सोमवार, 19 सितंबर 2022

दीवानगी की हदें पार, सीएम योगी का मंदिर बनवाया 

दीवानगी की हदें पार, सीएम योगी का मंदिर बनवाया 

संदीप मिश्र

अयोध्या। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के एक समर्थक ने दीवानगी की सारी हदें पार करते हुए सीएम योगी का मंदिर ही बनवा दिया। इस मंदिर में सीएम योगी की बकायदा किसी भगवान की तरह पूजा की जाती है और भजन-आरती गाई जाती हैं। योगी आदित्यनाथ का यह मंदिर अयोध्या से 15 किलोमीटर दूर अंबेडकर नगर राजमार्ग पर भरतकुंड के समीप मौर्या का पुरवा गांव में है। यहां के निवासी प्रभाकर मौर्य ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का यह मंदिर बनवाया है। अनिल ने यह मंदिर योगी आदित्यनाथ के कामों से प्रभावित होकर और अपना संकल्प पूरा करने के लिए बनवाया है।बता दें कि, अनिल एक भजन गायक हैं और योगी आदित्यनाथ के समर्थन में कई भजन बना और गा चुके हैं। इसलिए लोग उन्हें योगी का प्रचारक भी करते है।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, प्रभाकर ने मंदिर का निर्माण 8 लाख 56 की लागत से कराया है। मंदिर में स्थापित मूर्ति राजस्थान से विशेष ऑर्डर देकर बनवाई है। मंदिर में लगी प्रतिमा को योगी आदित्यनाथ को राम के अवतार में दिखाया गया है। प्रतिमा में योगी आदित्यनाथ धनुष और तीर लेकर दिखाई दे रहे है। प्रभाकर मानते है कि योगी भगवान राम और कृष्ण के अवतार है। इसलिए सनातन धर्म का प्रचार कर रहे है। वे किसी भगवान से कम नहीं है। प्रभाकर मौर्या ने भास्कर से बताया कि उन्होंने 2015 में संकल्प लिया था, कि जो राम का मंदिर राम जन्मभूमि अयोध्या में बनाएगा, उसका मंदिर बनाकर नित्य पूजन करेंगे। इसलिए 2016 में मैंने एक भजन गाया था, राम लला का अयोध्या में मंदिर बनाएंगे… इसके बाद सुप्रीम कोर्ट का राम मंदिर के निर्माण को लेकर फैसला आया और अब योगी आदित्यनाथ के सानिध्य में अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण हो रहा है। संकल्प पूरा होने और मुख्यमंत्री के कार्यों से प्रभावित होकर मैंने यह मंदिर का निर्माण कराया है।

गैंगरेप: जिंदा जलाई किशोरी, 12 दिन बाद मौंत 

गैंगरेप: जिंदा जलाई किशोरी, 12 दिन बाद मौंत  

संदीप मिश्र 

लखनऊ। सामूहिक रूप से बलात्कार करने के बाद जिंदा जलाई गई किशोरी ने 12 दिनों तक जिंदगी पाने के लिए मौत से संघर्ष करने के बाद हार मानकर आज दम तोड़ दिया है। इलाज के दौरान अस्पताल में किशोरी की मौत हो जाने से अब परिवार के लोगों का रो-रो कर बुरा हाल बना हुआ है। सोमवार को पीलीभीत के माधोटांडा थाना क्षेत्र की रहने वाली दुष्कर्म पीड़िता किशोरी की मौत हो गई है।

दुष्कर्म के बाद जिंदा जलाई गई किशोरी को 7 सितंबर को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। किशोरी को 11 सितंबर को हालत नाजुक होने पर चिकित्सकों ने राजधानी लखनऊ के लिए रेफर कर दिया था। सोमवार की सवेरे अस्पताल में इलाजरत किशोरी की मौत हो गई है।उल्लेखनीय है कि 10 सितंबर को किशोरी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हुआ था। इस वीडियो में किशोरी ने गांव के ही रहने वाले दो युवकों के ऊपर गैंग रेप करने और उसे जिंदा जलाकर मार डालने के प्रयास का आरोप लगाया था। फिलहाल घटना की संवेदनशीलता को देखते हुए गांव में भारी संख्या में पुलिस फोर्स की तैनाती की गई है। किशोरी की मौत के बाद परिजनों का रो रो कर बुरा हाल बना हुआ है। पोस्टमार्टम के बाद सौपे गए किशोरी के शव को लेकर परिजन अब पैतृक गांव गए हैं। जहां उसका अंतिम संस्कार किया जाएगा।

जन्म के 9 वर्ष बाद बच्ची का नाम रखा 'महाती'

जन्म के 9 वर्ष बाद बच्ची का नाम रखा 'महाती'

इकबाल अंसारी 

हैदराबाद। तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव (केसीआर) ने 9-वर्ष की एक बच्ची का नाम ‘माहाती’ रखा है। बच्ची का जन्म 2013 में हुआ था और तेलंगाना आंदोलन से जुड़े उसके माता-पिता आंदोलन के नेता केसीआर से उसका नाम रखवाना चाहते थे इसलिए उन्होंने बच्ची का कोई आधिकारिक नाम नहीं रखा था। टीआरएस एमएलसी मधुसूदनाचारी ने तीनों को मुख्यमंत्री से मिलवाया।तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर से बच्ची और उसके परिजनों की मुलाकात रविवार को हुई। बच्ची के माता-पिता सुरेश और अनिथा ने केसीआर की अगुआई में चलाए गए तेलंगाना राज्य आंदोलन में सक्रिय रूप से हिस्सा लिया था। 2013 में जब उनकी बेटी का जन्म हुआ तो उनकी इच्छा थी कि बच्ची का नाम केसीआर द्वारा रखा जाए। उनकी यह इच्छा 9 साल तक पूरी नहीं हुई। इस दौरान लड़की बिना नाम के रही।

तेलंगाना राष्ट्र समिति के विधान परिषद सदस्य और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष मधुसूधन चारी को हाल ही में इस बात की जानकारी मिली। वह बच्ची और उसके परिजनों को तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर के आधिकारिक निवास स्थान प्रगति भवन लेकर आए। केसीआर को जब इस संबंध में जानकारी मिली तो उन्होंने बच्ची और उसके परिजनों से मुलाकात की और बच्ची का नाम महती रखा। मुख्यमंत्री और उनकी पत्नी ने दंपति और उनकी बेटी को उपहार भी सौंपे। सीएम ने महती की शिक्षा के लिए वित्तीय सहायता की घोषणा की।

सीएम केसीआर द्वारा नामकरण किए जाने के बाद बच्ची और उनके परिजन काफी खुश दिखे। बच्ची के पिता सुरेश ने कहा कि हमारा सपना आज साकार हुआ है। मुख्यमंत्री ने महती की शिक्षा के लिए मदद की बात की है। हमलोग इसके लिए उनके आभारी हैं

यूएफसीबीयू के आह्वान पर बैंकों की हड़ताल चालू

यूएफसीबीयू के आह्वान पर बैंकों की हड़ताल चालू

इकबाल अंसारी

हैदराबाद। सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के सभी कर्मचारियों ने सामूहिक तबादलों के विरोध सोमवार से दो दिवसीय राष्ट्रव्यापी पर हैं। एआईबीईए, आईएनबीईएफ, बीईएफआई, एनसीबीई और एनओबीडब्ल्यू से संबद्ध यूनाइटेड फोरम ऑफ सेंट्रल बैंक यूनियंस (यूएफसीबीयू) के आह्वान पर यह हड़ताल सोमवार से शुरू हुई। अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ के महासचिव सी एच वेंकटचलम ने बताया कि हड़ताल में सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के कुल 14,000 क्लर्कों और उप-कर्मचारियों ने भाग लिया।

उन्होंने एक बयान में कहा कि द्विपक्षीय समझौते के अनुसार बैंकों के लिपिक कर्मचारियों को एक जगह से दूसरी जगह पर तभी स्थानांतरित किया जा सकता है, जब एक जगह अतिरिक्त कर्मचारी हों और दूसरी जगह कर्मचारियों की कमी हो। इसके अलावा, कर्मचारियों को एक ही जगह की शाखा से दूसरी शाखा में स्थानांतरित किया जाता है। वेंकटचलम ने कहा कि इस समझौते का उल्लंघन करते हुए सेंट्रल बैंक प्रबंधन ने अप्रैल, 2022 में 3,300 कर्मचारियों का तबादला कर दिया।

शिंदे को दशहरा रैली आयोजन की अनुमति मिली 

शिंदे को दशहरा रैली आयोजन की अनुमति मिली 

कविता गर्ग 

मुंबई। महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे के शिवसेना गुट को मुंबई के बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स (BKC) मैदान में दशहरा रैली आयोजित करने की अनुमति मिल गई है। जिसके बाद शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे को एक और बड़ा झटका लगा है। शिवाजी पार्क में दशहरा रैली करना शिवसेना के लिए एक विशेष कार्यक्रम माना जाता है, जहां पार्टी नेता कैडर की उपस्थिति में राजनीति के तमाम पहलूओं पर अपने विचार रखते हैं। ऐसे में दोनों गुटों द्वारा बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स मैदान में दशहरा रैली की मेजबानी के लिए अनुमति मांगने को लेकर एक आवेदन दायर किया गया था।

फिलहाल बृहन्मुंबई नगर निगम ने शिवाजी पार्क में दशहरा रैली आयोजित करने के आवेदनों पर कोई फैसला नहीं लिया है। जबकि बीएमसी पर लगभग तीन दशकों से उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली पार्टी का शासन है, यह वर्तमान में प्रशासक इकबाल चहल द्वारा नागरिक निकाय के कार्यकाल की समाप्ति के बाद चलाया जा रहा है। दशहरा रैली में दोनों खेमे का आमना-सामना होना बीएमसी चुनावों के लिए काफी महत्वपूर्ण हो जाता है, जहां शिवसेना के दोनों धड़े अपनी ताकत साबित करने की कोशिश कर रहे हैं।


बता दें कि एकनाथ शिंदे ने 30 जून को महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। शिवसेना के एनसीपी और कांग्रेस के साथ गठबंधन जारी रखने के विरोध में शिवसेना के 38 अन्य विधायक राज्य के बाहर उनके साथ शामिल हो गए। ऐसे में शिंदे ने राज्य सरकार के पतन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वहीं उन्होंने सीएम बनने की जंग में देवेंद्र फडणवीस को भी पछाड़ दिया। जिसके बाद शुरुआत में फडणवीस ने सरकार का हिस्सा बनने से भी इनकार कर दिया था। हालांकि बाद में उन्हें डिप्टी के रूप में कैबिनेट में शामिल किया गया।

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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण 




1. अंक-346, (वर्ष-05)


2. मंगलवार, सितंबर 20, 2022


3. शक-1944, आश्विन, कृष्ण-पक्ष, तिथि-दसवीं, विक्रमी सवंत-2079।


4. सूर्योदय प्रातः 05:51, सूर्यास्त: 06:43। 


5. न्‍यूनतम तापमान- 21 डी.सै., अधिकतम-33+ डी.सै.।


6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है। 


7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु,(विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय, ओमवीर सिंह, वीरसेन पवार, योगेश चौधरी आदि के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी। 


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रविवार, 18 सितंबर 2022

चिन्मयानंद के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी

चिन्मयानंद के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी

आदर्श श्रीवास्तव 

शाहजहांपुर। उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (एसीजेएम) की अदालत ने पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा के दिग्गज नेता स्वामी चिन्मयानंद के खिलाफ बलात्कार के मामले में पेश न होने पर गैर-जमानती वारंट (एनबीडब्ल्यू) जारी किया है। चिन्मयानंद के खिलाफ मामला 2011 में दायर किया गया था और बाद में अक्टूबर 2012 में अदालत में आरोप पत्र दायर किया गया।

इसके बाद इलाहाबाद हाईकोर्ट के स्टे ऑर्डर के बाद मुकदमे की कार्यवाई शुरू नहीं हो सकी. 2018 में, योगी सरकार ने चिन्मयानंद के खिलाफ मामला वापस लेने का फैसला किया और सीआरपीसी की धारा 321 के तहत मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में एक आवेदन दायर किया। बलात्कार पीड़िता द्वारा आपत्ति दायर करने के बाद सीजेएम द्वारा आवेदन को खारिज कर दिया गया। लेकिन बाद में, पीड़िता ने उच्च न्यायालय में एक आवेदन दिया जिसमें कहा गया था कि अगर मामला वापस ले लिया जाता है, तो उसे कोई आपत्ति नहीं है।

इसको लेकर शाहजहांपुर में निचली अदालत में मामले की कार्यवाई शुरू हुई। निचली अदालत ने पुलिस को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि आरोपी को सुनवाई की अगली तारीख 26 सितंबर को पेश किया जाए। शाहजहांपुर के एसपी संजय कुमार ने कहा, ‘हमें एनबीडब्ल्यू के बारे में पता चला है। हम आवश्यक कार्रवाई करेंगे।

बता दें कि पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता स्वामी चिन्मयानंद के एक दर्जन से ज्यादा वीडियो वायरल हुए थे। वायरल हुए वीडियो में स्वामी चिन्मयानंद नग्न अवस्था में एक लड़की से अपने शरीर की तेल मालिश करवाते नजर आ रहे थे। वीडियो में दोनों के बीच बातचीत भी सुनाई दे रही है। इस वीडियो को 2014 का बताया जा रहा है।



सीवर टैंक में उतरे 3 मजदूरों की दम घुटने से मौंत

सीवर टैंक में उतरे 3 मजदूरों की दम घुटने से मौंत 

बृजेश केसरवानी   

कानपुर। कानपुर में रविवार को बर्रा थाना क्षेत्र के मालवीय नगर में सेप्टिक टैंक में शटरिंग खोलने उतरे एक मजदूर की जहरीली गैस से मौंत हो गई। वहीं, बचाने उतरे दो साथियों की भी हालत बिगड़ गई। आनन-फानन में दोनों को अस्पताल भेजा गया, जहां उन्हें भी मृत घोषित कर दिया गया। इस घटना से मौके पर हड़कंप मच गया। घटना की जानकारी मिलते ही संबंधित थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने तीनों शव पोस्टमार्टम के लिए भेजे हैं। पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है। निर्माणाधीन मकान में मानकों के विपरित सीवर टैंक बनाया जा रहा था।

बर्रा थाना क्षेत्र के मालवीय नगर में कुशल गुप्ता घर बनवा रहे हैं। एसीपी गोविंद नगर विकास कुमार पांडेय ने बताया कि मकान में एक सेप्टिक टैंक बना हुआ है। जिसमें कुछ काम करने के लिए रविवार को शिवा तिवारी (25), अंकित पाल (28) और अमित कुमार (26) घुसे थे। अचानक से उनका दम घुटने लगा। लोगों ने तीनों को बाहर निकाला और अस्पताल ले गए। जहां डॉक्टरों ने एक-एक कर तीनों को मृत घोषित कर दिया।


मदरसों पर राजनीति करने वालों का मुंह बंद किया 

मदरसों पर राजनीति करने वालों का मुंह बंद किया 

संदीप मिश्र

लखनऊ। यूपी में मदरसों के सर्वेक्षण में कोई शिकायत अब तक नहीं आई है। मौलाना अरशद मदनी ने कहा कि मदरसे हमारी मजहबी जरूरतों को पूरा करने के लिए हैं। लाखों मस्जिदों के इमाम आदि चाहिए। वो इन्हीं मदरसों से आते हैं। उन्होंने इसे जायज ठहराया है। इसके बाद उन लोगों का मुँह बंद हो गया है जो मदरसों को लेकर राजनीति कर रहे थे। मौलाना मदनी के बयानों के बाद मुस्लिम राजनीति  में हलचल मच गई है।

उधर कई मुस्लिम नेता मुख्यमंत्री योगी के कदम की अब तारीफ भी करने लगे है। उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार की ओर से गैर मान्यता प्राप्त मदरसों के सर्वेक्षण इन दिनों जोरो पर है। रविवार को देवबंद के दारुल उलूम ने  उत्तर प्रदेश के मदरसों के एक सम्मेलन में अब तक के सर्वे को ठीक ठाक करार दिया है।

जमीयत-ए-उलेमा-ए-हिंद के मौलाना अरशद मदनी ने कहा कि सर्वे करना सरकार का हक है। उनकी मदद की जाए। अब तक सर्वे वालों का किरदार सही रहा है। उन्होंने कहा कि अब तक के सर्वे में कहीं कोई गड़बड़ी नहीं दिखी है। उन्होंने कहा कि आज हमने बताया कि इस्लामी मदरसों को क्यों बनाया गया। मौलाना अरशद मदनी ने कहा कि मदरसे हजारों साल से मोहब्बत की तहजीब है। उन्होंने कहा कि मदरसे हमारी मजहबी जरूरतों को पूरा करने के लिए हैं। लाखों मस्जिदों को  इमाम आदि चाहिए। वो इन्हीं मदरसों से आते हैं। उन्होंने कहा कि मैंने मदरसों से कहा है कि सरकार के सभी सवालों के जवाब दिए जाने चाहिए।

उन्होंने बताया कि मदरसों से कहा गया है कि वो हिसाब-किताब सही रखें। मदरसे की जमीन कानूनी होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मदरसा संचालकों से कहा गया है कि मदरसों में खाने पीने की व्यवस्था अच्छी होनी चाहिए। साफ-सफाई होनी चाहिए। अगर आपने सरकारी जमीन पर मदरसा बना रखा है तो उसे तोड़ दीजिए। अपनी जमीन पर ही मदरसा बनाइए वरना वो मदरसा नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि अगर ये साबित हो जाए कि मदरसा सरकार की जमीन पर है तो 15 दिन की नोटिस पर सरकार उसे तोड़ सकती है, हमें स्वीकार होगा। इससे पहले जमीयत-उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी ने दिल्ली में छह सितंबर को एक बैठक में मदरसों के सर्वे का विरोध किया गया था

कसाव: 14 आईएएस अधिकारियों का तबादला 

कसाव: 14 आईएएस अधिकारियों का तबादला 

संदीप मिश्र 

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में प्रशासनिक कसावट लाने के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ ने 14 आईएएस अधिकारियों का तबादला किया है। आधिकारिक बयान के अनुसार हरदोई, बाराबंकी, मिर्जापुर, गाजीपुर, आगरा, चंदौली, मथुरा, पीलीभीत, भदोही और संत कबीर नगर को नए डीएम मिले हैं। बाराबंकी के डीएम आदर्श सिंह को झांसी संभाग का प्रभारी आयुक्त नियुक्त किया गया है। वही गाजीपुर के डीएम मंगला प्रसाद सिंह को हरदोई का नया डीएम बनाया गया है।

अविनाश सिंह, हरदोई डीएम, बाराबंकी के नए डीएम, जबकि संत कबीर नगर डीएम दिव्या मित्तल को मिर्जापुर का नया डीएम बनाया गया है। भदोही के डीएम आर्यका अखौरी को गाजीपुर का नया डीएम बनाया गया है, जबकि मथुरा के डीएम नवनीत सिंह चहल को आगरा का नया डीएम बनाया गया है।बता दे वाराणसी विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष ईशा दुहन को चंदौली का नया डीएम बनाया गया है।पीलीभीत के डीएम पुलकित खरे को मथुरा का डीएम और मिजार्पुर के डीएम प्रवीण कुमार को पीलीभीत का डीएम बनाया गया है। अलीगढ़ नगर निगम आयुक्त गौरांग राठी को भदोही का डीएम बनाया गया है। गोरखपुर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष प्रेम रंजन सिंह को संत कबीर नगर डीएम का प्रभार मिला है। आगरा के डीएम प्रभु नारायण सिंह को राजस्व विभाग में सचिव बनाया गया है। इसके अलावा राहत आयुक्त और राजस्व विभाग के सचिव रणवीर प्रसाद को भी आवास आयुक्त की जिम्मेदारी सौंपी गई है और आवास आयुक्त अजय चौहान को सचिव लोक निर्माण विभाग लगाया गया है।

वर्चस्व के लिए लेडी डान ने प्रहरी का हाथ तोड़ा

वर्चस्व के लिए लेडी डान ने प्रहरी का हाथ तोड़ा

दुष्यंत टीकम

रायपुर। सेंट्रल जेल में महिला जेल प्रहरी माधुरी वर्मा से मारपीट करने के मामले में हिस्ट्रीशीटर महिला बंदी मोनिका सचदेव के खिलाफ गंज थाने की पुलिस ने शासकीय कार्य में बाधा, मारपीट और गाली-गलौज की धाराओं में केस दर्ज किया है। घटना के बाद जिला प्रशासन ने मोनिका सचदेव को जिला बदर करने की तैयारी की है।   दरअसल, महिला सेंट्रल जेल में वर्चस्व जमाने के लिए शुक्रवार की सुबह महिला बंदी मोनिका सचदेव ने प्रहरी माधुरी वर्मा से विवाद कर लिया। मोनिका ने दहशत पैदा करने के लिए माधुरी की पिटाई कर धक्का देकर गिरा दिया। घटना में माधुरी के सिर में चोट आई है। जेल में अपना वर्चस्व जमाने के लिए मोनिका दूसरी महिला बंदियों से अक्सर विवाद करती है। बैरनबाजार ओसीएम चौक की हिस्ट्रीशीटर मोनिका सचदेव की बहन भी हिस्ट्रीशीटर है। अभी वह हत्या के आरोप में जेल में बंद है। उसके खिलाफ थाने में कई केस दर्ज हैं। 10 साल से उसे निगरानी सूची में रखा गया है।


हैदराबाद ने जीता टॉस, बल्लेबाजी का फैसला किया

हैदराबाद ने जीता टॉस, बल्लेबाजी का फैसला किया  इकबाल अंसारी  हैदराबाद। इंड‍ियन प्रीम‍ियर लीग (IPL) 2024 सीजन में सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) और...