मंगलवार, 12 जनवरी 2021
भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी साइना हुई संक्रमित
ट्विटर ने राष्ट्रपति ट्रंप के अकाउंट को बंद किया
सीजी: पुलिस लाइन में सीएम बघेल ने दिया बयान
21 साल की लड़की के साथ चलती बस में रेप
हर चुनौती से लड़ने को तैयार है 'भारतीय' सेना
डब्ल्यूएचओ की प्रमुख वैज्ञानिक ने दी चेतावनी
मुंबई: जॉनी लीवर की बेटी का वीडियों वायरल
दोस्तों-परिजनों के साथ बातचीत सेफ: वाट्सएप
नई दिल्ली। मंगलवार को व्हाट्सएप ने प्राइवेसी को लेकर सफाई देते हुए भरोसा दिया है कि यूजर्स की उनके दोस्तों और परिजनों के साथ होने वाली बातचीत सुरक्षित रहेगी। पिछले दिनों से व्हाट्सएप ने नियमों में बदलाव की घोषणा की थी। जिसके तहत यूजर्स को व्हाट्सएप को अपडेट करने के नोटिफिकेशन आ रहे थे। इसमें कहा जा अगर आप इन अपडेट्स को स्वीकार नहीं करते हैं तो व्हाट्सएप अकाउंट बंद हो जाएगा। दरअसल व्हाट्सएप ने प्राइवेसी नियमों में बदलाव किया है और बिना इसे स्वीकार किए आप व्हाट्सएप इस्तेमाल नहीं कर सकते।यूजर्स कर रहे थे बॉयकॉट... इसके बाद यूजर्स ने व्हाट्सएप का विरोध करना शुरू किया और बड़ी संख्या में लोग टेलीग्राम और सिगनल जैसे एप पर शिफ्ट होने लगे जो अभी अधिक प्राइवेसी दे रहे हैं। यही वजह है कि अब व्हाट्सएप को सफाई देने आना पड़ा है। व्हाट्सएप ने बताया कि प्राइवेसी नियमों में किया गया बदलाव यूजर्स की उनके परिजनों और दोस्तों के साथ बातचीत की सुरक्षा पर कोई असर नहीं डालता है। व्हाट्सएप पर की जाने वाली बातचीत पहले की तरह ही सुरक्षित है। दूसरी बार सफाई... व्हाट्सएप की तरफ से दूसरी बार ऐसी सफाई आई है। इसके पहले व्हाट्सएप ने कहा था कि नया अपडेट्स केवल बिजनेस अकाउंट पर ही असर डालेगा। व्हाट्सएप ने ट्विटर पर लिखा कि हम कुछ अफवाहों का जवाब देना चाहते हैं और 100 प्रतिशत स्पष्ट करना चाहते हैं कि हम इंड-टू-इंड इंस्क्रिप्शन के साथ प्राइवेट मैसेज को सुरक्षित रखना जारी रखेंगे। हमारी प्राइवेसी पॉलिसी को लेकर हो रहा अपडेड आपके दोस्तों और परिजनों के साथ आपके संदेशों की निजता पर कोई असर नहीं डालता।”
भारतः कोरोना के नए मामलों में गिरावट जारी
भारतीय सेना की जानकारी देने वाला शख्स पकड़ा
इस्लामाबाद/ नई दिल्ली। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई को भारतीय सेना की महत्वपूर्ण जानकारी देने वाला शख्स पकड़ा गया है। उसे जैसलमेर जिले की पोकरण फायरिंग रेंज के पास सटे लाठी गांव से देश की खुफिया एजेंसियों ने पूछताछ के लिए उठाने के बाद रविवार को गिरफ्तार कर लिया है। इस शख्स की पहचान सत्यनारायण पालीवाल के रूप में की गई है। उसने कई खुलासे किए हैं। पाक खुफिया एजेंसी आईएसआई ने उसे हनीट्रैप के जाल में फंसा रखा था। लाइव चैटिंग के दौरान देता था सूचनाएं... जानकारी के अनुसार सत्यनारायण से सोशल मीडिया पर आईएसआई से जुड़ीं कई लड़कियां लाइव चैटिंग करती थीं। वह एक के बाद एक अपने कपड़े उतारतीं और सत्यनारायण से देश की सुरक्षा से जुड़ी सारी खुफिया जानकारी हासिल कर लेतीं। हालांकि, सूचना देने के बदले सत्यपाल को कभी भी रुपये नहीं मिले। वह सेना से जुड़े राज और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी करीब सवा साल से आईएसआई के देता आ रहा था। सत्यनारायण की क्षेत्र में है खासी पहचान... लाठी गांव व आसपास के क्षेत्रों में सत्यनारायण पालीवाल नेताजी के नाम से मशहूर है। लोगों ने बताया कि इस क्षेत्र में उसका राजनीतिक हस्तक्षेप रहता है। ऐसे में वह आसानी से अपने काले कारनामों को कर लेता था। उस पर कोई भी शक नहीं कर सकता था क्योंकि स्थानीय राजनेताओं और पुलिस प्रशासन में उसकी अच्छी-खासी पैठ थी। इन सब वजहों के चलते पाक खुफिया एजेंसी की नजर उस पर पड़ी और जल्द ही आईएसआई की महिला एजेंट ने उसे हनी ट्रैप के जाल में फांस लिया।
आरोपी के भाई की पत्नी रह चुकी है गांव की सरपंच...
दरअसल, सेना लाठी गांव के पास ही में स्थित फायरिंग रेंज की हर गतिविधि की जानकारी सरपंच को देती है ताकि सरपंच गांव वालों को उस क्षेत्र से दूर रहने के लिए सचेत कर सके। जांच में पता चला कि सत्यनारायण के भाई की पत्नी गांव की सरपंच रह चुकी हैं और सत्यनारायण सरपंच प्रतिनिधि की भूमिका निभाता था। ऐसे में वह सेना की हर गतिविधि की जानकारी लड़कियों के जाल में फंसकर उन्हें भेजता रहता था।
आईएसआई एजेंट ने खुद को बताया समाचार पत्र की संपादक... सोशल मीडिया पर सत्यनारायण से 5 लड़कियां एक ग्रुप बनाकर लगातार बात करती थीं। लाइव चैटिंग के दौरान ये लड़कियां एक के बाद एक सत्यनारायण के सामने अपने कपड़े उतारने लगतीं। ऐसे में वह खुद पर काबू नहीं रख पाया और सेना से जुड़ी महत्वपर्ण जानकारी उन्हें देने लगा। इन पांच लड़कियों में से एक खुद को सोनिता कुमारी बताने वाली यह दावा करती थी कि वह एक प्रतिष्ठित हिन्दी दैनिक समाचार पत्र की संपादक है और बाकि की लड़कियां उसके यहां काम करने वाली पत्रकार हैं। आईएसआई के स्लीपिंग सेल एजेंट पश्चिमी राजस्थान में सक्रिय... आईएसआई ने पश्चिमी राजस्थान में अपने कई स्लीपिंग सेल सक्रिय कर रखे हैं क्योंकि इस क्षेत्र में सैन्य गतिविधियां हमेशा चलती रहती हैं। ऐसे में किसी स्लीपिंग सेल के एजेंट ने आईएसआई को जानकारी दे दी कि सत्यनारायण पालीवाल के पास सेना से जुड़ीं महत्वपूर्ण सूचनाएं रहती हैं। उन्होंने सत्यनारायण का मोबाइल नंबर भी पाक खुफिया एजेंसी को भेज दिया। इसके बाद आईएसआई ने इन लड़कियों को उसे फांसने के लिए सक्रिय किया। कुछ दिन में ही लड़कियों ने अपनी चिकनी-चुपड़ी बातों से सत्यनाराण को साध लिया। एक ही लड़कियों का समूह करता है हनीट्रैप... खुफिया एजेंसियों का कहना है कि पश्चिमी राजस्थान में हनी ट्रैप के लिए जितने भी मामले हैं उनमें इन लड़कियां का होना समान है। इनकी आवाज की गहनता के साथ जांच होगी। इस जांच में पता चला कि गत वर्ष हनी ट्रैप में फंसे सेना के दो जवान भी इन्हीं लड़कियों के जाल में उलझे थे।
वायरस: सभी की निगाहें आगामी बजट पर टिकी
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। केंद्र सरकार कई हितधारकों के साथ प्री-बजट चर्चा कर रही है। इस बीच यह उम्मीद की जा रही है कि वित्त मंत्रालय इस बार कोविड-19 उपकर ला सकता है। हालाँकि संभावना है कि कोविड-19 उपकर पर अंतिम फैसला बजट के करीब आने पर ही लिया जाए। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी 2021 को आगामी वित्तीय वर्ष के लिए बजट पेश करेंगी। कोरोनावायरस महामारी के बीच सभी की निगाहें 2021-22 के लिए केंद्र सरकार के आगामी बजट पर टिकी हैं। भारत कोविड संकट के कारण लगे तगड़े आर्थिक झटके के बाद वापस विकास की पटरी पर लौटना चाहता है। इसलिए जानकार आगामी बजट को बहुत अहम मान रहे हैं। सरकार ने राजस्व बढ़ाने के उपायों पर कुछ शुरुआती चर्चा हुई है, लेकिन सेस या सरचार्ज के रूप में नया टैक्स लगाने पर अंतिम फैसला बजट के करीब लिया जाएगा। हालांकि इंडस्ट्री ने इकोनॉमी के दबाव में होने के कारण कोई नया टैक्स न लगाने को कहा है। केंद्र कई हितधारकों के साथ कोविड सेस पर चर्चा कर रही है। इंडिया.कॉम की रिपोर्ट के अनुसार शुरुआती बातचीत में उच्च आय वर्क अंतर्गत आने वाले करदाताओं पर सेस और कुछ अप्रत्यक्ष कर लगाने पर चर्चा हुई। इसके अलावा केंद्र सरकार मौजूदा एक्साइज ड्यूटी के ऊपर पेट्रोलियम और डीजल पर अतिरिक्त उत्पाद शुल्क लगाने की भी योजना बना रही है। हालांकि सरकार ने अभी तक ऐसा कोई संकेत नहीं दिया है। इससे पहले नीती आयोग के एक सदस्य ने पुष्टि की थी कि केंद्र सरकार कम से कम 30 करोड़ लोगों के लिए वैक्सीनेशन लागत को वहन करेगी। सरकार ने पुष्टि की है कि पहला राष्ट्रव्यापी वैक्सीनेशन अभियान 16 जनवरी को शुरू होगा। इसके अलावा केंद्र वितरण, प्रशिक्षण और रसद के लिए बड़ी राशि खर्च करेगा। सरकार को इन अतिरिक्त खर्चों का सामना करना पड़ेगा, इसलिए उच्च आय वाले लोगों पर कोविड-19 उपकर का लगना एक संभावना है। बता दें कि 2021-22 के लिए देश का बजट बनाने में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की मदद करने वालों में वित्त सचिव ए बी पांडे, आर्थिक मामलों के सचिव तरुण बजाज, निवेश एवं लोक परिसंपत्ति विभाग के सचिव तुहिन कांत पांडे, वित्त सेवा सचिव देवाशीष पांडा, व्यय सचिव टी वी सोमनाथन और मुख्य आर्थिक सलाहकार कृष्णमूर्ति सुब्रहमण्यम और मंत्रालय के अन्य कर्मचारी शामिल हैं।
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