रविवार, 7 अप्रैल 2024

54 साल बाद पूर्ण सूर्य ग्रहण, भारत में नहीं दिखेगा

54 साल बाद पूर्ण सूर्य ग्रहण, भारत में नहीं दिखेगा 

सरस्वती उपाध्याय 
आज साल का पहला सूर्य ग्रहण सोमवती अमावस्या के दिन लग रहा है। यह एक पूर्ण सूर्य ग्रहण  है, जो करीब 54 साल बाद लग रहा है। इससे पहले ऐसा सूर्य ग्रहण 1971 में दिखाई दिया था। सोमवती अमावस्या पर दान-स्नान का विशेष महत्व होता है‌ ऐसे में लोग चिंतित हैं कि सूर्य ग्रहण के चलते वो सोमवती अमावस्या पर दान और स्नान कैसे करेंगे। आइए जानते हैं कि यह सूर्य ग्रहण 8 अप्रैल को कितने बजे लगेगा? इस सूर्य ग्रहण में सूतक काल मान्य होगा या नहीं, और सूर्य ग्रहण व सोमवती अमावस्या के संयोग में कौन से उपाय आपको लाभ दे सकते हैं?
कितने बजे लगेगा सूर्य ग्रहण? 
भारतीय समयानुसार, साल का पहला सूर्य ग्रहण 8 अप्रैल को रात 09 बजकर 12 मिनट से शुरू होगा। सूर्य ग्रहण का समापन रात 02 बजकर 22 मिनट पर होगा। इस सूर्य ग्रहण की अवधि 5 घंटे 10 मिनट होगी।

क्या भारत में लगेगा सूतक काल?
सूर्य ग्रहण लगने से 12 घंटे पहले सूतक काल लग जाता है। सूतक काल में पूजा-पाठ की मनाही होती है। लेकिन सूतक काल केवल तभी मान्य होता है, जब सूर्य ग्रहण भारत में दृश्यमान हो। चूंकि साल का पहला सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा, इसलिए इसका सूतक काल भी लागू नहीं होगा।

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