शुक्रवार, 16 जुलाई 2021

लापरवाही-अव्यवस्था’ की सच्चाई छिप नहीं सकती

अकांशु उपाध्याय              
नई दिल्ली। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार की तारीफ किए जाने को लेकर शुक्रवार को कटाक्ष करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री के प्रमाणपत्र से कोरोना की दूसरी लहर के दौरान योगी सरकार की ‘आक्रामक क्रूरता, लापरवाही और अव्यवस्था’ की सच्चाई छिप नहीं सकती।
उन्होंने ट्वीट किया, ” मोदी जी के सर्टिफिकेट से उप्र में कोरोना की दूसरी लहर के दौरान योगी सरकार की आक्रामक क्रूरता, लापरवाही और अव्यवस्था की सच्चाई छिप नहीं सकती।
गौरतलब है कि कोविड-19 के खिलाफ उत्तर प्रदेश की लड़ाई को ”अभूतपूर्व” करार देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को राज्य सरकार की जमकर सराहना की और कहा कि कोरोना वायरस के खतरनाक स्वरूप ने पूरी ताकत के साथ हमला किया था, लेकिन प्रदेश ने पूरे सामर्थ्य के साथ इतने बड़े संकट का मुकाबला किया।

यूपी: डीजे बजाने पर प्रयागराज एचसी ने रोक हटाईं

अकांशु उपाध्याय             
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश में डीजे बजाने पर इलाहाबाद हाई कोर्ट की रोक हटा दी है। जस्टिस विनीत सरन और दिनेश माहेश्वरी की बेंच ने उत्तर प्रदेश के डीजे संचालकों को राहत देते हुए यह भी कहा है कि ध्वनि प्रदूषण को लेकर सुप्रीम कोर्ट की ओर से पहले से दिए गए निर्देशों का पालन हो।
कोर्ट ने कहा कि राज्य सरकार की तरफ से बनाए गए नियमों के मुताबिक ही लाइसेंस लेकर डीजे बजाए जाएं। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि जिस याचिका पर यह आदेश जारी हुआ उसमें यह मांग नहीं की गई थी। सिर्फ एक इलाके में शोर से राहत मांगी गई थी। हाई कोर्ट ने बिना प्रभावित पक्ष को सुने व्यापक आदेश दे दिया। सुप्रीम कोर्ट ने माना की हाई कोर्ट का आदेश आजीविका कमाने के मौलिक अधिकार का उल्लंघन है।
हाई कोर्ट ने वर्ष 2019 में पूरे राज्य में डीजे पर प्रतिबंध लगा दिया था। हाई कोर्ट ने प्रयागराज के हाशिमपुर इलाके के सुशील चंद्र श्रीवास्तव की याचिका पर सुनवाई करते हुए ध्वनि प्रदूषण को लेकर ये आदेश दिया था। याचिकाकर्ता ने कांवड़ यात्रा के दौरान अपने घर के पास लगाए गए एक एलसीडी का मसला कोर्ट में रखा था। उन्होंने कहा था कि सुबह चार से 12 बजे रात तक वह बजता रहता है जिससे उनकी 85 साल की मां परेशान हो जाती हैं।

वाराणसी: 1475 करोड़ की परियोजनाओं की सौगात

हरिओम उपाध्याय                  
वाराणसी। कोरोना संकट काल में लगभग 08 माह बाद अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में गुरूवार को आये प्रधानमंत्री ने नागरिकों को 1475 करोड़ की परियोजनाओं की सौगात दी। इसमें जापान और भारत की मित्रता के प्रतीक अंतरराष्ट्रीय रूद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर भी शामिल है। परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास बटन दबा कर करने के बाद प्रधानमंत्री ने कोरोना काल में वाराणसी और उत्तर प्रदेश की भूमिका को जमकर सराहा। 
उन्होंने कहा कि कोरोना काल के बीच भी काशी ने दिखा दिया कि वो रुकती नहीं है। काशी थकती नहीं है। कोरोना की दूसरी लहर ने पूरी ताकत के साथ हमला किया। लेकिन वाराणसी और उत्तर प्रदेश ने इसका मुकाबला किया।
प्रधानमंत्री बीएचयू आईआईटी टेक्नो ग्राउन्ड में आयोजित जनसभा को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की आबादी दुनिया के कई बड़े देशों से भी ज्यादा है। उस यूपी ने कोरोना की दूसरी लहर को बेहतर तरीके से संभाला है। प्रधानमंत्री ने पूर्व के दिनों का उल्लेख कर कहा कि लोगों ने वो दौर भी देखा है। जब दिमागी बुखार का सामना करने में मुश्किल आती थीं। पहले के दौर में स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी और इच्छा शक्ति के अभाव में छोटे संकट भी बड़े लगते थे। लेकिन आज स्थिति बदल गई है। यूपी में हालत संंभलने लगा है।
यूपी में सबसे अधिक टेस्टिंग हो रही है। यूपी पूरे देश में सबसे अधिक वैक्सीनेशन का राज्य है। सबको मुफ्त वैक्सीन मिल रही है। 
प्रधानमंत्री ने कहा कि गरीब, किसान, नौजवान को फ्री वैक्सीन लगाई जा रही है। मेडिकल कालेज चार गुना हो चुका है। संंसाधनों में तेजी से इजाफा हो रहा है। बनारस में ही चौदह आक्सीजन प्लांट का लोकार्पण हुआ है। बच्चों के लिए विशेष आक्सीजन और आइसी विकसित करने का बीड़ा यूपी सरकार ने उठाया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि काशी नगरी आज पूर्वांचल का बहुत बड़ा मेडिकल हब बन रही है। जिन बीमारियों के इलाज के लिए कभी दिल्ली और मुंबई जाना पड़ता था, उनका इलाज आज काशी में भी उपलब्ध है।
प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्री के नेतृत्व और मेहनत का किया उल्लेख 
प्रधानमंत्री ने आज लोकार्पित होने वाली योजनाओं के फायदे को विस्तार से गिना कर कहा कि आज मेक इन इंडिया के लिए यूपी पसंदीदा जगह बन गई है। प्रदेश देश के अग्रणी इन्वेस्टमेंट डेस्टिनेशन के रूप में उभर रहा है। प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व और मेहनत का उल्लेख कर कहा कि यूपी में सरकार आज भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद से नहीं विकासवाद से चल रही है। इसीलिए, आज यूपी में जनता की योजनाओं का लाभ सीधा जनता को मिल रहा है। नए-नए उद्योगों का निवेश हो रहा है, रोजगार के अवसर बढ़ रहे हैं।
मेक इन इंडिया के लिए यूपी पसंदीदा जगह
प्रधानमंत्री ने पिछली सरकारों को निशाने पर लेकर कहा कि कुछ साल पहले तक जिस यूपी में व्यापार-कारोबार करना मुश्किल माना जाता था, आज मेक इन इंडिया के लिए यूपी पसंदीदा जगह बन रहा है। उन्होंने कहा कि 2017 से पहले यूपी के लिए योजनाएं नहीं आती थीं, पैसा नहीं भेजा जाता था,ऐसा नही था। तब भी दिल्ली से इतने ही तेज प्रयास होते थे। लेकिन तब लखनऊ में उनमें रोड़ा लग जाता था। माफियाराज और आतंकवाद पर अब कानून का शिकंजा है। बहनों-बेटियों की सुरक्षा को लेकर मां-बाप हमेशा जिस तरह डर और आशंकाओं में जीते थे, वो स्थिति बदल चुकी है।
इंफ्रास्ट्रचर के कारण प्रदेश में अब लोगों को मिल रही सुविधा
प्रधानमंत्री ने कहा कि इंफ्रांस्ट्रचर के कारण प्रदेश में अब लोगों को सुविधा हो रही है। यूपी के कोने-कोने को एक्सप्रेस-वे से जोड़ने का काम हो रहा है। डिफेंस कारिडोर हो या अन्य एक्सप्रेस-वे, इस दशक में यूपी के विकास को नई बुलंदी देने वाले हैं। इन पर केवल गाड़ियां ही नहीं चलेंगी, बल्कि यहां आत्मनिर्भर भारत को बल देने वाले औद्योगिक क्षेत्र बनेंगे। प्रधानमंत्री ने बताया कि आत्मनिर्भर भारत में कृषि से जुड़े उद्योगों की बड़ी भूमिका होने वाली है। कृषि को लेकर एक लाख करोड़ का विशेष फंड बनाया गया है, उसका लाभ देश के किसानों को मिलेगा। देश की मंडियों को आधुनिक बनाने और कृषि मंडियों को बढ़ाना सरकार की प्राथमिकता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि यूपी में लगातार काम हो रहा है।
प्रधानमंत्री ने पूर्वांचल के विकास का भी किया जिक्र
प्रधानमंत्री ने वाराणसी के साथ पूर्वांचल के विकास का जिक्र कर कहा कि इस समय भी इस क्षेत्र में लगभग 8,000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं पर काम चल रहा है। नए प्रोजेक्ट, नए संस्थान, काशी की विकास गाथा को और जीवंत बना रहे हैं। मां गंगा की स्वच्छता और सुंदरता के लिए सड़क, सीवेज ट्रीटमेंट, घाटों का सुंदरीकरण पर काम हो रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि काशी की मां गंगा की स्वच्छता और शुद्धता हमारी प्राथमिकता है। पंचक्रोसी मार्ग का चौड़ीकरण होने से सभी को सुविधा हागी। गोदौलिया में मल्टीलेवल पार्किंग बनने से काशी के लोगों को लाभ मिलेगा। लहरतारा से चौकाघाट फ्लाईओवर के नीचे भी पार्किंग से लेकर अन्य सुविधाओं का काम जल्द पूरा हो जाएगा। बनारस को शुद्ध जल के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा। हर घर जल पर तेजी से काम हो रहा है।
प्रधानमंत्री ने संगीतकारों कलाकारों को भी किया याद
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि काशी से विश्वस्तरीय साहित्यकार, संगीतकार और अन्य कलाकारों ने दुनिया में धूम मचाई है। इसके लिए एक आधुनिक मंच आज दिया जा रहा है। यहां वे अपनी कला का प्रदर्शन कर सकेंगे। ऐसे में काशी के विज्ञान के केंद्र के रूप में विकास जरूरी है। प्रदेश में योगी सरकार आने के बाद जो प्रयास हो रहे थे, उनमें और तेजी आई है। आज भी मॉडल स्कूल, पॉलिटेक्निक और आईटीआई जैसी सुविधाएं काशी को मिली हैं। ऐसे संस्थान आत्मनिर्भर भारत को और मजबूत करेंगे। इसमें काशी की भूमिका को मजबूत करेंगे।
हर-हर महादेव के उद्घोष और शंखध्वनि से हुआ स्वागत 
इसके पहले सभा स्थल पर पहुंचते ही प्रधानमंत्री का स्वागत नागरिकों ने परम्परागत हर-हर महादेव के उद्घोष और शंखध्वनि के बीच किया। मंच पर प्रधानमंत्री का स्वागत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया। इस दौरान राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और राज्य सरकार के मंत्री भी मौजूद रहे। सभा में आज लोकार्पित होने वाली परियोजनाओं की वीडियो क्लिप भी दिखाई गई। प्रधानमंत्री ने सम्बोधन की शुरुआत भारत माता की जय, हर-हर महादेव के उद्घोष से की और भोजपुरी में लोगों का अभिवादन भी किया।

जमीयत-उलेमा-ए-हिंद, चंदा इकट्ठा करने के आदेश

हरिओम उपाध्याय               
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में आतंकी गतिविधियों में गिरफ्तार हुए दो आतंकी मिनहाज अहमद और मसीरुद्दीन उर्फ मुशीर के पैरवी में सामने आये जमीयत-उलेमा-ए-हिंद संगठन के पदाधिकारी अपनी गतिविधियों को चलाने के लिये बड़े पैमाने पर डोनेशन लेते हैं। संगठन की उत्तर प्रदेश के जिलों में सक्रिय इकाईयों के सदस्यों को डोनेशन लाने की बड़ी जिम्मेदारी है।
नई दिल्ली के चितरंजन इलाके में एक्सीस बैंक की ब्रांच में जमीयत-उलेमा-ए-हिंद ने अपना एकाउंट खोल रखा है। संगठन के सक्रिय सदस्य प्रदेश के लोगों से सम्पर्क कर सेवा के नाम पर डोनेशन लेते हैं। पदाधिकारियों की मानें तो डोनेशन की राशि सीधे एकाउंट में ही जाती है। इस संगठन से लोगों को जोड़ने के लिए न्यूनतम सदस्यता शुल्क दस रुपये तय की गयी है। जिससे सामान्य व्यक्ति भी तेजी से संगठन से जुड़ रहे हैं। 
इस संगठन के एक पदाधिकारी ने बताया कि डोनेशन की राशि दस रुपये, सौ रुपये, एक हजार रुपये, दस हजार रुपये तय की गई। इससे अधिक चंदा लेने के लिए संगठन के सर्वोच्च पदाधिकारियों की अनुमति लेना आवश्यक है। 
बताया कि इसके जरिये ही संगठन में नये व्यक्तियों को जोड़ा जाता है।  
पदाधिकारी की मानें तो इस संगठन की ओर से गरीब बच्चों की शिक्षा, स्कालरशिप, शिक्षकों के वेतन, हॉस्पिटल, जरुरी स्वास्थ्य संसाधन के नाम पर डोनेशन की राशि ली जाती है। डोनेशन के काम में सक्रिय सदस्यों की मुख्य भूमिका होती है। प्रदेश में 23 जिलों में जमीयत-उलेमा-ए-हिंद की सक्रिय इकाईयां है। प्रत्येक इकाई में पांच से ज्यादा सक्रिय सदस्य होते हैं।
जमीयत-उलेमा-ए-हिंद डोनेशन की राशि से निर्माण कार्य भी कराती है। इसमें मस्जिद, मदरसा, हॉस्पिटल, स्कूल, कुएं, ट्यूबवेल शामिल है। बताया कि मस्जिदों के मरम्मत कार्य बड़े पैमाने पर कराये जाते हैं। मदरसों में किताबों को खरीदने से लेकर आवश्यक वस्तुओं की खरीद भी की जाती है।

प्रदेश में निवेश के लिए आकर्षित होंगे उधोगपति

सत्येंद्र पंवार                                         
मेरठ। क्षेत्रीय प्रबंधक उप्र राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण सतीष कुमार ने बताया कि क्षेत्रीय कार्यालय, मेरठ के अन्तर्गत आने वाले औद्योगिक क्षेत्रों बेगराजपुर, मुजफ्फरनगर एवं पिलखनी, सहारनपुर क्रमशः तीव्रगति क्षेत्र एवं मंदगति क्षेत्र की दरें प्रतिवर्ग मी. वार्षिक निर्धारित की गयी है, जो वर्तमान में लागू होंगी।
उन्होन बताया कि सलाना मेंटीनेंस शुल्क की पूर्व और अब की दरें (प्रति वर्ग मी0) मंदगति औद्योगिक क्षेत्र में 25 एकड़ तक के क्षेत्रफल पर मौजूदा दर रू. 12 तथा प्रभावी दर रू. 10, 25 से 50 एकड़ तक के क्षेत्रफल पर मौजूदा दर रू. 12 तथा प्रभावी दर रू0 08 तथा 50 से 100 एकड़ तक के क्षेत्रफल पर मौजूदा दर रू. 12 तथा प्रभावी दर रू. 06 होगी।
उन्होने बताया कि तीव्र एवं अति तीव्र गति औद्योगिक क्षेत्र में 25 एकड़ तक के क्षेत्रफल पर मौजूदा दर रू0 24 तथा प्रभावी दर रू. 20, 25 से 50 एकड़ तक के क्षेत्रफल पर मौजूदा दर रू. 24 तथा प्रभावी दर रू0 16 तथा 50 से 100 एकड़ तक के क्षेत्रफल पर मौजूदा दर रू0 24 तथा प्रभावी दर रू0 12 होगी। उन्होने बताया कि सलाना मेंटीनेंस शुल्क की दरों में कमी से बाहरी निवेश में भारी इजाफा होगा। उद्योगपति प्रदेश में निवेश के लिए आकर्षित होंगे। उत्पादन भी बढ़ेगा तथा पूर्व के उद्यमियों को बहुत राहत मिलेगी।

यूपी: सीएससी दिवस का आयोजन धूमधाम से किया

हरिओम उपाध्याय           
बुलंदशहर। सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा संचालित सीएससी केन्द्रों पर सीएससी दिवस का आयोजन बहुत ही धूमधाम से किया गया। सीएससी दिवस के उपलक्ष्य में सीएससी केन्द्रों पर विभिन्न सेवाओं के प्रति आम जनमानस को जागरूक किया गया। जिला बुलंदशहर के जिला प्रबन्धक रवीन्द्र कुमार व अर्पित भारद्वाज ने बताया कि सीएससी दिवस के तत्वावधान में जिले में जिलाधिकारी एवं सभी वरिष्ठ अधिकारियों की से मुलाकात कर बधाई दी गई एवं जिले में चल रहे सभी लाभकारी योजनाओं के प्रगति की चर्चा की गई।
जिला प्रबन्धक ने बताया कि सीएससी दिवस कार्यक्रम के क्रम में आमजनमानस को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के प्रति जागरूक करने हेतु बाइक रैली का आयोजन जिले के डिबाई तहसील  से  एसडीएम के द्वारा हरी झण्डी दिखा कर रवाना किया गया।
इसी क्रम में जिला प्रबन्धक ने बताया कि सीएससी केन्द्रों पर आमजनमानस एवं गणमान्य के उपस्थिति में मिष्टान वितरण कर सभी प्रमुख सेवाओं के प्रति जागरूक करते हुए आमजनमानस को एनपीएस, प्रधानमंत्री फसल बीमा, टेली लॉ, कोरोना टीकाकरण का पंजीकरण, सीएससी ग्रामीण ई स्टोर आदि का लाभ दिया गया।

कैदियों की रिहाई के लिए आदेशों का इंतजार: एससी

अकांशु उपाध्याय              
नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने शुक्रवार को कहा कि वह देश भर की जेलों में उसके जमानत आदेशों के सुरक्षित डिजिटल संप्रेषण के लिए एक प्रणाली लागू करेगा क्योंकि जामनत देने के बावजूद, अधिकारी कैदियों की रिहाई के लिए प्रमाणिक आदेशों का इंतजार करते हैं।
प्रधान न्यायाधीश एन वी रमण की अगुवाई वाली पीठ ने शीर्ष अदालत के महासचिव को इस योजना पर एक प्रस्ताव पेश करने का निर्देश दिया और कहा कि यह एक महीने के अंदर लागू हो जाना चाहिए। न्यायालय ने राज्यों से जेलों में इंटरनेट कनेक्शन की उपलब्धता पर जवाब मांगा क्योंकि इसके बिना जमानत पर आदेशों का प्रसार संभव नहीं है। पीठ ने वरिष्ठ अधिवक्ता दुष्यंत दवे को योजना को लागू करने में मदद करने के लिए न्यायमित्र भी नियुक्त किया।
शीर्ष अदालत ने 13 जुलाई को उत्तर प्रदेश के अधिकारियों की ओर से उन 13 कैदियों की रिहाई में देरी का संज्ञान लिया था जिन्हें आठ जुलाई को जमानत दी गई थी। अपराध के वक्त किशोर रहे दोषी, हत्या के एक मामले में 14 से 22 साल की कैद की सजा में आगरा के केंद्रीय कारागार में बंद थे।



'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन   मतदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए स्कूली बच्चों ने निकाला रैली कौशाम्बी। एन डी कान...