रविवार, 1 मई 2022

जीएसटी: 1,67,540 करोड़ पर पहुंचा 'संग्रह'

जीएसटी: 1,67,540 करोड़ पर पहुंचा 'संग्रह' 

डॉक्टर सुभाषचंद्र गहलोत   
नई दिल्ली। देश का सकल वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) राजस्व संग्रह इस वर्ष अप्रैल में पिछले माह के 1,42,095 करोड़ रुपये के मुकाबले 25 हजार करोड़ रुपये बढ़कर अबतक के रिकॉर्ड 1,67,540 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। वित्त मंत्रालय की ओर से रविवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल 2022 में कुल 1,67,540 करोड़ रुपये जीएसटी राजस्व संग्रहित किया गया। जो मार्च 2022 के 1,42,095 करोड़ रुपये से 25 हजार करोड़ रुपये अधिक है।
जीएसटी प्रणाली लागू होने के बाद का यह सबसे अधिक जीएसटी राजस्व संग्रह है। अप्रैल, 2022 के महीने में सकल जीएसटी राजस्व 1,67,540 करोड़ रुपये है, जिसमें से सीजीएसटी 33,159 करोड़ रुपये, एसजीएसटी 41,793 करोड़ रुपये, वस्तुओं के आयात पर एकत्रित 36,705 करोड़ रुपये सहित आईजीएसटी 81,939 करोड़ रुपये और माल के आयात पर एकत्रित 857 करोड़ रुपये सहित उपकर 10,649 करोड़ रुपये है।
सरकार ने आईजीएसटी से 33,423 करोड़ रुपये सीजीएसटी और 26962 करोड़ रुपये एसजीएसटी तय किए हैं। नियमित निपटान के बाद अप्रैल 2022 में केंद्र और राज्यों का कुल राजस्व सीजीएसटी के लिए 66,582 करोड़ रुपये और एसजीएसटी के लिए 68,755 करोड़ रुपये है। अप्रैल 2022 का राजस्व पिछले साल के इसी महीने में जीएसटी राजस्व से 20 प्रतिशत अधिक है।
जीएसटी प्रणाली लागू होने के बाद इस वर्ष अप्रैल में पहली बार कुल जीएसटी राजस्व संग्रह 1.5 लाख करोड़ रुपये के स्तर को पार कर गया है। मार्च 2022 में कुल 7.7 करोड़ ई-वे बिल सृजित हुए, जो फरवरी 2022 में सृजित 6.8 करोड़ ई-वे बिल से 13 प्रतिशत अधिक है। यह देश में तेज गति से व्यावसायिक गतिविधि को दर्शाता है। इस वर्ष अप्रैल के दौरान जीएसटीआर-3बी में 1.06 करोड़ जीएसटी रिटर्न दाखिल किए गए, जिनमें से 97 लाख मार्च में दाखिल किए गए रिटर्न हैं। अप्रैल 2021 के दौरान कुल 92 लाख रिटर्न दाखिल किए गए थे।

केरल: पूर्व विधायक की गिरफ्तारी, तनाव व्याप्त

केरल: पूर्व विधायक की गिरफ्तारी, तनाव व्याप्त 

इकबाल अंसारी  
तिरुवनंतपुरम। मुस्लिम समुदाय के खिलाफ टिप्पणी के लिए केरल के पूर्व विधायक एवं केरल जनपक्षम (सेक्युलर) के नेता पीसी जॉर्ज की रविवार को गिरफ्तारी के बाद से केरल में तनाव व्याप्त है। गिरफ्तारी के खिलाफ विरोध मार्च निकाल रहे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कार्यकर्ताओं ने विधायक को उनके घर से तिरुवनंतपुरम के फोर्ट थाने ले जा रही पुलिस वैन को रविवार सुबह कोट्टायम जिले के एराट्टुपेटा में रोक दिया।
विधायक को समर्थन दे रहे भाजपा कार्यकर्ताओं ने पुलिस दल के वट्टप्पारा पहुंचने पर उनके वाहनों को रोक दिया और पुलिस कार्रवाई के लिए पिनाराई विजयन सरकार के खिलाफ नारे लगाये। इस बीच, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी समर्थक डीवाईएफआई कार्यकर्ताओं ने काले झंडे लहराये और पूर्व विधायक के वाहन पर अंडे फेंके जिससे इलाके में तनाव पैदा हो गया।
डीवाईएफआई ने कई जगहों पर विरोध मार्च भी निकाला और जॉर्ज से उनकी मुस्लिम विरोधी टिप्पणी के लिए माफी मांगने की मांग की। बाद में पूर्व विधायक को एआर कैंप लाया गया जहां उनकी गिरफ्तारी दर्ज की गई। गिरफ्तारी के विरोध में बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता एआर कैंप के सामने जमा हो गये, जिससे तनाव फैल गया। डीवाईएफआई के कार्यकर्ताओं ने भी बड़ी संख्या में जॉर्ज के खिलाफ नारे लगाए और एआर कैंप में उनके आगमन पर काले झंडे लहराए।

'आदिवासी संकल्प महासम्मेलन' में हिस्सा लिया

'आदिवासी संकल्प महासम्मेलन' में हिस्सा लिया 

इकबाल अंसारी  
अहमदाबाद। रविवार को आप के राष्ट्रीय संयोजक व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भरूच में आदिवासी संकल्प महासम्मेलन में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने भाजपा और कांग्रेस पर निशाना साधा। केजरीवाल ने कहा, हम गरीबों और आम लोगों की पार्टी हैं। हम आपके साथ खड़े हैं।
अरविंद केजरीवाल ने कहा भाजपा और कांग्रेस सिर्फ अमीरों को अमीर बना रही हैं, लेकिन आप हमें एक मौका दीजिए। हम आपकी गरीबी दूर कर देंगे। हम लोग आपके साथ खड़े हैं। उन्होंने कहा हमें एक मौका दे दो अगर पांच साल में यहां के स्कूल ठीक नहीं किए तो हमें भगा दीजिएगा।

ईद व अन्य त्योहारों में 'विद्युत आपूर्ति' के प्रबंध

ईद व अन्य त्योहारों में 'विद्युत आपूर्ति' के प्रबंध

संदीप मिश्र  
लखनऊ। भीषण गर्मी के बीच कोयले की कमी और कुछ ताप बिजलीघरों में तकनीकी दिक्कतों के चलते बिजली संकट के शिकार उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि ईद और अन्य त्योहारों में पर्याप्त विद्युत आपूर्ति के प्रबंध किये जायें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को उच्च स्तरीय टीम-9 की बैठक में कहा कि अक्षय तृतीया, परशुराम जयंती और ईद के अवसर पर बिजली आपूर्ति सुचारू रखें। अनावश्यक कटौती न हो। धार्मिक स्थलों के आसपास स्वच्छता, पेयजल आदि के प्रबंध किए जाएं। लोगों की सुविधाओं का ध्यान रखें।

उन्होने बताया कि विगत दिवस दिल्ली यात्रा के दौरान उनकी केन्द्रीय गृह मंत्री, ऊर्जा मंत्री और रेल मंत्री के साथ बिजली आपूर्ति के सम्बंध में सकारात्मक बातचीत हुई। तीनों ने पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया है। कोयले की ढुलाई के लिए रेलवे हमें अतिरिक्त रैक देने जा जा रहा है तो केन्द्र सरकार से अतिरिक्त बिजली भी प्राप्त होगी। रोस्टर के अनुरूप निर्बाध बिजली आपूर्ति के लिए समुचित प्रबंध किए जाएं। फिलहाल स्थिति सामान्य है और रोस्टर के अनुरूप बिजली आपूर्ति सुनिश्चित कराएं।मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रत्येक दशा में यह सुनिश्चित किया जाए कि एक भी उपभोक्ता को गलत बिजली बिल न मिले और सभी को समय से बिल मिल जाए। ओवरबिलिंग अथवा विलंब से बिल दिया जाना उपभोक्ता को परेशान तो करती ही है, व्यवस्था के प्रति निराश भी करती है और वह बिल जमा करने के प्रति उत्साहित नहीं होता। ऐसे में समय से बिल और सही बिल दिया जाना सुनिश्चित करें। इसके लिए ठोस कार्ययोजना बनाने की जरूरत है।उन्होने कहा कि बिजली आपूर्ति होती रहे इसके लिए बिल का भुगतान जरूरी है। बिजली का उपभोग करने वाले हर उपभोक्ता की यह ज़िम्मेदारी है कि वह समय से बिजली बिल का भुगतान करे। ऊर्जा विभाग/विद्युत निगमों को बिल के समयबद्ध संकलन के लिए ठोस प्रयास करना होगा। बकायेदारों से लगातार संपर्क करें, संवाद करें। समय से बिल भेजें, सही बिल दें। कलेक्शन सिस्टम में सुधार की जरूरत है।


खास इरादे से 'आधारित राजनीति' करने का आरोप

खास इरादे से 'आधारित राजनीति' करने का आरोप

अकांशु उपाध्याय

नई दिल्ली। देश के 197 सेवानिवृत्त न्यायाधीशों, प्रशासनिक अधिकारियों और पूर्व सैन्य अधिकारियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम एक खुला पत्र लिखकर पूर्व 108 अधिकारियों के उस समूह पर खास इरादे पर 'आधारित राजनीति' करने का आरोप लगाते हुए उसकी भर्त्सना की है। जिसने कांस्टिट्यूशनल कंडक्ट ग्रुप (सीसीजी) नाम से प्रधानमंत्री को कुछ दिन पहले खुला पत्र लिखकर घृणा की राजनीति समाप्त करने मांग की थी। इन 197 अधिकारियों ने अपने को कंसर्न सिटीजन्स (संवेदनशील नागरिक) के रूप में प्रस्तुत करते हुए कहा है कि किसी समूह की ओर से “खास इरादे से प्रेरित पक्षपातपूर्ण राजनैतिक वक्तव्य को स्वीकार नहीं किया जा सकता।” 

उन्होंने प्रधानमंत्री को लिखे खुले पत्र में कहा है,'हमें, एक संवेदनशील नागरिक होने के नाते नहीं लगता की एक स्वयंभू कांस्टिट्यूशनल कंडक्ट ग्रुप (सीसीजी) की ओर से प्रधानमंत्री को एक ओर खुला पत्र लिखकर उनसे घृणा की राजनीति समाप्त करने की मांग में कोई गंभीरता है।उनका कहना है कि ऐसा बार-बार करके अपने प्रति लोगों का ध्यान आकर्षित करना चाहता है और यह साबित करना चाहता है कि वह बड़े ऊंचे सामाजिक सरोकार रखने वाले व्यक्तियों का समूह है जबकि इसके पीछे उनकी मोदी विरोधी राजनीति छुपी है। श्री मोदी को खुला पत्र लिखने वाले कंसर्न सिटीजन्स के समूह की समन्वयक पूर्व राजदूत भास्वती मुखर्जी और पूर्व लेफ्टिनेंट जनरल अरुण साहनी हैं। इस पर सिक्किम उच्च न्यायालय पूर्व मुख्य न्यायाधीश प्रमोद कोहली, राजस्थान उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश आर एस राठौड, पूर्व कृषि सचिव प्रबीर कुमार बसु, रॉ के पूर्व प्रमुख संजीव त्रिपाठी, महाराष्ट्र के पूर्व पुलिस प्रमुख प्रवीण दीक्षित, पूर्व राजनयिक जे एस सप्रा, पंजाब के पूर्व पुलिस प्रमुख पी सी डोगरा, केरल के पूर्व पुलिस प्रमुख डॉ टी पी सेनकुमार, हरियाणा के पूर्व मुख्य सचिव सुधीर शर्मा, पूर्व लेफ्टिजेंट जनरल वी के चतुर्वेदी और नितिन कोहली, पूर्व एयर मार्शल पी के रॉय, पूर्व एयर वाइस मार्शल आर पी मिश्रा, पूर्व मेजर जनरल डॉ एस एस दसाका के हस्ताक्षर हैं।

राजनयिकों के यूक्रेन लौटने का मुद्दा, चर्चा की

राजनयिकों के यूक्रेन लौटने का मुद्दा, चर्चा की  

सुनील श्रीवास्तव
वाशिंगटन डीसी। अमेरिका विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा से अमेरिकी राजनयिकों के यूक्रेन लौटने के मुद्दे पर चर्चा की।
अमेरिका के विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा, "विदेश मंत्री एंटनी जे ब्लिंकन ने आज यूक्रेनी विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा से बीत की और कीव में उनकी 24 अप्रैल की बैठक को लेकर चर्चा की।
ब्लिंकन ने अमेरिकी राजनयिकों के यूक्रेन लौटने की योजना पर जानकारी हासिल की, जिसमें इस सप्ताह कीव की प्रारंभिक यात्राएं शामिल हैं और जितनी जल्दी हो सके कीव लौटने की योजना है। दोनों नेताओं ने “रूस को युद्ध में हराने के लिए यूक्रेन को सशक्त बनाने हेतु सुरक्षा, आर्थिक और मानवीय सहायता में 33 अरब डॉलर की सहायता के 28 अप्रैल के अनुरोध पर भी चर्चा की।

गैस-सिलेंडर की कीमतों में ₹102 की बढ़ोतरी

गैस-सिलेंडर की कीमतों में ₹102 की बढ़ोतरी

अकांशु उपाध्याय   
नई दिल्ली। गैस-सिलेंडर मे लगी बढ़ोतरी की आग ठंडी होती हुई, दिखाई नहीं दे रही है। देश की पेट्रोलियम कंपनियों ने अब एक बार फिर से कमर्शियल गैस-सिलेंडर की कीमतों में 102 रुपये की भारी-भरकम बढ़ोतरी कर दी है। जिसके चलते राजधानी दिल्ली में अब कमर्शियल गैस सिलेंडर की कीमत 2,355 रुपए पर पहुंच गई है। रविवार को देश की पेट्रोलियम कंपनियों ने एक बार फिर से कमर्शियल गैस-सिलेंडर के उपभोक्ताओं को जोर का झटका धीरे से दिया है।
102 रुपये की बढ़ोतरी करते हुए पेट्रोलियम कंपनियों ने कमर्शियल गैस सिलेंडर के दाम और अधिक ऊंचाई पर पहुंचा दिए हैं। 
हालांकि, घरेलू गैस सिलेंडरों की कीमतों में फिलहाल, कोई इजाफा नहीं किया गया है। मगर जिस तरह से कमर्शियल गैस सिलेंडर के दाम 102 रुपये बढ़ाए गए हैं। उसका सीधा असर रेस्टोरेंट्स आदि पर मिलने वाली खाने पीने की चीजों के दामों में देखने को मिल सकता है।


इंडोनेशिया में 6.0 तीव्रता का भूकंप, झटके

इंडोनेशिया में 6.0 तीव्रता का भूकंप, झटके  अखिलेश पांडेय  जकार्ता। इंडोनेशिया के पूर्वी प्रांत मालुकु में सोमवार के तेज झटके महसूस किए गए। इ...