शुक्रवार, 7 मई 2021

यूपी को वैक्सीन प्रूफ करने में जुटे हुएं सीएम योगी

हरिओम उपाध्याय               
लखनऊ। उत्तर प्रदेश को वैक्सीन प्रूफ करने में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जुटे हुए हैं। उनकी सरकार का दावा है कि अब कोरोना की वैक्सीन में कोई कमी नहीं होगी। सभी प्रदेशवासियों को आराम से इसकी खुराक उपलब्ध करा दी जाएगी। प्रदेश में वैक्सीन की कमी न हो इसके लिए निर्माताओं के हाथ में सरकार ने एडवांस में करोड़ों रुपये थमा दिया है। 
 गुरुवार को अपर मुख्य सचिव, सूचना नवनीत सहगल ने बताया कि योगी सरकार वैक्सीन निर्माताओं को 20 करोड़ रुपये एडवांस दे दिया है। उन्होंने समय पर वैक्सीन उपलब्ध कराने को कहा है। वहीं, कहा कि वैक्सीन की 40 मिलियन डोज के लिये यूपी सरकार पहले ही ग्लोबल टेंडर जारी कर चुकी है। 21 मई को टेंडर भरने की अंतिम तिथि घोषित की है।
 उन्होंने बताया कि अगले हफ्ते तक प्रदेश में एक करोड़ वैक्सीन आ जाएंगी। वैक्सीन की उपलब्धता बनाए रखने पर सरकार का पूरा जोर है। अभियान में किसी प्रकार की कमी न होने पाए इसके लिये सरकार ने पूरी ताकत लगा रखी है। बताया कि यूपी में 01 मई से वैक्सीनेशन का तीसरा चरण शुरू हो चुका है। तीसरे चरण में 18 से 44 वर्ष के लोगों का वैक्सीनेशन कराया जा रहा है। इसके साथ ही सरकार वैक्सीन का दूसरा डोज देने का कार्य भी युद्ध स्तर पर कर रही है।
 उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री योगी स्वयं बीमारी की रोकथाम के लिये की गई व्यवस्थाओं की देखरेख कर रहे हैं। अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी बराबर जारी किये जा रहे हैं। 

संक्रमितों का निशुल्क इलाज, नई योजना लागू होगीं

सौरभ शर्मा             
भोपाल। मध्‍य प्रदेश में कोरोना मरीजों के निःशुल्क इलाज़ के लिए नई योजना लागू होगी। यह इसलिए किया जा रहा है। क्‍योंकि गरीबों को निजी अस्‍पतालों में स्‍वास्‍थ्‍य लाभ नहीं मिल पा रहा। इसलिए प्रदेश के आम व्‍यक्‍ति के जीवन का मूल्‍य समझते हुए राज्‍य की शिवराज सरकार ये बड़ा निर्णय लेने जा रही है। इसके संकेत गुरुवार को स्‍वयं मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दिए हैं। 
 चौहान ने कहा कि प्रदेश में कोरोना मरीजों के निःशुल्क इलाज़ के लिए नई योजना लागू की जा रही है। इसके अंतर्गत प्रदेश के गरीब एवं आम आदमी को जहां तक मध्यम वर्गीय व्यक्ति को भी कोरोना का निःशुल्क इलाज अनुबंधित निजी अस्पतालों में मिल सकेगा। योजना के क्रियान्वयन के लिए आयुष्मान भारत योजना पर निजी अस्पतालों को राज्य सरकार द्वारा विशेष पैकेज दिया जाएगा। सरकार कुछ बड़े अस्पताल छोड़कर निजी अस्पतालों को कोविड इलाज़ के लिए अनुबंधित करेगी।
 मुख्यमंत्री चौहान गुरुवार को अपने निवास से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कोरोना नियंत्रण कोर ग्रुप की बैठक ले रहे थे। बैठक में संबंधित मंत्रीगण, अधिकारीगण वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से उपस्थिति हुए। उन्‍होंने कहा कि प्रदेश में अभी तक आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत दो करोड़ 42 लाख कार्ड बनाए गए हैं, जिससे 88 प्रतिशत जनसंख्या कवर्ड हो रही है। इन सभी को शासन द्वारा अनुबंधित अस्पतालों में कोरोना का निःशुल्क इलाज़ मिल सकेगा। 
 शिवराज ने कहा कि योजना के अंतर्गत सिटी स्कैन आदि जांचें भी नि:शुल्क होंगी तथा दवाएं, रेमडेसिविर इंजेक्शन, ऑक्सीजन आदि भी निःशुल्क मिलेंगे। उन्‍होंने निर्देश दिए कि वैक्सीन की उपलब्धता अनुसार 18 वर्ष से अधिक आयु के लोगों का वैक्सीनेशन निरंतर चलता रहे। 45 वर्ष से अधिक के व्यक्तियों का वैक्सीनेशन भी पूर्व अनुसार जारी रहे। इसके अलावा बैठक में बताया गया है कि ज़िलों में अस्पतालों से कोरोना के मरीज़ों के बड़ी संख्या में स्वस्थ होकर डिस्चार्ज होने से बिस्तरों की उपलब्धता बढ़ी है। इसके बाद भी मुख्यमंत्री चौहान ने सभी जिलों के अस्‍पतालों एवं कोविड केयर सेंटर में आईसीयू बेड्स बढ़ाए जाने के निर्देश दिए हैं।

शिवाजी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर इमरजेंसी लैडिंग हुईं

 अकांशु उपाध्याय                 
नई दिल्ली। नागपुर से हैदराबाद जाने वाली नॉन-शेड्यूल फ्लाइट में तकनीकी खराबी आने के बाद गुरुवार रात सवा नौ बजे मुंबई के छत्रपती शिवाजी महाराज इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर इमरजेंसी लैडिंग हुई। विमान सेवा क्षेत्र में सेवारत मंदार भारदे की अगुवाई में इस पूरे ऑपरेशन को अंजाम दिया गया। 
 जानकारी के मुताबिक विझक्रॉफ्ट कंपनी के जेट सेर्वे एविएशन द्वारा संचालित सी-90 वीटी-जेआईएल फ्लाइट ने गुरुवार शाम को हैदराबाद के लिए उड़ान भरी थी। नागपुर एयरपोर्ट से टेकऑफ के दौरान हवाई जहाज का अगला पहिया अलग हो गया। ऐसी स्थिति में हवाई जहाज की इमरजेंसी लैंडिग करनी होती है।
 फ्लाइट के पायलट केसरी सिंग ने इस बारे में कंट्रोल रूम को सूचित किया जिसके तुरंत बाद हवाई जहाज को मुंबई की ओर मोड़ा गया लेकिन इमरजेंसी लैडिंग के वक्त फ्लाइट हलका होना जरूरी होता है। नतीजतन इस फ्लाइट को लगभग एक घंटे तक हवा में घुमाया गया। इसके बाद जब पेट्रोल खत्म होने की कगार पर था तब पायलट ने लैंडिंग गियर का उपयोग किए बिना 'बेली लैंडिंग' का प्रयास किया। इस दौरान आग से बचाव के लिए फोम को रनवे पर रखा गया था। मंदार भारदे के मार्गदर्शन में हुए इस ऑपरेशन में हवाई जहाज को सफलतापूर्वक उतारा गया।

कोरोना की दूसरी लहर के बाद नई बिमारी, शिकार

गांधीनगर। कोरोना की दूसरी लहर में संक्रमित मरीज ठीक होने के बाद एक नई बिमारी का तेजी से शिकार हो रहे हैं। जिसके चलते समय पर इलाज न होने पर मरीजों की आंख निकालनी पड़ रही है या फिर उनकी मौत हो रही हैं। इस बीमारी का नाम मिकोर माइकोसिस है। सूरत में 15 दिन के भीतर ऐसे 40 से अधिक केस सामने आए हैं, जिनमें 8 मरीजों की आंखें निकालनी पड़ी हैं।
एक तरफ गुजरात के सूरत में कोरोना की दूसरी लहर ने कहर मचा रखा है और मरीज बेड-वेंटिलेटर और ऑक्सीजन की कमी के चलते दम तोड़ रहे थे। अब लोगों को एक नई बीमारी का भी शिकार होना पड़ रह है। यह बीमारी इतनी खतरनाक है कि समय पर इसका इलाज न होने पर मरीज की आंख निकालनी पड़ती या उसकी मौत हो जाती है। इस नई बीमारी का नाम मिकोर माइकोसिस बताया जा रहा है।

उत्तराखंड: पौड़ी के 1 गांव में 30 लोग संक्रमित मिलें

 पंकज कपूर            
देहरादून। कोरोना संक्रमण उत्तराखंड के गांवों में भी कहर बरपा रहा है। पौड़ी जिले के एक गांव में गुरुवार को 30 लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। जिले के छोटे से गांव में कोरोना विस्फोट के बाद हड़कंप मच गय  है। बता दें कि जयहरीखाल क्षेत्र के बंदून गांव में सिर्फ 45 लोग निवास करते हैं।
इतनी बड़ी संख्या में एक ही जगह कोरोना संक्रमितों के मिलने से स्वास्थ्य विभाग की टीम अन्य ग्रामीणों के नमूने लेने में जुट गई हैं। सतपुली की तहसीलदार सुधा डोभाल ने बताया कि ग्रामीणों के पिछले कुछ दिन से बीमार चलने की सूचना मिलने पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा तीन मई को जांच के लिए उनके नमूने लिए गए थे।

भारतीय सेना ने 2 फील्ड अस्पतालों को पटना पहुंचाया

 अविनाश श्रीवास्तव                    
 पटना। बिहार में बढ़ते कोविड केसों को देखते हुए भारतीय सेना ने नॉर्थ ईस्ट के 2 फील्ड अस्पतालों को हवाई जहाज से पटना पहुंचा दिया है। इनमें चिकित्सा विशेषज्ञ, चिकित्सा अधिकारी, नर्सिंग और सहायक कर्मचारी हैं जो 100 आईसीयू बेड सहित ईएसआई, पटना में 500 बेड वाले अस्पताल की स्थापना में सहयोग देंगे।अगले दो दिनों में भारतीय सेना यहां हवाई मार्ग से और सुविधाएं बढ़ाएगी। 
सेना के प्रवक्ता ने बताया कि भारतीय सेना ने बिहार में कोविड मामलों की वृद्धि को देखते हुए राज्य सरकार की सहायता के लिए उत्तर-पूर्व के दो फील्ड अस्पताल हवाई जहाज से पटना पहुंचा दिए हैं। इन फील्ड अस्पतालों में चिकित्सा विशेषज्ञ, चिकित्सा अधिकारी, नर्सिंग और सहायक कर्मचारी शामिल हैं। यह मेडिकल टीम ईएसआई पटना में 100 आईसीयू बेड सहित 500 बेड वाले अस्पताल की स्थापना में सहयोग करेगी। अस्पताल में मेडिकल स्टाफ की ताकत बढ़ाने के लिए अतिरिक्त विशेषज्ञ, चिकित्सा अधिकारी, नर्सिंग स्टाफ के साथ-साथ प्रशिक्षित इन्फैंट्री बैटलफील्ड नर्सिंग असिस्टेंट को अगले दो दिनों में हवाई मार्ग से भेजा जा सकता है।
 ​प्रवक्ता का कहना है कि भारतीय सेना राष्ट्रीय स्तर पर कोविड रिस्पांस में सबसे आगे रही है। एक ओर सेना ने अपने सैन्य बल को कोविड से बचाए रखा है। पूर्व सैनिकों और उनके आश्रितों को चिकित्सा देखभाल सुनिश्चित की है। सेना ने सिविल अधिकारियों की सहायता के लिए दिल्ली, अहमदाबाद, लखनऊ, वाराणसी और पटना के उन पांच कोविड अस्पतालों में काफी चिकित्सा संसाधन भी तैनात किए हैं। जो इन शहरों में या तो पहले से कार्यरत हैं या स्थापित होने की प्रक्रिया में हैं। इसीलिए एक महानिदेशक रैंक के अधिकारी के तहत विशेष कोविड प्रबंधन प्रकोष्ठ की स्थापना की गई है। जो सीधे वाइस चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ को रिपोर्ट करेंगे।
 इससे दिल्ली समेत देश भर में कोविड मामलों में बेहद तेज़ी से हो रही वृद्धि को कम करने के लिए रीयल टाइम प्रतिक्रियाओं के समन्वय में अधिक दक्षता आएगी। दिल्ली में परीक्षण, सैन्य अस्पतालों में प्रवेश और महत्वपूर्ण चिकित्सा उपकरणों के परिवहन आदि के रूप में नागरिक प्रशासन को सहायता पहले से ही प्रदान की जा रही है। भारतीय सेना कोविड महामारी से लड़ने में राष्ट्रीय प्रयासों में शामिल होने के लिए प्रतिबद्ध है।

एचसी के सभी चीफ जस्टिस से बात करूंगा: रमना

 अकांशु उपाध्याय               
नई दिल्ली। देश की अलग-अलग जेलों में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। इसे लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई थी। इस पर सुनवाई करते हुए चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (सीजेआई) एनवी रमना ने कहा कि मैं कल हाई कोर्ट के सभी चीफ जस्टिस से बात करूंगा और उनसे हाई पॉवर कमेटी बनाने के लिए कहूंगा।
दरअसल, पिछले साल ही सुप्रीम कोर्ट ने जेल में कोरोना के मामले को देखने और उसी हिसाब से कैदियों को पेरोल या जमानत पर रिहा करने के लिए सभी हाई कोर्ट को एक हाई पॉवर कमेटी का गठन करने का निर्देश दिया था।  इस बार फिर कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। खासतौर पर जिन जेलों में क्षमता से अधिक कैदी बंद हैं, वहां कोरोना विस्फोट का खतरा है।

पंजाब किंग्स ने जीता टॉस, गेंदबाजी का फैसला

पंजाब किंग्स ने जीता टॉस, गेंदबाजी का फैसला  इकबाल अंसारी  चेन्नई। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2024 सीजन में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) और पं...