गुरुवार, 18 फ़रवरी 2021

46 महिला उत्पीड़न संबंधी मामलों में सुनवाई की

अश्वनी उपाध्याय  

गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष विमला बाथम ने गुरूवार को कलक्ट्रेट सभागार में 46 महिला उत्पीड़न संबंधी मामलों में सुनवाई की। इस दौरान पुलिस व प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद थे। सुनवाई के दौरान सर्वाधिक दहेज उत्पीड़न से जुड़े मामले सामने आए। महिला आयोग की अध्यक्ष ने मामलों की जांच कर उचित कार्रवाई के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि महिलाओं पर हो रहे उत्पीड़न को रोकने के लिए विशेष प्रयास करें। महिलाओं पर अत्याचार करने वालों को किसी भी कीमत पर नहीं बख्शा जाए। उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई हो। ताकि किसी भी महिला का उत्पीड़न नहीं हो सके। जनसुनवाई के दौरान आयोग सदस्या की मौजूदगी में डीएम अजयशंकर पांडे, एसएसपी कलानिधि नैथानी के अलावा महिला थाने तथा समाज कल्याण विभाग सहित कई विभाग के अधिकारी मौजूद रहे। सुनवाई दौर में एक पीड़िता ने बताया कि शादी के बाद से ससुराल पक्ष के लोग आये दिन उसके साथ गाली गलौच व मारपीट करते है। पीड़िता की बात सुनकर उन्होंने पुलिस को सख्त कार्रवाई करने के लिए कहा। एक पीड़िता ने बताया कि पति की मृत्यु हो चुकी है। उसके परिवार के कुछ लोग संपत्ति पर कब्जा करना चाहते है। महिला आयोग ने प्रशासनिक अधिकारियों को जांच करने के निर्देश दिए।

हादसा: मां-बेटा की मौत, सपा नेताओं ने दी सांत्वना

कौशांबी। सिराथू तहसील क्षेत्र के अफजलपुर वारी गांव के रहने वाले लेफ्टिनेंट सैयद आरिफ हुसैन व उनकी माता की मौत कोलकाता जाते समय प्रयागराज के सराय इनायत के पास सड़क हादसे में हो गई है। जैसे ही इस हादसे की जानकारी समाजवादी पार्टी के नेताओं को लगी सपा के कुछ नेता उनके आवास पर पहुंचे हैं और परिजनों को सांत्वना दी है। लेफ्टिनेंट की मौत के बाद समाज वादी पार्टी के प्रदेश सचिव हाजी आवेश हुसैन पूर्व प्रदेश सचिव मेहबूब आलम अपनी टीम के साथ पीड़ित परिवार के घर अफजलपुर वारी गांव पहुंचे हैं।परिजनों को सांत्वना दी सपा नेताओं ने पार्टी की तरफ से हर संभव मदद का अस्वासन परिजनों को दिया है।
इस मौके पर सपा नेता सज्जू ने बताया, कि लेफ्टिनेंट सैयद आरिफ अपने पांच चाचा ताऊ के परिवार में एकलौते पुत्र थे। जो अपनी माँ के साथ कलकत्ता जा रहे थे। प्रयागराज के सराय इनायत के पास वह पहुचे थे, कि सामने से आ रही अज्ञात वाहन की टक्कर से उनकी व उनकी माता की दर्दनाक मौत ही गई।
राजू सक्सेना 

पीसीएस में मिली सफलता, पांचवी बार किया प्रयास

पंकज कुमार 
एटा। अमांपुर के परिवार के लिए बुधवार का दिन खुशियों से भरा साबित हुआ। घर की बड़ी बेटी प्रियंका ने पीसीएस परीक्षा में पांचवां स्थान पाकर न केवल घर का बल्कि कासगंज जिले का नाम रोशन कर दिखाया। परीक्षा परिणाम आते ही अमांपुर की अफसर बनने जा रही बिटिया को बधाइयां देने का सिलसिला शुरू हो गया। अमांपुर के गांधी नगर बारहद्वारी के पास रहने वाले अनिल कुमार गोयल कस्बे में मेडिकल स्टोर चलाते हैं। उनके दो बेटियां और एक बेटा है। बड़ी बेटी प्रियंका गोयल और छोटी बेटी नीति गोयल दिल्ली में रहकर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने में लगी हैं। बड़ी बेटी प्रियंका ने वर्ष 2019 में पीसीएस की परीक्षा दी थी। कड़ी मेहनत और मजबूत तैयारी की थी। बुधवार को परीक्षा का परिणाम आने की उम्मीद को देखते हुए वह घर से दिल्ली पहुंची। शाम को जैसे ही पीसीएस का परिणाम आया तो प्रियंका का पांचवां स्थान पर देखकर उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। उन्होंने फोन पर यह खुशखबरी पिता अनिल गोयल व मां लक्ष्मी गोयल को दी तो घर में खुशी का माहौल बन गया। परिवार के लोगों ने इसकी जानकारी अपने परिचितों को दी तो बधाइयों का सिलसिला शुरू हो गया। 
पांचवीं बार में पाई सफलता...
प्रियंका गोयल ने बताया कि उन्होंने कड़ी मेहनत करके इस परीक्षा को पास किया है। इससे पहले वह चार बार परीक्षा में बैठ चुकी थीं। लेकिन हिम्मत नहीं हारी और निरंतर तैयारी की और उन्हें इस बार पूरा भरोसा था कि परिणाम बेहतर होगा। 
शुरुआती पढ़ाई अमांपुर, स्नातक एटा से....
कासगंज। पीसीएस परीक्षा में पांचवें स्थान प्राप्त करने वाले प्रियंका गोयल के बारे में उनके भाई पीयूष ने बताया कि दीदी ने शुरुआती पढ़ाई अमांपुर के मक्खन  लाल इंटर कॉलेज से की और स्नातक की पढ़ाई एटा के जेएलएन डिग्री कालेज से की थी। पीयूष ने बताया कि वह खुद अपने पिता के मेडिकल स्टोर के काम में हाथ बंटाते हैं।
केंद्रीय सचिवालय में कार्यरत हैं प्रियंका....
कासगंज। प्रियंका गोयल ने बताया कि, वह परीक्षा की तैयारी के साथ नौकरी भी कर रही हैं और फिलहाल केंद्रीय सचिवालय में कार्यरत हैं। इससे पहले भी एफसीआई में कार्य कर चुकी हैं। वह नौकरी के साथ एक बड़े पद तक पहुंचने के लिए पीसीएस की परीक्षा में बैठी थीं। जो माता-पिता व गुरुजनों के आशीर्वाद से सफल हुई हैं।

4,500 कारतूस बरामद किए, 6 आरोपी अरेस्ट

पालूराम  

नई दिल्ली। उत्तरी दिल्ली में छह लोगों को गिरफ्तार करके उनके कब्जे से 4,500 कारतूस बरामद किए गए हैं। पुलिस ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आरोपियों की पहचान रमेश कुमार, दिपांशू, इकराम, अकरम, मनोज कुमार और अमित राव के तौर पर की गई। पुलिस उपायुक्त (विशेष प्रकोष्ठ)संजीव कुमार यादव ने कहा कि दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ ने छह लोगों को गिरफ्तार करके उनके कब्जे से 4,500 कारतूस बरामद किए हैं। यादव ने कहा कि इस मामले में पहली गिरफ्तारी 14 फरवरी को बुराड़ी इलाके से की गई थी। उन्होंने बताया कि मामले की जांच चल रही है।

पूर्व चीफ जज गोगोई के खिलाफ सभी जांच बंद की

अकांशु उपाध्याय  
नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने भारत के पूर्व प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई को कथित यौन उत्पीड़न और शीर्ष अदालत में पीठ ‘फिक्सिंग’ जैसे मामलों में फंसाने के ‘गहरे षड्यंत्र’ की स्वत: संज्ञान से शुरू की गई जांच प्रक्रिया बृहस्पतिवार को बंद करने का फैसला लिया।न्यायमूर्ति संजय किशन कौल की अध्यक्षता वाली पीठ ने कहा कि करीब दो साल गुजर गए हैं और जांच के लिए इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्ड हासिल करने की संभावना बहुत कम है।
स्वत: संज्ञान से शुरू की गई जांच प्रक्रिया बंद करते हुए शीर्ष अदालत ने कहा कि न्यायमूर्ति गोगोई के खिलाफ कथित यौन उत्पीड़न मामले की अंदरूनी जांच पहले ही पूरी की जा चुकी है और न्यायमूर्ति एसए बोबड़े (वर्तमान प्रधान न्यायाधीश) की अध्यक्षता वाले तीन सदस्यीय पैनल ने उन्हें दोष मुक्त करार दिया था। पीठ में न्यायमूर्ति एएस बोपन्ना और न्यायमूर्ति वी रामासुब्रमणियन भी शामिल थे। पीठ ने कहा कि न्यायमूर्ति (अवकाश प्राप्त) एके पटनायक पैनल षडयंत्र की जांच करने के लिए व्हाट्सएप मैसेज जैसे इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्ड प्राप्त नहीं कर सका है इसलिए स्वत: संज्ञान से शुरू किए गए मामले से कोई उद्देश्य पूरा नहीं होगा।

शीर्ष अदालत ने खुफिया ब्यूरो के निदेशक की चिट्ठी का हवाला दिया जिसमें कहा गया था कि चूंकि न्यायमूर्ति गोगोई ने असम में राष्ट्रीय जनसंख्या पंजी (एनआरसी) सहित अन्य कई मुश्किल फैसले सुनाए हैं, इसलिए संभवत: उन्हें फंसाने की साजिश की जा रही है। न्यायमूर्ति पटनायक के हवाले से पीठ ने कहा कि यह मानने के ठोस कारण हैं कि तत्कालीन प्रधान न्यायाधीश गोगोई को फंसाने की साजिश की गई होगी।

पीठ ने कहा कि 25 अप्रैल, 2019 के आदेशानुसार न्यायमूर्ति पटनायक पैनल की रिपोर्ट में कहा गया है कि वह व्यावहारिकता में इसकी जांच नहीं कर सकता है कि तत्कालीन प्रधान न्यायाधीश के न्यायिक फैसलों के कारण गोगोई के खिलाफ साजिश रची गई।

आतंकियों के अड्डे का भंडाफोड़, जखीरा बरामद

पालूराम  
जम्मू। केन्द्र शासित जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में महोरे इलाके के वन क्षेत्र में सुरक्षाबलों ने आतंकवादियों के अड्डे का भंडाफोड़ कर हथियारों और गोला-बारूद का जखीरा बरामद किया है। आधिकारिक प्रवक्ता ने गुरुवार को यहां बताया कि सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस के संयुक्त दल ने रियासी जिले के मक्खिधर जंगल में एकत्र किये गये भारी मात्रा में हथियार और युद्ध सामग्री बरामद की है।
प्रवक्ता ने बताया कि 17-18 फरवरी की मध्य रात्रि में जम्मू क्षेत्र के रियासी जिले के भीतरी इलाकों में चलाए गये संयुक्त अभियान में युद्ध सामग्री के साथ भारी मात्रा में हथियार बरामद हुए हैं। उन्होंने बताया कि रियासी जिले के मक्खिदर के दूरस्थ और घने जंगलों में संदिग्ध गतिविधियों को लेकर विश्वसनीय स्रोत से जानकारी मिली थी।
उन्होंने बताया कि सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा संयुक्त रूप से लगातार चलाये जा रहे प्रयासों से युद्ध सामग्री और हथियारों के विशाल जखीरे का पता चला है। हथियारों के जखीरे मेें एक ए के 47 राइफल, एक एस एल राइफल, एक 303 बोल्ट राइफल, दो चीनी पिस्तौल, गोला-बारूद के साथ एक पिस्तौल एमएजी, एंटीना वाले दो रेडियो सेट, एक एके 47, गोला बारूद का डिब्बा, चार यूबीजीएल ग्रेनेड शामिल हैं।

मुखर्जी की वजह से बंगाल का अस्तित्वः गृहमंत्री

अकांशु उपाध्याय  
कोलकाता। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बृहस्पतिवार को कहा कि भारत सेवाश्रम संघ (बीएसएस) द्वारा दिखाए गए मार्ग भारत को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में अहम योगदान देंगे। शाह ने भारत सेवाश्रम संघ के मुख्यालय का दौरा किया और उम्मीद जताई कि जिस मार्ग पर चलते हुए बीएसएस ने समाज में अपना योगदान दिया है वह उसे आगे भी जारी रखेगा और नये ”हिन्दुस्तान” के लिए मार्ग प्रशस्त करेगा।
भारत सेवाश्रम संघ के संस्थापक स्वामी प्रणवानंद की 125वीं जयंती पर अपनी श्रद्धंजलि अर्पित करते हुए शाह ने कहा कि उन्होंने उस समय स्वधर्म और स्वराज की संकल्पना को बुलंद किया, जब देश को इसकी सबसे ज्यादा जरूरत थी। भाजपा के पूर्व अध्यक्ष शाह ने कहा कि भारतीय जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी और स्वामी प्रणवानंद के विचार एक जैसे थे और दोनों ने देश के लिए काम किया।
उन्होंने दावा कि आज जो पश्चिम बंगाल का अस्तित्व है वह मुखर्जी की वजह से है नहीं तो यह बांग्लादेश में चला गया होता। शाह ने कहा कि देश भर में कहीं पर भी विपदा आई हो, भारत सेवाश्रम संघ के संन्यासियों ने जाति, धर्म और पंथ से ऊपर उठकर सेवा का एक उत्कृष्ट उदाहरण पेश किया है। शाह के साथ इस अवसर पर भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकुल रॉय, राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, पश्चिम बंगाल भाजपा के अध्यक्ष दिलीप घोष और अन्य वरिष्ठ नेता भी मौजूद थे।

बंगाल के मंत्री पर बम से हमला किया, हालत गंभीर

कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि राज्य के मंत्री जाकिर हुसैन पर बम से हुआ हमला एक साजिश का हिस्सा था और कुछ लोग उन पर दूसरी पार्टी में शामिल होने के लिए ‘दबाव’ बना रहे थे। पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में निमटीटा रेलवे स्टेशन पर अज्ञात हमलावरों द्वारा बुधवार की रात बम से किए गए हमले में राज्य के मंत्री जाकिर हुसैन गंभीर रूप से घायल हो गए थे। वह एसएसकेएम अस्पताल में भर्ती हैं।

हुसैन से मिलने अस्पताल पहुंचीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रेलवे पर भी निशाना साधा। बनर्जी ने पत्रकारों से कहा, ” मंत्री जाकिर हुसैन पर हमला एक सोची-समझी साजिश थी। कुछ (पार्टी के) लोग पिछले कुछ महीने से जाकिर हुसैन पर दबाव बना रहे थे, कि वह उनकी पार्टी में शामिल हों। मैं अधिक जानकारी नहीं दूंगी क्योंकि जांच जारी है।” उन्होंने कहा कि हमलावर स्पष्ट तौर पर हुसैन के आने के बारे में जानते थे और शायद उनका पीछा कर रह थे। बनर्जी ने कहा कि सिर्फ सीआईडी नहीं, बल्कि राज्य एसटीएफ और ‘काउंटर इंसर्जेंसी फोर्स’ (सीआईएफ) भी जांच में सहयोग करेगी।

मुख्यमंत्री ने हमले में गंभीर रूप से घायल हुए लोगों को पांच-पांच लाख रुपये और मामूली रूप से घायल हुए लोगों को एक-एक लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है। उन्होंने पूछा, ” जब हमला रेलवे स्टेशन पर हुआ, तो रेलवे सुरक्षा में चूक की अपनी जिम्मेदारी से इनकार कैसे कर सकती है? हमले के समय स्टेशन पर कोई सुरक्षा कर्मी नहीं था। वहां बिजली भी नहीं थी, बिल्कुल अंधेरा था। रेलवे पुलिस आखिर क्या कर रही थी?”

उन्होंने कहा कि रेलवे को जांच में सहयोग करना चाहिए। बनर्जी ने कहा, ” रेलवे स्टेशन, रेलवे की सम्पत्ति है। रेलवे पुलिस उसकी सुरक्षा के लिए जिम्मेदार है। यह हमारे अधिकार-क्षेत्र में नहीं आता।” बनर्जी ने बताया कि हमले में 26 लोग घायल हुए हैं। राज्य सरकर ने घटना की जांच अपराध जांच विभाग (सीआईडी) को सौंप दी है। बनर्जी ने कानून एवं व्यवस्था के बदतर होने के दावों को खारिज करते हुए कहा कि घटना रेलवे स्टेशन के अंदर हुई और परिसर केन्द्र के अधीन आता है। इस बीच भाजपा नेतृत्व ने इसे राज्य सरकार की विफलताओं से जनता का ध्यान हटाने की कोशिश करार देते हुए बनर्जी पर निशाना साधा। भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष जयप्रकाश मजुमदार ने कहा, ” यह घटना दर्शाती है कि यहां कानून-व्यवस्था खत्म हो चुकी है। क्या रेलवे राज्य में शासन करता है? ऐसी बातों से कुछ नहीं होगा। वह (ममता) राज्य की गृह मंत्री और मुख्यमंत्री दोनों ही रूप में विफल हो चुकी हैं।”


कई राज्यों में रेल-यात्रा बाधित, दर्ज किया विरोध

हरिओम उपाध्याय  
नई दिल्ली। केंद्रीय कृषि कानूनों के विरूद्ध किसान संगठनों के रोल रोको अभियान के तहत किसानों ने हरियाणा के सिरसा जिले में दिल्ली-बठिंडा रेल लाईन को पांच अलग अलग जगहों बाधित कर अपना विरोध जताया। वहीं दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने सुरक्षा के दृष्टिकोण से टीकरी बॉर्डर सहित कुल चार मेट्रो स्टेशनों के प्रवेश और निकास द्वार बंद कर दिए।
किसानों ने दोपहर 12 बजे से सायं चार बजे तक सिरसा, डिंग, डबवाली, कालांवाली और ऐलनाबाद रेल लाईन जाम रखी। किसानों के इस आहवान के मद्देनजर कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिये 26 ड्यूटी मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में करीब एक हजार पुलिस जवान तैनात किये गये थे। हालांकि किसानों के रेल लोको आहवान के दौरान रेल का आवागमन नहीं हुआ लेकिन किसान रेल लाईन पर जमे रहे। किसानों के रेल रोको आंदोलन के आहवान के मद्देनजर रेलवे ने वीरवार को रेलों का संचालन ही बंद रखा।
पंजाब और हरियाणा में बृहस्पतिवार को किसान कई जगहों पर ट्रेन की पटरियों के पास एकत्र हो गए हैं। एहतियात के तौर पर अधिकारी ट्रेनों को स्टेशनों पर रोक रहे हैं। किसान आंदोलन के प्रमुख संगठन संयुक्त किसान मोर्चा ने कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग के लिए दबाव बनाने को लेकर 18 फरवरी को दोपहर 12 बजे से शाम चार बजे तक ‘रेल रोको’ का आह्वान किया था। भारतीय किसान यूनियन (एकता उग्रहान) के महासचिव सुखदेव सिंह कोकरीकलां ने बताया कि संगठन के सदस्य पंजाब के नाभा, मनसा, बरनाला, बठिंडा, फिरोजपुर, जालंधर और तरन तारन सहित 22 जगहों पर ट्रेन की पटरियां अवरुद्ध करेंगे।

अधिकारियों ने बताया कि हरियाणा और पंजाब दोनों राज्यों में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है और सरकारी रेलवे पुलिस तथा राज्य पुलिस बल के कर्मियों को तैनात किया गया है। उत्तर रेलवे के फिरोजपुर डिवीजन ने ट्रेनों को स्टेशन पर ही रोकने का फैसला लिया है ताकि यात्रियों को ‘रेल रोको’ आह्वान के कारण परेशानी ना उठानी पड़े। अधिकारियों ने बताया कि किसानों के ‘रेल रोको’ आह्वान के कारण ट्रेनें देरी से चल सकती हैं। उन्होंने बताया कि प्रदर्शन समाप्त होने के बाद सुरक्षा नियमों का पालन करते हुए ट्रेन सेवा पुन:बहाल की जाएगी।

मेट्रो मैन, ई श्रीधरन चुनाव से पहले पार्टी में शामिल

कोझीकोड। भारतीय जनता पार्टी ने बृहस्पतिवार को कहा कि ”मेट्रो मैन” ई श्रीधरन केरल विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी में शामिल होंगे। भाजपा की राज्य इकाई के अध्यक्ष के सुरेंद्रन ने बताया कि श्रीधरन 21 फरवरी को कासरगोड़ से पार्टी की ”विजय यात्रा” शुरु होने के दौरान भगवा दल में शामिल होंगे। श्रीधरन को देश में सार्वजनिक परिवहन प्रणाली में बदलाव का श्रेय दिया जाता है। सुरेंद्रन ने संवाददाताओं को बताया कि श्रीधरन ने भाजपा के साथ काम करने की इच्छा जाहिर की थी। श्रीधरन की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।

रेल रोको आंदोलन में किसान सभा ने धरना दिया

पंकज कपूर  अल्मोड़ा। संयुक्त किसान मोर्चा के आज रेल रोको आंदोलन के समर्थन में उत्तराखंड किसान सभा ने यहां धरना दिया और सभा करते हुए केंद्र सरकार की इस बात को लेकर जमकर आलोचना की कि वह किसानों के साथ असंवेदनशील रवैया अपना रही है।
तय कार्यक्रम के अनुसार गुरुवार को किसान सभा व समर्थक संगठनों के प्रतिनिधि यहां गांधी पार्क में जुटे और उन्होंने रेल रोको आंदोलन के समर्थन धरना दिया। वहीं जनसभा भी की। जिसमें वक्ताओं ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार द्वारा किसानों की मांगों के प्रति असंवेदनशीलता का परिचय दिया है। जो निंदनीय है। वक्ताओं ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री एक ओर अनावश्यक व गैर जरूरी मुद्दों पर ट्वीट करते रहते है, लेकिन आज 250 से ज्यादा किसानों की शहादत पर कुछ बोलने से बच रहे हैं। यह स्थिति अत्यंत खेदजनक है। वक्ताओं ने कहा कि गृह मंत्री येन केन प्रकारेण चुनाव जीतने की मुहिम में लगे हैं और देश की जनता लगातार तेल व एलपीजी के दामों के बढ़ने से बेहद संकट में जीवन जीने को मजबूर है।
वक्ताओं ने सरकार से किसान विरोधी तीनों काले कानूनों को वापस लेने, एमएसपी को कानूनी रूप से लागू करने, पेट्रोल व एलपीजी के दामों पर लगाम लगाने व आंदोलनकारियों पर बरती जा रही तानाशाही पर अंकुश लगाने व गिरफ्तार निर्दोष लोगों की रिहाई की पुरजोर मांग की। वहीं देश में बेरोजगारी की मार से छुटकारा दिलाने की मांग उठाई। उन्होंने कहा कि किसानों का यह बलिदान व्यर्थ नहीं जाने दिया जाएगा। धरने में जनवादी महिला समिति, जनवादी नौजवान सभा, सीटू, किसान सभा आदि संगठनों के लोगों ने शिरकत की। सभा को सुनीता पांडे, आरपी जोशी, महेश आर्या, दयाकृष्ण, दिनेश पांडे ने संबोधित किया। धरने में नंदबल्लभ जोशी, आरसी उपाध्याय, स्वप्निल पांडे, नंदलाल गुप्ता, अरुण जोशी, किशन राम आदि लोगों ने भाग लिया। सभा की अध्यक्षता महेश आर्या व संचालन किसान सभा के जिला संयोजक दिनेश पांडे ने किया।

हैदराबाद ने जीता टॉस, बल्लेबाजी का फैसला किया

हैदराबाद ने जीता टॉस, बल्लेबाजी का फैसला किया  इकबाल अंसारी  हैदराबाद। इंड‍ियन प्रीम‍ियर लीग (IPL) 2024 सीजन में सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) और...