शनिवार, 20 मार्च 2021

गोवंश के अवशेष मिलने पर किया चक्काजाम

कौशांबी। चरवा थाना क्षेत्र के ग्राम कमालपुर के पास 2 दिन पहले गोवंश के अवशेष मिलने से लोगों में काफी आक्रोश दिख रहा है। कमालपुर गांव के लोगों ने गुंगवा के बाग तिराहे पर किया चक्काजाम लोगों का कहना है, कि जल्द से जल्द ऐसे लोगों की गिरफ्तारी होनी चाहिए इस मौके पर चक्का जाम कर रहे ग्रामीणों ने कहा, कि जल्द से जल्द ऐसी लोगों की गिरफ्तारी करवाएं। धरना-प्रदर्शन चक्का जाम कर रहे ग्रामीणों को समझाते हुए चायल सीओ ने कहा कि मुकदमा दर्ज है। हमारे चरवा थाने के प्रशासन के लोग पूरा प्रयास कर रहे हैं।क्षेत्राधिकारी के समझाने के बाद प्रदर्शनकारी माने हैं और उन्होंने क्षेत्राधिकारी के आश्वासन पर प्रदर्शन समाप्त कर दिया है। इस मौके पर तमाम ग्रामीण मौजूद रहे।
विजय कुमार 

जनस्वास्थ्य विभाग में मिला गड़बड़ी का मामला

राणा ओबराय           
रोहतक। जनस्वास्थ्य विभाग में गड़बड़ियों का मामला एक बार फिर से सामने आया है। एक ठेकेदार ने पिछले सप्ताह विभाग के इंजीनियर इन चीफ और चीफ इंजीनियर से पंचकूला पहुंचकर शिकायत की थी। उस दौरान अपना शपथ पत्र देते हुए ठेकेदार ने गड़बड़ियों के गंभीर आरोप लगाए थे। एक बार फिर से पूरे मामले में ठेकेदार ने विभाग के अधीक्षण अभियंता यानी एसई को शपथ-पत्र के साथ शिकायत सौंपी है। यह भी दावा किया है, कि यदि मेरी शिकायत गलत हों तो मेरे खिलाफ पुलिस केस किया जाए। जनस्वास्थ्य विभाग के अधीक्षण अभियंता राजीव गुप्ता को सौंपी शिकायत में ठेकेदार वीरेंद्र सचदेवा ने आरोप लगाए हैं, कि बीते साल दिसंबर में लेबर की सेलरी के लिए 35 टेंडर लगाए गए थे। जब इस प्रकरण में शिकायत की तो फरवरी में इन्हीं टेंडरों की संख्या गुपचुप तरीके से 35 के बजाय 22 कर दी। आरोप हैं, कि दिसंबर तक 50 हजार रुपये तक के टेंडर आफ लाइन लगाए जाते थे। साथ ही प्रति मजदूर 12-13 हजार रुपये ही होते थे। जनवरी में यह टेंडर आनलाइन किए गए तो प्रति व्यक्ति मजदूरी 10700 रुपये कर दी गई।
इनका दावा है कि करीब 150-170 कर्मचारियों को वेतन देने में भारी अनियमितताएं बरती गई हैं। इसलिए इस प्रकरण में निष्पक्षता से जांच होनी चाहिए। यह भी मांग की है कि पूरे प्रकरण में अधिकारी मामले को जुटे हुए हैं। इन्होंने इस प्रकरण में शिकायत शपथ-पत्र पर देते हुए दावा किया है, कि गलत शिकायत है तो मेरे खिलाफ केस हो अन्यथा मैं गड़बड़ियों के खिलाफ कार्रवाई कराने कोर्ट में जाने के लिए बाध्य हो जाऊंगा।

लॉकडाउन-कर्फ्यू के पक्ष में नहीं है स्वास्थ्य मंत्री

राणा ओबराय      
चंडीगढ। हरियाणा में रफ्तार पकड़ रहे कोरोना के मामलों पर लगाम कसने के लिए आज शनिवार को सूबे के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने प्रदेश के सभी उपायुक्त, सिविल सर्जन और पुलिस के आला अधिकारीयों के साथ बैठक की। वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये हुई बैठक में मुख्यमंत्री मनोहर लाल भी मौजूद रहे। वहीं, इस बैठक में गृह मंत्री अनिल विज ने सभी अधिकारियों को कड़े शब्दों में प्रदेश में सख्ती बढ़ाने के निर्देश दिए। विज ने स्पष्ट कहा कि वो अभी किसी तरह के लॉक डाउन या नाईट कर्फ्यू के पक्ष में नहीं है। ऐसे में सख्ती ही एकमात्र बचाव का जरिया है। प्रदेश में फैल रही कोरोना की दूसरी लहर को लेकर हरियाणा सरकार गंभीर हो गई है। जिसके चलते आज हरियाणा में मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज की अध्यक्षता में अहम बैठक हुई। जिसमें वीसी के जरिये सूबे के गृह मंत्री अनिल विज ने प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारीयों, उपायुक्तों और पुलिस कप्तानों को प्रदेश में फिर से सख्ती बढ़ाने के निर्देश दिए। विज ने कहा कि बीते वर्ष कोरोना से इसी महीने में लड़ाई शुरू हुई थी। लेकिन इस बार अभी वो इस पक्ष में नहीं है कि लॉक डाउन या फिर नाईट कर्फ्यू लगाया जाये। विज ने अधिकारियों को कहा कि अधिकारी बिना मास्क घूमने वालों लोगों पर सख्ती के लिए हर चौक चौराहे पर चालान काटने की मुहिम शुरू करें ताकि कोई भी बिना मास्क के घर से बाहर न निकले।
वहीं विज ने इस बैठक में यह भी स्पष्ट कर दिया, कि अगर आने वाले समय कोरोना पर लगाम कसने के लिए कड़े कदम उठाने पड़े तो वो भी उठाये जायेंगे। लेकिन अभी वो लोगों का काम धंधा बंद नहीं करना चाहते।क्योंकि, लोग पहले लॉक डाउन में काफी सहन कर चुके हैं।

हापुड़: टैक्स जमा करने का दिया गया नोटिस

अतुल त्यागी   
हापुड़। जनपद में एआरटीओ प्रशासन राजेश श्रीवास्तव ने बताया, कि जनपद में 1063 वाहन स्वामियों को नोटिस दिया गया है। जिन पर आरटीओ विभाग का बकाया है। उन्होंने कहा कि भवन गाड़ी स्वामी जल्द से, जल्द अपना बकाया जमा करें। भविष्य में होने वाली परेशानी से बचें, उन्होंने बताया, कि सरकार द्वारा जो कर निर्धारण किया गया है। उसका जल्द से जल्द भुगतान करना अति आवश्यक है। क्योंकि फाइनैंशल ईयर समाप्त होने के कगार पर है। इसलिए समस्त वाहन स्वामी शीघ्र अति शीघ्र अपना बकाया कर कार्यालय में आकर भुगतान करें।

मंदिर के निर्माण का किया गया शिलान्यास

अतुल त्यागी    
हापुड़। जनपद में महामाई मंदिर के निर्माण का शिलान्यास सांसद राजेंद्र अग्रवाल व विधायक विजयपाल आढ़ती द्वारा किया गया। पर्यटन मंत्रालय द्वारा उत्तर प्रदेश सरकार के पर्यटन मंत्रालय द्वारा महामाई मंदिर निर्माण हेतु 50 लाख की धनराशि स्वीकृत की गई। जिसके लिए आज शनिवार को सदर विधायक विजयपाल आढती व सांसद राजेंद्र अग्रवाल द्वारा शिलान्यास किया गया। जनपद स्थित मीनाक्षी रोड पर माता महामाई मंदिर के लिए यह राशि पर्यटन द्वारा पर्यटन विभाग द्वारा स्वीकृत की गई थी और जल्द ही मंदिर का निर्माण कार्य प्रारंभ किया जाएगा। इस अवसर पर सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने कहा, कि उत्तर प्रदेश सरकार के 4 साल बेमिसाल उत्तर प्रदेश सरकार में महिलाएं सुरक्षित हुई हैं और प्रधानमंत्री अवश्य योजनाओं का लाभ लोगों ने भरपूर उठाया है। वही, विधायक विजयपाल आढती ने कहा कि उन्होंने अपने कार्यकाल में करोड़ों रुपए की योजनाओं से सड़क निर्माण के कार्य किए हैं। मंदिर के लिए धनराशि माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा स्वीकृत की गई। उसके लिए वे मुख्यमंत्री का दिल से आभार प्रकट करते हैं और साथ ही उन्होंने कहा, कि उत्तर प्रदेश सरकार के 4 साल बेमिसाल है। इस दौरान उनके द्वारा क्षेत्र में आज शनिवार को भी करोड़ों के कार्य का शिलान्यास किया जा रहा है।

हापुड़: आग की चपेट में आने से मासूम की मौत

अतुल त्यागी    
हापुड़। चूल्हे के अंगारो से झुग्गी झोपड़ियो में आग लगीं। आधा दर्जन झुग्गी झोपड़िया आग में जलकर नष्ट हुई।आग की चपेट में आने से 6 वर्षीय मासूम की जलकर मौत हुई। हज़ारो रुपए की नगदी व अन्य समान भी आग में जलकर खाक। सिंभावली थाना क्षेत्र के रझेड़ा गाँव की घटना।

तुष्टिकरण का ‘खेला’ खेल रही हैं सीएम ममता

खड़गपुर। पश्चिम बंगाल में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, कि ममता दीदी बर्बरता का स्कूल चलाती हैं। जिसके पाठ्यक्रम में तोलाबाजी (उगाही), कट मनी, सिंडिकेट और अराजकता शामिल है। मोदी ने कहा, कि ममता बनर्जी वोट बैंक की राजनीति के लिए तुष्टिकरण का ‘खेला’ खेल रही हैं।
उन्होंने कहा, कि भाजपा ही बंगाल की असली पार्टी है। कांग्रेस, वाम दल और तृणमूल कांग्रेस ने दशकों तक बंगाल के विकास को रोके रखा है। और ममता बनर्जी केंद्र की योजनाओं को रोकने के लिए दीवार की तरह खड़ी हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने ममता बनर्जी पर लोकतंत्र को कुचलने का आरोप लगाते हुए शनिवार को कहा कि लोगों को विकास के लिए अपने मताधिकार का उपयोग करना चाहिये। मोदी ने कहा कि विधान सभा का यह चुनाव केवल सत्ता में परिवर्तन के लिए ही नहीं बल्कि ‘सोनार बांग्ला’ के निर्माण के लिए भी है। उन्होंने कहा कि संविधान ने हमें वोट की आजादी दी है। लेकिन दीदी इस ताकत को छीनती रही है। वर्ष 2018 में पंचायत चुनाव के दौरान लोगों के वोट के अधिकारों को कुचला गया जो कि लोकतंत्र के लिए खतरनाक है।
उन्होंने कहा कि पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को समझना चाहिए कि संविधान की मर्यादा से बड़ा कुछ भी नहीं है। उन्होंने राज्य की जनता से पढाई, दवाई, कमाई और सिंचाई की सुविधा सुनिश्चित करने के लिए निर्भय होकर वोट करने का अनुरोध किया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भाजपा के सत्ता में आने पर राज्य में कानून का शासन स्थापित होगा और गैर कानूनी कार्य करने वालों के खिलाफ सख्त कर्रवाई होगी।
प्रधानमंत्री ने भाजपा को बंगाल की पार्टी बताते हुए कहा कि जनसंघ के जन्मदाता श्यामा प्रसाद मुखर्जी इसी राज्य के सपूत थे। भाजपा पर बंगाल का कर्ज है। पार्टी पश्चिम बंगाल को विकास की नई ऊंचाइयों तक पहुंचाना चाहती है। उन्होंने कहा कि भाजपा सत्ता में आने पर सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास हासिल करेगी। मोदी ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस को जनता ने दस वर्ष सत्ता में रहने का अवसर दिया लेकिन दीदी ने बंगाल को बर्वाद कर दिया। लोगों के साथ विश्वासघात किया गया और युवाओं के सपने चूर चूर कर दिये गये। इस दौरान लूट, मार, भ्रष्टाचार और कुशासन रहा।
उन्होंने कहा दीदी विकास के सामने दीवार बन कर खड़ी हो जाती है। उन्होंने कहा कि कि पहले कांग्रेस और  वामपंथियों और अब तृणमूल ने विकास को अवरुद्ध किया है। उन्होंने कहा कि दीदी ने दलित, आदिवासी और पिछड़ों का हक छीना है। यहां वोट बैंक की राजनीति के लिए तुष्टिकरण किया जा रहा है। मोदी ने कहा कि कल रात 50-55 मिनट के लिए वाट्सअप, फेसबुक और इस्टाग्राम डाउन हो गया था, तो लोगों के मन में सवाल खड़े हो गये थे। पश्चिम बंगाल में 50-55 साल से विकास डाउन हो गया है।

शताब्दी एक्सप्रेस में लगी आग, यात्री सुरक्षित

 अश्वनी उपाध्याय 
गाजियाबाद। जनपद रेलवे स्टेशन पर शनिवार सुबह दिल्ली से लखनऊ को जाने वाली लखनऊ शताब्दी एक्सप्रेस ट्रेन के पार्सल डिब्बे में अचानक आग लगने से अफरा-तफरी मच गई। काफी मशक्कत के बाद दमकल कर्मियों ने आग पर काबू पाया आग लगने के कारण स्टेशन पर रेल काफी देर तक खड़ी रही। बाद में दुर्घटनाग्रस्त ट्रेन की बोगी को अलग कर शताब्दी एक्सप्रेस को लखनऊ के लिए रवाना कर दिया गया।
दमकल विभाग के अधिकारियों के मुताबिक दिल्ली से लखनऊ को जाने वाली 12004 दिल्ली लखनऊ शताब्दी एक्सप्रेस ट्रेन सुबह तकरीबन 6:10 बजे दिल्ली स्टेशन से लखनऊ के लिए रवाना हुई थी। जैसे ही ट्रेन सुबह 7:45 पर गाजियाबाद स्टेशन पर पहुंची तो अचानक इसके पार्सल बोगी से धुआं निकलता दिखाई दिया। इसके बाद रेलवे के अधिकारियों ने दमकल विभाग को इसकी सूचना दी जिसके बाद दमकल वाहनों की मदद से आग को बुझाने का प्रयास किया। रेलवे अधिकारियों का कहना है। कि उन्होंने घटना की जानकारी उच्च अधिकारियों को दे दी है। अधिकारियों के निर्देश पर मामले की जांच को आगे बढ़ाया जाएगा। दमकल विभाग के अधिकारी का कहना है, कि आशंका है, कि आग शॉर्ट सर्किट के कारण लगी हो।

कितनी पीढ़ियों तक आरक्षण जारी रहेगा: एससी

 अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने मराठा कोटा मामले की सुनवाई के दौरान शुक्रवार को जानना चाहा, कि कितनी पीढ़ियों तक आरक्षण जारी रहेगा। शीर्ष न्यायालय ने 50 प्रतिशत की सीमा हटाए जाने की स्थिति में पैदा होने वाली असमानता को लेकर भी चिंता प्रकट की। महाराष्ट्र सरकार की ओर से पेश हुए वरिष्ठ अधिवक्ता मुकुल रोहतगी ने न्यायमूर्ति अशोक भूषण की अध्यक्षता वाली पांच न्यायाधीशों की संविधान पीठ से कहा कि कोटा की सीमा तय करने पर मंडल मामले में (शीर्ष न्यायालय के) फैसले पर बदली हुई परिस्थितियों में पुनर्विचार करने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि न्यायालयों को बदली हुई परिस्थितियों के मद्देनजर आरक्षण कोटा तय करने की जिम्मेदारी राज्यों पर छोड़ देनी चाहिए और मंडल मामले से संबंधित फैसला 1931 की जनगणना पर आधारित था। मराठा समुदाय को आरक्षण प्रदान करने वाले महाराष्ट्र के कानून के पक्ष में दलील देते हुए रोहतगी ने मंडल मामले में फैसले के विभिन्न पहलुओं का हवाला दिया। इस फैसले को इंदिरा साहनी मामला के रूप में भी जाना जाता है।
उन्होंने कहा कि आर्थिक रूप से कमजोर तबके के लोगों (ईब्ल्यूएस) को 10 प्रतिशत आरक्षण देने का केंद्र सरकार का फैसला भी 50 प्रतिशत की सीमा का उल्लंघन करता है। इस पर पीठ ने टिप्पणी की, ‘यदि 50 प्रतिशत की सीमा या कोई सीमा नहीं रहती है। जैसा कि आपने सुझाया है। तब समानता की क्या अवधारणा रह जाएगी। आखिरकार, हमें इससे निपटना होगा। इस पर आपका क्या कहना है।इससे पैदा होने वाली असमानता के बारे में क्या कहना चाहेंगे। आप कितनी पीढ़ियों तक इसे जारी रखेंगे।
पीठ में न्यायमूर्ति एल नागेश्वर राव, न्यायमूर्ति एस अब्दुल नजीर, न्यायमूर्ति हेमंत गुप्ता और न्यायमूर्ति रविंद्र भट शामिल हैं। रोहतगी ने कहा कि मंडल फैसले पर पुनर्विचार करने की कई वजह है। जो 1931 की जनगणना पर आधारित था। साथ ही, आबादी कई गुना बढ़ा कर 135 करोड़ पहुंच गई है।
पीठ ने कहा कि देश की आजादी के 70 साल गुजर चुके हैं। और राज्य सरकारें कई सारी कल्याणकारी योजनाएं चला रही हैं। तथा क्या हम स्वीकार कर सकते हैं कि कोई विकास नहीं हुआ है। कोई पिछड़ी जाति आगे नहीं बढ़ी है। न्यायालय ने यह भी कहा कि मंडल से जुड़े फैसले की समीक्षा करने का यह उद्देश्य भी है। कि पिछड़ेपन से जो बाहर निकल चुके हैं। उन्हें अवश्य ही आरक्षण के दायरे से बाहर किया जाना चाहिए।
इस पर रोहतगी ने दलील दी, ‘हां, हम आगे बढ़े हैं। लेकिन ऐसा नहीं है। कि पिछड़े वर्ग की संख्या 50 प्रतिशत से घट कर 20 प्रतिशत हो गई है। देश में हम अब भी भूख से मर रहे हैं। मैं यह नहीं कहने की कोशिश कर रहा हूं कि इंदिरा साहनी मामले में फैसला पूरी तरह से गलत था। और इसे कूड़ेदान में फेंक दिया जाए। मैं यह मुद्दा उठा रहा हूं कि 30 साल हुए हैं। कानून बदल गया है। आबादी बढ़ गई है। पिछड़े लोगों की संख्या भी बढ़ गई है।
उन्होंने कहा कि ऐसे में जब कई राज्यों में आरक्षण की सीमा 50 प्रतिशत से अधिक है। तब यह नहीं कहा जा सकता कि यह ”ज्वलंत मुद्दा नहीं है।और 30 साल बाद इस पर पुनर्विचार करने की जरूरत नहीं है। मामले में बहस बेनतीजा रही और सोमवार को भी दलील पेश की जाएगी। गौरतलब है। कि शीर्ष न्यायालय बंबई उच्च न्यायालय के उस फैसले को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर सुनवाई कर रही है। जिसमें राज्य के शैक्षणिक संस्थानों में दाखिले और सरकारी नौकरियों में मराठा समुदाय को आरक्षण देने को कायम रखा गया था।

सीएम ने पूजन कर सर्व कल्याण की कामना की

 पंकज कपूर 
हरिद्वार। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने शनिवार को हरकी पैड़ी पहुंचकर मां गंगा की पूजा-अर्चना की। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत शनिवार को देहरादून से चलकर हरकी पैड़ी पहुंचे। यहां पर उनका विधानसभा अध्यक्ष प्रेम चन्द्र अग्रवाल, राज्यमंत्री स्वामी यतीश्वरानंद, प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, रानीपुर विधायक आदेश चौहान, ज्वालापुर विधायक सुरेश राठौर, भाजपा जिलाध्यक्ष जयपाल सिंह चौहान, जिला महामंत्री विकास तिवारी, मेला अधिष्ठान के अधिकारियों और श्री गंगा सभा के सभापति कृष्ण कुमार शर्मा, अध्यक्ष प्रदीप झा, महामंत्री तन्मय वशिष्ठ, स्वागत मंत्री सिद्धार्थ चक्रपाणी, उज्ज्वल पंडित सहित अन्य लोगों ने स्वागत किया। इसके बाद श्रीगंगा सभा के आचार्य अमित शास्त्री ने मंत्रोउच्चारण के साथ मुख्यमंत्री श्री रावत से मां गंगा की पूजा-अर्चना ओर आरती कराई। इस दौरान मुख्यमंत्री ने मां गंगा से कुम्भ की सफलता और सभी के कल्याण की कामना की। इसके बाद श्रीगंगा सभा कार्यालय में पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री को गंगाजलि, प्रसाद भेंट किया। इसके बाद मुख्यमंत्री नीलधारा टापू स्थित मीडिया सेंटर पहुंचे। जहां उन्होंने कुम्भ के लिए कराए गए 12023.50 लाख रूपये की लागत से 36 कार्यों का लोकार्पण किया। इस मौके पर केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक, मेलाधिकारी दीपक रावत, जिलाधिकारी सी रविशंकर, आईजी कुम्भ संजय गुंज्याल, अपर मेलाधिकारी डाॅ. ललित नारायण मिश्र, हरबीर सिंह, रामजी शरण शर्मा सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।

लक्ष्मी स्टेशन होगा, झांसी रेलवे स्टेशन का नाम

 अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के एक और रेलवे स्टेशन का नाम बदलने वाला है। झांसी रेलवे स्टेशन का नाम वीरांगना लक्ष्मी बाई रेलवे स्टेशन होगा। इससे पहले भी यूपी के कई रेलवे स्टेशनों के नाम बदले जा चुके हैं।
बता दें कि सबसे पहले यूपी के वाराणसी जंक्शन से 19 किलोमीटर की दूरी पर स्थित मुगलसराय स्टेशन का नाम बदल कर पंडित दीन दयाल उपाध्याय स्टेशन किया गया था।
ये स्टेशन यूपी के चंदौली जिले के शहर मुगलसराय में आता है। इसके बाद वाराणसी के मंडुआडीह स्टेशन का नाम बदलकर बनारस स्टेशन रखा गया है। इलाहाबाद जंक्शन का नाम भी बदल कर प्रयागराज जंक्शन कर दिया गया। इसके अलावा पिछले साल ही नौगढ़ रेलवे स्टेशन का नाम बदल कर सिद्धार्थनगर हो गया है।

हैदराबाद ने जीता टॉस, बल्लेबाजी का फैसला किया

हैदराबाद ने जीता टॉस, बल्लेबाजी का फैसला किया  इकबाल अंसारी  हैदराबाद। इंड‍ियन प्रीम‍ियर लीग (IPL) 2024 सीजन में सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) और...