मंगलवार, 5 जुलाई 2022

'वृक्ष संरक्षण अधिनियम' में संशोधन करेंगी, सरकार

'वृक्ष संरक्षण अधिनियम' में संशोधन करेंगी, सरकार

पंकज कपूर
देहरादून। उत्तराखंड सरकार 'वृक्ष संरक्षण अधिनियम' में संशोधन करने जा रही है। यह संशोधन इसलिए किया जा रहा है कि लोगों को अपनी जमीन पर लगे पेड़ों को काटने के लिए संबंधित विभाग और अधिकारियों के चक्कर काटने पड़ते हैं, जिस वजह से लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इस वजह से लोगों की रुचि भी पेड़ लगाने में कम होती जा रही है। इसलिए सरकार अब वृक्ष संरक्षण अधिनियम में संशोधन करने का मन बना रही है। इस संशोधन के बाद कुछ प्रजातियों को छोड़कर अन्य के लिए लोगों को अपने घर के आसपास और खेतों में लगे पेड़ों को काटने के लिए परमिशन की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। 
वन मंत्री सुबोध उनियाल ने बताया कि सरकार वृक्ष संरक्षण अधिनियम को खत्म नहीं कर रही है। बल्कि इसमें संशोधन करने जा रही है। ताकि, लोगों को अपने खेतों में लगे पेड़ काटने में वन विभाग से परमिशन ना लेनी पड़े लेकिन इसके लिए कुछ प्रजातियों के लिए पूर्व की तरह नियम लागू रहेंगे।

उदयपुर: कर्फ्यू में मंगलवार को 16 घंटे की ढील दी गई

उदयपुर: कर्फ्यू में मंगलवार को 16 घंटे की ढील दी गई 

नरेश राघानी 
उदयपुर। राजस्थान के उदयपुर शहर में कन्हैयालाल हत्याकांड के बाद उत्पन्न तनाव के बाद विभिन्न थाना क्षेत्रों में लगाएं गए कर्फ्यू में मंगलवार को 16 घंटे की ढील दी गई। शहर के धानमंडी, घंटाघर, हाथीपोल, अंबामाता, सूरजपोल, सविना, भूपालपुरा, गोवर्धनविलास, हिरणमगरी, प्रतापनगर एवं सुखेर धानमंडी, घण्टाघर, अम्बामाता, हाथीपोल, सूरजपोल, भूपालपुरा एवं सवीना में आज सुबह छह बजे से रात्रि आठ बजे तक कर्फ्यू में ढील दी गई। 
इन क्षेत्रों में खुली दुकानों पर लोग अपनी जरूरत के सामान की खरीददारी करते नजर आये। सोमवार को सुबह आठ बजे से शाम को आठ बजे तक कर्फ्यू में ढ़ील दी थी। इस दौरान शांति रही थी। 
उल्लेखनीय है कि गत 28 जून को उदयपुर शहर के धानमण्डी थाना क्षेत्र में धारदार हथियारों से कन्हैयालाल की हत्या कर देने के बाद उत्पन्न हालात के मद्देेनजर उस दिन रात आठ बजे से आगामी आदेश तक शहर के इन थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा दिया गया था।

हमले की घटनाओं पर भाजपा ने चुप्पी क्यों साधी ?

हमले की घटनाओं पर भाजपा ने चुप्पी क्यों साधी ?

अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने मंगलवार को आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी सिर्फ दिखावे और चुनावों के वास्ते दलितों एवं आदिवासियों के नाम का इस्तेमाल करती है। उन्होंने यह सवाल भी किया कि दलितों और आदिवासियों पर हमले की घटनाओं पर भाजपा ने चुप्पी क्यों साध रखी है ?
कांग्रेस की उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया, ‘‘उप्र में एक दलित युवक को दबंगों ने बम से उड़ा दिया। मप्र में एक आदिवासी महिला को दबंगों ने जिंदा जलाया।’’ उन्होंने कहा, दिखावों/चुनावों के वास्ते दलितों-आदिवासियों का नाम इस्तेमाल करने वाली भाजपा ने, दलितों-आदिवासियों पर हमले की इन भयावह घटनाओं को लेकर चुप्पी क्यों साध रखी है।

विरोध: भाजपा विधायकों को सदन से बाहर किया

विरोध: भाजपा विधायकों को सदन से बाहर किया

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा में अपने निर्वाचन क्षेत्र के लोगों की मदद के लिए विधायकों के पत्र लिखने को लेकर जारी चर्चा का विरोध करने पर भाजपा विधायकों को मार्शल ने सदन से बाहर कर दिया। सदन के 10 मिनट के स्थगन के बाद फिर से शुरू होने पर विधानसभा उपाध्यक्ष राखी बिड़ला ने आप विधायकों द्वारा उठाए गए इस मुद्दे पर चर्चा की अनुमति दी।
डीटीसी चालकों की तैनाती के लिए पत्र लिखने के आरोपों के बाद आप विधायकों ने यह मुद्दा उठाया था। आम आदमी पार्टी (आप) विधायक संजीव झा ने यह मुद्दा उठाया था, जिन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधि की हैसियत से उन्होंने यह पत्र लिखा। यह देखते हुए कि झा द्वारा उठाया गया मुद्दा गंभीर था, बिड़ला ने इस पर चर्चा की अनुमति दे दी। हालांकि, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायक मोहन सिंह बिष्ट ने इस मुद्दे पर चर्चा करने का विरोध करते हुए कहा कि चर्चा से पहले एक प्रस्ताव लाने की जरूरत है।
बिड़ला ने कहा कि चर्चा के लिए सदन में आम सहमति थी और वह नियम 293 के तहत चर्चा की अनुमति दे सकती हैं। भाजपा विधायकों के चर्चा के खिलाफ अपना विरोध जारी रखने पर बिड़ला ने कार्यवाही में बाधा डालने और आदेशों की अवहेलना का हवाला देते हुए सदन से सभी भाजपा विधायकों को बाहर करने के लिए मार्शल को निर्देश दिया।

नूपुर को जान से मारने की धमकी, चिश्ती फरार

नूपुर को जान से मारने की धमकी, चिश्ती फरार

नरेश राघानी
जयपुर। बीजेपी से निष्काषित नूपुर शर्मा को जान से मारने की धमकी विश्व प्रसिद्ध सूफी संत ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह के खादिम ने दी है। दरगाह के खादिम सलमान चिश्ती का वीडियो काफी तेजी से वायरल हो रहा है। सलमान चिश्ती ने खुद बाकायदा एक वीडियो शूट कर उसे वायरल किया है। नूपुर शर्मा को जान से मारने की धमकी देने वाला दरगाह का खादिम सलमान चिश्ती फरार है।
गंभीर बात यह भी है कि यह वीडियो ठीक उसी तरह का है, जैसा उदयपुर में मोहम्मद रियाज और गौस मोहम्मद ने बनाया था। लगभग 2 मिनट 50 सेकेंड के इस वीडियो में अपनी धार्मिक भावनाओं का हवाला देत हुए सलमान चिश्ती नूपुर शर्मा को धमकी दे रहा है। वीडियो वायरल होने के बाद अजमेर शहर में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है।
इस वीडियो में सलमान चिश्ती नूपुर शर्मा को गोली मारने व जान से खत्म करने की बात कह रहा है। साथ ही सलमान चिश्ती ने वीडियो में कहा कि जो भी शख्स नूपुर शर्मा को जान से खत्म करेगा, उसे वह बतौर इनाम में पैसे और मकान देगा। सलमान चिश्ती ने नूपुर शर्मा का गर्दन काटने वाले को अपना मकान देने की बात कही है। सलमान चिश्ती के इस वीडियो के वायरल होने के बाद शहरवासियों में चर्चा गर्म है।
इस वीडियो में सलमान चिश्ती नूपुर शर्मा को गोली मारने व जान से खत्म करने की बात कह रहा है। साथ ही सलमान चिश्ती ने वीडियो में कहा कि जो भी शख्स नूपुर शर्मा को जान से खत्म करेगा, उसे वह बतौर इनाम में पैसे और मकान देगा। सलमान चिश्ती ने नूपुर शर्मा का गर्दन काटने वाले को अपना मकान देने की बात कही है। सलमान चिश्ती के इस वीडियो के वायरल होने के बाद शहरवासियों में चर्चा गर्म है।
वीडियो वायरल होने के बाद सलमान चिश्ती के खिलाफ अजमेर शहर के अलवर गेट थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है। जिस पर जांच जारी है। एएसपी विकास सांगवान ने बताया कि सलमान चिश्ती के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है और उसकी तलाश की जा रही है।
बताया गया है कि फिलहाल सलमान चिश्ती की लोकेशन कश्मीर आ रही है, जिस पर भी जांच जारी है। वहीं, पुलिस ने इस तरह के वीडियो वायरल होने के बाद कड़ा रुख अपनाने का फैसला लिया है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक़, सलमान चिश्ती दरगाह पुलिस थाने का एक हिस्ट्रीशीटर भी है, जो नूपुर शर्मा का सिर कलम करने वालों को अपना मकान देने की बात कहता नजर आता है।

‘काली’ के विवादित पोस्टर का मामला, एफआईआर

‘काली’ के विवादित पोस्टर का मामला, एफआईआर

अकांशु उपाध्याय/कविता गर्ग
नई दिल्ली/मुंबई। दिल्ली पुलिस की आईएफएसओ यूनिट ने फिल्म ‘काली’ के विवादित पोस्टर के मामलें में सेक्शन 153A और 295A के तहत एफआईआर दर्ज कर ली है। डॉक्यूमेंट्री फिल्म ‘काली’ के पोस्टर पर देवी को धूम्रपान करते और एलजीबीटीक्यू का झंडा थामे हुए दिखाया गया है। इसके कारण इसकी आलोचना हो रही है। इस फिल्म की निर्माता लीना मणिमेकलाई ने मंगलवार को कहा कि वह जब तब जिंदा हैं तब तक बेखौफ अपनी आवाज बुलंद करना जारी रखेंगी।
दिल्ली पुलिस को ‘काली’ के पोस्टर को लेकर दो शिकायतें दी गई थीं। इसमें से एक शिकायत की जांच आईएफएसओ जो साइबर क्राइम का काम देखती है, कर रही है। फिलहाल, आईएफएसओ यूनिट ने देवी काली की तस्वीर लगाने वाली डायरेक्टर लीना मनिमेकलाई के खिलाफ आईपीसी 153A, यानी धर्म जाति के आधार पर भड़काना और आईपीसी 295A, यानी किसी वर्ग, धर्म की भावनाओं को आहत पहुंचाने का मामला दर्ज किया है। वहीं नई दिल्ली डिस्ट्रिक्ट को मिली शिकायत पर नई दिल्ली पुलिस अभी जांच कर रही है। आईएफएसओ यूनिट ने कहा है कि जरूरत पढ़ने पर वह ईमेल या नोटिस के जरिए डायरेक्टर से सम्पर्क करेगी।

धन शोधन जांच में 44 स्थानों पर तलाशी ली

धन शोधन जांच में 44 स्थानों पर तलाशी ली 

अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय ने मंगलवार को चीनी स्मार्टफोन विनिर्माता वीवो और संबंधित फर्मों के खिलाफ धन शोधन जांच में देश भर में 44 स्थानों पर तलाशी ली। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की धाराओं के तहत छापेमारी की जा रही है। उन्होंने बताया कि एजेंसी दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मेघालय, महाराष्ट्र और अन्य राज्यों में वीवो और उससे संबंधित कंपनियों से जुड़े 44 स्थानों पर तलाशी ले रही है। इस संबंध में वीवो को भेजे गए एक प्रश्न का कोई जवाब नहीं मिला।
संघीय एजेंसी ने हाल ही में दिल्ली पुलिस (आर्थिक अपराध शाखा) द्वारा जम्मू और कश्मीर में स्थित एजेंसी के एक वितरक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज किए जाने के बाद धन शोधन का मामला दर्ज किया था। इस प्राथमिकी में आरोप लगाया गया था कि उस कंपनी के कुछ चीनी शेयरधारकों ने फर्जी तरीके से अपने पहचान दस्तावेजों को बनाया।
प्रवर्तन निदेशालय को शक है कि यह कथित जालसाजी शेल या फर्जी कंपनियों का इस्तेमाल करके अवैध रूप से कमाए गए धन की हेराफेरी करने के लिए की गई थी। इसमें से कुछ ‘‘आपराधिक आय’’ को विदेश भेजा गया या भारतीय कर और प्रवर्तन एजेंसियों को धोखा देकर कुछ अन्य व्यवसायों में लगा दिया गया।

इंडोनेशिया में 6.0 तीव्रता का भूकंप, झटके

इंडोनेशिया में 6.0 तीव्रता का भूकंप, झटके  अखिलेश पांडेय  जकार्ता। इंडोनेशिया के पूर्वी प्रांत मालुकु में सोमवार के तेज झटके महसूस किए गए। इ...