रविवार, 25 जुलाई 2021

7 दिवंगत पूर्व विधायकों को श्रद्धांजलि दी जायेगी

दुष्यंत टिकम          
रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा में कल से शुरू हो रहा है। विधानसभा में कल सात दिवंगत पूर्व विधायक व सांसदों को श्रद्धांजलि दी जायेगी। इनमें से कईयों का निधन कोरोना की वजह से हुआ है। कल जिन जनप्रतिनिधियों को श्रद्धांजलि दी जायेगी, उनमें गुलाब सिंह, सोमप्रकाश गिरि, बालाराम वर्मा, करूणा शुक्ला, बद्रीधर दीवान, शक्राजीत नायक और रामाधार कश्यप हैं। हालांकि परंपरा दिवंगतों को श्रद्धांजलि देने के बाद सदन स्थगित करने की रही है, लेकिन कल विधानसभा की कार्यसूची में कई विधायी कार्य भी दर्ज कराये गये हैं।

शासन जमीन पर अवैध कब्जा, महिला ने फिनाइल पिया

दुष्यंत टिकम                  
कोरबा। छत्तीसगढ़ जिले में जमीन विवाद के कारण एक महिला ने फिनाइल पी लिया। घटना मानिकपुर चौकी क्षेत्र के डिपरापारा-मानिकपुर की है। फिनाइल पीने से महिला की हालत बिगड़ गई और उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। 
मिली जानकारी के मुताबिक मानिकपुर चौकी प्रभारी अशोक पांडेय ने बताया कि वहां रहने वाली महिला दसमत भारद्वाज 34 पति जोगिंदर भारद्वाज शासकीय जमीन पर बेजा कब्जा कर मकान निवासरत है। उसके घर मनीराम सोनवानी समेत कुछ अन्य लोग पहुंचे थे। इन्होंने जमीन पर अपना कब्जा बताते हुए महिला की बाड़ी तोड़कर घर में घुसकर गाली-गलौज की। इसके बाद महिला ने फिनाइल पी लिया। उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मामले की विवेचना की जा रही है।

4 दबंगों ने सामूहिक दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया

हरिओम उपाध्याय              
लखनऊ। यूपी के महोबा में कुछ लोगों ने महिला से दरिंदगी की इंतहा कर दी। जहां (65) वर्षीय बुजुर्ग महिला से घर में घुसकर चार दबंगों ने सामूहिक दुष्कर्म  की घिनौनी वारदात को अंजाम दिया। यही नहीं महिला के चीखने चिल्लाने पर हवस के दरिंदों ने महिला के गुप्तांग में लाल मिर्च का पाउडर डालकर मौके से फरार हो गए है। महिला के परिजनों और पुलिस द्वारा हालत नाजुक होने पर महिला को मेडिकल जांच के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। फिलहाल मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक सुधा सिंह ने तत्काल मौके पर पहुंच महिला से पूछताछ कर पुलिस टीम को
 आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी करने के निर्देश दिए है। जानकारी के मुताबिक, महोबा में कबरई थाना क्षेत्र के लक्ष्मी नगर मोहल्ले में रहने वाली बुजुर्ग महिला रोजाना की तरह अपने घर में लेटी हुई थी। तभी गांव के चार दबंग लक्ष्मण राजू डिब्बी और बबलू घर पर आए हुए थे। इन लोगों ने मेरे साथ गलत काम किया है। विरोध करने पर इन लोगों ने मेरे मुंह में कपड़ा भर दिया था। साथ ही मेरे चीखने, चिल्लाने पर लाल मिर्च का पाउडर भी डालकर सभी आरोपी फरार गए हैं। 
एसपी सुधा सिंह के समक्ष महिला ने कहा कि उसके साथ दो लोगों ने दुष्कर्म किया और मार पीटकर नाजुक अंग में मिर्चा जैसा पदार्थ भी डाल दिया। एसपी ने कहा कि प्रथम दृष्टया महिला की शिकायत के अनुसार उसे बंधक बनाकर उसके साथ दुष्कर्म की घटना हुई है, नाजुक अंग में मिर्चा जैसा कुछ पदार्थ डालने की भी बात महिला ने बयान में कही है, दो आरोपितों को हिरासत में ले लिया गया है, महिला की मेडिकल जांच कराई जा रही है. इस सनसनीखेज घटनाक्रम को बेहद गंभीरता से लेते हुए पुलिस टीमों का गठन कर दिया गया है। मामले की जांच शुरू कर दी गई है।

किन्नौर में चट्टान खिसकने के चलते 9 लोगों की मौंत

श्रीराम मौर्या                   
शिमला। हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में रविवार को चट्टान खिसकने के चलते नौ लोगों की जान चली गई। यह हादसा तब हुआ जब भूस्खलन के बाद चट्टानें चलते टेंपो ट्रैवलर पर गिर गईं। जानकारी के मुताबिक हादसे में नौ लोगों की जान गई है। वहीं चार लोग घायल हुए हैं।
जानकारी के मुताबिक यह हादसा रविवार को दोपहर 1.30 बजे हुआ। सांगल छितकुल रोड पर बटसेरी के पास इसी वक्त भूस्खलन के चलते चट्टानों के गिरने का सिलसिला शुरू हुआ। तभी वहां गुजर रहा टैंपो ट्रैवलर इसकी चपेट में आ गया। इसमें कुल 11 लोग सवार थे, जिनमें से नौ की जान चली गई।

चिकित्सा नीति पर तेजी से काम कर रही सरकार

हरिओम उपाध्याय            
सिद्वार्थनगर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमन्त्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को कहा कि सरकार नागरिको की स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए कटिबद्व है और चिकित्सा व्यवस्था को और मजबूत करने के प्रयास के तहत वन डिस्‍ट्रिक्‍ट वन मेडिकल कॉलेज की नीति पर तेजी से काम कर रही है।
योगी ने यहां स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय का निरीक्षण करने के बाद पत्रकारो से बातचीत में कहा कि सरकार 'वन डिस्‍ट्रिक्‍ट वन मेडिकल कॉलेज' की नीति पर तेजी से कार्य कर रही है। प्रदेश सरकार के पांच वर्ष पूरे होने तक सभी जिलों में मेडिकल कालेज कालेज स्थापित हो जायेगे। सिद्धार्थनगर में अक्टूबर तक मेडिकल कालेज शुरू हो जाएगा। 300 बेड तैयार है और 100 छात्रों की पढ़ाई शुरू होगी।
उन्होने कहा कि प्रदेश के नौ जिलाें में नवनिर्मित मेडिकल कॉलेजों का लोकार्पण यहीं से होगा। प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी 30 जुलाई को सिद्धार्थनगर से इन नए मेडिकल कॉलेजों का शुभारंभ एक साथ करेंगे। देवरिया, एटा, फतेहपुर, गाजीपुर, हरदोई, जौनपुर, मिर्जापुर, प्रतापगढ़, सिद्धार्थनगर में नये मेडिकल कालेजों का लोकार्पण श्री मोदी करेंगे। माधव बाबू के नाम से यहां का मेडिकल कालेज होगा। अन्य जिलों के मेडिकल कालेजों का भी नामकरण किया गया है। प्रदेश में तेजी से 59 जिलों में न्यूनतम एक मेडिकल कॉलेज क्रियाशील हो रहे हैं बाकी 16 जिलों में पीपीपी मॉडल पर मेडिकल कॉलेज स्थापित किए जाएंगे।

यूके: सीएम ने संगठनों व आम जनता से सवांद किया

पंकज कपूर               
नैनीताल। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ऊधमसिंह नगर जनपद के तीन दिवसीय भ्रमण के अंतिम दिन खटीमा में विभिन्न संगठनों एवं आम जनता से सीधा सवांद किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि वे उत्तराखंड को एक मॉडल राज्य बनाना चाहते हैं। जहाँ अनुकूल वातावरण के साथ ही उद्योग, पर्यटन, शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार आदि के समान अवसर हों। 
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हमारी सरकार 'नो पेंडेंसी' पर कार्य करेगी। जिसके लिए अधिकारियों को निर्देश दे दिए गए हैं। यदि किसी भी अधिकारी के स्तर पर कोई लापरवाही प्रकाश में आई तो सम्बन्धित की जिम्मेदारी निर्धारित की जाएगी।
उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा उत्तराखंड में उद्योगों को स्थापित करने के लिए विशेष पैकेज दिया गया था इसीलिये प्रदेश में आज उद्योग स्थापित हुए हैं। उन्होंने कहा कि उद्योगों की समस्याओं का निस्तारण प्राथमिकता पर किया जाएगा।
उन्होंने भव्य स्वागत के लिए जनता का धन्यवाद किया और कहा कि मेरे पास कोई शब्द नहीं हैं। उन्होंने कहा कि 2027 तक उत्तराखंड को शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यटन, कृषि, परिवहन, उद्योग आदि समस्त क्षेत्रों में पूरे देश में प्रथम स्थान पर लाना है, जिसके लिए आप सबका सहयोग अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि हम सबको मिलकर यह सपना साकार करना होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा, "मैं आपका बेटा और भाई हूँ। उत्तराखंड के चहुंमुखी विकास के लिए प्रयास करूँगा। इसके उपरांत उन्होंने भाजपा के मण्डल अध्यक्षों एवं महामंत्रियों के साथ बैठक कर टीम और कार्यकर्ताओं की बैठक लेते हुए आगामी चुनाव में जीत हासिल करने के लिए मूलमंत्र दिये।"
इससे पहले मुख्यमंत्री ने स्थानीय लोगों के साथ प्रधानमंत्री मोदी के मन की बात कार्यक्रम को सुना। उन्होंने कहा कि मन की बात कार्यक्रम समाज के लिए नये कार्य करने की प्रेरणा देता है। इससे लोगों को भी प्रेरणा मिलती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मन की बात के माध्यम से प्रधानमंत्री ने वोकल फॉर लोकल को आगे बढ़ाने, ग्रामीण अर्थव्यवस्था की मजबूती के लिए हैंडलूम एवं अन्य स्थानीय उत्पादों की खरीद पर बल दिया।
देश 15 अगस्त 2022 को अपने आजादी के 75 वर्ष पूर्ण कर रहा है। आजादी के 75 वर्ष के उपलक्ष्य में 12 मार्च से देश में अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। अमृत महोत्सव सम्पूर्ण देशवासियों का कार्यक्रम है। यह समय देश की आजादी के लिए बलिदान देने वाले वीर सपूतों को श्रद्धांजलि देने का है। प्रधानमंत्री जी ने मन की बात कार्यक्रम में कारगिल विजय दिवस का भी जिक्र किया।
इस अवसर पर जिले के प्रभारी मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद, सीएमडी फाइबर कंपनी के डॉ आरसी रस्तोगी उपस्थित रहे।

चिकित्सक संघों द्वारा अर्जी पर सुनवाई करेगा एचसी

अकांशु उपाध्याय          
नई दिल्ली। दिल्ली उच्च न्यायालय वर्तमान कोविड-19 महामारी के दौरान एलोपैथी के बारे में कथित रूप से दुष्प्रचार करने को लेकर योगगुरु रामदेव के विरूद्ध सात चिकित्सक संघों द्वारा दायर की गई अर्जी पर सोमवार को सुनवाई करेगा। इस मामले की सुनवाई दिल्ली उच्च न्यायालय में न्यायमूर्ति सी हरिशंकर करेंगे। जिन्होंने चिकित्सक संघों से कथित दुष्प्रचार से जुड़ा वीडियो पेश करने को कहा था। जो चिकित्सक संघ अदालत पहुंचे हैं, उनमें ऋषिकेश, पटना और भुवेनश्वर के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थानों के रेसीडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन, चंडीगढ़ के स्नातकोत्तर चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान के एसोसिएशन ऑफ रेसीडेंट डॉक्टर्स, यूनियन ऑफ रेसीडेंट डॉक्टर्स ऑफ पंजाब, मेरठ के लाला लाजपत राय स्मारक चिकित्सा महाविद्यालय के रेसीडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन एवं हैदराबाद के तेलंगाना जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन शामिल हैं।
उन्होंने आरोप लगाया है कि रामदेव यह बात कहकर लोगों को गुमराह कर रहे हैं कि एलोपैथी कोविड-19 के कई मरीजों की मौत के लिए जिम्मेदार है और यह धारणा पैदा कर रहे हैं कि एलोपैथी डॉक्टर के हाथों लोगों की जान जा रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि योगगुरु न केवल एलोपैथी उपचार बल्कि कोविड-19 टीकों की सुरक्षा एवं प्रभावकारिता के बारे में आम लोगों के दिमाग में भ्रम पैदा कर रहे हैं। उनने कहा कि ऐसे में आशंका है कि प्रभावशाली व्यक्ति होने के नाते रामदेव के बयान लाखों लोगों को प्रभावित कर सकते हैं और वे एलोपैथी उपचार से मुंह मोड़ सकते हैं जबकि सरकार ने उसे उपचार का मानक रूप तय किया है।चिकित्सक संघों ने कहा कि यह दुष्प्रचार अभियान और कुछ नहीं, बल्कि रामदेव द्वारा बेची जाने वाली कोरोनिल समेत विभिन्न उत्पादों का विज्ञापन एवं विपणन रणनीति है। उन्होंने कहा कि अगस्त में कोविड-19 की तीसरी लहर की संभावना के मद्देनजर इस अभियान पर पूर्ण विराम लगाना आवश्यक है। अदालत ने एलोपैथिक दवाइयों के बारे में रामदेव के बयानों एवं कोरोनिल के संबंध में उनके दावों के सिलसिले में दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन द्वारा दायर की गई अर्जी को लेकर तीन जून को उन्हें सम्मन जारी किया था। हालांकि, उसने रामदेव पर कोई रोक लगाने से इनकार कर दिया था। उसने रामदेव के वकील से बस इतना कहा था कि उनके मुवक्किल कोई भड़काऊ बयान न दें।

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन   मतदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए स्कूली बच्चों ने निकाला रैली कौशाम्बी। एन डी कान...