गुरुवार, 29 अप्रैल 2021

पुलिस के आदेश को मानने को तैयार नहीं हैं वोटर

अतुल त्यागी                 
हापुड़। सोशल मीडिया पर तस्वीरें वायरल हुईं। वोटरों के द्वारा दबंगई से गाड़ी को पोलिंग बूथ में बाड़ने की
जनपद त्रिकोणीय पंचायती चुनाव को देखते हुए पुलिस प्रशासन पूरा सतर्क चल रहा है। वहीं, पुलिस के आदेश को मानने को वोटर दबंगई के साथ तैयार नहीं है। गढ़ कोतवाली क्षेत्र के गांव अक्खापुर जहां पर दबंग वोटरों ने पुलिस के लाख मना करने एवं बावजूद भी पोलिंग बूथ में गाड़ी घुसा दी। जहां पर जनपद डीएम अनुज सिंह एवं जनपद एसपी नीरज कुमार जादौन एवं गढ़ सीओ पवन कुमार जनता से कर रहे हैं। शांति बनाएं रखने की अपील, वहीं पर दबंग वोटरों ने हापुड़़ शासन-प्रशासन के आदेशों को ताक पर रखकर घुसा दिया। पुलिस के लाख मना करने के बावजूद भी पोलिंग बूथ में खुलेआम गाड़ी।

पिता ने दोस्त के साथ मिलकर नाबालिग से किया रेप

अतुल त्यागी          
हापुड़। पिता ने दोस्त के साथ मिलकर नाबालिग बेटी से रेप किया। थाना पिलखुवा क्षेत्र में एक पिता ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर अपनी नाबालिग पुत्री के साथ बलात्कार कर उसे दो बार गर्भवती कर दिया और गर्भपात करवाकर जान से मारने की धमकी दी।
जानकारी के अनुसार, पिलखुवा के एक मोहल्ले निवासी इनाम ने अपनी बेटी का 12 साल की उम्र से अपने दोस्त इलियास के साथ मिलकर रेप किया। दो बार गर्भवती हो जाने पर उसका गर्भवत करवा दिया। जिससे घबराकर नाबालिक युवती अपने रिश्तेदारों के साथ दिल्ली चली गई। बार-बार पिता द्वारा प्रताड़ित करने पर युवती एसपी के यहां पहुंची और अपनी आपबीती सुनाई एसपी के आदेश पर पिलखुआ पुलिस ने पिता इनाम व इलियास पर पुलिस ने कलयुगी पिता इनाम व इलियास पर मुकदमा दर्ज कर उनकी तलाश की जा रही हैं।

एससी में कोरोना से संबंधित याचिकाओं पर सुनवाई

राणा ओबराय            
नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर के बीच सुप्रीम कोर्ट और दिल्ली हाईकोर्ट में कोरोना से संबंधित अलग-अलग याचिकाओं पर सुनवाई जारी है। 
इसी सिलसिले में आज सुप्रीम कोर्ट में एक और याचिका दायर की गई है। जो दावा करती है कि टीकाकरण अभियान में 32 हजार करोड़ रुपये का घोटाला हुआ है। जानकारी के अनुसार यह याचिका वकील दीपक आनंद मसीह की ओर से दाखिल की गई है। याचिका में कोरोना से निपटने के लिए केंद्र सरकार की नीतियों पर भी सवाल उठाए हैं। याचिकाकर्ता ने कहा कि पश्चिमी देशों में कोरोना की वैक्सीन तैयार कर ली गई, लेकिन उनकी लागत और कीमत 150-200 रुपये से ज्यादा नहीं है। वहीं देश में यही वैक्सीन आम लोगों को 600 रुपये तक में मिल रही है। अब जब 18 साल से ज्यादा आयु के लोगों को वैक्सीन लगने वाली है तो, कीमत भी बढ़ गई है। एक अनुमान के मुताबिक, अभी 80 करोड़ लोगों को टीके की खुराक लगनी है। ऐसे में टीके की कीमत का हिसाब लगाया जाए तो 32 हजार करोड़ रुपये का घोटाला सामने आता है। याचिकाकर्ता ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने नेशनल साइंटिफिक फोर्स तो बना दी लेकिन फरवरी-मार्च में उसकी एक भी बैठक नहीं हुई। ऐसा इसलिए क्योंकि कुछ राज्यों में विधानसभा चुनाव जारी थे। इसके अलावा याचिका में यह भी कहा गया कि अमेरिकी राष्ट्रपति को भी पूरे देश में लॉकडाउन लगाने का अधिकार नहीं है। लेकिन भारतीय प्रधानमंत्री को है। याचिका में कहा गया कि देश में लॉकडाउन लगाकर भी देख लिया लेकिन इससे कुछ भी हासिल नहीं हुआ। याचिका में कहा गया कि समस्या संसाधनों से ज्यादा सरकारी नीतियों की रही। वकील दीपक आनंद मसीह ने कोर्ट से अपील की कि सरकार को सही नीतियां बनाकर उन पर अमल करने का आदेश दिया जाए। बता दें कि एक मई से देश में वैक्सीनेशन अभियान का तीसरा चरण शुरू हो जाएगा और इसके तहत 18 साल से ज्यादा उम्र के युवाओं को कोरोना की वैक्सीन लगाई जाएगी।

चुनाव: मताधिकार का प्रयोग करते हुए मतदान किया

कौशांबी। चायल विकास खंड में गुरुवार को चौथे चरण त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के मतदान के लिए मतदाता उत्साहित दिखे और सुबह से ही मतदान के लिए कतारों में लग गए। मतदान के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते मतदाता नहीं दिखाई पड़े हैं। कहीं तो मतदान समय से शुरू हो गया तो कहीं मतदान कुछ विलंब से शुरू हुआ। मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग करते हुए मतदान किया। बलीपुर टाटा के इंग्लिश मीडियम प्राइमरी स्कूल बलीपुर टाटा में बनाए गए पांच बूथ पर मतदान समय से शुरू हो गया था और पुरुष महिला मतदाता कतारों में लगकर मतदान किया। इसी प्रकार प्राथमिक विद्यालय के बूथों पर भी मतदान के लिए मतदाताओं की भीड़ कतारों में लगी रही। प्राथमिक पूर्व माध्यमिक विद्यालय चक बादशाहपुर में मतदान के लिए मतदाताओं में काफी उत्साह दिखाई दिया और सुबह की पहली किरण से ही मतदान के लिए बूथों पर मतदाता डटे रहे। इसी प्रकार बनाए गए अन्य मतदान केंद्रों पर भी मतदाता मतदान करने के लिए डटे रहे और अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
गणेश साहू 

सहयोग: लोगों की मदद के लिए आगें आएं शेट्टी

कविता गर्ग                    
मुंबई। बॉलीवुड के माचो मैन सुनील शेट्ठी कोरोना के खिलाफ जंग में लोगों की मदद के लिये आगे आये हैं। देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर खतरनाक रूप ले चुकी है। कोरोना के खिलाफ जंग में बॉलीवुड सितारे भी लोगों की मदद के लिए सामने आ रहे हैं। अक्षय कुमार, अजय देवगन , सलमान खान, टिंवकंल खन्ना के बाद अब सुनील शेट्टी भी लोगों की मदद के लिये आगे आये हैं। कोरोना वायरस से पीड़ित मरीजों को मुफ्त में ऑक्‍सीजन कन्‍सन्‍ट्रेटर्स मुहैया करवाने की कैंपेन में सुनील शेट्टी का नाम भी शामिल हो गया है।
इस बात की जानकारी सुनील शेट्टी ने अपने ट्विटर अकाउंट से दी ट्वीट करते हुए दी है। सुनील शेट्टी ने लिखा, “इन दिनों हम विषम परिस्थियों से गुजर रहे हैं। लेकिन हमने लोगों एक दूसरे की मदद के लिए हाथ बढ़ाया है। यह एक आशा की किरण है। मैं सभी दोस्‍तों और फैंस से अपील करता हूं आप लोग भी लोगों की मदद के सामने आएं। यदि किसी को सहायता चाहिए या आप किसी की सहायता करना चाहते हैं तो डायरेक्‍ट मेसेज करें। प्‍लीज इसे ज्‍यादा से ज्‍यादा शेयर कर लोगों तक पहुंचाएं ताकि लोगों को मदद मिल सके। 

जब्त दवा की प्रभाविता समाप्त नहीं हो: न्यायमूर्ति

अकांशु उपाध्याय            
नई दिल्ली। न्यायमूर्ति विपिन सांघी और न्यायमूर्ति रेखा पल्ली की पीठ ने यह निर्देश दिया, ताकि सुनिश्चित किया जा सके कि जब्त दवा की प्रभाविता समाप्त नहीं हो और इसे जरूरतमंद रोगियों को दिया जा सके। अदालत ने कहा कि जब्त करते ही जांच अधिकारी को तुरंत इसकी सूचना उपायुक्त को देनी चाहिए। पीठ ने कहा कि जांच अधिकारी को सुनिश्चित करना चाहिए कि जब्त दवाएं मौलिक हैं और सुनिश्चत करना चाहिए कि उन्हें रेफ्रिजरेटर में रखा जाए। ताकि उन्हें किसी अस्पताल या कोविड देखभाल केंद्र में भेजे जाने तक उनकी प्रभाविता बनी रहे। न्यायमूर्ति विपिन सांघी और न्यायमूर्ति रेखा पल्ली की पीठ ने यह निर्देश दिया ताकि सुनिश्चित किया जा सके कि जब्त दवा की प्रभाविता समाप्त नहीं हो और इसे जरूरतमंद रोगियों को दिया जा सके। अदालत ने कहा कि जब्त करते ही जांच अधिकारी को तुरंत इसकी सूचना उपायुक्त को देनी चाहिए। पीठ ने कहा कि जांच अधिकारी को सुनिश्चित करना चाहिए कि जब्त दवाएं मौलिक हैं और सुनिश्चत करना चाहिए कि उन्हें रेफ्रिजरेटर में रखा जाए ताकि उन्हें किसी अस्पताल या कोविड देखभाल केंद्र में भेजे जाने तक उनकी प्रभाविता बनी रहे।

फेसबुक ने ‘हैशटैगरिजाइनमोदी’ को बाधित किया

अकांशु उपाध्याय            
नई दिल्ली। सोशल मीडिया कंपनी फेसबुक ने ‘हैशटैगरिजाइनमोदी’ को बाधित कर दिया। जिसमें कोविड-19 महामारी से निपटने की सरकार के तरीके की आलोचना करते हुए प्रधानमंत्री से इस्तीफे की मांग की जा रही थी। घंटों बाद इस हैशटैग को बहाल करते हुए कंपनी ने कहा, उसने गलती से यह कदम उठाया था। कंपनी ने बुधवार को हैशटैग को बाधित करने के कदम पर बृहस्पतिवार को सफाई देते हुए कहा कि यह सरकार के आदेश पर नहीं किया गया था। उल्लेखनीय है कि फेसबुक पहली सोशल मीडिया कंपनी नहीं है जिसने कोविड-19 महामारी पर सरकार की आलोचना करने वाले पोस्ट को सेंसर किया है। ट्विटर ने भी सरकार के आदेश पर और फर्जी खबर करार दिए जाने पर कई पोस्ट को हटाया है या वहां तक पहुंच बाधित की है। फेसबुक के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा कि हमने गलती से इस हैशटैग को अस्थायी रूप से बंद किया था, न कि भारत सरकार द्वारा हमें ऐसा करने के लिए कहा गया था। हमने इसे बहाल कर दिया है।


इंडोनेशिया में 6.0 तीव्रता का भूकंप, झटके

इंडोनेशिया में 6.0 तीव्रता का भूकंप, झटके  अखिलेश पांडेय  जकार्ता। इंडोनेशिया के पूर्वी प्रांत मालुकु में सोमवार के तेज झटके महसूस किए गए। इ...