गुरुवार, 18 मार्च 2021

संप्रेषण गृह से फिल्मी स्टाइल में फरार हुए 7 बच्चे

पंकज कपूर 
हल्द्वानी। चोरी के मामलों में किशोर संप्रेषण गृह में रखे गए सात नाबालिक बच्चे फिल्मी स्टाइल में फरार हो गए हैं। भवन के द्वितीय तल में रखे गए बच्चों ने खिड़की की ग्रिल टेढ़ी कर जाली फाड दी। जिसके बाद चादरों की रस्सी बनाकर नीचे उतर कर फरार हो गए। गुरुवार प्रात बच्चों के फरार होने की सूचना पर पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है। पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं।
बतादें की राजकीय महिला कल्याण एवं पुनर्वास कार्यालय परिसर हल्द्वानी में किशोर संप्रेषण गृह बनाया गया है। जहां पर अपराध करने वाले बच्चों को रखा जाता है। वर्तमान समय में किशोर संप्रेषण ग्रह में 13 बच्चे रखे गए थे। जिसमें संगीन अपराध करने वाले बच्चों को प्रथम तल में रखा गया है। जबकि, चोरी के मामलों के आरोपी बच्चों को द्वितीय तल में रखा गया था। बुधवार की रात को द्वितीय तल में रखे बच्चों ने खिड़की की ग्रिल को टेढ़ी कर दिया। उसके बाद खिड़की में लगी जाली को भी फाड़ दिया। और चादरों को एक दूसरे में जोड़कर रस्सी बनाई और उसके सहारे एक-एक कर नीचे उतर गए। जिसके बाद सीढ़ी लगाकर चारदीवारी को पार कर फरार हो गए।
फरार होने वाले बच्चों में राजपुरा निवासी ऋतिक, शंकर, शुभम, योगेश, गौजाजाली निवासी उमेद सुभाष नगर लालकुआं निवासी गौतम थापा व गैस गोदाम रोड मुखानी निवासी हिमांशु है। गुरुवार की प्रातः चौकीदार महेंद्र पाल की सूचना पर पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया।
जिसके बाद एसएसपी प्रीति प्रियदर्शनी समेत पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने बच्चों की तलाश में टीमों को रवाना कर दिया है।

यूपी: निर्वाचन आयोग ने चुनाव की तैयारी शुरू की

हरिओम उपाध्याय 
लखनऊ। यूपी में होने जा रहे त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव आगामी 24 अप्रैल से शुरू होने वाली बोर्ड परीक्षाओं से पहले ही करवा लिए जाने के लिए राज्य निर्वाचन आयोग ने तैयारी शुरू कर दी है। हाईकोर्ट के 15 मार्च को जारी आदेश के बाद नए सिरे से पंचायत के विभिन्न पदों के आरक्षण और आरक्षित सीटों के आंवटन की प्रक्रिया शुरू होने के मद्देनजर यह माना जा रहा था, कि इस प्रक्रिया में समय लगने की वजह से शायद पंचायत चुनाव के चलते बोर्ड परीक्षा के कार्यक्रम बाधित हों।
मगर प्रदेश सरकार के निर्देश पर आयोग ने बोर्ड परीक्षा के शुरू होने से पहले ही यानि 23 अप्रैल तक चार चरणों में ग्राम प्रधान, ग्राम पंचायत, क्षेत्र व जिला पंचायत सदस्य के चारों पदों के लिए मतदान करवा लेने की तैयारी तेज कर दी है।
आयोग ने इन चुनावों के लिए जो प्रस्तावित कार्यक्रम तैयार किया है। उसके मुताबिक आगामी 26 या 27 मार्च को पंचायतीराज विभाग द्वारा आरक्षण प्रक्रिया पूरी कर यह पूरा ब्यौरा आयोग को सौंप दिया जाएगा। इसी क्रम में आयोग राज्य सरकार को चुनाव का प्रस्तावित कार्यक्रम भेज कर परामर्श मांगेंगा। प्रदेश सरकार राज्यपाल की अनुमति लेकर इस प्रस्तावित कार्यक्रम को स्वीकृति प्रदान करेगी और तदनुसार 27 या 28 मार्च को आयोग पंचायत चुनाव की अधिसूचना जारी कर देगा। अप्रैल के पहले सप्ताह से नामांकन प्रक्रिया शुरू हो जाएगी और पहले चरण का मतदान 10 अप्रैल को तथा आखिरी चरण का मतदान 22 या 23 अप्रैल को करवा लिया जाएगा।
आज वीसी में होगी तैयारी की समीक्षा...
हाईकोर्ट के आदेश का अनुपालन करते हुए चुनाव निर्धारित समय से करवाने के लिए ही राज्य निर्वाचन आयुक्त मनोज कुमार की अध्यक्षता में आयोग गुरुवार 18 अप्रैल को सभी मण्डलायुक्तों व जिलाधिकारियों के साथ वीडियो कान्फ्रेंसिंग करेगा। अपर निर्वाचन आयुक्त वेद प्रकाश वर्मा ने बताया कि कान्फ्रेंसिंग में कानून-व्यवस्था, लाइसेंसी हथियारों को जमा करवाए जाने की प्रगति, जिलों में चुनाव सामग्री पहुंचने, चुनाव कार्मिकों की तैनाती व उनके प्रशिक्षण आदि के बारे में अब तक हुई तैयारी का जायजा लिया जाएगा।

अतिक्रमण के सामने लाचार है गाजियाबाद प्रशासन

अश्वनी उपाध्याय   

गाज़ियाबाद। जिला प्रशासन और पुलिस के भारी-भरकम अधिकारियों की फौज भी अतिक्रमण के खिलाफ निरीह और लाचार हो जाती है। इसका एक उदाहरण आपको स्टेट हाइवे 58 पर राज नगर एक्सटेंशन चौराहे पर मिल सकता है। सालों के इंतज़ार के बाद जब यहाँ एक फ्लाईओवर बना तो उसके रास्ते में एक छोटी सी “मज़ार” आ रही थी। जीडीए के अधिकारियों ने नियमों का पालन करते हुए मज़ार को हटाने के बजाए पूरे फ्लाई ओवर का रास्ता ही बदल डाला। सूत्रों के अनुसार प्राधिकरण के अधिकारियों ने छोटी सी मज़ार के स्थान पर एक बड़ी इमारत खड़ी करने में भी मदद की है। अब यह मज़ार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के उन आदेशों का सरेआम मज़ाक उड़ा रही है। जिनमें कहा गया था, कि धर्म के आधार पर हो रहे अतिक्रमण को किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। स्टेट हाइवे से सटे गांवों में रहने वाले लोगों का कहना है कि कुछ साल पहले दिल्ली-मेरठ रोड पर सड़क के किनारे कुछ लोगों ने अतिक्रमण करने की मंशा से एक छोटी सी मज़ार बना दी थी। धीरे-धीरे इस मज़ार पर लोगों ने अपनी आदत के अनुसार चढ़ावा चढ़ाना शुरू कर दिया। कुछ समय बाद यहाँ हर बृहस्पतिवार को फूल, चादर और प्रशाद आदि बेचने वाले खड़े होने लगे।  अब यहाँ पर पक्का मकान बना कर कुछ परिवार भी रह रहे हैं जिनकी आमदनी का सहारा यह तथाकथित मज़ार ही है।

चुनाव: सीटों के आरक्षण के लिए नोटिफिकेशन जारी

अश्वनी उपाध्याय    

गाजियाबाद। पंचायत चुनाव के लिए पंचायतीराज विभाग ने राज्य की पंचायतों में स्थानों और पदों के आरक्षण और आवंटन के बारे में अधिसूचना जारी कर दी है। मंगलवार 16 मार्च को कैबिनेट ने हाईकोर्ट के 15 मार्च के आदेश का अनुपालन करते हुए पंचायतों में आरक्षण के लिए आधार वर्ष (बेस इयर) 1995 के बजाए 2015 को मानकर आरक्षण तय करने का निर्णय लिया था। कैबिनेट के इस निर्णय के आधार पर पंचायतीराज विभाग के अपर मुख्य सचिव मनोज सिंह ने उप्र पंचायती राज (स्थानों और पदों का आरक्षण और आवंटन) (बारहवां संशोधन) नियमावली 2021 की अधिसूचना जारी की हइस शासनादेश में कहा गया है, कि 15 मार्च को हाईकोर्ट के आदेश के अनुपालन में इस साल 11 फरवरी को पंचायतों की सीटों व पदों के आरक्षण व आवंटन के लिए जारी शासनादेश निरस्त कर नया शासनादेश जारी किया गया है। इसके अनुसार जिला पंचायत अध्यक्ष के 75, ब्लॉक प्रमुख के 826 और ग्राम प्रधान के 58194 पदों में आरक्षण की व्यवस्था की जाएगी। राज्य में जिला पंचायत अध्यक्ष, ब्लॉक प्रमुख और ग्राम प्रधानों में एसटी, एससी और ओबीसी के लिए आरक्षित किये जाने वाले पदों की संख्या की गणना राज्य में उनकी जनसंख्या के अनुपात में की जाएगी। महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत, ओबीसी के लिए 27 प्रतिशत, एसटी व एससी के लिए 23 प्रतिशत आरक्षण के हिसाब से पंचायतों में सीटें आरक्षित की जाएंगी।

कौशाम्बी: प्रेरणा शिक्षा महोत्सव का हुआ आयोजन

कौशाम्बी। राज्य परियोजना निदेशक शिक्षा विभाग के निर्देश पर जिले के कौशाम्बी विकासखंड के बीआरसी में प्रेरणा शिक्षा महोत्सव के कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं। प्रेरणा महोत्सव कार्यक्रम में मां सरस्वती पूजन वंदन एवं दीप प्रज्वलित किया गया। इस कार्यक्रम में विकासखंड के संकुल प्रभारी और शिक्षक शिक्षिकाओं ने भाग लिया है। सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले छात्र छात्राओं के शिक्षा स्तर को ऊपर उठाने के लिए शिक्षक शिक्षिकाओं ने अपने अपने सुझाव दिए हैं। कार्यक्रम में प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया। प्रेरणा महोत्सव कार्यक्रम के मुख्य अतिथि शंकर दयाल सिंह प्रतिनिधि मंझनपुर विधायक को माल्यार्पण कर उनका स्वागत किया गया है। इस मौके पर उन्होंने कहा, कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के कार्य काल में सरकारी स्कूल की शिक्षा के स्तर में सुधार हुआ है। स्कूल में पढ़ने वाले छात्र छात्राएं पहले से बेहतर शिक्षा प्राप्त कर रही हैं। इस मौके पर शिक्षा के प्रति लोगों को जागरूक करने के बारे में गोष्ठी का आयोजन किया गया था। तब प्रेरणा महोत्सव के इस कार्यक्रम में शिक्षक शिक्षिकाओं ने अपने विचार व्यक्त किए हैं।
इस समारोह में ब्लॉक के समस्त शिक्षक संकुल तथा समस्त प्रधानाध्यापक इंचार्ज प्रधानाध्यापक अपने अपने स्कूल प्रबंध समिति के अध्यक्षों व एक -एक प्रेरक बालक बालिका के साथ प्रतिभाग किए। कार्यक्रम के अंत में उत्कृष्ट कार्य करने वाले संकुल शिक्षकों , प्रधानाध्यापकों एवं प्रेरक बालक बालिकाओं को मुख्य अतिथि द्वारा प्रशस्ति पत्र व पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। मिशन प्रेरणा ज्ञानोत्सव समारोह में अध्यक्ष प्राथमिक शिक्षक संघ अनिल कुमार सिंह मंत्री, राजेश कुमार अध्यक्ष उच्च प्राथमिक शिक्षक संघ राकेश सिंह ने भी अपने अपने विचार व्यक्त किए। अंत में खंड शिक्षा अधिकारी ने सभी गणमान्य का आभार व्यक्त करते हुए समारोह का समापन किया। इस कार्यक्रम में इलाके के तमाम गणमान्य लोग और अभिभावक मौजूद रहे।
सुशील केसरवानी

हरियाणा के पूर्व चेयरमैन रॉकी की याचिका खारिज

राणा ओबराय 
कैथल। हरियाणा सरकार में चेयरमैन रहे रॉकी मित्तल की जमानत याचिका खारिज हो गई है। उन्होने सेशन कोर्ट में जमानत याचिका लगाई थी। अब वो हाईकोर्ट का रुख कर सकते हैं। दरअसल, छह साल पुराने केस में रॉकी मित्तल को पंचकूला से कैथल पुलिस ने गिरफ्तार किया था। जिसके बाद पुलिस ने तीन दिन के रिमांड पर जयपुर लेकर गई थी।
रिमांड पूरा होने के बाद रॉकी मित्तल को कोर्ट में पेश किया गया था जहां से 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया था। रॉकी मित्तल केस में अगली सुनवाई 25 मार्च को होनी है। पूर्व बार एशोसिएशन प्रधान अशोक गौतम और आरडी शर्मा ने सेशन कोर्ट में रॉकी मित्तल की जमानत के लिए याचिका दाखिल की थी। इस याचिका में दलील दी गई थी कि छह साल पहले हुए हमले में अभी कोई सबूत नहीं मिला है कि रॉकी मित्तल ने ही जज पर हमला किया था। रॉकी मित्तल के भाई सुरेश मित्तल ने कहा कि सरकार बदले की भावना से काम कर रही है और रॉकी मित्तल के खिलाफ पुलिस को कोई सबूत नहीं मिला है। फिर भी उन्हे परेशान किया जा रहा है। जानिये क्या है पूरा मामला ?
18 मई 2015 के दिन कैथल की नई अनाज मंडी में दोपहर के समय एक बदमाश ने आढ़ती की दुकान में घुसकर गोली मार दी थी। आढ़ती का नाम मुनीष मित्तल था।
इसी मामले में आढ़तियों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए रोड जाम किया था। विरोध प्रदर्शन के दौरान न्यायाधीश अपनी गाड़ी में सवार होकर जींद रोड से निकल रहे थे तो रॉकी मित्तल ने उनका रास्ता रोक लिया था। रॉकी मित्तल पर मारपीट करने का भी आरोप लगाया था। सिटी थाना पुलिस ने इस मामले में रॉकी मित्तल सहित अन्य के खिलाफ केस दर्ज किया था। इस केस में लगातार पुलिस अनट्रेस दिखा रही थी। लेकिन अब पुलिस ने दोबारा से इस केस में सख्ती दिखा दी है और रॉकी मित्तल को आज उनके आवास से गिरफ्तार कर लिया है।

हरियाणा: 10 हजार की रिश्वत लेते अकाउंटेंट अरेस्ट

राणा ओबराय 
करनाल। हरियाणा के जिला करनाल में करनाल नगर पालिका इंद्री में बतौर अकाउंटेंट कार्यरत एक कर्मचारी को स्टेट विजिलेंस ने रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। विजिलेंस ने उसे सैनिटरी इंस्पेक्टर से 10 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ काबू किया। आरोपी ठेके पर लगे कर्मचारियों को अपना निशाना बना नौकरी से हटवाने के नाम पर पैसे ऐंठता था। इस मामले में हैरान करने वाली बात यह है कि आरोपी अकाउंटेंट की पत्नी भी कुरुक्षेत्र विजिलेंस में एसआई के पद पर कार्यरत है। आरोपी ने नगर पालिका में डीसी रेट पर लगे भाजपा नेता के बेटे से 20 हजार रुपये मांगे थे। शिकायतकर्ता भाजपा नेता का बेटा है। स्टेट विजिलेंस द्वारा अब पकड़े गए आरोपी प्रवीण कुमार निवासी अंसल सिटी गांव उमरी (कुरुक्षेत्र) को वीरवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा। पीड़ित विकास तोमर जो इंद्री के गांव रामगढ़ का रहने वाला है। उसके पिता महेंद्र पाल तोमर भाजपा में ओबीसी मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष और अंबाला के लोकसभा प्रभारी भी है। विकास तोमर ने बताया कि एक जनवरी 2020 को वह डीसी रेट पर नगर पालिक इंद्री में सफाई निरीक्षक के पद पर लगा था। पिछले एक सप्ताह से अकाउंटेंट प्रवीण उसे परेशान कर रहा था। वह उससे कहता था कि अब डोर टू डोर का काम पूरा हो गया है, दूसरा ठेकेदार आ गया है अब तुम्हें हटाया जाएगा।
यदि तुम्हें यहीं नौकरी पर रहना है तो 20 हजार रुपये देने होंगे। उसने रुपये देने से मना किया तो वह नौकरी से हटाने की धमकी देने लगा। इसके बाद उसने स्टेट विजिलेंस को इसकी सूचना दी और विजिलेंस को सबूत भी दिए। विकास के अनुसार इसके बाद दोबारा प्रवीण का फोन रुपये के लिए आया, तो उसने कहा कि वह दस-दस हजार रुपये की राशि दो बार देगा। इस बारे में उसने अपने पिता को भी बताया हुआ था। जिसके बाद स्टेट विजिलेंस इंस्पेक्टर जगतराम की अध्यक्षता में एक टीम का गठन किया गया। ड्यूटी मजिस्ट्रेट बीडीपीओ करनाल पंचम लता को बनाया गया। टीम में एसआई नफे सिंह, एएसआई सूबे सिंह, एचसी संजीव, संजय, महेश शामिल थे। टीम ने पीड़ित विकास तोमर के साथ इंद्री नगर पालिका के समीप बस स्टैंड पर दस हजार रुपये लेते आरोपी प्रवीण को पकड़ लिया। आरोपी रिश्वत के रुपये लेते ही ऑटो में बैठ गया था। आरोपी से 500-500 के 20 नोट बरामद किए हैं। वहीं ब्यूरो चौकसी टीम के इंस्पेक्टर जगत सिंह ने बताया की सूचना के आधार पर हमने कार्रवाई करते हुए अकाउंटेंट परवीन को 10 हजार की रिश्वत लेते हुए इंद्री से गिरफ्तार किया है।
जिसके खिलाफ मामला दर्ज कर मेडिकल करवा कर आगामी कार्रवाई को अंजाम दिया जाएगा, उन्होंने यह भी बताया की इस प्रकरण में और कौन-कौन लोग जुड़े हो सकते हैं। इसके बारे में भी जांच की जाएगी।

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन   मतदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए स्कूली बच्चों ने निकाला रैली कौशाम्बी। एन डी कान...