सोमवार, 17 जुलाई 2023

शरीर में पानी की कमी, डिहाइड्रेशन की समस्या

शरीर में पानी की कमी, डिहाइड्रेशन की समस्या

सरस्वती उपाध्याय 

शरीर के स्वस्थ कामकाज के लिए शरीर में पानी की कमी नहीं होनी चाहिए। पानी की कामी से डिहाइड्रेशन की समस्या हो सकती है। ध्यान रहे कि अभी गर्मियों का मौसम खत्म नहीं हुआ है इसलिए किसी भी तरह पानी कम न करें। हाइड्रेटेड रहने के लिए सिर्फ पानी पीना ही काफी नहीं है। इसके लिए आपको अपनी डेली की डाइट पर ध्यान रखना जरूरी है।

बहुत से ऐसे लोग हैं, जो जाने अनजाने में ऐसे खाद्य पदार्थों का सेवन करते हैं, जो शरीर में पानी की मात्रा कम करते हैं। ध्यान रहे कि शरीर में पानी की कमी से आपको प्यास ज्यादा लगना, गहरा पीला, तेज गंध वाला पेशाब आना, सामान्य से कम बार पेशाब आना, चक्कर आना या सिर घूमना, थकान महसूस होना, मुंह, होंठ और जीभ का सूखना और आंखों का धंसना जैसे लक्षण महसूस हो सकते हैं। फैट टू स्लिम की डायरेक्टर और न्यूट्रिशनिस्ट एंड डाइटीशियन शिखा अग्रवाल शर्मा आपको बता रही हैं कि रोजाना खाए जाने वाले कौन-कौन से खाद्य पदार्थ शरीर में पानी को सूखा सकते हैं।

बहुत से लोगों को कॉफी पीना पसंद है। इसमें मौजूद कैफीन को खोई हुई ऊर्जा को वापस पाने के लिए जाना जाता है लेकिन यह डिहाइड्रेशन की वजह भी बन सकती है। कैफीन को अधिक मात्रा में लेने से यह मूत्रवर्धक के रूप में काम करती है जिससे आपके शरीर में पानी की मात्रा में असंतुलन पैदा हो सकता है।

ग्रीन टी को एक हेल्दी ड्रिंक माना जाता है क्योंकि इसमें एंटीऑक्सिडेंट और फ्लेवोनोइड की अधिक मात्रा होती है। लेकिन यह आपको डिहाइड्रेशन भी कर सकती है। कॉफी की तरह ग्रीन टी में भी कुछ मात्रा में कैफीन होता है, जो एक नैचुरली पेशाब बढ़ाने का काम करता है। इससे शरीर में पानी की कमी हो सकती है, जिससे आप थका हुआ और सुस्त महसूस कर सकते हैं।

चुकंदर में पोटेशियम की मात्रा अधिक होती है, जो आपके शरीर से तरल पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करने के लिए जाना जाता है। इसलिए, यदि आप विशेष रूप से गर्मियों के दौरान चुकंदर का अधिक सेवन करते हैं, तो यह आपके शरीर पर कई नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।

वजन कम करने और मांसपेशियों की ताकत बढ़ाने के लिए हाई प्रोटीन फूड्स का खूब सेवन किया जाता है। बेशक प्रोटीन के सेवन से कई फायदे होते हैं लेकिन यह डिहाइड्रेशन की वजह भी बन सकता है। मूल रूप से प्रोटीन शरीर में नाइट्रोजन का निर्माण करता है जो चयापचय के लिए अतिरिक्त पानी का उपयोग करता है। इससे अक्सर शरीर में द्रव असंतुलन हो जाता है।

सोडा और पैकेज्ड जूस में चीनी की अधिक मात्रा अधिक होती है, जिससे शरीर पर हाइपरनेट्रेमिया प्रभाव पड़ता है। इसका मतलब है, चीनी कोशिकाओं और ऊतकों से पानी खींचती है, जिससे शरीर में तरल पदार्थ का स्तर कम हो जाता है।

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