गुरुवार, 29 सितंबर 2022

एटीएम में खामियां, 9 करोड़ लगें शख्स के हाथ 

एटीएम में खामियां, 9 करोड़ लगें शख्स के हाथ 

अखिलेश पांडेय 

सिडनी/वांगररट्टा। ऑस्ट्रेलिया के एक शख्स के हाथ एटीएम मशीन में तकनीकी खामियों के चलते 9 करोड़ रुपए लग गए। हैरानी की बात ये है कि बैंक को इसकी भनक तक नहीं लगी। इन पैसों से शख्स ने खूब मौजमस्ती की और पांच महीने में सारे पैसे उड़ा दिए। हालांकि, इसके बाद उसे जेल भी जाना पड़ा। हाल ही में इस शख्स ने जब पॉडकास्ट में इस पूरी घटना के बारे में बताया, तो सुनने वाले भी दंग रह गए। पेशे से बारटेंडर डैन सांडर्स ऑस्‍ट्रेलिया के वांगररट्टा के रहने वाले हैं। वह शराब पीने के इरादे से निकले थे। उन्होंने एक एटीएम से करीब 10 हजार रुपए ट्रांसफर करने की कोशिश की, लेकिन स्क्रीन पर ट्रांजैक्शन कैंसल का मैसेज दिखाई दिया।

हालांकि, जब उन्होंने ट्रे से पैसे निकालने की कोशिश की तो उन्हें कैश मिल गया। उन्होंने देखा कि अकाउंट से भी पैसे नहीं कटे थे। फिर क्या था… थोड़ी देर बाद फिर इसी एटीएम से 68 हजार रुपए निकालने की कोशिश की। वापस वही मैसेज फ्लैश हुआ और पैसे भी मिल गए। ऐसे करते-करते डैन ने 9 करोड़ रुपये निकाल लिए। इसके बाद डैन ने बैंक में फोन कर यह जानने की भी कोशिश की कि उनके खाते में कोई गड़बड़ी तो नहीं है, लेकिन जब बैंक ने संतोषजनक जवाब दिया तो वे निश्चिंत हो गए। इसके बाद उन पैसों से जमकर अय्याशी शुरू कर दी। डैन ने नामी रेस्टोरेंट और पब में शराब पर पानी की तरह पैसा बहाना शुरू कर दिया।

जांच में पता चला कि उन्होंने 20 सीटर प्राइवेट जेट में अपनी महिला दोस्तों को घुमाने पर 40 लाख खर्च किए थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, डैन ने मिनी बस भी किराए पर ली थी। इसके बाद मेलबर्न में मौजूद लगभग सभी बैकपैकर हॉस्टल के बाहर रोककर लोगों को बिठाया, फिर यारा वैली में उनके साथ पूल पार्टी की। हालांकि, डैन के मन में हमेशा ये डर सताता रहा कि वह कभी न कभी जरूर पकड़े जाएंगे। आखिरकार तीन साल बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। फिर 111 चोरी और धोखाधड़ी के मामलों में जेल भेज दिया। 2016 में डैन को रिहा कर दिया गया. इसके बाद इस शख्स की अय्याशी पर फिल्म बनाने की भी चर्चा जोरों पर थी।

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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

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1. अंक-355, (वर्ष-05)

2. शुक्रवार, सितंबर 30, 2022

3. शक-1944, आश्विन, शुक्ल-पक्ष, तिथि-पंचमी, विक्रमी सवंत-2079।

4. सूर्योदय प्रातः 06:20, सूर्यास्त: 06:25। 

5. न्‍यूनतम तापमान- 23 डी.सै., अधिकतम-35+ डी.सै., उत्तर भारत में भारी बरसात की संभावना है।

6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है। 

7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु,(विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय, ओमवीर सिंह, वीरसेन पवार, योगेश चौधरी आदि के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी। 

8. संपर्क व व्यवसायिक कार्यालय- चैंबर नं. 27, प्रथम तल, रामेश्वर पार्क, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102। 

9. पंजीकृत कार्यालयः263, सरस्वती विहार लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102

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 (सर्वाधिकार सुरक्षित)

बुधवार, 28 सितंबर 2022

सेंट्रल पीस कमेटी की बैठक का आयोजन: डीएम 

सेंट्रल पीस कमेटी की बैठक का आयोजन: डीएम 

हरिशंकर त्रिपाठी 

देवरिया। जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह की अध्यक्षता में दशहरा, ईद-ए-मिलाद/बारावफात, गुरुनानक जयंती, महर्षि वाल्मीकि जयंती सहित आगामी त्योहारों को सौहार्दपूर्ण एवं आपसी भाईचारे के माहौल में मनाएं जाने के दृष्टिगत पुलिस लाइन स्थित प्रेक्षागृह में सेंट्रल पीस कमेटी की बैठक का आयोजन हुआ। बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि सभी पर्व एक-दूसरे की भावनाओं का सम्मान करते हुए शांतिपूर्ण तरीके से मिलजुल कर मनाये जाने की परम्परा रही है। उसी परंपरा का निर्वहन करते हुए हम सब इस बार भी दुर्गापूजा का त्योहार, मूर्तियों का विसर्जन एवं आने वाले बारावफात त्योहार को भी शांतिपूर्ण एवं सुरक्षित तरीके से मनाया जाए। जिलाधिकारी ने कहा कि त्योहारों को मनाये जाने के दौरान आम जनमानस की सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा जाए। शासन के निर्देशों के क्रम में दुर्गापूजा पांडालों को सड़कों पर न लगाया जाए। पांडाल की वजह से आमजन को आवाजाही में किसी भी तरह की असुविधा न हो, यह सुनिश्चित किया जाए।

डीजे एवं अन्य ध्वनि यंत्रो को निर्धारित ध्वनि सीमा के अंतर्गत ही बजाया जाए। जिलाधिकारी ने कहा कि त्योहारों के दौरान सुरक्षा एवं कानून व्यवस्था का पालन सुनिश्चित करने हेतु प्रशासन पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। शांति, सुरक्षा, कानून व्यवस्था, त्योहारों का मूल उद्देश्य भंग करने अथवा किसी भी अन्य तरीके से जैसे-व्हाट्सस्एप, फेसबुक, इन्स्टाग्राम व अन्य किसी सोशल मीडिया पर भ्रामक टिप्पणी करने या किसी भी तरह का अफवाह फैलाने वालों के विरूद्ध त्वरित एवं सख्त कार्यवाही की जाएगी। जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद के समस्त मूर्ति विसर्जन स्थलों को चिन्हित कर लिया गया है। मूर्ति विसर्जन स्थलों पर प्रकाश व्यवस्था, बैरिकेडिंग व सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। जिलाधिकारी ने दुर्गा पूजा समितियों से मूर्तियों के विसर्जन के संदर्भ में सुप्रीम कोर्ट के दिशा-निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित करने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि मूर्तियों के निर्माण में प्लास्टर ऑफ पेरिस एवं केमिकल रंगों का प्रयोग न हो। मूर्ति विसर्जन के पश्चात जल प्रदूषण को रोकना हम सभी की जिम्मेदारी है। प्रतिमा निर्माण में प्राकृतिक सामग्रियों का प्रयोग किया जाए।

जिलाधिकारी ने नवरात्रि पर्व सहित अन्य त्योहारों को सकुशल संपन्न कराने के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं जैसे बिजली, पानी, साफ सफाई आदि की व्यवस्था सुनिश्चित कराने हेतु संबंधित विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने नवरात्रि के दौरान विद्युत व्यवस्था की निर्बाध आपूर्ति बनाए रखने हेतु अधिशासी अभियंता विद्युत को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि राघवनगर सहित ऐसे सभी स्थलों को चिन्हित कर लिया जाए जहाँ मूर्ति विसर्जन के दिन बिजली के लटकते तारों से समस्या हो सकती है। नगर पालिका एवं नगर निकायों के अधिशासी अधिकारियों को नगर क्षेत्रों में तथा जिला पंचायत राज अधिकारी को ग्रामीण क्षेत्रों में साफ-सफाई व्यवस्था दुरुस्त रखने का निर्देश दिया। पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा ने कहा कि त्योहारों के दौरान सभी संवेदनशील स्थलों पर सुरक्षा के चाक चौबंद इंतजाम किए जाएंगे। पांडालों एवं रामलीला मंचन स्थलों के निकट पुलिस की गश्त बढ़ा दी गई है।

उन्होंने शांति व्यवस्था बनाये रखने में दुर्गापूजा समितियों से भी सहयोग करने का अनुरोध किया। पुलिस अधीक्षक ने त्योहार को सकुशल संपन्न कराने के दृष्टिगत शासन द्वारा निर्धारित गाइडलाइन की विस्तृत चर्चा करते हुए कहा कि दुर्गा पूजा के दौरान मूर्ति की ऊंचाई ज्यादा न रखें, डीजे पर अश्लील गाने न चलाएं एवं शांति के साथ मूर्तियों का विसर्जन करें। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया विंग पूरी तरह से सक्रिय रहेगी। शांति व्यवस्था में बाधा उत्पन्न करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। मूर्ति विसर्जन स्थल पर गोताखोर तैनात किए जाएंगे। इस अवसर पर इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी रवींद्र कुमार, अपर जिलाधिकारी प्रशासन गौरव श्रीवास्तव, अपर पुलिस अधीक्षक डॉ राजेश सोनकर, एसडीएम सदर सौरभ सिंह, एसडीएम रुद्रपुर ध्रुव शुक्ला, एसडीएम भाटपाररानी संजीव उपाध्याय, एसडीएम बरहज गजेंद्र सिंह, एसडीएम सलेमपुर अरुण कुमार, सीओ श्रीयश त्रिपाठी सहित विभिन्न अधिकारी मौजूद थे।

29 सितंबर को मनाया जाएगा 'वर्ल्ड हार्ट डे'

29 सितंबर को मनाया जाएगा 'वर्ल्ड हार्ट डे'

सरस्वती उपाध्याय 

हर साल दुनिया भर में हृदय रोग से लाखों लोगों की मौंत हो जाती है‌। हार्ट की समस्‍या के प्रति लोगों को जागरूक करने और मौत से बचाने के मद्देनजर वर्ल्‍ड हार्ट फेडरेशन ने ‘वर्ल्‍ड हार्ट डे’ मनाने पर विचार किया। दुनियाभर में इस दिन यह बताने का प्रयास किया जाता है कि हार्ट की बीमारियों से किस तरह खुद का बचाया जा सकता है और आखिर किन लक्षणों को देखकर तुरंत डॉक्‍टर से संपर्क करना चाहिए।आइए जानते हैं कि आखिर ‘वर्ल्‍ड हार्ट डे’ का क्‍या इतिहास है और इसे क्‍यों सेलिब्रेट करना ज़रूरी है ?

वर्ल्‍ड हार्ट डे का इतिहास...

‘वर्ल्‍ड हार्ट डे’ हर साल 29 सितंबर को मनाया जाता है।दुनियाभर में हार्ट की बीमारियों से मौत की संख्‍या बढ़ता देख विश्व स्वास्थ्य संगठन और वर्ल्ड हार्ट फेडरेशन ने मिलकर वर्ल्‍ड हार्ट डे की परिकल्‍पना की। साल 1997 से 1999 तक वर्ल्ड हार्ट फेडरेशन के अध्यक्ष एंटोनी बेयस डी लूना ने इस पर विचार किया और 24 सितंबर 2000 से 2011 तक इस दिन का अंतरराष्‍ट्रीय दिवस के रूप में मनाया गया। तब यह दिन सितंबर के आखिरी रविवार को मनाया जाता था।

वर्ल्‍ड हार्ट डे का महत्‍व...

दुनियाभर में हर साल करीब 17 मिलियल लोग हृदय रोग (सीवीडी) की वजह से मृत्यु के शिकार हो जाते हैं। इन मौतों का प्रमुख कारण कोरोनरी हार्ट डिजीज या स्ट्रोक रहा है। सीवीडी के बारे में एक आम गलत धारणा यह है कि यह विकसित देशों में अधिक लोगों को प्रभावित करता है, जो प्रौद्योगिकी पर अधिक निर्भर हैं और गतिहीन जीवनशैली जी रहे हैं, जबकि 80% से अधिक मौतें मध्यम आय और निम्न आय वाले देशों में होती हैं।

हार्ट डिजीज होने का मुख्‍य कारण है व्यायाम की कमी, धूम्रपान, खराब आहार आदि। इसके अलावा, उपचार के लिए धन की कमी और सही समय पर इलाज ना करा पाना भी मौत का कारण होती है। ऐसे में हर साल इस अंतरराष्ट्रीय आयोजन में 90 से अधिक देश हिस्सा लेते हैं और इस दिन सीवीडी के बारे में जानकारी के प्रसार के लिए प्रयास करते हैं। इसमें सरकार और संगठनों की भागीदारी अधिक होना ज़रूरी है।

नवरात्रि का चौथा दिन मां 'कूष्माण्डा' को समर्पित 

नवरात्रि का चौथा दिन मां 'कूष्माण्डा' को समर्पित 

सरस्वती उपाध्याय 

शारदीय नवरात्र की चतुर्थी तिथि पर देवी के कूष्मांडा स्वरूप का दर्शन-पूजन करने का विधान है। शास्त्रों के अनुसार, अपनी मंद मुस्कान से पिंड से ब्रह्मांड तक का सृजन देवी ने इसी स्वरूप में किया था। कूष्मांडा स्वरूप के दर्शन पूजन से न सिर्फ रोग-शोक दूर होता है अपितु यश, बल और धन में भी वृद्धि होती है। काशी में देवी के प्रकट होने की कथा राजा सुबाहु से जुड़ी है। देवी कुष्मांडा का मंदिर दुर्गाकुंड क्षेत्र में स्थित है। इन्हें दुर्गाकुंड वाली दुर्गा के नाम से भी जाना जाता है।

किस रंग के कपड़े पहनें...

जातक पूजा के समय लाल, गुलाबी व पीत रंग के वस्त्र धारण करें।

किन राशियों के लिए शुभ...

नवरात्रि का चौथा दिन सभी 12 राशियों के लिए शुभ। विशेषकर मकर और कुंभ राशि के लिए उत्तम।

कौन-सी मनोकामनाएं होती हैं पूरी...

मां कूष्मांडा अपने भक्तों के कष्ट और रोग का नाश करती है। मां कूष्मांडा की पूजा उपासना करने से भक्तों को सभी सिद्धियां मिलती हैं। मान्यता है कि मां की पूजा करने से व्यक्ति के आयु और यश में बढ़ोतरी होती है।


मां कुष्मांडा की पूजा का शुभ मुहूर्त...

नवमी तिथि आरंभ- 29 सितंबर को तड़के 1 बजकर 27 मिनट से शुरू

नवमी तिथि समाप्त- 30 सितंबर सुबह 12 बजकर 9 मिनट तक

विशाखा नक्षत्र- 29 सितंबर सुबह 5 बजकर 52 मिनट से 30 सितंबर सुबह 5 बजकर 13 मिनट तक

अभिजीत मुहूर्त- सुबह 11 बजकर 35 मिनट से दोपहर 12 बजकर 22 मिनट तक।


कैसा है मां कुष्मांडा का स्वरूप ?

मां कुष्मांडा नौ देवियों में से चौथा अवतार माना जाता है। मां कुष्मांडा की आठ भुजाएं होती है। इसी कारण उन्हें अष्ठभुजा के नाम से जाना जाता है। बता दें कि मां के एक हाथ में जपमाला होता है। इसके साथ ही अन्य सात हाथों में धनुष, बाण, कमंडल, कमल, अमृत पूर्ण कलश, चक्र और गदा शामिल है।

ऐसे करें मां कुष्मांडा की पूजा...

इस दिन सुबह उठकर सभी कामों ने निवृत्त होकर स्नान आदि कर लें। इसके बाद विधिवत तरीके से मां दुर्गा और नौ स्वरूपों के साथ कलश की पूजा करें। मां दुर्गा को सिंदूर, पुष्प, माला, अक्षत आदि चढ़ाएं। इसके बाद मालपुआ का भोग लगाएं और फिर जल अर्पित करें। इसके बाद घी का दीपक और धूप जलाकर मां दुर्गा चालीसा , दुर्गा सप्तशती का पाठ करें। इसके साथ ही इस मंत्र का करीब 108 बार जाप जरूर करें।

पीएम मोदी भी मेरे कैरियर को खत्म नहीं कर सकतें 

पीएम मोदी भी मेरे कैरियर को खत्म नहीं कर सकतें 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन की खुशी में आयोजित की जा रही कार्यक्रमों की श्रंखला के तहत हुए कार्यक्रम में भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय सचिव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अपने उद्बोधन में जिक्र कर स्वयं को चर्चाओं के बीच ला दिया है। उन्होंने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मेरे कैरियर को खत्म नहीं कर सकतें हैं। दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन के उपलक्ष में महाराष्ट्र भारतीय जनता पार्टी द्वारा कार्यक्रमों की श्रंखला आयोजित की जा रही है। इसी के तहत बीड जनपद के अंबाजोगाई में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने के लिए भारतीय जनता पार्टी की सचिव पंकजा मुंडे को आमंत्रित किया गया था।

मंच संबोधन के लिए मिले आमंत्रण के बाद कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आए लोगों को संबोधित करते हुए पंकजा मुंडे ने कहा है कि अगर मैं लोगों के दिल और दिमाग में निवास करती हूं तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मेरे राजनैतिक कैरियर को खत्म नहीं कर सकते हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि कांग्रेस के भीतर वंशवाद की राजनीति जारी है। जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वंशवाद के शासन की इस परंपरा को खत्म करना चाहते हैं। उन्होंने कहा है कि मैं एक राजनीतिक परिवार से आती हूं लेकिन अगर मैं आम जनमानस के दिल और दिमाग में रहती हूं तो निश्चित तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी मेरे राजनीतिक कैरियर को खत्म नहीं कर सकते हैं।

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन   मतदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए स्कूली बच्चों ने निकाला रैली कौशाम्बी। एन डी कान...