सोमवार, 5 दिसंबर 2022

बागपत: कमेटी की साप्ताहिक बैठक का आयोजन 

बागपत: कमेटी की साप्ताहिक बैठक का आयोजन 


आजाद नगर, मौहल्ला कमेटी बड़ौत ने मास्टर राजीव कुमार को वार्ड न0 3 से सभासद प्रत्यासी चुना

गोपीचंद 

बागपत। कल्याण भारती सेवा संस्थान के कार्यालय, आजाद नगर बड़ौत पर मौहल्ला कमेटी की साप्ताहिक बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें संगठन विस्तार पर विशेष बल देतेहुये कमेटी के निष्क्रिय सदस्यों को एक्टिव करने हेतु प्रयासों को प्रभावी करने हेतु व वर्तमान के कुछ अहम विषयों पर चिंतन मनन किया गया। 

बैठक की अध्यक्षता कमेटी के अध्यक्ष श्रीमान सतेन्द्र उज्ज्वल ने की संचालन कमेटी के महामन्त्री व मीडिया प्रभारी गोपी चंद सैनी ने किया। बैठक में उपस्थित कमेटी के संरक्षक श्री राजकुमार रुहेला, संरक्षक श्री रामकिशन कश्यप, संगठन मंत्री श्री सुंदर लाल रुहेला व प्रचार मंत्री श्री रामकिशन, श्री विनोद कुमार ने बैठक में रखे गये सभी बिंदुओं पर बारी बारी से अपने विचार रखे।

कमेटी की बैठक में उपस्थित सभी सम्मानित सदस्यगणों की सहमति से नगरीय निकाय चुनाव हेतु बड़ौत वार्ड नं0 3 से मास्टर राजीव कुमार को सभासद प्रत्यासी के रूप में मौहल्ला कमेटी की और से उतारने की सामूहिक स्वकृति हुई।

जी-20 शिखर सम्मेलन, बैठक की अध्यक्षता की

जी-20 शिखर सम्मेलन, बैठक की अध्यक्षता की

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री ने जी-20 शिखर सम्मेलन को लेकर केंद्र सरकार द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक की सोमवार को अध्यक्षता की। राष्ट्रपति भवन में हुई यह बैठक जी-20 शिखर सम्मेलन को लेकर सुझाव मांगने एवं रणनीतियों पर चर्चा करने के लिये बुलाई गई थी। इस बैठक में कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने लिया हिस्सा लिया जिसमें पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ममता बनर्जी, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, सिक्किम में मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के अलावा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी शामिल हैं।

बैठक में भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जे पी नड्डा, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा, माकपा महासचिव सीताराम येचुरी, भाकपा महासचिव डी राजा, तेलगू देशम पार्टी के प्रमुख चंद्रबाबू नायडू आदि शामिल हैं। इस बैठक में सरकार की ओर से गृह मंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, विदेश मंत्री एस जयशंकर, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल आदि मौजूद थे।

सूत्रों ने बताया कि बैठक में विदेश मंत्रालय की ओर से जी20 की भारत की अध्यक्षता को लेकर सरकार की योजनाओं एवं इससे जुड़े कार्यक्रमों के बारे में एक प्रस्तुति दी जायेगी । संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी की ओर से करीब 40 दलों के अध्यक्षों को बैठक में आमंत्रित किया गया है। भारत ने एक दिसंबर को आधिकारिक रूप से जी20 की अध्यक्षता ग्रहण की है। इस साल दिसंबर से देश के विभिन्न स्थानों पर 200 से अधिक जी20 बैठकों की मेजबानी किए जाने की उम्मीद है। अगले साल नौ और 10 सितंबर को नयी दिल्ली में जी20 नेताओं का शिखर सम्मेलन होना है। इससे पहले देश के विभिन्न हिस्सों में जी20 की कई बैठकें आयोजित की जाएंगी।

जी20 दुनिया की प्रमुख विकसित और विकासशील अर्थव्यवस्थाओं का एक अंतर सरकारी मंच है। इसमें अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मेक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, ब्रिटेन, अमेरिका और यूरोपीय संघ शामिल हैं।

जी20 दुनिया की प्रमुख विकसित और विकासशील अर्थव्यवस्थाओं का एक अंतर सरकारी मंच है। इसमें अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मेक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, ब्रिटेन, अमेरिका और यूरोपीय संघ शामिल हैं।
जी20 दुनिया की प्रमुख विकसित और विकासशील अर्थव्यवस्थाओं का एक अंतर सरकारी मंच है। इसमें अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मेक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, ब्रिटेन, अमेरिका और यूरोपीय संघ शामिल हैं।
जी20 दुनिया की प्रमुख विकसित और विकासशील अर्थव्यवस्थाओं का एक अंतर सरकारी मंच है। इसमें अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मेक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, ब्रिटेन, अमेरिका और यूरोपीय संघ शामिल हैं।

सरकार ने 6 दिसंबर को सर्वदलीय बैठक बुलाई 

सरकार ने 6 दिसंबर को सर्वदलीय बैठक बुलाई 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। सरकार ने संसद के शीतकालीन सत्र से पहले छ: दिसंबर को सर्वदलीय बैठक बुलाई है, जिसमें विभिन्न दलों के सदन के नेता हिस्सा लेंगे। इसमें बैठक में सदन का सुचारू रूप से कामकाज सुनिश्चित करने, सत्र के दौरान विधायी कार्यो एवं इससे जुड़े महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा किये जाने की संभावना है। गौरतलब है कि संसद का शीतकालीन सत्र सात दिसंबर से शुरू होगा और यह 29 दिसंबर को समाप्त होगा।

इस सत्र में 17 बैठकें होंगी। सूत्रों ने बताया कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला सत्र मंगलवार को शाम में कार्य मंत्रणा समिति की बैठक करेंगे। इस बार उन्होंने पारंपरिक तौर पर सत्र से पहले आयोजित किये जाने वाले सर्वदलीय बैठक की बजाए कार्य मंत्रणा समिति की बैठक बुलाने का निर्णय किया है। पिछले सप्ताह सरकार ने शीतकालीन सत्र के दौरान पेश किये जाने वाले 16 विधेयकों की सूची जारी की थी । संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने इस बैठक के लिये लोकसभा एवं राज्यसभा में विभिन्न दलों के नेताओं को निमंत्रण भेजा था। इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मौजूद रहने की संभावना है।

इसमें कहा गया है कि संसद के आसन्न शीतकालीन सत्र में लिये जाने वाले संभावित विधायी कार्यों एवं महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा के लिये लोकसभा एवं राज्यसभा में राजनीतिक दलों के सदन के नेताओं को आमंत्रित कर रहे हैं। सत्र के दौरान ही आठ दिसंबर को हिमाचल प्रदेश और गुजरात विधानसभा चुनाव के परिणाम भी सामने आएंगे। ऐसे में शीतकालीन सत्र पर इन दोनों राज्यों के चुनाव परिणाम की छाया भी देखने को मिलेगी। सरकार ने संसद के शीतकालीन सत्र के सुचारू रूप से संचालन के लिये सभी दलों के नेताओं का सहयोग मांगा है।

चुनाव के दूसरे व अंतिम चरण के लिए मतदान खत्म 

चुनाव के दूसरे व अंतिम चरण के लिए मतदान खत्म 

इकबाल अंसारी 

अहमदाबाद। गुजरात विधानसभा चुनाव के दूसरे व अंतिम चरण के लिए सोमवार (5 दिसंबर) को मतदान खत्म हो गया है। दूसरे फेज में शाम 5 बजे तक करीब 58.70 प्रतिशत मतदान हुआ है। जो लोग अभी वोटिंग की लाइन में लगे हैं वो निर्धारित समय 5 बजे के बाद भी वोट कर सकते हैं। मालूम हो कि राज्य के 14 जिलों की 93 सीट पर सोमवार सुबह आठ बजे मतदान शुरू हुआ। अहमदाबादवडोदरा एवं गांधीनगर सहित 14 जिलों के इन 93 विधानसभा क्षेत्रों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल सहित 61 राजनीतिक दलों के कुल 833 उम्मीदवार मैदान में हैं।

गुजरात चुनाव के दूसरे और अंतिम दौर में 14 जिलों में 93 सीटों पर वोटिंग हुई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने अहमदाबाद में एक मतदान केंद्र पर अपना वोट डाला है। अहमदाबादवडोदरागांधीनगर और अन्य जिलों में फैले इन विधानसभा क्षेत्रों में 61 राजनीतिक दलों के कुल 833 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं। दूसरे चरण में सबसे अधिक मतदान साबरकांठा में 65.84% हुआ और सबसे कम मतदान अहमदाबाद में 53.16% हुआ है।

गुजरात चुनाव के लिए मतदान
इससे पहले 1 दिसंबर को पहले फेज में 89 सीटों के लिए वोटिंग हुई थी जिसमें करीब 63 प्रतिशत मतदान हुआ था। गुजरात चुनाव के नतीजे 8 दिसंबर को हिमाचल के साथ जारी किए जाएंगे। गुजरात के पहले फेज में दक्षिण गुजरात
कच्छ और सौराष्ट्र में मतदान हुआ था। पहले फेज में 788 उम्मीदवार मैदान में थे। पहले चरण में सबसे ज्यादा मतदान डेडियापाडानर्मदा जिले में 82.71 प्रतिशत हुआ था। इसके बाद कपराडावलसाड जिले में 79.57 प्रतिशत वोट डाले गए थे। सबसे कम मतदान47.86%कच्छ जिले में गांधीधाम सीट पर हुआ था। नर्मदा जिले में सबसे ज्यादा 78.24% मतदान हुआ था। बोटाड जिले में सबसे कम 57.58% मतदान हुआ।

अब्दुल्ला को एक और कार्यकाल के लिए अध्यक्ष चुना

अब्दुल्ला को एक और कार्यकाल के लिए अध्यक्ष चुना

इकबाल अंसारी 

श्रीनगर। डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी (डीएपी) के अध्यक्ष और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद ने नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) के अध्यक्ष के तौर पर फारूक अब्दुल्ला के दोबारा निर्वाचित होने को लेकर सोमवार को उन्हें बधाई दी। अब्दुल्ला को एक और कार्यकाल के लिए सोमवार को नेकां का अध्यक्ष चुना गया।

आजाद ने 85 वर्षीय अब्दुल्ला के बेहतर स्वास्थ्य और जम्मू-कश्मीर की राजनीति में उनकी लंबी पारी की कामना की। आजाद ने एक बयान में कहा, ‘‘मैं नेकां अध्यक्ष दोबारा चुने जाने पर अब्दुल्ला को बधाई देता हूं। चूंकि वह फिर से पार्टी अध्यक्ष निर्वाचित हुए हैं, इसलिये मुझे यकीन है कि जम्मू-कश्मीर की राजनीति फले-फूलेगी और लोकतांत्रिक दायरे का विस्तार होगा।’’

कोश्यारी को हटाने के लिए विरोध-प्रदर्शन किया

कोश्यारी को हटाने के लिए विरोध-प्रदर्शन किया

कविता गर्ग 

औरंगाबाद। महाराष्ट्र के औरंगाबाद में सोमवार को राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को हटाने के लिए विरोध-प्रदर्शन किया गया। राज्यपाल ने हाल ही में डॉ. बीएएमयू विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में छत्रपति शिवाजी महाराज के खिलाफ टिप्पणी की थी। जिसके बाद शिवप्रेमी और मराठा क्रांति मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने केंद्रीय रेल और खान राज्य मंत्री रावसाहेब दानवे के घर के बाहर विरोध प्रदर्शन किया।

गौरतलब है कि इससे पहले शिव प्रेमियों ने रविवार को राज्य के कैबिनेट मंत्री अतुल सावे के सामने 'ढोल बजाकर आंदोलन' किया था। शिव प्रेमी और मराठा समुदाय के आंदोलनकारी आज औरंगाबाद के सतारा परिसर इलाके में श्री दानवे के घर के सामने एकत्रित हुए और 'राज्यपाल हटाओ, महाराष्ट्र बचाओ' के नारे लगाने के साथ प्रदर्शन करने लगे।

उन्होंने कोश्यारी को राज्यपाल के पद से हटाने की मांग की। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर महापुरुषों का अपमान करने वालों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो वे सड़कों पर उतरकर अपना आंदोलन तेज करेंगे।

मीडिया ने 'भारत जोड़ो यात्रा' का बहिष्कार किया

मीडिया ने 'भारत जोड़ो यात्रा' का बहिष्कार किया

नरेश राघानी 

जयपुर/झालावाड़। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को मुख्यधारा की मीडिया से नाराजगी दिखाते हुए आरोप लगाया कि राष्ट्रीय मीडिया ने राहुल गांधी की 'भारत जोड़ो यात्रा' का बहिष्कार किया है। क्योंकि संपादक और मालिक दबाव में हैं। उन्होंने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मीडिया लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के रूप में अपना कर्तव्य निभाने में पूरी तरह से विफल रहा है और इतिहास उसे माफ नहीं करेगा।

कांग्रेस महासचिव (संचार और मीडिया प्रभारी) जयराम रमेश ने मौके पर मौजूद पत्रकारों का बचाव करते हुए कहा कि उन्हें दोष नहीं दिया जाना चाहिए क्योंकि वे तो अपना कर्तव्य निभा रहे हैं। गहलोत ने कहा, ‘‘मेरा विशेष रूप से राष्ट्रीय मीडिया पर आरोप है कि उसने यात्रा को बहिष्कार कर रखा है।

हमारे (पत्रकार) साथी यहां बैठे हुए हैं, इनकी कोई गलती नहीं है।.. आप तो अपना धर्म निभाते हैं लेकिन (आपके) मालिक लोग, सम्पादक दबाव में हैं, उन्होंने बहिष्कार किया है।’’ उन्होंने कहा कि क्या गजब की यात्रा है, जो सोशल मीडिया देखते हैं, वह गर्व करते हैं कि किस प्रकार से लाखों लोग जुड़ रहे हैं। उनका कहना था कि इसका मतलब यह हुआ कि नेशनल मीडिया जो साथ नहीं दे रहा है उसे सामाजिक सरोकार से मतलब नहीं है.. जिसके लिये मीडिया वह बना है। उन्होंने कहा, ‘‘मीडिया चौथा स्तंभ है .. इसकी अहमियत है।’’ उन्होंने कहा,‘‘ राहुल गांधी की सकारात्मक यात्रा है.. किसी के प्रति कोई दुर्भावना नहीं है।

वह सबको गले लगा रहे हैं। अब बताईये इस देश को और क्या चाहिए।’’ गहलोत ने मीडिया को चेतावनी दी, ‘‘ अगर ऐसी यात्रा को आप नहीं दिखायेंगे तो आप अपना कर्तव्य पूरा नहीं करेंगे। कान खोल कर सुन लीजिए.. नेशनल मीडिया वाले भी और स्टेट मीडिया वाले भी। इतिहास आपको माफ नहीं करेगा।’’ उन्होंने आरोप लगाया कि मीडिया दबाव में है। उन्होंने सवाल किया कि पहले जब भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी की यात्रा निकली थी तो क्या पूरे देश के मीडिया ने उसे नहीं उठाया था। मुख्यमंत्री ने कहा कि मीडिया घरानों के भी 'हाईकमान' होते हैं और मीडिया के लोग भी तबादलों और पोस्टिंग से डरते हैं।उन्होंने कहा, ‘‘मुझे मालूम है आपका स्थानांतरण एवं पदस्थापना होती है।

आप भी तबादला से घबरा जाते हैं। और तो और कोरोना वायरस महामारी के नाम पर तनख्वाह एक लाख से घटाकर 70 हजार.. 30 हजार कर दी गयी। मुझे मालूम है कि महामारी खत्म हो जाने के बाद तनख्वाह वापस नहीं बढ़ाई गयी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए मैं कहना चाहूंगा कि आप अपने मालिक से कह दीजिए कि हम घबराने वाले नहीं है.. राहुल गांधी का रास्ता सच्चाई का है.. सत्य का रास्ता है.. अहिंसा का रास्ता है..उनका कारवां चल पड़ा है।’’ गहलोत ने कहा कि जब सामाजिक कार्यकर्ता मेधा पाटकर ने यात्रा में भाग लिया तो उनका विरोध किया गया। उन्होंने कहा कि वह ही क्यों, आरएसएस, भाजपा के लोग भी यात्रा से जुड़ सकते हैं।

इसके बाद गहलोत के मीडिया पर तीखे हमले पर जयराम रमेश ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा “उन्हें दोष मत दीजिए अशोक जी। उनके पास भी आलाकमान हैं। उनके आलाकमान के लिये यात्रा की कोई मांग नहीं है। लेकिन कुछ पत्रकार हैं जो कन्याकुमारी से इस यात्रा को कवर कर रहे हैं। हमें उनके स्तर पर समर्थन और कवरेज मिल रहा है।’’ रमेश ने कहा कि यह अलग बात है कि मुख्यधारा की मीडिया में खबरों का कवरेज उम्मीद के मुताबिक नहीं होता।

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन

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