शुक्रवार, 19 मार्च 2021

यूपी में कोरोना के 321 नए संक्रमित मिलें, कोरोना

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस का संक्रमण फिर तेजी से रफ्तार पकड़ रहा है। राज्य में कोरोना से संक्रमित 321 नए रोगी मिले। जिससे प्रदेश में एक बार फिर हड़कंप मच गया है। 
बता दें राजधानी लखनऊ सहित 16 जिलों में भी संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। चौबीस घंटों के दौरान लखनऊ में सबसे ज्यादा 77 केस मिले हैं। जबकि, यहां कुल 381 मरीज हैं। राजधानी से सटे बाराबंकी में 13 के मिले, जबकि यहां 40 एक्टिव केस हैं।

4 साल में निवेशकों की पहली पसंद बना यूपी: सीएम

हरिओम उपाध्याय 
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को दावा किया कि पिछले चार वर्षो के कार्यकाल के दौरान उनकी सरकार ने कानून व्यवस्था, इंफ्रास्ट्रक्चर और उद्योग में सुगमता की दिशा में उल्लेखनीय कार्य किया है। नतीजन देश की घनी आबादी वाला यह राज्य आज शुक्रवार को निवेशकों की पहली पसंद बन चुका है। अपनी सरकार की चौथी सालगिरह के मौके पर उपलब्धियों का बखान करते हुये मु‍ख्यमंत्री योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में उनकी सरकार ने पूर्ववर्ती व्यवस्था में रिफार्म, परफार्म और ट्रांसफार्म की नीति पर अमल करते हुये 24 करोड़ जनता की आंकाक्षाओं पर खरा उतरने का काम किया है। वर्ष 2015-16 में प्रदेश की अर्थव्यवस्था देश में 5वें छठे स्थान पर थी जबकि आज यह देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुकी है।कहा कि प्रदेश की खस्ताहाल अर्थव्यवस्था की दशा में सुधार के लिये निवेश को आकर्षित करने की दिशा में उनकी सरकार ने जरूरी कदम उठाये। इस दिशा में जीरो टालरेंस नीति पर चलते हुये संगठित अपराध का सफाया किया गया वहीं बिजली, सड़क और हवाई नेटवर्क में सुधार किया गया। नये उद्यम लगाने की प्रक्रिया को सुगम और पारदर्शी बनाया गया।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश व्यवसाय और उद्यम के लिहाज से सबसे पंसदीदा स्थान बन गया है। ईज आफ डुइंग बिजनेस रैकिंग में यूपी 14वें स्थान से दूसरे स्थान पर पहुंच गया है। निजी क्षेत्र में करीब तीन लाख करोड़ रूपये के निवेश प्रस्ताव जमीन पर उतर चुके है जिससे औद्योगिकीकरण काे रफ्तार मिली और प्रदेश के नौजवानो के लिये 35 लाख से अधिक नौकरियां पैदा हुयी।
उन्होंने कहा कि भर्ती प्रक्रिया को पारदर्शी बनाया गया और चार लाख से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरी प्रदान की गयी। वर्ष 2017 से पहले की सरकार की नीतियों के चलते प्रदेश की जनता को केन्द्र की योजनाओं का लाभ नही मिल पाता था जबकि आज उत्तर प्रदेश विभिन्न केन्द्रीय योजनाओ के क्रियान्वयन में पहले स्थान पर है। प्रधानमंत्री आवास योजना, उज्जवला योजना, प्रधानमंत्री जनधन योजना, प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि और सौभाग्य योजना का शत प्रतिशत लाभ प्रदेश की जनता को मिल रहा है।

योगी ने कहा कि प्रदेश सरकार की विकासपरक और रोजगारन्मुख नीतियों का नतीजा है कि आज प्रति व्यक्ति आय में दोगुने से अधिक की बढ़ोतरी हुयी है। 2015-16 में प्रदेश में प्रति व्यक्ति आय करीब 45 हजार रूपये थी जो अब 95 हजार प्रति व्यक्ति हो चुकी है।
सीएम योगी ने कहा कि चार साल पहले प्रदेश की कानून व्यवस्था चरमराई हुयी थी। हर ओर भ्रष्टाचार का बोलबाला था। बिजली की दुर्दशा इस कदर थी कि राज्य की पहचान अंधेरे प्रदेश के तौर पर होती थी जिसके चलते कोई भी यहां निवेश करने को तैयार नहीं होता था। पर्यटन को व्यवसाय के तौर पर सरकारों ने कभी गंभीरता से नहीं लिया।
उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने सत्ता संभालते ही व्यवस्था में सुधार की दिशा में काम शुरू किया। इसके तहत पिछले चार सालों में 59 नये थाने, 29 नयी चौकियां, चार नये महिला थाने, आर्थिक अपराध शाखा के चार थाने, विजिलेंस के 10 थाने, साइबर क्राइम के 16 थाने और अग्निशमन के 59 नये केन्द्र बनाये गये। प्रत्येक मंडल में साइबर थाना स्थापित करने का फैसला लिया गया जबकि 18 नयी विधि विज्ञान प्रयोगशालाओं के निर्माण का निर्णय लिया गया। महिलाओं की सुरक्षा,सम्मान और स्वावलम्बन के लिये मिशन शक्ति अभियान संचालित किया गया। प्रदेश के सभी 1535 थानो में महिला हेल्प डेस्क की स्थापना की गयी।
योगी ने दावा किया कि वर्ष 2016-17 की तुलना में 2019-20 मे डकैती में 65.72 फीसदी, लूट में 66.15 प्रतिशत, हत्या में 19.80 प्रतिशत, बलवा में 40.20 प्रतिशत और बलात्कार की घटनाओं में 45.43 प्रतिशत की कमी दर्ज की गयी। गैंगस्टर एक्ट के अंतर्गत 12 हजार 32 मामले पंजीकृत किये गये और 37 हजार 511 अभियुक्तों को उनकी सही जगह पर पहुंचाया गया। करीब एक हजार करोड़ रूपये की संपत्ति जब्त की गयी और ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की गयी।
उन्होंने कहा कि उद्योगों की सुगमता के लिये उप्र औद्योगिक निवेश एवं रोजगार प्रोत्साहन नीति 2017 लागू की गयी। निवेश फ्रेन्डली सेक्टरवार 21 नयी नीतियां बनायी गयीं और निवेश मित्र पोर्टल की स्थापना की गयी। नये उद्योग की लाइसेंस स्वीकृति 72 घंटे में प्रदान करने के इंतजाम किये गये वहीं एक हजार दिनो तक उद्यम को निरीक्षण से मुक्त किया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार की निवेश नीतियों के कारण कोरोना काल में ही 56 हजार करोड़ रूपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुये। नाेएडा में फिल्म सिटी का निर्माण किया जा रहा है। जबकि, सैमसंग की डिस्प्ले यूनिट की स्थापना की जा रही है। फर्नीचर की दुनिया में जानी मानी कंपनी आइकिया ने नोएडा में 5500 करोड़ का निवेश किया है। जबकि, डेटा सेंटर पार्क के लिये 6000 करोड़ रूपये का निवेश आया है।

पीएम जीन कैस्टेक्स ने फ्रांस में लगाया लॉकडाउन

पेरिस। कोरोना की वैक्सीन का निर्माण होते ही सारी दुनिया इस कद लापरवाह हो गई कि सारा एहतियाद ही भूल गई। अब उसका खामियाजा फिर भुगतना पड़ रहा है। हिंदुस्तान में कोई 12 राज्यों में कोरोना के दूसरे चरण ने लोगों को फिर संकट में दाल दिया है। कई जगह रात का कर्फ्यू लगाया जा रहा है तो कुछ जगह फिर लॉक डाउन की पाबंदियां लगाई जाने लगी हैं। महाराष्ट्र की हालत तो बेकाबू हो रही है। फ्रांस में कोरोना की तीसरी लहर की वजह से राजधानी पेरिस में एक महीने का लॉकडाउन लगा दिया गया है। पेरिस के साथ देश के 15 अन्य इलाकों में भी शुक्रवार आधी रात से लॉकडाउन किया जा रहा है। फ्रांस के प्रधानमंत्री जीन कैस्टेक्स ने कहा कि ये लॉकडाउन पहले के लॉकडाउन की तरह सख्त पाबंदियों वाला नहीं होगा। फ्रांस में बीते 24 घंटे में कोरोना के करीब 35,000 नए मामले सामने आए हैं।

टीकों को लेकर भ्रम रखनें की जरुरत नहीं: हर्षवर्धन

 अकांशु उपाध्याय         
नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री हर्षवर्धन ने कोरोना वायरस के टीकों को लेकर अनेक लोगों के मन में पैदा हो रहीं आशंकाओं को खारिज करते हुए शुक्रवार को कहा कि दुनियाभर में वैज्ञानिक विश्लेषण के बाद टीकों को मंजूरी दी गयी है और हमें इन पर विश्वास करना चाहिए। हर्षवर्धन ने लोकसभा में प्रश्नकाल में कहा कि देश-दुनिया में बहुत सारे लोगों के मन में आशंका है कि कोरोना वायरस का टीका आने वाले समय में नुकसान तो नहीं पहुंचाएगा? उन्होंने कहा, ” भारत में जिन दो टीकों कोविशील्ड और कोवैक्सिन को इस्तेमाल की मंजूरी दी गयी है, वे सुरक्षा, प्रभावशीलता और प्रतिरक्षा क्षमता पैदा करने के मानदंडों पर पूरी तरह खरे उतरते हैं। सदन में कांग्रेस सांसद रवनीत सिंह बिट्टू के पूरक प्रश्नों के उत्तर में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री ने कहा कि देशवासियों को कोविड टीकों को लेकर कोई भ्रम नहीं रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि पूरे वैज्ञानिक परीक्षणों और अध्ययनों के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार ने टीकों की जो सुविधा उपलब्ध कराई है। उसका सभी को लाभ उठाना चाहिए और अपने निवास स्थान के पास के निजी या सरकारी अस्पताल में जाकर टीका लगवाकर सभी को सुरक्षित करना चाहिए। बिट्टू ने कोरोना टीकों से भविष्य में लोगों के डीएनए पर दुष्प्रभाव पड़ने संबंधी आशंकाओं पर पूरक प्रश्न पूछा था।

इंग्लैंड ओपन बैडमिंटन, क्वार्टर फाइनल में पहुंचे लक्ष्य

लंदन/ अल्मोड़ा। इंग्लैंड में चल रहे प्रतिष्टित योनेक्स आल इंग्लैंड ओपन बैडमिंटन में अल्मोड़ा (उत्तराखंड) के लक्ष्य सेन ने शानदार प्रदर्शन करते हुए क्वार्टर फाइनल में जगह बना ली है। यह जानकारी उत्तरांचल स्टेट बैडमिंटन संघ के सचिव बीएस मनकोटी ने दी।
श्री मनकोटी ने लक्ष्य के उक्त खेल प्रदर्शन का उल्लेख करते हुए बताया पहले दौर में लक्ष्य सेन ने थाईलैंड के कन्ताफोंनवान्ग्चारोंन को सीधे सेटों में 21-18 व 21–17 से आसानी से हराया और दूसरे दौर में प्रवेश किया। इसके बाद दूसरे दौर में लक्ष्य ने फ्रांस के थॉमसरोक्सेल को भी सीधे सेटों में आसानी से 21-18 व 21-12 से हराकर क्वार्टर फाइनल में स्थान बना लिया। लक्ष्य के इस उत्कृष्ट प्रदर्शन पर उत्तरांचल स्टेट बैडमिंटन संघ की अध्यक्ष डॉ. अलकनंदा अशोक समेत उत्तराखंड बैडमिंटन परिवार ने खुशी का इजहार करते हुए लक्ष्य को अगले दौरों के लिए शुभकामनायें प्रेषित की हैं।

कार्यकर्ताओं ने रैली निकालकर विरोध प्रदर्शन किया

जसपुर। आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष के नेतृत्व में तिरंगा चौक पर एकत्रित होकर प्रदेश की भाजपा सरकार के खिलाफ नगर के मुख्य मार्गो से रैली निकालकर विरोध प्रदर्शन किया। बता दें कि आम आदमी पार्टी ने प्रदेश की भाजपा सरकार के चार सालों की विफलता को लेकर प्रदेश की सभी विधानसभाओं में प्रदर्शन कर काला दिवस मनाया।
इसी क्रम में जसपुर में आम आदमी पार्टी के समस्त कार्यकर्ता तिरंगा चौक पर एकत्रित हुए जहां भाजपा सरकार के 4 साल पूरे होने पर आम आदमी पार्टी कार्यकर्ताओ ने भाजपा सरकार के 4 साल पूरा करने पर जवाब दो, हिसाब दो, माफी मांगो भाजपा अभियान के तहत जोरदार प्रदर्शन किया।
प्रदर्शन के दौरान आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता तिरंगा चौक से होते हुए मेन बाजार, होली चौक होकर पार्टी कार्यालय पहुंचे ।
इस दौरान अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष डा० यूनुस चौधरी ने कहा कि भाजपा को काम का हिसाब जनता को देना होगा केवल मुख्यमंत्री बदलकर काम नहीं चलेगा जनता अब काम की राजनीति चाहती हैतो वही जसपुर के संगठन मंत्री अभिताभ सक्सैना ने बयान जारी कर कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने 4 साल उत्तराखण्ड में एक ऐसे मुख्यमंत्री को बनाए रखा जिसने 4 साल प्रदेश के बर्बाद कर दिए और अब जब भाजपा मुख्यमंत्री बदलकर अपनी गलती स्वीकार कर चुकी है। तो भाजपा को प्रदेश की जनता के सवालों के जवाब देने होंगे। और प्रदेश की जनता से माफी मांगनी पड़ेगी। इस मौके पर बोलते हुए आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता अजय अग्रवाल तथा स० सूबा सिंह ने पार्टी के कार्यकर्ताओं से आज के इस सफल विरोध प्रदर्शन हेतू धन्यवाद कहा तथा सभी से बदलाव की इस क्रांति में तन मन धन से जुट जाने की अपील की।
इस मौके पर सर्किल प्रभारी मौ० अकरम, अवतार सिंह सोहल, सिमरनजीत सिंह हैप्पी , शाहरूख चौधरी , प्रिंस चौहान, कुलदीप सिंह, मलकीत सिंह, मौ० आजम, अखलाख चौधरी , नरेश मोहम्मद फारूक चौधरी लियाकत अली आसिफ चौधरी शाहनवाज सागर आदि उपस्थित रहे।

योगी सरकार के चार साल का रिपोर्ट कार्ड, वापसी

हरिओम उपाध्याय
लखनऊ। योगी सरकार के शासन के चार साल पूरे हो गए हैं। सरकार के बीते चार सालों के कामकाज पर एबीपी-सी वोटर ने सर्वे किया। सर्वे के मुताबिक, लोगों ने योगी सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि नौकरियां देना माना है। सवाल पर 28 फीसदी लोगों ने नई नौकरी, 12 फीसदी ने कोरोना महामारी के नियंत्रण, 16 फीसदी ने अपराध नियंत्रण और 16 फीसदी लोगों ने राम मंदिर को योगी सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि बताया। सर्वे के मुताबिक, अभी चुनाव हों तो योगी सरकार भारी बहुमत के साथ वापसी करती दिख रही है।
सर्वे में सवाल किया गया कि आप रोजगार देने में किसे बेहतर मुख्यमंत्री मानते हैं। जवाब देने वालों में से 53 फीसदी ने इस मामले में योगी को, 21 फीसदी ने अखिलेश यादव को और 16 फीसदी ने मायावती को बेहतर मुख्यमंत्री बताया। योगीराज में क्या अपराध काबू में आया? इस सवाल पर 53 फीसदी लोगों ने हां, 35 फीसदी ने नहीं में जवाब दिया जबकि 12 फीसदी ने कहा कि वह इस पर कुछ कह नहीं सकते।
सर्वे में सवाल किया गया है। कि लोग कानून-व्यवस्था में किसे बेहतर मुख्यमंत्री मानते हैं। सर्वे में हिस्सा लेने वालों में से 71 फीसदी ने इस मामले में योगी को बेहतर मुख्यमंत्री माना। 17 फीसदी ने मायावती को और सिर्फ 8 फीसदी ने अखिलेश को इस मामले में बेहतर मुख्यमंत्री बताया। 4 फीसदी इन तीनों में से किसी एक पर अपनी राय नहीं दे सके।
सर्वे के मुताबिक, अगर अभी विधानसभा चुनाव होते हैं। तो बीजेपी को 41 फीसदी, समाजवादी पार्टी को 24 फीसदी और बीएसपी को 21 फीसदी वोट मिल सकते हैं। प्रियंका गांधी की लाख कोशिश के बावजूद कांग्रेस को इस बार भी बड़ा झटका लग सकता है। सर्वे की मानें तो कांग्रेस के खाते में सिर्फ 6 फीसदी वोट शेयर ही जाएगा जबकि अन्य दलों को 8 फीसदी वोट मिल सकते हैं। सीटों की बात करें तो बीजेपी को 284-294, समाजवादी पार्टी को 54-64, बीएसपी को 33-43, कांग्रेस को 1-7 और अन्य को 10-16 सीटें मिल सकती हैं। सर्वे में यूपी की सभी 403 विधानसभा सीटों पर 15,747 लोगों से बात की गई।

चुनाव: जिलों के डीएम-एसपी के साथ कॉन्फ्रेंसिंग की

हरिओम उपाध्याय

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव को लेकर राज्य निर्वाचन आयोग ने सभी जिलों के डीएम और एसपी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की। इस दौरान सभी जिलाधिकारियों और एसपी को मतदान केंद्रों का स्वयं निरीक्षण करने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं, अगर मतदान केंद्रों में कमी पाई गई तो डीएम इसके जिम्मेदार होंगे। 
इसके अलावा आयोग की ओर से भेजी गई शिकायतों का 24 घंटे में निस्तारण किया जाना चाहिए। वहीं अगर किसी जगह, किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना होती है तो संबंधित अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई होगी।
सभी नामांकन की होगी वीडियोग्राफी
आयोग का स्पष्ट निर्देश है। कि सभी नामांकन की वीडियोग्राफी कराई जाएगी।
सुरक्षा की दृष्टि से संवेदनशील मतदान केंद्रों पर विशेष सुरक्षा के इंतजाम किए जाएंगे। वहीं, आगामी बोर्ड परीक्षा को ध्यान में रखकर ही मतगणना केंद्र बनाए जाएंगे। जिससे बोर्ड परीक्षा में किसी भी तरह का व्यवधान नहीं पड़े।
गौरतलब है। कि इससे पहले बुधवार को उत्तर प्रदेश में होने वाले त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव की जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए जिलेवार सूची जारी कर दी गई थी। 2015 के बेस ईयर के हिसाब से इस बार महिलाओं को ज्यादा मौका मिला है। इतना ही नहीं अनारक्षित सीटों में भी बदलाव हुआ है।

देश में संक्रमण के 40 हजार नए मामले सामने आएं

  आकांशु उपाध्याय   

 नई दिल्ली। भारत में एक दिन में कोविड-19 के 39,726 नए मामले सामने आए जो इस साल एक दिन में संक्रमण के सर्वाधिक मामले हैं। देश में इस वैश्विक महामारी के मामलों की संख्या 1,15,14,331 पर पहुंच गई है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार कोरोना वायरस के मामलों में लगातार नौवें दिन वृद्धि हुई है। देश में अब भी 2,71,282 मरीज इलाज करा रहे हैं। जो संक्रमण के कुल मामलों का 2.36 प्रतिशत है जबकि इस बीमारी से ठीक होने वाले लोगों की संख्या गिरकर 96.26 प्रतिशत रह गई है। सुबह आठ बजे तक जारी आंकड़ों के अनुसार, एक दिन में आए 39,726 मरीजों की संख्या 110 दिनों में सबसे अधिक है जबकि 154 लोगों की मौत होने से मृतक संख्या बढ़कर 1,59,370 हो गई है। इससे पहले 29 नवंबर को 24 घंटों में संक्रमण के 41,810 नए मामले सामने आए थे। आंकड़ों के मुताबिक इस बीमारी से ठीक होने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 1,10,83,679 हो गई है। जबकि मृत्यु दर 1.38 प्रतिशत हो गई है।
भारत में कोविड-19 के मामले सात अगस्त को 20 लाख का आंकड़ा पार कर गए थे। इसके बाद संक्रमण के मामले 23 अगस्त को 30 लाख, पांच सितंबर को 40 लाख और 16 सितंबर को 50 लाख से पार चले गए थे। वैश्विक महामारी के मामले 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख, 20 नवंबर को 90 लाख और 19 दिसंबर को एक करोड़ का आंकड़ा पार कर गए थे। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद के मुताबिक 18 मार्च तक 23,13,70,546 नमूनों की जांच की जा चुकी है।

बीजेपी वर्कर्सों का फूटा गुस्सा, पार्टी के पोस्टर फाड़ें

कोलकाता। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने अपने 157 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी करते ही आफत मोल ले ली। बीजेपी की लिस्ट में टीएमसी और दूसरे दलों से आए नेताओं को ज्यादा तरजीह दी गई है। लिहाजा पार्टी को अपने ही लोगों से नाराजगी मोल लेनी पड़ रही है। जगतादल और जलपाईगुड़ी सदर क्षेत्र में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्टी दफ्तर में तोड़फोड़ की। वहीं दूसरी ओर बीजेपी के दो उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ने से ही इनकार कर दिया। ऐसे में बीजेपी को चारों ओर किरकिरी हो रही है।
जगतादल विधानसभा सीट से अरिंदम भट्टाचार्य को टिकट देने पर बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पोस्टर फाड़ दिए। कार्यकर्ताओं ने यहां धरना प्रदर्शन भी किया। एक प्रदर्शनकारी ने कहा हम अरिंदम को अपना उम्मीदवार नहीं मान सकते, हम अरुण ब्रह्मा को अपने उम्मीदवार के रूप में देखते हैं। अरिंदम तृणमूल कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए हैं।
बीजेपी कार्यकर्ताओं ने जलपाईगुड़ी के डीबीसी रोड में पार्टी ऑफिस में तोड़फोड़ की। पार्टी से जलपाईगुड़ी सदर सीट से सुजीत सिन्हा को उम्मीदवार बनाने का फैसला किया है। जो पार्टी वर्कर्स को बिल्कुल रास नहीं आया। इससे पहले चौरिंगी सीट से उम्मीदवार बनाई गईं शिखा मित्रा ने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया। शिखा मित्रा ने कहा कि उन्होंने टिकट मांगा ही नहीं था।
पार्टी ने पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सोमेन मित्रा की पत्नी शिखा मित्रा और तृणमूल कांग्रेस विधायक माला साहा के पति तरुण साहा को उम्मीदवार बनाया है। हालांकि बीजेपी को उस समय फजीहत का सामना करना पड़ा जब शिखा मित्रा और तरुण साहा ने बीजेपी की उम्मीदवारी स्वीकार करने से इनकार कर दिया। शिखा मित्रा ने कहा मुझे नहीं पता कि बीजेपी की सूची में मेरा नाम कैसे आ गया। मैं कांग्रेस के साथ हूं और रहूंगी।
टीएमसी ने मौका लपकते हुए बीजेपी पर तंज किया है। टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने गृह मंत्री अमित शाह को होमवर्क करने तक की नसीहत दे दी। महुआ मोइत्रा ने ट्वीट किया, ‘खाकी निकर में भी घुटने दिखते हैं। बीजेपी ने आखिरकार 2 हफ्ते बाद पश्चिम बंगाल उम्मीदवारों के नाम घोषित किए और जिनके नाम लिस्ट में हैं। उनका कहना है। कि वे बीजेपी का हिस्सा नहीं है और न ही बीजेपी के टिकट के पीछे भाग रहे हैं। मिस्टर शाह, आपको कुछ होमवर्क करने की जरूरत है।
उधर, बीजेपी युवा मोर्चा की राज्य इकाई के नेता और पूर्व बीजेपी नेता तपन सिकदर के बेटे सौरव सिकदर ने सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने पार्टी पर पुराने नेताओं का अपमान करने का आरोप लगाया। राज्य के अन्य इलाकों में जहां बीजेपी ने दूसरे दलों के नेताओं को उम्मीदवार बनाया है। वहां से विरोध की खबरें आ रही हैं।
बता दें कि बीजेपी ने गुरुवार को पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए 157 उम्मीदवारों की एक और सूची जारी की। पार्टी ने जहां दूसरे दलों से आए 22 नेताओं को टिकट देने में तरजीह दी है। वहीं इसने अपने राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकल रॉय, सांसद जगन्नाथ सरकार, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राहुल सिन्हा और लोक गायक असीम सरकार को भी चुनावी रण में उतारा है। उम्मीदवारों की सूची में महिलाओं सहित 17 मुस्लिम चेहरे भी शामिल हैं।
पार्टी ने जब से उम्मीदवारों के नामों की घोषणा शुरू की है तभी से पार्टी के कई क्षेत्रों के कार्यकर्ता दूसरे दलों से आए नेताओं को टिकट बंटवारे में महत्व मिलने से नाराज है। और अनेक स्थानों पर प्रदर्शन भी कर रहे हैं। पार्टी के कई नेताओं ने इसके विरोध में इस्तीफा तक दे दिया है। मुकुल रॉय के बेटे शुभ्रांग्सु, राज्य की महिला मोर्चा की अध्यक्ष अग्निमित्र पॉल, फिल्मी हस्तियों रुद्रनील घोष, सराबंती चट्टोपाध्याय और पार्नो मित्रा को भी पार्टी ने टिकट दिया है। शुभ्रांग्सु ने पिछले विधान सभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस के टिकट पर जीत दर्ज की थी।
मुकुल रॉय लगभग दो दशक के बाद चुनावी मैदान में उतरे हैं। वह नदिया जिले के कृष्णानगर उत्तर विधानसभा क्षेत्र से ताल ठोकेंगे। यहां मतुआ समाज के मतदाताओं की अच्छी खासी तादाद है। इससे पहले वह 2001 में तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार के रूप में चुनाव हार चुके हैं। तृणमूल कांग्रेस के पूर्व नेता रॉय रेल मंत्री भी रह चुके हैं।
बीजेपी इससे पहले पश्चिम बंगाल में 123 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर चुकी है। पार्टी ने एक सीट अपने सहयोगी दल एजेएसयू को दी है। पार्टी ने चुनावों में कलाकारों, खेल और सिनेमा जगत की हस्तियों और विभिन्न पेशेवरों को मैदान में उतारा है। रानाघाट से बीजेपी के सांसद जगन्नाथ सरकार को पार्टी ने शांतिपुर विधानसभा सीट से प्रत्याशी बनाया है। कि जबकि राहुल सिन्हा को हाबरा सीट से मैदान में उतारा है।

गुजरात: स्कूलों में ऑफलाइन कक्षाएं बंद, संक्रमण

गांधीनगर। कोरोना वायरस के मामलों में एक बार फिर उछाल देखा जा रहा है। सावधानियों के मद्देनजर गुजरात सरकार ने शिक्षण संबंधी बड़ा फैसला लिया है। राज्य में सरकार ने गुरुवार को कहा कि इस वायरस को फैलने से रोकने के लिए राज्य के आठ बड़े शहरों में विद्यालय 19 मार्च से अपने परिसरों में अध्यापन बंद करेंगे. राज्य के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने हाल ही में अधिकारियों के साथ इस संबंध में बैठक की थी।
राज्य सरकार ने कहा कि राज्य के 8 शहरों में स्थित विद्यालयों में 10 अप्रैल तक ऑफलाइन कक्षाएं नहीं लगेंगी. इनमें अहमदाबाद, राजकोट, वड़ोदरा, सूरत, भावननगर, गांधीनगर, जामनगर और जूनागढ़ का नाम शामिल है। एक सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार, मुख्यमंत्री रूपाणी ने शिक्षा मंत्री भूपेंद्र सिंह चूड़ास्मा और मुख्य सचिव अनिल मुकिम के साथ उच्च स्तरीय बैठक में यह निर्णय लिया।
चूड़ास्मा ने कहा कि इन शहरों के अलावा अन्य क्षेत्रों में विद्यालय उन विद्यार्थियों के लिए ऑफलाइन कक्षाएं जारी रखेंगे, जिन्होंने इस विकल्प को चुना है। उन्होंने कहा कि कॉलेजों एवं विश्वविद्यालयों में 19 मार्च से 10 अप्रैल तक ऑफलाइन परीक्षाएं स्थगित करने का निर्णय लिया है। इसके पहले भी सरकार कोविड से जुड़े नियमों का कड़े करने का फैसला लिया था। 
76 नए मामले सामने आए जिसके बाद कुल मामले बढ़कर 2,82,449 हो गए। स्वास्थ्य विभाग की ओर से यह जानकारी दी गई। राज्य में केवल दो सप्ताह के भीतर संक्रमण के प्रतिदिन सामने आने वाले मामले 480 से बढ़कर 1200 से अधिक हो गए हैं। हालांकि, सीएम ने साफ किया था। कि वे राज्य में लॉकडाउन पर विचार नहीं कर रहे हैं। उन्होंने गांधीनगर में कहा, ‘घबराने की जरूरत नहीं है। पहले भी हम ऐसी परिस्थिति का सामना कर चुके हैं। हम अभी लॉकडाउन लगाने पर विचार नहीं कर रहे हैं।
कोविड-19 वेबसाइट के आंकड़े बताते हैं। कि राज्य में अब तक कोरोना वायरस के 2 लाख 82 हजार 449 मामले सामने आ चुके हैं। वहीं, 4 हजार 433 मरीजों की मौत हो चुकी है। राज्य में फिलहाल एक्टिव मरीजों की संख्या 5 हजार 684 है। देश में 1 करोड़ 15 लाख 13 हजार 989 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं। 1 लाख 59 हजार 406 मरीज जान गंवा चुके हैं।

पंजाब में हालात सबसे बदतर, राज्य बन रहे हॉटस्पॉट

 अकांशु उपाध्याय   
नई दिल्ली। कोरोना वायरस जहां एक तरफ महाराष्ट्र में कोहराम मचाए हुए है। तो वहीं अब तीन अन्य राज्यों के ऊपर भी कोरोना वायरस का हॉटस्पॉट बनने का खतरा मंडरा रहा है। ये तीन राज्य हैं। पंजाब, हरियाणा और मध्य प्रदेश, जहां रोजाना आने वाले कोरोना के मामलों की दर बढ़ती जा रही है। इसके साथ ही दिल्ली-एनसीआर में भी कोरोना के बढ़ते मामलों ने एक बार फिर से टेंशन बढ़ा दी है। भारत में 7 दिनों का संक्रमण दर भी बीते 30 दिनों में 1.4 प्रतिशत बढ़ गया है। हालांकि, महाराष्ट्र, पंजाब, मध्य प्रदेश और हरियाणा ही देश के ऐसे राज्य हैं। जहां संक्रमण दर राष्ट्रीय औसत 1.4 प्रतिशत से ज्यादा है।
पंजाब में आंकड़े सबसे ज्यादा चिंताजनक है। यहां बीते 30 दिनों के अंदर रोजाना सामने आने वाले मामलों में 531 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। वहीं एक हफ्ते का संक्रमण दर भी 4.7 फीसदी बढ़ गया है। महाराष्ट्र के बाद पंजाब में ही कोरोना के मामले सबसे तेजी से बढ़े हैं।
हरियाणा देश का तीसरा राज्य है। जहां कोरोना के मामले सबसे तेजी से बढ़ रहे हैं। यहां बीते 30 दिनों में कोरोना के केस 398 फीसदी बढ़े हैं। यही नहीं राज्य में औसत संक्रमण दर भी 2.2 फीसदी ऊपर हो गया है। गुरुग्राम में अकेले गुरुवार को कोरोना के 104 नए मामले रिपोर्ट हुए। 84 दिन बाद ऐसा हुआ जब गुरुग्राम में 100 से ज्यादा मामले मिले हैं।
मध्य प्रदेश में भी रोज आने वाले कोरोना के केसों में 277 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी गई है। वहीं, राज्य में संक्रमण दर 3.3 प्रतिशत बढ़ गया है। मध्य प्रदेश में एक और चिंता की बात यहां की टेस्टिंग दर है। बीते हफ्ते राज्य में प्रति 10 लाख सिर्फ 191 टेस्ट किए गए।
दिल्ली में गुरुवार को कोरोना के 607 नए मामले आए। इससे पहले इस साल 6 जनवरी को 654 मामले आए थे। दिल्ली में पिछले 7-8 दिनों में संक्रमण की रफ्तार तेजी से बढ़ती जा रही है। यही नहीं अब संक्रमण दर भी बढ़ रहा है। एक मार्च को दिल्ली का संक्रमण दर 0.44 प्रतिशत था। जो 18 मार्च को 0.76 प्रतिशत तक पहुंच गया है।

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