रविवार, 29 मई 2022

बनर्जी को अब न्याय पालिका पर भी भरोसा नहीं

बनर्जी को अब न्याय पालिका पर भी भरोसा नहीं  

मिनाक्षी लोढी   
कोलकाता। कोयला घोटाला मामलें में सीबीआई जांच दायरे में आए सीबीआई जांच से पेरशान तृणमूल कांग्रेस के महासचिव और ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी को अब न्याय पालिका पर भी भरोसा नहीं रहा। उन्होंने न्याय पालिका पर गंभीर आरोप लगाए हैं। अभिषेक बनर्जी द्वारा न्याय पालिका पर गंभीर आरोप लगाए जाने पर प्रमुख विपक्षी दल भाजपा ने उन्हें जमकर लताड़ा।
दरअसल अभिषेक बनर्जी ने पूर्वी मिदनापुर जिला में पार्टी कार्यकर्ताओं की एक बैठक में कहा कि न्यायपालिका का एक छोटा सा हिस्सा गुलाम बन गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि हर मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो की जांच का आदेश दे रहा है। बनर्जी ने हल्दिया के बंदरगाह शहर में कहा कि मुझे यह कहते हुए शर्म आती है कि न्यायपालिका का एक बहुत छोटा हिस्सा मिनियन बन गया है। एक या दो व्यक्ति समझ के साथ काम कर रहे हैं। सभी नहीं, केवल एक प्रतिशत। वे हर मामले में सीबीआई जांच के आदेश दे रहे हैं। वे हत्या की चल रही जांच पर भी रोक लगाने का आदेश दे रहे हैं। क्या आपने कभी इस बारे में सुना है। आप हत्या की जांच पर रोक लगाने का आदेश नहीं दे सकते। उनके इस बयान पर विपक्षी दलों ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
अभिषेक बनर्जी ने यह स्पष्ट नहीं किया कि उन्होंने यह आरोप क्यों लगाया कि न्यायपालिका का एक हिस्सा निर्देशों के तहत काम कर रहा था, लेकिन यह स्पष्ट था कि वह परोक्ष रूप से इस तथ्य की ओर इशारा कर रहे थे कि कलकत्ता उच्च न्यायालय के आदेशों के तहत सीबीआई द्वारा 272 मामलों की जांच की जा रही है। इनमें से अधिकांश मामलों में राजनीतिक हिंसा शामिल है जो टीएमसी के 2021 के विधानसभा चुनाव जीतने के बाद हुई थी।
उन्होंने कोयला तस्करी मामले का उल्लेख किए बिना प्रवर्तन निदेशालय द्वारा उन्हें भेजे गए समन  का भी उल्लेख किया, जिसमें वह और उनकी पत्नी रुजीरा संदिग्ध हैं। सीबीआई ने उनसे पिछले साल पूछताछ की थी। अभिषेक बनर्जी ने कहा कि सीबीआई और ईडी लगातार मुझे निशाना बना रहे हैं लेकिन मैंने उनके सामने अपना सिर नहीं झुकाया है। मैं किसी एजेंसी या जांच से नहीं डरता। ईडी ने मुझे दो बार दिल्ली बुलाकर परेशान करने की कोशिश की। मैं कभी किसी एजेंसी से नहीं भागा। मैंने उनसे कहा कि अगर वे मुझसे पूछताछ करना चाहते हैं, तो उन्हें बंगाल आना चाहिए। मैं इस मिट्टी का पुत्र हूं। मैं सभी सवालों के जवाब देने के लिए तैयार हूं। सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में टीएमसी नेता और उनकी पत्नी को दिल्ली में ईडी के सामने पेश होने से राहत दी और एजेंसी को कोलकाता में दंपति से पूछताछ करने का आदेश दिया।
बंगाल बीजेपी के मुख्य प्रवक्ता समिक भट्टाचार्य ने कहा टीएमसी ने न्यायपालिका को उसी तरह निशाना बनाया है जिस तरह से उसने सभी संस्थानों और हमारे लोकतांत्रिक ढांचे को निशाना बनाया है। उन्होंने कहा,  “यह कहना कि वह न्यायपालिका के एक प्रतिशत या एक या दो न्यायाधीशों की बात कर रहे थे, कोई फर्क नहीं पड़ता। यह कलकत्ता उच्च न्यायालय की पांच-न्यायाधीशों की पीठ थी जिसने अपने आदेश (चुनाव के बाद की हिंसा के मामले में) में कहा था कि बंगाल अपने स्वयं के कानून द्वारा चलाया जा रहा है।
 प्रख्यात वकील और माकपा के राज्यसभा सदस्य विकास रंजन भट्टाचार्य ने कहा कि बनर्जी का बयान अदालत की अवमानना के समान है। उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट रूप से अदालत की अवमानना है। न्यायपालिका के प्रति अनादर दिखाया गया है। केवल टीएमसी नेता ही ऐसी चीजों के लिए सक्षम हैं। बंगाल कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि ममता बनर्जी अपनी पार्टी के नेताओं को न्यायपालिका को निशाना बना रही हैं क्योंकि वह ऐसा नहीं कर सकतीं। उन्होंने कहा कि टीएमसी नेता पार्टी के खिलाफ जाने वाले फैसलों को स्वीकार नहीं कर सकते। अभिषेक बच्चा है। ममता बनर्जी ये बयान क्यों नहीं दे रही हैं। हल्दिया की बैठक में अभिषेक बनर्जी ने भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी पर भी निशाना साधा। उन्होंने खुद को सीबीआई जांच से बचाने के लिए कैंप बदलने का आरोप लगाया।

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण  

1. अंक-233, (वर्ष-05)
2. सोमवार, मई 30, 2022
3. शक-1944, ज्येष्ठ, कृष्ण-पक्ष, तिथि-अमावस्या, विक्रमी सवंत-2079।
4. सूर्योदय प्रातः 05:33, सूर्यास्त: 07:01।
5. न्‍यूनतम तापमान- 29 डी.सै., अधिकतम-40+ डी.सै.। उत्तर भारत में बरसात की संभावना।
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शनिवार, 28 मई 2022

मनोरंजन: 'केसरिया' गाने का तेलुगु संस्करण रिलीज

मनोरंजन: 'केसरिया' गाने का तेलुगु संस्करण रिलीज 

कविता गर्ग
मुंबई। बॉलीवुड अभिनेता रणबीर कपूर और आलिया भट्ट की आने वाली फिल्म ब्रह्मास्त्र के 'केसरिया' गाने का तेलुगु संस्करण 'कुमकुमाला' गाना रिलीज़ कर दिया गया है। फिल्मकार राजामौली ने फिल्म ब्रह्मास्त्र के 'केसरिया' गाने का तेलुगु संस्करण 'कुमकुमाला' गाना रिलीज़ किया है। राजामौली ने ट्विटर पर गाने का टीजर भी पेश किया है।
केसरिया गाने के तेलुगु संस्करण को प्रसिद्ध सिड श्रीराम ने गाया है, जबकि गीत अनुभवी चंद्रबोस के हैं। अयान मुखर्जी निर्देशित ब्रह्मास्त्र में रणबीर कपूर ,आलिया भट्ट ,अमिताभ बच्चन,मौनी रॉय और नागार्जुन अक्किनेनी की मुख्य भूमिका है। यह फिल्म पांच भारतीय भाषा हिंदी, तमिल, तेलुगु, मलयालम और कन्नड़ में रिलीज होगी।शादी के बाद रणबीर कपूर और आलिया भट्ट की ब्रह्मास्त्र पहली फिल्म होगी।

संगम: विधायक ने मां की अस्थियां विसर्जित की

संगम: विधायक ने मां की अस्थियां विसर्जित की 

संदीप मिश्र/बृजेश केसरवानी
लखनऊ/प्रयागराज। लखनऊ के सरोजिनी नगर के भाजपा विधायक राजेश्वर सिंह ने प्रयागराज संगम में मां की अस्थियां विसर्जित की। श्रद्धांजलि देने के लिए अधिकारियों का तांता लगा रहा। ईडी यानी प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारी रहे और सरोजनी नगर के मौजूदा भाजपा विधायक राजेश्वर सिंह की मां तारा सिंह का निधन 24 मई को हो गया था। परिवार के लोगों और करीबियों के साथ राजेश्वर सिंह दिवंगत मां का अस्थि कलश लेकर शनिवार को लखनऊ से प्रयागराज में संगम तट पहुंचे।
संगम पर एडीजी प्रेम प्रकाश सहित पुलिस प्रशासन के अफसरों समेत करीबियों और भाजपा नेताओं ने पुष्प अर्पित कर दिवंगत मां को श्रद्धांजलि दी। उसके बाद तीर्थ पुरोहितों ने विधि विधान से पूजन कराकर संगम में अस्थियों का विसर्जन कराया। ईडी के पूर्व ज्वाइंट डायरेक्टर व विधायक राजेश्वर सिंह परिवार के सदस्यों के साथ अस्थिकलश लेकर लखनऊ से सुबह प्रयागराज पहुंचे।
उनके साथ भाई रामेश्वर सिंह व परिवार की सदस्य आभा सिंह, मीनाक्षी सिंह, पत्नी आइजी लक्ष्मी सिंह, बहनोई एडीजी राजीव कृष्ण, वाइपी सिंह, सुधा सिंह उनके पति डा. कृष्णशरण सिंह, डा. परमात्मा सिंह भी आए। सभी ने संगम तट पर शोक सभा की। इसमें एडीजी जोन प्रेम प्रकाश के साथ पुलिस प्रशासन के कई अन्य अफसर भी शामिल हुए। महानगर के व्यापारियों ने भी घाट पर पहुंचकर श्रद्धासुमन अर्पित किए। तीर्थ पुरोहित दीपू शास्त्री, संतोष भरद्वाज, राजेंद्र पालीवाल, राजेश तिवारी व विनोद गिरि ने विधि विधान से पूजन कराया और नाव से बीच संगम में जाकर अस्थियों का भी विसर्जन कराया। इस दौरान घाट पर सुरक्षा के खास इंतजाम किए गए थे। उल्लेखनीय है कि राजेश्वर सिंह बतौर डिप्टी एसपी यहां सीओ सिविल लाइंस, करछना तथा सीओ यातायात तैनात रहे हैं। उनके पिता स्व. रण बहादुर सिंह भीआईपीएस अधिकारी रहे हैं। यहां एजी आफिस के निकट उनका बंगला भी है। प्रयागराज के बहुत से लोग ईमानदार और तेज तर्रार पुलिस अधिकारी रहे राजेश्वर सिंह से जुडे़ हुए हैं। उक्त अवसर पर राजेश्वर सिंह के करीबी, दिवाकर सिंह, शंकरी सिंह, राजेश सिंह, अरविन्द सिंह विशेन, समाजसेवी संजय अग्रवाल आदि वरिष्ठ पत्रकार गण मौजूद रहे।

संपूर्ण समाधान दिवस पर जनता की समस्याओं को सुना

संपूर्ण समाधान दिवस पर जनता की समस्याओं को सुना  

बृजेश केसरवानी              
प्रयागराज। जिलाधिकारी संजय कुमार खत्री एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय कुमार ने संपूर्ण समाधान दिवस पर थाना झूंसी, सरायइनायत एवं उतरांव पहुंचकर जनता की समस्याओं को सुना तथा सम्बंधित राजस्व विभाग एवं पुलिस विभाग की संयुक्त टीम को मौके पर निस्तारण के लिए भेजा। उन्होंने राजस्व विभाग तथा पुलिस टीम को निर्देशित किया कि जो भी आवेदन आ रहे है। उसका 3 दिनों में गुणवत्तापूर्ण निस्तारण सुनिश्चित किया जाएं। जनता की शिकायतों में लापरवाही या उदासीनता कत्तई क्षम्य नहीं होगी। जिलाधिकारी एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने सर्वप्रथम झूंसी थाने पहुंचे, वहां पर राजस्व से सम्बंधित अवैध अतिक्रमण तथा एक ही जमीन पर दो लोगो को अलग-अलग रजिस्ट्री का प्रकरण संज्ञान में आने पर जिलाधिकारी ने उपजिलाधिकारी फूलपुर को सम्बंधित मामलें की जांच कर आख्या देने के निर्देश दियें है।

झूंसी में वरासत न चढ़ाने के कारण लेखपाल राधेश्याम को कड़ी चेतावनी दी गई तथा तत्काल वरासत को चढ़ाने के निर्देश भी दिये। इसी क्रम में वरईपुर के लेखपाल को भी वरासत न चढ़ाने की शिकायत पर कड़ी चेतावनी दी गई है तथा निर्देशित किया कि वरासत के मामलों में लापरवाही बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इसी क्रम में उन्होंने सराॅयइनायत थाने पर आयी शिकायतों को गम्भीरता से लेते हुए तत्काल टीम का गठन कर मौके पर रवाना किया। तत्क्रम में जिलाधिकारी एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक उतरांव थाने पहुंचे। वहां पर भूमिधरी पर अवैध कब्जा तथा सार्वजनिक मार्ग पर अतिक्रमण की शिकायतें प्राप्त हुई। जिसपर जिलाधिकारी एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने आवेदनों को गम्भीरता से लेते हुए तत्काल वहां पर भी शिकायतों के निस्तारण करने के लिए नायब तहसीलदार, राजस्व निरीक्षक एवं लेखपालों एवं पुलिस टीम बनाकर मौके पर निस्तारण हेतु रवाना किया तथा जो भी आवेदन प्राप्त हो, उसका गुणवत्तापूर्ण ढंग से निस्तारण सुनिश्चित करने के निर्देश दिये है।

सेवा 'शिक्षा प्रशिक्षण' वर्ग के चौथे दिन का उद्घाटन

सेवा 'शिक्षा प्रशिक्षण' वर्ग के चौथे दिन का उद्घाटन

बृजेश केसरवानी
प्रयागराज। रानी रेवती देवी सरस्वती विद्या निकेतन इंटर कॉलेज, राजापुर प्रयागराज के संगीताचार्य एवं मीडिया प्रभारी मनोज गुप्ता की सूचना अनुसार, विद्यालय के प्रधानाचार्य बांके बिहारी पांडे के संयोजन में विद्या भारती काशी प्रांत द्वारा संचालित सेवा बस्तियों में चल रहे संस्कार केंद्रों के संयोजको के सात दिवसीय सेवा शिक्षा प्रशिक्षण वर्ग के चौथे दिन का उद्घाटन मुख्य अतिथि मिल्कियत सिंह बाजवा ने किया तथा मुख्य वक्ता के रूप में प्रधानाचार्य बांके बिहारी पांडे का मार्गदर्शन प्राप्त हुआ। कार्यक्रम का प्रारंभ मां सरस्वती की सुमधुर वंदना से हुआ। अतिथियों का सम्मान माल्यार्पण स्मृति चिन्ह एवम अंगवस्त्रम से किया गया।
प्रांतीय सेवा प्रमुख कमलाकर तिवारी ने अतिथियों सहित आए हुए समस्त केंद्र संयोजको का स्वागत किया। मुख्य वक्ता के रूप में अपना उद्बोधन देते हुए बांके बिहारी पांडे ने बताया कि समाज को समरस बनाने के लिए संस्कार केंद्रों की बहुत आवश्यकता है। भारतीय संस्कृति के प्रचार प्रसार के लिए संस्कार केंद्र एक जरूरत बन चुका है। परिवार प्रबोधन का कार्य संस्कार केंद्र के माध्यम से ही होता है। संस्कार केंद्र में पढ़ने वाले भैया बहनों के अंदर बहुत ऊर्जा है। उसी ऊर्जा को हम जागृत करने का कार्य कर रहे है। हमारे अंदर इतनी क्षमता होनी चाहिए, कि हम एक या दो नहीं कम से कम 10 संस्कार केंद्र अपने विद्यालय के माध्यम से चलाएं। सेवा बस्तियों में ईसाई मिशनरियां जाकर उनका धर्म परिवर्तन करा रही हैं।
यदि हिंदू समाज जागृत नहीं हुआ तो हम पहले से अधिक कठिनाई में पड़ सकते हैं।
मुख्य अतिथि के रूप में अपना उद्बोधन देते हुए मिल्कियत सिंह बाजवा ने बताया कि सेवा निस्वार्थ भाव से होनी चाहिए। इसके लिए हमें पांच बुराइयों काम, क्रोध, लोभ, मोह और मत्सर त्यागना पड़ता है। हमारे देश के ऋषि-मुनियों ने भी सेवा भाव अपनाया था। सेवा बस्तियों में हम जाकर जो भी कार्य कर रहे हैं, वही ईश्वर का कार्य है। हमारे स्वयंसेवकों ने तो मुस्लिम शवों को भी दफनाने का कार्य किया है। विद्या भारती के द्वारा अनेकों सेवा कार्य चलाए जा रहे हैं। हम सब उसमें जुड़कर अपनी सहभागिता प्रदान करें, उक्त कार्यक्रम में काशी प्रांत से लगभग 100 सेवा केंद्र के संयोजक भाग ले रहे हैं।
इस अवसर पर राष्ट्रीय सेवा शिक्षा संयोजक रामस्वरूप, क्षेत्रीय सीमा सेवा संयोजक राघव, सह शिक्षा सेवा संयोजक नरसिंह नारायण सिंह, सुनील कुमार गुप्ता, अवधेश कुमार, प्रवीण कुमार तिवारी, कुंदन सिंह, अभिषेक शर्मा, दीपक दयाल, सचिन सिंह परिहार सहित विद्यालय के समस्त आचार्य बंधु एवं आचार्या दीदियां उपस्थित रहे। संचालन दिनेश कुमार शुक्ला ने किया।

राज्यसभा चुनाव में चौथा प्रत्याशी नहीं उतारेंगे: यादव

राज्यसभा चुनाव में चौथा प्रत्याशी नहीं उतारेंगे: यादव  

हरिओम उपाध्याय      

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में 11 राज्यसभा सीटों के चुनाव के लिए रणभेरी बज गई है और नामांकन का दौर जारी है। इसी कड़ी में शनिवार को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बताया कि वह राज्यसभा चुनाव में चौथा प्रत्याशी नहीं उतारेंगे। उन्होंने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि, भर्तियों में आरक्षण नियमों का पालन नहीं हुआ है। आज युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है। बीजेपी लोकतंत्र, सेक्युलरिज्म,सोशलिज़्म को बर्बाद कर रही है’। वहीं समाजवादी पार्टी ने जावेद अली खान, राष्ट्रीय लोकदल (RLD) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी को प्रत्याशी बनाया है। इसके अलावा ने सपा ने कांग्रेस के नेता रहे कपिल सिब्बल को समर्थन दिया है। वहीं, भारतीय जनता पार्टी में भी नामों पर मंथन चल रहा है। 

राज्यसभा चुनाव के लिए 10 जून को सुबह 9 से शाम 4 बजे तक मतदान होगा और शाम 5 बजे से मतगणना होगी।दरअसल, राज्यसभा में उत्तर प्रदेश के कुल 31 सदस्यों में से 11 सदस्यों का कार्यकाल आगामी 4 जुलाई को पूरा हो रहा है। इनमें भाजपा के जफर इस्लाम, शिव प्रताप शुक्ला, संजय सेठ, सुरेंद्र नागर और जयप्रकाश निषाद शामिल हैं। इसके अलावा सपा के सुखराम सिंह यादव, रेवती रमण सिंह और विशंभर प्रसाद निषाद का कार्यकाल भी समाप्त हो रहा है। इन सीटों पर नामांकन की प्रक्रिया मंगलवार को शुरू हो चुकी है और चुनाव 10 जून को होगा।

यूपी की 403 सदस्यीय विधानसभा में बीजेपी के 255 और उसके सहयोगी दलों को मिलाकर कुल 273 विधायक हैं। उत्तर प्रदेश में राज्यसभा के एक प्रत्याशी को जीतने के लिए कम से कम 34 विधायकों के वोट की जरूरत होती है। ऐसे में बीजेपी राज्यसभा की 11 सीटों में से आठ पर अपने उम्मीदवारों को आसानी से जीत दिला सकती है। वहीं, दूसरी ओर सपा और उसके सहयोगी दलों के सदस्यों की कुल संख्या 125 है और वह तीन उम्मीदवारों को जिता सकती है।

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन   मतदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए स्कूली बच्चों ने निकाला रैली कौशाम्बी। एन डी कान...