मंगलवार, 17 अक्तूबर 2023

माता कुष्मांडा को समर्पित 'नवरात्रि' का चौथा दिन

माता कुष्मांडा को समर्पित 'नवरात्रि' का चौथा दिन 

सरस्वती उपाध्याय 
नवरात्र-पूजन के चौथे दिन कूष्माण्डा देवी के स्वरूप की उपासना की जाती है। इस दिन साधक का मन 'अनाहत' चक्र में अवस्थित होता है। अतः इस दिन उसे अत्यंत पवित्र और अचंचल मन से कूष्माण्डा देवी के स्वरूप को ध्यान में रखकर पूजा-उपासना के कार्य में लगना चाहिए।

कूष्मांडा - नवदुर्गाओं में चतुर्थ

जब सृष्टि का अस्तित्व नहीं था, तब इन्हीं देवी ने ब्रह्मांड की रचना की थी। अतः ये ही सृष्टि की आदि-स्वरूपा, आदिशक्ति हैं। इनका निवास सूर्यमंडल के भीतर के लोक में है। वहाँ निवास कर सकने की क्षमता और शक्ति केवल इन्हीं में है। इनके शरीर की कांति और प्रभा भी सूर्य के समान ही दैदीप्यमान हैं।
इनके तेज और प्रकाश से दसों दिशाएँ प्रकाशित हो रही हैं। ब्रह्मांड की सभी वस्तुओं और प्राणियों में अवस्थित तेज इन्हीं की छाया है। माँ की आठ भुजाएँ हैं। अतः ये अष्टभुजा देवी के नाम से भी विख्यात हैं। इनके सात हाथों में क्रमशः कमंडल, धनुष, बाण, कमल-पुष्प, अमृतपूर्ण कलश, चक्र तथा गदा है। आठवें हाथ में सभी सिद्धियों और निधियों को देने वाली जपमाला है। इनका वाहन शेर है।

श्लोक
सुरासंपूर्णकलशं रुधिराप्लुतमेव च।
दधाना हस्तपद्माभ्यां कूष्माण्डा शुभदास्तु मे ॥
प्रथमं शैलपुत्री च द्वितीयं ब्रह्मचारिणी। तृतीयं चन्द्रघण्टेति कूष्माण्डेति चतुर्थकम् ।। पंचमं स्कन्दमातेति षष्ठं कात्यायनीति च। सप्तमं कालरात्रीति महागौरीति चाष्टमम् ।।

महिमा
माँ कूष्माण्डा की उपासना से भक्तों के समस्त रोग-शोक मिट जाते हैं। इनकी भक्ति से आयु, यश, बल और आरोग्य की वृद्धि होती है। माँ कूष्माण्डा अत्यल्प सेवा और भक्ति से प्रसन्न होने वाली हैं। यदि मनुष्य सच्चे हृदय से इनका शरणागत बन जाए तो फिर उसे अत्यन्त सुगमता से परम पद की प्राप्ति हो सकती है।

विधि-विधान से माँ के भक्ति-मार्ग पर कुछ ही कदम आगे बढ़ने पर भक्त साधक को उनकी कृपा का सूक्ष्म अनुभव होने लगता है। यह दुःख स्वरूप संसार उसके लिए अत्यंत सुखद और सुगम बन जाता है। माँ की उपासना मनुष्य को सहज भाव से भवसागर से पार उतारने के लिए सर्वाधिक सुगम और श्रेयस्कर मार्ग है।

माँ कूष्माण्डा की उपासना मनुष्य को आधियों-व्याधियों से सर्वथा विमुक्त करके उसे सुख, समृद्धि और उन्नति की ओर ले जाने वाली है। अतः अपनी लौकिक, पारलौकिक उन्नति चाहने वालों को इनकी उपासना में सदैव तत्पर रहना चाहिए।

उपासना
चतुर्थी के दिन माँ कूष्मांडा की आराधना की जाती है। इनकी उपासना से सिद्धियों में निधियों को प्राप्त कर समस्त रोग-शोक दूर होकर आयु-यश में वृद्धि होती है। प्रत्येक सर्वसाधारण के लिए आराधना योग्य यह श्लोक सरल और स्पष्ट है। माँ जगदम्बे की भक्ति पाने के लिए इसे कंठस्थ कर नवरात्रि में चतुर्थ दिन इसका जाप करना चाहिए।

या देवी सर्वभू‍तेषु माँ कूष्माण्डा रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।'
अर्थ : हे माँ! सर्वत्र [2] विराजमान और कूष्माण्डा के रूप में प्रसिद्ध अम्बे, आपको मेरा बार-बार प्रणाम है। या मैं आपको बारंबार प्रणाम करता हूँ। हे माँ, मुझे सब पापों से मुक्ति प्रदान करें।
अपनी मंद, हल्की हँसी द्वारा अंड अर्थात ब्रह्मांड को उत्पन्न करने के कारण इन्हें कूष्माण्डा देवी के रूप में पूजा जाता है। संस्कृत भाषा में कूष्माण्डा को कुम्हड़ कहते हैं। बलियों में कुम्हड़े की बलि इन्हें सर्वाधिक प्रिय है। इस कारण से भी माँ कूष्माण्डा कहलाती हैं।

पूजन
इस दिन जहाँ तक संभव हो बड़े माथे वाली तेजस्वी विवाहित महिला का पूजन करना चाहिए। उन्हें भोजन में दही, हलवा खिलाना श्रेयस्कर है। इसके बाद फल, सूखे मेवे और सौभाग्य का सामान भेंट करना चाहिए। जिससे माताजी प्रसन्न होती हैं। और मनवांछित फलों की प्राप्ति होती है।

व्रत रखने में कमजोरी, 5 स्वस्थ पेय जानिए

व्रत रखने में कमजोरी, 5 स्वस्थ पेय जानिए 

सरस्वती उपाध्याय 
देशभर में नवरात्रि का त्योहार उत्साह और उमंग के साथ मनाया जा रहा है। इस दौरान लोग पूचा-अर्चना के साथ-साथ व्रत रख रहे हैं।
हालांकि, व्रत रखने के 1-2 दिन बाद ही कमजोरी महसूस होने लगती है। ऐसे में आपको अपनी डाइट में पौष्टिक और हाइड्रेटेड पेय को शामिल करना चाहिए।
स्वस्थ पेय आपको दिनभर ऊर्जावान महसूस कराने और प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने में मदद करेंगे।
आइये, आज व्रत अनुकूल 5 स्वस्थ पेय जानते हैं।

साबूदाना ठंडाई 
कई खनिज और पोषक तत्वों से भरपूर साबूदाना व्रत के लिए एक पसंदीदा विकल्प है। ठंडाई के स्वाद के साथ साबूदाना से बना यह पेय व्रत में पीने के लिए फायदेमंद है।
इलायची, सौंफ और काली मिर्च से युक्त यह पेय पाचन के लिए अच्छा है।
इसके अलावा इसके सेवन से व्रत के दौरान आपको कमजोरी महसूस नहीं होगी और आप दिनभर ऊर्जावान महसूस करेंगे।
घर पर साबूदाना से बने इन व्यंजनों को भी बनाएं।

नारियल और खजूर की स्मूदी 
अगर आप व्रत के दौरान अपने पेट को देर तक भरा हुआ रखना चाहते हैं तो इसके लिए यह पेय एक बेहतरीन विकल्प है।
खजूर, नारियल, इलायची और सेंधा नमक से बनी यह स्मूदी फाइबर, विटामिन और खनिजों से भरपूर है।
यह आपको दिनभर ऊर्जावान महसूस कराने, प्रतिरक्षा प्रणाली और पूरे शरीर को मजबूत बनाने में मदद करता है। इस स्वस्थ पेय को व्रत के दौरान अपनी डाइट का हिस्सा जरूर बनाएं।

छाछ 
यह पेय दही और पानी से बनाई जाती है और इसमें स्वाद के लिए तरह-तरह के मसाले मिलाए जाते हैं।
यह इलेक्ट्रोलाइट्स से भरपूर होती है, जो शरीर से पानी की कमी को पूरा करता है।
इसके अलावा छाछ में विटामिन-D और कैल्शियम की अच्छी मात्रा मौजूद होती है, जो हड्डियों को मजबूती प्रदान करने के साथ ही इनके विकास में मददगार है।
यहां जानिए दही और छाछ के बीच का अंतर।

अदरक और नींबू का पानी 
नींबू पानी में ताजा अदरक का रस और चुटकी भर सेंधा नमक मिलाने से यह मसालेदार पेय तैयार हो जाता है।
इसमें कई पोषक तत्व मौजूद होते हैं, जो आपके शरीर को ऊर्जा प्रदान करते हैं इसलिए इस पेय का सेवन व्रत के दौरान किया जा सकता है।
यह स्वस्थ पेय पाचन क्रिया और पेट के स्वास्थ्य के लिए भी बहुत फायदेमंद है।
मखाने से बने इन व्रत अनुकूल स्नैक्स को भी आजमाएं।

केला और बादाम का शेक
शेक स्वस्थ फलों, दही और दूध से तैयार होने वाला पेय है, जिसका सेवन स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है।
इसमें कई पोषक तत्व मौजूद होते हैं, जो आपके शरीर को ऊर्जा प्रदान करते हैं, इसलिए इस पेय का सेवन व्रत के दौरान किया जा सकता है।
नवरात्रि में आप केला और बादाम की स्मूदी को आजमा सकते हैं। क्योंकि यह पेय आपके पेट को देर तक भरा हुआ रखने में मदद करेगा।

18 से 21 तक मौसम शुष्क रहने की संभावना

18 से 21 तक मौसम शुष्क रहने की संभावना 

पंकज कपूर 
देहरादून/नैनीताल। आईएमडी ने एक बार फिर मौसम पूर्वानुमान जारी करते हुए 21 अक्टूबर तक राज्य में मौसम की भविष्यवाणी की है। मंगलवार को उत्तराखंड राज्य में उधमसिंह नगर और हरिद्वार जनपद को छोड़कर शेष जनपदों में जहां येलो अलर्ट जारी कर लोगों को गरजन आकाशीय बिजली गिरने तथा ओलावृष्टि से सचेत किया है। 
वही, मौसम विभाग ने 18 अक्टूबर से 21 अक्टूबर तक राज्य में मौसम शुष्क रहने की बात करते हुए चमोली जनपद में 18 अक्टूबर को बहुत हल्की बरसात तथा पिथौरागढ़ और बागेश्वर जनपद में 18 अक्टूबर और 19 अक्टूबर को बहुत हल्की बरसात की बात कही हैं। इस तरह 21 अक्टूबर तक राज्य के उच्च हिमालय क्षेत्र में जहां हल्की बूंदाबांदी और बर्फबारी की संभावना मौसम विभाग ने जताई है। उधर उच्च हिमालय क्षेत्र में हो रही बरसात और बर्फबारी के बीच क्षेत्र में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। उधर आईएमडी ने सुबह 9.00 बजे से दोपहर 12.00 बजे तक तात्कालिक मौसम पूर्वानुमान जारी करते हुए उत्तराखंड राज्य के उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली तथा बागेश्वर जनपदों में कहीं-कहीं गरजन वाले बादल विकसित होने तथा बहुत हल्की वर्षा होने की संभावना जताई है मौसम विभाग ने इस बीच नैनीताल में 27, भडसार में 32, बेतालघाट में 35, चोरगलियां में 27.5, धनोल्टी में 26, असरोरी सतपुली में 24.5, यम्केश्वर में 24, घाट में 23.5, हल्द्वानी में 23.2, बागेश्वर में 23.5, मसूरी में 22.1, कोटद्वार में 22, मोकमपुर में 21, पौड़ी में 21.5, कालाढूंगी रानीचोरी में 21 और द्वाराहाट में 20.5 मिली मीटर बरसात मौसम विभाग ने रिकॉर्ड की है। नैनीताल में मंगलवार को सुबह हल्की वर्षा होने के बाद के बाद बादल छाये रहे। कभी-कभी धूप भी निकली।

डीएम ने समस्याओं का समाधान करने के निर्देश दिए

डीएम ने समस्याओं का समाधान करने के निर्देश दिए

भानु प्रताप उपाध्याय 
मुजफ्फरनगर। जिला उद्योग बंधु समिति की बैठक में जिलाधिकरी अरविंद मल्लपा बंगारी ने जिले के उद्योगपतियों की समस्याओं का प्राथमिकता से समाधान करने के निर्देश दिए। इस दौरान जिलो के उद्योगपतियों ने सडक में गड्ढों सहित कईं समस्याएं उठाई।
विकास भवन सभागार में जिला उद्योग बंधु समिति की बैठक में एकल खिड़की योजना, निवेश मित्र योजना की समीक्षा की गई, जिसमें श्रम विभाग, एक्साइज विभाग, विद्युत विभाग, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, अग्निशमन विभाग के अधिकारी मौजूद रहे। सरकारी अनुदान परक विभागीय योजनाओ, मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम व संधावली रेलवे अंडर पास, यूपीसीडा आदि पर गहन समीक्षा की गई तथा सम्बन्धित अधिकारियों को समस्या के निस्तारण करने के निर्देश दिए गए। डीएम के समक्ष उद्यमियों ने सड़को के गड्ढे संबंधी समस्याओं से भी अवगत कराया।
जिलाधिकारी ने एक्सईएन पीडब्लूडी को समस्या के निस्तारण के दिशा-निर्देश दिए। बैठक में औद्योगिक संगठनों द्वारा कर्मचारी भविष्य निधि संगठन एवं बिजली विभाग से संबंधित अन्य समस्याएं भी उठीं। डीएम ने कहा कि सभी विभाग यह सुनिश्चित करें कि उद्यमियों की समस्याओं का समय से निस्तारण हो। बैठक में सीडीओ संदीप भागिया, उपायुक्त उद्योग जैस्मिन सहित उद्यमी एवं जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।

मां विंध्यवासिनी के दर्शन के लिए उमड़ी भीड़

मां विंध्यवासिनी के दर्शन के लिए उमड़ी भीड़ 

राजेश सिंह 
मिर्जापुर। शारदीय नवरात्रि के तृतीया तिथि दिन मंगलवार को भी दर्शनार्थियों की भीड़ मां विंध्यवासिनी के दर्शन के लिए उमड़ पड़ी। न्यू वीआईपी की तरफ से मुख्य सड़क से ही मंदिर तक दर्शनार्थियों की दो-दो कतारें लगी रहीं। मां के जयकारे से पूरा विंध्य धाम गूंजता रहा। इसी प्रकार अष्टभुजा माता व काली खोह मंदिर पर भी दर्शनार्थियों की बड़ी भीड़ रही। बहुत से दर्शनार्थियों ने रोपवे का आनंद लिया।
वहीं, परिक्रमा पथ को भी बाहर से आए भक्त व अन्य लोग बड़े ध्यान से देख रहे थे। कई लोग विंध्य कारीडोर के बारे में भी चर्चा करते दिखाई दिए। विंध्य क्षेत्र के मेला में बिक रही विविध सामग्री भी लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती रही। महिलाओं ने सिंदूर व चूड़ी के साथ अन्य वस्तुओं की खरीदारी की। वही मंदिर के छत पर जगह-जगह बैठ साधकों द्वारा पूजा पाठ कर दर्शन पूजन में लीन रहे। मंदिरों में प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी व्यवस्था का जायजा लेते रहे।
जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने मंगलवार की सुबह ही विंध्याचल पहुंच कर शारदीय नवरात्र मेला का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस दौरान दर्शन के लिए कतारबद्ध श्रद्धालुओं से भी वार्ता किया तथा भ्रमण कर जोनल व सेक्टर मजिस्ट्रेटों की ड्यूटी प्वाइन्ट को चेक करते हुए भीड़ को नियंत्रित करने के दृष्टिगत आवश्यक दिशा-निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने कहा कि दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं कोई असुविधा न हो सुरक्षा व्यवस्थाओं व जन सुविधाओं पर कडी निगरानी रखी जाए। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी शिव प्रताप शुक्ला भी उपस्थित रहे।

छात्र के निलंबन के विरोध में हंगामा, जड़ा ताला

छात्र के निलंबन के विरोध में हंगामा, जड़ा ताला 

बृजेश केसरवानी 
प्रयागराज। इलाहाबाद विश्वविद्यालय में आंदोलन करने वाले छात्र के निलंबन के विरोध में मंगलवार को हंगामा हो गया। छात्रों ने विश्वविद्यालय के मुख्य गेट पर ताला जड़ दिया। प्रोक्टोरियल बोर्ड के सदस्यों और छात्रों के बीच नोक झोंक भी हुई। इविवि के सुरक्षा कर्मियों ने छात्रों पर लाठियां भांजी। हंगामा बढ़ने पर पुलिस ने पांच छात्रों को हिरासत में ले लिया।
विश्वविद्यालय प्रशासन ने निलंबित छात्र हरेंद्र यादव के परिसर में प्रवेश और परीक्षा में शामिल होने पर भी रोक लगा दी है। विश्वविद्यालय में मिड टर्म की परीक्षाएं चल रही हैं। छात्र सुबह परीक्षा देने पहुंचा तो उसे गेट पर ही रोक दिया गया। इस पर छात्रों और सुरक्षा कर्मियों के बीच झड़प हो गई। छात्रों ने हंगामा शुरू कर दिया और मेन गेट पर ताला लगा दिया।
इस बीच चीफ प्रॉक्टर डॉक्टर राकेश सिंह अपनी टीम के साथ पहुंचे और छात्रों को वहां से हटने के लिए कहा। प्रोक्टोरियल बोर्ड की टीम और विश्वविद्यालय के सुरक्षा कर्मियों ने एक छात्र की पिटाई भी कर दी, जिससे मामला बिगड़ गया। वहां मौजूद पुलिस ने पांच छात्रों को हिरासत में ले लिया, जिसमें निलंबित छात्र हरेंद्र यादव भी शामिल है।

कुत्ते को घसीटकर तालाब में ले गया कंगारू, वायरल

कुत्ते को घसीटकर तालाब में ले गया कंगारू, वायरल 

सरस्वती उपाध्याय 
सोशल मीडिया पर आए दिन वाइल्ड लाइफ से जुड़े वीडियो वायरल होते रहते हैं। कुछ वीडियो ऐसे होते हैं, जो सभी को पसंद आते हैं। वहीं कई वीडियो को देखकर हर कोई चौंक जाता है। इन दिनों सोशल मीडिया पर एक ऐसा ही वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक कंगारू एक कुत्ते को अपने पंजों में जकड़ा नजर आ रहा है। वीडियो में कुत्ते की बेबसी साफ नजर आ रही है, जो चाहकर भी कंगारू के चंगुल से खुद को आजाद नहीं कर पा रहा है। 
जब मोलोनी नाम का एक शख्स अपने पालतू कुत्ते को मुर्रे नदी के किनारे सैर पर लेकर गया था। इस बीच डॉगी एकाएक गायब हो गया। इस दौरान शख्स अपने डॉगी को हर जगह ढूंढता रहा, तभी उसकी नजर एक कंगारू पर पड़ी, जो उसके डॉगी को घसीटकर तालाब के अंदर ले जा रहा था। वायरल हो रहा है ये वीडियो ऑस्ट्रेलिया का बताया जा रहा है। वीडियो में आप देख जा सकते हैं कि, दो मीटर लंबा एक कंगारू एक कुत्ते को घसीटकर तालाब के अंदर तक ले जाता है, जिसे वो बेहद बुरी तरह अपने पंजों में जकड़ा हुए है। 
वहीं वीडियो में आप देख सकते हैं कि, मोलोनी किसी तरह अपने कुत्ते को कंगारू की पकड़ से छुड़ा लेता है। वीडियो में देख सकते हैं कि, सीना तानकर खड़ा कंगारू मोलोनी को किस तरह गुस्से में घूर रहा होता है। वहीं इस बीच कंगारू मोलोनी पर हमला भी करता है, लेकिन वह बच निकलता है। वीडियो देख चुके लोग मालिक की अपने पालतू कुत्ते की जान बहादुरी से बचाने के लिए काफी तारीफ कर रहे हैं।

'संविधान' का रक्षक इंडिया समूह, भक्षक भाजपा

'संविधान' का रक्षक इंडिया समूह, भक्षक भाजपा  संदीप मिश्र  शाहजहांपुर। समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को कहा कि मौजूदा...