शुक्रवार, 20 मई 2022

सीतापुर: 812 दिन बाद जेल से रिहा हुए आजम

सीतापुर: 812 दिन बाद जेल से रिहा हुए आजम 

संदीप मिश्र    

सीतापुर। समाजवादी पार्टी के संस्थापक सदस्य विधायक आजम खां 812 दिन बाद सीतापुर जिला जेल से शुक्रवार को रिहा हो गए। सुप्रीम कोर्ट से गुरुवार को अंतरिम जमानत मिलने के बाद आजम खां की रिहाई का आदेश देर रात सीतापुर जिला जेल प्रशासन को मिला और आज सुबह उनकी रिहाई का इंतजाम किया गया। आजम खां सुबह 8:06 बजे जेल से बाहर आए।आजम खां की रिहाई की खबर पर उनके समर्थकों की भीड़ सुबह पांच बजे से ही जेल गेट के पास जुटने लगी थी। आजम खां के बड़े बेटे अदीब आजम सबसे पहले जेल पहुंचे। इसके बाद आजम खां के विधायक बेटे अब्दुल्ला आजम खां के साथ सपा के विधायक आशु मालिक भी सीतापुर जेल पहुंच गए। अब्दुल्ला आजम 6:55 बजे जेल के अंदर गए। आजम खां के समर्थक रामपुर, लखनऊ व अन्य जिलों से भी सीतापुर पहुंचे।

प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष समाजवादी पार्टी के विधायक शिवपाल सिंह यादव भी प्रात: सात बजे सीतापुर जेल पहुंचे। वह गाड़ी में ही जेल परिसर में दाखिल हुए। आजम खां की रिहाई को लेकर जेल गेट पर कई थानों की पुलिस लगाई गई। आजम खां की रिहाई को लेकर पुलिस प्रशासन मुस्तैद दिखा। शहर के सभी इंट्री प्वाइंट पर तैनात पुलिसकर्मी आने जाने वाली सभी गाडिय़ों की जांच करते दिखे। वैदेही वाटिका, आरएमपी मोड़, बहुगुणा चौराहा, रोडवेज, जीआइसी चौराहा व काशीराम कालोनी के पास पुलिस मुस्तैद दिखी। जेल रोड पर कई थानों की पुलिस लगी थी।

6 साल, 9 महीने बाद जेल से बाहर निकलीं मुखर्जी

6 साल, 9 महीने बाद जेल से बाहर निकलीं मुखर्जी  

कविता गर्ग    

मुंबई। अपनी बेटी शीना बोरा की कथित हत्या के मामलें में गिरफ्तारी के छ: साल, नौ महीने बाद पूर्व मीडिया कार्यकारी अधिकारी इंद्राणी मुखर्जी शुक्रवार की शाम यहां भायखला महिला जेल से बाहर निकलीं। उच्चतम न्यायालय ने इंद्राणी मुखर्जी को इस मामले में बुधवार को जमानत पर रिहा करने का आदेश दिया था।

इंद्राणी शाम साढ़े पांच बजे जेल से बाहर आई और वहां से एक कार में बैठकर चली गयी। जेल के बाहर इंद्राणी के वकील मौजूद थे। बाहर निकल कर इंद्राणी ने मीडियाकर्मियों को देखा और मुस्कान बिखेरी। निचली अदालत ने बृहस्पतिवार को इंद्राणी को दो लाख रुपये का अस्थायी नकद बॉण्ड भरने को कहा था।

निदेशक व सीईओ की याचिका पर जवाब मांगा

निदेशक व सीईओ की याचिका पर जवाब मांगा 

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। दिल्ली उच्च न्यायालय ने शुक्रवार को नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) की पूर्व प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) चित्रा रामकृष्ण की जमानत याचिका पर केंद्रीय जांच ब्यूरो(सीबीआई) से जवाब मांगा। एनएसई में अनियमिततायें पाये जाने के बाद मई 2018 में एक प्राथमिकी दर्ज की गयी। सीबीआई ने (सीईओ) चित्रा रामकृष्ण की जमानत याचिका खारिज होने के बाद छह मार्च को उन्हें गिरफ्तार कर लिया था। 
गौरतलब है कि विशेष अदालत ने 12 मई को उनकी जमानत अर्जी यह कहते हुए खारिज कर थी कि जमानत के लिए अभी कोई आधार नहीं बनता है। सुश्री रामकृष्ण अप्रैल 2013 से दिसंबर 2016 तक एनएसई की प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी रहीं थी। इसके अलावा एक अन्य आरोपी रवि नारायण अप्रैल 1994 से मार्च 2013 तक एनएसई का प्रबंध निदेशक और सीईओ रहा था। दिल्ली उच्च न्यायालय के न्यायाधीश सुधीर कुमार जैन ने मामले की सुनवाई की अगली तिथि 31 मई निर्धारित की है।

कुछ भी सार्थक हासिल करने में विफल, चिंतन शिविर

कुछ भी सार्थक हासिल करने में विफल, चिंतन शिविर

अविनाश श्रीवास्तव

पटना। चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने कहा कि हाल ही में उदयपुर में हुआ कांग्रेस का ‘चिंतन शिविर’ पार्टी की बेहतरी के लिए कुछ भी सार्थक हासिल करने में विफल रहा है। किशोर ने शुक्रवार को ट्वीट किया, “मुझे बार-बार उदयपुर चिंतन शिविर के परिणाम पर टिप्पणी करने के लिए कहा गया। मेरे विचार से, यह यथास्थिति को बढ़ाने और कांग्रेस नेतृत्व को कुछ समय देने के अलावा कुछ भी सार्थक हासिल करने में विफल रहा, कम से कम गुजरात और हिमाचल प्रदेश में आसन्न चुनावी हार तक।

” चुनावी रणनीतिकार ने हाल ही में कांग्रेस नेतृत्व के सामने पार्टी के पुनरुद्धार के लिए आवश्यक उपायों पर अपने सुझाव दिये थे। कांग्रेस नेतृत्व ने इस पर अमल करने की बजाय संकेत दिया कि पार्टी किशोर के सुझावों पर गौर करने के लिए एक उच्च स्तरीय ‘एम्पावर्ड एक्शन ग्रुप’ (ईएजी) का गठन करेगी और उन्हें ईएजी का सदस्य बनाया जाएगा।

निकहत की जीत पर पीएम व गृहमंत्री ने बधाई दीं

निकहत की जीत पर पीएम व गृहमंत्री ने बधाई दीं  

मोमीन मलिक         

नई दिल्ली/बैंकॉक। भारतीय मुक्केबाज निकहत जरीन (52 भारवर्ग), विश्व चैंपियन बन गईं। उन्होंने 52 भारवर्ग के फाइनल में थाईलैंड की जितपोंग जुटामेंस को एकतरफा 5-0 से हरा दिया। तेलंगाना की मुक्केबाज भारत की ऐसी पांचवीं महिला मुक्केबाज हैं, जिन्होंने विश्व चैंपियनशिप में सोने का तमगा अपने नाम किया है। निकहत की जीत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उन्हें बधाई दी। नरेंद्र मोदी ने अपने ट्वीट में लिखा, ”निकहत जरीन को महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में शानदार स्वर्ण पदक जीतने के लिए बधाई। मैं मनीषा मौन और परवीन हुड्डा को भी इसी प्रतियोगिता में कांस्य पदक के लिए बधाई देता हूं।

गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट किया, ”महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने पर निकहत जरीन को बधाई। भारत को आपकी उपलब्धि पर गर्व है। आपके भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं।” निकहत से पहले दिग्गज एम सी मैरीकॉम ने 2002, 2005, 2006, 2008, 2010 और 2018 में खिताब जीते थे। इसके अलावा 2006 में सरिता देवी, जेनी आर एल और लेखा केसी ने अपने-अपने भारवर्ग में स्वर्ण पदक जीता था। जरीन के स्वर्ण पदक के अलावा मनीषा मौन (57 भार वर्ग) और पहली बार विश्व चैंपियनशिप में खेल रही प्रवीण हुड्डा (63 भारवर्ग) ने कांस्य पदक अपने नाम किया। इन दोनों को सेमीफाइनल में हार का सामना करना पड़ा था। निकहत इस बार फाइनल में पहुंचने वालीं पहली भारतीय मुक्केबाज बनीं। सेमीफाइनल में जरीन ने ब्राजील की कैरोलिन डि अलमेडा को भी 5-0 से पराजित किया था। भारत की ओर से 12  सदस्यीय टीम ने हिस्सा लिया था। भारत ने चार वर्ष के बाद स्वर्ण पदक हासिल किया है। इससे पहले 2018 में एम सी मैरीकॉम ने जीता था।

ज्ञानवापी मस्जिद विवाद केस को जज के पास भेजा

ज्ञानवापी मस्जिद विवाद केस को जज के पास भेजा

अकांशु उपाध्याय

नई दिल्ली। ज्ञानवापी मस्जिद विवाद पर सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई करते हुए मामलें को जिला जज के पास भेज दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने जिला जज के 25 साल के अनुभव को ध्यान में रखते हुए निर्णय सुनाया। इसके साथ ही अंतरिम आदेश के 8 हफ्तों तक जारी रहने का फैसला सुनाते हुए जुलाई के दूसरे हफ्ते में फिर से सुप्रीम कोर्ट में मामले की सुनवाई होने की बात कही। इसके पहले सुप्रीम कोर्ट ने पहले मुस्लिम पक्ष की दलील सुनी।

मुस्लिम पक्ष ने वाराणसी अदालत के सभी आदेश को कानून के खिलाफ बताते हुए निरस्त करने की मांग की। इसके साथ ही मुस्लिम पक्ष ने कोर्ट में रखी गई रिपोर्ट के सार्वजनिक होने पर सवाल उठाया। इसके अलावा प्लेस ऑफ वर्शिप एक्ट 1991 के तहत निचली अदालत के मामले में कमीशन बनाए जाने पर भी सवाल उठाया। सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस वाईवी चंद्रचूड़ की अगुवाई वाली तीन सदस्यों के बेंच ने दलील को खारिज करते हुए कहा कि एक्ट किसी भी स्थल के धार्मिक चरित्र इसकी जांच एक जज करवा सकता है। इससे एक्ट का हनन नहीं हो जाता है।

मलाइका ने मां-बहन के साथ तस्वीर साझा की

मलाइका ने मां-बहन के साथ तस्वीर साझा की  

कविता गर्ग         

मुंबई। मलाइका अरोड़ा ने इंस्टाग्राम पर अपनी बहन अमृता अरोड़ा और अपनी मां जॉयस अरोड़ा के साथ एक तस्वीर साझा की। इन तीनों की तस्वीरें हिमालय के एक स्पा रिज़ॉर्ट की हैं, जहां ये लोग क्वालिटी फैमिली टाइम एन्जॉय कर रही हैं। अपनी फेवरेट जगह से फोटो शेयर करते हुए अदाकारा ने ये दावा किया है कि उनकी मां और बहन उन्हें सबसे ज्यादा खुश करने वाले लोगों में एक हैं। वह जहां हैं, वह उनके लिए सबसे खुशहाल जगह है। इसके अलावा मलाइका का एक फोटोशूट बेहद चर्चे में है। जो उन्होंने ‘ग्राज़िया इंडिया’ मैगजीन के लिए करवाया है।

पहले बात करते हैं, मलाइका के फैमिली क्वालिटी टाइम की तो, हिमालय से वायरल हो रही इन तस्वीरों में मलाइका के साथ उनकी मां और बहन का एकदम अलग अंदाज देखने को मिल रहा है। फोटो में तीनों को ह्वाइट मैचिंग कुर्ता पजामे में देखा जा सकता है। मलाइका के खुले बाल और गले में रुद्राक्ष की माला ने इनके लुक को अलग बना दिया है। इस फोटो में तीनों हंसते हुए दिख रही हैं।

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन   मतदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए स्कूली बच्चों ने निकाला रैली कौशाम्बी। एन डी कान...