सुबह सुबह सड़क को काफी ज्यादा खतरनाक बना दिया था और ड्राइवर्स के लिए गाड़ी को कंट्रोल में रखना काफी मुश्किल हो गया था।" रिपोर्ट के मुताबिक, हादसों का ये सिलसिला रात करीब 10 बजकर 40 मिनट पर शुरू हुआ था और सबसे पहले ट्रैक्टर और ट्रोलों की आपस में टक्कर होनी शुरू हई और फिर देखते ही देखते 100 से ज्यादा गाड़ी आपस में टकराते चले गये। गाड़ियों की भीषण टक्कर के बाद स्टेट हाईवे को 40 किलोमीटर पहले ही बंद कर दिया गया।

टक्कर की वजह से लगी आग माइक ऑलसेन, जो हाईवे-94 पर गाड़ी चला रहे थे, उन्होंने सीएनएन को बताया कि सड़क की स्थिति बहुत बर्फीली थी और गाड़ी को नियंत्रण में करना काफी मुश्किल हो रहा था। और फिर हादसों का सिलसिला इतनी तेजी से शुरू हो गया, कि किसी को कुछ समझ नहीं आ रहा था। ऑलसेन ने घटना का एक वीडियो भी शूट किया है, जिसमें ट्रैक्टरों और ट्रेलरों का ढेर और राजमार्ग पर आग लगी देखी जा रही है। विस्कॉन्सिन के गवर्नर टोनी एवर्स ने राज्य के लोगों से यात्रा के दौरान सावधानी बरतने की अपील की है। गवर्नर एवर्स ने अपने आधिकारिक ट्विटर पर पोस्ट किया, "दोस्तों, पश्चिमी विस्कॉन्सिन सहित कुछ और सड़कों पर काफी खतरनाक स्थिति बन गई है और दुर्भाग्य से कुछ बड़ी दुर्घटनाएं हुई हैं, ऐसे में अगर आप आज यात्रा कर रहे हैं, तो पूरी तरह सावधान होकर यात्रा करें।

शुक्रवार, 24 दिसंबर 2021

पैसेंजर फेरी में आग लगने से 36 की मौंत

पैसेंजर फेरी में आग लगने से 36 की मौंत
अखिलेश पांडेय     
ढाका। बांग्लादेश में शुक्रवार को एक पैसेंजर फेरी में आग लगने से कम से कम 36 लोगों की मौत हो गई और करीब 200 अन्य घायल हो गए। ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, दुर्घटना झलकाठी में सुगंधा नदी पर बरगुना जाने वाले एमवी अभिजन -10 पर हुई।
पुलिस और दमकल कर्मियों के अनुसार तड़के करीब तीन बजे जब फेरी दपडापिया इलाके में पहुंची तो उसमें आग लग गई। स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा है कि मरने वालों की संख्या बढ़ने की संभावना है क्योंकि कुछ घायलों को गंभीर चोटें आई हैं।
बीडीन्यूज 24 की रिपोर्ट के अनुसार, झलकाठी के उपायुक्त मोहम्मद जोहोर अली ने कहा कि बरिशल के शेर-ए-बांग्ला मेडिकल कॉलेज अस्पताल में 70 लोगों को भर्ती कराया गया है।
बीडीन्यूज- 24 की रिपोर्ट में कहा गया है कि करीब तीन घंटे तक लगी आग के बीच कई यात्रियों ने अपनी जान बचाने के लिए नदी में छलांग लगा दी। बरिशल दमकल सेवा के उप निदेशक कमल हुसैन भुइयां ने कहा कि अधिकारियों को संदेह है कि आग नाव के इंजन कक्ष में लगी होगी। दमकल की पांच इकाइयां बचाव अभियान चला रही हैं, लेकिन नदी पर घने कोहरे के कारण प्रयास जटिल हो गया है।

अत्याधुनिक हथियार विकसित कर रहें 'रूस व चीन'
सुनील श्रीवास्तव        मास्को। रूस और चीन की बड़ी साझेदारी सामने आई है। दोनों देश मिलकर अत्याधुनिक हथियार विकसित कर रहे हैं। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने गुरुवार को यह जानकारी दी। पुतिन ने कहा, दोनों देश एक उच्च तकनीक वाले हथियार के विकास के लिए मिलकर काम कर रहे हैं। हमारा सहयोग विमानन के अलावा अंतरिक्ष के क्षेत्र में भी है। साथ ही साथ दोनों देशों के सशस्त्र बलों में भी सहयोग बढ़ रहा है।
इस बड़ी साझेदारी की जानकारी देते हुए राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि रूस 2060 के बाद चीन को ऊर्जा संसाधनों की आपूर्ति करने के लिए भी तैयार है। उन्होंने आगे बताया कि, दोनों देश परमाणु ऊर्जा, उच्च तकनीक सहित सभी क्षेत्रों में मिलकर काम करना जारी रखेंगे। मिलकर काम करने से दोनों देशों के लोगों को फायदा होगा। चीन में होने जा रहे विंटर ओलिंपिक खेलों का अमेरिका समेत कई अन्य देशों द्वारा बहिष्कार करने के मुद्दे पर उन्होंने कहा, कोई भी देश चीन के विकास को रोक नहीं सकता।

इंसान के शरीर में नया अंग खोजा, जबड़े पर रिसर्च 
अखिलेश पांडेय        जेनेवा। इंसान के शरीर में एक नया अंग खोजा गया है। इससे पहले इस अंग की डिटेल स्टडी कभी नहीं की गई थी। यह अंग हमारे निचले जबड़े के आखिरी छोर पर स्थित है। जिसकी मदद से हमारा जबड़ा हिलता है। यह मैसेटर के अंदर मौजूद मांसपेशी की गहरी परत है।
यह निचले जबड़े को चबाते समय ऊपर-नीचे हिलाने में मदद करती है। आधुनिक शरीर रचना विज्ञान की किताबों में लिखा गया है कि मैसेटर मांसपेशियों में दो परत होती है। एक गहरी और दूसरी छद्म। लेकिन कुछ ऐतिहासिक मेडिकल दस्तावेजों में इस बात का जिक्र था कि मैसेटर में मांसपेशियों की एक तीसरी परत भी हो सकती है। लेकिन उसके पोजिशन यानी स्थान को लेकर कोई जानकारी नहीं दी गई थी।

गुरुवार, 23 दिसंबर 2021

अमेरिकी: 'कोरोना' विरोधी वैक्सीन को मंजूरी दीं

अमेरिकी: 'कोरोना' विरोधी वैक्सीन को मंजूरी दीं
अखिलेश पांडेय        
वाशिंगटन डीसी। अमेरिकी स्वास्थ्य नियामकों ने बुधवार को एक कोविड-19 रोधी दवा को मंजूरी दी। जिसे राष्ट्रपति जो बाइडन ने वैश्विक महामारी से निपटने की दिशा में एक ”महत्वपूर्ण कदम” बताया है। यह दवा ‘फाइज़र’ की एक गोली है। जिसे अमेरिका के लोग संक्रमण के खतरनाक असर से बचने के लिए घर पर ही ले पाएंगे।
बाइडन ने कहा कि उनका प्रशासन दवा का सामान वितरण सुनिश्चित करने के लिए भी कदम उठाएगा। यह ‘पैक्सलोविड’ दवा संक्रमण की चपेट में आते ही उससे निपटने का एक बेहतर तरीका है, हालांकि इसकी प्रारंभिक आपूर्ति बेहद सीमित होगी। संक्रमण से निपटने के लिए अब तक जिन दवाओं को अधिकृत किया गया है। उन सभी के लिए आईवी या इंजेक्शन की जरूरत होती है। वहीं, ‘मर्क’ दवा कम्पनी की भी एक संक्रमण रोधी गोली को जल्द ही अधिकृत किया जा सकता है।
हांगकांग विश्वविद्यालय में बनें स्मारक हटें, आदेश

सुनील श्रीवास्तव       बीजिंग। चीन में लोकतंत्र के समर्थन में प्रदर्शन के दौरान 1989 में तियेन आन मेन चौराहे पर हुए नरसंहार की याद में हांगकांग विश्वविद्यालय में बने एक स्मारक को बृहस्पतिवार तड़के विश्वविद्यालय के आदेश पर हटा दिया गया। इस आठ मीटर ऊंचे स्तंभ ‘पिलर ऑफ शेम’ में 50 लोगों के क्षत-विक्षत शवों को एक-दूसरे के ऊपर पड़ा हुआ प्रदर्शित किया गया है। इसे डेनमार्क के मूर्तिकार जेन्स गाल्सियोट ने बीजिंग में चार जून, 1989 को तियेन आन मेन चौराहे पर लोकतंत्र के समर्थन में प्रदर्शन के दौरान हिंसक सैन्य कार्रवाई में मारे गए लोगों की याद में बनाया था। लेकिन अक्टूबर में यह स्मारक विवाद का विषय बन गया। क्योंकि विश्वविद्यालय इसे हटाने की मांग करने लगा। जबकि मानवाधिकार समूहों ने इस फैसले की निंदा की।

वहीं, गाल्सियोट ने इसे डेनमार्क वापस ले जाने की पेशकश की लेकिन अब तक वह इसमें सफल नहीं हो पाए। बुधवार रात हांगकांग विश्वविद्यालय में स्मारक के आसपास अवरोधक लगा दिए गए और वहां से ड्रिलिंग की आवाजें सुनी जा सकती थी और सुरक्षाकर्मी गश्त कर सुरक्षा प्रदान कर रहे थे। अक्टूबर में, विश्वविद्यालय ने अब निष्क्रिय हो चुके ‘हांगकांग अलायंस इन सपोर्ट ऑफ पेट्रियोटिक डेमोक्रेटिक मुवमेंट्स ऑफ चाइना’ को इसकी सूचना दी थी। यह समूह तियेन आन मेन चौराहा हिंसा की घटना को लेकर कार्यक्रम आयोजित करता है। विश्वविद्यालय का कहना था कि वह इस स्मारक को ‘हालिया जोखिम आकलन और कानूनी सलाह’ पर हटा रहा है। इस पर भंग हो चुके समूह का जवाब था कि यह स्तंभ उनका नहीं है और इस बारे में बेहतर है कि विश्वविद्यालय इसे बनाने वाले से बात करे।

ऑस्ट्रेलिया: लॉकडाउन लगाने की याचिका खारिज की 

अखिलेश पांडेय         सिडनी। ऑस्ट्रेलिया में कोविड-19 के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। जबकि प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने वायरस के नए स्वरूप ओमिक्रोन के प्रसार को रोकने के लिए लॉकडाउन लगाने या मास्क पहनना अनिवार्य करने जैसी पाबंदियां लगाने की याचिका खारिज कर दी है। ऑस्ट्रेलिया में बुधवार को सर्वाधिक 5,715 नए मामले न्यू साउथ वेल्स में सामने आए और संक्रमण से एक व्यक्ति की मृत्यु भी हुई। न्यू साउथ वेल्स में 347 लोग अस्पताल में भर्ती हैं और 45 मरीज आईसीयू में हैं, जबकि एक दिन पहले अस्पताल में 302 मरीज भर्ती थे। विक्टोरिया राज्य में भी संक्रमण के मामले बढ़े हैं। यहां बृहस्पतिवार को संक्रमण के 2,005 नए मामले सामने आए और 10 लोगों की संक्रमण से मौत हुई।

मॉरिसन ने बुधवार को ऑस्ट्रेलिया के राज्यों और क्षेत्रों के नेताओं के साथ बैठक की। इसके बाद, उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि लॉकडाउन लगाने और मास्क पहनने को अनिवार्य बनाने पर विचार नहीं किया जा रहा है। टीके की दूसरी खुराक और ‘बूस्टर’ खुराक के बीच के समय को कम करना है या नहीं, यह निर्णय ऑस्ट्रेलिया के टीकाकरण संबंधी तकनीकी सलाह समूह पर छोड़ दिया गया है।

मॉरिसन ने कहा, ” मेरी अपील है कि संयम रखें, अपनी ‘बूस्टर’ खुराक लें, क्रिसमस के दौरान कोविड-19 संबंधी नियमों का पालन करें। ” वहीं, न्यू साउथ वेल्स के प्रमुख डोमिनिक पेरोटेट ने बुधवार की बैठक के बाद कहा कि उनकी सरकार ‘रैपिड एंटीजन’ जांच बढ़ाने और उसे सस्ता करने के लिए काम कर रही है। पहले इस तरह की जांच बहुत कम और महंगी होती थी।

'फाइजर' की पैक्सलोविड टैबलेट को मंजूरी: अमेरिका

सुनील श्रीवास्तव        वाशिंगटन डीसी। कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में फाइजर की पैक्सलोविड टैबलेट को भी मंजूरी मिल गई है। अमेरिका के फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने बुधवार को फाइजर की इस गोली के इस्तेमाल को हरी झंडी दिखा दी। अब 12 साल या उससे ऊपर उच्च जोखिम वाले लोगों के कोविड इलाज के दौरान पैक्सलोविड टैबलेट का इस्तेमाल किया जा सकेगा। हालांकि अभी भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से इस टैबलेट के ग्रीन सिग्नल का इंतजार बाकी है। यूएस फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने बुधवार को फाइजर की कोविड की गोली को 12 साल और उससे अधिक उम्र के उच्च जोखिम वाले लोगों के लिए मंजूरी दे दी है। ये महामारी में एक प्रमुख मील का पत्थर है जो लाखों लोगों को इलाज की अनुमति देगा। अमेरिका ने पैक्सलोविड नामक टैबलेट को मंजूरी दे दी है। इससे जोखिम वाले लोगों में भी मौत के कम खतरे का दावा किया गया है।

एफडीए वैज्ञानिक पैट्रिजिया कैवाजोनी ने कहा, “दुनिया के कई देशों में महामारी का स्वरूप बन चुके कोरोना वायरस के उपचार के लिए एक टैबलेट सफलता पूर्वक बना ली गई है। कोरोना के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में ये ऐतिहासिक कदम है।” इस टैबलेट को अमेरिकी कंपनी फाइजर ने बनाया है। इसका नाम पैक्सलोविड रखा गया है। फाइजर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और अध्यक्ष अल्बर्ट बोरूला ने बताया कि अस्पताल में कोरोना का इलाज कर रहे 2,200 लोगों इस टैबलेट का परीक्षण करने पर इसमें अप्रत्याशित परिणाम सामने आए। टैबलेट से मौत के जोखिम को 88 प्रतिशत तक कम किया जा सकता है।

ओमीक्रोन वेरियेंट का पता अभी-अभी चला है। इसलिए अभी कंपनी ने इसमें इसका परीक्षण नहीं किया है। हालांकि इसके बीच एक्सपर्ट्स का कहना है कि चूंकि टैबलेट के काम करने का तरीका ऐंटिबॉडीज या वैक्सीन के तरीके से इतर है, इसलिए ये टैबलेट ओमिक्रॉन ही नहीं कोरोना के किसी भी वैरियेंट के खिलाफ कारगर होगा। पैक्सलोविड टैबलेट प्रॉटीज की गतिविधि रोक देता है। प्रॉटीज एक एंजाइम है जो वायरस को रेप्लिकेट करने में मदद करता है।

अमेरिकी दवा नियंत्रक की समिति के सामने पैक्सलोविड टैबलेट का आवेदन पहुंचा था। समिति के सभी सदस्यों ने इसके इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है। इसे लेकर समिति को सुरक्षा संबंधी ज्यादा खतरा नहीं दिखा है। इसलिए समिति ने 12 साल या इससे अधिक उम्र के अधिक जोखिम वाले वाले लोगों को कोविड इलाज के दौरान इस टैबलेट के इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है। गौरतलब है कि ओमिक्रॉन वैरिएंट के सामने आने के बाद दुनियाभर के कई देशों में कोरोना संक्रमण की रफ्तार में कई गुना वृद्धि हुई है। अमेरिका और ब्रिटेन में कोरोना केस अप्रत्याशित रूप से बढ़ रहे हैं। ब्रिटेन में बुधवार को कोरोना संक्रमण केस 1 लाख 6122 तक पहुंच गए।

बुधवार, 22 दिसंबर 2021

हांगकांग: शीर्ष नेताओं के साथ कैरी लैम की बैठक

हांगकांग: शीर्ष नेताओं के साथ कैरी लैम की बैठक    

अखिलेश पांडेय       बीजिंग। हांगकांग के नेता कैरी लैम बुधवार को बीजिंग में शीर्ष नेताओं के साथ बैठक कर रही है। ताकि उन्हें नए कानूनों के तहत हुए क्षेत्र के पहले विधायी चुनावों की रिपोर्ट दी जा सके। यह नया कानून यह सुनिश्चित करने के लिए बनाया गया था कि सत्तारूढ़ चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के प्रति वफादार “देशभक्त” ही उम्मीदवार के तौर पर चुनावों में खड़े हो पाएं। उम्मीद के मुताबिक, 90 सीटों वाली विधान परिषद के लिए रविवार के चुनाव में पार्टी समर्थित नेताओं ने जीत हासिल कीं। जिन्होंने नरमपंथियों और निर्दलीय उम्मीदवारों की घटती संख्या को मात दी। लोकतंत्र समर्थक विपक्ष में प्रमुख हस्तियों को चुप करा दिया गया है, जेल में डाल दिया गया है या निर्वासन में रहने पर मजबूर किया गया है।

केवल 20 सीटों पर सीधे चुनाव हुआ, जबकि 40 को बीजिंग द्वारा नियुक्त समिति के सदस्यों द्वारा भरा गया, जो क्षेत्र के मुख्य कार्यकारी का चयन करती है। लैम ने 30.2 प्रतिशत मतदान के बावजूद कहा कि वह चुनाव से संतुष्ट हैं। यह 1997 में ब्रिटेन द्वारा हांगकांग को चीन को सौंपे जाने के बाद से सबसे कम मतदान है। नामांकित होने से पहले सभी उम्मीदवारों को बड़े पैमाने पर बीजिंग समर्थक समिति द्वारा जांचा गया था और अतीत में बयानों या कार्यों के आधार पर कई को अयोग्य घोषित कर दिया गया था।

इजरायली सैनिकों ने फिलिस्तीनी व्यक्ति की हत्या की 

सुनील श्रीवास्तव         जेरूसलम। इजरायली सैनिकों ने मंगलवार को एक फलस्तीनी व्यक्ति की हत्या कर दी। जिसने कथित तौर पर अपने वाहन को वेस्ट बैंक में एक सैन्य चौकी में घुसाने की कोशिश की थी। सेना के अधिकारियों ने यह जानकारी जी। फलस्तीनी मीडिया के अनुसार, सैनिकों ने वाहन पर गोलियां चलाईं, जिसमें व्यक्ति की मौत हो गई और उसकी कार अनियंत्रित होकर एक सैन्य वाहन से टकरा गई और जेनिन के उत्तरी वेस्ट बैंक शहर के पास आग की लपटों में घिर गई।

मारे गए फ़लस्तीनी की पहचान उजागर नहीं की गई, और इजराइली बलों में से किसी के भी घायल होने की कोई खबर नहीं है। मंगलवार की घटना सप्ताहांत में वेस्ट बैंक में इजराइल-फलस्तीन हिंसा के कुछ दिनों बाद हुई है। यह हिंसा बीते बृहस्पतिवार की शाम फलस्तीनी बंदूकधारी द्वारा यहूदी व्यक्ति की गोली मारकर हत्या करने के बाद भड़की थी। येहुदा डिमेंटमैन की मौत के बाद हुई हिंसा में कम से कम तीन फलस्तीनी घायल हो गए।


अफगानिस्तान की संपत्ति को मुक्त करने की मांग: पीएम
अखिलेश पांडेय        वाशिंगटन डीसी/ इस्लामाबाद। अफगानिस्तान के केंद्रीय बैंकों में जमा राशि को मुक्त करने की मांग अब जोर पकड़ रही है। अमेरिकी सांसदों के बाद अब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अमेरिका से अफगानिस्तान की संपत्ति को मुक्त करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि अगर अमेरिका बैंकों में पड़ी काबुल की राशि को मुक्त कर दे तो अफागिनस्तान की बिगड़ती अर्थव्यवस्था के चलते खराब स्थिती को सुधारा जा सकता है।
बता दें कि अफगानिस्तान की पूर्व सरकार गिरने के बाद नौ अरब अमेरिकी डालर अफगान संपत्ति विदेशी बैंकों खासतौर पर अमेरिका में जमा हुई है। 
डान अखबार की रिपोर्ट के अनुसार प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि यह जानते हुए कि विदेशी बैकों में जमा अफगानिस्तान की राशि को मुक्त करने से संकट को टाला जा सकता है, तो यह मानव द्वारा पैदा किया हुआ संकट है।

'क्रिसमस' के बाद नए प्रतिबंध लागू करने की घोषणा 

अखिलेश पांडेय       बर्लिन। जर्मनी ने कोरोना वायरस के नए स्वरूप ओमीक्रोन को फैलने से रोकने के लिए क्रिसमस के बाद नए प्रतिबंध लागू करने की घोषणा की है। जर्मनी ने कहा कि ये नए प्रतिबंध पूर्ण लॉकडाउन के समान नहीं होंगे, लेकिन टीकाकरण करा चुके लोगों के लिए भी सामाजिक मेल-जोल की मनाही होगी। जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज ने मंगलवार शाम को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ”मैं उन लोगों के बारे में समझ सकता हूं। 

जो कोरोना वायरस और उसके नए स्वरूपों के बारे में नहीं सुनना चाहते, लेकिन हम अगली लहर को नजरअंदाज नहीं कर सकते और न ही हमें ऐसा करना चाहिए।” नए प्रतिबंधों के तहत निजी समारोहों में 10 से अधिक लोगों का एकत्र होना मना होगा, देशभर में नाइटक्लब बंद हो जाएंगे और फुटबॉल मैच जैसे बड़े समारोह दर्शकों के बिना आयोजित होंगे।


स्वास्थ्य कर्मियों को 'वैक्सीन' लेने की आवश्यकता  
सुनील श्रीवास्तव       सैक्रामेंटो। कैलिफोर्निया के गवर्नर गेविन न्यूजॉम ने मंगलवार को घोषणा की कि राज्य में स्वास्थ्य देखभाल कर्मियों को कोविड-19 रोधी टीके की बूस्टर खुराक लेने की आवश्यकता होगी। गवर्नर ने राज्य में कोरोना वायरस के नए स्वरूप के मामले बढ़ने के बीच अस्पतालों को तैयार रहने को कहा।
सितंबर में प्रभावी निर्देश में कहा गया है कि कैलिफोर्निया को पहले से ही स्वास्थ्य देखभाल कर्मचारियों को टीका लगाने की आवश्यकता है और तब से हजारों लोगों को या तो निकाल दिया गया या निलंबित कर दिया गया। अब न्यू मेक्सिको के साथ कैलिफोर्निया कम से कम उन दो राज्यों में शामिल हो जाएगा जहां स्वास्थ्य देखभाल कर्मियों के लिए बूस्टर (अतिरिक्त) खुराक की आवश्यकता है। न्यूजॉम ने अपने निजी ट्विटर अकाउंट पर इसकी घोषणा की।
हालांकि, उनके कार्यालय ने इस बारे में अधिक विवरण देने से इनकार कर दिया। 
न्यूजॉम बुधवार को सैन फ्रांसिस्को खाड़ी क्षेत्र में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करने वाले है। न्यूजॉम ने कहा, ”कैलिफोर्निया को स्वास्थ्य कर्मियों के लिए बूस्टर खुराक की आवश्यकता होगी। ओमीक्रोन के बढ़ने के साथ हम कैलिफोर्निया के लोगों की सुरक्षा के लिए तत्काल कार्रवाई कर रहे हैं और यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि हमारे अस्पताल तैयार रहें।”
कैलिफोर्निया ने कोरोना वायरस के खिलाफ अब तक कई अन्य राज्यों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया है। हालांकि मध्य-पश्चिम और पूर्वोत्तर के क्षेत्रों में मामलों में वृद्धि देखी जा रही है।

मंगलवार, 21 दिसंबर 2021

किम जोंग इल की हार्ट अटैक से मौंत, शोक मनाया

किम जोंग इल की हार्ट अटैक से मौंत, शोक मनाया
सुनील श्रीवास्तव       
प्योंगयांग। उत्तर कोरिया पूर्वी एशिया में बसा एक देश है। यह अपने सनकी तानाशाह किम जोंग उन और उनके फैसलों के कारण जाना जाता है। नॉर्थ कोरिया के बारे में अक्सर कई खबरें सामने आती है। जिसमें सबसे ज्यादा चर्चा किम जोंग के क्रूर शासन की होती है। किम जोंग इल की कभी कोरिया पर राज करता था।उसकी मौत के बाद बेटा किम जोंग उन गद्दी पर बैठ गया। अपने पिता की तरह जोंग बेहद पागल और क्रून शासकों में आता है। देश हीं नहीं दुनिया भर में इसके चर्चे होते हैं।
बता दें 17 दिसंबर 2011 को किम जोंग इल की हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। हाल ही में किम जोंग ने उत्तर कोरिया में 11 दिनों के लिए शोक मनाने का आदेश दिया है। इन दिनों देश में हंसने और शराब पीने पर बैन लगा दिया है। वहीं लोग कुछ खरीदारी भी नहीं कर सकते हैं। ये पहली बार नहीं इस तरह के प्रतिबंध कोरिया में लगे हैं। उत्तर कोरिया में कई अजीबोगरीब प्रतिबंध हैं। आइए जानते हैं इसके बारे में।
लेदर जैकेट पर बैन: उत्तर कोरिया में लेदर जैकेट पहनने पर बैन है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार एक बार किम जोंग उन ने एक लेदर जैकेट पहना था। जिसके बाद जोंग का जैकेट काफी फेमल हो गया। मार्केट में इसकी काफी बिक्री होने लगी थीं। जिसे देखकर तानाशाह ने इस पर प्रतिबंध लगा दिया।
देश का कैलेंडर अलग : उत्तर कोरिया का खुद का कैलेंडर है। इससे किम जोंग उन ने शुरू करवाया था। जिसमें पिछले शासक किम जोंग इल के जन्म को कैलेंडर की शुरुआत में माना जाता है। इस समय नॉर्थ कोरिया में 106 जुशे साल चल रहा है। जिसे 2012 में लागू किया गया।
पसंद की हेयर स्टाइल पर पाबंदी: आजकल युवाओं में फैंसी हेयर स्टाइल का चल है। लेकिन कोरिया में इन पर पाबंदी है। यहां लोगों के लिए कुछ चुनिंदा हेयर स्टाइल है। सिर्फ विवाहित महिलाएं भी अपने हिसाब से कोई भी स्टाइल रख सकती हैं।
28 वेबसाइट का इस्तेमाल: आज पूरी दुनिया इंटरनेट पर निर्भर है। सभी काम चुटकी भर में हो जाते हैं। मगर कोरिया में जनता सिर्फ 28 वेब साइटों का इस्तेमाल कर सकते हैं, बाकि सभी साइटों पर बैन है।

शेरशाह पाराचा के पास विस्फोट में 12 की मौंत

अखिलेश पांडेय       इस्लामाबाद। कराची के शेरशाह पाराचा चौक इलाके के पास स्थित एक बैंक की इमारत के पास शनिवार को भीषण विस्फोट हुआ, जिसमें कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई और 13 घायल हो गए, जिनमें से 3 के गंभीर रूप से घायल होने की सूचना है. विस्फोट कथित तौर पर एक निजी बैंक के नीचे एक खुले नाले में हुआ था, जिसे परिसर खाली करने के लिए नोटिस दिया गया था। कराची पुलिस के प्रवक्ता सोहेल जोखियो ने समाचार एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस को बताया कि विस्फोट स्पष्ट रूप से उस समय हुआ था, जब कराची के बंदरगाह शहर के शेरशाह पड़ोस में एक बैंक की इमारत के नीचे सीवर में कुछ आग लग गई थी।

जोखियो ने कहा कि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि गैस किस वजह से लगी, लेकिन विस्फोटक विशेषज्ञों की एक टीम को जांच के लिए बुलाया गया है।ट्रॉमा सेंटर कराची में डॉ. साबिर मेमन ने कहा कि 10 लोग मारे गए और 13 अन्य घायल हो गए, कम से कम तीन की हालत गंभीर है। उन्होंने कहा कि कई घायलों को गहन चिकित्सा इकाई में भेजा गया है। जोखियो ने कहा कि पास की इमारतों की खिड़कियां टूट गईं और पास में खड़ा एक वाहन भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया।

कराची के बंदरगाह शहर में कई सीवेज चैनलों को कवर किया गया है, ज्यादातर अवैध रूप से, उन पर कंक्रीट के ढांचे का निर्माण करके।पाकिस्तान के सिंध प्रांत में शनिवार दोपहर एक विस्फोट में कम से कम आठ लोगों की मौत हो गई। पाकिस्तानी दैनिक द एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने बताया कि विस्फोट कराची के शेरशाह इलाके में हुआ। पाकिस्तानी प्रकाशन ने कहा कि पुलिस और बचाए गए अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए हैं। घायल लोगों को नजदीकी अस्पताल ले जाया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि कई लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है।


दुष्प्रचार अभियान को लेकर बड़ी कार्रवाई: पाक
सुनील श्रीवास्तव      
इस्लामाबाद/ नई दिल्ली। भारत के खिलाफ पाकिस्तानी दुष्प्रचार अभियान को लेकर केंद्र सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है। देश के खिलाफ प्रोपेगेंडा कर रहे 20 यूट्यूब चैनलों को सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने ब्लॉक कर दिया है। दो वेबसाइटों के खिलाफ भी भारत विरोधी प्रचार को लेकर कार्रवाई की गई है। अलग-अलग आदेशों में सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने यूट्यूब को 20 चैनलों के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दिया। इसके अलावा दूरसंचार विभाग ने भारत विरोधी अभियान को बढ़ावा देने के लिए दो वेबसाइटों को ब्लॉक करने के लिए इंटरनेट सेवा प्रदाताओं को आदेश दिया है। 
किया कॉपी, देखें ये वीडियो सूत्रों के मुताबिक, यह ऑपरेशन खुफिया एजेंसियों और सूचना और प्रसारण मंत्रालय के बीच समन्वित प्रयास के बाद किया गया है। जिन यूट्यूब चैनलों और वेबसाइट को देश में ब्लॉक किया गया है वो पाकिस्तान से संचालित एक नियोजित दुष्प्रचार नेटवर्क से संबंधित हैं. इन चैनलों और वेबसाइट के जरिए भारत से संबंधित विभिन्न संवेदनशील विषयों के बारे में फर्जी खबरें फैलाई जा रही थी। ब्लॉक किए गए चैनलों का इस्तेमाल कश्मीर, भारतीय सेना, भारत में अल्पसंख्यक समुदायों जैसे विषयों पर पूर्व नियोजित तरीके से विभाजनकारी सामग्री पोस्ट करने के लिए किया गया था। 
रावत जैसे मुद्दों पर भी झूठी खबरें फैलाई जाती थी। सूचना प्रसारण मंत्रालय के अधिकारियों के अनुसार, भारत विरोधी दुष्प्रचार अभियान के तौर-तरीकों में पाकिस्तान से संचालित नया पाकिस्तान समूह (एनपीजी) शामिल है, जिसके पास यूट्यूब चैनलों का एक नेटवर्क, और कुछ अन्य स्टैंडअलोन यूट्यूब चैनल हैं। जो एनपीजी से संबंधित नहीं हैं। इन चैनलों के नेटवर्क पर संयुक्त रूप से 35 लाख से ज्यादा सब्सक्राइबर थे और उनके वीडियो को 55 करोड़ से अधिक बार देखा गया था। नया पाकिस्तान समूह (एनपीजी) के कुछ यूट्यूब चैनल पाकिस्तानी समाचार चैनलों के एंकर द्वारा संचालित किए जा रहे थे।

भारतीय सीमा तक पहुंच बनाने की कोशिश, झटका

अखिलेश पांडेय         काठमांडू। नेपाल के रास्‍ते भारतीय सीमा तक पहुंच बनाने की कोशिश कर रहे चीनी ड्रैगन को करारा झटका लगा है। एशियाई विकास बैंक ने धोखाधड़ी करने वाली चीन की 3 शीर्ष कंपनियों को ब्‍लैकलिस्‍ट कर दिया है। यही नहीं एडीबी ने इन चीनी कंपन‍ियों को नेपाल के एयरपोर्ट विकास प्रॉजेक्‍ट में हिस्‍सा लेने पर रोक लगा दी है। उधर, भारत ने नेपाल में बड़ा दांव चलते हुए काठमांडू से रक्‍सौल तक ट्रेन चलाने के लिए अपने प्रयास को काफी तेज कर दिया है।

काठमांडू पोस्‍ट की रिपोर्ट के मुताबिक कई सूत्रों ने बताया कि एडीबी के भ्रष्‍टाचार निरोधक कार्यालय ने चीन सरकार समर्थित 3 कंपनियों चाइना सीएमसी इंजीनियरिंग कंपनी, नॉर्थवेस्‍ट सिविल एविएशन एयरपोर्ट कंस्‍ट्रक्‍शन ग्रुप और चाइना हार्बर इंजीनियरिंग पर कई अपराधों में दोषी पाए जाने के बाद उन्‍हें ब्‍लैकलिस्‍ट कर दिया है। नेपाल के काठमांडू स्थित त्रिभुवन इंटरनैशनल एयरपोर्ट का विकास करने के लिए करीब 24 कंपनियों ने इच्‍छा जताई थी लेकिन केवल 4 चीनी कंपनियों ने ही अपने दस्‍तावेज दाखिल किए।

इन 4 चीनी कंपनियों में से 2 को मनिला स्थित एडीबी ने ब्‍लैक लिस्‍ट किया है। चाइना सीएमसी इंजीनियरिंग कंपनी और चाइना हार्बर इंजीनियरिंग कंपनी को काली सूची में डाला गया है। चाइना सीएमसी इंजीनियरिंग कंपनी अभी नेपाल के पोखरा इंटरनैशनल एयरपोर्ट को बना रही है और एडीबी ने प्रतिबंधों की सूची में डाला है। यही नहीं इस चीनी कंपनी को पाकिस्‍तान में भी एडीबी के वित्‍तपोषण वाले प्रॉजेक्‍ट में हिस्‍सा लेने पर रोक लगा दी गई है।

चाइना हार्बर इंजीनियरिंग कंपनी को साल 2023 तक के लिए प्रतिबंधों की सूची में डाला गया है। बांग्‍लादेश सरकार ने चाइना हार्बर को साल 2018 में ही ब्‍लैकलिस्‍ट कर दिया था। यह कंपनी सड़क विभाग के सचिव को घूस देने की कोशिश कर रही थी। एडीबी के इस कदम से काठमांडू एयरपोर्ट का विकास एक बार फिर से रुक गया है। इस बीच भारत ने नेपाल तक रेल पहुंचाने के लिए अपने प्रयास को तेज कर दिया है।

नेपाल सरकार ने भारत को काठमांडू-रक्‍सौल के बीच प्रस्‍तावित रेलमार्ग के विकास के लिए अंतिम स्‍थान सर्वे शुरू करने हेतु जरूरी स्‍वीकृति को देने का काम शुरू कर दिया है। रक्‍सौल नेपाल से सटा भारतीय इलाका है। यह ब्रॉडगेज रेलवे लाइन नेपाल की राजधानी काठमांडू को सीधे भारतीय रेलवे के नेटवर्क से जोड़ देगी। इससे भारत के हर शहर तक नेपाल की ट्रेन आसानी से जा सकेगी। रक्‍सौल तक बनने वाली यह रेल लाइन 136 से लेकर 198 किमी लंबी होगी।

सोमवार, 20 दिसंबर 2021

मीडिया की स्वतंत्रता के लिए सड़कों पर लोग: रक्षा

मीडिया की स्वतंत्रता के लिए सड़कों पर लोग: रक्षा  

सुनील श्रीवास्तव       वारसा। पोलैंड की दक्षिणपंथी सरकार द्वारा निशाना बनाए जा रहे अमेरिकी स्वामित्व वाले एक टेलीविजन चैनल के बचाव में और मीडिया की स्वतंत्रता की रक्षा के लिए समूचे देश में लोग रविवार को सड़कों पर उतर आए। प्रदर्शनकारियों में बुजुर्ग भी शामिल थे, जिन्होंने दशकों पहले देश के साम्यवादी शासन का विरोध किया था और जो इस बात से चिंतित हैं कि जिस लोकतंत्र की स्थापना में उन्होंने मदद की, वह अब खत्म होता जा रहा है। कई नागरिक मानते हैं कि पोलैंड की जनवादी दक्षिणपंथी सरकार देश को पश्चिम सभ्यता से दूर कर रही है और अदालतों पर राजनीतिक नियंत्रण लगाने तथा आलोचनात्मक मीडिया को चुप कराने के प्रयासों के साथ तुर्की या रूस से करीब समझे जाने वाले एक सत्तावादी मॉडल को अपना रही है।

मुख्य विपक्षी दल के नेता डोनाल्ड टस्क ने देश के नागरिकों से एकजुटता दिखाने और नेतृत्व बदलने का आह्वान किया। संसद ने डिस्कवरी इंक को पोलैंड के सबसे बड़े टेलीविजन नेटवर्क टीवीएन में अपने नियंत्रण वाले हिस्से को बेचने के लिए मजबूर करने संबंधी एक विधेयक शुक्रवार को पारित किया था, जिसके बाद विरोध प्रदर्शन किए गए।

खड्ड में गिरा लोगों का समूह, 23 लोग घायल: हादसा

अखिलेश पांडेय      मेक्सिको सिटी। दक्षिणी मेक्सिको में पैदल यात्रियों के लिए बनाए गए पुल के रविवार को ढहने से क्रिसमस की पार्टी में जा रहा लोगों का एक समूह खड्ड में गिर गया, जिससे 23 लोग घायल हो गए। प्रशांत तटीय राज्य ओक्साका के नागरिक सुरक्षा कार्यालय के अनुसार, क्रिसमस पार्टी में जा रहे सैंटोस रेयेस नोपाला के निवासी पुल से गुजर रहे थे, तभी वह ढह गया।

कार्यालय के अनुसार, घायलों में 12 व्यस्क और 11 बच्चे शामिल हैं, जिन्हें प्योर्टो एस्कोंडिडो के पास एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मेक्सिको में अधिकांश पुल स्टील की केबल और लकड़ी के तख्तों से बने हैं, लेकिन कुछ रस्सियों से भी बने हैं। यह पुल किस प्रकार का था, इसका अभी पता नहीं चल पाया है।

सरकार के पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया: राष्ट्रपति

सुनील श्रीवास्तव      सैंटियागो। चिली में वामपंथी गेब्रियल बोरिक ने राष्ट्रपति चुनाव में जीत दर्ज की। ग्रेबियल ने 56 प्रतिशत मत हासिल किए और दक्षिणपंथी नेता जोस एंतोनियो को मात दी। जोस ने परिणाम स्पष्ट होने के तुरंत बाद अपनी हार स्वीकार की और ग्रेबियल को फोन कर जीत की बधाई दी। इसके बाद वह स्वयं ग्रेबियल के चुनाव प्रचार कार्यों से जुड़े मुख्यालय गए और अपने प्रतिद्वंद्वी से मुलाकात भी की।

इस बीच, निवर्तमान राष्ट्रपति सेबास्टियन पिन्येरा ने ग्रेबियल के साथ एक वीडियो कॉन्फ्रेंस की और सत्ता हस्तांतरण के दौरान उनकी सरकार के पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया। समर्थकों की भारी भीड़ के बीच ग्रेबियल एक मंच पर पहुंचे और वहां से उन्होंने स्वदेशी ‘मापुचे’ भाषा में हजारों युवा समर्थकों के लिए एक उत्साहजनक विजयी भाषण दिया।

'ओमीक्रोन' का प्रकोप, बच्चों का टीकाकरण कराए

अखिलेश पांडेय       येरूशलम। इजराइल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट ने देशवासियों से अनुरोध किया है कि वे कोरोना वायरस के नए स्वरूप ओमीक्रोन के बढ़ते प्रकोप के मद्देनजर अपने बच्चों का टीकाकरण कराएं। इस बीच, इजराइल के अधिकारी यात्रा प्रतिबंधों को विस्तार देकर अमेरिका को भी इस दायरे में लाने की तैयारी कर रहे हैं।बेनेट ने रविवार को टेलीविजन के माध्यम से देश को संबोधित करते हुए कहा कि देश में नए स्वरूप के मामले अपेक्षाकृत कम हैं और इसका कुछ हद तक श्रेय अधिकतर देशों से यात्रियों का प्रवेश प्रतिबंधित करने के शुरुआती कदमों को जाता है, लेकिन मामले बढ़ने में देर नहीं लगेगी। उन्होंने कहा, ”पांचवी लहर शुरू हो गई है।”

उन्होंने कहा कि यह बहुत जरूरी है कि माता-पिता अपने बच्चों का टीकाकरण कराएं। इजराइल में पिछले महीने पांच साल से 12 साल तक के बच्चों का टीकाकरण शुरू हो गया था, लेकिन प्राधिकारियों का कहना है कि इस आयुवर्ग में टीकाकरण की दर निराशाजनक रूप से कम है।” बेनेट ने कहा, ”बच्चों को टीका लगाना सुरक्षित है और टीकाकरण कराना माता-पिता की जिम्मेदारी है। जिन माता-पिता ने तीनों खुराक ले ली है, उन्हें अपने बच्चों को भी सुरक्षित करने की आवश्यकता है।” इजराइल में इस साल की शुरुआत में टीकाकरण आरंभ होने के बाद से देश की कुल 93 लाख आबादी में से 41 लाख से अधिक लोगों ने फाइजर/बायोएनटेक टीके की तीसरी खुराक ले ली है। देश में ओमीक्रोन संक्रमण के अब तक 134 मामले सामने आ चुके हैं।

रविवार, 19 दिसंबर 2021

रिपब्लिकन पार्टी के सांसद का निधन हुआ: अमेरिका

रिपब्लिकन पार्टी के सांसद का निधन हुआ: अमेरिका

अखिलेश पांडेय      वाशिंगटन डीसी। अमेरिका वाशिंगटन से रिपब्लिकन पार्टी के सांसद डग एरिक्सन का निधन हो गया। वह 52 वर्ष के थे। एरिक्सन की मृत्यु शुक्रवार को हुई। कुछ सप्ताह पहले उन्होंने बताया था कि लातिन अमेरिकी देश अल सल्वाडोर के दौरे के दौरान वह कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए थे, हालांकि उनकी मृत्यु के कारण के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई। राज्य सीनेट रिपब्लिकन कॉकस ने शनिवार को उनके निधन की पुष्टि की। फर्नडेल से रिपब्लिक पार्टी के सांसद एरिक्सन पिछले महीने पार्टी के सहयोगियों से मिले थे और बताया था कि उन्होंने अल सल्वाडोर की यात्रा की थी, जहां पहुंचने के कुछ ही समय बाद एरिक्सन कोविड​​​​-19 से संक्रमित हो गए थे।

उनके दौरे का कारण स्पष्ट नहीं था। राज्य की संसद और सीनेट के सदस्यों को एक संदेश में एरिक्सन ने सलाह मांगकर पूछा था कि मोनोक्लोनल एंटीबॉडी कैसे प्राप्त की जा सकती हैं। सिएटल टाइम्स ने बताया कि एरिक्सन ने व्हाटकॉम काउंटी में 42वें डिस्ट्रिक्ट का प्रतिनिधित्व किया और 1998 से वह विधानमंडल में थे। 2010 में सीनेट के लिए चुने जाने से पहले वह राज्य की संसद के लिए छह बार निर्वाचित हुए। एरिक्सन पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के वाशिंगटन में अभियान के नेता थे। वह डेमोक्रेटिक पार्टी के गवर्नर जे इंसली के कोविड-19 संबंधी आपातकालीन आदेशों के मुखर आलोचक भी थे और टीकाकरण नहीं कराने के इच्छुक लोगों के अधिकारों की रक्षा करने के उद्देश्य से उन्होंने विधेयक भी पेश किया था।

हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं है कि एरिक्सन ने कोविड-19 रोधी टीका लगवाया था या नहीं। अमेरिकी रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र का कहना है कि अल सल्वाडोर जाने से पहले लोगों को टीके की सभी खुराक ले लेनी चाहिए, जहां कोविड​​​​-19 तेजी से फैला है।

मछुआरे के जाल में फसें आईफोन व आईपैड के डिब्बे

सुनील श्रीवास्तव        जकार्ता। इंडोनेशिया के एक मछुआरे के साथ कुछ ऐसा हुआ कि जिससे रातों-रात उसकी किस्मत प्लट गई। कहां वह समुद्र में मछली पकड़ने गया था और कहां उसके हाथ करोड़ों रुपये का खजाना लग गया। यह खबर सामने आने के बाद लोग मछुआरे को किस्मत का धनी बता रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इंडोनेशिया की बांग्का बेलितुंग बीच पर एक मछुआरा मछली पकड़ने गया था। वह नाव में जाल लेकर समुद्र से मछली पकड़ रहा था। उसने समुद्र में अपना जाल फेंका और मछलियों के फंसने का इंतजार करता रहा। इसके कुछ देर बाद जब उसने जाल खींचा तो उसकी आंखें खुली की खुली रह गईं। दरअसल, उसकी जाल में मछली की जगह कुछ बॉक्स फंस गए थे।

इसके बाद मछुआरे ने डरते-डरते इन डिब्बों को खोला। मछुआरे ने जब डिब्बों को खोला तो उसमें से निकली चीज देखकर वह हैरान रह गया। दरअसल, इन डिब्बों में एप्पल के अलग-अलग प्रोडक्ट्स रखे हुए थे। इसमें आईफोन, आईपैड और मैकबुक थे। इनकी कीमत करोड़ों रुपये की बताई जा रही है। इसके बाद मछुआरे ने इस घटना का वीडियो टिकटॉक पर शेयर किया। मछुआरे ने फोटो शेयर करते हुए लिखा, ‘ऐसे पलटती है किस्मत’ इस घटना के बारे में जिसने भी जाना वह हैरान रह गया। मछुआरे ने वीडियो में बताया कि बॉक्स में रखे प्रोडक्ट्स पानी की वजह से खराब नहीं हुए हैं। उसने बताया कि डिब्बों की पैकिंग इतने अच्छे तरीके से की गई थी कि सामान को कोई नुकसान नहीं हुआ।

शनिवार, 18 दिसंबर 2021

अफगानिस्तान: राजदूत नियुक्ति की कोशिश, इस्तीफा

अफगानिस्तान: राजदूत की नियुक्ति की कोशिश, इस्तीफा 
अखिलेश पांडेय     
काबुल। संयुक्त राष्ट्र में अफगानिस्तान की पूर्व सरकार के राजदूत गुलाम इसाकजई ने वर्तमान के तालिबानी शासकों द्वारा उनके स्थान पर अपने राजदूत को नियुक्त करने की कोशिशों के बीच पद से इस्तीफा दे दिया है। संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता फरहान हक ने बताया कि इसाकजई ने बृहस्पतिवार को संयुक्त राष्ट्र को बताया कि उन्होंने एक दिन पहले अपना पद छोड़ दिया है।
संयुक्त राष्ट्र में अफगानिस्तान के मिशन ने ट्वीट किया कि नसीर फैक अस्थायी प्रभारी राजदूत के तौर पर जिम्मेदारी निभाएंगे। मिशन ने कहा कि वह ” संयुक्त राष्ट्र में अपने लोगों की चिंताओं और वैध मांगों को उठाता रहेगा।” तालिबानी नेता लंबे वक्त से अपने प्रतिनिधि मोहम्मद सुहेल शाहीन को इस पद पर नियुक्त करने की कोशिश कर रहे थे।
संयुक्त राष्ट्र में राजनयिक रहे इसाकजई को पिछले जून में राष्ट्रपति अशरफ गनी ने नियुक्त किया था, जिनकी सरकार को तालिबान ने 15 अगस्त को अमेरिका और नाटो सैनिकों की अचानक वापसी के बीच हटा दिया था। तालिबान ने इस पद पर बने रहने के लिए इसाकजई की साख को चुनौती दी थी। संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा इस संबंध में कोई कदम नहीं उठाए जाने से इसाकजई पद पर बने हुए थे। इसाकजई ने इस पर फिलहाल कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।

अमेरिका: 24 घंटे में 21,000 से अधिक नए संक्रमित 
सुनील श्रीवास्तव       वाशिंगटन डीसी। अमेरिका के न्यूयॉर्क राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण के एक दिन में 21,000 से अधिक मामले सामने आए। जो देश में अब तक के सर्वाधिक दैनिक मामले हैं। संक्रमण के करीब आधे मामले न्यूयॉर्क सिटी में सामने आए, जहां जांच केंद्रों के बाहर कतारें लंबी हो रही हैं और क्रिसमस पर समारोह का आयोजन करने वाले कई आयोजक अपने सदस्यों के संक्रमित होने के कारण कार्यक्रम रद्द कर रहे हैं।
न्यूयॉर्क की ‘सिटी यूनिवर्सिटी’ में ‘इंस्टीट्यूट फॉर इम्प्लीमेंटेशन साइंस इन पॉप्यूलेशन हेल्थ’ के कार्यकारी निदेशक डॉ. डेनिस नाश ने कहा कि संक्रमण में तेज वृद्धि अत्यधिक चिंता का विषय होना चाहिए, लेकिन ओमीक्रोन स्वरूप का संक्रमण बहुत तेजी से फैलने के कारण ऐसा होना ही था।” नाश ने कहा, ”हम डेल्टा के कारण सर्दियों में संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ने की समस्या से जूझ रहे हैं और यह अपने आप में चिंता की बात है।

उन्होंने कहा, ”इसके बाद अब नया ओमीक्रोन स्वरूप आ गया, जो संक्रमण के दृष्टिकोण से अधिक संक्रामक है।”उन्होंने कहा कि मौजूदा टीके नए स्वरूप को रोकने में असमर्थ हो सकते हैं। राज्य में सामने आए संक्रमण के मामलों में से शहर में करीब 10,300 मामले सामने आए। न्यूयॉर्क राज्य में बृहस्पतिवार को समाप्त हुए सात दिनों की अवधि में प्रतिदिन औसतन 13,257 लोग संक्रमित पाए गए। यह पिछले दो सप्ताह की तुलना में 71 प्रतिशत अधिक है। इससे पहले, राज्य में सर्वाधिक दैनिक मामले 14 जनवरी, 2021 को सामले आए थे, जब करीब 20,000 लोग संक्रमित पाए गए थे।

इराक: बाढ़ से मरने वालों की संख्या बढ़कर-12 हुईं

अखिलेश पांडेय       बगदाद। इराक के कुर्दिस्तान क्षेत्र में बाढ़ से मरने वालों की संख्या बढ़कर 12 हो गई है। रुडॉ प्रसारक ने एरबिल के मेयर के हवाले से यह जानकारी दी है। इससे पहले शुक्रवार को रूडॉ ने 11 लोगों मारे जाने की रिपोर्ट दी थी। रिपोर्ट में बताया गया है कि एरबिल में गुरूवार से हो रही मूसलाधार मूसलाधार बारिश के कारण आई बाढ़ से जानमाल की भारी क्षति हुई है।

इराक के मीडिया शफाक न्यूज ने बताया कि एरबिल सरकार ने अलर्ट घोषित कर नागरिकों से बचाव दल के साथ सहयोग करने का आग्रह किया है। इराक के कुर्दिस्तान क्षेत्र के प्रधानमंत्री मसरौर बरज़ानी ने बाढ़ से हुई जानमाल की क्षति पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंनें सभी सरकारी एजेंसियों को प्रभावित क्षेत्रों को तत्काल सहायता और राहत प्रदान करने का निर्देश दिए है।

शुक्रवार, 17 दिसंबर 2021

अतिरिक्त राफेल युद्धक विमान देने को तैयार 'फ्रांस'

अतिरिक्त राफेल युद्धक विमान देने को तैयार 'फ्रांस'
अखिलेश पांडेय          
पेरिस। फ्रांस की रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पार्ले ने शुक्रवार को कहा कि उनका देश भारत को आवाश्यकता पड़ने पर अतिरिक्त राफेल युद्धक विमान देने को तैयार है। उन्होंने इसके साथ ही कहा कि एक ही तरह का विमान रणनीतिक साझेदारों द्वारा उपयोग करना उनके संबंधों की ”वास्तविक परिसंपत्ति और मजबूती’ को दिखाता है। भारत की यात्रा पर आईं पार्ले ने यह टिप्पणी अपने भारतीय समकक्ष राजनाथ सिंह से विस्तृत मुद्दों पर होने वाली वार्ता से पहले थिंकटैंक में की।
फ्रांसीसी दूतावास ने बृहस्पतिवार को जानकारी दी थी कि कोविड-19 महामारी के बावजूद भारत को निर्धारित समय पर 33 राफेल लड़ाकू विमानों की आपूर्ति की जा चुकी है। भारत ने सितंबर 2016 में फ्रांस के साथ करीब 59 हजार करोड़ रुपये में 36 राफेल लड़ाकू विमानों के लिए अंतर सरकारी स्तर पर समझौता किया था।
पार्ले ने एक सवाल के जवाब में कहा कि मैं खुश हूं कि भारतीय वायुसेना राफेल विमानों से संतुष्ट है और हमें गर्व है कि कोविड-19 महामारी के बावजूद हमने करार के तहत समय पर 36 विमानों की आपूर्ति की…यह उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि एक ही तरह के विमान का उपयोग करना वास्तविक परिसंपत्ति और ताकत है। मैं निश्चिंत हूं कि नयी संभावनाओं की गुंजाइश है। यदि भारत की अतिरिक्त आवश्यकता व्यक्त की गयी तो हम उसका जवाब देने को तैयार हैं।
फ्रांसीसी रक्षामंत्री ने भारतीय नौसेना के बेड़े में दूसरे विमानवाहक पोत के शामिल करने की योजना को रेखांकित करते हुए संकेत दिया कि फ्रांस की पोत आधारित लड़ाकू जेट की आपूर्ति करने में रुचि है। उन्होंने कहा कि हम जानते है कि विमानवाहक पोत जल्द सेवा में होगा…उसके लिए विमानों की जरूरत होगी।
अगर भारत फैसला करता है तो हम कोई और राफेल (संस्करण) देने को तैयार हैं। गौरतलब है कि भारत के स्वदेश में निर्मित पहले विमान वाहक पोत विक्रांत को अगले साल अगस्त में भारतीय नौसना में शामिल करने की योजना है। फ्रांसीसी कंपनी दसाल्ट एविएशन द्वारा निर्मित राफेल विमानों की पहली खेप की आपूर्ति भारत को पिछले साल 29 जुलाई को की गई थी। माना जा रहा है कि फ्रांस भारत के साथ 36 और राफेल विमानों की खरीददारी के लिए वार्ता की इच्छा जता रहा है।

अपनी गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं आतंकी: एंटनी

सुनील श्रीवास्तव      वाशिंगटन डीसी। भारत को निशाना बना रहे आतंकवादी समूहों ने पाकिस्तानी सरजमीं से अपनी गतिविधियों को अंजाम देना जारी रखा है। पाकिस्तान ने जैश-ए-मोहम्मद संस्थापक और संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित आतंकवादी मसूद अजहर तथा 2008 मुंबई हमले के ”प्रोजेक्ट मैनेजर” साजिद मीर समेत अन्य आतंकवादियों के खिलाफ भी कार्रवाई नहीं की है। अमेरिका के विदेश विभाग द्वारा आतंकवाद पर जारी एक नयी रिपोर्ट में यह बात कही गयी है। अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने बृहस्पतिवार को आतंकवाद पर जारी देश की रिपोर्ट 2020 में कहा कि क्षेत्रीय रूप से आतंकवादी समूह पाकिस्तान से अपनी गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं।

रिपोर्ट के अनुसार कि अफगान तालिबान और उससे जुड़े हक्कानी नेटवर्क समेत अफगानिस्तान को निशाना बना रहे समूहों के साथ ही भारत को निशाना बना रहे लश्कर-ए-तैयबा और उससे जुड़े संगठन तथा जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) समेत अन्य आतंकवादी समूहों ने पाकिस्तानी सरजमीं से अपना काम जारी रखा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान ने जेईएम संस्थापक और संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित आतंकवादी अजहर और 2008 मुंबई हमले के ‘प्रोजेक्ट मैनेजर’ मीर जैसे अन्य वांछित आतंकवादियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। ऐसा माना जाता है कि अजहर और मीर दोनों पाकिस्तान में निर्बाध घूम रहे हैं।

इसमें कहा गया है कि फरवरी और फिर नवंबर में लाहौर की एक आतंकवादी रोधी अदालत ने लैश्कर-ए-तैयबा संस्थापक हाफिज सईद को आतंकवाद के वित्त पोषण के कई आरोपों में दोषी ठहराया और उसे साढ़े पांच साल के कारावास की सजा सुनाई। रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान ने वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (एफएटीएफ) की कार्य योजना को पूरा करने की दिशा में 2020 में अतिरिक्त प्रगति की लेकिन कार्य योजना के सभी कामों को पूरा नहीं किया और वह एफटीएफ की ‘ग्रे सूची’ में बना हुआ है।

ओसाका: इमारत में लगीं आग, 27 लोगों की मौंत

अखिलेश पांडेय          टोक्यो। जापान के ओसाका शहर में एक इमारत में आग लगने से 27 लोगों के मारे जाने की आशंका है। दमकल विभाग के अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। ओसाका शहर के दमकल विभाग के अधिकारी अकीरा किशिमोटो ने बताया कि बाजार में आठ मंजिला इमारत की चौथी या पांचवी मंजिल पर आग लग गई। घटना में 28 लोगों के हताहत होने की आशंका है, जिनमें से 27 लोगों को दिल को दौरा पड़ा है और अभी तक 23 लोगों को नजदीकी अस्पताल ले जाया गया है। जापान के प्रसारक एनएचके ने बताया कि इमारत में एक क्लिनिक, एक अंग्रेजी भाषा का स्कूल और अन्य व्यवसायिक प्रतिष्ठान थे।

आग लगने के कारण का अभी पता नहीं चल पाया है। ओसाका की पुलिस मामले की जांच कर रही है। अधिकारियों ने बताया कि दमकल विभाग की 70 गाड़ियों को मौके पर भेजा गया और करीब 30 मिनट में आग पर काबू पा लिया गया।

पीएम मोदी को 'सर्वोच्च नागरिक' सम्मान देने की घोषणा

थिम्पू। भूटान ने शुक्रवार को अपने राष्ट्रीय दिवस के अवसर पर देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘नगदग पेल जी खोरलो’ भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देने की घोषणा की। भूटान के प्रधानमंत्री लोतेय शेरिंग ने सोशल मीडिया पर कहा कि उन्हें यह सुनकर बेहद खुशी हुई कि सर्वोच्च नागरिक अलंकरण ‘नगदग पेल जी खोरलो’ के लिए नरेंद्र मोदी जी के नाम की घोषणा की गई है।

शेरिंग ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने बिना किसी शर्त के मित्रता निभाई है और इन वर्षों में विशेष रूप से महामारी के दौरान काफी मदद की है। भूटान के प्रधानमंत्री कार्यालय ने फेसबुक पर एक बयान में कहा कि वह इस सम्मान के हकदार हैं।

हैदराबाद ने जीता टॉस, बल्लेबाजी का फैसला किया

हैदराबाद ने जीता टॉस, बल्लेबाजी का फैसला किया  इकबाल अंसारी  हैदराबाद। इंड‍ियन प्रीम‍ियर लीग (IPL) 2024 सीजन में सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) और...