रविवार, 18 जुलाई 2021

डेढ़ वर्षों में हमने परिस्थितियों का सामना किया: पीएम

अकांशु उपाध्याय             
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजस्थान की कोटा निवासी और भारतीय सेना से बतौर मेजर सेवानिवृत्त हुईं प्रमिला सिंह को उनके दयाभाव और सेवाकार्य के लिए सराहना की है। दरअसल कोरोना में लॉकडाउन के दौरान जहां लोग अपने-अपने घरों में राशन पानी की व्यवस्था में जुटे थे, उसी समय मेजर प्रमिला सिंह ने अपने पिता श्यामवीर सिंह के साथ मिलकर बेसहारा जानवरों की सुध ली, उनका दु:ख-दर्द समझा और उनकी मदद के लिए आगे आईं।
मेजर प्रमिला और उनके पिताजी ने अपनी जमा पूंजी से सड़कों पर आवारा घूम रहे जानवरों के चारे और उपचार की व्यवस्था की। प्रधानमंत्री ने पत्र भेजकर मेजर प्रमिला की तारीफ करते हुए उनके प्रयास को समाज के लिए प्रेरणास्त्रोत बताया है। प्रधानमंत्री ने पत्र में लिखा है, ‘पिछले लगभग डेढ़ वर्षों में हमने अभूतपूर्व परिस्थितियों का सामना मजबूती से किया है। यह एक ऐसा ऐतिहासिक कालखंड है जिसे लोग जीवन भर नहीं भूल सकेंगे।
यह न केवल इंसानों के लिए बल्कि मानव के सान्निध्य में रहने वाले अनेक जीवों के लिए भी कठिन दौर है। ऐसे में आपका बेसहारा जानवरों के दु:ख-दर्द व जरूरतों के प्रति संवेदनशील होना व उनके कल्याण के लिए व्यक्तिगत स्तर पर पूरे सामर्थ्य से कार्य करना सराहनीय हैं।’
साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस मुश्किल समय में कई ऐसी मिसालें देखने को मिली हैं जिन्होंने हमें मानवता पर गर्व करने का अवसर दिया है।  मोदी ने उम्मीद जताई कि मेजर प्रमिला और उनके पिताजी इसी तरह अपनी पहल से समाज में जागरुकता फैलाते हुए अपने कार्यों से लोगों को निरंतर प्रेरित करते रहेंगे। इससे पहले मेजर प्रमिला सिंह ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर बताया था कि जानवरों की देखभाल करने का जो काम उन्होंने लॉकडाउन के समय शुरू किया था वह आज तक जारी है। उन्होंने पत्र में असहाय जानवरों की पीड़ा व्यक्त करते हुए समाज के ज्यादा से ज्यादा लोगों को इनकी मदद के लिए आगे आने की अपील की है।

विदेश: कीमती धातुओं की तेजी से चमक बढ़ीं, रिकॉर्ड

कविता गर्ग                         
मुंबई। विदेशों में कीमती धातुओं में तेजी से पिछले सप्ताह घरेलू स्तर पर भी इनकी चमक बढ़ गई। एमसीएक्स वायदा बाजार में सोने की कीमत सप्ताह के दौरान 377 रुपये चढ़कर सप्ताहांत पर 48,192 रुपये प्रति दस ग्राम पर पहुँच गई।
सोना मिनी भी 360 रुपये की साप्ताहिक मजबूती के साथ अंतिम कारोबारी दिवस पर 48,178 रुपये प्रति दस ग्राम पर बंद हुआ। कारोबारियों का कहना है कि वैवाहिक माँग अभी मजबूत बनी हुई है। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी सोने में में तेजी रही है। इससे सोना महँगा हो गया। वैश्वि​क स्तर पर बीते सप्ताह सोना हाजिर 21 डॉलर चमककर 1,822.24 डॉलर प्रति औंस पर पहुँच गया। अगस्त का अमेरिकी सोना वायदा भी 20.20 डॉलर की बढ़त के साथ शुक्रवार को 1,831.40 डॉलर प्रति औंस पर बंद हुआ।
घरेलू स्तर पर चाँदी समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान 975 रुपये चढकर सप्ताहांत पर 69211 रुपये प्रति किलोग्राम बिकी। चाँदी मिनी की कीमत 999 रुपये बढ़कर 69,400 रुपये प्रति किलोग्राम रही। अंतरराष्ट्रीय बाजार में चांदी हाजिर 0.02 डॉलर की साप्ताहिक बढ़त के साथ 26.15 डॉलर प्रति औंस पर पहुँच गई।

चीन में मंकी बी वायरस से मौत का पहला मामला

बीजिंग। चीन की वुहान प्रयोगशाला के कुछ वैज्ञानिकों की जब रहस्यमयी कोरोना वायरस से मौत हुई थी तो चीन ने विश्व संगठनों से इसे काफी समय तक दबाए रखा था और आज वही वायरस पूरे विश्व को लील रहा है। लेकिन अब एक और पशु चिकित्सक की रहस्यमयी मंकी बी वायरस से माैत के मामले को दाे माह तक दबा कर रखा गया है।
चीन में मंकी बी वायरस संक्रमण से मौत का यह पहला मामला है। चीनी समाचार पत्र ‘द ग्लोबल टाइम्स’ के अनुसार चीनी संस्थान “प्लेटफार्म ऑफ चाइनीज सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन” के जर्नल ने शनिवार को अपनी रिपोर्ट में कहा कि 53 वर्षीय यह पशु चिकित्सक बंदरों पर शोध कार्य कर रहा था और मार्च में उसने दो बंदरों के शवों का परीक्षण किया था।
इसके एक माह बाद उसे जी मिचलाने और उल्टियों की शिकायत हुई और उसने कईं अस्पतालों में अपना उपचार कराया लेकिन 27 मई को आखिरकार उसकी मौत हो गई थी। शोधकर्ताओं ने उसकी रीढ़ के हड्डी से निकाले गए तरल पदार्थ में मंकी बी वायरस की पुष्टि की है। उसके नजदीकी संपर्क में आए लोगों में हालांकि अभी तक कोई लक्षण नहीं मिले हैं। इस विषाणु को बंदरों की मकॉक जीनस से 1932 में आइसोलेट किया गया था और यह अल्फाहरपीज वायरस के नाम से जाना गया था।
यह वायरस प्रत्यक्ष संपर्क और शारीरिक द्रव्यों से फैल सकता है और इसकी मृत्यु दर 70 से 80 प्रतिशत है। इस जर्नल में कहा गया है कि मंकी बी वायरस लोगों के लिए एक गभीर खतरा हो सकता है और बंदरों में होने वाले किसी भी तरह के अप्रत्याशित बदलावों, उनके व्यवहार में परिवर्तन पर निगरानी जरूरी है।
गौरतलब है कि अमेरिका के टेक्सास शहर में 18 वर्षों के बाद मंकी बी वायरस का पहला मामला सामने आया है और उसने हाल ही में नाइजीरिया से अमेरिका की यात्रा की है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक वर्तमान में इस संक्रमण की कोई दवा नहीं है और जो दवाएं चेचक में दी जाती हैं। वहीं इसके खिलाफ सुरक्षा प्रदान कर सकती हैं।
संक्रमण के बाद सात से 13 दिनों में इसके लक्षण उभर कर सामने आते हैं और इनमें बुखार, तेज सिर दर्द, मांसपेशियों में दर्द तथा अधिक कमजोरी प्रमुख हैं। इसमें शरीर की लसीका ग्रंथियों (लिम्फ नोडृस) में सूजन आम लक्षण है।

पूर्व गृह मंत्री अनिल के जिले में 2 स्थानों पर छापे मारे

कविता गर्ग                  
नागपुर। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने धन शोधन मामले की जांच के सिलसिले में रविवार को महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख के नागपुर जिले में दो निवास स्थानों पर छापे मारे। औएक पुलिस अधिकारी ने बताया कि ईडी के दो अलग-अलग दलों ने यहां से करीब 60 किलोमीटर दूर स्थित कटोल शहर में देशमुख के आवास और कटोल के समीप वाडविहीरा गांव में उनके पैतृक घर पर छापे मारे। उन्होंने बताया कि सुबह करीब छह बजे छापे मारे गए।
अधिकारी ने बताया कि देशमुख के कटोल परिसर पर तलाशी अभी चल रही है जबकि वाडविहीरा में तलाशी दोपहर 12 बजे के आसपास पूरी हो गयी। ईडी कथित तौर पर करोड़ों रुपये के घूस एवं वसूली गिरोह मामले से जुड़े धन शोधन के मामले की जांच कर रही है। इस मामले के चलते देशमुख को इस साल अप्रैल में गृह मंत्री के पद से इस्तीफा देना पड़ा था।
केंद्रीय एजेंसी ने हाल ही में देशमुख के निजी सचिव संजीव पलांडे (51) और निजी सहायक कुंदन शिंदे (45) को गिरफ्तार किया था। इससे पहले उसने इन दोनों और राकांपा नेता के मुंबई तथा नागपुर में स्थित आवासों पर छापे मारे थे। ईडी ने मामले में पूछताछ के लिए देशमुख को सम्मन भेजे थे लेकिन वह पेश नहीं हुए।
ईडी ने बंबई उच्च न्यायालय के आदेश पर दर्ज किए गए मामले के बाद केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की प्रारंभिक जांच के बाद देशमुख तथा अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया। उच्च न्यायालय ने सीबीआई को मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह द्वारा देशमुख के खिलाफ लगाए रिश्वत के आरोपों की जांच करने के लिए कहा था। देशमुख ने आरोपों से इनकार किया है।

मणिपुर में अगले दस दिनों तक संपूर्ण लॉकडाउन लागू

इम्फाल। मणिपुर में रविवार सुबह (18 जुलाई) से अगले दस दिनों तक संपूर्ण लॉकडाउन लागू होने जा रहा है। राज्य सरकार ने इस संबंध में पहले ही अधिसूचना जारी कर पुलिस और सामान्य प्रशासन को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं।
राज्य में कोरोना के बढ़ते डेल्टा वेरिएंट को देखते हुए राज्य सरकार ने यह फैसला लिया है। इस संदर्भ में राज्य के स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा कि कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए सख्त कार्रवाई बहुत जरूरी थी। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता हालांकि, सरकार के सभी फैसलों का स्वागत करते हुए हमेशा सहयोग करती रही है, इस बार भी सरकार का पूरी तरह से सहयोग करेगी।
इस बीच मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने अपने आधिकारिक ट्वीटर हैंडल के जरिए कहा है कि 18 से 28 जुलाई तक जारी कर्फ्यू और लॉकडाउन में आपातकालीन सेवाओं को छोड़कर सभी दुकानें, स्कूल कॉलेज, विश्वविद्यालय, पार्लर, मॉल, रेस्तरां आदि बंद कर दिए जाएंगे। इसके अलावा, केवल टीका लेने वाले और परीक्षण के लिए जाने वालों को दस दिन के लॉकडाउन के दौरान बाहर निकलने की अनुमति दी जाएगी।
उल्लेखनीय है कि मणिपुर में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 1,128 नए मरीज चिह्नित किए गए हैं। पिछले कुछ दिनों से लगातार 1,000 से ज्यादा रोजाना संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं। नतीजा यह है कि राज्य में कोरोना के मामलों की संख्या अब तक बढ़कर 82,688 हो गई है। इस बीच पिछले 24 घंटे में 643 लोग स्वस्थ हुए हैं। इस तरह स्वस्थ कुल लोगों की संख्या 72,305 हो गयी है। इसके अलावा प्रदेश के विभिन्न अस्पतालों में 9,033 संक्रमित लोगों का इलाज किया जा रहा है। पिछले 24 घंटे में 10 लोगों के साथ प्रदेश में कुल 1,350 लोगों की मौत हो चुकी है।

ईद उल अज़ाह: प्रतिबंधित जानवरों की कुर्बानी ना करें

अकांशु उपाध्याय               
नई दिल्ली। जमीयत उलेमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने भारतीय मुसलमानों से आह्वान किया है कि ईद-उल-अजहा का त्योहार सादगी के साथ मनाएं और प्रतिबंधित जानवरों की कुर्बानी बिल्कुल भी नहीं नहीं करें। उनका कहना है कि कोरोना महामारी अभी समाप्त नहीं हुई है। इसलिए मस्जिदों या ईदगाहों में स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी की गई गाइडलाइन को सामने रखते हुए ईदु-उल-अज़हा की नमाज़ अदा करनी चाहिए। 
ज्यादा बेहतर है कि सूरज निकलने के बीस मिनट के बाद संक्षिप्त रूप से नमाज़ और खुतबा अदा करके कुर्बानी कर ली जाए और गंदगी को इस तरह दफन किया जाए कि उससे बदबू नहीं फैलने पाए।
मौलाना अरशद मदनी ने कहा है कि देश, विशेषकर उत्तर प्रदेश और कुछ अन्य राज्यों की परिस्थितियों को देखते हुए मुसलमानों को सलाह दी जाती है कि प्रतिबंधित जानवरों की कुर्बानी से बचें। चूंकि मज़हब में इसके बदले में काले जानवरों की कुरबानी जायज़ है, इसलिए किसी भी फ़ितने से बचने के लिए इस पर संतोष करना उचित है। अगर किसी जगह उपद्रवी काले जानवरों की कुर्बानी से भी रोकते हैं तो कुछ समझदार और प्रभावशाली लोगों द्वारा प्रशासन को विश्वास में लेकर कुरबानी की जाए। यदि फिर भी ख़ुदा न करे कि मज़हबी वाजिबात को अदा करने का रास्ता न निकले तो जिस करीबी आबादी में कोई दिक़्क़़त न हो वहां पर कुर्बानी करा दी जाए लेकिन जिस जगह कुर्बानी होती आई है और फिलहाल दिक़्क़त है तो वहां कम से कम बकरे की कुर्बानी अवश्य की जाए और प्रशासन के कार्यालय में दर्ज भी करा दिया जाए ताकि भविष्य में कोई दिक़्क़त नहीं होने पाए। 
वर्तमान परिस्थितियों से मुसलमानों को निराश नहीं होना चाहिए और परिस्थितियों का मुक़ाबला शांति, प्रेम और धैर्य से हर मोर्चे पर करना चाहिए। कोरोना महामारी से सुरक्षा के लिए मुसलमानों को अधिक से अधिक अल्लाह से दुआ करनी चाहिए और तौबा व इस्तिगफ़ार (अल्लाह से अपने गुनाहों के क्षमा मांगना) अधिक से अधिक किया जाए।

कालाबाजारी के मामले में 1 आरोपी को अरेस्ट किया

विजय भाटी   
गौतमबुद्ध नगर। कोविड-19 के इलाज में इस्तेमाल होने वाले इंजेक्शन की कालाबाजारी के मामले में वांछित एक आरोपी को पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार किया। उस पर 10 हजार रुपये का इनाम था। थाना सेक्टर-20 के प्रभारी निरीक्षक मुनीष प्रताप सिंह चौहान ने बताया कि तीन मई को थाना सेक्टर-20 पुलिस ने कोविड-19 के इलाज में इस्तेमाल होने वाले इंजेक्शन की कालाबाजारी आरोप में रवि कुमार तथा मोहम्मद जुनैद को सेक्टर-29 से गिरफ्तार किया था। उन्होंने बताया कि इनका एक साथी आकाश दीप मौके से भाग गया था। उन्होंने बताया कि आज थाना पुलिस ने उसको गिरफ्तार कर लिया। उसकी गिरफ्तारी पर 10 हजार रुपए का इनाम घोषित था।

हमारा मकसद सिर्फ भाजपा को हराना है: प्रियंका

हरिओम उपाध्याय              
लखनऊ। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने आगामी चुनाव में गठबंधन किए जाने की बात पर कहा कि हमारा मकसद सिर्फ और सिर्फ भाजपा को हराना है। गठबंधन की बाबत परिस्थितियों के अनुसार हम फैसला लेंगे। लोग संगठन के साथ तेजी से जुड रहे है। जिसका श्रेय कार्यकर्ताओं को जाता है।
रविवार को राजधानी में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव एवं उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा है कि हम खुले दिल के इंसान हैं। 
परंतु अभी तक का अनुभव यही रहा है कि हमें गठबंधन करके नुकसान झेलना पड़ता है। गठबंधन की बाबत अभी कुछ कहना जल्दबाजी होगा। उन्होंने कहा कि हम ऐसा कुछ भी नहीं करेंगे, जिससे हमारे संगठन और पार्टी के हितों को चोट पहुंचे। गठबंधन की बाबत आगे की परिस्थितियों के हिसाब से हम अपनी रणनीति तय करेंगे। उन्होंने बताया कि पिछले डेढ़ साल के भीतर कांग्रेस के साथ बड़ी संख्या में लोग जुडे हैं। जिसके चलते संगठन मजबूत हुआ है। जिस संगठन की संरचना हमने की है, उसकी भाग्य रेखा कार्यकर्ताओं के हाथों में है। यदि एकजुट होकर जी जान के साथ अगले 7 महीने तक हमने काम कर लिया तो विधानसभा चुनाव में अच्छे नतीजे पार्टी को देखने को मिलेंगे। उन्होंने कहा कि वर्ष 2019 के बाद जहां भी संघर्ष हुए हैं या आमजन परेशानी में पड़ा है, वहां पर कांग्रेस कार्यकर्ता सबसे पहले पीड़ितों के पक्ष में खड़ा हुआ मिला है। कांग्रेस के नेताओं व कार्यकर्ताओं ने कोरोना वायरस की दूसरी लहर के दौरान जरूरतमंदों तक सबसे पहले व सबसे ज्यादा मदद पहुंचाई है। 
कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कार्यकर्ताओं का आह्वान किया है कि वह जनता के मुद्दों को लेकर संघर्ष करें और उनकी भावनाओं से जुड़े। नए लोगों को संगठन से जोड़े, परंतु पुराने और वरिष्ठ लोगों को साथ लेकर चलें। तभी संगठन को मजबूती प्राप्त होगी। उत्तर प्रदेश में पार्टी संगठन में आप सब नई ऊर्जा लेकर आए हैं। आपके कारण ही आज कांग्रेस चर्चा के बीच राजनीति के मैदान में डटकर खड़ी हुई है।

बारिश का क़हर, मलबे में दबकर 19 लोगों की मौंत

कविता गर्ग 
मुंबई। बारिश ने अपना कहर बरपाते हुए लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। बारिश की मार से बेहाल हुई दीवारे भरभराकर नीचे आ गिरी। दो स्थानों पर गिरी दीवारों के मलबे के नीचे दबकर 19 लोगों की मौत हो गई है। दो स्थानों पर हुई दीवार गिरने की घटना के बाद राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिये गए हैं। अभी कम से कम 7 और लोगों के दबे होने की आशंका जताई जा रही है।
रविवार को देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में बारिश ने जमकर अपना कहर बरपाया है। मायानगरी के नाम से विख्यात मुंबई में बारिश के कहर के आगे बेहाल होकर स्थानों पर दीवार भरभराकर नीचे आ गिरी। भारी बारिश से बेहाल मुंबई के चेंबूर भारत नगर इलाके में लैंड स्लाइड की वजह से कुछ झोपड़ियों पर समीप में खड़ी दीवार गिर गई। जिसमें 14 लोगों की मौत हो गई है। विक्रोली इलाके में हुई एक अन्य दूसरी घटना में आवासीय मकान गिरने से पांच लोगों की मौत हो गई है। फिलहाल दोनों स्थानों पर राहत और बचाव कार्य जारी है। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल एनडीआरएफ का कहना है कि भूस्खलन के कारण चेंबूर के भारत नगर इलाके में कई झोपडियों के ऊपर दीवार गिरने से 14 लोगों की जान चली गई है। माना जा रहा है कि मलबे के अंदर अभी और लोग फंसे हो सकते हैं। जिन्हे बचाने का काम जारी है। 
इसके अलावा एनडीआरएफ ने कहा है कि मुंबई के विक्रोली इलाके में रविवार की तड़के एक आवासीय इमारत की दीवार गिर गई है, जिसमें 5 लोगों की मौत हो गई है। चेंबूर की घटना पर एनडीआरएफ के इंस्पेक्टर राहुल रघुवंशी ने कहा है कि दीवार के मलबे के भीतर से 4 शव बरामद किए हैं। एनडीआरएफ कर्मियों के आने से पहले ही स्थानीय लोगों ने 10 लोगों के शव निकाल लिए थे। अभी मलबे में कम से कम 7 और अन्य लोगों के फंसे होने की आशंका है। उधर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुंबई के चेंबुर और विक्रोली इलाके में हुई दीवार गिरने की घटना में लोगों की मौत पर गहरा दुख जताया है। दीवार गिरने से जान गाने वालों के परिजनों को दो-दो लाख रूपये और घायलों को 50-50 हजार रूपये दिये जाएंगे। इसकी जानकारी प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से भी गई है।

तालिबान निति को लेकर सरकार पर निशाना साधा

मनोज सिंह ठाकुर                   
भोपाल। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने तालिबान के मामले में आज फिर केंद्र की नरेंद्र माेदी सरकार को निशाने पर लिया है।
राज्यसभा सांसद पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने ट्वीट करते हुए लिखा है 'आप इस खबर पर चुप क्यों हैं? क्या साहब से संदेश नहीं आया? भाजपा मोदी शाह सरकार तालिबान के साथ चर्चा कर रही है। इमरान खान साहब भी तालिबान पर मेहरबान हैं। लगता है भाजपामोदीशाह व इमरान खान अफगानिस्तान की चुनी सरकार को मदद ना कर, तालिबान का रास्ता साफ कर रहे हैं।
कुछ समय पहले भी पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने तालिबान के मुद्दे को उठाते हुए ट्वीट किए थे।

पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया

अकांशु उपाध्याय             
नई दिल्ली। देश में रविवार को पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया और इनकी कीमतें यथावत रहीं।
शनिवार को घरेलू स्तर पर पेट्रोल की कीमतों में 30 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि की गई जिससे राजधानी दिल्ली सहित देश के आधिकांश हिस्सो में इसकी कीमत नए स्तर पर पहुंच गईं थी जबकि डीजल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया था।
गुरुवार को पेट्रोल 35 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि के साथ नए रिकार्ड स्तर पर पहुंच गया था और डीजल 15 पैसे प्रति लीटर महंगा हो गया था।
दिल्ली में शनिवार की बढ़ोतरी के बाद पेट्रोल की कीमत 101.84 रुपये और मुंबई में 107.83 रुपये प्रति लीटर के पर पहुँच गई थी।
अग्रणी तेल विपणन कंपनी इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के अनुसार रविवार को पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
पेट्रोल-डीजल के मूल्यों की रोजाना समीक्षा होती है और उसके आधार पर हर दिन सुबह छह बजे से नयी कीमतें लागू की जाती हैं।
देश के चार महानगरों में आज पेट्रोल और डीजल के दाम इस प्रकार रहे।

12वीं कक्षा के छात्रों के लिए 26 से शुरू होंगी कक्षाएं

भुवनेश्वर। सरकारी और निजी स्कूलों में 10वीं और 12वीं कक्षा के छात्रों के लिए ऑफलाइन कक्षाएं 26 जुलाई से शुरू होंगी।
स्कूल एवं जन शिक्षा सचिव सत्यब्रत साहू ने शनिवार को यह घोषणा की और कहा कि स्कूल बिना लंच ब्रेक के सुबह 10 बजे से दोपहर 1.30 बजे तक खुले रहेंगे। उन्होंने हालांकि यह भी कहा कि जिला कलेक्टर अपने इलाके में कोविड की स्थिति को देखते हुए स्कूल खोलने पर निर्णय लेंगे। 
वहीं कक्षाओं में शामिल होना छात्रों के विवेक पर छोड़ दिया गया है।साहू ने कहा कि कक्षाओं को फिर से खोलने से पहले स्कूलों को साफ कर दिये जायेगा तथा शिक्षकों को टीका लगाया जायेगा। मास्क पहनना अनिवार्य रहेगा और सभी छात्रों की थर्मल स्क्रीनिंग करने के निर्देश जारी किये गये हैं। राज्य सरकार अगले 16 अगस्त से नौवीं और 15 सितम्बर से 11वीं कक्षा के छात्रों के लिए ऑफ़लाइन कक्षाएं शुरू करने पर भी विचार कर रही है। जबकि अन्य कक्षाओं के छात्रों के लिए ऑनलाइन कक्षाएं पहले की तरह जारी रहेगी।
एक अन्य फैसले में सरकार ने राज्य में वार्षिक हाई स्कूल प्रमाण पत्र परीक्षा की ऑफलाइन परीक्षा 30 जुलाई से पांच अगस्त तक आयोजित करने का निर्णय लिया है। इसके लिए जिला एवं प्रखंड मुख्यालयों को परीक्षा केंद्र बनाया जायेगा। परीक्षा केंद्रों में प्रवेश करने से पहले छात्रों की थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी। किसी भी छात्र को बिना मास्क पहने परीक्षा केंद्र में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। 
परीक्षा कोविड प्रोटोकॉल के कड़ाई से लागू होने के साथ आयोजित की जाएगी और परीक्षा से पहले परीक्षा के प्रभारी सभी शिक्षकों के कोविड परीक्षण किये जायेंगे।
ओडिशा सरकार ने कोविड महामारी के कारण माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की वार्षिक हाई स्कूल सर्टिफिकेट परीक्षा इस साल रद्द कर दी है। बोर्ड द्वारा वैकल्पिक मूल्यांकन प्रणाली के तहत गत जून को परिणाम घोषित किया गया था। परीक्षा में सम्मिलत कुल 6.30 लाख छात्रों में से रिकॉर्ड 6.10 लाख छात्रों ने परीक्षा पास की है।

दिल्ली में 2.0 तीव्रता का भूकंप, महसूस नहीं हुआ

दिल्ली में 2.0 तीव्रता का भूकंप, महसूस नहीं हुआ अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। दबे पांव पहुंचे भूकंप ने धरती को हिलाते हुए पब्लिक को दहशत में ड...