बुधवार, 26 मई 2021

48 घंटों के लिए सतर्कता बरतने की चेतावनी जारी

दुष्यंत सिंह टीकम                
रायपुर। प्रदेश में मौसम विभाग ने आगामी 48 घंटों के लिए सतर्कता बरतने की चेतावनी जारी की है। मौसम विज्ञानी आरके वैश्य ने राहत आयुक्त छत्तीसगढ़ शासन को ऑरेंज अलर्ट के संबंध में पत्र भेजा है। उन्होंने गरज-चमक के साथ भारी वर्षा की चेतावनी दी है। मौसम विभाग के मुताबिक प्रदेश के बलरामपुर, सरगुजा, सूरजपुर, जशपुर, रायगढ़, जांजगीर व महासमुंद जिलों में एक-दो स्थानों पर गरज-चमक के साथ भारी वर्षा होने की संभावना है। मौसम विज्ञानी एचपी चंद्रा के मुताबिक बंगाल की खाड़ी से उठे अति प्रबल चक्रवात के कारण प्रदेश में पर्याप्त मात्रा में नमी आ रही है। इस कारण प्रदेश में काफी तेज हवा भी चल रही है। 26 मई को प्रदेश के एक-दो स्थानों पर हल्की वर्षा होने या गरज चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। प्रदेश में हवा की गति अधिक होने के कारण अधिकतम तापमान में विशेष परिवर्तन होने की संभावना नहीं है। 28 मई से प्रदेश के उत्तरी भाग के तापमान में लगातार गिरावट होने की संभावना है।

यास: 12 लाख लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया

अकांशु उपाध्याय          
नई दिल्ली। तूफान 'ताउ ते' के जाने के बाद अब ‘यास’ को लेकर खतरा बना हुआ है। चक्रवात ने खतरनाक रूप ले लिया है। 180 किमी/घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं। यास के खतरे को लेकर  कई राज्य हाईअलर्ट पर हैं। बंगाल और ओडिशा के तटीय इलाकों में यास की तबाही दिखाई दे सकती है। अंडमान के उत्तरी भाग और पूर्वी-मध्य बंगाल की खाड़ी में बना यह बवंडर उत्तर और उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ता रहेगा। यहां से करीब 12 लाख लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है। तूफान के कई इलाकों में बारिश शुरू हो गई है। चक्रवात के कारण पश्चिम बंगाल के शंकरपुर-दिघा बीच पर समुद्र का जलस्तर बढ़ गया है। पश्चिम बंगाल में साइक्लोन के लैंडफॉल से पूर्व मेदिनीपुर जिले के दीघा में समुद्र से ऊंची-ऊंची लहरें उठने लगीं और भारी बारिश होने लगी है। 

भारतीय मौसम विभाग ने डीजी एम. मोहपात्रा के मुताबिक, यास गंभीर तूफान में बदल चुका है।
आपदा को देखते हुए कई राज्यों में हाईअलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग ने ओडिशा पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु के अलावा झारखंड, बिहार, असम, मेघालय, सिक्किम सहित दर्जनभर राज्यों को हाईअलर्ट जारी किया है। हवाई अड्डा प्रशासन ने यास चक्रवात तूफान की वजह से खराब हुए मौसम के कारण कोलकाता एयरपोर्ट से 26 मई को सुबह 8:30 बजे से उड़ने वाली उड़ानों को देर शाम तक के लिए स्थगित कर दिया है। कोलकाता में सेना के 9 बचाव दल मुस्तैद हैं। इसके अलावा 17 टीमें पुरुलिया, झारग्राम, बीरभूम, बर्धमान, पश्चिम मिदनापुर, हावड़ा, हुगली, नादिया और 24 परगना उत्तर और दक्षिण में लगाई गई हैं। ओडिशा के 6 जिले बालासोर, भद्रक, केंद्रपारा, जगतसिंघपुर, मयूरभंज और केओनझार हाई रिस्क जोन घोषित किए गए हैं।

रामदेव पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज करने की मांग

अकांशु उपाध्याय             

नई दिल्ली। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन और बाबा रामदेव के बीच विवाद प्रधानमंत्री के दरबार तक जा पहुंचा है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की तरफ से बाबा रामदेव पर कोरोन वैक्सीन को लेकर भ्रामक और गलत बयान बाजी का आरोप लगाते हुए उन पर पर देशद्रोह का केस दर्ज करने मांग की गई है। आपको बता दें इंडियन मेडिकल एसोसिएशन और बाबा रामदेव के बीच विवाद व्हाट्सएप ऐप मैसेज के पढ़ने से शुरू हुआ था, जो अब देशद्रोह तक आ पहुंचा है। एलोपैथिक के तमाम डॉक्टर जहां बाबा रामदेव से नाराज दिख रहे हैं। बल्कि उनके बयानों को भी लेकर मनोबल गिराने वाला बता रहे हैं। कुछ दिन पहले एलोपैथी का मजाक बनाने वाले योग गुरु रामदेव की तरफ से अभ्यास सत्र के दौरान कोरोना वैक्सीन को भी विवादित बयान दे दिया गया है। वायरल वीडियो में उनकी तरफ से कहा गया था "मुझे डॉक्टर बनना है टर्र टर्र टर्र टर्र टर्र टर्र बनना है, डॉक्टर 1 हजार डॉक्टर तो अभी तक कोरोना की डबल वैक्सीन लगाने के बाद मर गए। कितने 1 हजार डॉक्टर कल का समाचार है, अपने आप को नहीं बचा पाए। कैसी डॉक्टरी। इससे पहले बाबा रामदेव ने व्हाट्सएप का एक मैसेज सुनाते हुए एलोपैथी को स्टुपिड और दिवालिया साइंस बताया था। उन्होंने बाद में अपने उस बयान को वापस ले लिया था। लेकिन विवाद खड़ा हो चुका था। बाबा रामदेव ने इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की आपत्ति के बाद और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन की आपत्ति के बाद अपना बयान वापस लेते हुए माफी मांग ली थी मगर उन्होंने 25 सवालों के जवाब इंडियन मेडिकल एसोसिएशन से मांगे थे। इसके बाद से ही बाबा रामदेव और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के बीच विवाद बढ़ता ही जा रहा है।

25 सवालों के बाद इंडियन मेडिकल एसोसिएशन को नागवार गुजरा और उन्होंने बाबा रामदेव पर अनर्गल बयानबाजी करने का आरोप लगाते हुए सख्त टिप्पणी की है। यहां तक कि बाबा रामदेव पर आज ही सुबह के समय 1000 करोड़ करोड़ का नोटिस भी भेजा गया था। जिसमें बाबा रामदेव से कहां गया था या तो वह वीडियो जारी करते हुए माफी मांगे नहीं तो उन पर हरिद्वार में मानहानि मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन यहीं नहीं रुका एसोसिएशन ने एक चिट्ठी देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखकर बाबा रामदेव के खिलाफ देशद्रोह का केस करने की भी मांग की है। बाबा की मुश्किलें अब दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है। अब देखना यह होगा देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की इस चिट्ठी को कितनी गंभीरता से लेते हैं।

विश्व: कोरोना से 34.85 लाख से अधिक लोगों की मौंत

वाशिंगटन डीसी। विश्वभर में कोरोना वायरस कोविड-19 का कहर जारी है। कोरोना संक्रमण और इससे होने वाली मौतों के आंकडे लगातार भयावह होते जा रहे है। अब तक 16.78 करोड़ से अधिक लोग इस महामारी से संक्रमित हो चुके हैं। जबकि 34.85 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। बुधवार को अमेरिका की जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के विज्ञान एवं इंजीनियरिंग केंद्र (सीएसएसई) की ओर से जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार दुनिया के 192 देशों एवं क्षेत्रों में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 16 करोड़ 78 लाख 56 हजार 780 जबकि 34 लाख 85 हजार 810 लोगों की इसके संक्रमण के कारण मौत हो चुकी है।

विश्व महाशक्ति माने जाने वाले अमेरिका में कोरोना वायरस की रफ्तार थोड़ी धीमी पड़ी है, हालांकि यहां संक्रमितों की संख्या तीन करोड़ 31 लाख 66 हजार 509 हो गयी है और 5.90 लाख से ज्यादा लोगों की इसके संक्रमण से मौत हो गयी है। दुनिया में कोरोना संक्रमितों के मामले में भारत दूसरे स्थान पर और मृतकों के मामले में तीसरे स्थान पर है। पिछले 24 घंटों में 2,08,921 नये मामले आने के साथ ही संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर दो करोड़ 71 लाख 57 हजार 795 हो गया। इस अवधि में दो लाख 95 हजार 955 मरीज स्वस्थ हुए हैं जिसे मिलाकर देश में अब तक दो करोड़ 43 लाख 50 हजार 816 लोग इस महामारी को मात दे चुके हैं। सक्रिय मामले 91,191 कम होकर 24 लाख 95 हजार 591 हो गये हैं। इसी अवधि में 4157 मरीज जिंदगी की जंग हार गये और इस बीमारी से मरने वालों की कुल संख्या बढ़कर 3,11,388 हो गयी है। देश में सक्रिय मामलों की दर और मृत्यु दर बढ़कर क्रमशरू 9.19 और 1.15 फीसदी हो गयी है। ब्राजील संक्रमितों के मामले में अब तीसरे स्थान पर है। इस देश में कोरोना संक्रमण के मामले फिर से बढ़ रहे हैं और अभी तक इससे 1.61 करोड़ से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं, जबकि 4.52 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। ब्राजील कोरोना से मौतों के मामले में विश्व में दूसरे स्थान पर है।

संक्रमण के मामले में फ्रांस चैथे स्थान पर है जहां कोरोना वायरस से अब तक 56.70 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं जबकि 1.09 लाख से अधिक मरीजों की मौत हो चुकी है। कोरोना प्रभावित के मामले में तुर्की रूस से आगे निकल गया है और यहां कोरोना वायरस से संक्रमितों की संख्या 52.03 लाख से ज्यादा हो गयी है और 46,621 मरीजों की मौत हो चुकी है। रूस में कोरोना संक्रमितों की संख्या 49.60 लाख से अधिक हो गई है और इसके संक्रमण से 1.17 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। ब्रिटेन में कोरोना वायरस प्रभावितों की कुल संख्या 44.83 लाख से अधिक हो गयी है और 1,28,001 लोगों की मौत हो चुकी है। मृतकों के मामले में ब्रिटेन पांचवें स्थान पर है। इटली में कोरोना प्रभावितों की संख्या 41.97 लाख से अधिक हो गयी है और करीब 1,25,501 लोगों की जान जा चुकी है। कोरोना से प्रभावित होने के मामले में जर्मनी ने स्पेन को पीछे छोड़ दिया है। यहां इस वायरस की चपेट में आने वालों की संख्या 36.62 लाख से अधिक हो गई है और 87,734 लोगों की मौत हो चुकी है। स्पेन में इस महामारी से 36.52 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं और 79,801 लोगों की मौत हो चुकी है।

अर्जेंटीना में कोरोना संक्रमितों की संख्या 35.86 लाख से अधिक हो गयी है और इसके संक्रमण से 75,056 लोगों की जान जा चुकी है। कोलंबिया में कोरोना वायरस से 32.70 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं और 85,666 लोगों ने जान गंवाई है। पोलैंड में कोरोना से 28.67 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं और इस महामारी से 73,096 लोग जान गंवा चुके हैं। ईरान में कोरोना वायरस से 28.55 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं और 79,056 लोगों की मौत हो चुकी है। मैक्सिको में कोरोना से 23.99 लाख से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं और यह देश मृतकों के मामले विश्व में चैथे स्थान पर है जहां अभी तक इस वायरस के संक्रमण से 2,21,960 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। यूक्रेन में संक्रमितों की संख्या 22.47 लाख से अधिक है और 51,890 लोग अपनी जान गंवा बैठे हैं। पेरू में संक्रमितों की संख्या 19.32 लाख के पार पहुंच गयी है, जबकि 68,470 लोगों की जान जा चुकी है।इंडोनेशिया में भी कोरोना संक्रमण के मामले 17.86 लाख के पार पहुंच गये हैं जबकि 49,627 लोगों की मौत हो चुकी है। चेक गणराज्य में कोरोना से अब तक 16.59 लाख से अधिक लोग प्रभावित हो चुके हैं और यहां इस महामारी से 30,054 लोग जान गंवा चुके हैं। नीदरलैंड में कोरोना से अब तक 16.58 लाख से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं और यहां इस महामारी से 17,840 लोगों की मौत हो चुकी है। दक्षिण अफ्रीका में कोरोना वायरस से 16.37 लाख से अधिक लोग प्रभावित हो चुके हैं और 55,976 लोगों की मौत हो चुकी है। पड़ोसी देश पाकिस्तान में अब तक कोरोना से 9.08 लाख से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं और 20,465 मरीजों की मौत हो चुकी है। अन्य पड़ोसी देश बंगलादेश में भी कोरोना वायरस का प्रकोप जारी है जहां 7.92 लाख से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं और 12,441 मरीजों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा दुनिया के अन्य देशों में भी कोरोना वायरस के संक्रमण से स्थिति खराब है।

बंगाल: 'यास' के साथ-साथ भूकंप ने भी दस्तक दी

इकबाल अंसारी             

कोलकाता। पश्चिम बंगाल में यास तूफान के साथ-साथ भूकंप ने भी दस्तक दी है। भूकंप के झटको से एक बार हड़कंप सा मच गया। भूकंप का केंद्र जलपाईगुड़ी में बताया जा रहा है।भूकंप की गति 3.8 मापी गयी है। इसका एपी सेंटर मालबाजार में 5 किलोमीटर गहराई पर बताया जा रहा है। लगातार हो रही बारिश के कारण नदियों का जलस्तर भी बढ़ गया है। हावड़ा में गंगा नदी का जलस्तर भी अब बढ़ चुका है। नदी का पानी बेलूर मठ के अंदर तक भर चुका है।

इन दिनों चक्रवाती तूफान यास उड़ीसा और पश्चिम बंगाल में दस्तक दे चुका है। सबसे पहले तूफान बुधवार सुबह करीब 9 बजे उड़ीसा के भद्रक जिले के तट से टकराया। तूफान के तट से टकराने के बाद 140 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाई भी चलने लगी। इसके बाद से तूफान पर उत्तर पश्चिम की तरफ बढ़ रहा गया। बालासोर से करीब 15 किलोमीटर दूर दक्षिण पश्चिम की तरफ केंद्रित हो गया। यहां से तूफान झारखंड की तरफ मुड़ जाएगा। हालांकि तूफान की अभी शुरुआत है। यह देखना अभी बाकी है कि तूफान कितना भयावह हो सकता है। यह कितनी राज्य में कितनी तबाही मचा सकता है। सरकार द्वारा एनडीआरएफ की टीम तैनात कर दी गई है। वह सुरक्षा को लेकर पहले से ही तैयार है। सरकार ने भी सभी जनपद के जिला अधिकारियों को पहले से ही सचेत कर रखा है कि किसी भी तरह की आपदा के समय लोगों को राहत एवं बचाव का कार्य किया जाना। सरकार और लोगो की चिंता निरंतर बनी हुई है कि किस प्रकार से इस तूफान से निपटा जाए। बताया तो यह भी जा रहा है तूफान के साथ-साथ लैंडफॉल भी हो सकता है। तूफान का असर बंगाल के अलावा झारखंड, बिहार, तमिलनाडु और कर्नाटक में तूफान का असर देखने को मिलेगा। उत्तर प्रदेश के जनपदों में भी तूफान का असर देखने को मिल सकता है।

संक्रमितों के उपचार के लिए 2 नई दवाएं विकसित की

अकांशु उपाध्याय                 

नई दिल्ली। वैज्ञानिकों ने कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम और संक्रमितों के उपचार के लिए दो नई दवाएं विकसित की हैं। ऑस्ट्रेलिया के क्वींसलैंड इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल रिसर्च (क्यूआईएमआर) बर्घोफर मेडिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट के अनुसंधानकर्ताओं ने पेप्टाइड आधारित दवाएं विकसित की हैं, जिनका फ्रांस स्थित ‘इन्फेक्शियस डिजीज मॉडल एंड इनोवेशन थैरेपीज’ (आईडीएमआईटी) केंद्र में हैम्स्टर (चूहे जैसा जानवर) पर परीक्षण किया जा रहा है। पत्रिका ‘नेचर सेल डिस्कवरी’ में प्रकाशित अध्ययन के शुरुआती परिणाम के अनुसार, इन दवाओं के दुष्प्रभाव कम हैं।

अनुसंधानकर्ताओं ने बताया कि इन दवाओं को कमरे के तापमान में रखा जा सकता है। जिसके कारण उनका वितरण आसान है। पहली दवा वायरस के संपर्क में आने से पहले दी जाएगी और टीकों का असर बढ़ाने में मददगार होगी, जबकि दूसरी दवा पहले से संक्रमित मानव कोशिकाओं में वायरस को फैलने से रोकेगी।

कर्मचारियों की उत्पादकता में कमोबेश इजाफा हुआ

संजय सिंह         

नई दिल्ली। महत्वपूर्ण क्षेत्रों से संबंधित कंपनियों के ज्यादातर कर्मचारी कोरोना के कारण पैदा हुई वर्क फ्रॉम होम की संस्कृति से संतुष्ट हैं और इससे उनकी उत्पादकता में भी कमोबेश इजाफा हुआ है। लेकिन साथ ही उनका कहना है कि सामान्य दिनों में वे वर्क फ्रॉम होम के बजाय घर और कार्यालय के बीच संतुलन स्थापित करने वाली ऐसी मिलीजुली या हाइब्रिड कार्यसंस्कृति को प्राथमिकता देंगे, जिसमें कुछ दिन कार्यालय तो कुछ दिन घर से काम करने का लचीलापन हो।

मार्च, 2020 में कोरोना लाकडाउन के बाद कोविड-19 की दूसरी लहर उभरने पर कंपनियों को कामकाज के वर्चुअल तरीकों को फिर से अपनाना पड़ा है। ज्यादातर कंपनियों ने कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम की छूट दी है। लेकिन क्या इससे कर्मचारी संतुष्ट हैं? क्या उन्हें समय की बचत के साथ काम को बेहतर करने में मदद मिली है? और क्या कर्मचारी इस कार्यशैली को आगे भी जारी रखने और कंपनियां उसे स्वीकार करने को तैयार हैं?

खाली पेट चाय नहीं पीना चाहिए, जानिए नुकसान

देखा जाए तो भारत में अधिजकर लोगों के दिन की शुरुआत एक कप चाय से ही होती है। बिना चाय की चुस्की लिए लोगों का दिन शुरू नहीं होता है। चाय लोगों के जिदंगी का एक हिस्सा बन गया है। कई लोगों को एक टाइम की चाय ना मिले तो ना जानें उन्हें क्या-क्या होने लगता है कभी सिरदर्द तो कभी पैर दर्द। चाय की जैसे लोगों को लत लग गई है। जो कभी-कभी बहुत बड़ी परेशानी बन जाती है। अगर आप भी चाय के ऐसे ही दिवाने हैं जान लें कितने गलत तरीके से पीते हैं आप चाय ?

चाय में कैफीन होता है। अगर आप सुबह उठते ही सबसे पहले चाय पीते हैं, तो इसका आपके ब्लड प्रेशर पर असर पड़ता है। इसलिए खाली पेट चाय नहीं पीना चाहिए। दरअसल रात भर की नींद के दौरान आपके शरीर में कई तरह की क्रियाएं होती हैं, साथ ही कई हार्मोनल बदलाव होते हैं। ऐसे में अगर सुबह उठते ही चाय पीने की आदत शरीर के लिए अच्छी नहीं है। कैफीन की मात्रा शरीर में कॉर्टिसोल यानी स्‍टेरॉयड हार्मोंस को बढ़ा देती है, जिससे शरीर को कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इनमें दिल से संबंधित समस्याएं, डायबिटीज़ और वजन का बढ़ना जैसी परेशानियां होती हैं।

कुछ लोगों की आदत होती है की वो खाना खाने के बाद की चुस्की जरूर लेते हैं। ये आदत आपकी सेहत के लिए बहुत ही खराब है। आपका चाय पीने का ये तरीका गलत है। ऐसा करने से शरीर को खाने के पौष्टिक तत्व सही तरीके से नहीं मिल पाता है। इसलिए आपकी या आपके किसी रिश्तेदार या दोस्त की ये आदत है तो अभी से बंद कर दें ये काम।

इसके अलावा कई लोगों की आदत होती है कि वो बिना ब्रश किए या पानी से कुल्ला करके ही चाय पी लेते हैं। ये आदत आपके मुंह के लिए खतरनाक हो सकती है। दरअसल जब आप सुबह सबसे पहले चाय पीते हैं, तो मुंह में मौजूद बैक्टीरिया चाय में मौजूद शुगर को तोड़ते हैं और मुंह का एसिडिक लेवल बढ़ा देते हैं।

जायसवाल को सीबीआई का निदेशक नियुक्त किया

दीपा सिंह   
नई दिल्ली। सुबोध जायसवाल को सीबीआई का नया निदेशक नियुक्त किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में सोमवार को केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के नये निदेशक के चयन के लिए गठित उच्चस्तरीय समिति ने केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के महानिदेशक सुबोध कुमार जायसवाल, सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के महानिदेशक कुमार राजेश चंद्रा और केंद्रीय गृह मंत्रालय में विशेष सचिव वी. एस. के. कौमुदी के नाम की सूची तैयार की थी। 
इस फैसले के बाद मंगलवार को जायसवाल को इस पर की जिम्मेदारी दी गई है। जायसवाल 1985 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के अधिकारी हैं और वह पूर्व में महाराष्ट्र के पुलिस महानिदेशक पद पर रहे हैं। वर्तमान में वह केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के महानिदेशक हैं। सीबीआई के नए निदेशक की नियुक्ति को लेकर हुई बैठक में प्रधानमंत्री के अलावा समिति के दो अन्य सदस्य लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी और भारत के प्रधान न्यायाधीश एन वी रमन्ना भी बैठक में उपस्थित थे। यह बैठक प्रधानमंत्री आवास पर हुई।
लगभग 90 मिनट तक चली बैठक में चौधरी ने अधिकारियों की नियुक्ति की प्रक्रिया को लेकर सवाल उठाए।   वर्तमान में 1988 बैच के आईपीएस अधिकारी और सीबीआई के अतिरिक्त निदेशक प्रवीण सिन्हा सीबीआई निदेशक का प्रभार संभाल रहे हैं। सिन्हा को यह प्रभार ऋषि कुमार शुक्ला के सेवानिवृत्त होने के बाद सौंपा गया था। वह दो साल का कार्यकाल पूरा करने के बाद फरवरी में सेवानिवृत्त हुए थे।

आईएमए ने रामदेव को मानहानि का नोटिस भेजा

अकांशु उपाध्याय   

नई दिल्ली। ऐलोपैथी को लेकर दिए गए बयान से नाराज आईएमए की उत्तराखंड यूनिट ने बाबा रामदेव को मानहानि का नोटिस भेजा है। 15 दिन के भीतर क्षमा न मांगने व बयान को सोशल मीडिया प्लेटफार्म से न हटाने पर बाबा के खिलाफ एक हजार करोड़ की मानहानि का दावा ठोकने की चेतावनी दी गई है। आईएमए उत्तराखंड के प्रदेश सचिव डॉ अजय खन्ना की ओर से मंगलवार को बाबा रामदेव को छह पेज का नोटिस भेजा गया। इस नोटिस में उन्होंने कहा कि विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर बाबा के बयान से आईएमए उत्तराखंड से जुड़े दो हजार सदस्यों की मानहानि हुई है। उन्होंने कहा कि एक सदस्य (डॉक्टर) की पचास लाख की मानहानि के अनुसार कुल एक हजार करोड़ की मानहानि का दावा किया जाएगा।

नोटिस में कहा गया है कि बाबा रामदेव ने सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के जरिए ऐलोपैथी डॉक्टरों की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया है। ऐसे में उनके खिलाफ मानहानि के दावे के साथ साथ एफआईआर भी कराई जाएगी। इसके साथ ही नोटिस में बाबा रामदेव को नोटिस मिलने के 76 घंटे के अंदर दिव्य श्वासारि कोरोनिल किट के भ्रामक विज्ञापन को भी सभी प्लेटफार्म से हटाने को कहा गया है। डॉ खन्ना ने कहा है कि बाबा ने भ्रामक विज्ञापन के जरिए कोरोनिल को कोरोना संक्रमण के विरुद्ध प्रभावि दवाई व कोरोना वैक्सीन के दुष्प्रभावों से बचाने वाली दवाई बताया है। उन्होंने कहा कि इस मामले में भी बाबा के खिलाफ आईपीसी की धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।

आईएम की उत्तराखंड यूनिट के सचिव डॉ अजय खन्ना ने बताया कि बाबा रामदेव के वायरल ऐलोपैथी के खिलाफ वायरल वीडियो के मामले में नोटिस भेजा गया है। 15 दिन के भीतर यदि क्षमा नहीं मांगी जाती और वीडियो सभी सोशल मीडिया प्लेटफार्म से नहीं हटाए जाते तो एक हजार करोड़ की मानहानि का दावा ठोका जाएगा। इसके अलावा कोरोनिल के भ्रामक विज्ञापन को नहीं हटाया गया तो मकदमा दर्ज कराया जाएगा। जल्द मुख्यमंत्री से मिलकर भी बाबा के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की जाएगी।

हाथ-पैर में कीलें गाड़ीं, पुलिस पर लगाया आरोप

प्रशांत कुमार   

बरेली। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए इन दिनों उत्तर प्रदेश में आंशिक लॉकडाउन लगा हुआ है। इसमें बिना वजह घूमने वालों और बिना मास्क लगाए निकले लोगों पर पुलिस सख्त कार्रवाई कर रही है। बरेली में मास्क नहींं लगाने पर सख्त कार्रवाई का एक मामला सामने आया है। जिसमें महिला का आरोप है कि उसके बेटे को पुलिस के तीन सिपाही मास्क नहीं लगाने पर थाने उठा ले गए। वहां से उसे गायब कर दिया गया। तलाशने पर बेटा मिला तो मरणासन अवस्था में था। उसके हाथ और पैर में कीलें गड़ीं हुई थीं। महिला ने मामले की शिकायत एसएसपी से की है।

मामला बरेली के बारादरी थाना क्षेत्र का है। थाने पहुंची जोगी नवादा में रहने वाली एक महिला ने आरोप लगाया है कि चौकी की पुलिस के तीन सिपाही उसके बेटे को मास्क ना लगा होने की वजह से उठा कर ले गए थे। जब चौकी से पता किया गया तो जानकारी मिली कि उसके बेटे को कहीं भेजा गया है परंतु तलाशने के बाद बेटा मरणासन अवस्था में मिला और उसके हाथ पैरों में कील गड़े हुए थे।

जब इसकी जानकारी दोबारा चौकी पुलिस को दी गई तो वह उल्टा पीड़ित को ही जेल भेजने की बात कह रहे हैं। जिसको लेकर पीड़ित की मां ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के पास गुहार लगाई है। एसएसपी ने मामले की जानकारी की तो पता चला कि युवक ने खुद ही पूरा षणयंत्र रच लिया और सिपाहियों पर आरोप लगा दिया। मामले की जांच कराई जा रही है। युवक की मांं का कहना है कि पुलिस के आला अधिकारी अपने कर्मचारियों को बचाने के लिए उनके बेटे पर ही आरोप लगा रहे हैं।

सरकार के 7 साल, 'सबका विकास सबका साथ'

अकांशु उपाध्याय  
नई दिल्ली। बीजेपी के कार्यकर्ता गांवों में लोगों को मास्क, सैनिटाइजर और राशन जैसी जरूरी चीजों की किट मुहैया कराएंगे और लोगों को वायरस से बचने के लिए जागरुक करेंगे। यही नहीं केंद्रीय मंत्रियों को भी कम से कम दो गांवों का दौरा करने को कहा गया है। यदि मंत्रियों के लिए व्यक्तिगत तौर पर पहुंचना संभव नहीं हो पाता है तो उन्हें वीडियो मीटिंग का आदेश दिया गया है। इस मौके पर बीजेपी ने देश भर में 50,000 ब्लड डोनेशन कैंपों के आयोजन की भी तैयारी की गई है। 
सोमवार को राष्ट्रीय और राज्य के नेताओं के साथ मीटिंग में जेपी नड्डा ने यह बात कही। इस मीटिंग में बीजेपी शासित राज्यों के प्रभारी भी मौजूद थे।कोरोना संकट के चलते बीजेपी ने केंद्र की सत्ता में अपने 7 साल पूरे करने का जश्न नहीं मनाने का फैसला लिया है। इसकी बजाय पार्टी आलाकमान की ओर से सभी बीजेपी शासित राज्यों को आदेश दिया गया है कि कोरोना प्रभावित लोगों की मदद के लिए योजना तैयार करें। पार्टी कार्यकर्ताओं को 30 मई से लोगों की मदद के लिए अभियान चलाने का आदेश दिया गया है। इसके अलावा देश के सभी बीजेपी विधायकों और सांसदों को जिम्मेदारी दी गई है कि वे दो गांवों तक पहुंचें और लोगों की मदद करेंगे। बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा की ओर से तैयार योजना के मुताबिक 30 मई को पार्टी के नेता 1 लाख गांवों का दौरा करेंगे।

इससे पहले भी पीएम नरेंद्र मोदी और जेपी नड्डा जैसे नेता सांसदों से लोगों की मदद करने को कह चुके हैं। पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा की ओर से राज्य यूनिट्स को हिदायत दी गई है कि कहीं भी उत्सव का आयोजन नहीं होना चाहिए। पिछले सप्ताह उन्होंने स्टेट यूनिट्स को एक लेटर लिखा था। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से अपील की थी, ‘हमें खुद को समाज की सेवा में समर्पित कर देना चाहिए और लोगों को इस बात के लिए धन्यवाद देना चाहिए कि उन्होंने 7 साल तक सेवा करने का हमें मौका दिया है।’ बीजेपी नेतृत्व की ओर से यह फैसला ऐसे वक्त में लिया गया है, जब मोदी सरकार पर कोरोना से निपटने में असफल रहने का आरोप लग रहा है।

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन   मतदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए स्कूली बच्चों ने निकाला रैली कौशाम्बी। एन डी कान...