रविवार, 8 अगस्त 2021

तुर्की: 1 बस के दुर्घटनाग्रस्त होने से 14 की मौंत हुईं

अंकारा। तुर्की के उत्तर-पश्चिमी प्रांत बालिकेसिर में शनिवार देर रात एक बस के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने से 14 लोगों की मौत हो गयी और 18 अन्य घायल हो गये।
प्रांतीय सरकार ने रविवार को यह जानकारी दी। सरकार ने एक बयान जारी कर बताया कि चालक ने प्रांतीय राजधानी बालिकेसिर के पास अंतरराष्ट्रीय समयानुसार मध्यरात्रि के बाद करीब 01:40 बजे बस पर से नियंत्रण खो दिया, जिससे वह पलट गयी। हादसे में 11 लोगों की घटनास्थल पर ही मौत हो गयी और तीन अन्य ने विभिन्न अस्पतालों में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। दुर्घटना में 18 लोग घायल भी हुए हैं। जिन्हें पांच अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
गौरतलब है कि पिछले दो दिन में तुर्की में यह दूसरी बड़ी बस दुर्घटना है। देश के पश्चिमी प्रांत मनीसा में शनिवार को एक बस के दुर्घटनाग्रस्त होने से नौ लोगों की मौत हो गयी थी और 30 अन्य घायल हो गये थे।

निर्माण हटाने के आदेश को लेकर दुविधा बरकरार

राणा ओबराय                       
चंडीगढ। अरावली वन क्षेत्र व पंजाब भू संरक्षण अधिनियम 1900 के एरिया से अवैध निर्माण हटाए जाने के आदेश को लेकर दुविधा बरकरार है। स्थानीय नगर निगम प्रशासन के पास अरावली में बने निर्माणकर्ताओं ने सीएलयू (चेंज लैड यूज)और एनओसी के लिए आवेदन किया हुआ है। वहीं कुछ निर्माणकर्ताओं ने एनओसी व सीएलयू ली हुई है। लेकिन वे फॉरेस्ट एरिया में हैं, ऐसे निर्माण को कैसे तोड़ा जाए।
इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में शुक्रवार को सुनवाई के दौरान हरियाणा सरकार की तरफ से वकील ने कहा कि फॉरेस्ट एरिया से अवैध निर्माण हटाए जाने के मामले में अभी कुछ वक्त और चाहिए। जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि 20 अगस्त को अगली सुनवाई की जाएगी। अब देखने वाली बात ये है कि 20 अगस्त को हरियाणा सरकार इन अवैध बैंक्विट हॉल, फॉर्महाउस के बारे में सुप्रीम कोर्ट में क्या कहती है। क्योंकि अभी भी हरियाणा सरकार का रुख साफ नहीं हो पाया है। सूत्रों की मानें तो सरकार पंजाब भू संरक्षण अधिनियम 1900 की धारा 4 और 5 में संशोधन बिल को फिर से ला सकती है। अगर ये बिल फिर से आ गया तो सभी निर्माण फॉरेस्ट एरिया से बच जाएंगे।
सुप्रीम कोर्ट ने खोरी मामले को लेकर आदेश जारी किया था कि अरावली वन क्षेत्र से हर तरह का निर्माण हटाया जाए। निर्माण हटाने के लिए 23 अगस्त तक का समय दिया गया था। लेकिन जिला प्रशासन, नगर निगम व वन विभाग अभी तक नोटिस देने व ड्रोन सर्वे कराने का ही काम कर रहा है क्योंकि अरावली में 150 से ज्यादा फॉर्महाउस, बैंक्विट हॉल बने हुए है। इनमें से कई ने एनओसी व सीएलयू ली हुई है या सीएलयू व एनओसी के लिए आवेदन किया हुआ है। अब प्रशासन इस कैटेगरी को लेकर असमंजस में है कि इनका क्या करना है। इसका लेकर सरकार को अपना पक्ष शुक्रवार को रखना था।
वहीं वन विभाग ने अवैध रूप से निर्माण करने वाले 130 फॉर्म हाउस,बैंक्विट हॉल, शिक्षण संस्थान, गोशाला आदि को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है लेकिन अभी तक सभी के जवाब नहीं आए हैं। शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में हरियाणा सरकार के वकील ने 10 दिन का वक्त और मांगा है ताकि वह फैसला ले सकें कि इनका करना क्या है। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने 20 अगस्त को अगली सुनवाई की तारीख तय की है। हरियाणा सरकार ने साल 2019 में पंजाब भू संरक्षण अधिनियम 1900 में संशोधन का बिल विधानसभा में पास किया था। उस वक्त लोगों ने इसका विरोध किया था। सदन में भी काफी विरोध हुआ, लेकिन पास कर दिया गया। इस बिल में अरावली वन क्षेत्र को वन के दायरे से बाहर निकालने का प्रावधान है। जिसका लोगों ने विरोध किया। लेकिन ये बिल अभी भी पूरी तरह से पास नहीं हुआ। सूत्रों की मानें तो इन 10 दिनों में सरकार इस बिल को फिर से लागू करवाने पर विचार कर सकती है। अगर ये बिल पास हुआ तो फिर अरावली के सभी निर्माण बच सकते हैं।

झारखंड सरकार ने एक साल का सेवा विस्तार दिया

रांंची। झारखंड ने एक साल का सेवा विस्तार दिया है। कार्मिक मंत्रालय के आदेश में यह जानकारी दी गई। पूर्व केंद्रीय गृह सचिव गौबा को 2019 में दो साल के लिए देश का शीर्ष नौकरशाह नियुक्त किया गया था।
शनिवार देर रात जारी आदेश में कहा गया है कि कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने झारखंड कैडर के 1982 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी (आईएएस) गौबा को 30 अगस्त के बाद एक साल की अवधि के लिए कैबिनेट सचिव के रूप में सेवा विस्तार देने को मंजूरी दी है। 
जम्मू कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम बनाने में गौबा की अहम भूमिका मानी जाती है, जिसके अनुसार संविधान के अनुच्छेद 370 के तहत तत्कालीन राज्य को दिए गए विशेष दर्जे को खत्म कर जम्मू कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित किया गया। उन्होंने केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय में सचिव और गृह मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव के रूप में भी सेवाएं दी हैं।
पंजाब में जन्मे गौबा ने पटना विश्वविद्यालय से भौतिकी में स्नातक किया था। उन्होंने 2016 में केंद्र सरकार में सेवा के लिए लौटने से पहले 15 महीने तक झारखंड में मुख्य सचिव के रूप में कार्य किया था। उन्होंने चार साल तक अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के बोर्ड में भी भारत का प्रतिनिधित्व किया है।

फिल्म 'मिमी' के गाने पर ठुमके लगाएंगी मलाइका

कविता गर्ग                    
मुबंई। आज रात आठ बजे से शो स्ट्रीम होगा। इस बार शो को करण जौहर होस्ट करेंगे। मेकर्स ने पूरी तैयारी कर ली है कि पहले ही दिन शो को जबरदस्त रिस्पॉन्स मिले। इनमें एक से बढ़कर एक कलाकार तो हैं हीं, साथ ही प्रीमियर पर कई खास मेहमान आने वाले हैं। 'बिग बॉस ओटीटी' के प्रीमियर पर एक्ट्रेस मलाइका अरोड़ा अपने डांस से शो की पूरी लाइमलाइट लूटने की तैयारी कर ली है।
मलाइका अरोड़ा अपनी हॉट अदाओं से सबका दिल तो लूटेंगी ही, साथ ही वह हिट गानों पर डांस भी करेंगी। वह हाल ही में रिलीज हुई फिल्म 'मिमी' के गाने 'परम सुंदरी' पर जमकर ठुमके लगाएंगी। इस दौरान मलाइकी अपनी खूबसूरती से कहर ढा रही हैं। उन्होंने सिल्वर कलर की साड़ी और बैकलेस ब्लाउज पहना हुआ है।
मलाइका के डांस स्टेप्स देखकर पता चलता है कि वह अपने हिट गाने 'मुन्नी बदनाम हुई' पर भी डांस करेंगी। वूट ने अपने आधिकारिक अकाउंट से वीडियो को शेयर करते हुए लिखा- 'हमारी परम सुंदरी आ गई हैं बिग बॉस ओटीटी की स्टेज पर आग लगाने। ओवर द टॉप का लेवल बढ़ाएगा बिग बॉस ओटीटी और हॉटनेस बढ़ाएंगी मल्ला।' बता दें कि मलाइका को उनके करीबी 'मल्ला' कहकर बुलाते हैं।मलाइका अरोड़ा को देखने के बाद इतना तो तय है कि इस बार शो में खूब ग्लैमर दिखने वाला है।
करण जौहर ने 'बिग बॉस ओटीटी' के घर से एक वीडियो साझा किया जिसमें वह अपनी फिल्म 'कभी खुशी कभी गम' के गाने पर ड्रामैटिक अंदाज में दिख रहे हैं। करण घर के अंदर प्रवेश करते हैं। वह घर का एक-एक कोना दिखाते हैं जो कि काफी आलीशान दिख रहा है।

फीडर की मरम्मत पर इलाकों में बिजली बंद रहेगी

राणा ओबराय                     
जालंधर। जालंधर में फोकल प्वाइंट के अधीन चलते 66 केवी फीडर की मरम्मत को लेकर रविवार विभिन्न इलाकों में बिजली बंद रहेगी। बिजली सुबह दस बजे से लेकर शाम पांच बजे तक बंद रहेगी। बिजली इन इलाकों में बाबा मोहन दास नगर, कालिया कॉलोनी, फाजिलपुर इंडस्ट्री, ग्लोब कॉलोनी, सैनिक कॉलोनी, विवेकानंद पार्क, न्यू फोकल प्वाइंट एक्सटेंशन, करनाल दो, गदाईपुर, शीतल नगर में बंद रहेगी। पावर कॉम के डिप्टी चीफ इंजीनियर हरजिंदर सिंह बंसल ने कहा है कि फीडर की मरम्मत को लेकर विभिन्न इलाकों में बिजली 7 घंटे तक बंद रहेगी। उन्होंने कहा है कि फीडर की मेंटेनेंस को लेकर बिजली बंद की जा रही है। बिजली के फीडर के साथ-साथ लगते इलाकों में बिजली बंद रहेगी।

22वें दिन पेट्रोल-डीजल से आम जनता को राहत दी

अकांशु उपाध्याय               
नई दिल्ली। बढ़ती महंगाई के बीच राहत भरी खबर है।सरकारी तेल कंपनियों ने लगातार 22वें दिन महंगे पेट्रोल-डीजल से आम जनता को राहत दी है। रविवार को भी देशभर में पेट्रोल-डीजल के भाव में फेरबदल नहीं हुआ है। एलओसीई की वेबसाइट के अनुसार, राजधानी दिल्ली में पेट्रोल 101.84 रुपये और डीजल 89.87 रुपये प्रति लीटर है। साथ ही, इंटरनेशनल बाजार में भी इस हफ्ते कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट हुआ है।
देश में पेट्रोल- डीजल की कीमत लगातार आसमान छू रही थी। 
पिछले 42 दिनों में कीमतों में तेजी की बात करें पेट्रोल लगभग 11.52 रुपये प्रति लीटर तक महंगा हो चुका है। डीजल 9.08 रुपये प्रति लीटर तक महंगा हुआ है। लेकिन मई के बाद से लगातार बढ़ रहीं पेट्रोल की कीमतों में 22 दिनों से कोई बदलाव नहीं हुआ है।
गौरतलब है कि 18 जुलाई के बाद से ईंधन के दाम स्थिर हैं। पेट्रोल डीजल की कीमत में 17 जुलाई को आखिरी बार बदालव देखने को मिला था। 17 जुलाई को पेट्रोल 30 पैसे प्रति लीटर महंगा हुआ था लेकिन डीजल के रेट्स स्थिर थे। आइए जानते हैं देश के प्रमुख शहरों में पेट्रोल-डीजल के आज के भाव।

अफगान: जंग को लेकर दुनियाभर के देशों में डर बना

काबूल। अफगानिस्‍तान और तालिबान के बीच चल रही जंग को लेकर दुनियाभर के देशों में डर बना हुआ है।तालिबान की ओर से लगातार जारी हमलों के बाद अब अफगानिस्‍तान में नागरिक संकट खड़ा हो गया है। अफगानिस्‍तान में बिगड़े हालात के बीच भारत में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है।  दरअसल भारत तिब्‍बत सीमा पुलिस  के 30 जवानों ने अपनी तैनाती दोबारा अफगानिस्‍तान में कराए जाने के लिए दिल्‍ली हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। हालांकि दिल्ली हाई कोर्ट ने आईटीबीपी के इन जवानों को याचिका खारिज कर दी है। हाईकोर्ट ने जवानों की इस याचिका पर आश्‍चर्य जाहिर करते हुए कहा कि अफगानिस्‍तान में जिस तरह के हालात हैं, उसे देखने के बाद कोई वहां कैसे जाने की इजाजत मांग सकता है।
न्यायमूर्ति राजीव सहाय एंडलॉ और न्यायमूर्ति अमित बंसल की पीठ ने सुनवाई के दौरान कहा कि याचिकाकर्ता आईटीबीपी जैसे सशस्‍त्र बल के रूप में भारत में कहीं भी तैनात किए जा सकते हैं। उनके पास अफगानिस्तान में तैनात होने का कोई निहित अधिकार नहीं है। बता दें कि आईटीबीपी के जिन जवानों ने याचिका दायर की है उन सभी को अफगानिस्‍तान में भारतीय दूतावास में सुरक्षा सहायक के रूप में तैनात किया गया था।
अफगानिस्‍तान में तालिबान के लड़ाकों की ओर से हमले तेज होने के बाद उन्‍हें वापस भारत भेज दिया गया था।  याचिकाकर्ताओं ने कहा है कि वे अफगानिस्तान में दो साल के प्रवास के हकदार थे, लेकिन दस महीने के बाद ही उन्हें वापस भारत बुला लिया गया है।
अपनी याचिका में, उन्होंने कहा है कि काबुल में भारतीय दूतावास में आने वाले बच्चों और महिलाओं की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त जवानों की जरूरत है। इसलिए उन्हें वहां जाने दिया जाए। बता दें कि आईटीबीपी की एक यूनिट अभी भी अफगानिस्‍तान में भारत के दूतावास और कंधार में वाणिज्‍य दूतावास की सूरक्षा में तैनात है।

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन   मतदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए स्कूली बच्चों ने निकाला रैली कौशाम्बी। एन डी कान...