बुधवार, 20 जनवरी 2021

शराबबंदी: नेता और अधिकारियों की मिलीभगत

अविनाश श्रीवास्तव  
पटना। बिहार में शराबबंदी के बाद भी शराब का धंधा खुलेआम हो रहा है। शराब के कारोबार में नेता से लेकर सरकारी कर्मी शामिल हैं। इस वजह से नीतीश सरकार की शराबबंदी का मजाक उड़ रहा है। पुलिस मुख्यालय के एसपी मद्य निषेध ने गठजोड़ की पोल खोली है। डीजीपी के आदेश पर एसपी मद्यनिषेध ने पत्र जारी किया।पत्र में कहा गया है कि शराब के कारोबार में स्थानीय नेता भी शामिल हैं।
शराब के धंधे में नेता हैं शामिल 

डीजीपी के आदेश पर एसपी मद्दनिषेध ने सभी पुलिस अधीक्षकों को पत्र लिखा है। एसपी ने उत्पाद विभाग में कार्यरत इंस्पेक्टर, सब इंस्पेक्टर एवं पुलिस कर्मियों द्वारा अवैध शराब से अर्जित चल अचल संपत्ति जांचने का आदेश जारी किया है। पत्र सामने आने के बाद बवाल मच गया है। मद्य निषेध के एसपी ने न सिर्फ उत्पाद विभाग के पुलिसकर्मियों पर अवैध शराब के कारोबार में शामिल होने का आरोप लगाया है बल्कि जनप्रतिनिधियों की भी पोल खोली है। पत्र में कहा गया है कि बिहार में शराबबंदी के बाद भी सभी थाना क्षेत्र में चोरी-छिपे उत्पाद विभाग में कार्यरत निरीक्षक, अवर निरीक्षक एवं पुलिसकर्मियों को चढ़ावा देकर लोग शराब खरीद बिक्री का धंधा कर रहे हैं। इस कार्य में स्थानीय जनप्रतिनिधि भी शामिल हैं। इस वजह से शराब खरीद-बिक्री पर कानून का खुलेआम मजाक उड़ा रहा है। 

एसपी मद्यनिषेध का हुआ ट्रांसफर

पुलिस अधीक्षक मद्यनिषेध ने पत्र में कहा है कि डीजीपी कार्यालय से 11 दिसंबर 2020 को मद्यनिषेध कार्यालय में पत्र आया था। इसके बाद यह आदेश जारी किया जा रहा है। मद्यनिषेध एसपी के कार्यालय से यह पत्र 6 जनवरी 2021 को जारी किया गया है। हालांकि जिस समय यह पत्र जारी हुआ उस समय एसपी छुट्टी में थे।जानकारी के अनुसार पुलिस अधीक्षक के छुट्टी में होने की वजह से प्रभारी एसपी ने यह आदेश जारी किया। अब तो मद्य निषेध के एसपी राकेश कुमार सिन्हा को मंगलवार को स्थानांतरित कर स्पेशळ ब्रांच का एसपी बना दिया गया है। उनके स्थानांतरण के बाद अब यह सवाल उठने लगे हैं कि कहीं इस आदेश का साइड इफेक्ट तो नहीं ?

कांग्रेस विधायक शक्तावत का निधन, शोक जताया

नरेश राघानी 

जयपुर। शक्तावत का निधन हो गया है। लीवर संक्रमण के चलते  वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे। उनके निधन की खबर लगते ही पार्टी में शोक लहर दौड़ गई है।वही सचिन पायलट खेमे के विधायक के असामयिक निधन पर सीएम अशोक गहलोत ने ट्वीट कर दुःख जताया है। शक्तावत वल्लभनगर सीट से विधायक थे। विधायक के निधन की खबर लगते ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत नेआज होने वाली कैबिनेट बैठक स्थगित कर दी है। वहीं प्रस्तावित दिशा समिति की बैठक को भी स्थगित कर दिया गया है।वही गजेंद्र सिंह शक्तावत के निधन से पायलट खेमे को बड़ा झटका लगा है, ऐसे में राजस्थान में एक बार फिर उपचुनाव (By-Election) की स्थिति बन गई है। अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने ट्वीट  कर लिखा है कि कांग्रेस विधायक श्री गजेंद्र शक्तावत के असामयिक निधन पर मेरी गहरी संवेदनाएं। काफी समय से वे बीमार थे, उनके स्वास्थ्य को लेकर पिछले 15 दिन से मैं परिवारजन और डॉक्टर शिव सरीन के संपर्क में था।ईश्वर से प्रार्थना है शोकाकुल परिजनों को इस बेहद कठिन समय में सम्बल दें एवं दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें।वही सचिन पायलट ने भी शोक व्यक्त किया है। बता दे कि गजेंद्र कांग्रेस के कद्दावर नेता रहे पूर्व गृह मंत्री गुलाब सिंह शक्तावत के बेटे थे । वे उदयपुर की वल्लभनगर विधानसभा सीट (Vallabhnagar assembly seat) से विधायक थे। 2018 से पहले वे 2008 में भी कांग्रेस पार्टी (Congress Party) के टिकट पर जीत हासिल कर राजस्थान विधानसभा पहुंचे थे और उन्हें संसदीय सचिव की भी जिम्मेदारी सौंपी गई थी।

पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। सरकारी तेल कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कोई भी बढ़ोतरी नहीं की है। इस हफ्ते सोमवार और मंगलवार दाम बढ़ने के बाद आज कुछ राहत मिली है। दिल्ली में पहली बार पेट्रोल का रेट 85 रुपये के पार बना हुआ है। बुधवार को दिल्ली में पेट्रोल 85.20 रुपये और डीजल 75.38 रुपये प्रति लीटर पर है। पेट्रोल व डीजल के दाम में एक्साइज ड्यूटी, डीलर कमीशन और अन्य चीजें जोड़ने के बाद इसका दाम लगभग दोगुना हो जाता है। अगर केंद्र सरकार की एक्साइज ड्यूटी और राज्य सरकारों का वैट हटा दें तो डीजल और पेट्रोल का रेट लगभग 27 रुपये लीटर रहता, लेकिन चाहे केंद्र हो या राज्य सरकार, दोनों किसी भी कीमत पर टैक्स नहीं हटा सकती। क्योंकि राजस्व का एक बड़ा हिस्सा यहीं से आता है। इस पैसे से विकास होता है।

हरियाणा: पेंशनधारकों की सूची तैयार करने के निर्देश

राणा ओबराय 
चंडीगढ़। वित्त विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री टी.वी.एस.एन. प्रसाद ने सभी जिला खजाना अधिकारियों को पेंशनभोगियों की सूची तैयार करें निर्देश दिए। उन्होने कहा कि अधिकारी ये सूची 15 दिनों के अंदर-अंदर तैयार करें। पेंशन चाहे खजाना कार्यालयों से या बैंकों के माध्यम से दी जा रही हो। उपायुक्तों के माध्यम से पेंशन से संबंधित लंबित मामलों की सूची संबंधित वित्त विभाग को भिजवाना सुनिश्चित करें ताकि ऐसे मामलों का तुरंत निपटान किया जा सके। श्री प्रसाद आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सैक्टर-3 स्थित हरियाणा निवास में हरियाणा के प्रधान महालेखाकार (लेखा एवं हकदारी) कार्यालय द्वारा आयोजित पेंशन से संबंधित प्रोविजनल एवं न्यायालय में लम्बित मामलों पर आयोजित तीसरी पेंशन अदालत में सभी खजाना अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे। सभी उपायुक्तों से अतिरिक्त मुख्य सचिव ने आह्वïन किया कि पेंशन से संबंधित लम्बित मामलों पर कड़ा संज्ञान लें और उनका तत्काल निपटान करने के लिए वित्त विभाग, संबंधित विभाग व प्रधान महालेखाकार कार्यालय को समय-समय पर सूचित करें। उन्होंने कहा कि सेवानिवृत्ति के बाद सरकारी कर्मचारी की आजीवन निर्भरता अपने मूल विभाग की बजाय खजाना कार्यालय पर अधिक रहती है। इसलिए खजाना अधिकारी पेंशनभोगियों की हमारी संस्कृति के अनुरूप बुजुर्गों की सेवा के रूप में नैतिक भाव से अपनी डयूटी का निर्वहन करें। क्योंकि पेंशनभोगियों के लिए खजाना कार्यालय उनके मूल विभाग व बैंकों के बीच एक समन्वयक कड़ी का कार्य करता है।

किसानों को लेकर शिवराज चिंतित, निर्देश दिए

भोपाल। देश में चल रहे किसान आंदोलन के बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का पूरा फोकस किसानों पर बना हुआ है। किसानों को लेकर लगातार एक के बाद एक बड़े ऐलान और फैसले किए जा रहे है। अब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अधिकारियों और मंत्री को निर्देश दिए है कि सिंचाई परियोजनायें गुणवत्ता के साथ समय पर पूर्ण करें। मंगलवार को नर्मदा घाटी विकास प्राधिकारण के अंतर्गत संचालित योजनाओं की समीक्षा के दौरान बैठक में मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने  कहा है कि म.प्र. सरकार किसानों की हितैषी सरकार है। कृषि की उन्नति के लिये सिंचाई सुविधा का विस्तार आवश्यक है। सिंचित कृषि से किसान की आय बढ़ती है। अत: सिंचाई के लिए निर्माणाधीन परियोजनाओं को समय-सीमा में गुणवत्ता में किसी भी तरह का समझौता किये बिना पूरा किया जाये।

शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि वे स्वयं निर्माणाधीन परियोजनाओं का निरीक्षण करेंगे।  सिंचाई परियोजना के विभिन्न चरणों के पूर्ण होने पर 19.82 एम.ए.एफ. नर्मदा जल का उपयोग करते हुये 39.41 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा उपलब्ध करायी जाएगी।प्रदेश में सिंचाई सुविधा के विस्तार की परियोजनायें को पूरा करने में वित्तीय संसाधनों की कमी नहीं होने दी जाएगी। केन्द्र सरकार (Central government) से प्राप्त होने वाली वित्तीय मदद समय पर प्राप्त की जाये।

शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कटनी जिले में बरगी व्यपवर्तन परियोजना के अंतर्गत स्लीमनाबाद सुरंग के कार्यों की समीक्षा करते हुये कहा कि यदि टनल निर्माण में देरी हो रही हो तथा अड़चन हो तो योजना में संशोधन कर शीघ्र ही नागौद, सतना (Satna) में तथा कटनी (Katni) के बहोरीबंद आदि इलाकों में सिंचाई जल पहुंचाने की योजना पर कार्य किया जाये।

बैठक में नर्मदा घाटी विकास राज्य मंत्री भारत सिंह कुशवाह (Minister of State Bharat Singh Kushwaha), मुख्य सचिव एवं अध्यक्ष नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण  इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव एवं उपाध्यक्ष नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण  आई.सी.पी. केशरी और अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद थे।इस दौरान राज्य मंत्री  कुशवाह ने कहा कि जो परियोजनायें पूर्ण हो गयी है। वहां जल उपभोक्ता समितियों का गठन किया जाये तथा कृषकों को सिंचाई के लिये जल उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाये। बैठक में पुनर्वास आदि मुद्दों पर चर्चा हुई।

बता दे कि सिंचाई परियोजनाओं के कार्य प्राथमिकता से पूरे किये जा रहे हैं। वर्ष 2020 में पांच परियोजनाओं उज्जैन-देवास-उज्जैन पाईप लाइन, नर्मदा-मालवा गंभीर लिंक, हरसूद, अपर बेदा दांयी तट नहर और ओंकोरश्वर नहर चरण-4 का कार्य पूरा किया गया है।22081 करोड़ लागत की 10 नवीन परियोजनाओं के लिये निविदा आमंत्रण के लिये कार्रवाई प्रचलन में है। प्रथम चरण में चिंकी-बोरास परियोजना तथा सांवेर परियोजना की निविदा लगाने के लिये अनुमति जारी हो गयी है। इन परियोजनाओं की लागत 7214 करोड़ है तथा प्रस्तावित सिंचाई क्षमता 2 लाख 12 हजार हेक्टेयर है।

18 वर्षीय युवती के साथ 5 लोगों ने किया गैंगरेप

इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर  में 18 वर्षीय एक युवती के साथ पांच लोगों ने गैंगरेप किया। फिर जिंदा जलाने की कोशिश की मगर आरोपी अपनी इस हरकत में सफल नहीं हो सके। इंदौर पुलिस के मुताबिक, पीड़िता अपनी कोचिंग क्लास से वापस लौट रही थी। रात करीब 9 बजे उसके साथ गैंगरेप किया गया। आरोपियों ने रेप करने के बाद पीड़िता को चाकू से मारा, मिट्टी का तेल डाला और जलाने की कोशिश की। लेकिन पीड़िता द्वारा शोर मचाने पर वहां कुछ लोग आ गए। जिसके डर से आरोपी भाग गए। पुलिस के मुताबिक इंदौर के भागीरथपुरा में रेलवे ट्रैक के पास दो लड़कों ने पहले पीड़िता के साथ जबरदस्ती की। उसके बाद तीन और लड़के आए और पीड़िता के साथ गैंगरेप किया। पीड़िता को अभी शहर के ही एक अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है, जहां उसकी हालत स्थिर है। पुलिस ने अभी तक इस मामले में एक आरोपी को हिरासत में लिया है। इंदौर पुलिस की ओर से अब इस मामले में बयान दर्ज किया जा रहा है, साथ ही केस की छानबीन शुरू कर दी गई है। आपको बता दें कि बीते दिनों में इस तरह की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं, जिसके बाद लगातार सवाल खड़े हो रहे है।

दसवें गुरु गोविंद सिंह की 354वीं जयंती मनाई

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। सिखों के दसवें और अंतिम गुरु श्री गुरु गोविंद सिंह महाराज का पावन प्रकाश उत्सव मनाया जा रहा है। इस अवसर पर बिलासपुर स्थित श्री गुरु सिंह सभा गुरुद्वारा दयालबंद में विशेष दीवान सजाया गया है। इस शुभ अवसर पर हजूरी रागी जत्था भाई सुरेंद्र सिंह ,भाई नछत्तर सिंह, दरबार साहिब अमृतसर से बिलासपुर पहुंचे हैं। जिनका साथ भाई गुरनाम सिंह हजूरी जत्था गुरुद्वारा दयालबंद भाई मान सिंह हेड ग्रंथि दे रहे हैं। जिनके द्वारा यहां विशेष शबद कीर्तन की प्रस्तुति दी गई । प्रातः 8:30 से 11:30 तक कथा कीर्तन का आयोजन किया गया। अभी भी कोरोना का संक्रमण खत्म नहीं हुआ है इसलिए गाइडलाइन का पालन करते हुए पर्याप्त दूरी और मास्क पहनकर साध संगत इस आयोजन में शामिल हुए। गुरु तेग बहादुर की मृत्यु के बाद 11 नवंबर सन 1675 को गुरु गोविंद सिंह सिखों के दसवें गुरु बने थे। वह एक महान योद्धा, कवि ,भक्तएवं आध्यात्मिक नेता थे। 1699 में बैसाखी के दिन ही उन्होंने खालसा पंथ की स्थापना की थी। अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार 5 जनवरी 1666 को पटना सिटी में उनका जन्म हुआ था। उनका पूरा नाम गोविंद राय था। गुरु गोविंद सिंह ने ही पवित्र ग्रंथ गुरु ग्रंथ साहिब को पूरा किया था और श्री गुरु ग्रंथ साहिब को सिक्खों के गुरु के रूप में सुशोभित भी किया। अपने जीवन काल में उन्होंने मुगलों और मुस्लिम शासकों से 14 से अधिक युद्ध किए। धर्म की रक्षा के लिए उन्होंने अपने पूरे परिवार का बलिदान भी दे दिया। श्री गुरू गोविंद सिंह जी को कलगीधर दशमेश बाजा वाले आदि कई नामों से भी पुकारा जाता है। लोग उन्हें संत सिपाही भी कहते हैं। ऐसे महान गुरु के पावन प्रकाश पर्व पर बिलासपुर दयालबंद गुरुद्वारा में विशेष दीवान सजाकर प्रकाश किया गया। तत्पश्चात हजूरी रागी जत्थे ने शबद कीर्तन से साध संगत को निहाल किया। बड़ी संख्या में गुरुद्वारे पहुंचे संगत ने गुरु घर की खुशियां प्राप्त की, तो वही अरदास कर विश्व कल्याण की कामना की गई। इस अवसर पर यहां कड़ा प्रसाद वितरण किया गया। कोरोना गाइडलाइन के मद्देनजर यहां सार्वजनिक लंगर के स्थान पर 2500 फूड पैकेट का वितरण साध संगत के बीच किया गया, तो वहीं शाम को भी कीर्तन दरबार सजाया जा रहा है।

पंजाब किंग्स ने जीता टॉस, गेंदबाजी का फैसला

पंजाब किंग्स ने जीता टॉस, गेंदबाजी का फैसला  इकबाल अंसारी  चेन्नई। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2024 सीजन में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) और पं...