बुधवार, 7 जुलाई 2021

सीएम के लिए 1 पांच सूत्रीय ज्ञापन डीएम को सौंपा

गोपीचंद             
बागपत। अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल जनपद बागपत के पदाधिकारियों द्वारा प्रदेश के मुख्यमंत्री के लिये एक पांच सूत्रीय ज्ञापन जिलाधिकारी श्री राजकमल यादव को दिया गया। जिसमें जिला अध्यक्ष भूपेश बब्बर ने बताया कि संगठन के राष्ट्रा अध्यक्ष श्री संदीप बंशल के निर्देशानुसार जिला बागपत की कार्यकारणी व्यापारी हित को ध्यान में रखते हुय प्रदेश के मुख्य मंत्री से निम्न पांच सूत्रीय मांग करती हैं।
1. प्रदेश में वरिष्ठ व्यापारी पेंशन योजना लागू की जाए।
2. कोरोना से मृत व्यापारी को मुख्यमंत्री व्यापारी दुर्घटना बीमा योजना के अंतर्गत शामिल करते हुए उसके परिजन को ₹10,00000/‐ का मुआवजा दिया जाए।
3. बिजली के फिक्स एवं सर चार्ज समाप्त किए जाएं।
4. प्रदेश में 3 सितंबर व्यापारी दिवस घोषित किया जाए।
5. व्यापारी सुरक्षा प्रकोष्ठ को प्रभावी बनाते हुए व्यापारियों को उचित सुरक्षा दी जाये। 
इस अवसर पर जिला अध्यक्ष भूपेश बब्बर, अनुराग जैन, अमित चिकारा, कुलदीप राणा व संजय कुमार आदि उपस्थिय रहें।

सत्यपाल की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया

गोपीचंद             
बागपत। जिला कांग्रेस कमेटी के विधि विभाग के जिलाध्यक्ष एडवोकेट सत्यपाल सिंह पंवार की अध्यक्षता में एक बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें सत्यपाल सिंह ने बताया कि बैठक का आयोजन पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव श्रीमती प्रियंका गांधी एवं प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू के आव्हान पर किया गया हैं और बैठक में देश में बढ़ती महंगाई व व्यापक बेरोजगारी के विकराल रूप पर चिंता करते हुये चर्चा की गयी और कहा कि देश में पेट्रोल, डीज़ल, रसोई गैस वह अन्य आवश्यक वस्तुओं के दामों में निरन्तर हो रही बढ़ोतरी से आम जन मंशा का जीवन त्रस्त हो चुका हैं। इस पर सरकार को तुरन्त कंट्रोल करना जरूरी है। कांग्रेस पार्टी इसका पुरजोर विरोध करती हैं। 
देश में बढ़ती महगाई पर अगर जल्द ही कंट्रोल नहीं किया गया, तो जनता सड़कों पर उतरने के लिये मजबूर होगी। देश में बढ़ती महंगाई को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों ने बड़ौत तहसील में जमकर नारेबाजी के साथ विरुद्ध प्रशसन किया और श्रीमान उपजिलाधिकारी को देश के राष्ट्रपति के नाम इस विषय पर ज्ञापन देकर आम जन मंशा की समस्याओं से अवगत कराया।
इस अवसर पर जिलाध्यक्ष ऐडवोकेट सत्यपाल सिंह पंवार, विधि विभाग, जिला महासचिव, जिला सचिव नरेंद्र कुमार, अनिल तोमर, एडवोकेट विनोद शर्मा, जिला सहसचिव एडवोकेट हरेंद्र सिंह, एडवोकेट प्रदीप कुमार, जगरोशन, नितिन, सचिन वह अन्य मुख्य व्यक्ति उपस्थित रहें।

सरकार के विरोध में कांग्रेसियों ने किया प्रदर्शन: यूपी

कौशाम्बी। भारतीय जनता पार्टी नीत केंद्र एवं राज्य सरकार की गलत नीतियों का खामियाजा अब देश की और प्रदेश की जनता को भुगतना पड़ रहा है। स्थिति यह है कि बढे पेट्रोलियम पदार्थों के मूल्य व खाद्य पदार्थों के बड़े मूल्य ने लोगों को भुखमरी के कगार पर धकेल दिया है। सरकार लोगों को सहयोग करने का स्थान पर उनका आर्थिक शोषण अपने पूंजीपति उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाने की नीयत से किया जा रहा है। इसके विरोध में जिला कांग्रेस कमेटी और फ्रंटल संगठनों के सहयोग से जनपद के तीनों तहसीलों के मुख्यालयों पर सरकार के विरोध में कांग्रेसियों ने ताली बजाकर विरोध प्रदर्शन किया।
कांग्रेस पार्टी के प्रदेश यूनिट के आवाहन पर बुधवार को जिले की तीनों तहसीलों में कांग्रेसी पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा ताली ताली बजाकर बढ़ी हुई महंगाई के विरोध में जोरदार प्रदर्शन किया गया। मंझनपुर तहसील परिसर में भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन के जिलाध्यक्ष अमित द्विवेदी आजाद, मानवाधिकार कांग्रेस के जिलाध्यक्ष जितेंद्र शर्मा, अनुसूचित जाति कांग्रेस जिला अध्यक्ष विनोद चौधरी, सोशल मीडिया के जिलाध्यक्ष इज़हार अब्बास,प्रयागराज विश्वविद्यालय के इकाई अध्यक्ष अभिषेक द्विवेदी की अगुवाई में प्रदर्शन किया गया। यहां मौजूद पार्टी के लोगों ने ताली थाली बजा कर सरकार का विरोध किया। 
इस मौके पर बोलते हुए पार्टी के जिलाध्यक्ष ने कहा की यह सरकार ताली और थाली की आवाज को भी पहचानती है। इसलिए अपनी आवाज को जनता की आवाज को सरकार तक पहुंचाने के लिए ताली और खाली प्रदर्शन का आयोजन किया गया है। इसी तरह सिराथू तहसील परिसर में युवक कांग्रेस जिलाध्यक्ष अंकुर शुक्ला व अल्पसंख्यक कांग्रेस जिलाध्यक्ष तमजीद की अगुवाई में धरना एवं प्रदर्शन कार्यक्रम का आयोजन किया तो चायल तहसील परिसर में कांग्रेस के जिला अध्यक्ष रजनीश पांडे की धरना एवं प्रदर्शन कार्यक्रम आयोजित किया गया। 
इस मौके पर प्रमुख रूप से अरुण विद्यार्थी, वेद प्रकाश पाण्डेय सत्यार्थी, डॉ मुमताज सिद्दीकी, विवेक मिश्रा माइकल, कौशलेश द्विवेदी, विनय पासी, भारत गौतम, राजू कुशवाहा, असगर मदनी, रामेन्द्र निषाद, मंजीत कैथवास, राम कुमार, मो सैफ, सौरभ कुशवाहा, अफ़न, संस्कार पाण्डेय, राम प्रकाश, नरेंद्र सिंह, बृजेश पाण्डेय, भागीरथी पटेल, राजकुमार, गुलाम, मुन्ना, वीरेन्द्र कुमार, सचिन साहू, राजकुमार गौतम के साथ बड़ी संख्या में कांग्रेसी तीनों तहसील परिसर में मौजूद रहे।
सुशील केसरवानी 

बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता दिलीप का निधन हुआ

कविता गर्ग            
मुबंई। बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता दिलीप कुमार का बुधवार सुबह निधन हो गया है। काफी समय से सांस लेने में हो रही दिक्कत की वजह से वह बार-बार अस्पताल में भर्ती हो रहे थे। दिलीप कुमार को 30 जून को हिंदुजा अस्पताल में भर्ती कराया गया था जिसके बाद आज सुबह उनके निधन की खबर आई है। 98 साल के अभिनेता के निधन से पूरी फिल्म इंडस्ट्री दुखी है और देशभर के लोग सोशल मीडिया के जरिए उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं। 
बॉलीवुड स्टार्स से लेकर देश के बड़े राजनीतिक नेता दिलीप कुमार को श्रद्धांजलि दे रहे हैं। पीएम मोदी, राहुल गांधी, नीतिश कुमार समेत बड़े-बड़े नेता सोशल मीडिया के जरिए उनके निधन पर दुख व्यक्त कर रहे हैं।
दिलीप कुमार को सांस संबंधित शिकायत होने के बाद उनके फेफड़ों की जांच की गई। जिसमें प्लयूरल एफ्यूशन पाया गया। जिससे उनके फेफड़ों के आसपास तरल पदार्थ जमा हो जा रहा था और इसी के चलते वो ठीक से सांस नहीं ले पा रहे थे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि उनका जाना हमारी सांस्कृतिक दुनिया के लिए एक क्षति है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने दिलीप कुमार की पत्नी सायरा बानो से फोन पर बात की है। प्रधानमंत्री ने इस गंभीर दुख की घड़ी में परिवार को ढांढस बंधाया है। प्रधानमंत्री ने करीब दस मिनट तक शायरा बानो से बात की।
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया, ”दिलीप कुमार जी को एक सिनेमाई किंवदंती के रूप में याद किया जाएगा। उन्हें अद्वितीय प्रतिभा का आशीर्वाद प्राप्त था। जिसके कारण पीढ़ियों के दर्शक मंत्रमुग्ध हो गए थे। उनका जाना हमारी सांस्कृतिक दुनिया के लिए एक क्षति है। उनके परिवार, दोस्तों और असंख्य प्रशंसकों के प्रति संवेदना, श्रद्धांजलि।
मोहम्मद यूसुफ खान के रूप में जन्मे, दिलीप कुमार ने फिल्म ज्वार भाटा (1944) में एक अभिनेता के रूप में शुरुआत की। पांच दशक से अधिक के करियर में, कुमार ने 65 से अधिक फिल्मों में काम किया। उन्हें रोमांटिक अंदाज़ (1949), दमदार आन (1952), सामाजिक नाटक दाग (1952), नाटकीय देवदास (1955), हास्यपूर्ण आज़ाद (1955), महाकाव्य ऐतिहासिक मुगल- जैसी फिल्मों में भूमिकाओं के लिए जाना जाता है। ई-आज़म (1960), सामाजिक डकैत अपराध नाटक गंगा जमुना (1961), और कॉमेडी राम और श्याम (1967)।
अभिनेता ने अपने दो भाइयों को पिछले साल सिर्फ दो सप्ताह के दौरान कोविड -19 में खो दिया। हालांकि, दिलीप को उनकी मौत के बारे में सूचित नहीं किया गया।  था। उनके परिवार में उनकी पत्नी सायरा बानो हैं।

खिलाड़ी एंजेलो मैथ्यूज ने संन्यास लेने के संकेत दियें

कोलंबो। श्रीलंका क्रिकेट और उसके क्रिकेटरों के बीच अनुबंध को लेकर लंबे समय से चले आ रहे विवाद ने बुधवार को नया मोड़ ले लिया जब सीनियर खिलाड़ी एंजेलो मैथ्यूज ने संन्यास लेने के संकेत दिये। भारत के खिलाफ 13 जुलाई से शुरू हो रही सीमित ओवरों की श्रृंखला से पहले यह घटनाक्रम हुआ है। मौजूदा खिलाड़ियों में सबसे सीनियर मैथ्यूज और टेस्ट कप्तान दिमुथ करूणारत्ने को राष्ट्रीय अनुबंध से बाहर रखा गया है। 
मैथ्यू ने श्रीलंका क्रिकेट प्रशासन को लिखा है कि वह संन्यास की सोच रहे हैं। वह अगले कुछ दिन में संन्यास का ऐलान कर सकते हैं। सूत्र ने कहा कि श्रीलंका क्रिकेट ने हर दौरे के आधार पर अनुबंध देने का फैसला किया है। कोई सालाना करार नहीं होंगे क्योकि अभी फौरी जरूरत भारत के खिलाफ श्रृंखला के लिये खिलाड़ियों के साथ अनुबंध करने की है।
खिलाड़ियों को आठ जुलाई तक की समय सीमा दी गई है। पहले इस पर हस्ताक्षर करने से इनकार करने वाले खिलाड़ियों ने भी अब हस्ताक्षर कर दिये हैं। प्रदर्शन के आधार पर 24 शीर्ष खिलाड़ियों को चार श्रेणियों में अनुबंध दिये गए हैं। छह खिलाड़ियों को ए श्रेणी के करार मिले हैं जिनकी सालाना तनख्वाह 70000 से एक लाख डॉलर के बीच होगी। श्रीलंकाई टीम राष्ट्रीय अनुबंध पर हस्ताक्षर किये बिना इंग्लैंड दौरे पर गई थी।

संगीत: 'प्यार और दर्द से उबरने' के संदेश दिये

कविता गर्ग                      
मुंबई। भारत के कोरोना वायरस की दूसरी लहर से उबरने के बीच उसके साथ एकजुटता जताते हुए सैकड़ों इजराइली नागरिकों ने एक संगीत कार्यक्रम के दौरान ”प्यार और दर्द से उबरने” के संदेश भेजे। भारत के संगीतकारों ने इस कार्यक्रम में वर्चुअल रूप से भाग लिया। तेल अवीव के हाबिमा स्क्वायर पर मंगलवार शाम को यह कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में पहले से रिकॉर्ड भक्ति गीत ‘केशव माधव हरि हरि बोल’ भी दिखाया गया। यह गीत अतीव भंसाली और आशीष रंगवानी ने गाया है।
कार्यक्रम के आयोजकों में से एक राज हेलविंग ने कहा, ”इजराइल के लोग भारत और भारतीय लोगों तथा उसकी संस्कृति को बहुत याद करते हैं। क्योंकि कोविड-19 के कारण पिछले साल भारत जाना संभव नहीं हो पाया। इजराइल और भारत के लोगों के बीच संबंध हमेशा अच्छे और मजबूत रहे हैं तथा हम उम्मीद करते हैं कि हम जल्द ही फिर से भारत जा सकें।
एक यात्रा एजेंसी चलाने वाले राज खुद संगीतकार हैं। उनका भारत से मजबूत नाता रहा है और वह वर्षों से इजराइल के समूहों के साथ देश के विभिन्न हिस्सों की यात्रा कर चुके हैं। 
यह संगीत कार्यकम यूनाइट इन बेबीलोन ”सिंगिंग सर्कल” ने आयोजित किया था जिसमें भाग लेने वाले सभी संगीतकार एक गोल घेरा बनाकर गाते और वाद्य यंत्र बजाते हैं। 2012 से ऐसे कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। कार्यक्रम में इजराइल के दर्जनों संगीतकारों ने हिब्रू, अंग्रेजी और हिंदी में गाने गाए, कई वाद्य यंत्र बजाए। बच्चों, युवा और बुजुर्ग समेत सैकड़ों इजराइली दर्शकों ने खुशी में गाने गाए और संगीत की धुनों पर थिरके। भारत में इजराइल के दूतावास की अधिकारी रोनी येदिदिया क्लिन ने कहा, ”संगीत के अलावा ऐसी कोई चीज नहीं है जो लोगों को आपस में इतना जोड़ती हो। यह एक सार्वभौमिक भाषा है जिसे अनुवाद की आवश्यकता नहीं है। 
नई दिल्ली में इजराइली दूतावास भारत के लोगों के साथ मिलकर इजराइल के लोगों के इस अनूठे कार्यक्रम का समर्थन करके खुश है। हम उम्मीद जताते हैं कि यह संगीत सहयोग दोनों देशों के लोगों के दिलों तक पहुंचेगा। हम अगले साल दोनों देशों के बीच कूटनीतिक संबंधों के 30 साल पूरे होने पर इस तरह का और सहयोग देखने के लिए उत्साहित हैं।
ओरी यावोर के भक्ति गीत ”सीताराम, जय सीताराम” ने कार्यक्रम में एकत्रित लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। कुछ लोग तो भारतीय परिधान पहनकर कार्यक्रम में शामिल हुए। दो महीने पहले इसी आयोजन स्थल पर ऐसा ही कार्यक्रम किया गया था कि जिसमें इजराइलियों को कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान भारत के साथ एकजुटता जताते हुए ”ओम नम: शिवाय” गाते हुए देखा गया था। सोशल मीडिया पर पोस्ट इसकी वीडियो को 1.2 करोड़ से अधिक लोगों ने देखा था।

केंद्रीय कैबिनेट का नहीं, बल्कि भूख का विस्तार है

अकांशु उपाध्याय               
नई दिल्ली। कांग्रेस ने केंद्रीय मंत्रिपरिषद के विस्तार से कुछ घंटे पहले बुधवार को दावा किया कि यह केंद्रीय कैबिनेट का नहीं, बल्कि ‘सत्ता की भूख’ का विस्तार है। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने यह भी कहा कि अगर कामकाज और शासन को आधार बनाया जाए तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके कई मंत्रियों को पद से हटा दिया जाना चाहिए।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि यह मंत्रिपरिषद का विस्तार नहीं, सत्ता की भूख का विस्तार है। अगर मंत्रिपरिषद का विस्तार हो तो वह कामकाज और शासन के आधार पर हो। सुरजेवाला ने दावा किया कि अगर कामकाज के आधार पर फेरबदल हो तो सबसे पहले तो स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री हर्षवर्धन को हटा दिया जाना चाहिए। इसके साथ ही पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को हटाना चाहिए जिन्होंने पेट्रोल-डीजल पर उत्पाद शुल्क की लूट के बोझ तले देश की जनता को दबा दिया।
उन्होंने यह भी कहा कि खाद्य मंत्री को हटाया जाना चाहिए जिन्होंने देश को इस मोड़ पर लाकर खड़ा कर दिया कि गरीब के लिए तो खाद्यान नहीं हैं जबकि शराब बनाने वाली इकाइयों को एक लाख टन चावल दिया जा रहा है। इनसे पहले वित्त मंत्री को हटाया जाना चाहिए जिन्होंने जीडीपी को नकारात्मक स्थिति में पहुंचा दिया।
कांग्रेस महासचिव ने दावा किया कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को हटाया जाना चाहिए जिनके कार्यकाल में चीन ने भारत की जमीन पर कब्जा कर रखा है और सरकार की ओर से कुछ नहीं हो रहा। अगर कामकाज और शासन आधार है तो फिर गृह मंत्री अमित शाह को हटाया जाना चाहिए क्योंकि उनकी नाक के नीचे नक्सलवाद और आतंकवाद फैला हुआ है, पाकिस्तान की तरफ घुसपैठ हो रही है और आए दिन कहीं न कहीं पीट पीट कर जान लेने की घटनाएं हो रही हैं।
उन्होंने यह दावा भी किया कि अगर कामकाज और शासन आधार है तो प्रधानमंत्री को हटा दिया जाना चाहिए क्योंकि आवाज दबाने वाली सरकारों में मोदी सरकार का ही नाम आता है। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री के रूप में मई 2019 में 57 मंत्रियों के साथ अपना दूसरा कार्यकाल आरंभ करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहली बार केंद्रीय मंत्रिपरिषद में फेरबदल व विस्तार करने वाले हैं।

हिम्मत: लूट के मकसद से वारदात को अंजाम दिया

अकांशु उपाध्याय               
नई दिल्ली। दिल्ली के वसंत कुंज इलाके में पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. रंगराजन कुमारमंगलम की पत्नी किट्टी मंगलम की देर रात बदमाशों ने घर में घुसकर हत्या कर दी। इस वारदात का तब पता चला, जब घर की नौकरानी ने रात करीब 11 बजे पुलिस को सूचना दी। दिल्ली पुलिस के मुताबिक, इस वारदात को घर के धोबी राजू ने लूट के मकसद से अपने दो साथियों के साथ अंजाम दिया है। इस वारदात से पूरी दिल्ली में सनसनी फैल गई है।
दिल्ली पुलिस के मुताबिक, रात करीब नौ बजे धोभी राजू घर में घुसा और नौकरानी को बेहाेश कर दिया और खींचकर एक कमरे में बंद कर दिया। इसी बीच घर में दो और लोग दाखिल हो गए। 
जिसके बाद इन्होंने किट्टी मंगलम की तकिए से दम घोंटकर हत्या कर दी। नौकरानी ने बाद में होश में आने पर रात करीब 11 बजे पुलिस को इस बात की जानकारी दी। दिल्ली पुलिस के मुताबिक मृतक किट्टी मंगलम का एक बेटा बेंगलुरू में रहता है। वे यहां अकेले रहती थीं और घर में नौकर काम करते थे। पुलिस ने देर रात ही धोभी राजू को गिरफ्तार कर लिया। इसके दोनों साथियों की तलाश की जा रही है। पुलिस के मुताबिक अभी तक की जांच से लग रहा है कि लूट के मकसद से ये हत्या की गई है।

'हॉकी' के स्वर्णिम युग का आखिरी स्तंभ भी ढह गया

लंदन। ब्रिटेन का मानमर्दन करते हुए ओलंपिक में स्वर्ण पदक के साथ स्वतंत्र भारत को नई पहचान दिलाने वाली 1948 लंदन ओलंपिक टीम के सदस्य केशव दत्त के निधन के साथ ही भारतीय हॉकी के स्वर्णिम युग का आखिरी स्तंभ भी ढह गया। भारतीय हॉकी के सर्वश्रेष्ठ हाफ बैक में से एक केशव दत्त ने बुधवार को कोलकाता में अंतिम सांस ली। 
वह 95 वर्ष के थे। लाहौर में 1925 में जन्में दत्त 1952 हेलसिंकी ओलंपिक की स्वर्ण पदक विजेता भारतीय टीम के उपकप्तान थे। पिछले साल बलबीर सिंह सीनियर के निधन के बाद वह स्वतंत्र भारत की पहली ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता हॉकी टीम के आखिरी सदस्य थे। भारत ने लंदन के वेम्बले स्टेडियम पर अपने पूर्व शासक ब्रिटेन को 4 . 0 से हराकर ओलंपिक में ऐतिहासिक पीला तमगा जीता था। उस जीत ने भारतीय हॉकी के सुनहरे दौर का सूत्रपात किया जो अगले दो ओलंपिक में भी जारी रहा। 
हेलसिंकी में 1952 में भारत ने नीदरलैंड को 6-1 से हराकर लगातार पांचवां स्वर्ण पदक जीता था।
इससे पहले ध्यानचंद के उम्दा खेल के दम पर भारत ने तीन बार स्वर्ण जीते थे लेकिन वह आजादी से पहले की टीम थी। लंदन खेलों से पहले दत्त ने ध्यानचंद की कप्तानी में पूर्वी अफ्रीका का दौरा किया। मेजर ध्यानचंद और केडी सिंह बाबू जैसे दिग्गजों से हॉकी का ककहरा सीखने वाले दत्त ने पश्चिमी पंजाब शहर में अपनी पढाई पूरी की। वह अविभाजित भारत में राष्ट्रीय चैम्पियनशिप में पंजाब के लिये खेलते थे।
विभाजन के बाद वह बांबे (मुंबई) आ गए और फिर 1950 में कोलकाता में बस गए। उन्होंने राष्ट्रीय चैम्पियनशिप में बांबे और बंगाल के लिये खेला। मोहन बागान के लिये हॉकी खेलते हुए उन्होंने कलकत्ता लीग छह बार और बेटन कप तीन बार जीता। उन्हें 2019 में मोहन बागान रत्न सम्मान भी प्रदान किया गया और यह सम्मान पाने वाले वह पहले गैर फुटबॉलर थे।

ईडी ने 14 को बयान दर्ज करने के लिए समन भेजा

श्रीनगर। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार को जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की मां को ईडी ने धन शोधन मामले में 14 जुलाई को पेश होकर अपना बयान दर्ज करने के लिए नया समन भेजा है।
समन के अनुसार गुलशन नज़ीर को श्रीनगर स्थित केंद्रीय जांच एजेंसी के कार्यालय में सहायक निदेशक सुनील कुमार मीणा जो कि मामले में जांच अधिकारी (आईओ) हैं के सामने पेश होने के लिए कहा गया है।महबूबा मुफ्ती ने आज ट्वीट कर कहा, "ईडी ने मेरी मां को अज्ञात आरोपों के लिए व्यक्तिगत रूप से पेश होने के लिए समन भेजा है। 
भारत सरकार राजनीतिक विरोधियों को डराने-धमकाने के अपने प्रयासों में वरिष्ठ नागरिकों को भी नहीं बख्शती। अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) और ईडी जैसी एजेंसियां उनको फायदा पहुंचाने का उपकरण है।

किसानों की चेहरे पर चिंता की लकीर दिखने लगीं

मनोज सिंह ठाकुर         
झाबुआ। सूखे की मार झेल रहे जिले के किसानों की मुसीबतें कम नहीं हो पा रही हैं। मध्यप्रदेश के आदिवासी बाहुल्य झाबुआ, आलिराजपुर, धार, बडवानी आदि जिलो में बारिश ने होने से किसानों की चेहरे पर चिंता की लकीर दिखायी देने लगी है।
इन क्षेत्रों में इस साल जून माह से लेकर जुलाई के पहले सप्ताह तक में अवर्षा के चलते किसानों के चेहरों पर चिंता की लकीरे खिंच गई है। जिन किसानों ने बोवनी कर दी थी उन्हे फिर से बोवनी करना पडेगी। वर्षा नहीं होने से इन जिलों में गर्मी व उमस से बुरा हाल है। दोनों तापमानों में बढोत्तरी होती है। जलाशयों में पानी खत्म हो रहा है व हेंडपंम्प सूख गये है। कई जगहों पर लोग पानी के लिये दूर दराज भटक रहे है तो कई जगहों पर टेंकरों से जल सप्लाय किया जा रहा है।बारिश के लिये आदिवासीयों व किसानों ने टोने टोटके भी करना प्रारंभ कर दिया है, जिसके चलते जिंदा आदमी की अर्थी निकाली जा रही है तो वहीं आदमी को गधे पर उल्टा बिठाकर ढोल ढमाकों से उसकी सवारी भी नगर में निकाली जा रही है। ऐसा वाक्या विगत दिनों पेटलावद तहसील के ग्राम झकनावदा में देखने को मिला।

कश्मीर घाटी में उगाई गई 'चेरी' का दुबई को निर्यात

                 
श्रीनगर। कश्मीर घाटी में उगाई गयी चेरी का निर्यात दुबई को किया गया है। जिससे घाटी में बागवानी फसलों को प्रोत्साहन मिलने की उम्मीद है।
केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने मंगलवार को यहां यह जानकारी देते हुए बताया कि बागवानी फसलों के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए कश्मीर घाटी से मिस्री किस्म की चेरी की पहली खेप श्रीनगर से दुबई भेजी गयी है। चेरी की मिस्री किस्म न केवल स्वादिष्ट होती है बल्कि इसमें स्वास्थ्य लाभ के आंकडों के अनुसार जम्मू और कश्मीर देश में 95 प्रतिशत से अधिक चेरी का उत्पादन करता है। 
यह चेरी की चार किस्मों - डबल, मखमली, मिस्री और इटली का उत्पादन करता है।
चेरी के निर्यात की शुरुआत आने वाले मौसमों में कश्मीर से विशेष रूप से पश्चिम एशिया के आलू बुखारा, नाशपाती, खुबानी और सेब जैसे कई फलों के निर्यात के लिए बड़े अवसर प्रदान करेगी। कश्मीर से सेब, बादाम, अखरोट, केसर, चावल, ताजे फल और सब्जियों और प्रमाणित जैविक उत्पादों की निर्यात क्षमता को बढ़ावा देने के लिए किसानों, किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ), सरकारी अधिकारियों और अन्य पक्षधारकों के साथ बातचीत की जा रही है।

मंत्रालय के गठन को ऐतिहासिक निर्णय करार दिया

अकांशु उपाध्याय        
नई दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सहकारिता मंत्रालय के गठन को ऐतिहासिक निर्णय करार देते हुए कहा है कि इससे कृषि क्षेत्र की समृद्धि का मार्ग प्रशस्त होगा।
उल्लेखनीय है कि सरकार ने केंद्रीय मंत्रिमंडल के संभावित विस्तार से पहले मंगलवार देर रात नए मंत्रालय सहकारी मंत्रालय के गठन घोषणा की। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट भाषण में सहकारिता मंत्रालय का सर्जन किए जाने का ऐलान किया था।
मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को ट्वीट कर कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक ऐतिहासिक निर्णय करते हुए एक अलग सहकारिता मंत्रालय बना दिया है। सहकारिता मंत्रालय का गठन, कृषि क्षेत्र में विकास को बल देने के साथ-साथ कृषक कल्याण की दृष्टि से भी बहुत कारगर सिद्ध होगा। मैं इसके लिए प्रधानमंत्रीजी को बहुत धन्यवाद देता हूँ।"वहीं मंत्री अमित शाह ने कहा, "मोदी सरकार ने सहकार से समृद्धि के सपने को साकार करने हेतु एक अलग सहकारिता मंत्रालय बनाने का निर्णय लिया है।
इस अभूतपूर्व निर्णय पर पीएम नरेंद्र मोदी जी का हृदय से आभार व्यक्त करता हूँ।"
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, "मोदी जी के इस दूरदर्शी निर्णय से कृषि व ग्रामीण क्षेत्र में समृद्धि का एक नया सवेरा आएगा। मोदी सरकार पिछले 7 वर्षों से देश के गाँव, गरीब व किसानों के कल्याण और उनसे संबंधित व्यवसायों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए निरंतर सेवारत है। मुझे विश्वास है यह ऐतिहासिक निर्णय सहकारिता सेक्टर व उससे जुड़े लोगों को सशक्त करेगा और भारत के सहकारिता सेक्टर को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा।

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन   मतदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए स्कूली बच्चों ने निकाला रैली कौशाम्बी। एन डी कान...