सौरभ शर्मा
भोपाल। मध्य प्रदेश में कोरोना मरीजों के निःशुल्क इलाज़ के लिए नई योजना लागू होगी। यह इसलिए किया जा रहा है। क्योंकि गरीबों को निजी अस्पतालों में स्वास्थ्य लाभ नहीं मिल पा रहा। इसलिए प्रदेश के आम व्यक्ति के जीवन का मूल्य समझते हुए राज्य की शिवराज सरकार ये बड़ा निर्णय लेने जा रही है। इसके संकेत गुरुवार को स्वयं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दिए हैं।
चौहान ने कहा कि प्रदेश में कोरोना मरीजों के निःशुल्क इलाज़ के लिए नई योजना लागू की जा रही है। इसके अंतर्गत प्रदेश के गरीब एवं आम आदमी को जहां तक मध्यम वर्गीय व्यक्ति को भी कोरोना का निःशुल्क इलाज अनुबंधित निजी अस्पतालों में मिल सकेगा। योजना के क्रियान्वयन के लिए आयुष्मान भारत योजना पर निजी अस्पतालों को राज्य सरकार द्वारा विशेष पैकेज दिया जाएगा। सरकार कुछ बड़े अस्पताल छोड़कर निजी अस्पतालों को कोविड इलाज़ के लिए अनुबंधित करेगी।
मुख्यमंत्री चौहान गुरुवार को अपने निवास से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कोरोना नियंत्रण कोर ग्रुप की बैठक ले रहे थे। बैठक में संबंधित मंत्रीगण, अधिकारीगण वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से उपस्थिति हुए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में अभी तक आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत दो करोड़ 42 लाख कार्ड बनाए गए हैं, जिससे 88 प्रतिशत जनसंख्या कवर्ड हो रही है। इन सभी को शासन द्वारा अनुबंधित अस्पतालों में कोरोना का निःशुल्क इलाज़ मिल सकेगा।
शिवराज ने कहा कि योजना के अंतर्गत सिटी स्कैन आदि जांचें भी नि:शुल्क होंगी तथा दवाएं, रेमडेसिविर इंजेक्शन, ऑक्सीजन आदि भी निःशुल्क मिलेंगे। उन्होंने निर्देश दिए कि वैक्सीन की उपलब्धता अनुसार 18 वर्ष से अधिक आयु के लोगों का वैक्सीनेशन निरंतर चलता रहे। 45 वर्ष से अधिक के व्यक्तियों का वैक्सीनेशन भी पूर्व अनुसार जारी रहे। इसके अलावा बैठक में बताया गया है कि ज़िलों में अस्पतालों से कोरोना के मरीज़ों के बड़ी संख्या में स्वस्थ होकर डिस्चार्ज होने से बिस्तरों की उपलब्धता बढ़ी है। इसके बाद भी मुख्यमंत्री चौहान ने सभी जिलों के अस्पतालों एवं कोविड केयर सेंटर में आईसीयू बेड्स बढ़ाए जाने के निर्देश दिए हैं।
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