गुरुवार, 23 अप्रैल 2020

अमरनाथ यात्रा रद्द करने का फैसला निरस्त

नई दिल्ली। कोरोना महामारी के चलते अमरनाथ श्राइन बोर्ड पूरी तरह से असमजंस की स्थिति में हैं। बुधवार शाम में 2020 में होने वाली अमरनाथ यात्रा रद कर दी गई थी जिसके तुरंत बाद ही इस फैसले को वापस ले लिया गया। जम्मू कश्मीर सूचना निदेशालय ने प्रेस नोट को वापस ले लिया है, जिसमें अमरनाथ यात्रा 2020 को रद्द करने की जानकारी दी गई थी। अमरनाथ यात्रा को लेकर राजभवन में आज बुलाई गई श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड की 38वीं बैठक में यात्रा के सभी पहलुओं पर विचार करने के बाद सभी सदस्यों ने आम राय बनाते हुए वार्षिक अमरनाथ यात्रा को कोरोना प्रकोप को देखते हुए रद करने का निर्णय लिया था। बैठक के बाद इस फैसले के अधिकारितक तौर पर घोषणा भी कर दी गई परंतु कुछ ही घंटों बाद यात्रा रद करने के फैसले को वापस लेते हुए सरकार ने इस संबंध में पहले जारी किए गए आदेश को रद करने का एलान कर दिया।


अनुच्छेद 370 हटने के बाद बीच में ही रोक दी गई थी यात्रा


मालूम हो कि 2000 में अमरनाथ श्राइन बोर्ड बनाया गया था। जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल इसके चेयरमैन होते हैं। इससे पहले पिछले साल अगस्त में केंद्र सरकार ने अनुच्छेद 370 हटाने के ठीक 3 दिन पहले सुरक्षा का हवाला देते हुए अमरनाथ यात्रा रोक दी थी। यात्रा रोके जाने तक साढ़े तीन लाख लोग पवित्र गुफा में दर्शन कर चुके थे।


गौरतलब है कि तय कार्यक्रम के तहत इस यात्रा के लिए एक अप्रैल से रजिस्ट्रेशन शुरू होने थे। देशभर में कोरोना के चलते लॉकडाउन किया गया है। जम्मू में जिस यात्री निवास को अमरनाथ यात्रियों का बेस कैम्प बनाया जाता था, वह इन दिनों क्वारैंटाइन सेंटर बना हुआ है। जम्मू कश्मीर की सीमा को सील किया हुआ है और जरूरी सामान के अलावा किसी भी गाड़ी के आनेजाने की मनाही है।


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