बुधवार, 16 जून 2021

'ट्विटर' ने नियमों का पालन ना करने का रास्ता चुना

अकांशु उपाध्याय                      
नई दिल्ली। सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने बुधवार को कहा कि ट्विटर मध्यस्थ नियमों का पालन करने में विफल रहा और उसने कई अवसर मिलने के बावजूद जानबूझकर इनका पालन ना करने का रास्ता चुना। नियमों का पालन ना करने को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर निशाना साधते हुए रविशंकर प्रसाद ने कहा कि यह आश्चर्यजनक है कि स्वयं को स्वतंत्र अभिव्यक्ति के ध्वजवाहक के रूप में पेश करने वाला ट्विटर, जब मध्यस्थ दिशानिर्देशों की बात आती है तो जानबूझकर अवज्ञा का रास्ता चुनता है।

रविशंकर प्रसाद ने स्वेदशी सोशल मीडिया मंच पर सिलसिलेवार पोस्ट में कहा कि इस बात को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं कि क्या ट्विटर संरक्षण प्रावधान का हकदार है। हालांकि, इस मामले का सामान्य तथ्य यह है कि ट्विटर 26 मई से लागू हुए मध्यस्थ दिशानिर्देशों का पालन करने में विफल रहा है। संरक्षण (हार्बर) प्रावधान, एक कानून या विनियम का प्रावधान है। जो निर्दिष्ट करता है कि किसी निश्चित आचरण को, दिए गए नियम का उल्लंघन करने वाला ना माना जाए। मंत्री ने इस मामले के संबंध में ट्वीट भी किया। रविशंकर प्रसाद ने कहा कि ट्विटर को कई अवसर दिए गए, लेकिन उसने जानबूझकर इनका पालन ना करने का रास्ता चुना।

कोलकाता पुलिस ने डिजिटल माध्यम से पूछताछ की

कोलकाता। कोलकाता पुलिस ने पश्चिम बंगाल में अपने भाषणों से चुनाव के बाद हिंसा भड़काने के आरोप में अभिनेता एवं भाजपा नेता मिथुन चक्रवर्ती से डिजिटल माध्यम से बुधवार को पूछताछ की। उत्तरी कोलकाता के माणिकतला पुलिस थाने के अधिकारियों ने पूर्वाह्न 10 बजकर 20 मिनट पर अभिनेता से पूछताछ शुरू की। मिथुन चक्रवर्ती इस समय पुणे में हैं। एक अधिकारी ने बताया कि आखिरी सूचना मिलने तक पूछताछ जारी थी।
पुलिस थाने में दर्ज एक प्राथमिकी में आरोप लगाया गया है कि अभिनेता ने भाजपा में शामिल होने के बाद यहां एक रैली में मारबो एखने लाश पोरबे शोशाने (तुम्हे मारूंगा तो लाश श्मशान में गिरेगी) और एक चोबोले चाबी (सांप के एक दंश से तुम तस्वीर में कैद हो जाओगे) जैसे संवाद कहे थे।विधानसभा चुनाव के नतीजे दो मई को घोषित होने के बाद राज्य के कई हिस्सों से झड़पों की खबरें मिली थीं। चुनाव के बाद तृणमूल कांग्रेस तीसरी बार सत्ता में लौटी। अदालत ने याचिकाकार्ता और अभियोजन पक्ष के अनुरोध पर शुक्रवार को मामले की अगली सुनवाई 18 जून तक के लिए स्थगित कर दी थी।
मिथुन चक्रवर्ती ने कोलकाता पुलिस द्वारा दर्ज प्राथमिकी को खारिज करने के लिए उच्च न्यायालय में याचिका दायर की है। मिथुन चक्रवर्ती ने याचिका में कहा कि उन्होंने केवल अपनी फिल्मों के संवाद बोले थे।

टीकों की कमी पर पर्दा, नारों की जरूरत नहीं: राहुल

अकांशु उपाध्याय                         
नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को कहा कि इस वक्त देश में कोरोना रोधी टीकों की कमी पर पर्दा डालने के लिए भाजपा के चिर परिचित झूठ और नारों की जरूरत नहीं है। बल्कि त्वरित और संपूर्ण रूप से टीकाकरण करना इस समय की आवश्यकता है। कांग्रेस नेता ने एक खबर का हवाला देते हुए ट्वीट किया कि भारत को त्वरित और संपूर्ण टीकाकरण की आवश्यकता है, ना कि कोरोना रोधी टीकों की कमी पर पर्दा डालने के लिए भाजपा के चित परिचित झूठ और नारों की जरूरत है।
राहुल गांधी ने आरोप लगाया क प्रधानमंत्री की फर्जी छवि बचाने के लिए किए जा रहे निरंतर प्रयास से वायरस को मदद मिल रही है और लोगों के जीवन के लिए खतरा पैदा हो रहा है। उन्होंने जिस खबर का हवाला दिया उसमें कथित तौर पर कहा गया है कि कई वैज्ञानिकों ने टीकों की दोनों खुराक के बीच अंतराल बढ़ाने के कदम का समर्थन किए जाने से इंकार किया है।

युवकों को सहायकों के तौर पर प्रशिक्षित करेंगी सरकार

अकांशु उपाध्याय                     
नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को कहा कि उनकी सरकार कोविड-19 की तीसरी संभावित लहर से निपटने के लिए दिल्ली में 5000 युवकों को स्वास्थ्य सहायकों के तौर पर प्रशिक्षित करेगी। केजरीवाल ने कहा कि स्वास्थ्य सहायकों या सामुदायिक नर्सिंग सहायकों को नर्सिंग और स्वास्थ्य रक्षा में दो सप्ताह का बुनियादी प्रशिक्षण दिया जाएगा। 28 जून को 500 लोगों के पहले जत्थे के साथ यह प्रशिक्षिण शुरू किया जाएगा। 
उन्होंने कहा कि महामारी की तीसरी लहर के दौरान जब भी उनकी सेवाओं की आवश्यकता होगी। स्वास्थ्य सहायकों को बुलाया जाएगा। जितने दिन वे काम करेंगे, उनके हिसाब से उन्हें भुगतान किया जाएगा।मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रशिक्षण के लिए आवेदन करने वालों को 12वीं पास होना चाहिए और उनकी उम्र कम से कम 18 साल होनी चाहिए। प्रशिक्षण के लिए आवेदन 17 जून से पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर स्वीकार किए जाएंगे।

ट्विटर सहित 9 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया

अश्वनी उपाध्याय                  
गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश पुलिस ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो प्रसारित करने के सिलसिले में माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर, एक समाचार पोर्टल और छह लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इस वीडियो में एक बुजुर्ग मुस्लिम गाजियाबाद में कुछ लोगों के हमले के बाद अपनी व्यथा सुनाता दिख रहा है। गाजियाबाद के लोनी बॉर्डर पुलिस स्टेशन में एक स्थानीय पुलिसकर्मी ने शिकायत दर्ज कराई और उसके आधार पर मंगलवार रात करीब 11.30 बजे प्राथमिकी दर्ज की गई। इसमें आरोप लगाया गया है कि वीडियो को सांप्रदायिक अशांति भड़काने के इरादे से साझा किया गया था।सोशल मीडिया पर 14 जून को सामने आए वीडियो क्लिप में बुजुर्ग मुस्लिम व्यक्ति अब्दुल समद सैफी ने आरोप लगाया कि कुछ युवकों ने उसकी पिटाई की और उनसे ‘जय श्री राम’ का नारा लगाने के लिए कहा। गाजियाबाद पुलिस ने मामले में कोई सांप्रदायिक पहलू होने से इनकार किया और कहा कि आरोपी उस ताबीज से नाखुश थे, जो सैफी ने उन्हें बेचा था। 
पुलिस ने मुसलमानों सहित छह लोगों को गिरफ्तार किया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अमित पाठक ने मंगलवार को बताया कि गिरफ्तार युवकों की पहचान कल्लू और आदिल के रूप में हुई है। उनके अलावा पोली, आरिफ, मुशाहिद और परवेश गुर्जर भी इस घटना में शामिल थे। पुलिस ने बाद में मंगलवार को क्लिप साझा करने को लेकर ट्विटर इंक, ट्विटर कम्युनिकेशंस इंडिया, समाचार वेबसाइट द वायर, पत्रकारों मोहम्मद जुबैर और राणा अय्यूब, कांग्रेस के नेताओं सलमान निजामी, मश्कूर उस्मानी, डॉ शमा मोहम्मद और लेखिका सबा नकवी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की।
प्राथमिकी में कहा गया है। इन लोगों ने मामले की सच्चाई की पुष्टि नहीं की और सार्वजनिक शांति को बाधित करने एवं धार्मिक समूहों के बीच विभाजन के इरादे से इसे सांप्रदायिक पहलू देकर ऑनलाइन साझा किया।’’ इसमें कहा गया है, ‘‘इसके अलावा, ट्विटर इंक और ट्विटर कम्युनिकेशंस इंडिया ने भी इन ट्वीट को हटाने के लिए कोई उपाय नहीं किया।
प्राथमिकी भारतीय दंड संहिता की धाराओं 153 (दंगा भड़काने के इरादे से उकसाना), 153ए (धर्म, वर्ग आदि के आधार पर समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना), 295 ए (किसी वर्ग के धर्म या धार्मिक विश्वास का अपमान करके उसकी धार्मिक भावनाओं को आहत करने के इरादे से जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण कृत्य करना), 120बी (आपराधिक साजिश) और अन्य के तहत मामला दर्ज किया गया है।

हादसा: कार व ट्रक की टक्कर से 10 लोगों की मौंत

अहमदाबाद। गुजरात के आणंद जिले के इंद्रनाज गांव के निकट एक कार की विपरित दिशा से आ रहे एक ट्रक से बुधवार सुबह टक्कर हो गई, जिसमें 10 लोग मारे गए। तारापुर पुलिस थाने के एक अधिकारी ने बताया कि हादसा आणंद जिले के तारापुर को अहमदाबाद जिले के वतमान से जोड़ने वाले राजमार्ग पर हुआ। उन्होंने कहा कि कार में एक बच्चे सहित 10 लोग सवार थे। जिसे तेज रफ्तार से आ रहे ट्रक ने टक्कर मार दी। कार में सवार सभी 10 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। अधिकारी ने बताया कि कार से शवों को निकालने और उनकी पहचान करने की कोशिश जारी है।
एजेंसी

देश में कोरोना संक्रमित संख्या-2,96,33,105 हुईं

अकांशु उपाध्याय                    
नई दिल्ली। भारत में एक दिन में कोविड-19 के 62,224 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 2,96,33,105 हो गई। वहीं, 70 दिन बाद उपचाराधीन मरीजों की संख्या भी नौ लाख से कम हो गई है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बुधवार को सुबह आठ बजे जारी किए गए अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, 2,542 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 3,79,573 हो गई है। वहीं, उपचाराधीन मरीजों की संख्या कम होकर 8,65,432 हो गई है, जो कुल मामलों का 2.92 प्रतिशत है। 

पिछले 24 घंटे में उपचाराधीन मामलों में कुल 47,946 की कमी आई है। मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर भी बढ़कर 95.80 प्रतिशत हो गई है। आंकड़ों के अनुसार, देश में अभी तक कुल 38,33,06,971 नमूनों की कोविड-19 संबंधी जांच की गई है। जिनमें से 19,30,987 नमूनों की जांच मंगलवार को की गई। दैनिक संक्रमण दर 3.22 प्रतिशत है। पिछले नौ दिन से यह दर पांच प्रतिशत से कम बनी हुई है। वहीं, संक्रमण की साप्ताहिक दर भी कम होकर 4.17 प्रतिशत हो गई है। 
संक्रमण मुक्त हुए लोगों की संख्या लगातार 34वें दिन संक्रमण के नए मामलों से अधिक रही। देश में अभी तक कुल 2,83,88,100 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं। कोविड-19 से मत्यु दर 1.28 प्रतिशत है। देश में अभी तक कुल 26,19,72,014 लोगों को कोविड-19 रोधी टीके लग चुके हैं। देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितम्बर को 40 लाख से अधिक हो गई थी।
वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितम्बर को 50 लाख, 28 सितम्बर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख, 20 नवम्बर को 90 लाख के पार हो गए। देश में 19 दिसम्बर को ये मामले एक करोड़ के पार और चार मई को दो करोड़ के पार चले गए थे।

दिल्ली में 2.0 तीव्रता का भूकंप, महसूस नहीं हुआ

दिल्ली में 2.0 तीव्रता का भूकंप, महसूस नहीं हुआ अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। दबे पांव पहुंचे भूकंप ने धरती को हिलाते हुए पब्लिक को दहशत में ड...