शनिवार, 15 मई 2021

नीरा को व्हाइट हाउस का वरिष्ठ सलाहकार बनाया

अकांशु उपाध्याय  

वाशिंगटन/नई दिल्ली। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन द्वारा कैबिनेट के लिए चुनी गईं भारतीय मूल की नीरा टंडन को व्हाइट हाउस का वरिष्ठ सलाहकार नियुक्त किया गया है। इससे पहले उन्हें बाइडन द्वारा प्रबंधन एवं बजट कार्यालय का नेतृत्व करने के लिए चुना गया था लेकिन विरोध के बीच मार्च में उन्होंने अपना नामांकन वापस ले लिया था।

सेंटर फॉर अमेरिकन प्रोग्रेस (सीएपी) के संस्थापक जॉन पोडेस्टा ने एक बयान में कहा कि नीरा बुद्धिमत्ता, कड़ी मेहनत और राजनीतिक दृष्टि बाइडन प्रशासन के लिए अहम साबित होगी। हालांकि हमें सीएपी में उनकी विशेषज्ञता और लीडरशिप की कमी खलेगी जिसका 2003 में गठन किया गया था। मार्च में व्हाइट हाउस ने राष्ट्रपति जो बाइडन के बजट कार्यालय में नीरा टंडन को निदेशक बनाने का नामांकन प्रस्ताव वापस ले लिया था। दोनों पार्टियों में नीरा के नाम पर उठा विरोध खत्म नहीं किया जा सका था। नीरा ने भी नाम वापसी की घोषणा कर दी थी, क्योंकि वे डेमोक्रेटिक और रिपब्लिकनों के बीच अपने नामांकन की पुष्टि के लिए पर्याप्त वोट जुटाने में नाकाम रहीं।

बता दें कि टंडन के नामांकन की पुष्टि का रास्ता पहले ही कठिन था और उन्हें पूर्व में कई सांसदों के खिलाफ किए गए ट्वीट के कारण विरोध का सामना करना पड़ रहा था। हालांकि उन्होंने ऐसे 1,000 से ज्यादा ट्वीट डिलीट कर सीनेटरों से माफी भी मांग ली थी लेकिन उनका विरोध कम नहीं हुआ था। तब बाइडन ने कहा था कि मैं उनके अनुभव, कौशल और विचारों का बहुत सम्मान करता हूं और चाहता हूं कि मेरे प्रशासन में उनकी कोई भूमिका हो। और आखिरकार बाइडन ने उन्हें इतना महत्वपूर्ण पद देते हुए नई जिम्मेदारी सौंप दी

नीरा के नाम पर पुष्टि का अनुरोध बाइडन की डेमोक्रेटिक पार्टी के सांसदों ने भी खारिज कर दिया था। तब बाइडन ने कहा था- ‘सुश्री टंडन ने कहा है कि प्रबंधन कार्यालय और बजट निदेशक के लिए उनका नामांकन वापस ले लिया जाए और मैंने उनका प्रस्ताव स्वीकार कर लिया है।’ नीरा टंडन भारतीय मूल की अमेरिकी राजनीतिज्ञ और “सेंटर फॉर अमेरिकी प्रोग्रेस” की अध्यक्ष हैं। यह उत्तरदायित्व उन्होने नवंबर 2011 में ग्रहण किया। नीरा अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा और बिल क्लिंटन के प्रशासन में अधिकारी रह चुकी हैं। 10 सितंबर 1970 की जन्म तिथि है इस वक़्त आयु 50 वर्ष,

राष्ट्रीयता: अमेरिकी की है,पति का नाम बेंजामिन एडवर्ड्स (विवाह 1999),माता-पिता का नाम माया टैंडेन
भाई: राज टैंडेन है
शिक्षा: कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, Yale Law School से की थी।

डेलावेयर के विलमिंगटन में बिडेन के सत्ता हस्तांतरण मुख्यालय में टंडन ने कहा था नवनिर्वाचित उपराष्ट्रपति कमला हैरिस की मां श्यामला की तरह मेरी मां माया का जन्म भी भारत में हुआ था। कई पीढ़ियों के लाखों लोगों की तरह वे बेहतर जिंदगी की तलाश में अमेरिका आई थीं। टंडन का जन्म मैसाचुसेट्स के बेडफोर्ड में हुआ था।उन्होंने कहा कि मैं बोस्टन उपनगर में एक मध्यमवर्गीय परिवार में पली-बढ़ी। जब मैं 5 साल की थी तब मेरे माता-पिता का तलाक हो गया और मेरी मां पर 2 बच्चों की जिम्मेदारी आ गई और तब उनके पास कोई नौकरी भी नहीं थी।

टंडन ने कहा कि उनके पास विकल्प था कि या तो वे भारत वापस चली जाएं, जहां तलाक एक कलंक था और अवसर सीमित या फिर अपने अमेरिकी सपने के लिए लड़ती रहें। वे यहीं रुकीं। हम खाने के लिए ‘फूड स्टैम्प’ पर निर्भर थे। हम किराया भरने के लिए ‘सेक्शन 8’ (वाउचर) पर निर्भर थे। उन्हें फिर एक ट्रैवल एजेंट की नौकरी मिली और फिर उन्होंने बेडफोर्ड में घर लिया और अपने बच्चों की पढ़ाई पूरी कराई। टंडन ने कहा कि मैं यहां आज अपनी मां का शुक्रिया अदा करना चाहती हूं और साथ ही उस देश का भी जिसने हम पर विश्वास रखा। मैं आज यहां ‘सामाजिक कार्यक्रमों’ की वजह से ही हूं। अगर अमेरिकी सीनेट से भी इस पद के लिए टंडन (50) के नाम की मंजूरी के बाद वे व्हाइट हाउस में प्रभावशाली ‘प्रबंधन और बजट कार्यालय’ की प्रमुख बनने वाली पहली अश्वेत महिला है।

450 गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन में साझेदारी

हरिओम उपाध्याय   
वाशिंगटन। जलवायु परिवर्तन संबंधी मामलों पर अमेरिका के विशेष दूत जॉन केरी ने कहा कि अमेरिका ने 450 गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन के भारत के लक्ष्य को हासिल करने में मदद करने के लिए जलवायु परिवर्तन पर उसके साथ साझेदारी की है। केरी ने अमेरिकी सांसदों से कहा, ”प्रधानमंत्री (नरेंद्र) मोदी ने 450 गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा के उत्पादन का लक्ष्य रखा है। हमने इसी प्रतिबद्धता के कारण भारत के साथ साझेदारी की है, क्योंकि उसके पास पर्याप्त निधि और प्रौद्योगिकी नहीं है।”उन्होंने जलवायु परिवर्तन संबंधी मामलों पर इस सप्ताह सुनवाई के दौरान प्रतिनिधि सभा की विदेश मामलों की समिति के सदस्यों से कहा, ”इसलिए, हम उनकी मदद कर रहे हैं।” सांसद जोए विल्सन ने केरी की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने भारत के लोगों के लिए ”बेहतरीन काम” किया है।
केरी ने कहा कि भारत द्वारा कार्बन उत्सर्जन में बड़े पैमाने पर कटौती किए जाने की आवश्यकता है। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि आर्थिक सहयोग और विकास संगठन के देश मिलकर जितना कार्बन उत्सर्जन करते हैं, अकेला चीन उससे भी अधिक उत्सर्जन करता है। केरी ने केहा, ”यदि चीन इन प्रयासों में शामिल नहीं होता है और इनका हिस्सा नहीं बनता है, तो अमेरिका और दुनिया के शेष देश अपना लक्ष्य हासिल नहीं कर सकते।”

टीके के बाद छूट, सदन में मास्क पहनना अनिवार्य

वाशिंगटन। अमेरिका में कोविड-19 रोधी टीकों की दोनों खुराक लेने वाले लोगों के लिए मास्क पहनने की अनिवार्यता खत्म होने के बाद कई नेता बिना मास्क लगाए नजर आए। अमेरिका की प्रथम महिला जिल बाइडन ने कहा कि आखिरकार बिना मास्क लगाए रहना ऐसा लगता है जैसे ”हम आगे बढ़ रहे हों।” वहीं, एक रिपब्लिकन सिनेटर ने कहा कि मास्क न लगाने से ”निश्चित रूप से अच्छी तरह बातचीत करने में मदद मिलती है।”बहरहाल, सदन में सांसदों ने सभी 435 सदस्यों के कोविड-19 रोधी टीके लगवाने तक मास्क पहनने की आवश्यकता पर आपत्ति जताई। सरकार वाशिंगटन में नए संघीय दिशा निर्देश जारी करने पर काम कर रही है कि जिसमें उन नियमों में ढील दी जाए कि कम मास्क पहनना चाहिए।
रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र (सीडीसी) ने बृहस्पतिवार को कहा कि जिन लोगों ने टीके की दोनों खुराक ले ली हैं उन्हें मास्क पहनने की जरूरत नहीं है। हालांकि कैपिटोल हिल (अमेरिकी संसद) में डॉ. ब्रायन मोनहैन के ज्ञापन के अनुसार सांसदों को सदन में मास्क पहनना होगा। हाल ही में एक सर्वेक्षण से पता चला कि सदन में करीब हर चार में से एक सांसद को दोनों टीके नहीं लगे हैं। सांसद सदन में भाषण देते वक्त अपने मास्क उतार सकते हैं लेकिन इसके बाद उन्हें मास्क पहनना होगा।

पत्रकारों ने राष्ट्रपति जो बाइडन को भी बिना मास्क के देखा। यह पूछने पर कि क्या वह मास्क लगाए बिना अपने कामकाज के पहले दिन का आनंद उठा रहे हैं, तो इस पर उन्होंने कहा, ”हां”। करीब एक साल बाद पहली बार पत्रकार व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी के नियमित संवाददाता सम्मेलन में बिना मास्क लगाए गए। पेंटागन ने शुक्रवार को एलान किया कि टीकों की दोनों खुराक ले चुके रक्षा विभाग के कर्मचारियों को अदंर या बाहर मास्क पहनने की जरूरत नहीं है।

3 साल, 90 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा धन डकारा

अकांशु उपाध्याय  

नई दिल्ली। साल 2016 में बिटकॉइन की चमक फीकी पड़ने लगी थी। वजह की, दो साल पहले मार्केट में आई और क्रिप्टो करेंसी। इसका नाम था वनकॉइन. ये क्रिप्टो करेंसी बुल्गारिया की एक कंपनी लाई थी। इस कंपनी की मालकिन थी रुजा इग्नातोवा। जो बेहद खूबसूरत थी और खुद इस क्रिप्टो करेंसी की ब्रांड एम्बेसडर भी थी।

रुजा इग्नातोवा ने पूरी दुनिया में घूम घूम कर कहा कि वनकॉइन भविष्य की करेंसी है। इसमें निवेश करना बेहद सुरक्षित है और सबसे ज्यादा फायदा देने वाली करेंसी भी यही है। यही नहीं, रुजा ने वनकॉइन को बिटकॉइन किलर करार दिया। मार्केट भी यही संकेत दे रहा था। वनकॉइन की कीमतें लगातार बढ़ रही थी और लोग उसमें जमकर पैसा लगा रहे थे। कुछ और बताने से पहले रुजा के बारे में बताना जरूरी है।
 रुजा इग्नातोवा ने ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की और जर्मनी की एक यूनिवर्सिटी से पीएचडी की। उन्होंने बताया कि पीएचडी के बाद उन्होंने मैकेंजी ऐंड कंपनी के साथ काम किया है। ये कंपनी दुनिया की जानी मानी बिजनेस कंसल्टिंग कंपनी है।
रुजा ने महज तीन सालों (2014-2016) के बीच दुनिया भर से करीब 12 बिलियन डॉलर बटोरे। उसे पूरी दुनिया में क्रिप्टो करेंसी क्वीन कहा जाने लगा था। बड़े बड़े मीडिया हाउस उसकी कामयाबी पर कवर स्टोरी करने लगे थे और तभी आया साल 2017।
साल 2017 में रुजा ने कहा कि वो नई स्कीम ला रही है। फिर वो गायब हो गई। दुनिया भर के निवेशक बर्बाद हो गए। एफबीआई और एमआई5 जैसी एजेंसियां उसकी तलाश कर रही हैं.। माना जा रहा है कि उसने आपनी प्लास्टिक सर्जरी करा ली और चेहरा बदल लिया। मौजूदा समय में उसकी उम्र 41 साल की होगी, लेकिन पिछले 4 साल से उसे किसी ने देखा नहीं। इस तरह से रुजा ने महज 3 सालों में 90 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का धन डकार लिया और रहस्यमयी तरीके से गायब हो गई। वनकॉइन की गुत्थी सुलझाने में पूरी दुनिया की एजेंसियां नाकाम हैं।

भारत की स्थिति चिंताजनक बनी हुई: डब्ल्यूएचओ

जेनेवा। घेब्रेयियस ने कहा कि डब्ल्यूएचओ कोविड-19 के बढ़ते मामलों से निपटने में भारत की मदद कर रहा है और हजारों की संख्या में ऑक्सीजन सांद्रक, अस्थायी व चल अस्पतालों के लिए टेंट, मास्क और अन्य चिकित्सा सामग्री की आपूर्ति कर रहा है।

घेब्रेयियस ने मीडिया संवाद में कहा कि भारत की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है, कई राज्यों में चिंतित करने के स्तर तक मामले, अस्पताल में भर्ती होने वालों की संख्या और मौतों बढ़ रही हैं।उन्होंने कहा कि यहां कई राज्यों में संक्रमण के चिंतित करने वाली संख्या में मामले आ रहे हैं, अस्पतालों में लोग भर्ती हो रहे हैं और मौतें हो रही हैं। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि महामारी का दूसरा साल दुनिया के लिए पहले साल के मुकाबले अधिक घातक होगा।

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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण    
1. अंक-273 (साल-02)
2. रविवार, मई 16, 2021
3. शक-1984, बैसाख, शुक्ल-पक्ष, तिथि- पंचमी, विक्रमी सवंत-2078, हिजरी-1442 ।
4. सूर्योदय प्रातः 06:01, सूर्यास्त 07:07।
5. न्‍यूनतम तापमान -12 डी.सै., अधिकतम-35+ डी.सै.।
6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7.स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।
8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।
9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.-20110
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संपर्क सूत्र :- +919350302745  
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शुक्रवार, 14 मई 2021

प्रतिबंध कम करने का दबाव, टीके के बाद छूट

वाशिंगटन डीसी। नये दिशा-निर्देश की घोषणा के बाद राष्ट्रपति बाइडन ने अपने ओवल ऑफ़िस में अन्य सांसदों के साथ अपना मास्क उतार दिया। नये दिशा-निर्देश के अनुसार, लोग खुली या बंद, अधिकांश जगहों पर बिना मास्क के जा सकते हैं। हालांकि, भीड़भाड़ वाली बंद जगहों, जैसे बस और विमान यात्रा के दौरान या अस्पतालों में अब भी मास्क लगाने की सलाह दी गई है। बताया गया है कि बाइडन प्रशासन पर कोविड-19 से जुड़े प्रतिबंध कम करने का भारी दबाव था। ख़ासतौर पर उन लोगों के लिए जिन्हें कोरोना वैक्सीन लग चुकी है। इस बीच अमेरिकन फ़ेडरेशन ऑफ़ टीचर्स लेबर यूनियन ने भी आने वाले समय में स्कूलों को पूरी तरह खोल देने की सिफ़ारिश की है।

ना ईदगाह पर जमावड़ा, न नवाज को मस्जिदें खोली

बृजेश केसरवानी             
प्रयागराज। ईद-उल-फितर पर शुक्रवार को कोरोना वायरस की खौफ की वजह से न ईदगाह पर जमावड़ा हुआ न आम लोगो के लिये मस्जिदें खोली गई। मस्जिदों में सन्नाटा पसरा रहा। लोगो ने घरों में रहकर ईद उल फितर की नमाज़ घरों में अदा की इस दौरान मुल्क को महामारी से बचाने के साथ ही नेकी, बरकत और अमन के लिये अल्लाह से दुआएं की गई। वीडियो कॉलिंग व्हाटसअप के जरिये ईद की मुबारक दी जाती रही। रोशनबाग स्थित शाह वसी उल्लाह मस्जिद, काटजू रोड स्थित अब्दुल्लाह मस्जिद, करेली गौस नगर स्थित अल गौसिया मस्जिद सहित शहर व ग्रामीण इलाकों की सैकड़ो मस्जिदों में लॉक डाउन की वजह से प्रशासन के निर्देश पर सिर्फ पेशइमाम, मोअज्जिन के साथ पांच लोगों को ही ईद पर दाखिल किया गया। मस्जिदों में ईद उल फितर की नमाज़ की फ़र्ज अदायगी की गई। वहीं लोगो ने अपने घरों में बड़े बुजुर्गों संग रस्मे ईद उल फितर के तहत नमाज़ अदा कर मुल्क को कोरोना से निजात दिलाने के लिए अल्लाह से दुआ की। उलमाओं ने ऑनलाइन खुतबे में ईद की मुबारकबाद देते हुए कोरोना वायरस के खात्मे की दुआ की। साथ ही गरीबों, बेसहारों, यतीमों, जरूरतमंदों की अधिक से अधिक मदद करने की अपील की। पुराने शहर के खुल्दाबाद इलाके में लोगो ने घरों में ईद की नमाज़ अदा करने के बाद गले न मिलकर एक दूसरे को सिर्फ मुबारकबाद दी।
इस मौके पर: हसीब अहमद, अफसर महमूद, शकील अहमद, जाकिर, हसीन, इश्तेयाक अहमद, नूरउल्ला सहित आदि लोग शामिल रहे।

सभी लोगों को रेमडेसिविर इंजेक्शन होंगे उपलब्ध

अश्वनी उपाध्याय               

गाजियाबाद। मुख्य विकास अधिकारी अस्मिता लाल ने जानकारी देते हुए बताया है कि रेमडेसिविर इंजेक्शन की आवश्यकता होने पर वेबसाइट http://gzbcovidtracker.in/Registration पर आवेदन करना होगा। इस वेबसाइट में पेशेंट का नाम, मोबाइल नंबर, आधार कार्ड, पता और हॉस्पिटल का नाम आदि का देना होगा विवरण। उन्होंने कहा कि सभी लोगों को सरलता से रेमडेसिविर इंजेक्शन उपलब्ध होगेें। उन्होंने कहा कि मार्केट में रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी नहीं होने दी जाएगी। उसके लिए खाद्य टबबसुरक्षा अधिकारी विनीत कुमार को कड़े निर्देश दिए गए हैं कि ऐसा कोई करता है तो सख्त कार्रवाई की जाए। आपको बता दें कि हमने यह खबर सोशल मीडिया के माध्यम से भी शेयर करने के साथ-साथ लखनऊ में मुख्यमंत्री कार्यालय एवं अन्य उच्चाधिकारियों को भी जिला प्रशासन के सुस्त रवैये के बारे में बताया था। हमारे सम्मानित पाठकों के आभारी हैं। जिंहोने सोशल मीडिया पर खबर को वायरल किया और अंततः जिला प्रशासन को भी पोर्टल चालू करने पर मजबूर होना पड़ा।     

उपजिलाधिकारी ने सम्बन्धितों को दिशा-निर्देश दिएं

कौशाम्बी। उत्तर प्रदेश सरकार ने कोरोना जैसी घातक बीमारी के रोकथाम के लिए कोरोना कर्फ्यू लॉक डाउन का नियम लागू कर रखा है। ताकि लोग महामारी के संक्रमण से बच सके उसका अनुपालन करवाने के लिए ईद त्योहार के मद्देनजर तेज तर्रार उपजिलाधिकारी प्रखर उत्तम ने थाना प्रभारियों सेक्टर मजिस्ट्रेट एवम तहसीलदार के साथ सिराथू क्षेत्र में लगातार भ्रमण कर सम्बन्धितों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं।
कोरोना संक्रमण की गाइडलाइन का कोई उल्लंघन न करे उसके लिए प्रमुख ईदगाह ,कड़ा धाम क्षेत्र का सम्बंधित जिम्मेदारों के साथ भ्रमण कर निरीक्षण किया। इस दौरान एसडीएम प्रखर उत्तम ने कहा, कोविड 19 से बचाव के प्रति विशेष सावधानी बरतना आवश्यक है। ईद त्योहार पर ऐसा कोई काम न करें। जिससे अपने कोविड के चपेट में आ जाएं। किसी भी हाल में एकत्रित नही होना है। घर पर सुरक्षित रहकर त्योहार को मनाना ही कोविड से बचाव का विकल्प है। बेवजह घर से कदापि न निकलें इस दौरान ड्यूटी पर तैनात पुलिस बल को सतर्क दृष्टि रखते हुए स्वयं को भी संक्रमण से बचाये रखने हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। क्षेत्र के अन्य हिस्सों में भी देखते हुए पुलिस सतर्क रही और लोगों से लगातार घर मे रहकर ईद-उल-फितर का त्योहार मनाने की अपील की गई।
नवीन सब्जी मंडी सैनी पहुंच कर उपजिलाधिकारी प्रखर उत्तम ने व्यापारियों,किसानों व खरीददारों को मास्क लगाने और कोरोना संक्रमण बचाव हेतु नियम और निर्देशों के पालन हेतु प्रोटोकाल के पालन करने को कहा है। बिना मास्क घूमने व प्रोटोकाल का उल्लंघन करने जुर्माने की चेतावनी दी गयी।
सन्तलाल मौर्य 

हापुड़: दहेज के लालच में पति ने पत्नी की हत्या की

अतुल त्यागी                
हापुड़। जनपद देहात थाना क्षेत्र के गाव मुरादपुर में दहेज के लालच में पति ने अपनी पत्नी की हत्या की। आपको बता दें कि मामला जनपद के कोटला मेवातीयान निवासी सुमिया उम्र लगभग 20 वर्ष की शादी करीब 8 महीने पहले लॉक डाउन में पटना मुरादपुर निवासी इदरीश नाम के व्यक्ति से हुई थी। जहां लड़की गरीब परिवार से ताल्लुक रखती थी। जिसके पिता भी नहीं थे। लेकिन गरीबी के कारण उन्होंने अपने मन मुताबिक लड़के वालों को दहेज भी दिया था। जहां दहेज की मांग को लेकर लड़की को शादी के बाद से ही लड़की के ससुरालियों ने टॉर्चर किया था। मन मुताबिक, दहेज ना मिलने के कारण आए दिन लड़की को टॉर्चर किया जाता था। लेकिन आज सुमैया उम्र 20 वर्ष लगभग उसके पति ने लड़की के कैंची से वार कर हत्या की। जहां लड़की के पति को देहात थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। खबर लिखे जाने तक लड़की का शव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गढ़ रोड लाया गया। जहां पंचनामा भरकर लड़की का शव पोस्टमार्टम के लिए भेजने की तैयारी की गई।

विधायक जरनैल का जटिलताओं के कारण निधन

अकांशु उपाध्याय           

नई दिल्ली। दिल्ली के पूर्व विधायक जरनैल सिंह का कोविड-19 संबंधी जटिलताओं के कारण शुक्रवार को निधन हो गया, वह 48 वर्ष के थे। उनके परिवार ने इस बारे में बताया। जरनैल सिंह के भाई करनैल सिंह ने बताया कि सिंह पिछले 12-13 दिन से राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में भर्ती थे। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने आम आदमी पार्टी (आप) के पूर्व विधायक जरनैल सिंह के निधन पर शुक्रवार को शोक जताया।केजरीवाल ने ट्वीट किया, ”दिल्ली के पूर्व विधायक जरनैल सिंह के असामयिक निधन से बेहद दुखी हूं। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे। समाज में उनके योगदान के लिए उन्हें हमेशा याद किया जायेगा।” सिसोदिया ने कहा कि जरनैल सिंह को एक ऐसे व्यक्ति के तौर पर याद किया जिन्होंने 1984 के सिख विरोधी दंगा पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए लड़ाई लड़ी। उन्होंने ट्वीट किया, ”दिल्ली विधानसभा में पूर्व साथी रहे जरनैल सिंह के निधन का समाचार हम सबके लिए दुखद है। 1984 के नरसंहार के पीड़ित परिवारों के न्याय के लिए लड़ने वाली एक बुलंद आवाज़ हमारे बीच से चली गई। ईश्वर उन्हें अपने चरणों में जगह दे।”

सीएम ने गृह विभाग को गस्त बढ़ाने का दिया निर्देश

हरिओम उपाध्याय               
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की नदियों में शवों को बहाए जाने पर रोक लगाने के लिए मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने गृह विभाग को गस्त बढ़ाने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि राज्‍य आपदा प्रबंधन बल (एसडीआरएफ) तथा पीएसी की जल पुलिस को प्रदेश की सभी नदियों में गश्त के लिए लगाया जाए।
ये पुलिस बल नौकाओं के जरिये पूरे प्रदेश की नदियों में गश्त कर यह सुनिश्चित करे कि नदियों में शव ना बहाए। राज्य सरकार द्वारा शुक्रवार को जारी एक बयान के अनुसार मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि यदि जरूरी हो तो स्‍थानीय स्‍तर पर नदियों में शव बहाने वालों के खिलाफ जुर्माना भी लगाया जाए।
उन्होंने हिदायत दी कि प्रदेश में नदियों के किनारे स्थित सभी गांवों तथा कस्बों में ग्राम विकास अधिकारी व ग्राम प्रधान तथा शहरों में कार्यकारी अधिकारी और नगर पालिका, नगर पंचायत और नगर निगमों के अध्यक्षों के माध्‍यम से समितियां बनाकर यह सुनिश्चित करें कि उनके क्षेत्र में कोई भी व्‍यक्ति परंपरा के नाते नदियों में शव न बहाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मृतकों की सम्मानजनक अंत्येष्टि के लिए धनराशि स्वीकृत की गई है और लावारिस शव के मामले में भी सम्मानजनक तरीके से धार्मिक मान्यताओं के अनुसार अंतिम संस्कार कराया जाए। किसी भी दशा में धार्मिक परंपरा के नाते शव को नदी में न बहाने दिया जाए।
उन्होंने कहा कि शव या मृत जानवरों के कंकाल बहाने से नदी प्रदूषित होती है। केंद्र व राज्‍य सरकार नदियों को साफ करने के लिए अभियान चला रही हैं। इस संबंध में उन्होंने गृह विभाग, पंचायती राज विभाग, नगर विकास विभाग, पर्यावरण विभाग और ग्राम्‍य विकास विभाग को मिलकर ठोस कार्य योजना बनाने के निर्देश दिये हैं ताकि कोई शव नदी में न बहाया जा सके।
पिछले कुछ दिनों में हमीरपुर में यमुना नदी, गाजीपुर और बलिया में गंगा नदी में बड़ी संख्या में लावारिस शव बहते हुए मिले थे जिनका प्रशासन ने अंतिम संस्कार कराया। कुछ लोगों ने यह अंदेशा जताया था कि ये शव कोरोना वायरस के संक्रमण से मरने वाले लोगों के थे। हालांकि प्रशासनिक अधिकारियों ने इस आशंका को सिरे से खारिज कर दिया था।

रूसी 'स्पुतनिक वी' वैक्सीन की कीमत तय की

अकांशु उपाध्याय              
नई दिल्ली। रूस की 'स्पुतनिक वी' कोरोना वैक्सीन की कीमत तय कर दी गई है। भारत में स्पुतनिक वैक्सीन की कीमत 948 रुपये होगी। वैक्सीन पर 5 प्रतिशत जीएसटी भी लगेगा, जिसके बाद एक डोज की कीमत 995 रुपये हो जाएगी। इस बारे में शुक्रवार को डॉ. रेड्डीज लैब ने बयान जारी कर कीमतों का खुलासा किया। साथ ही बताया कि स्थानीय उत्पादन में बढ़ोतरी होने के बाद स्पूतनिक की कीमत कम हो सकती है। 
बता दें कि पिछले महीने डीसीजीआई ने स्पुतनिक वी के उपयोग को मंजूरी दी थी। उसके बाद देश में आज पहली बार विदेशी वैक्सीन लगी है। हैदराबाद में स्पुतनिक की पहली डोज डॉ रेड्डीज लैब के कस्टम फार्मा सर्विसेज के ग्लोबल हेड दीपक सपरा को दी गई। 

पीएम ने देशवासियों से टीका लगवाने की अपील की

अकांशु उपाध्याय              
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोविड-19 को सदी के अदृश्य दुश्मन की संज्ञा देते हुए एक बार फिर देशवासियों से कोरोना का टीका लगवाने की अपील की है। संकट के समय में दवाओं और जरूरी सामान की जमाखोरी और कालाबाजारी को मानवता के खिलाफ बताते हुए उन्होंने राज्य सरकारों से ऐसे लोगों के खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई करने का आग्रह किया है।
प्रधानमंत्री मोदी शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) योजना के तहत देश के 9.5 करोड़ किसानों के खातों में 8वीं किस्त के तौर पर 20,667 करोड़ रुपये की राशि डीबीटी के माध्यम से हस्तांतरित करने के बाद किसानों को संबोधित कर रहे थे। मोदी ने कहा कि इसका लाभ करीब-करीब 10 करोड़ किसानों को होगा। बंगाल के किसानों को पहली बार इस सुविधा का लाभ मिलना शुरू हुआ है।
उन्होंने कोरोना के कारण जान गंवाने वालों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा, “बीते कुछ समय से जो कष्ट देशवासियो ने सहा है,अनेकों लोग जिस दर्द से गुजरे है, तकलीफ से गुजरे है वो मैं भी उतना ही महसूस कर रहा हूं।

पूर्व मुख्यमंत्री ने विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखा

राणा ओबराय              
चंडीगढ़। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता को पत्र लिखा है। इस पत्र के माध्यम से भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कालका विधायक प्रदीप चौधरी की सदस्यता बहाल करने की मांग की है। जानकारी के अनुसार पत्र में उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश की हाईकोर्ट 19 अप्रैल को निचली अदालत के उस फैसले पर रोक लगा चुकी है। जिसके आधार पर प्रदीप चौधरी की सदस्यता खत्म की गई है। 26 अप्रैल को खुद प्रदीप चौधरी विधानसभा अध्यक्ष को मिलने पहुंचे थे। उन्होंने कोर्ट के आदेश की कॉपी दी थी। लेकिन इतने दिन के बाद भी उनकी सदस्यता बहाल नहीं की गई है।

सरकार को ‘जवाबदेही’ तय करनी होगीं: अखिलेश

हरिओम उपाध्याय                
लखनऊ। बलिया और गाजीपुर जिलों में गंगा नदी में कई शव बहते पाये जाने की घटना के बाद समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बृहस्पतिवार को कहा कि सरकार को इसकी ‘जवाबदेही’ तय करनी होगी।
अखिलेश ने ट्वीट किया, ”गंगा नदी में पाये जाने वाले शव एक आंकड़ा भर नहीं है। ये शव किसी के पिता, माता, भाई, बहन के हैं। यह सरकार की जवाबदेही है जो लोगों की उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी है।
गौरतलब है कि बलिया और गाजीपुर में गंगा नदी में कई शव बहते पाये गये थे। दोनों जिलों में करीब सवा सौ शव नदी से निकाले गए हैं। इन्हें नदी के किनारे ही गड्ढा खोदकर दफना दिया गया है।
एक अन्य ट्वीट में अखिलेश ने कहा, ”मैं ब्रिटिश एसोसिएशन ऑफ फिजीशियन ऑफ इंडिया ओरिजिन को धन्यवाद देना चाहता हूं कि उन्होंने दान में 122 वेंटीलेटर और 95 आक्सीजन कंसंट्रेटर दिये। यह एक बात और याद दिलाती है कि हम सब एक हैं। ब्रिटिश एसोसिएशन ऑफ फिजीशियन ऑफ इंडिया ओरिजिन को दिल से धन्यवाद।”
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि कोरोना महामारी के दौर में सत्ता संरक्षित कालाबाजारी और मंहगाई से भाजपा राज में लोगों की जिंदगी नरक बन गई है। प्रदेश की बदहाली को झूठे आंकड़ों की बाजीगरी से छुपाया जा रहा है।
मौतों का सच भी उसे नहीं दिख रहा है। उल्टे भाजपा नेतृत्व द्वारा सरकार को आगाह करने वाले विपक्षी नेताओं को बदनाम करने का अभियान चलाया जा रहा है। भाजपा ने नैतिकता और लोकलाज सबको तिलांजलि दे दी है।
अखिलेश यादव ने गुरुवार को जारी बयान में कहा कि कितने दुःख बात है कि सांसों के आपातकाल में भी शासन, प्रशासन और शराब माफिया का सिंडीकेट खुलेआम जहरीली शराब बिकवा रहा है। भाजपा सरकार के प्रवक्ताओं का बस एक ही एजेण्डा है कि समाजवादी पार्टी के सुझावों को दरकिनार कर कोरोना नियंत्रण करने की बजाय समाजवादी पार्टी के विरुद्ध अनाप-शनाप आरोप लगाना जारी रखना है।

इजरायल ने हमले में 450 से ज्यादा मिसाइलें दागीं

जेरूसलम। इजरायल और हमास के बीच संघर्ष तमाम अपीलों के बाद भी थमा नहीं है। इजरायली रक्षा विभाग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार बीती रात को इजरायल ने हमास में जोरदार हमले करते हुए महज 40 मिनट के अंदर ही 450 से ज्यादा मिसाइलें दागीं। इनके जरिए इजरायल ने हमास के 150 से ज्यादा ठिकानों को टारगेट किया और हमास के “मेट्रो नेटवर्क” भारी नुकसान पहुंचाया। इजरायल डिफेंस फोर्स ने बताया कि उसने मिसाइलों के जरिए अब तक की सबसे बड़ी बम वर्षा की है। उसने अपने इन हमलों में हमास के सुरंगी ठिकानों को नुकसान पहुंचाया है। हमास से छिड़े संघर्ष में इजरायल ने अब तक अपने आयरन डोम एरियल डिफेंस सिस्टम के जरिए दुश्मन के रॉकेटों को बड़ी संख्या में आसमान में ही नेस्तनाबूद कर दिया। वहीं अपनी मिसाइलों से गजा में बड़ी संख्या में इमारतों को ध्वस्त किया है।

नदी में कार गिरने से बच्चे समेत 4 लोगों की मौंत

आदर्श श्रीवास्तव                       
लखीमपुर खीरी। थाना धौरहरा से तिलक समारोह में शामिल होकर वापस फूलबेहड़ इलाके के गांव रमुआपुर जा रही तेज रफ्तार फोर्ड फिगो कार गुरुवार की देर रात शारदा नहर की रेलिंग तोड़ती हुई नदी में गिर गई। जिसमे कार सवार बच्चे समेत चार लोगों की नहर में डूबने से मौत हो गई है। जबकि कार चालक नहर में तेज बहाव के कारण बह गया। वहीं दो लोग कार से बाहर गिरने से बच गए। वहीं दो लोगो को बचा लिया गया है। घटना फूलबेहड़ थाना क्षेत्र के शारदा बैराज की है। देर रात हुई इस दर्दनाक घटना की जानकारी होने के बाद मौके पर एसपी विजय ढुल पहुंच गए।हालांकि इस घटना के बाद ग्रामीणों ने रात्रि में ही रेस्क्यू अभियान चलाकर बड़े-बड़े रस्सों की मदद से कार को नहर से बाहर खींचकर बाहर निकाला।लापता कार चालक का सर्च अभियान अभी भी जारी है। गुरुवार को देर रात थाना फूलबेहड़ क्षेत्र के गांव रमुआपुर सिकटिहा से कुछ लोग थाना धौरहरा क्षेत्र के गांव रायपुर में एक तिलक समारोह में शामिल होकर वापस लौट रहे थे तभी रात करीब दो बजे उनकी फोर्ट फिगो कार शारदा बैराज के समीप अनियंत्रित होकर पुल की रैलिंग से टकराकर नहर में गिर गई।जिसमें रमुआपुर निवासी ललित 35 वर्ष पुत्र हरिश्चंद्र, अजय कुमार 34 वर्ष पुत्र रामलखन,प्रयाशू 5 वर्ष पुत्र अजय कुमार,दीपक 30 वर्ष पुत्र रामआसरे निवासी मुड़िया हेमपुर थाना नीमगांव की मौत हो गई। वही तेज रफ्तार में टक्कर होने से अन्य दो लोग बाहर गिर कर घायल हो गए। जिन्हें उपचार के बाद घर भेज दिया गया है। जबकि कार चालक नहर के तेज बहाव में बह गया। जिसकी तलाश जारी है।घटना की जानकारी होने के बाद रात ही में ग्रामीणों ने रस्सों के सहारे कार को नहर से निकल लिया है।
देर रात हुए दर्दनाक हादसे की खबर मिलने के बाद डीएम एसपी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने रेस्क्यू टीम लगाकर लापता हुए कार चालक की तलाश तेज कर दी है। एसपी विजय ढुल ने बताया कि देर रात सूचना मिली थी कि कार नहर में गिर गई है। तत्काल रूप से मौके पर पहुंचकर पुलिस के गोताखोरों और ग्रामीणों की मदद से कार को नहर से बाहर निकाला गया है। जिसमे दो लोग सुरक्षित हैं।जबकि चार लोग कार के अंदर मृत अवस्था में मिले हैं। वहीं कार चालक लापता बताया जा रहा है।उसकी नहर में तलाश की जा रही है।

संक्रमण: सिंगापुर में 13 जून तक रहेगा लॉकडाउन

सिंगापुर। सिंगापुर में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार ने वहां पर एक महीने के लॉकडाउन की घोषणा की है। सिंगापुर में 16 मई से लेकर 13 जून तक लॉकडाउन रहेगा। इसी के साथ ही सिंगापुर में कड़ा पाबंदिया लगाई गई है। लोगों के इकट्ठा होने और जन गतिविधियों पर पाबंदियां शुक्रवार को कड़ी कर दी। शिक्षा मंत्री लॉरेंस वोंग ने कहा कि समूह में एकत्रित होने वाले लोगों की संख्या पांच लोगों से घटाकर दो लोगों तक की जाएगी। चैनल न्यूज एशिया ने खबर दी कि यह कदम उन रिपोर्टों के बाद उठाया गया है कि covid-19 के ज्यादातर मामले चांगी हवाईअड्डे, स्कूल और अस्पतालों से जुड़े हैं।
वोंग ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि अगर आप किराना का सामान खरीदने, व्यायाम करने या किसी भी चीज के लिए बाहर जाते हैं तो अधिकतम दो लोगों को इकट्ठा होने की अनुमति दी जाएगी। उन्होंने कहा कि हम हर किसी को जितना संभव हो सके, घर में रहने के लिए प्रेरित करते हैं, केवल आवश्यक होने पर ही घर से बाहर जाएं। वोंग ने कहा कि अगर स्थिति में सुधार नहीं होता है तो हम निश्चित तौर पर और सख्त कदम उठाने की संभावना से इनकार नहीं करेंगे। स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक अलग प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि दो से ज्यादा लोग एकत्रित नहीं हो सकते चाहे वे घर में अपने दोस्तों या परिवार के सदस्यों से मिल रहे हो या सार्वजनिक स्थान पर।

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन

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