गुरुवार, 10 नवंबर 2022

इंग्लैंड ने सेमीफाइनल में भारत को 10 विकेट से हराया 

इंग्लैंड ने सेमीफाइनल में भारत को 10 विकेट से हराया 

इकबाल अंसारी

नई दिल्ली/लंदन। इंग्लैंड ने सेमीफाइनल में भारत को 10 विकेट से हरा दिया है। उसने 169 रन के लक्ष्य को बिना विकेट गंवाए ही हासिल कर लिया। भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में छह विकेट पर 168 रन बनाए। जवाब इंग्लैंड की टीम ने 16 ओवर में बिना किसी नुकसान के 170 रन बना लिए। इंग्लैंड के लिए एलेक्स हेल्स ने 47 गेंद पर नाबाद 86 रन बनाए। कप्तान जोस बटलर ने 49 गेंद पर 80 रन की पारी खेली। भारत के छह में से चार गेंदबाजों ने 10 से ज्यादा की इकोनॉमी रेट से रन दिए।

रोहित शर्मा ने कहा, ”आज का दिन काफी निराशाजनक रहा। हमने अंतिम ओवरों में अच्छी बल्लेबाजी की। हम बेहतर गेंदबाजी नहीं कर सके। यह पूरी तरह नॉकआउट मैचों में दबाव झेलने का मामला था। सभी खिलाड़ी इस स्थिति को समझने के लिए काफी क्रिकेट खेल चुके हैं। कई खिलाड़ी आईपीएल के दौरान दबाव वाले मैच खेल चुके हैं। हम गेंदबाजी के दौरान दबाव में दिखे। उनके ओपनर (जोस बटलर और एलेक्स हेल्स) को इसका श्रेय देना होगा। दोनों ने शानदार बल्लेबाजी की। मुझे लगता है कि पहले ओवर से स्विंग मिल रही थी, लेकिन सही दिशा में हमने गेंदबाजी नहीं की। हमने पाकिस्तान के खिलाफ मैच में दबाव को झेला। बांग्लादेश के खिलाफ भी कुछ ऐसा हुआ था, लेकिन आज हम ऐसा नहीं कर सके।”

उपचुनाव के लिए यादव को उम्मीदवार बनाने का ऐलान

उपचुनाव के लिए यादव को उम्मीदवार बनाने का ऐलान

संदीप मिश्र 

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की मैनपुरी लोकसभा सीट पर होने जा रहे उपचुनाव के लिए समाजवादी पार्टी ने अपना पिटारा खोलते हुए पार्टी उम्मीदवार के नाम का ऐलान कर दिया है। तमाम किंतु परंतु के बीच समाजवादी पार्टी की ओर से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे अखिलेश यादव की पत्नी को उम्मीदवार बनाकर उन्हे इस सीट से इलेक्शन लड़ाने का ऐलान किया है।

बृहस्पतिवार को समाजवादी पार्टी की ओर से उत्तर प्रदेश की मैनपुरी लोकसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए पार्टी सुप्रीमो अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव को अपना उम्मीदवार बनाने का ऐलान किया है। उत्तर प्रदेश की मैनपुरी लोकसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव के लिए समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार के तौर पर कई अन्य नामों पर भी राजनीति के जानकार लोगों द्वारा अपने कयास लगाए जा रहे थे। 

पार्टी के संस्थापक रहे स्वर्गीय मुलायम सिंह यादव, जिनके निधन की वजह से मैनपुरी लोकसभा सीट पर उपचुनाव हो रहा है, उनके भाई शिवपाल यादव भी इस सीट के लिए तगड़े दावेदार के रूप में सामने आ रहे थे। लेकिन बृहस्पतिवार को समाजवादी पार्टी ने तमाम किंतु परंतु पर विराम लगाते हुए स्वर्गीय मुलायम सिंह यादव की पुत्रवधू डिंपल यादव को अपना उम्मीदवार बनाने का अब ऐलान कर अब मामले का पटाक्षेप कर दिया है।

तेज रफ्तार डंपर की चपेट में आया छात्र, मौंत

तेज रफ्तार डंपर की चपेट में आया छात्र, मौंत

संदीप मिश्र 

फिरोजाबाद। साइकिल पर सवार होकर स्कूल में पढ़ने जा रही कक्षा-6 की छात्रा की तेज रफ्तार डंपर की चपेट में आकर मौंत हो जाने के बाद इकट्ठा हुई भीड़ का गुस्सा बुरी तरह से भड़क गया। सूचना पर पहुंची पुलिस द्वारा डंडे फटकारने से भीड़ ने पथराव करते हुए उसे दौड़ा लिया। पुलिस पर पथराव किए जाने से मौके पर भगदड़ मच गई। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए कई उपद्रवियों को हिरासत में ले लिया है। सूचना पर पहुंचे एसपी सिटी, सीओ सिटी एवं अन्य अफसरों ने परिजनों को समझा-बुझाकर मामले को शांत कराया और मृतक छात्रा के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया है।

बृहस्पतिवार को थाना रामगढ़ क्षेत्र के गांव नगला धनी निवासी सोनवीर की 12 वर्षीय बेटी दिव्या साइकिल पर सवार होकर रागी इंटर कॉलेज में शिक्षा ग्रहण करने के लिए जा रही थी। इसी दौरान तेजी से आए डंपर ने साइकिल सवार छात्रा को अपनी चपेट में लेकर उसे टक्कर मार दी। गंभीर रूप से घायल हुई छात्रा को आनन-फानन में सरकारी ट्रामा सेंटर पर ले जाया गया, जहां पर डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। छात्रा की मौत की जानकारी मिलते ही परिजन बुरी तरह से उत्तेजित हो गए। उधर कालेज की छात्राओं ने स्कूल के बाहर धरने पर बैठकर जाम लगा दिया।

सूचना मिलने के बाद मौके पर पुलिस ने जब लोगों को रास्ते से हटाने का प्रयास किया तो मौके पर बवाल हो गया। गुस्साए ग्रामीणों ने पुलिस के ऊपर पथराव कर दिया जिसकी चपेट में पुलिस की जीप भी आ गई। थाना प्रभारी रामगढ़ हरविंद्र मिश्रा पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे, जब उन्होंने लाठियां फटकारते हुए लोगों को हटाने का प्रयास किया तो मौके पर भगदड़ के हालात बन गए। पुलिस के आलाधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों के साथ परिजनों को समझा-बुझाकर शांत किया। इसके बाद पुलिस ने छात्रा के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

खतौली विधानसभा सीट पर 6 दिसंबर को उपचुनाव 

खतौली विधानसभा सीट पर 6 दिसंबर को उपचुनाव 

भानु प्रताप उपाध्याय 

मुजफ्फरनगर। मुजफ्फरनगर में भाजपा विधायक विक्रम सैनी की सदस्यता रद्द होने से खाली हुई खतौली विधानसभा सीट पर 6 दिसंबर को उपचुनाव होगा। जिसके लिए गुरुवार को अधिसूचना जारी कर दी गई। इसके साथ ही पहले दिन 6 लोगों ने नामांकन पत्र खरीदे। 17 नवंबर तक नामांकन पत्र एडीएम कोर्ट कार्यालय में जमा किये जा सकेंगे। एसडीएम खतौली जीत सिंह को रिटर्निंग अधिकारी बनाया गया है।

भाजपा विधायक की सदस्यता रद्द होने के बाद विधानसभा सचिवालय की और से अधिसूचना जारी कर खतौली विधानसभा सीट रिक्त घोषित कर दी गई थी। जिसके उपरांत चुनाव आयोग ने उप चुनाव का कार्यक्रम जारी किया था। जिला निर्वाचन अधिकारी चन्द्रभूषण सिंह ने बताया था कि निर्वाचन आयोग के आदेश के अनुसार 10 नवंबर को चुनाव के लिए अधिसूचना जारी की जाएगी। इसी दिन से नामांकन पत्रों की बिक्री शुरू करने की बात बताई गई थी। जिसके अनुसार गुरुवार से नाम निर्देशन पत्रों की बिक्री की गई।

रिटर्निंग अधिकारी के अनुसार गुरुवार को 6 नाम निर्देशन पत्रों की बिक्री की गई। जिनमं दूधाहेड़ी के यशपाल, रैदासपुरी के माधवराम, सैनी नगर के राकेश सैनी, निर्मल प्रताप और खेड़ी वीरान के रमेश चंद तथा यज्ञपाल शामिल हैं। खतौली विधानसभा उप चुनाव के मद्देनजर नामांकन पत्रों की बिक्री एवं नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। गुरुवार को पहले दिन रिटर्निंग अधिकारी कार्यालय तक पहुंचने से पहले तीन स्थानों पर सुरक्षा चेकिंग की गई। सर्वप्रथम कचहरी गेट फिर रिटर्निंग अधिकारी कार्यालय तक जाने वाली लाबी और उसके पश्चात रिटर्निंग अधिकारी कार्यालय में प्रवेश से पहले भी चेकिंग हुई। पुलिस, पीएसी और सीपीएफ तैनात की गई है।

प्रभावी: जीपीए ने एससी के निर्णय का स्वागत किया 

प्रभावी: जीपीए ने एससी के निर्णय का स्वागत किया 

अकांशु उपाध्याय/इकबाल अंसारी 

नई दिल्ली/गाजियाबाद। जीपीए ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश शिक्षा कमाई का जरिया नही को प्रभावी बताते हुए निर्णय का स्वागत किया है। गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन की अध्य्क्ष सीमा त्यागी ने कहा कि यह निर्णय ऐसे समय मे आया है, जब देश के अधिकतर राज्यो में शिक्षा का बढ़ता व्यवसाईकरण अपनी चरम सीमा पर है। जिसकी वजह से शिक्षा आम आदमी की पहुँच से दूर होकर एक विशेष वर्ग के लोगो के लिए सीमित होने का संदेश दे रही है। शिक्षा के बढ़ते व्यवसाईकरण पर लगाम लगाने के लिए केंद्र और राज्य सरकार चुप्पी साधे रखती है। सरकारो को देश के शिक्षण संस्थानों की फीस पर लगाम लगाने की चुप्पी का एक बड़ा कारण देश के बड़े-बड़े उधोगपतियों और नेताओं का पैसा प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष रूप से शिक्षण संस्थानों में निवेश करना भी हो सकता है।

देश के अधिकतर राज्यो में बड़े बड़े उधोगपतियों एवम व्यापारियों की शिक्षा के मंदिरों में घुसपैठ हो चुकी है। जिसके कारण देश मे शिक्षा का व्यापार तेजी से बढ़ रहा है। देश मे  निजी शिक्षण संस्थानों द्वारा अभिभावकों से फीस के नाम पर की जा रही मोटी उगाही के खिलाफ अभिभावको एवम पेरेंट्स एसोसिएशन द्वारा लगातार आवाज उठाई जा रही है। लेकिन निजी शिक्षण संस्थानों की फीस नियंत्रित करने के लिए केंद्र और राज्य सरकारे गंभीर नही है।

इसका एक बड़ा उदाहरण हम सभी ने कोरोना काल के समय मे देखा जब पेरेंट्स द्वारा कोरोना में ऑन लाइन फीस की निर्धारित करने की मांग देश के प्रधानमंत्री और राज्यो के  मुख्यमंत्रियों से की गई, लेकिन सरकार ऑन लाइन क्लास की फीस निर्धारित करने की जायज मांग पर भी टस से मस नही हुई और देश के अभिभावकों को लगभग 100 साल बाद आई विपदा में भी शिक्षा जिसको समाज सेवा कहा जाता है, के नाम पर निजी स्कूलों द्वारा लूटने के लिये अकेला छोड़ दिया गया जो यह अत्यंत चिंतनीय है की फीस नियंत्रण का जो निर्णय केंद्र सरकार को लेना चाहिए। आज उस निर्णय को सुप्रीम कोर्ट को लेने के लिए विवश होना पड़ा।

आपको जानकारी के लिए बताना जरूरी है कि सुप्रीम कोर्ट ने आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट के आंध्र प्रदेश के मेडिकल कॉलेजो में ट्यूशन फीस बढ़ाकर 24 लाख करने के राज्य सरकार के आदेश को रद्द करने के निर्णय को बरकरार रखते हुये कहा  कि शिक्षा कमाई का जरिया नही और ट्यूशन फीस हमेशा अफोर्डेबल यानी चुकाई जा सकने लायक होनी चाहिए यहां यह भी बताना जरूरी है कि हाई कोर्ट के आदेश के खिलाफ आंध्र प्रदेश सरकार और मेडिकल कॉलेज सुप्रीम कोर्ट पहुँचे थे जिस पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा सख्त रुख अख्तियार करते हुये मेडिकल कॉलेज और आंध्र प्रदेश सरकार पर 5 लाख का जुर्माना भी लगाया साथ ही इस रकम को 6 हफ्ते के अंदर रजिस्ट्री में जमा कराने के आदेश दिए है।

गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन के सचिव अनिल सिंह ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का निर्णय शिक्षा कमाई का जरिया नही, भविष्य में शिक्षण संस्थानों द्वारा की जा रही लूट पर लगाम लगाने के लिए बहुत प्रभावी साबित हो सकता है। केंद्र और राज्य सरकार शिक्षा के बढ़ते व्यवसाईकरण पर रोक लगाने में असफल है। इसलिये सुप्रीम कोर्ट को देश की शिक्षा व्यवस्था को अपने आधीन लेकर कोर्ट के निर्णयों को राज्य  राज्य सरकारों द्वारा प्रभावी ढंग से लागू करने के लिये एक इम्पलीमेंटेशन बॉडी का गठन करना चाहिए। जिससे कि शिक्षा के बढ़ते व्यवसाईकरण पर रोक लग सके एवम शिक्षा  आम आदमी की पहुँच से दूर न जाने पाएं।

परिवारवाद तक सिमट कर रही सपा, कसा तंज 

परिवारवाद तक सिमट कर रही सपा, कसा तंज 

संदीप मिश्र 

लखनऊ। बस्ती लोकसभा क्षेत्र से सासंद एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय मंत्री हरीश द्विवेदी ने तंज कसते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी (सपा) परिवारवाद तक सिमट कर रह गई है। भाजपा नेता ने कहा कि अखिलेश यादव अब अपने पिता मुलायम सिंह यादव और चाचा शिवपाल यादव की बनायी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। इसके बावजूद भी सपा कार्यकर्ता पूरी तरह से हताश और निराश है।

द्विवेदी ने गुरुवार को कहा कि सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव परिवारवाद में टूट गये हैं उन्हें अपने ही परिवार के सदस्यों पर विश्वास नहीं है। पार्टी परिवारवाद में सिमट गयी है। अखिलेश कहते कुछ और हैं करते कुछ और हैं। वह अपने पिता की बनी बनाई पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बन गये है और सपा को परिवारवाद में समेट दिये है। उन्होंने कहा कि अपने चाचा शिवपाल को ही पार्टी में नहीं ला पा रहे हैं। कार्यकर्ताओं को कहा स्थापित करेंगे। सपा की जनाधार समाप्त हो रहा है उनकी पार्टी के कार्यकर्ता भी अब पार्टी छोड़ रहे है।

कांग्रेस सरकार बनने पर पुरानी पेंशन योजना लागू होगी

कांग्रेस सरकार बनने पर पुरानी पेंशन योजना लागू होगी

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली कांग्रेस ने कहा है कि हिमाचल प्रदेश और गुजरात विधानसभा चुनाव के बाद पार्टी की सरकार बनने पर पुरानी पेंशन योजना लागू की जाएगी। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने गुरुवार को फेसबुक पोस्ट में कहा कि पेंशन ,देश सेवा करने वाले हर सरकारी कर्मचारी का बुढ़ापे का सहारा है। पेंशन पाना हर सरकारी कर्मचारी का हक है जिसे भाजपा सरकार उनसे छीन रही है लेकिन कांग्रेस की सरकार बनी तो पेंशन योजना को लागू किया जाएगा।

उन्होंने कहा “ पेंशन कर्मचारियों का हक, कांग्रेस बहाल करेगी पुरानी पेंशन स्कीम। पुरानी पेंशन को खत्म कर भाजपा ने देश के बुजुर्गों से उनकी आर्थिक सुरक्षा छीन ली। जो देशवासी जीवन भर देश की सेवा करते हैं, आखिर बुढ़ापे में वे कहां जाएं। अपना गुजर-बसर कैसे करें। जब कोई व्यक्ति सरकारी नौकरी में जाता है तो सोचता है कि जब वह रिटायर होगा तो उसे आर्थिक असुरक्षा का सामना नहीं करना पड़ेगा। पेंशन से उसका भरण-पोषण चलता रहेगा लेकिन भाजपा सिर्फ छीनना जानती है। हमारे जो सैनिक अपनी जान हथेली पर लेकर सरहदों पर देश की रक्षा करते हैं, उनकी भी आर्थिक सुरक्षा एक-एक करके छीनी जा रही है।”

उन्होंने कहा “ कांग्रेस मानती है कि देश के निर्माण में अपना योगदान देने वाले कर्मचारियों को पेंशन मिलनी चाहिए, ताकि वे बुढ़ापे में आत्म​निर्भर रह सकें। यह हर कर्मचारी का हक है। इसी को ध्यान में रखते हुए छत्तीसगढ़ और राजस्थान की कांग्रेस सरकारों ने पुरानी पेंशन स्कीम लागू कर दी। ” पार्टी का संकल्प है कि हिमाचल प्रदेश और गुजरात में भी सरकार बनते ही पुरानी पेंशन स्कीम लागू की जाएगी।"

दिल्ली में 2.0 तीव्रता का भूकंप, महसूस नहीं हुआ

दिल्ली में 2.0 तीव्रता का भूकंप, महसूस नहीं हुआ अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। दबे पांव पहुंचे भूकंप ने धरती को हिलाते हुए पब्लिक को दहशत में ड...