सोमवार, 29 अगस्त 2022

1,220.76 अंक गिरकर 57,613.11 पर सेंसेक्स 

1,220.76 अंक गिरकर 57,613.11 पर सेंसेक्स 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। भारतीय शेयर बाजार में सोमवार को इतनी भारी गिरावट के साथ कारोबार की शुरुआत हुई है। ग्लोबल मार्केट में आई भारी गिरावट से घरेलू शेयर बाजार में कोहराम मच गया है। सोमवार को सेंसेक्‍स और निफ्टी भारी गिरावट पर खुले। इस दौरान प्रमुख शेयर सूचकांक लगभग दो प्रतिशत तक टूट गए। बीएसई सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 1,220.76 अंक गिरकर 57,613.11 पर आ गया। इसके सभी 30 शेयर लाल निशान में थे। एनएसई निफ्टी 355 अंक गिरकर 17,203.90 पर था। दोनों सूचकांक दो फीसदी से अधिक गिरे।

इस दौरान टेक महिंद्रा, इंफोसिस, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, विप्रो, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, टाटा स्टील और पावर ग्रिड गिरने वाले प्रमुख शेयरों में शामिल थे। अन्य एशियाई बाजारों में सोल, तोक्यो, शंघाई और हांगकांग भी लाल निशान में कारोबार कर रहे थे। अमेरिकी शेयर बाजार शुक्रवार को गिरावट के साथ बंद हुए थे। शुक्रवार को सेंसेक्स 59.15 अंक या 0.10 फीसदी चढ़कर 58,833.87 पर, जबकि निफ्टी 36.45 अंक या 0.21 प्रतिशत बढ़कर 17,558.90 पर बंद हुआ था। इसबीच ब्रेंट क्रूड 0.86 फीसदी चढ़कर 101.9 प्रति बैरल के भाव पर पहुंच गया। शेयर बाजार के अस्थाई आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने शुक्रवार को 51.12 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।

कैसी हुई बाजार की ओपनिंग...
बीएसई का 30 शेयरों वाला इंडेक्स सेंसेक्स 1,466 अंक यानी 2.49 फीसदी की भारीभरकम गिरावट के साथ 57,367 पर खुला है। एनएसई का 50 शेयरों वाला इंडेक्स निफ्टी 370 अंक यानी 2.11 फीसदी की तेज गिरावट के साथ 17,188.65 पर खुला है और इस तरह 17200 के भी नीचे फिसल गया है।

सेंसेक्स और निफ्टी का हाल...
निफ्टी के 50 में से 50 शेयर गिरावट के लाल निशान के साथ कारोबार कर रहे हैं। सेंसेक्स के 30 में 30 शेयर गिरावट दिखा रहे हैं और बीएसई के सभी सेक्टर भी लाल निशान में कारोबार कर रहे हैं। बैंक निफ्टी 823 अंकों यानी 2।13 फीसदी टूटकर 38154 के लेवल पर कारोबार कर रहा है। निफ्टी आईटी इंडेक्स में तो 4।20 फीसदी की जबरदस्त गिरावट देखी जा रही है।

मनी लॉन्ड्रिंग, चित्रा की जमानत याचिका खारिज की

मनी लॉन्ड्रिंग, चित्रा की जमानत याचिका खारिज की 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। दिल्ली की एक अदालत ने मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामलें में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) की पूर्व प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी चित्रा रामकृष्ण की जमानत याचिका सोमवार को खारिज कर दी। यह मामला अवैध तरीके से फोन टैप करने तथा एनएसई के कर्मचारियों की जासूसी कराए जाने से जुड़ा हुआ है। विशेष न्यायाधीश सुनैना शर्मा ने जमानत देने से इनकार किया और कहा कि इस चरण पर जमानत नहीं दी जा सकती। मामले की सुनवाई के दौरान प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने जमानत याचिका का यह कहते हुए विरोध किया था कि मामले की जांच चल रही है और वह (चित्रा) ‘‘प्रत्यक्ष अथवा परोक्ष’’ रूप से अपराध में लिप्त हैं।

ईडी ने कहा, ‘‘एनएसई के शीर्ष अधिकारियों ने पीरियॉडिक स्टडी ऑफ साइबर वल्नरबिलिटीज के आड में आईएसईसी सर्विसेज प्राइवेट के पक्ष में समझौते अथवा कार्यादेश जारी किए और कानून के तहत अनिवार्य संबद्ध प्राधिकार से अनुमति लिए बगैर एक अवैध मशीन लगाकर अपने कर्मचारियों के फोन कॉल बीच में सुने….. ।’’ ईडी ने कहा कि एनएसई के कर्मचारियों की कोई मंजूरी नहीं ली गई।

पत्रकार की जमानत याचिका पर सरकार से जवाब मांगा 

पत्रकार की जमानत याचिका पर सरकार से जवाब मांगा 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने केरल के पत्रकार सिद्दिकी कप्पन की जमानत याचिका पर उत्तर प्रदेश सरकार से सोमवार को जवाब देने को कहा। कप्पन को अक्टूबर 2020 में हाथरस में कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार पीड़िता की मौत के बाद वहां जाते वक्त रास्ते में गिरफ्तार कर लिया गया था। प्रधान न्यायाधीश उदय उमेश ललित एवं न्यायमूर्ति एस रवीन्द्र भट्ट की पीठ ने याचिका पर अंतिम सुनवाई के लिए नौ सितंबर की तारीख निर्धारित की है।

इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ पीठ ने इस माह की शुरुआत में कप्पन की जमानत याचिका खारिज कर दी थी। उनके खिलाफ हाथरस मामले में गैर कानूनी गतिविधि (निषेध) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) से कथित तौर पर संबंध रखने वाले चार लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता और यूएपीए के विभिन्न प्रावधानों के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई थी।पीएफआई पर नागरिकता संशोधन अधिनियम के खिलाफ देश भर में हुए प्रदर्शनों को धन देने के आरोप हैं। पुलिस ने पूर्व में दावा किया था कि आरोपी हाथरस में कानून व्यवस्था को बाधित करने की कोशिश कर रहे थे।

मैं चुनौती देती हूं, मुझे गिरफ्तार करें: बनर्जी 

मैं चुनौती देती हूं, मुझे गिरफ्तार करें: बनर्जी 

मिनाक्षी लोढी 

कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर बीजेपी पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने सोमवार को एक रैली में कहा कि, ‘मैं उन्हें चुनौती देती हूं कि मुझे गिरफ्तार करें। मैं जेल से लड़ूंगी और जीतूंगी’।उन्होंने कहा कि “भारतीय जनता पार्टी (BJP) जवाब दे कि निर्वाचित सरकारों को गिराने के लिए उसके पास पैसा कहां से आ रहा है। बीजेपी चुनी हुई राज्य सरकारों को गिराने के लिए काले धन और केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल कर रही है।” ममता बनर्जी ने आगे कहा कि, “बीजेपी के नेता बेटी बचाओ की बात करते हैं, लेकिन उनकी सरकार ने बिलकिस बानो मामले में शामिल लोगों को छोड़ दिया। वे टीएमसी और हमें चोर कह रहे हैं। घोटाला हुआ है और वामपंथियों ने किया है। नौकरियों के बदले पैसे लेने की उनकी संस्कृति रही है।”

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने कहा कि, “ये मामला विचाराधीन है। अदालत में ऐसा कोई सबूत नहीं है जिससे साबित हो कि हम भ्रष्ट हैं। फिर भी मीडिया ट्रायल चल रहा है और वे हमें चोर कह रहे हैं। ये सब साजिश है। मैं उन्हें चुनौती देती हूं कि मुझे गिरफ्तार करें। मैं जेल से लड़ूंगी और जीतूंगी। आप मुझे वश में नहीं कर सकते। अगर मैं सत्ता में नहीं होती और कुर्सी पर नहीं होती तो मैं महिलाओं से उनकी जुबान काटने के लिए कहती।” उन्होंने कहा कि, “उन्होंने हमारा पैसा रोक दिया है। उन्होंने लोगों का पैसा रोका है। बीजेपी उनके पैसे का इस्तेमाल कर उन्हें ही बाहर करने में लगी है। उन्होंने हमारे पीछे केंद्रीय एजेंसियों को लगा दिया है। एजेंसियों ने उद्योगपतियों के घरों पर छापेमारी की है। पैसे की उगाही कर उन्हें देश के बाहर पार्क करने में लगे हुए हैं। वे कह रहे हैं कि ममता बनर्जी परिवार ने पैसा और संपत्ति बनाई है। मैं उनसे कहती हूं कि इस मामले को भारत के बाहर अंतरराष्ट्रीय अदालत में आजमाएं। वे कह रहे हैं मेरा परिवार, मैं और मेरी मां हैं।”

ममता बनर्जी ने कहा कि, “महाराष्ट्र सरकार को तोड़ने के लिए आपने कितना पैसा खर्च किया है। ये पैसा कहां से आया? आपने झारखंड के विधायकों को पैसे की पेशकश की है। आप झारखंड सरकार को तोड़ना चाहते थे। मैंने इसे रोक दिया है। अरविंद केजरीवाल का कहना है कि उनके विधायकों को पैसे की पेशकश की गई है। बंगाल में उन्होंने हमारे पीछे एजेंसियों को लगा दिया है।” मुख्यमंत्री ने कहा कि, “वेदांता गांव में क्या हो रहा है? क्या वह सिर्फ मंथन है या किसी सरकार को तोड़ने वाला मंथन है? क्या आप केवल राजनीति पर चर्चा कर रहे हैं या और भी बहुत कुछ हो रहा है।” इसके साथ ही ममता बनर्जी ने बिलकिस बानो के समर्थन में कोलकाता में दो दिवसीय धरने का ऐलान किया है। धरने का नेतृत्व टीएमसी की दो महिला मंत्री करेंगी। उन्होंने इस मामले में सुप्रीम कोर्ट से हस्तक्षेप की मांग की और कहा कि दोषियों के वापस जेल भेजा जाए।

बेरोजगारी और महंगाई, मोदी सरकार के दो भाई

बेरोजगारी और महंगाई, मोदी सरकार के दो भाई 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। सोमवार को केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए दावा किया कि जनता महंगाई और बेरोजगारी से परेशान हैं, लेकिन सरकार पूरी तरह मौन है। पार्टी प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने यह दावा भी किया कि बेरोजगारी और महंगाई, नरेंद्र मोदी सरकार के दो भाई हैं। कांग्रेस ने चार सितंबर को दिल्ली के रामलीला मैदान में प्रस्तावित ‘महंगाई पर हल्ला बोल’ रैली से पहले, सोमवार को देश के 22 शहरों में संवाददाता सम्मेलन आयोजित किया।

वल्लभ ने यहां संवाददाताओं से कहा, मोदी सरकार के दो भाई बेरोजगारी और महंगाई हैं। लोग बेतहाशा महंगाई से परेशान है। 20 से 24 वर्ष आयुवर्ग के 42 प्रतिशत लोग बेरोजगार हैं। मोदी सरकार मौन है। उनका कहना है, सीएमआईई (सेंटर फॉर मानिटरिंग ऑफ इंडियन इकॉनोमी) के आंकड़ों के अनुसार, बेरोजगारी दर 8 प्रतिशत बनी हुई है, जबकि ग्रामीण क्षेत्र में तो बेरोजगारी दर शहरी क्षेत्रों से भी अधिक है। मगर मोदी सरकार को इन सबसे कहां फर्क पड़ता है ? मोदी सरकार ‘बांटो और राज करो’ तथा ईडी और सीबीआई के दुरुपयोग में लगी हुई है। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने ‘‘महंगाई पर हल्ला बोल रैली” का पोस्टर और मिस कॉल नंबर 9625777907 भी जारी किया।

गणपति उत्सव के लिए 316.40 करोड़ रुपये का बीमा 

गणपति उत्सव के लिए 316.40 करोड़ रुपये का बीमा 

कविता गर्ग 

मुंबई। मुंबई के सर्वाधिक संपन्न गणेश मंडलों में से एक जीएसबी सेवा मंडल ने आगामी गणपति उत्सव के लिए 316.40 करोड़ रुपये का बीमा करवाया है। मुंबई के किंग्स सर्कल में स्थित जीएसबी सेवा मंडल के अध्यक्ष विजय कामथ ने बताया कि बुधवार से शुरू होने वाले 10 दिवसीय उत्सव के लिए सभी सार्वजनिक देनदारियों और मंडल में आने वाले प्रत्येक भक्त को बीमा के तहत कवर किया गया है। मंडल के एक प्रतिनिधि ने दावा किया कि यह किसी मंडल द्वारा लिया गया सबसे अधिक रकम का बीमा है।

अधिकारी के अनुसार, 316.4 करोड़ रुपये के बीमा में सोने, चांदी तथा अन्य मूल्यवान वस्तुओं के लिए 31.97 करोड़ रुपये का कवर और पंडाल, स्वयंसेवकों, पुजारियों, रसोइयों, जूतों के ‘स्टाल’ पर काम करने वाले कर्मचारियों, पार्किंग के कर्मचारियों तथा सुरक्षा कर्मियों का 263 करोड़ रुपये का व्यक्तिगत बीमा कवर शामिल है। जीएसबी सेवा मंडल इस साल अपना 68वां गणपति उत्सव मना रहा है।

अंबानी ने कंपनी की 45वीं बैठक को संबोधित किया

अंबानी ने कंपनी की 45वीं बैठक को संबोधित किया 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) ने सोमवार को अपनी सालाना आम बैठक आयोजित की है। कंपनी की 45वीं सलाना आम बैठक को मुकेश अंबानी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित किया। इसमें जियो 5G को पेश किया गया। आरआईएल के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने सभी शेयरधारकों, सहयोगियों, अधिकारियों और पार्टनर्स का स्वागत किया और कहा कि ये मौका बहुत खास है। उन्होंने उम्मीद जताई कि अगले साल ये एजीएम फिजिकल फॉर्म में हो सकेगी।

मुकेश अंबानी ने (Reliance AGM 2022) कहा कि रिलायंस जियो के 5जी स्पेक्ट्रम का इस्तेमाल फिक्स्ड ब्रॉडबैंड सर्विस के लिए किया जाएगा। टेलीकॉम इंडस्ट्री को रिलायंस जियो नई ऊंचाई पर ले जाएगा। जियो के 5जी के बाद देश में जियो 5जी सबसे बड़ा नेटवर्क होगा। इस दीवाली यानी नवंबर 2022 तक दिल्ली-मुंबई में 5जी सेवा दे दी जाएगी। इस साल के दिसंबर तक कंपनी हर शहर में Jio 5G लॉन्च कर देगी।

उन्होंने कहा कि Broadband स्पीड होगी पहले से फ़ास्ट होगी। Jio 5G फिक्स्ड ब्रॉडबैंड लाइन का ऐलान। कंपनी ने कहा है कि कम कीमत पर 5G ब्रॉडबैंड सर्विस दी जाएगी। इसके साथ ही कनेक्टेड सल्यूशन भी दिया जाएगा। कंपनी ने कहा है कि इसके जरिए 100 मिलियन घरों को कनेक्ट किया जा सकेगा। उन्होंने आगे कहा कि ये दुनिया का सबसे एडवांस 5G टेक्नोलॉजी होगी। ये SA टेक्नोलॉजी पर बेस्ड होगी। Jio ने कहा है कि कंपनी लेटेस्ट वर्जन 5G सर्विस ले कर आएगी जो स्टैंडअलोन होगा। अंबानी ने कहा है कि दूसरी कंपनियाँ पुराने सल्यूशन को यूज करके 5G लॉन्च करेंगी, जबकि Jio स्टैंडअलोन 5G सर्विस का इस्तेमाल करेगा। कंपनी अपनी वायर और वायरलेस सर्विस यूज करके पूरे देश में 5G डिप्लॉय करेगी। कंपनी प्राइवेट इंटरप्राइजेज के लिए यूनिक सर्विस भी देगी।

सार्वजनिक सूचनाएं एवं विज्ञापन 

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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण 

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण 


1. अंक-325, (वर्ष-05)

2. मंगलवार, अगस्त 30, 2022

3. शक-1944, भाद्रपद, शुक्ल-पक्ष, तिथि-तीज, विक्रमी सवंत-2079।

4. सूर्योदय प्रातः 05:51, सूर्यास्त: 06:56। 

5. न्‍यूनतम तापमान- 29 डी.सै., अधिकतम-36+ डी.सै.। उत्तरभारत में बरसात की संभावना। 

6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक कासहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है। 

7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु,(विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय, ओमवीर सिंह, वीरसेन पवार, योगेश चौधरी आदि के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी। 

8. संपर्क व व्यवसायिक कार्यालय- चैंबर नं. 27,प्रथम तल, रामेश्वर पार्क, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102। 

9. पंजीकृत कार्यालयः263, सरस्वती विहार लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102http://www.universalexpress.page/ www.universalexpress.in 

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संपर्क सूत्र :- +919350302745--केवल व्हाट्सएप पर संपर्क करें, 9718339011 फोन करें।

 (सर्वाधिकार सुरक्षित)

रविवार, 28 अगस्त 2022

मन की बात: 'तिरंगा' यात्रा के लिए धन्यवाद दिया 

मन की बात: 'तिरंगा' यात्रा के लिए धन्यवाद दिया 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को 11 बजे अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के जरिए देश की जनता को संबोधित किया। रविवार को 'मन की बात' कार्यक्रम के 92वें एपिसोड के जरिए प्रधानमंत्री मोदी ने देश की जनता को संबोधित किया। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी कई मुद्दों को लेकर देशवासियों के सामने अपने विचार रखें। प्रधानमंत्री मोदी ने मन की बात कार्यक्रम की शुरुआत में कहा कि अगस्त के इस महीने में आप सभी के पत्रों, संदेशों और कार्ड ने मेरे कार्यालय को तिरंगामय कर दिया है। मुझे ऐसा शायद ही कोई पत्र मिला हो, जिस पर तिरंगा न हो, या तिरंगे और आज़ादी से जुड़ी बात न हो।

अमृत महोत्सव और स्वतंत्रता दिवस के इस विशेष अवसर पर हमने देश की सामूहिक शक्ति के दर्शन किए हैं, एक चेतना की अनुभूति हुई है। इतना बड़ा देश, इतनी विविधताएं, लेकिन जब बात तिरंगा फहराने की आई, तो हर कोई, एक ही भावना में बहता दिखाई दिया। अमृत महोत्सव के ये रंग केवल भारत में ही नहीं, बल्कि दुनिया के दूसरे देशों में भी देखने को मिले।

पहाड़ों पर रहने वाले लोगों के जीवन से हम बहुत कुछ सीख सकते हैं...

पहाड़ों की जीवनशैली और संस्कृति से हमें पहला पाठ तो यही मिलता है कि हम परिस्थितियों के दबाव में ना आएं तो आसानी से उन पर विजय भी प्राप्त कर सकते हैं, और दूसरा, हम कैसे स्थानीय संसाधनों से आत्मनिर्भर बन सकते हैं।

संयुक्त राष्ट्र ने वर्ष 2023 को बाजरा का अंतर्राष्ट्रीय वर्ष घोषित किया: पीएम

पीएम मोदी ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र ने एक प्रस्ताव पारित कर वर्ष 2023 को International Year of Millets घोषित किया है। आपको ये जानकर भी बहुत खुशी होगी कि भारत के इस प्रस्ताव को 70 से ज्यादा देशों का समर्थन मिला था। आज, दुनिया भर में इसी मोटे अनाज का का क्रेज बढ़ता जा रहा है। बाजरा, मोटे अनाज, प्राचीन काल से ही हमारी खेती, संस्कृति और सभ्यता का हिस्सा रहे हैं। हमारे वेदों में भी बाजरा का उल्लेख मिलता है, और इसी तरह, पुराणनुरू और तोल्काप्पियम में भी, इसके बारे में, बताया गया है।

मोटे अनाजों को अधिक से अधिक उपजाएं और फायदा उठाएं किसान: पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा कि भारत, विश्व में बाजरा (Millets) का सबसे बड़ा उत्पादक देश है, इसलिए इस पहल को सफल बनाने की बड़ी जिम्मेदारी भी हम भारत-वासियों के कंधे पर ही है। हम सबको मिलकर इसे जन-आंदोलन बनाना है, और देश के लोगों में मोटे अनाजों के प्रति जागरूकता भी बढ़ानी है। मेरा, अपने किसान भाई-बहनों से, यही आग्रह है कि बाजरा, यानी मोटे अनाज को, अधिक-से-अधिक अपनाएं और इसका फायदा उठाएं।

पीएम मोदी ने कहा कि आप कल्पना कर सकते हैं, क्या कुपोषण दूर करने में गीत-संगीत और भजन का भी इस्तेमाल हो सकता है? मध्य प्रदेश के दतिया जिले में “मेरा बच्चा अभियान”, इस “मेरा बच्चा अभियान” में इसका सफलतापूर्वक प्रयोग किया गया। इसके तहत, जिले में भजन-कीर्तन आयोजित हुए, जिसमें पोषण गुरु कहलाने वाले शिक्षकों को बुलाया गया। एक मटका कार्यक्रम भी हुआ, इसमें महिलाएं, आंगनबाड़ी केंद्र के लिए मुट्ठी भर अनाज लेकर आती हैं और इसी अनाज से शनिवार को ‘बालभोज’ का आयोजन होता है। इससे आंगनबाड़ी केन्द्रों में बच्चों की उपस्थिति बढ़ने के साथ ही कुपोषण भी कम हुआ है।

कुपोषण दूर करने में गीत-संगीत और भजन का भी इस्तेमाल हो सकता है...

पीएम मोदी ने कहा कि आप कल्पना कर सकते हैं, क्या कुपोषण दूर करने में गीत-संगीत और भजन का भी इस्तेमाल हो सकता है? मध्य प्रदेश के दतिया जिले में “मेरा बच्चा अभियान” ने इसका सफलतापूर्वक प्रयोग किया गया। इसके तहत, जिले में भजन-कीर्तन आयोजित हुए, जिसमें पोषण गुरु कहलाने वाले शिक्षकों को बुलाया गया। एक मटका कार्यक्रम भी हुआ, इसमें महिलाएं, आंगनबाड़ी केंद्र के लिए मुट्ठी भर अनाज लेकर आती हैं और इसी अनाज से शनिवार को ‘बालभोज’ का आयोजन होता है। इससे आंगनबाड़ी केन्द्रों में बच्चों की उपस्थिति बढ़ने के साथ ही कुपोषण भी कम हुआ है।

अमृत सरोवर का निर्माण एक जन आंदोलन बन गया: पीएम मोदी

‘मन की बात’ में ही चार महीने पहले मैंने अमृत सरोवर की बात की थी। उसके बाद अलग-अलग जिलों में स्थानीय प्रशासन जुटा, स्वयं सेवी संस्थाएं और स्थानीय लोग जुटे, देखते ही देखते अमृत सरोवर का निर्माण एक जन आंदोलन बन गया है।

अमृत महोत्सव के ये रंग दूसरे देशों में भी देखने को मिला: पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा कि अमृत महोत्सव के ये रंग, केवल भारत में ही नहीं, बल्कि, दुनिया के दूसरे देशों में भी देखने को मिले। बोत्स्वाना में वहां के रहने वाले स्थानीय गीतकारों ने भारत की आजादी के 75 साल मनाने के लिए देशभक्ति के 75 गीत गाए। इसमें और भी खास बात ये है, कि ये 75 गीत हिन्दी, पंजाबी, गुजराती, बांग्ला, असमिया, तमिल, तेलुगू, कन्नड़ा और संस्कृत जैसी भाषाओं में गाए गए हैं। पीएम मोदी ने कहा कि नामीबिया में भारत- नामीबिया के सांस्कृतिक-पारंपरिक संबंधों पर विशेष स्टैम्प जारी किया है। इस अवसर पर जो भारतीय विदेशों में थे, वो भी किसी से पीछे नहीं रहे। भारत के 8 पर्वतारोहियों ने, आजादी के 75 वर्ष मनाने के लिए, यूरोप की दो बड़ी पर्वतचोटियों को 24 घंटे में फ़तेह किया। इनमें से एक तो यूरोप की सबसे ऊंची चोटी Mount Elbrus है। हम कहीं भी हों, देश के लोगों की ये भावना हमें निरंतर आगे बढ़ने का हौसला देती है।

आप सभी के पत्रों, संदेशों ने मेरे कार्यालय को तिरंगामय कर दिया: पीएम

पीएम मोदी ने कहा कि अगस्त के इस महीने में, आप सभी के पत्रों, संदेशों और कार्ड्स ने मेरे कार्यालय को तिरंगामय कर दिया है। मुझे ऐसा शायद ही कोई पत्र मिला हो, जिस पर तिरंगा न हो, या तिरंगे और आजादी से जुड़ी बात न हो। बच्चों ने, युवा साथियों ने तो अमृत महोत्सव पर खूब सुंदर-सुंदर चित्र, और कलाकारी भी बनाकर भेजी है।

पीएम मोदी ने तिरंगा यात्रा की तारीफ की...

लोगों ने तिरंगा अभियान के लिए अलग-अलग प्रगतिशील विचारों के साथ आए । जैसे युवा साथी, कृशनील अनिल जी ने अनिल जी एक Puzzle artist हैं और उन्होंने रिकॉर्ड समय में खूबसूरत तिरंगा mosaic art तैयार की है। वहीं कर्नाटक के कोलार में, लोगों ने 630 फीट लम्बा और 205 फीट चौड़ा तिरंगा पकड़कर अनूठा दृश्य प्रस्तुत किया। असम में सरकारी कर्मियों ने दिघालीपुखुरी वार मेमोरियल में तिरंगा फहराने के लिए अपने हाथों से 20 फीट का तिरंगा बनाया।

हर शहर, हर गांव में, अमृत महोत्सव की अमृत धारा बह रही है: पीएम

पीएम मोदी ने कहा कि आजादी के इस महीने में हमारे पूरे देश में, हर शहर, हर गांव में, अमृत महोत्सव की अमृत धारा बह रही है। अमृत महोत्सव और स्वतंत्रता दिवस के इस विशेष अवसर पर हमने देश की सामूहिक शक्ति के दर्शन किए हैं। एक चेतना की अनुभूति हुई है। इतना बड़ा देश, इतनी विविधताएं, लेकिन जब बात तिरंगा फहराने की आई, तो हर कोई, एक ही भावना में बहता दिखाई दिया। तिरंगे के गौरव के प्रथम प्रहरी बनकर, लोग, खुद आगे आए।

निगम ने अवैध व्यवसायिक काम्प्लेक्स को सील किया 

निगम ने अवैध व्यवसायिक काम्प्लेक्स को सील किया 


मीडिया की खबर का असर, निगम का चला हथौड़ा, मोवा में अवैध व्यवसायिक काम्प्लेक्स में निगम ने की सीलिंग की कार्यवाही

निगम की कार्यवाही को जनता ने सराहा

दुष्यंत टीकम 

रायपुर। राजधानी के मोवा पंडरी थाने के ठीक सामने अवैध व्यवसायिक काम्प्लेक्स निर्माण की खबर मीडिया में बराबर प्रकाशित हो रही थी, जिसे लेकर निगम ने सख्त कदम उठाया। आखिरकार, अवैध व्यवसायिक काम्प्लेक्स को निगम ने सील कर दिया। आपको बता दें, कि मोवा पंडरी के सामने बिना निगम के अनुमति के एक अवैध व्यवसायिक काम्प्लेक्स का निर्माण बदस्तूर जारी था, मीडिया को जानकारी हुई कि बिना निगम से नक्शा पास हुए व्यवसायिक काम्प्लेक्स का निर्माण हो रहा है। जिसे लेकर मीडिया प्रमुखता से खबर प्रकाशित कर रही थी, जिसे निगम ने गम्भीरता से लेते हुए आखिरकार काम्प्लेक्स को सील कर दिया।

गौरतलब है कि अवैध व्यवसायिक काम्प्लेक्स में 6 दुकानें पूरी तरह से बन कर तैयार हो चुकी है, जिसमे से दो दुकानों में ओपनिंग भी हो गया था। उसके बावजूद निगम ने सख्ती दिखाते हुए कार्यवाही की जिसे लेकर नागरिकों में निगम के कार्यो को सराहा जा रहा है। लोगों में चर्चा है कि निगम इस तरह निष्पक्ष कार्यवाही करेगा, तो राजधानी में जाम की समस्या का निराकरण हो जाएगा। अवैध निर्माण कर्ता के बारे में अब ये भी जानकारी सामने आ रही है कि उक्त जमीन भी निर्माण कर्ता की नही है। सूत्रों की माने, तो निगम के कुछ कर्मचारियों की मिलीभगत से हो रहा था अवैध निर्माण।

अभी इस अवैध निर्माण में कुछ रहस्य सामने आना बाकी है।मामला पंडरी मोवा थाने के सामने का है, जहां नगर निगम का जोन कार्यालय है। मोवा थाना चौक पर ही 2 मंजिला अवैध व्यवसायिक काम्प्लेक्स का निर्माण हो गया, बिना नक्शा पास हुए। इतना ही नही, सूत्रों के अनुसार जिस भूमि पर अवैध निर्माण हुआ है, ये सरकारी भूमि है। इसकी पुष्टि फिलहाल अभी नही हो पाई है। लेकिन निर्माण कैसे हो गया, आज भी राज है। मजे की बात ये है कि जहाँ अवैध निर्माण हुआ है। उसी से 10 कदम की दूरी पर नगर निगम का जोन कार्यालय है। जोन 9 नगर निगम कार्यवाही के नाम पर करती रही खानापूर्ति, साथ ही होता रहा निरंतर अवैध निर्माण। सम्पूर्ण निर्माण दो दुकानों की ओपनिंग के बाद जागा निगम। अवैध निर्माणों के खिलाफ की गई सीलिंग की कार्यवाही के उपरांत भी यह राज बरकरार है, कि निगम के किस कर्मचारी के संरक्षण मे हुआ इतना बाद अवैध निर्माण।

एचसी की निगरानी में ‘घोटाले’ की जांच कराने की मांग 

एचसी की निगरानी में ‘घोटाले’ की जांच कराने की मांग 

मनोज सिंह ठाकुर 

भोपाल। कांग्रेस की मध्य प्रदेश इकाई ने रविवार को कथित नर्सिंग कॉलेज ‘घोटाले’ की जांच उच्च न्यायालय की निगरानी में कराने की मांग की और दावा किया कि प्रदेश सरकार 60 हजार से अधिक नर्सिंग छात्रों का भविष्य बर्बाद कर रही है। हालांकि मध्य प्रदेश में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कांग्रेस के दावों का खंडन करते हुए कहा कि विपक्षी दल इस मुद्दे पर राजनीति कर रहा है। मध्य प्रदेश लॉ स्टूटेंडस एसोसिएशन के अध्यक्ष विशाल बघेल ने इस मामले को लेकर इस साल 11 जनवरी को एक जनहित याचिका दायर की थी।

याचिका में कुछ कॉलेजों में बुनियादी ढांचे की कमी के साथ-साथ कुछ कॉलेजों के फर्जी दस्तावेजों के आधार पर केवल कागजों पर चलने का आरोप लगाया गया है। एमपी नर्सिंग काउंसिल (एमपीएनसी) द्वारा अदालत में पेश की गई गलत सामग्री को देखते हुए उच्च न्यायालय ने 23 अगस्त को प्रदेश सरकार को एमपीएनसी के संचालन के लिए नए प्रशासक नियुक्त करने का आदेश दिया। हाल ही में प्रदेश सरकार ने उच्च न्यायालय की जांच के दायरे में आने वाले प्रदेश के 93 कॉलेजों की मान्यता को निलंबित कर दिया।

इन घटनाक्रमों को देखते हुए मध्य प्रदेश विधानसभा में विपक्ष के नेता डॉक्टर गोविंद सिंह ने नर्सिंग कॉलेज ‘घोटाले’ की उच्च न्यायालय की निगरानी में जांच की मांग की। सिंह ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री, चिकित्सा शिक्षा मंत्री, नर्सिंग परिषद और अन्य वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों की सहमति के बिना इतने बड़े पैमाने पर अनियमितताएं संभव नहीं थीं, लेकिन भाजपा ने इस आरोप का खंडन किया है। सिंह ने दावा किया कि यह घोटाला 60 हजार से अधिक छात्रों का भविष्य बर्बाद करने वाला है।

उन्होंने कहा कि एमपीएनसी द्वारा मान्यता प्राप्त 130 नर्सिंग कॉलेज केवल कागजों पर चल रहे थे और जब ऐसे कॉलेजों के छात्र मेडिकल स्टॉफ में शामिल होंगे तो सार्वजनिक स्वास्थ्य का क्या होगा? सिंह ने दावा किया कि यह नर्सिंग कॉलेजों के संचालन के लिए अनुमति जारी करने में बड़े पैमाने पर अनियमितताओं को दर्शाता है। उन्होंने मध्य प्रदेश सरकार को चुनौती दी कि वह ऐसे नर्सिंग कॉलेजों की सूची जारी करे जो ऐसे संस्थानों के लिए निर्धारित सरकारी मानकों का पालन कर रहे हैं, जिनमें 100 बिस्तरों वाले अस्पतालों से जुड़ा होना अनिवार्य है।

इन आरोपों के बारे में पूछे जाने पर भाजपा के प्रदेश सचिव रजनीश अग्रवाल ने पीटीआई-भाषा से कहा कि कांग्रेस इस मुद्दे पर राजनीति कर रही है। अग्रवाल ने कहा कि इस तरह की अनियमितताएं राज्य सरकार की लगातार निगरानी के कारण जांच के दायरे में आईं न कि कांग्रेस के कारण। उन्होंने कहा कि मप्र सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि ऐसे संस्थान न केवल राज्य बल्कि केंद्र द्वारा निर्धारित सभी मानकों का पालन करें। भाजपा नेता ने कहा कि राज्य सरकार नर्सिंग छात्रों के भविष्य की रक्षा के लिए सभी उपाय कर रही है।

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