बुधवार, 27 जुलाई 2022

वर्ष 2022-23 में 5जी मोबाइल सेवा प्रारंभ, संभावना

वर्ष 2022-23 में 5जी मोबाइल सेवा प्रारंभ, संभावना

अकांशु उपाध्याय      

नई दिल्ली। सरकार ने बुधवार को लोकसभा को बताया, कि दूरसंचार सेवा प्रदाताओं द्वारा वर्ष 2022-23 के दौरान 5जी मोबाइल सेवा प्रारंभ करने की संभावना है। लोकसभा में दीपसिंह शंकरसिंह राठौड़ और रमेश बिधूड़ी के प्रश्न के लिखित उत्तर में संचार राज्य मंत्री देबुसिंह चौहान ने यह जानकारी दी। सदस्यों ने पूछा था कि क्या सरकार की भारत में 5जी प्रौद्योगिकी शुरू करने की कोई योजना है। संचार राज्य मंत्री ने कहा कि 5जी सेवाओं को धीरे-धीरे शुरू करने और सेवाओं का वातावरण तैयार होने एवं मांग बढ़ने पर इसकी पूरी क्षमता प्राप्त करने की संभावना है‌‍।

चौहान ने कहा कि दूरसंचार विभाग ने 15 जून, 2022 की अधिसूचना के तहत 600 मेगाहर्ट्ज, 700 मेगाहर्ट्ज, 800 मेगाहर्ट्ज, 900 मेगाहर्ट्ज, 1800 मेगाहर्ट्ज, 2100 मेगाहर्ट्ज, 2300 मेगाहर्ट्ज, 2500 मेगाहर्ट्ज, 3300 मेगाहर्ट्ज, 26 गीगा हर्ट्ज बैंडों के स्पेक्ट्रम की नीलामी की प्रक्रिया पहले शुरू कर दी है, जिसमें 5जी सेवाओं को शुरू करने हेतु आवश्यक स्पेक्ट्रम शामिल है।

योगी सरकार पर तंज, कम से कम हमारे घर मत तोड़िए

योगी सरकार पर तंज, कम से कम हमारे घर मत तोड़िए 

अकांशु उपाध्याय        

नई दिल्ली। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) चीफ और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने यूपी की योगी सरकार पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि, अगर इन (कांवडियों) पर फूल बरसा रहे हैं, तो कम से कम हमारे घर तो मत तोड़िए। एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से कुछ अखबारों की फोटो शेयर की है। फोटो शेयर करते हुए ओवैसी ने लिखा, पुलिस ने पंखुड़ियां बौछार कीं, कांवड़ियों का झंडों से इस्तक़बाल किया, उनके पैरों पर लोशन लगाया और उनके साथ इंतेहाई शफ़क़त से पेश आए। दिल्ली पुलिस ने लोहारों को हटाने की बात की, ताकि कांवड़िया नाराज़ न हो जाएं। उ.प्र हुकूमत ने यात्रा के रास्तों पर गोश्त पर पाबंदी लगा दी।

ओवैसी ने कहा कि, यह ‘रेवड़ी कल्चर’ नहीं है? मुसलमान, खुली जगह पर चंद मिनट के लिए के नमाज़ भी अदा करे तो बवाल हो जाता है। मुसलमानों को सिर्फ मुसलमान होने की वजह से पुलिस की गोलियों, हिरासती तशद्दुद, NSA, UAPA, लिंचिंग, बुल्डोज़र और तोड़-फोड़ का सामना करना पड़ रहा है। इतना ही नहीं, उन्होंने ट्वीट में लिखा, कांवड़ियों के जज़्बात इतने मुतज़लज़ल हैं कि वे किसी मुसलमान पुलिस अहलकार का नाम भी बर्दाश्त नहीं कर सकते। यह भेद-भाव क्यों? यकसानियत नहीं होनी चाहिए? एक से नफ़रत और दूसरों से मोहब्बत क्यों? एक मज़हब के लिए ट्रैफिक डाइवर्ट और दूसरे के लिए बुलडोज़र क्यों? ओवैसी ने ट्वीट में लिखा, अगर इन पर फूल बरसा रहे हैं, तो कम से कम हमारे घर तो मत तोड़िए।

असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि कांवड़ यात्रा पर आप टैक्स पेयर के पैसों से हेलीकॉप्टर से फूल बरसा रहे हैं। पुलिस के ऑफिसर उनके पैरों की मालिस कर रहे हैं। गाजियाबाद में आपने लोहार की दुकान को बंद करवा दिया। मेरठ के एक पुलिस स्टेशन में एक मुसलमान ऑफिसर का आपने नाम हटवा दिया। अगर कोई चंद मिनट के लिए नमाज़ पढ़ता है तो पब्लिक पॉलिसी डिस्टर्ब हो रही है। मैं भाजपा से कहता हूं कि आप सबके साथ समान व्यवहार करें भेदभाव ना करें। अगर सबका साथ सबका विकास है तो हम पर फूल नहीं चढ़ाते हमारे घरों पर बूलडोजर चढ़ा देते हैं।

महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव भी चाहते हैं, ठाकरे 

महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव भी चाहते हैं, ठाकरे 

कविता गर्ग                 

मुंबई। शिवसेना अध्यक्ष और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बुधवार को कहा कि उनके नेतृत्व में महा विकास आघाडी (एमवीए) गठबंधन का प्रयोग गलत नहीं था और लोगों ने उसका स्वागत किया था। शिवसेना के मुखपत्र सामना को दिए साक्षात्कार के दूसरे भाग में ठाकरे ने कहा कि वह महाराष्ट्र में न केवल स्थानीय निकाय, बल्कि विधानसभा चुनाव भी चाहते हैं। उन्होंने दावा किया कि शिवसेना का मुख्यमंत्री फिर से होगा और वह पार्टी कार्यकर्ताओं को प्रोत्साहित करने के लिए राज्य का दौरा करेंगे।

ठाकरे ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) उन लोगों को सब कुछ दे रही है, जो दूसरी पार्टियों से आए हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा ने मुख्यमंत्री (शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे) पद से लेकर नेता प्रतिपक्ष (जो अभी राकांपा के अजित पवार के पास है) का पद भी ऐसे लोगों को दिया है। उन्होंने कहा, “दिल्ली शिवसेना से शिवसेना को लड़ाना चाहती है और मराठी भाषी लोगों को बांटना चाहती है। अगर वर्तमान शासक विपक्ष से डरते हैं तो यह उनकी अक्षमता है।लोकतंत्र में कोई भी दल स्थायी विजेता नहीं होता।” ठाकरे ने कहा कि लोगों ने एमवीए के प्रयोग का स्वागत किया था और तीन दलों का यह गठबंधन इसलिए करना पड़ा क्योंकि भाजपा ने उनसे किया वादा नहीं निभाया था। सामना के कार्यकारी संपादक और राज्यसभा सदस्य संजय राउत को दिए साक्षात्कार में ठाकरे ने कहा, “शिवसेना का फिर से मुख्यमंत्री होगा। मैं पार्टी के आधार और कार्यकर्ताओं के विस्तार के लिए काम करूंगा। मैं अगस्त से राज्य का दौरा शुरू करूंगा।

मैं चाहता हूं कि अधिक से अधिक लोग पार्टी के सदस्य बनें।” उन्होंने कहा, “मैंने भाजपा से 2019 में क्या मांगा था?… ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री का पद और इस पर सहमति बनी थी। यह पद मेरे लिए नहीं था। मैंने (अपने पिता और शिवसेना के संस्थापक) बालासाहेब से वादा किया था कि मैं शिवसेना के नेता को मुख्यमंत्री बनाऊंगा। मेरा वादा अब भी अधूरा है।” ठाकरे ने कहा कि उन्हें मुख्यमंत्री का पद एक चुनौती के रूप में स्वीकार करना पड़ा।

आतंकी मलिक की अचानक तबीयत बिगड़ी, भर्ती 

आतंकी मलिक की अचानक तबीयत बिगड़ी, भर्ती 

अकांशु उपाध्याय            

नई दिल्ली। दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद आतंकी यासीन मलिक की अचानक तबीयत बिगड़ गई है। जिसके बाद उसे दिल्ली के RML अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। बता दें यासीन मलिक 22 जुलाई से भूख हड़ताल पर है। आतंकी यासीन मलिक का कहना है, जो उसका मामला विचाराधीन चल रहा है उस पर सही से जांच नहीं की जा रही है। इसलिए वह भूख हड़ताल पर बैठे हैं।

वहीं, जेल के आला अधिकारी भी यासीन मलिक से बात करने पहुंचे। लेकिन, उसने भूख हड़ताल छोड़ने से मना कर दिया, जिसके बाद आज तबियत खराब होने के बाद अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।

रेलवे स्टेशनों को विकसित करने की योजना बनाई 

रेलवे स्टेशनों को विकसित करने की योजना बनाई 

अकांशु उपाध्याय       

नई दिल्ली। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को लोकसभा को बताया कि व्यवहार्यता अध्ययनों के आधार पर देश में रेलवे स्टेशनों को विकसित करने की योजना बनाई गई है, जिसमें बिहार का दरभंगा रेलवे स्टेशन भी शामिल है। लोकसभा में गोपाल जी ठाकुर के प्रश्न के लिखित उत्तर में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने यह जानकारी दी। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि रेल मंत्रालय द्वारा रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास के लिये तकनीकी आर्थिक व्यवहार्यता अध्ययन किया जाता है।

इन व्यवहार्यता अध्ययनों के निष्कर्ष के आधार पर स्टेशनों को विकसित करने हेतु कार्य एवं चरणों में शुरू किये जाने की योजना बनाई गई है। उन्होंने कहा, ‘‘ दरभंगा रेलवे स्टेशन इस प्रकार के अध्ययनों के लिये चिन्हित किये गए स्टेशनों में से एक है।’’ मंत्री ने कहा कि इतने बड़े पैमाने पर रेलवे स्टेशनों को पुनर्विकसित करना एक जटिल प्रकृति का कार्य है और इसके लिये विस्तृत तकनीकी आर्थिक व्यवहार्यता अध्ययन और शहरी स्थानीय निकायों आदि की विभिन्न सांविधिक मंजूरी की जरूरत होती है। उन्होंने बताया कि इसे पूरा करने के लिये फिलहाल कोई समय सीमा निर्धारित नहीं की जा सकती है।

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण 

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण 


1. अंक-292, (वर्ष-05)

2. बृहस्पतिवार, जुलाई 28, 2022

3.शक-1944, श्रावण, कृष्ण-पक्ष, तिथि-अमावस्या, विक्रमी सवंत-2079।

4. सूर्योदय प्रातः05:20, सूर्यास्त: 07:15। 

5. न्‍यूनतम तापमान- 24 डी.सै., अधिकतम-33+ डी.सै.। उत्तरभारत में बरसात की संभावना। 

6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक कासहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालयहोगा। सभी पद अवैतनिक है। 

7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु,(विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय, ओमवीरसिंह, वीरसेन पवार, योगेश चौधरी आदि के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित।प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी। 

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 (सर्वाधिकार सुरक्षित)

मंगलवार, 26 जुलाई 2022

पदाधिकारियों ने शहीद वीर जवानों को श्रद्धांजलि दी 

पदाधिकारियों ने शहीद वीर जवानों को श्रद्धांजलि दी 

पंकज कपूर             

देहरादून/हल्द्वानी। एक समाज श्रेष्ठ समाज संस्था अध्यक्ष योगेन्द्र कुमार साहू संरक्षक हरीश चन्द्र पाण्डेय के नेतृत्व संस्था के माध्यम से कारगिल विजय दिवस पर कारगिल युद्ध में शहीद वीर जवानों को संस्था पदाधिकारियों ने कैंडल जलाकर हल्द्वानी-नैनीताल रोड स्थित शहीद चंद्रशेखर मिश्रा पार्क में श्रद्धांजलि दी। इस दौरान एक समाज श्रेष्ठ समाज संस्था मार्गदर्शक रेनू शरण सदस्य रितिक साहू ने संयुक्त रूप से कहा कि विश्व इतिहास में भारतीय सशस्त्र बलों के अद्भुत पराक्रम उत्कृष्ट रण कौशल के अटूट कर्तव्यनिष्ठा के महान प्रतीक कारगिल विजय दिवस स्वतंत्र भारत के सभी देशवासियों के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण दिवस है। क्योंकि, भारतीय सेना ने अपने अदम्य साहस पराक्रम से 3 मई 1999 को शुरू हुआ। कारगिल युद्ध में 26 जुलाई 1999 को विजय प्राप्त कर विश्व विजयी भारतीय तिरंगा लहरा दिया।

लेकिन, इस युद्ध में शहीद जवानों के बलिदान को कभी भी भुलाया नहीं जा सकता। क्योंकि, भारतीय सेना के जवान हजारों फुट की ऊंचाई पर अपनी हड्डियाँ गलाकर दुश्मनों की हर हरकत पर पैनी निगाह रखते हुऐं दुश्मनों को मुंहतोड़ जवाब देकर दुश्मनों को संभलने का मौका भी नहीं देते हैं, तब जाकर हम अपने अपने गांवों शहरों और घरों में सुरक्षित रहते हैं। तभी हम अपने सारे त्यौहार पूरी खुशी के साथ मना पाते हैं। इसलिए, हम भारतीयों का यह फर्ज है कि भारत देश को सुरक्षित रखने के लिए शहीद हुए भारतीय सेना जवानों के प्रति हमेशा भक्ति भाव प्रकट करना चाहिए।

इस दौरान श्रद्धांजलि देने में संस्था संरक्षक हरीश चन्द्र पाण्डेय, रुपेन्द्र नागर, उपाध्यक्ष लोकेश कुमार साहू, सचिव नन्दकिशोर आर्या कोषाध्यक्ष बलराम हालदार मार्गदर्शक पूजा लटवाल, रेनू, शरण, पवन शर्मा, ममता लटवाल, काजल खत्री, गीता साहू, रितिक साहू, संदीप यादव, अमन कुमार, मनोज साहू, सूरज, मिस्त्री अरुण कुमार, मुन्ना पोखरियाल, गौरव सनवाल, दीपक पलाडिया, सूरज भट्ट, प्रकाश सम्मल, मनीष दफौटी, मुकेश सिंह, कुलेरा, भारत केसरवानी, साहिल, राज, विनोद आर्या, अशोक कुमार वाल्मीकि, दीपक प्रजापति, सुशील राय, मुकेश कुमार आदि लोग उपस्थित रहे।

सावन: 'महाशिवरात्रि' का विशेष महत्व, जानिए 

सावन: 'महाशिवरात्रि' का विशेष महत्व, जानिए 

आज सावन महाशिवरात्रि का त्योहार है। सावन के महीने में आने वाली महाशिवरात्रि का विशेष महत्व है। इस दिन शिव मंदिरों में भगवान शिव का जलाभिषेक और रुद्राभिषेक करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं। फाल्गुन और श्रावण माह की महाशिवरात्रि का विशेष महत्व होता है। शिवरात्रि का त्योहार भगवान शिव को समर्पित होता है। इस दिन भगवान शिव का अभिषेक किया जाता है। इसके अलावा माता पार्वती, भगवान गणेश, भगवान कार्तिकेय और नंदी की पूजा-आराधना की जाती है। सावन महाशिवरात्रि पर कांवड़ यात्रा में शामिल सभी शिव भक्त जल से भगवान शिव का जलाभिषेक करते हैं। आइए जानते हैं महाशिवरात्रि का महत्व, जलाभिषेक का शुभ मुहूर्त और पूजन विधि...


महाशिवरात्रि का महत्व...

सावन का महीना भगवान शिव को अत्यंत ही प्रिय होता है। पूरे सावन माह में भगवान शिव की विशेष रूप से पूजा-आराधना होती है। सावन महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव का जलाभिषेक या रुद्राभिषेक करने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है। सावन शिवरात्रि पर व्रत रहते हुए शिव पूजन करने पर मनचाहा वर और सभी तरह की इच्छाएं जल्द पूरी होती है।


सावन महाशिवरात्रि पर शुभ संयोग...

27 जुलाई, बुधवार को सावन महाशिवरात्रि पर शुभ संयोग बन रहा है। इस दिन शिव मंगल गौरी की बहुत ही शुभ और मंगलकारी योग बन रहा है। ऐसे में सावन महाशिवरात्रि के अवसर पर न सिर्फ भगवान शिव का जलाभिषेक करना कल्याणकारी होगा, बल्कि मंगला गौरी व्रत पर माता पार्वती की पूजा करने पर भगवान शिव और माता पार्वती दोनों का आशीर्वाद प्राप्त होगा। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, सावन में वर्षों बाद शिवरात्रि और मंगला गौरी व्रत का संयोग बना है।


सावन महाशिवरात्रि का शुभ मुहूर्त...

महाशिवरात्रि पूजन चार प्रहर में करने का विधान होता है। इस बार सावन महाशिवरात्रि की शुभ तिथि 26 जुलाई की शाम को 06 बजकर 45 मिनट से शुरू होकर 27 जुलाई की रात 09 बजकर 10 मिनट तक रहेगी। इस तरह से भगवान शिव का जलाभिषेक 26 और 27 जुलाई दोनों को किया जाएगा। मासिक शिवरात्रि पर शिव पूजन और जलाभिषेक शाम के 6 बजे लेकर 7 बजकर 30 मिनट पर करना उत्तम रहेगा।


सावन महाशिवरात्रि, पूजन विधि...

सावन महाशिवरात्रि के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और फिर व्रत का संकल्प लें। इसके बाद घर में या किसी मंदिर में जाकर भगवान शिव की पूजा करें। शिवलिंग का रुद्राभिषेक जल, घी, दूध, शक्कर, शहद, दही आदि से करें। शिवलिंग पर बेलपत्र, धतूरा और श्रीफल चढ़ाएं। भगवान शिव की धूप, दीप, फल और फूल आदि से पूजा करें। सावन महाशिवरात्रि पर सुबह और शाम दोनों समय शिव पुराण, शिव पंचाक्षर, शिव स्तुति, शिव अष्टक, शिव चालीसा, शिव रुद्राष्टक और शिव श्लोक का पाठ करें,इस तरह से शिव उपासना करने को शुभ और पुण्यदायी बताया गया है।

चंद्रमौलेश्वर शिवांशु 'निर्भयपुत्र'

सप्ताह की शेष बैठकों के लिए 19 सदस्य निलंबित  

सप्ताह की शेष बैठकों के लिए 19 सदस्य निलंबित 

अकांशु उपाध्याय             

नई दिल्ली। राज्यसभा की कार्यवाही में बाधा डालने और व्यवधान उत्पन्न करने के लिए तृणमूल कांग्रेस के सात और द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के छ: सदस्यों सहित विभिन्न विपक्षी दलों के कुल 19 सदस्यों को मंगलवार को इस सप्ताह की शेष बैठकों के लिए निलंबित कर दिया गया। गत 18 जुलाई से आरंभ हुए संसद के मानसून सत्र के पहले दिन से ही तमाम विपक्षी दल महंगाई और कुछ खाद्य पदार्थों पर माल और सेवा कर (जीएसटी) लगाए जाने के खिलाफ उच्च सदन की कार्यवाही बाधित कर रहे हैं। उपसभापति हरिवंश ने मंगलवार को हंगामा कर रहे विपक्षी सदस्यों से बार-बार अनुरोध किया कि वे अपने-अपने स्थान पर लौट जाएं और सदन की कार्यवाही में बाधा ना उत्पन्न करें। उन्होंने हंगामा कर रहे सदस्यों को चेतावनी भी दी लेकिन उनपर इसका कोई असर नहीं हुआ।

हंगामा ना थमता देख और विपक्षी सदस्यों पर कोई असर ना होता देख संसदीय कार्य राज्यमंत्री वी मुरलीधरन ने 10 सदस्यों को निलंबित करने का प्रस्ताव पेश किया लेकिन जब ध्वनि मत से यह पारित हुआ तो हरिवंश ने 19 सदस्यों के नाम लिए और कहा कि इन सदस्यों को सप्ताह की शेष बैठकों से निलंबित किया जाता है। निलंबित सदस्यों में तृणमूल कांग्रेस के सात, द्रमुक के छह, तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के तीन, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के दो और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के एक सदस्य शामिल हैं। तृणमूल कांग्रेस के सुष्मिता देव, मौसम नूर, शांता छेत्री, डोला सेन, शांतनु सेन, अबीर रंजन विश्वास और नदीमुल हक को निलंबित किया गया है जबकि द्रमुक के निलंबित सदस्यों में एम मोहम्मद अब्दुल्ला, कनिमोझी एनवीएन सोमू, एम षणमुगम, एस क्लयाणसुंदरम, आर गिरिराजन और एन आर इलंगो शामिल हैं।

टीआरएस के निलंबित किए गए सदस्यों में बी लिंगैया यादव, रविचंद्र वड्डीराजू और दामोदर राव दिवाकोंडा शामिल है। माकपा के ए ए रहीम और वी शिवदासन तथा भाकपा के संदोष कुमार को भी इस सप्ताह के लिए सदन की बैठक से निलंबित किया गया है। हरिवंश ने कहा कि सदस्यों को सदन और आसन के प्राधिकार की ‘‘पूरी तरह अवहेलना’’ करने के लिए सदन की बैठकों से निलंबित किया गया है। आसन की ओर से निलंबित सदस्यों को सदन से बाहर निकल जाने का अनुरोध किया गया लेकिन सभी निंलबित सदस्य सदन में ही रहे। इसकी वजह से सदन की कार्यवाही बार-बार बाधित हुई और अंतत: दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई। निलंबन का प्रस्ताव पारित होने के बाद सदन की कार्यवाही पहले 15 मिनट के लिए, उसके बाद एक घंटे के लिए और फिर पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई।

कांग्रेस ने 'संविधान' के प्रति सम्मान नहीं दिखाया 

कांग्रेस ने 'संविधान' के प्रति सम्मान नहीं दिखाया 

अकांशु उपाध्याय  

नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने केंद्रीय जांच एजेंसियों की आलोचना करने के लिए मंगलवार को कांग्रेस को आड़े हाथ लिया और दावा किया कि प्रमुख विपक्षी पार्टी ने कभी भी संविधान के प्रति सम्मान नहीं दिखाया। वरिष्ठ भाजपा नेता ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाले केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा पारित अध्यादेश की प्रति फाड़ने का हवाला दिया और आरोप लगाया कि विपक्षी पार्टी संवैधानिक मूल्यों की पूरी तरह अवहेलना करती है।

वर्ष 2013 में कांग्रेस के नेतृत्व वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) ने आपराधिक आरोपों के सामना कर रहे लोगों को चुनाव लड़ने की अनुमति देने वाला अध्यादेश मंत्रिमंडल से पारित किया था, जिसे राहुल गांधी ने एक संवाददाता सम्मेलन में फाड़ दिया था। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए प्रधान ने आपातकाल का भी उल्लेख किया। राहुल गांधी द्वारा यह कहे जाने पर कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत में पुलिसिया राज स्थापित हो गया है और जांच एजेंसियों का दुरुपयोग हो रहा है, प्रधान ने कहा, ‘‘यह सब कल्पना अधारित बातें हैं।’

’ राहुल गांधी की अगुवाई में पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं एवं सांसदों ने ‘नेशनल हेराल्ड’ से जुड़े धनशोधन के मामले में सोनिया गांधी से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की पूछताछ के खिलाफ मंगलवार को प्रदर्शन किया, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। प्रधान ने विपक्षी दल का यह कहते हुए मजाक उड़ाया कि कांग्रेस को इस प्रकार के दावे करने का हक नहीं है क्योंकि जब वह सत्ता में थी तब उसने कई मौकों पर संवैधानिक मूल्यों की अवहेलना की। उन्होंने कहा, ‘‘जिन्होंने संवैधानिक मूल्यों की अवहेलना करते हुए देश में आपातकाल थोपा, उन्हें ऐसे आरोप लगाना शोभा नहीं देता है। उन्होंने संविधान के प्रति कभी सम्मान नहीं दिखाया। जब कांग्रेस के प्रधानमंत्री थे तब भी राहुल गांधी ने केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा पारित एक अध्यादेश को फाड़ दिया था।’’

नेताओं पर दबाव बनाकर ‘क्रूर’ राजनीति का आरोप 

नेताओं पर दबाव बनाकर ‘क्रूर’ राजनीति का आरोप 

कविता गर्ग   

औरंगाबाद। शिवसेना के पूर्व सांसद चंद्रकांत खैरे ने मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के माध्यम से नेताओं पर दबाव बनाकर ‘क्रूर’ राजनीति करने का आरोप लगाया और कहा कि पार्टी के नेता अर्जुन खोतकर को इस तरह की राजनीति के दबाव में नहीं होना चाहिए। खैरे ने कहा कि खोतकर को पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे से मिलना चाहिए और अपने मुद्दों को उनके साथ साझा करना चाहिए। पूर्व मंत्री खोतकर को कुछ दिनों पहले शिवसेना का उपनेता बनाया गया था।

खोतकर की राष्ट्रीय राजधानी में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और केंद्रीय मंत्री रावसाहेब दानवे के साथ बैठक के बारे में पूछे जाने पर, खैरे ने कहा, ‘‘भाजपा ईडी के माध्यम से नेताओं पर दबाव बनाकर क्रूर राजनीति कर रही है। शिवसेना के बाकी नेता केंद्रीय एजेंसी द्वारा जांच के बाद भी निडर होकर काम कर रहे हैं।’’ उन्होंने कहा कि खोतकर को इस राजनीति का शिकार नहीं होना चाहिए और कोई रास्ता निकालने के लिए ठाकरे से मिलना चाहिए। खैरे ने कहा, ‘‘ठाकरे ने हाल में खोतकर को पार्टी का उपनेता बनाया। उन्हें अपना काम जारी रखना चाहिए।’’

अपने जंगी जहाजों को स्टेल्थ तकनीक से लैस किया 

अपने जंगी जहाजों को स्टेल्थ तकनीक से लैस किया  

डॉक्टर सुभाषचंद्र गहलोत       

तेहरान। ईरान के इस्लामिक रेवोल्यूशन गार्ड्स कॉर्प्स (आईआरजीसी) ने अपने जंगी जहाजों को स्टेल्थ तकनीक से लैस कर दिया है। रिपोर्ट में बताया, कि आईआरजीसी के नौसेना कमांडर अलीरेज़ा तांगसिरी ने दक्षिण ईरान के बंदरगाह शहर बंदर अब्बास में एक समारोह से इतर कहा कि आईआरजीसी अगले चरण में घरेलू रूप से उत्पादित पतवारों का उपयोग करना चाहता है।

उन्होंने कहा कि घरेलू स्तर पर विकसित प्रौद्योगिकियों, घरेलू उत्पादों और ईरानी विशेषज्ञों की इन पर आईआरजीसी नौसेना को गर्व है। उन्होंने कहा कि आईआरजीसी नौसेना एक व्यापक रणनीतिक नौसैनिक बल है। इसमें टैंक से लेकर फिक्स्ड-विंग एयरक्राफ्ट और ड्रोन तक अन्य सशस्त्र बलों की पहुंच वाले सभी उपकरण हैं और इस क्षेत्र में इसकी उपस्थिति ने दुश्मन में भय उत्पन्न कर दिया है।

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन   मतदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए स्कूली बच्चों ने निकाला रैली कौशाम्बी। एन डी कान...