रविवार, 3 जनवरी 2021
नाइजर में बडा आतंकी हमला, 56 लोगों की मौत
अधिवक्ता के पदों पर जल्द ही की जाएगी नियुक्ति
एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति बने मुकेश 'अंबानी'
चंद्रमा की गति पर आधारित सबसे पुराना कैलेंडर
ऐलान: मकर संक्रान्ति तक वैक्सीन हो जायेगी उपलब्ध
यूपी: अखिलेश ने वैक्सीन लगवाने से किया इनकार
देश की शान व खाद सुरक्षा का आधार है किसान
कोवैक्सीन-कोविशील्ड के आपात इस्तेमाल को मंजूरी
आफत: बरसात ने किसानों की मुश्किलें बढ़ाई
हरियाणा बॉर्डर पर किसानों का धरना-प्रदर्शन जारी
चंडीगढ़। दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर किसानों का धरना प्रदर्शन एक महीने से अधिक समय से जारी है। प्रदर्शन करने वालों में ज्यादातर किसान पंजाब और हरियाणा से हैं। जींद जिले के ईटल कलाँ गावं से 38 दिनों से लगातार किसानों के लिए संघर्ष कर रहे किसान जगबीर की मौत हुई। इसके साथ ही कुंडली बॉर्डर पर किसान आंदोलन में हिस्सा लेने आए दो और किसानों की मौत हो गई है और एक किसान की हालत काफी गंभीर। पुलिस की शुरूआती जांच में पता चला है कि किसान आंदोलन में हिस्सा लेने आए दोनों किसान बलवीर सिंह गोहाना क्षेत्र व किसान निर्भय सिंह पंजाब के गांव लिदवा के रहने वाले हैं। रविवार सुबह को गोहाना के गांव गंगाना के रहने वाले किसान बलवीर सिंह की मौत की सूचना आई। मृत किसान के साथ मौजूद अन्य किसानों ने बताया कि शनिवार रात तक स्वस्थ्य थे, केवल थोड़ी थकान महसूस कर रहे थे।
हर किसान अपना हक लेकर रहेगा: राहुल
महात्मा गांधी ने 1917 में चंपारण सत्याग्रह का नेतृत्व किया था और इसे भारत के स्वतंत्रता संग्राम में ऐतिहासिक आंदोलन माना जाता है। तीनों नए कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग कर रही कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि इससे खेती और किसानों पर प्रतिकूल असर पड़ेगा। किसानों ने ब्रिटिश शासनकाल में नील की खेती करने संबंधी आदेश और इसके लिए कम भुगतान के विरोध में बिहार के चंपारण में यह आंदोलन किया था। उल्लेखनीय है कि गत बुधवार को छठे दौर की औपचारिक वार्ता के बाद सरकार और प्रदर्शनकारी किसान संगठनों के बीच बिजली के दामों में बढ़ोतरी एवं पराली जलाने पर जुर्माने के मुद्दों पर सहमति बनी थी, लेकिन विवादित कृषि कानूनों को वापस लेने एवं न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी को लेकर गतिरोध बना हुआ है। हजारों किसान कड़ाके की ठंड के बावजूद एक महीने से अधिक समय से राष्ट्रीय राजधानी की विभिन्न सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे हैं।
हरियाणा: 10वीं-12वीं के बोर्ड की परीक्षाएं मई में होगी
चंडीगढ़। प्रदेश सरकार 10वीं और 12वीं के बोर्ड के विद्यार्थियों की परीक्षा मई में करवाने की योजना बना रही है। दरअसलल कोरोना के चलते हुए बच्चों की पढ़ाई के नुकसान को देखते हुए सरकार इस बार वार्षिक परीक्षाओं में गेप लेकर चलेगी। इसी के चलते इन दोनों कक्षाएं के फाइनल एग्जाम मई में करवाए जा सकते हैं। इस बारे में फैसला 4 जनवरी यानी सोमवार को सीएम मनोहर लाल खट्टर की अध्यक्षता में होने वाली बैठक में होगा। बैठक में शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर के अलावा विभाग के आला अफसर मौजूद रहेंगे। शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने कहा कि हरियाणा स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा इस बार 10वीं और 12वीं के फाइनल एग्जाम मई में करवाने की कोशिश है। सीबीएसई पहले ही यह निर्णय कर चुका है।
इंडोनेशिया में 6.0 तीव्रता का भूकंप, झटके
इंडोनेशिया में 6.0 तीव्रता का भूकंप, झटके अखिलेश पांडेय जकार्ता। इंडोनेशिया के पूर्वी प्रांत मालुकु में सोमवार के तेज झटके महसूस किए गए। इ...
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