गुरुवार, 13 मई 2021

विदेशों से वैक्सीन का आयात करने का फैसला लिया

पंकज कपूर                
देहरादून। उत्तराखंड सरकार ने विदेशों से वैक्सीन का आयात करने का फैसला लिया है। इसके लिए एक पांच सदस्यीय कमेटी गठित कर दी गई है। राज्य सरकार अगले दो महीने में स्पूतनिक वैक्सीन की 20 लाख डोज का आयात करेगी। हालांकि भारत सरकार से भी लगातार वार्ता चल रही है लेकिन अभी तक मिली वैक्सीन अपेक्षाकृत कम है।
 कोविड-19 की स्थिति को लेकर सचिवालय स्थित मीडिया सेंटर में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में बुधवार को मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने बताया कि राज्य सरकार ने यह निर्णय लिया है कि विदेशों से वैक्सीन का आयात किया जाए और इसके लिए एक कमेटी गठित कर दी गई है। कमेटी में अपर सचिव युगल किशोर पंत, अपर सचिव अरूणय सिंह चौहान, निदेशक अभिप्राप्ति चिकित्सा महानिदेशालय, खजानचंद पांडे राज्य वित्त सेवा के अधिकारी और पीपीई किट प्रकोष्ठ नियोजन विभाग, उत्तराखंड शासन में तैनात सुमंत शर्मा को रखा गया है। 
 उन्होंने बताया कि भारत सरकार से भी हम लगातार वार्ता कर रहे हैं। जितनी वैक्सीन अभी मिली है, वे अपेक्षाकृत कम है। इस महीने हमें 8 लाख और अगले महीने 9 लाख वैक्सीन मिल पाएगी, उसमें भी यह शर्त है कि जिन्हें वैक्सीन की पहली डोज लग चुकी है, उन्हें सेकंड डोज दी जाए। उन्होंने बताया कि देश की प्रमुख कंपनियों से भी हमारी बातचीत चल रही है कि वे केंद्र सरकार के अतिरिक्त हमें भी वैक्सीन दे। कुछ वैक्सीन हमें मिल भी चुकी है और कुछ मिलनी बाकी है। हम अगले दो महीने में स्पूतनिक वैक्सीन के 20 लाख डोज का आयात करेंगे। इसके लिए समिति गठित हो गई है और धनराशि की भी व्यवस्था हो गई है। जो हाॅस्पिटल एवं दवा विक्रेता ओवर चार्जिंग कर रहे हैं या दवा की कालाबाजारी कर रहे हैं या वास्तविक दवा न देकर नकली दवाइयां दे रहे हैं, उनके खिलाफ सख्ती से प्रभावी कार्रवाई की जाएगी।  
 मुख्य सचिव ने बताया कि हमारे पास 80 मीट्रिक टन ऑक्सीजन पहुंची है और हमें रोज 60 टन ऑक्सीजन चाहिए। अभी हमें 20-20 मीट्रिक टन के दो कंटेनर अलाॅट हुए हैं। हमने केंद्र सरकार से कंटेनर उपलब्ध करवाने का अनुरोध किया है और हमें विश्वास है कि शुक्रवार तक हमें 6 कंटेनर और मिल जाएंगे। अभी हमें दो कंटेनर मिले हैं। आईजी अमित सिन्हा ने बताया कि कल 110 के करीब स्थानों पर दबिश दी गइ्र्र थी, हमें कालाबाजारी की भी काफी सूचनाएं मिलती हैं, जिनके आधार पर 136 स्थानों पर कल दबिश दी गई थी। अब तक कुल 24 एफआईआर हुई हैं, 35 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है और 204 की बरामदगी हुई है। 587 लोगों को मास्क न पहनने पर चालान हुआ है, 6057 लोगों पर सोशल डिस्टेंसिंग के उल्लंघन पर चालान हुआ है। 
 

कोरोना से निपटने के लिए तैयारियों का जायजा लिया

अकांशु उपाध्याय               
नई दिल्ली। ​​​​जम्मू-कश्मीर में चल र​​ही आतंकी गतिविधि​यों और सेना के ​एंटी टेररिस्ट ऑपरेशन​​ ​का जायजा लेने के लिए सेना प्रमुख ​​​​जनरल एमएम ​​नरवणे​​ ​खुद दो दिन के दौरे पर पहुंचे​​​।​ अपने दौरे के आखिरी दिन बुधवार को जनरल ​​नरवणे​ ​​​ने पाकिस्तान से लगी सीमा के अग्रिम इलाकों का दौरा करके ​​वहां तैनात सेना की टुकड़ियों से बातचीत की​​।​​ ​​सैनिकों के साथ बातचीत​ में उन्होंने ​सभी कमांडरों और सैनिकों को किसी भी उभरती सुरक्षा चुनौतियों से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार रहने को कहा।​ जम्मू-कश्मीर में इन दिनों सेना का ​एंटी टेररिस्ट ऑपरेशन काफी तेज गति से चल रहा है। इसी महीने में अब तक सेना और पुलिस ने 10 से ज्यादा आतंकवादियों को अलग-अलग ऑपरेशन में ढेर किया है। ​सेना से लगातार हो रही मुठभेड़ के बीच सेना प्रमुख खुद एंटी टेररिस्ट ऑपरेशन का जायजा लेने के लिए दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे हैं। पहले दिन उन्होंने पूर्वी कमान के कमांडर ​लेफ्टिनेंट जनरल वाईके जोशी के साथ ​व्हाइट नाइट कॉर्प्स​ का ​दौरा किया। दोनों शीर्ष अधिकारियों ने सेना के ऑपरेशन और सीमा पर सुरक्षा-व्यवस्था और सेना की परिचालन स्थिति का जायजा लिया। ​व्हाइट नाइट कॉर्प्स जोन ​में मौजूदा सुरक्षा स्थिति और परिचालन संबंधी तैयारियों पर जनरल ऑफिसर कमांडिंग ने सेना प्रमुख को जानकारी दी।​ 
 अपने दौरे के आखिरी दिन आज जमीनी हालात का निरीक्षण करने के लिए सेना प्रमुख नरवणे अग्रिम इलाकों अखनूर, रजौरी और नौशेरा सेक्टर्स में भी गये और यहां चल रहे हालात पर जानकारी ली। उन्हें नियंत्रण रेखा पर स्थिति, काउंटर-घुसपैठ ऑपरेशन और उनकी परिचालन संबंधी तैयारियों पर स्थानीय कमांडरों ने जानकारी दी। सेनाध्यक्ष ने ​सैनिकों के साथ बातचीत करके उच्च मनोबल और परिचालन की उच्च स्थिति के लिए उनकी सराहना की। नियंत्रण रेखा के साथ शांति की वर्तमान स्थिति की सराहना करते हुए ​​उन्होंने सभी कमांडरों और सैनिकों को किसी भी उभरती सुरक्षा चुनौतियों से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा।​ ​उन्होंने ​सभी सरकारी एजेंसियों को क्षेत्र में शांति बनाए रखने और ​कोविड महामारी ​का मुकाबला करने के लिए पूरे मनोयोग से लोगों तक पहुंचने के लिए उनकी सराहना की।​ 
 पिछले कई दिनों से जम्मू-कश्मीर में अलग-अलग इलाकों में हुई मुठभेड़ में सेना के लश्कर-ए-तैयबा समेत कई आतंकी संगठनों के गुर्गों को ठिकाने लगाया है।​ इसके बाद चल रहे तनाव पर वास्तविक स्थिति जानने के बाद थल सेनाध्यक्ष ने जम्मू के 166 ​मिलिट्री हॉस्पिटल ​का दौरा किया और ​कोविड की दूसरी लहर से निपटने के लिए तैयारियों का जायजा लिया। ब्रिगेडियर केजे सिंह​ और डीएन करन ने ​सेना प्रमुख को तैयारियों के बारे में जानकारी दी।

'ऑक्सीजन' की किल्लत ने लोगों को सबक दिया

अकांशु उपाध्याय                    
नई दिल्ली। कोरोना की दूसरी लहर में 'ऑक्सीजन' की किल्लत ने लोगों को एक सबक दे दिया है। लोग अब सचेत हो गए हैं और उन्होंने अपने घरों में 'ऑक्सीजन' लेने के लिए प्राकृतिक तरीका अपना लिया है। मात्र दो हजार रुपये में पूरे परिवार को ताजी 'प्राणवायु' मिल जाती है। नासा ने कई ऐसे पौधे घरों में लगाने के लिए सिफारिश की है, जिनसे भरपूर मात्रा में ऑक्सीजन मिलती है। पौधों के द्वारा घर में मौजूद हानिकारक गैसों के प्रभाव को भी खत्म किया जा सकता है। भले ही देश के अनेक हिस्सों में लॉकडाउन या कर्फ्यू लगा है, अर्थव्यवस्था पर भी कुछ हद तक प्रभाव पड़ा है, लेकिन 'नर्सरी' का कारोबार पिछले डेढ़ माह में 50 फीसदी तक बढ़ चुका है।
इंडियन नर्सरीमेन्स एसोसिएशन के अध्यक्ष वाईपी सिंह कहते हैं, ये मान कर चलें कि किसी नर्सरी पर एक दिन में ढाई सौ ग्राहक आ रहे हैं तो उनमें से 150 नए ग्राहक हैं, यानी जो पहली बार नर्सरी आए हैं। हर ग्राहक का फोकस 'ऑक्सीजन' देने वाले पौधों पर रहता है। एसोसिएशन अब इस दिशा में काम कर रही है कि होम आइसोलेशन या अस्पतालों में भर्ती लोगों को ऑक्सीजन देने वाला एक प्लांट भेंट किया जाए।
बतौर वाईपी सिंह, ऑक्सीजन को लेकर लोगों में आजकल जो क्रेज है, वह पहले कभी नहीं देखा गया। दिल्ली जैसे मेट्रो शहरों में दीवाली के आसपास जब प्रदूषण होता है तो उस वक्त भी कुछ लोगों को ऑक्सीजन प्लांट्स की याद आई थी। सामान्य आदमी प्योरीफायर नहीं खरीद सकता। उसका विकल्प घरों में लगाए जाने वाले ऑक्सीजन प्लांट्स हैं। नासा ने जिन प्लांट्स को घरों में लगाने की सिफारिश की है।

मेडिकल उपकरणों की कालाबाज़ारी पर रोक लगाएं

अकांशु उपाध्याय              
नई दिल्ली। दिल्ली हाईकोर्ट ने दिल्ली सरकार को निर्देश दिया है कि मेडिकल उपकरणों की कालाबाज़ारी पर रोक लगाएं। जस्टिस विपिन सांघी की अध्यक्षता वाली बेंच ने केंद्र सरकार से ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर सहित सभी मेडिकल उपकरणों की कीमत तय करने का निर्देश दिया। कोर्ट ने केंद्र सरकार से कल यानि 13 मई तक जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया है।
 कोर्ट ने इस बात पर गौर किया कि जून 2020 में ही मेडिकल उपकरणों की कीमतें तय करने की बात थी लेकिन वह प्रक्रिया अधूरी रही। सुनवाई के दौरान वकील संजीव सागर ने कहा कि दिल्ली पुलिस ने काफी मात्रा में ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर्स बरामद किए गए हैं। सागर ने कहा कि कई सरकारी वकील जो निचली अदालतों में पेश हो रहे हैं उन्हें ये तक नहीं पता कि हाईकोर्ट में इस मामले पर सुनवाई के दौरान क्या आदेश पारित किए गए। इस पर कोर्ट ने कहा कि उसने सरकार को निर्देश दिया है कि वे सरकारी वकीलों को हाईकोर्ट के आदेशों से अवगत कराने का आदेश दिया है। कोर्ट ने वकील संजीव सागर को निर्देश दिया कि वो सभी सरकारी वकील को हाईकोर्ट की सुनवाई और आदेश के बारे में अवगत कराने के लिए नोट तैयार करें।
 सुनवाई के दौरान एमिकस क्यूरी राजशेखर राव ने कहा कि कानून में कुछ कमियां हैं जिसकी वजह से लोग मेडिकल उपकरणों की जमाखोरी कर रहे हैं। ट्रायल कोर्ट भले ही आदेश देने में असमर्थ हो लेकिन हाईकोर्ट कानून का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई कर सकती है। दूसरा सवाल है कि ऐसे मामलों में पुलिस कार्रवाई करेगी या ड्रग डिपार्टमेंट।
 राजशेखर राव ने कहा कि सरकार की ओर से मेडिकल उपकरणों की कीमत तय नहीं करने की वजह से लोग उनका आयात बिना अवरोध के कर रहे हैं। वे लोग ये भी कह रहे हैं कि वे कोई कालाबाजारी नहीं कर रहे हैं। कानून की कमी की वजह से लोग अभियोजन से बच निकलते हैं। इस पर हाईकोर्ट ने भी सहमति जताई और केंद्र सरकार से कहा कि वे मेडिकल उपकरणों की कीमत तय करें ताकि कोई ऊंचे दाम पर न बेच सके। सुनवाई के दौरान एएसजी चेतन शर्मा और वकील चेतन शर्मा ने कहा कि वे इस मामले पर जवाब दाखिल कर देंगे।

एमपी में बारिश का सिलसिला जारी, जताईं संभावना

मनोज सिंह ठाकुर              
भोपाल। मध्यप्रदेश के कई हिस्सों में बारिश का सिलसिला जारी है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में प्रदेश के कई हिस्सों में तेज हवा गरज-चमक के साथ बूंदाबांदी की संभावना जताई है। मौसम वैज्ञानिक पीके शाह ने बताया कि साउथ-ईस्ट एमपी में ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ है। इससे साउथ-ईस्ट एमपी से नॉर्थ केरल तक एक ट्रफ लाइन बनी हुई है। इससे प्रदेश में बादल बनने के साथ बारिश हो रही है। शाह ने बताया कि अगले दो दिन भोपाल, उज्जैन, जबलपुर, ग्वालियर, चंबल, रीवा संभाग के हिस्सों में गरज-चमक और तेज हवा के साथ बूंदाबांदी होने की संभावना है। भोपाल में बादल छाए रहेंगे।
मौसम विभाग ने सेंट्रल-साउथ ईस्ट अरब सागर में 15 और 16 मई को बनने वाले ताऊ साइक्लोन के कारण प्रदेश में 17 मई से फिर बारिश होने की संभावना जताई है। मौसम वैज्ञानिक पीके शाह ने कहा कि 17 से 19 मई तक तक प्रदेश में बारिश होने की संभावना ज्यादा है।

लॉकडाउन जून के दूसरे सप्ताह तक लगातार जारी

मनोज सिंह ठाकुर                 
भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना कर्फ्यू, लॉकडाउन मई के महीने से लेकर जून के दूसरे सप्ताह तक लगातार क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप अर्थात स्थानीय प्रशासन, मध्यप्रदेश शासन द्वारा मई के महीने में खत्म होने की स्थिति में दिखाई नहीं देता। इससे बढ़कर आगे स्पष्ट रूप से कहना होगा। जैसा कि मुख्यमंत्री ने आज के संदेश में संकेत दिए हैं। लॉकडाउन जून के द्वितीय सप्ताह तक लगातार जारी रहेगा।
आज प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने देर शाम को पॉजिटिविटी रेट के संबंध में केंद्र सरकार के गृह मंत्रालय द्वारा जारी किए गए आदेश के अंतर्गत जिस तरीके से नापतोल का भाव लॉकडाउन से जोड़ते हुए संकेत दिए हैं। उसे स्पष्ट होता है कि मई का पूरा महीना लॉकडाउन में ही जाएगा। यही नहीं जून का द्वितीय सप्ताह भी पॉजिटिविटी रेट संपूर्ण मध्यप्रदेश के जिला स्तर तक एवं संभागीय स्तर तक देखे तो आने वाला 1 महीना ,बीते गए 1 महीने के अंदाज में तुलनात्मक अध्ययन के अनुसार लॉकडाउन में ही रहेगा।
प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज देर शाम को जो संकेत दिए हैं। उन संकेतों को केंद्र के गृह मंत्रालय के गणित के हिसाब से एवं लॉक डाउन की गाइडलाइन के अनुसार देखे तो मध्य प्रदेश के लगभग 98% जिलों में पॉजिटिविटी रेट अभी तक हाई पर है। अर्थात पॉजिटिविटी रेट 5% से ऊपर है। ऐसी स्थिति में संक्रमण की रफ्तार को कंट्रोल करने की अंतरराष्ट्रीय गाइडलाइन एवं गृह मंत्रालय की गाइडलाइन के पालन में मध्य प्रदेश में लोक डाउन की स्थिति को समझें तो लॉकडाउन 5% पॉजिटिविटी रेट अर्थात 10% से कम की स्थिति में जब आएगा तब लॉकडाउन हटाया जाना उचित माना गया है। यही अंतर्राष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय गाइडलाइन कहती है।
अब मध्य प्रदेश की बात करें तो मध्य प्रदेश में पिछले 1 महीने के लोक डाउन के अंतर्गत देखा जाए तो ऐसा कोई भी जिला नहीं है जहां पॉजिटिविटी रेट 5% से नीचे आई हो , खंडवा , भिंड ,बुरहानपुर और छिंदवाड़ा में जो पॉजिटिविटी रेट 5% से कम बताई जा रही है। उसे केवल और केवल सरकारी आंकड़ा माना जा रहा है। इस बात को प्रदेश के मुख्यमंत्री ने संकेत के रूप में आज स्वीकार किया है। अन्य संपूर्ण मध्य प्रदेश के समस्त महानगरों से जिलों की स्थिति देखें तो 17 मई के बाद लॉकडाउन हटाने का कोई कारण एवं गाइड लाइन का अनुपालन दिखाई नहीं देता है। क्योंकि मध्य प्रदेश में वर्तमान में पॉजिटिविटी रेट 25% से नीचे भले ही आ गया हो परंतु 15% तक भी नहीं पहुंचा है।

साल की पहली किस्त 14 को खातों में ट्रांसफर होगीं

अकांशु उपाध्याय                           
नई दिल्ली। पीएम किसान योजना के लाखों लाभार्थी किसानों के लिए अच्छी खबर है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की इस साल की पहली किस्त (कुल मिलाकर आठवीं किस्त) इसी महीने 14 मई को खातों में ट्रांसफर की जाएगी। यह काम खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। पीएम मोदी 2000 रुपए की राशि ट्रांसफर करने के बाद चुनिंदा लाभार्थियों से बात भी करेंगे। केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह के हवाले से दी गई जानकारी के मुताबिक, यह कार्यक्रम सुबह 11 बजे होगा। इस कार्यक्रम का और दूरदर्शन पर सीधा प्रसारण किया जाएगा। बता दें, पीएम किसान योजना के तहत केंद्र सरकार छोटे और सीमांत किसानों को साल में 6000 रुपए आर्थिक सहायता देती है। यह राशि सीधे खातों में जमा की जाती है। 6000 रुपए की यह 2000-2000 की तीन किस्तों में जमा की जाती है।
पीएम किसान योजना के तहत हर साल 2000 रुपए की पहली किस्त 1 अप्रैल से 31 जुलाई, दूसरी किस्त एक अगस्त से 30 नवंबर और तीसरी किस्त एक दिसंबर से 31 मार्च के बीच जमा की जाती है। जिन किसानों ने रजिस्ट्रेशन करवाया है, उनके खातों में ही राशि जमा होती है। इस संबंध में
वेबसाइट पूरी जानकारी दी गई है। यहां पीएम किसान सम्मान निधि के लाभार्थियो की पूरी लिस्ट भी है, जिसे सरकार द्वारा समय-समय पर अपडेट किया जाता है।

इंडोनेशिया में 6.0 तीव्रता का भूकंप, झटके

इंडोनेशिया में 6.0 तीव्रता का भूकंप, झटके  अखिलेश पांडेय  जकार्ता। इंडोनेशिया के पूर्वी प्रांत मालुकु में सोमवार के तेज झटके महसूस किए गए। इ...