शुक्रवार, 10 जून 2022

महिला अधिवक्ता पर हमला, गाड़ी में तोड़-फोड़

महिला अधिवक्ता पर हमला, गाड़ी में तोड़-फोड़

राणा ओबरॉय/भानु प्रताप उपाध्याय

शामली/चंडीगढ़। ससुरालियों से विवाद के चलते मदद मांगने पर पीड़ित-पक्ष के साथ में तितरवाड़ा गांव में पहुंची हरियाणा की महिला अधिवक्ता पर हमला कर दिया गया। मारपीट करते हुए उनकी गाड़ी में तोड़-फोड़ की गई। अश्लील हरकत करने का भी आरोप है। हरियाणा के पानीपत जिले के समालखा निवासी महिला अधिवक्ता पर क्षेत्र के गांव तितरवाड़ा में हमला कर दिया गया। बताया जा रहा है कि महिला अधिवक्ता ससुरालियों के साथ चल रहे विवाद को लेकर पीड़ित पक्ष के साथ में गांव में पहुंची थी। इसी दौरान यह घटना हुई।

अधिवक्ता का आरोप है कि दर्जनों लोगों ने गाली-गलौज करते हुए उनके साथ में मारपीट की और उनकी गाड़ी के खिड़की के हैंडल तथा एक लाइट तोड़ दी गई। मारपीट में वह चोटिल हो गई। सूचना पर पुलिस टीम मौके पर पहुंची, जिसके बाद उन्हें कोतवाली लाया गया। पुलिस ने तहरीर के आधार पर कार्रवाई शुरू कर दी है।

पत्थरबाजी: बंदूक उठाकर आगे की तरफ बढ़ें, एडीजी

पत्थरबाजी: बंदूक उठाकर आगे की तरफ बढ़ें, एडीजी

बृजेश केसरवानी      
प्रयागराज। जुमे की नमाज के बाद विरोध करने के लिए सड़क पर उतरी पब्लिक की ओर से पत्थरबाजी की गई। हालातों को सुधारने के लिए एडीजी को बंदूक उठाकर आगे की तरफ बढ़ना पड़ा। बवाल होते ही दुकानों के शटर धड़ा-धड़ नीचे गिर गए और लोग अपनी दुकानें बंद कर घरों की तरफ दौड़ पड़े। प्रयागराज में शुक्रवार को जुम्मे की नमाज को सकुशल अदा कराने के लिए पुलिस की ओर से चौतरफा बंदोबस्त किए गए थे। जैसे ही नमाज का समय हुआ तो नमाजी मस्जिदों की तरफ अपने घरों से निकल कर चल दिए। जुमे की नमाज जब खत्म हुई तो लोग विरोध करने के लिए सड़क पर निकल गए। 
खुल्दाबाद थाना क्षेत्र के अटाला इलाके में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने पथराव करना शुरू कर दिया। इस दौरान प्रदर्शनकारी लोगों की पुलिस के साथ झड़प भी हुई। पुलिस ने जब सख्ती दिखाई तो पथराव करने वाले लोग मौके से भाग गए। कुछ देर बाद फिर से पथराव किया गया। पथराव में कई लोगों के चोटिल होने की जानकारी मिल रही हैं।

एडीजी एलओ प्रशांत कुमार का बयान...

पुलिस और प्रशासन के सार्थक प्रयासों के बावजूद कुछ लोगों द्वारा जानबूझ के शांति व्यवस्था भंग करने के प्रयास किए गए। इस संबंध में त्वरित कार्रवाई करते हुए शाम 7:30 बजे तक 109 लोगों की गिरफ़्तारी की जा चुकी है। जिसमें प्रमुख जनपद सहारनपुर, अंबेडकर नगर, फिरोजाबाद, मुरादाबाद और प्रयागराज हैं। ऐसे सभी व्यक्तियों को चिन्हित कर लिया है, जिन्होंने तोड़फोड़ की है। इनके खिलाफ गंभीर धाराओं में अभियोग पंजीकृत कराया गया है। साथ ही जिन भी सरकारी, प्राइवेट संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया गया है। उसकी वसूली भी की जाएगी और गैंगस्टर एक्ट के तहत इनकी संपत्तियों को भी ज़ब्त किया जाएगा।

पाकिस्तान के पूर्व 'राष्ट्रपति' मुशर्रफ की हालत गंभीर

पाकिस्तान के पूर्व 'राष्ट्रपति' मुशर्रफ की हालत गंभीर

अखिलेश पांडेय/ अकांशु उपाध्याय
इस्लामाबाद/नई दिल्ली/आबुधाबी। पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति जनरल परवेज मुशर्रफ की हालत गंभीर बनी हुईं है। उनके परिवार से शुक्रवार को बताया कि उन्हें अब वेंटिलेटर सपोर्ट से हटा दिया गया है। उनका रिकवरी करना अब मुश्किल है। परवेज मुशर्रफ के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से उनके परिवार ने जानकारी दी कि वह अब वेंटिलेटर पर नहीं हैं। अपनी बीमारी एमाइलॉयडोसिस के कारण पिछले 3 हफ्ते से अस्पताल में भर्ती हैं। उनकी हालत गंभीर है। उनका रिकवरी कर पाना मुश्किल है। उनके अंग खराब हो रहे हैं, उनके लिए दुआ करें।

देश के आर्मी चीफ का भी संभाला पद...
वह 2001 से 2008 तक पाकिस्तान के राष्ट्रपति रहे थे। इसके अलावा वह देश के आर्मी चीफ भी रहे। भारत के साथ कारगिल की जंग के लिए मुशर्रफ को ही जिम्मेदार ठहराया जाता है। उस समय परवेज मुशर्रफ को लग रहा था कि कारगिल में घुसपैठ करके पाकिस्तान को भारत पर रणनीतिक बढ़त मिल जाएगी, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया था।
इसके उलट युद्ध में सैकड़ों पाकिस्तानी सैनिकों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी। वह इस फैसले के बाद भी लगातार भारत की छवि खराब करने की कोशिश करते रहे। बता दें कि परवेज मुशर्रफ छह साल पहले इलाज के लिए दुबई चले गए थे और उसके बाद कभी अपने देश पाकिस्तान नहीं लौटे। मुशर्रफ को हमेशा यह डर सताता रहा कि अगर वो अपने देश लौटते हैं तो उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

फिल्म ‘खुफिया’ को लेकर बेहद उत्साहित हैं, तब्बू

फिल्म ‘खुफिया’ को लेकर बेहद उत्साहित हैं, तब्बू

कविता गर्ग  
मुंबई। फिल्म इंडस्ट्री की दिग्गज अदाकारा तब्बू  इन दिनों अनीस बाजी की फिल्म ‘भूल भुलैया 2 को लेकर वाहवाही बटोर रही हैं। फिल्म में अंजुलिका और मंजुलिका का किरदार निभाकर वह दर्शकों के दिलो-दिमाग पर छाई हुई हैं। अब फिल्म के बाद तब्बू अपनी अपमिंग फिल्म को लेकर बिजी हो गई हैं। उनकी आने वाली फिल्म का नाम ‘खुफिया’ है। इस फिल्म का निर्देशन विशाल भारद्वाज ने किया है। फिल्म के रिलीज होने से पहले तब्बू ने इसे लेकर कई खुलासे किए हैं‌। बता दें, कि अपकमिंग फिल्म ‘खुफिया’ को लेकर तब्बू बेहद उत्साहित हैं। एक इंटरव्यू के दौरान तब्बू ने कहा कि नेटफ्लिक्स की ‘खुफिया’ एक जासूसी फिल्म है। इसमें विशाल भारद्वाज का सिग्नेचर टच है।सच्ची घटनाओं से प्रेरित यह फिल्म अमर भूषण के लोकप्रिय जासूसी उपन्यास ‘एस्केप टू नोव्हेयर’ पर आधारित है। फिल्म में अली फजल वामीका गब्बी  और आशीष विद्यार्थी भी हैं।

विशाल भारद्वाज का है सिग्नेचर टच...
तब्बू ने पीटीआई से बातचीत में आगे कहा, ‘यह फिल्म वास्तव में अच्छी बनी है। यह अपने सिग्नेचर टच के साथ क्लासिक विशाल फिल्म की तरह रोमांचकारी, लेकिन अलग है। हमारे पास एक शानदार कलाकारों की टुकड़ी भी है और उनके साथ काम करने में बहुत मज़ा आया। यह हम सभी के लिए एक निजी फिल्म है क्योंकि हमने इसे चुपचाप दिल्ली में फिर कनाडा में शूट किया.यह एक ऐसी दुनिया है जो, उम्मीद है, आपको पसंद आएगी।
‘खुफिया’ की कहानी में एक रॉ ऑपरेटिव कृष्णा मेहरा की कहानी दिखाई जाएंगी, जिसे एक जासूस और प्रेमी की दोहरी पहचान से जूझते हुए भारत के रक्षा रहस्यों को बेचने वाले का पता लगाने के लिए सौंपा गया है।फिल्म मकबूल (2003) और हैदर (2013) जैसी सफल और प्रशंसित फिल्मों के बाद विशाल और तब्बू के सहयोग को भी चिह्नित करती है।

‘कुट्टी’ में भी दिखेंगी तब्बू...
आपको बता दें ,तब्बू एक और विशाल भारद्वाज प्रोडक्शन, ‘कुट्टी में भी दिखाई देंगी। इस फिल्म के जरिए विशाल भारद्वाज के बेटे आकाश निर्देशन की दुनिया में कदम रखने जा रहे है। ‘कुट्टी’ में नसीरुद्दीन शाह, अर्जुन कपूर, कोंकणा सेन शर्मा, राधिका मदान, कुमुद मिश्रा और शार्दुल भारद्वाज भी हैं।

लोगों की भावनाएं भड़काने की अनुमति नहीं

लोगों की भावनाएं भड़काने की अनुमति नहीं

अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग ने पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ विवादित टिप्पणी मामलें में दिल्ली पुलिस से तथ्यात्मक रिपोर्ट तलब की है और कहा है कि किसी को भी लोगों की भावनाएं भड़काने की अनुमति नहीं मिलनी चाहिए। आयोग के अध्यक्ष इकबाल सिंह लालपुरा के अनुसार, आयोग की ओर से आठ जून को दिल्ली के पुलिस आयुक्त राकेश अस्थाना को पत्र भेजकर नुपुर शर्मा की टिप्पणी को लेकर तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी गई है।
उन्होंने शुक्रवार को कहा, ‘‘पुलिस से 22 जून तक रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है। रिपोर्ट आने के बाद हम आगे कदम उठाएंगे।’’ लालपुरा ने कहा, ‘‘सबको संयम रखना चाहिए। सबको एक दूसरे की भावनाओं का सम्मान करना चाहिए…किसी को भी लोगों की भावनाएं भड़काने की अनुमति नहीं मिलनी चाहिए।’’ उनका कहना है, ‘‘देश की 135 करोड़ की आबादी है। एकाध प्रतिशत हर समाज में अपराधी किस्म के लोग होते हैं।
ऐसा आज से नहीं है, बल्कि शुरू से है। एक व्यक्ति या 10 व्यक्ति के काम को समूचे देश या पूरे समाज का काम नहीं बोल सकते।’’ यह पूछे जाने पर कि क्या नुपुर शर्मा और नवीन जिंदल के खिलाफ अब तक की कार्रवाई से आयोग संतुष्ट है, उन्होंने कहा, ‘‘पार्टी (भाजपा) ने अपना काम किया। उन्होंने निलंबन और निष्कासन की कार्रवाई की है। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।’’ भाजपा ने गत रविवार को अपनी राष्ट्रीय प्रवक्ता नुपुर शर्मा को निलंबित कर दिया था और अपनी दिल्ली इकाई के मीडिया प्रमुख नवीन कुमार जिंदल को निष्कासित कर दिया था। पैगंबर मोहम्मद पर दोनों नेताओं की कथित अपमानजनक टिप्पणी को लेकर कुछ मुस्लिम देशों ने कड़ी आपत्ति जताई है।

छात्रों पर लाठीचार्ज, आप सरकार को घेरा: सिंह

छात्रों पर लाठीचार्ज, आप सरकार को घेरा: सिंह 

अमित शर्मा  
चंडीगढ़। पंजाब विश्वविद्यालय के केंद्रीकरण के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर लाठीचार्ज को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता परगट सिंह ने पंजाब की आम आदमी पार्टी सरकार को घेरते हुए शुक्रवार को मुख्यमंत्री से जानना चाहा कि वह पंजाब के साथ हैं या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ जांलधर छावनी से विधायक परगट सिंह ने लाठीचार्ज का वीडियो साझा करते हुए ट्वीट किया है।
उन्होंने लिखा है कि केंद्र की भारतीय जनता पार्टी नीत सरकार पंजाब विश्वविद्यालय पर कब्जे का प्रयास करने के तहत विश्वविद्यालय का केंद्रीकरण और भगवाकरण करना चाहती है।
यह अफसोसजनक ही है कि पंजाब की आप सरकार ने छात्रों के साथ खड़े रहने के बजाय विरोध प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर लाठीचार्ज किया। मुख्यमंत्री को बताना चाहिए कि वह पंजाब के साथ हैं कि वह पंजाब के साथ हैं या मोदी के साथ? इससे पूर्व पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए ट्वीट किया था कि पंजाब पुलिस के छात्रों पर बर्बर लाठीचार्ज ने पंजाब की आप सरकार के क्रूर चेहरे को बेनकाब किया है। उन्होंने कहा कि पंजाब विश्वविद्यालय पंजाब के साथ ही रहे, इसके लिए छात्र शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे थे, जो कि केंद्र, जाहिर है, आप सरकार के समर्थन से छीनना चाहता है।

दूध की कीमतों में बढ़ोतरी कर सकती हैं, कंपनियां

दूध की कीमतों में बढ़ोतरी कर सकती हैं, कंपनियां

अकांशु उपाध्याय       
नई दिल्ली। देश में महंगाई का असर अब दूध की कीमतों पर भी दिखेगा। डेयरी कंपनियां जल्द ही कीमतों में बढ़ोतरी कर सकती हैं। हाल ही में ग्लोबल स्किम्ड मिल्क पाउडर के साथ-साथ मवेशियों के चारे की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है। आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज के विशेषज्ञों ने शुक्रवार को बताया कि चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में ही कीमतें बढ़ सकती हैं।
जानकारों का कहना है, “हमारे कवरेज के तहत सभी डेयरी कंपनियां 5% से 8% तक कीमतों में बढ़ोतरी कर सकती हैं। दूध की बढ़ती कीमतें चिंता का विषय है। हम उम्मीद करते हैं कि सभी डेयरी कंपनियां वित्त वर्ष की पहली छमाही में कीमतों में और बढ़ोतरी करेंगी।
विश्लेषकों ने कहा कि पिछले कुछ सालों में घरों के साथ-साथ होटल और रेस्तरां जैसे चैनल खुलने से दूध की मांग काफी तेजी से बढ़ी है। इसकी वजह से दूध की कीमतों में तेजी आई है। उन्होंने कहा कि पशुओं के चारे की कीमतों में वृद्धि और गर्मी की वजह से कम हुए दूध के उत्पादन ने भी कीमतों पर प्रभाव डाला है।नतीजतन, थोक दूध की कीमतों में साल-दर-साल वृद्धि जारी है। उदाहरण के लिए, थोक दूध की कीमतों में जून में अखिल भारतीय स्तर पर 5.8% की वृद्धि हुई थी। दक्षिण भारत में दूध की कीमतें साल-दर-साल 3.4% ऊपर हैं।
रोजमर्रा के सामानों की ऊंची कीमतों के कारण लोगों को महंगाई का सामना करना पड़ रहा है। कंपनियों को भी कच्चे माल की बढ़ी हुई लागत का सामना करना पड़ रहा है। उदाहरण के लिए, ग्लोबल स्किम्ड मिल्क पाउडर की कीमतों में पिछले 12 महीनों में लगातार वृद्धि हुई है, जो साल-दर-साल 26.3% और जून में महीने-दर-महीने 3% बढ़ी है। विशेषज्ञों का मानना है कि निर्यात के आकर्षक अवसर भारतीय दूध उद्योग में मांग-आपूर्ति के समीकरण को बिगाड़ सकते हैं।

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन   मतदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए स्कूली बच्चों ने निकाला रैली कौशाम्बी। एन डी कान...