बुधवार, 29 दिसंबर 2021

ब्राजील में भारी बारिश, आपात स्थिति पैदा हुईं

ब्राजील में भारी बारिश, आपात स्थिति पैदा हुईं    

अखिलेश पांंडेय              ब्रासीलिया। ब्राजील के पूर्वोत्तर राज्य बाहिया के कुल 116 शहरों में भारी बारिश के कारण मंगलवार को आई बाढ़ से आपात स्थिति पैदा हो गई है। नवंबर के अंत से क्षेत्र में बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं। ब्राजील के उत्तर और दक्षिणपूर्व में कम से कम पांच अन्य राज्यों के शहर भी हाल के दिनों में बाढ़ग्रस्त रहे है। बाहिया में बाढ़ से 470,000 से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। कम से कम 50 शहरों में घरों और कारोबारी प्रतिष्ठानों में पानी भर गया और लोगों को अपना सामान छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा। राज्य सरकार के आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार 34,163 लोग बेघर हो गए हैं और लगभग 43,000 लोग विस्थापित हो गए हैं।

बाढ़ की वजह से महीने की शुरुआत से अब तक कुल 21 लोगों की मौत हुई है और 358 लोग घायल हुए हैं। सरकारी एजेंसी ‘नेशनल सेंटर फॉर मॉनिटरिंग एंड अलर्ट्स ऑफ नेचुरल डिजास्टर्स’ की वेबसाइट के अनुसार, पिछले 32 वर्षों में बाहिया में सबसे अधिक बारिश दर्ज की गई है। दक्षिणी बाहिया में वर्ष के इस समय सामान्य मात्रा से पांच गुना अधिक बारिश हुई। बाहिया के गवर्नर रुई कोस्टा ने मंगलवार सुबह स्थानीय रेडियो स्टेशनों पर एक साक्षात्कार में स्थिति की तुलना ”बमबारी” से की।

उन्होंने कहा कि कुछ शहरों में बाढ़ में कोरोना वायरस के टीके नष्ट हो गए, ”कुछ नगरपालिका स्वास्थ्य कार्यालय और दवा डिपो पूरी तरह से पानी में डूब गए हैं।” बाहिया के नागरिक सुरक्षा अधीक्षक कर्नल मिगुएल फिल्हो ने बताया कि अब भी बाढ़ जैसे हालात हैं और शहर अलग-थलग पड़ गए हैं तथा बारिश अब भी जारी है। उन्होंने कहा, ”हमारी पहली प्रतिक्रिया लोगों की मदद करना है, फिर आश्रय देना, आश्रय स्थलों में लोगों की देखभाल के लिए मानवीय सहायता, चादरें, कंबल, भोजन उपलब्ध कराना है।” उन्होंने कहा कि बाहिया में कम से कम पांच बांधों के टूटने का खतरा है। सरकार के विज्ञान मंत्रालय ने पिछले सप्ताह एक बयान में कहा कि औसत से अधिक वर्षा वायुमंडलीय घटना ला नीना के कारण होती है, जिससे बाहिया सहित ब्राजील के कुछ क्षेत्रों में वर्षा बढ़ जाती है। एक प्रमुख जलवायु विज्ञानी कार्लोस नोब्रे ने बताया कि बाहिया में वर्तमान हालात ग्लोबल वार्मिंग के कारण हैं।

पीएम मॉरिसन ने मंत्रिमंडल की बैठक बुलाई

सुनील श्रीवास्तव       सिडनी। कोरोना वायरस के नए स्वरूप ‘ओमीक्रोन’ के कारण ऑस्ट्रेलिया में संक्रमण का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है। जिसके मद्देनजर प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने मंत्रिमंडल की एक आपात बैठक बुलाई है। सिडनी और न्यू साउथ वेल्स के आसपास के क्षेत्रों में 11,000 से अधिक नए मामले सामने आए, जो एक दिन पहले सामने आए मामलों से 6000 अधिक हैं। वहीं, विक्टोरिया में भी रिकॉर्ड 3,700 नए मामले सामने आए, जो वहां एक दिन पहले आए मामलों से एक हजार अधिक हैं। देश के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने कहा कि सरकार अब बृहस्पतिवार को निर्धारित समय से पहले बैठक करेगी। मॉरिसन ने पत्रकारों से कहा, ” ओमीक्रोन के फैलने के साथ ही हम पर दबाव बढ़ता रहेगा।

राज्य तथा क्षेत्र उन चुनौतियों से निपटने के लिए अपनी योजनाओं पर काम कर रहे हैं।” उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि बैठक में यह स्पष्ट हो पाएगा कि संक्रमितों का करीबी सम्पर्क किसे माना जाए और मामलों के अत्यधिक बढ़ने पर किस तरह से जांच की जाए। अन्य राज्यों में भी मामले लगातार बढ़ रहे हैं। क्वींसलैंड में 1,500 से अधिक, साउथ ऑस्ट्रेलिया में 1,400, राजधानी क्षेत्र में 138 और तस्मानिया में 55 नए मामले सामने आए हैं। क्वींसलैंड के स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि इन मामलों में लगभग 80 प्रतिशत मरीज ‘ओमीक्रोन’ से संक्रमित हैं।

वहीं, साउथ ऑस्ट्रेलिया ने घोषणा की कि वह अग्रिम मोर्च पर तैनात स्वास्थ्य देखभाल कर्मियों के लिए ‘बूस्टर’ खुराक लेना अनिवार्य करेगा। राज्य के प्रमुख स्टीवन मार्शल ने कहा कि साउथ ऑस्ट्रेलिया अब अंतरराज्यीय यात्रा के लिए ‘स्क्रीनिंग टेस्ट’ नहीं करेगा, क्योंकि अब उसके पास इतनी सुविधाएं नहीं हैं। मार्शल ने कहा, ” ओमीक्रोन बहुत तेजी से फैल रहा है।” ऑस्ट्रेलिया के तीन-चौथाई से अधिक लोगों का पूर्ण टीकाकरण हो चुका है। ऐसे में यह नया स्वरूप कितना घातक साबित होगा, यह कहा नहीं जा सकता।

संक्रमण के मामलें 50 लाख के पार: कैलिफोर्निया

अखिलेश पांडेय       वाशिंगटन डीसी। अमेरिका के कैलिफोर्निया राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले 50 लाख के आंकड़े को पार कर गए हैं। संक्रमण के ज्ञात सर्वाधिक मामलों वाला यह पहला राज्य बन गया है। सरकारी आंकड़ों में मंगलवार को यह जानकारी दी गई। कैलिफोर्निया जन स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार राज्य में संक्रमण का पहला मामला 25 जनवरी 2020 को सामने आया था। इसके ठीक 292 दिन बाद उसी वर्ष 11 नवंबर को संक्रमण के मामले बढ़कर दस लाख हो गए थे। इसके बाद 44 दिन में राज्य में संक्रमण के मामले बीस लाख से अधिक हो गए थे। राज्य में संक्रमण से 75,500 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।

अमेरिकी रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केन्द्र ने कैलिफोर्निया को देश के अधिकतर स्थानों के साथ वायरस के ”उच्च” प्रसार वाले क्षेत्र की सूची में डाला है। इस बीच, राज्य में संक्रमितों के अस्पतालों में भर्ती होने के मामले धीरे-धीरे बढ़ रहे हैं। पिछले सात दिनों में अस्पतालों में भर्ती होने के मामले 12 प्रतिशत तक बढ़ गए हैं। इस दौरान 4,401 लोग अस्पाल में भर्ती हुए है। इन मामलों में अभी यह स्पष्ट नहीं हैं कि इनमें नए स्वरूप ओमीक्रोन के कितने मामले हैं।

'ओमिक्रोन' के मामलों के बीच 2,969 उड़ानें रद्द

सुनील श्रीवास्तव          वाशिंगटन डीसी। विश्व में कोरोना वायरस के ओमिक्रोन वेरिएंट के तेजी से बढ़ते मामलों के बीच मंगलवार को 2,969 उड़ानें रद्द कर दी गईं और 11,500 से अधिक उड़ानों में देरी हुई है। फ़्लाइट ट्रैकिंग वेबसाइट फ़्लाइटअवेयर ने यह जानकारी दी है। 

फ़्लाइटअवेयर की तरफ से जारी आंकड़ों के अनुसार मंगलवार को केवल अमेरिका से संबंधित 1,172 उड़ानें रद्द कर दी गईं और 5,458 उड़ानों में देरी हुई। इसे मिलाकर विश्व में मंगलवार को 2,969 उड़ानें रद्द हो गईं और 11,512 उड़ानों में देरी हुई।

राष्ट्रपति के साथ बैठक की संभावना स्वीकार की

सुनील श्रीवास्तव       वाशिंगटन डीसी। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ बैठक होने की संभावना को स्वीकार किया है। व्हाइट हाउस ने एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी है। बाइडेन से मंगलवार को जब 10 जनवरी को रूसी राष्ट्रपति के साथ बैठक होने की संभावना को लेकर प्रश्न किया गया तब उन्होंने कहा, “हम देखेंगे।” 

यह बैठक 12 जनवरी को होने जा रही रूस-नाटो की बैठक से पहले होगी। अमेरिका और रूस के 10 जनवरी को बैठक के दौरान यूक्रेन में हथियार नियंत्रण और मौजूदा स्थिति पर बातचीत करने की संभावना है।

दिल्ली: 8.4 डिग्री सेेल्सियस तापमान दर्ज किया

दिल्ली: 8.4 डिग्री सेेल्सियस तापमान दर्ज किया          

अकांशु उपाध्याय      नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी में बुधवार की सुबह हल्का कोहरा छाया रहा और न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री अधिक 8.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने दिन में आसमान में बादल छाए रहने का अनुमान व्यक्त किया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि शहर में पिछले 24 घंटों में मंगलवार सुबह 8.30 बजे से बुधवार सुबह 8.30 बजे के बीच चार मिलीमीटर बारिश हुई। मौसम विभाग के अधिकारियों ने कहा, “बुधवार को हल्के से मध्यम कोहरे के साथ आमतौर पर बादल छाए रहेंगे।” आईएमडी ने कहा कि सुबह साढ़े आठ बजे हवा में नमी का स्तर 97 प्रतिशत था। अधिकतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है। मंगलवार को अधिकतम तापमान 18 डिग्री सेल्सियस था जो सामान्य से तीन डिग्री कम था।

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार, शहर की वायु गुणवत्ता में बुधवार को सुधार देखा गया और यह ‘खराब’ श्रेणी में दर्ज की गई। सुबह आठ बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 288 दर्ज किया गया। मंगलवार को वायु गुणवत्ता ‘बेहद खराब’ श्रेणी में थी जब दिल्ली का 24 घंटे का औसत एक्यूआई शाम चार बजे 305 दर्ज किया गया था। दिल्ली के पड़ोसी शहरों – फरीदाबाद में एक्यूआई 284, गाजियाबाद में 286, गुरुग्राम में 264 दर्ज किया गया जो ‘खराब’ की श्रेणी में आता है। शून्य से 50 के बीच का एक्यूआई ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच ‘गंभीर’ माना जाता है।

भारत: नए स्वरूप ‘ओमीक्रोन’ के 781 मामलें मिलें

अकांशु उपाध्याय       नई दिल्ली। भारत में अभी तक कोरोना वायरस के नए स्वरूप ‘ओमीक्रोन’ के 781 मामले सामने आ चुके हैं। जिनमें से 241 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं या अन्य स्थानों पर चले गए। ये मामले 21 राज्यों तथा केन्द्र शासित प्रदेशों में सामने आए। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को बताया कि दिल्ली में ‘ओमीक्रोन’ स्वरूप के सबसे अधिक 238 मामले, महाराष्ट्र में 167, गुजरात में 73, केरल में 65 और तेलंगाना में 62 मामले सामने आए हैं।

मंत्रालय की ओर से सुबह आठ बजे जारी किए गए अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, भारत में एक दिन में कोविड-19 के 9,195 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 3,48,08,886 हो गई। वहीं, उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 77,002 हो गई। 302 और संक्रमितों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 4,80,592 हो गई। आंकड़ों के अनुसार, देश में लगातार 62 दिन से कोविड-19 के दैनिक मामले 15 हजार से कम हैं।उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 77,002 हो गयी है, जो संक्रमण के कुल मामलों का 0.22 प्रतिशत है। यह दर मार्च 2020 के बाद से सबसे कम है। पिछले 24 घंटों में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 1,546 की वृद्धि दर्ज की गयी है। मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर 98.40 प्रतिशत है, जो मार्च 2020 के बाद से सर्वाधिक है।

देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितंबर को 40 लाख से अधिक हो गई थी। वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर को 50 लाख, 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए थे। देश में 19 दिसंबर को ये मामले एक करोड़ के पार, इस साल चार मई को दो करोड़ के पार और 23 जून को तीन करोड़ के पार चले गए थे।

उपभोक्ताओं के बीच भ्रम बढ़ाने का काम किया

अकांशु उपाध्याय       नई दिल्ली। खुदरा कारोबारियों के संगठन भारतीय खुदरा संघ (आरएआई) ने बुधवार को कहा कि दिल्ली सरकार द्वारा कोविड-19 महामारी पर काबू पाने के लिए दुकानों, रेस्टोरेंट और मॉल पर लगाए गए प्रतिबंध पक्षपातपूर्ण हैं। आरएआई ने कहा कि इस तरह ‘येलो एलर्ट’ के तहत रातोरात प्रतिबंध लगाने से कारोबार के लिए अनिश्चितता का माहौल बन गया है। सम-विषम पर आधारित प्रतिबंधों ने उपभोक्ताओं के बीच भ्रम को बढ़ाने का काम किया। खुदरा संगठन ने यह भी आरोप लगाया कि भ्रम के कारण भीड़ बढ़ गई, जिससे ऐसे उपायों का मकसद ही असफल हो गया। दिल्ली सरकार ने मंगलवार को शहर में कोविड-19 संक्रमण के मामले बढ़ने पर ‘येलो’ अलर्ट जारी करते हुए ‘ग्रेडेड रेस्पॉन्स एक्शन प्लान’ (जीआरएपी) के तहत कुछ पाबंदियां लगाई थीं।

‘येलो’ अलर्ट के तहत रात्रि कर्फ्यू लगाना, स्कूलों तथा कॉलेजों को बंद करना, गैर आवश्यक सामान की दुकानों को सम-विषम आधार पर खोलना और मेट्रो ट्रेनों तथा सार्वजनिक परिवहन की बसों में यात्रियों के बैठने की क्षमता आधी करने जैसे उपाय आते हैं। ‘येलो’ अलर्ट तब जारी किया जाता है। जब कोविड संक्रमण दर लगातार दो दिनों तक 0.5 प्रतिशत से अधिक रहती है। दिल्ली में पिछले दो दिनों से संक्रमण दर 0.5 प्रतिशत से अधिक है।

एलपीजी सिलेंडर के दामों में बढ़ोतरी की संभावना

अकांशु उपाध्याय      नई दिल्ली। नया साल उपभोक्ताओं को लेकर कुछ नया जरूर लाता है। देश में हर महीने की पहली तारीख को कुछ न कुछ बदलाव या नए नियम लागू होते हैं। ऐसे में 1 जनवरी 2022 में भी ऐसा ही कुछ होने जा रहा है। खासकर आम उपभोक्ता के हित से जुड़े कई बदलाव होने जा रहे हैं। नए साल पर रसोई गैस में काम में आने वाले एलपीजी सिलेंडर के दाम पर बड़ा फैसला होने जा रहा है। एलपीजी सिलेंडर के दाम को लेकर हर महीने के पहली तारीख को समीक्षा बैठक होती है। ऐसे में इस बार की बैठक में एलपीजी सिलेंडर के दामों में बढ़ोतरी की संभावना ज्यादा है।

ऐसा इसलिए हो रहा है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमतें थोड़ी बढ़ी है। हालांकि ये भी कयास लगाए जा रहे हैं कि अगले साल उत्तरप्रदेश, पंजाब समेत 5 राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव होने हैं। इसको देख केंद्र सरकार कुछ वस्तुओं के दाम कम कर सकती है। पेट्रोल-डीजल की तरह गैस उपभोक्ता राहत पा सकते हैं। हालांकि, दिवाली से पहले ही एलपीजी गैस के सिलेंडर के दाम में 266 रुपए की भारी बढ़ोतरी की गई थी। हालांकि कमर्शियल उपभोक्ताओं के लिए ही यह फरमान था। घरेलू एलपीजी सिलेंडर के दाम में कोई बदलाव नहीं किया गया था। दिल्ली में कमर्शियाल सिलेंडर का दाम अभी भी 2000 के पार है।

पहले यह 1733 रुपये था। वहीं, मुंबई में 1683 और 19 किलो का सिलेंडर फिलहाल 1950 रुपए में मिल रहा है। कोलकाता में 19 किलो वाला इंडेन गैस सिलेंडर 2073.50 और चेन्नई में 2133 रुपए में मिल रहा है। इसके साथ ही नए साल में डिजिटल पेमेंट को लेकर बड़ा बदलाव होगा। इसको लेकर अभी से ही सभी बैंक अपने-अपने ग्राहकों को जानकारी दे रहे हैं। माना जा रहा है कि डिजिटल पेमेंट के बढ़ा हुआ शुल्क मुफ्त मासिक सीमा समाप्त होने के बाद लागू हो जाएगा। कई बैंक अब 1 जनवरी 2022 से मुफ्त सीमा से अधिक एटीएम लेनदेन शुल्क दर को 20 रुपए के साथ जीएसटी शुल्क लगता था, जो अब २१ रुपए हो जाएगा।

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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण  

1. अंक-72, (वर्ष-05)
2. ब्रहस्पतिवार, दिसंबर 30, 2021
3. शक-1984, मार्गशीर्ष, कृष्ण-पक्ष, तिथि-एकादशी, विक्रमी सवंत-2078।
4. सूर्योदय प्रातः 07:10, सूर्यास्त 05:24।
5. न्‍यूनतम तापमान -8 डी.सै., अधिकतम-20+ डी.सै.।  बर्फबारी व शीतलहर के साथ मैदानी क्षेत्रों में कहीं- कहीं तेज बारिश की संभावना।
6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7.स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवाशुं के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।
8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।
9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.-20110
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मंगलवार, 28 दिसंबर 2021

गाजियाबाद: 89 हज़ार से अधिक नये मतदाता

गाजियाबाद: 89 हज़ार से अधिक नये मतदाता 

अश्वनी उपाध्याय          गाजियाबाद। पिछले विधानसभा चुनावों से आगामी विधानसभा चुनावों के बीच गाज़ियाबाद में 89 हज़ार से भी अधिक मतदाता बढ़ गए हैं। जबकि 15 हज़ार से भी अधिक व्यक्तियों के नाम मतदाता सूचियों से हटाए जाएंगे। जिला निर्वाचन अधिकारी राकेश सिंह ने बताया कि 1 नवंबर से 5 दिसंबर के बीच जिले में मतदाता पुनर्निरीक्षण अभियान चलाया गया। इस अभियान में जिले के सभी मतदान केन्द्रों पर नए मतदाता जोड़े गए तथा मतदाता सूची में मिली खामियों को दूर भी किया गया। इस दौरान हमें कुल 1.29 फार्म मिले हैं जिनकी समीक्षा की जा रही है। उन्होंने बताया कि जिले की पांचों विधान सभा सीट पर लगभग 89 हजार 829 मतदाता बढ़ गए हैं।

जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि कुल मिले आवेदनों में से अब 15 हजार से ज्यादा आवेदन फार्म मतदाता सूची से नाम हटवाने के लिए मिले। इस 1.29 लाख आवेदन फार्म में नए वोटरों की संख्या 89 हजार 829 हैं। वोट कटवाने के आवेदनों में 5700 आवेदन जमा हुए हैं। जिन मतदाताओं की मौत हो चुकी हैं।साहिबाबाद अभी भी सबसे बड़ा विधानसभा क्षेत्र बना हुआ है। पांचों विधानसभा में से सबसे ज्यादा नाम साहिबाबाद विधानसभा क्षेत्र के कटेंगे। यहां 1,553 मतदातों की मौत हुई है। इसके साथ ही गाजियाबाद, लोनी, मुरादनगर व मोदीनगर विधानसभा में यह आंकड़ा एक हजार के आसपास है। प्राप्त आवेदनों के अनुसार 6,300 मतदाता दूसरे जिलों में चले गए। अब इन इन मतदाताओं ने अपने नाम यहां से कटवाने के लिए आवेदन करने एनओसी प्राप्त की है। ताकि वह दूसरे स्थानों पर अपना नाम दर्ज करा सकें। इनमें सबसे ज्यादा वोट गाजियाबाद विधानसभा के हैं। उसके बाद साहिबाबाद व तीसरे नंबर पर मुरादनगर विधानसभा क्षेत्र को लोग गए हैं।

पांचों विधानसभा क्षेत्रों में करीब 7 हजार मतदाताओं के नाम मतदाता सूची में दो स्थान पर दर्ज थे। मतदाता पहचान पत्र पोर्टल के आधार पर इनकी पहचान हुई। अब इन मतदाताओं ने अपने नाम दूसरे स्थानों से कटवाने के लिए आवेदन किया हैं। जिले में अब विधानसभा वार अनुमानित मतदाताओं की संख्या इस प्रकार से हैं।

निगम को हस्तांतरण करने की प्रक्रिया प्रारंभ 

अश्वनी उपाध्याय           गाजियाबाद। इंदिरापुरम और राजनगर एक्सटेंशन जैसे नव विकसित क्षेत्रों के गाज़ियाबाद नगर निगम को हस्तांतरण करने की प्रक्रिया आरंभ हो गई है। इन क्षेत्रों में गाज़ियाबाद विकास प्राधिकरण की संपत्तियों के हस्तांतरण को लेकर आज जीडीए और निगम के अधिकारियों के बीच बैठक हुई। जीडीए वीसी के कार्यालय में वीसी कृष्णा करूणेश व नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर की मौजूदगी में जीडीए की विकसित योजनाओं एवं एसटीपी को रखरखाव के लिए हस्तांतरण को लेकर विचार-विमर्श किया गया।

बैठक में प्राधिकरण की ओर से अपर सचिव, प्रभारी मुख्य अभियन्ता, सम्बन्धित अधिशासी अभियन्ताओं व नगर निगम गाजियाबाद की ओर से सम्बन्धित अधिकारियों द्वारा प्रतिभाग किया गया। बैठक में प्राधिकरण द्वारा विकसित इन्दिरापुरम, इन्दिराकुंज, तुलसी निकेतन स्वर्णजयन्तीपुरम, प्रताप विहार योजना के ब्लॉक- बी, एन तथा के, ए और राजनगर एक्सटेंशन की सेवाओं के अतिरिक्त इन्दिरापुरम, नूरनगर एवं गोविन्दपुरम योजनाओं में स्थित 56 एमएलडी क्षमता के एसटीपी के हस्तांतरण पर विचार-विमर्श किया गया।

विचार-विमर्श के पश्चात् गाजियाबाद विकास प्राधिकरण व नगर निगम, गाजियाबाद के बीच यह सहमति बनी कि योजनाओं के सम्बन्धित अभियन्ताओं द्वारा योजनाओं का संयुक्त निरीक्षण किये जाने की कार्ययोजना तैयार की जाएगी। संयुक्त निरीक्षण में सिविल, विद्युत, जल व सीवर सप्लाई तथा उद्यानिक कार्यों का निरीक्षण किया जाना प्रस्तावित है। प्राधिकरण व नगर निगम के अभियन्ताओं द्वारा समन्वय कर संयुक्त निरीक्षण हेतु बनाई गई कार्य योजना के अनुसार संयुक्त निरीक्षण आख्या तैयार की जाएगी। जिसके बाद 17 जनवरी 2022 को दोबारा बैठक आयेजित की जाएगी। इसके अतिरिक्त प्राधिकरण द्वारा नगर निगम को पूर्व में हस्तांतरित योजनाओं में उद्यानिक कार्यों एवं कम्यूनिटी सेंटर का संचालन नगर निगम द्वारा ही कराए जाने पर भी आपसी सहमति बनी।

जागरूकता वैन को हरी झंडी दिखा, रवाना किया

विजय भाटी          कौशाम्बी। मुख्य चिकित्सा अधिकारी के. सी राय ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर मंझनपुर से कोविड-19 वैक्सीन जागरुकता वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इसी प्रकार एम.ओ.आई.सी. सरसवा, कनैली एवं नेवादा ने भी अपने अपने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर से कोविड-19 वैक्सीन जागरूकता वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह जागरुकता वैन ग्राम ग्राम में जाकर आमजन को कोविड-19 वैक्सीन के प्रति  जागरूक कर वैक्सीन लगवाने के लिए प्रोत्साहित करेंगी।

सीजी में भारी बारिश, मौसम में बड़ा परिवर्तन

सीजी में भारी बारिश, मौसम में बडा परिवर्तन        

दुष्यंत टीकम        रायपुर। छत्तीसगढ़ के कई स्थान में मौसम परिवर्तन हो गया है और बारिश चालू हो गई है। जैसा कि मौसम विभाग ने पहले ही ऐलान किया था कि 28, 29, 30 दिसंबर को प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश होगी व ओले भी गिर सकते हैं। बेमौसम बरसात होने की वजह से फसलों को भारी नुकसान होगा।

बता दे कि कोरिया, दुर्ग, अम्बिकापुर व पेंड्रा रोड जिले में कड़ाके की ठंढ पड़ रही है। नए साल के प्रवेश से ठीक पहले जहां उत्तर-भारत के पहाड़ी राज्यों पर जहां बर्फबारी हो रही है। वहीं, देश के कई राज्यों में बारिश की संभावना जताई गई थी। जैसा कि आज 28 दिसंबर है और कबीरधाम सहित छत्तीसगढ़ के कई स्थानों में बारिश हो रही है। इसका सीधा नुकसान यहां के किसानों को होगा और वही ठंड भी बढ़ेगी।

महाराष्ट्र: संक्रमितों की संख्या-5,72,439 हुईं

कविता गर्ग       मुंबई। महाराष्ट्र के ठाणे जिले में कोरोना वायरस के 211 नए मरीज सामने आने से महाराष्ट्र में संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 5,72,439 हो गयी। जबकि तीन और मरीजों के जान गंवाने से मृतकों की संख्या-11,610 पर पहुंच गयी है। एक अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि संक्रमण के ये नए मामले और मरीजों की मौत सोमवार को हुई। 

ठाणे में कोविड-19 मृत्यु दर 2.03 प्रतिशत है। एक अन्य अधिकारी ने बताया कि पड़ोसी पालघर जिले में कोविड-19 के मामले बढ़कर 1,39,193 हो गये हैं जबकि मृतकों की संख्या 3,314 है।

केरल: वैन और लॉरी के बीच टक्कर, 4 की मौंत

तिरुवनंतपुरम। केरल के कोल्लम जिले के चावरा में वैन और लॉरी के बीच टक्कर होने से चार मछुआरों की मौत हो गई और 27 अन्य घायल हो गए। जिनमें से दो की हालत गंभीर है। पुलिस ने बताया कि हादसा सोमवार देर रात उस समय हुआ 34 मछुआरों को बेपोर बंदरगाह लेकर जा रहा वैन रास्ते में नींदकारा फिशिंग हार्बर जा रही लॉरी से टकरा गया।

सूत्रों ने बताया कि वैन पर सवार 34 मछुआरों में से 12 मछुआरे तमिलनाडु के रहनेवाले हैं। मृतकों में बीजू (35), जस्टिन (56), बर्चुमन (45) और करुणाबारम (56) शामिल हैं। गंभीर रूप से घायल दो मछुआरों को तिरुवनंतपुरम सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अन्य घायलों को करुणागपल्ली तालुक अस्पताल में भर्ती कराया गया है।


क्रिकेट टीम के खिलाड़ियों की रिपोर्ट नेगेटिव

क्रिकेट टीम के खिलाड़ियों की रिपोर्ट नेगेटिव 
मोमीन मलिक       मेलबर्न। आस्ट्रेलिया और इंग्लैंड क्रिकेट टीम के सभी खिलाड़ियों की कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आई है। इंग्लैंड टीम के सहयोगी स्टाफ के कुछ सदस्यों के पॉजिटिव पाये जाने के बाद जांच कराई गई थी। मेलबर्न क्रिकेट मैदान पर दूसरे दिन का खेल समाप्त होने के बाद सभी खिलाड़ियों की जांच कराई गई।
क्रिकेट आस्ट्रेलिया ने मंगलवार को एक बयान में कहा ,” कल के खेल के बाद आस्ट्रेलिया और इंग्लैंड टीमों के सभी खिलाड़ियों का पीसीआर कोरोना टेस्ट हुआ। सभी की रिपोर्ट नेगेटिव आई है।” इसमें कहा गया ,” खिलाड़ियों के परिजनों का भी टेस्ट कराया गया और रिपोर्ट नेगेटिव आई है। कल पीसीआर टेस्ट के बाद संक्रमित पाये गए इंग्लैंड टीम के सहयोगी स्टाफ के सदस्य और उनके परिजन पृथकवास में हैं।

कान की सफाई करना भी बेहद जरूरी, जानिए 

मो. रियाज        कान की सफाई के दौरान निकलने वाले मोम जैसे पदार्थ को ईयरवैक्‍स कहते हैं। कई लोग गंदगी समझकर बार-बार इसे कान से निकालने की कोशिश करते हैं। यह आदत इंसान के लिए परेशानी का सबब बन सकती है। जानिए, ईयरवैक्‍स होता क्‍या है ? यह कितना फायदेमंद और कितना नुकसानदेह है। 

यह कैसे बनता हैं, पहलें इसे समझें: कान के अंदरूनी हिस्‍से ईयर कैनाल में एक खास तरह की ग्‍लैंड होती है। जो इस मोम जैसे पदार्थ ‘ईयरवैक्‍स’ का निर्माण करती है। वैज्ञानिक नजरिए से देखें तो यह इंसान के लिए फायदेमंद होता है। यह कान को सुरक्ष‍ित रखने का काम करता है। ईयरवैक्‍स कानों के अंदर पहुंचने वाली धूल, मिट्टी और जीवाणुओं को आगे बढ़ने से रोकता है। इसके अलाव यह शरीर में पानी जाने से रोकता है और कान के अंदर मौजूद सॉफ्ट स्किन को डैमेज होने से भी बचाता है।

इसे कान से निकालना कितना सहीं: जब भी हम कुछ खाते हैं जबड़ों में मूवमेंट होता है और इसका असर कानों तक होता है। इस दौरान कई बार धीरे-धीरे सूख चुका कानों का मैल खिसकते हुए बाहर निकलकर गिर जाता है। मेंटलफ्लॉस की रिपोर्ट कहती है, ईयरवैक्‍स समय के साथ अपने आप ही कान के बाहरी हिस्‍से से धीरे-धीरे निकल जाता है। इसलिए बार-बार इसे निकालने की जरूरत नहीं होती। लेकिन कई बार यह कान में अध‍िक मात्रा में इकट्ठा हो जाता है और जमने लगता है। धीरे-धीरे ये सख्‍त हो जाता है। नतीजा यह ब्‍लॉकेज और सुनने की क्षमता को घटा सकता है। कान में दर्द होना या कुछ भरा हुआ सा महसूस होना इसके लक्षण है। एक्‍सपर्ट कहते हैं, कुछ मामलों में लम्‍बे समय तक हेडफोन लगाने की आदत से भी कान में ईयरवैक्‍स जमा हो सकता है।

अब बात इसकी सफाई की: अक्‍सर लोग कान की सफाई के लिए तीली, उंगली या फिर कॉटन बड्स का इस्‍तेमाल कहते हैं। यह तीनों ही चीजें कान को सीधेतौर पर नुकसान पहुंचा सकती हैं। इस पर ज्‍यादातर लोगों का सवाल होगा कि कॉटन बड्स का इस्‍तेमाल तो सफाई के लिए ही किया जाता है। फिर नुकसान कैसा? एक्‍सपर्ट कहते हैं, ऐसा करने पर कई बार ईयरबड्स कान की गहराई तक पहुंच जाती है। इससे कई तरह के नुकसान हो सकते हैं। जैसे- कान के मैल पर जमा बैक्‍टीरिया अंदर तक पहुंच सकता है या कान में दर्द शुरू हो सकता है। अगर आपको लगता है कि कान में मैल जमा है तो सीधे ईएनटी विशेषज्ञ से सम्‍पर्क करें। बिना डॉक्‍टरी सलाह वाले घरेलू नुस्‍खे सुनने की क्षमता पर असर डाल सकते हैं।

यह तरीका अपना सकते हैं: कान की सफाई के लिए ईयरड्रॉप्‍स सबसे बेहतर माने जाते हैं। इनमें मौजद दवा के मैल को इतना नम कर देती है कि यह धीरे-धीरे खुद ही बाहर निकल जाते हैं। इन ड्रॉप्‍स में हाइड्रोजन परऑक्साइड, सोडियम बाइकार्बोनेट या सोडियम क्लोराइड होता है। अगर इंसान को किसी तरह के केमिकल से एलर्जी हो तो इसे इस्‍तेमाल करने से बचें। इसके अलावा कान में बादाम या जैतून का तेल भी डाल सकते हैं। जब कान में तेल डालें तो कुछ देर उसी कवरट में लेंटें। ताकि इसका असर कान के मैल पर हो सके।

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